सीखने की प्रभावशाली विधियाँ PDF

Summary

\"सीखने की प्रभावशाली विधियाँ\" शीर्षक से यह दस्तावेज़ सीखने की विभिन्न विधियों पर चर्चा करता है। यह विभिन्न तरीकों, जैसे करके सीखना, निरीक्षण द्वारा सीखना, परीक्षण द्वारा सीखना और सामूहिक विधियों का उपयोग करके सीखना, पर केंद्रित है। इस दस्तावेज़ में सीखना और शिक्षण के मूल सिद्धांतों के बारे में भी चर्चा की गई है।

Full Transcript

# सीखने की प्रभावशाली विधियाँ (EFFECTIVE METHODS OF LEARNING) किसी नई क्रिया या नये पाठ को सीखने के लिए विभिन्न विधियों का प्रयोग किया जा सकता है। हम इनमें से केवल उन विधियों का वर्णन कर रहे हैं, जिनको मनोवैज्ञानिक प्रयोगों के आधार पर अधिक उपयोगी और प्रभावशाली पाया गया है। ये विधियाँ इस प्रकार हैं-...

# सीखने की प्रभावशाली विधियाँ (EFFECTIVE METHODS OF LEARNING) किसी नई क्रिया या नये पाठ को सीखने के लिए विभिन्न विधियों का प्रयोग किया जा सकता है। हम इनमें से केवल उन विधियों का वर्णन कर रहे हैं, जिनको मनोवैज्ञानिक प्रयोगों के आधार पर अधिक उपयोगी और प्रभावशाली पाया गया है। ये विधियाँ इस प्रकार हैं- ## 1. करके सीखना (Learning by Doing) डा. मेस (Dr. Mace) का कथन है-"स्मृति का स्थान मस्तिष्क में नहीं, वरन् शरीर के अवयवों में है। यही कारण है कि हम करके सीखते हैं।" "The seat of memory is not in the mind, but in the muscular system. We learn by doing." Quoted by Pryns Hopkins: Aids to Successful Teaching, p. 154. बालक जिस कार्य को स्वयं करते हैं, उसे वे जल्दी सीखते हैं। कारण यह है कि उसे करने में वे उसके उद्देश्य का निर्माण करते हैं, उसको करने की योजना बनाते हैं और योजना को पूर्ण करते हैं। फिर, वे यह देखते हैं कि उनके प्रयास सफल हुए हैं या नहीं। यदि नहीं, तो वे अपनी गलतियों को मालूम करके, उनमें सुधार करने का प्रयत्न करते हैं। ## 2. निरीक्षण करके सीखना (Learning by Observation) योकम एवं सिम्पसन (Yoakam & Simpson, p. 58) ने लिखा है- "निरीक्षण-सूचना प्राप्त करने, आधार सामग्री (Data) एकत्र करने और वस्तुओं तथा घटनाओं के बारे में सही विचार प्राप्त करने का साधन है।" बालक जिस वस्तु का निरीक्षण करते हैं, उसके बारे में वे जल्दी और स्थायी रूप से सीखते हैं। इसका कारण यह है कि निरीक्षण करते समय वे उस वस्तु को छूते हैं या प्रयोग करते हैं या उसके बारे में बातचीत करते हैं। इस प्रकार, वे अपनी एक से अधिक इन्द्रियों का प्रयोग करते हैं। फलस्वरूप, उनके स्मृति-पटल पर उस वस्तु का स्पष्ट चित्र अंकित हो जाता है। ## 3. परीक्षण करके सीखना (Learning by Experimenting) नई बातों की खोज करना, एक प्रकार का सीखना है। बालक इस खोज को परीक्षण द्वारा कर सकता है। परीक्षण के बाद वह किसी निष्कर्ष पर पहुँचता है। इस प्रकार, वह जिन बातों को सीखता है, वे उसके ज्ञान का अभिन्न अंग हो जाती हैं; उदाहरणार्थ, वह इस बात का परीक्षण कर सकता है कि गर्मी का ठोस और तरल पदार्थों पर क्या प्रभाव पड़ता है। वह इस बात को पुस्तक में पढ़कर भी सीख सकता है। पर यह सीखना उतना महत्त्वपूर्ण नहीं होता है, जितना कि स्वयं परीक्षण करके सीखना। ## 4. सामूहिक विधियों द्वारा सीखना (Learning by Group Methods) सीखने का कार्य - व्यक्तिगत (Individual) और सामूहिक विधियों द्वारा होता है। इन दोनों में सामूहिक विधियों को अधिक उपयोगी और प्रभावशाली माना जाता है। इनके सम्बन्ध में कोलसनिक (Kolesnik, p. 376) की धारणा इस प्रकार है-"बालक को प्रेरणा प्रदान करने, उसे शैक्षिक लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायता देने, उसके मानसिक स्वास्थ्य को उत्तम बनाने, उसके सामाजिक समायोजन को अनुप्राणित करने, उसके व्यवहार में सुधार करने और उसमें आत्मनिर्भरता तथा सहयोग की भावनाओं का विकास करने के लिए व्यक्तिगत विधियों की तुलना में सामूहिक विधियाँ कहीं अधिक प्रभावशाली हैं।" मुख्य सामूहिक विधियाँ निम्नांकित हैं- - (i) वाद-विवाद विधि (Discussion Method)- इस विधि में प्रत्येक छात्र को अपने विचार व्यक्त करने और प्रश्न पूछने का अवसर दिया जाता है. - (ii) वर्कशॉप विधि (Workshop Method) - इस विधि में विभिन्न विषयों पर सभाओं का आयोजन किया जाता है और इन विषयों के हर पहलू का छात्रों द्वारा अध्ययन किया जाता है. - (iii) सम्मेलन व विचार-गोष्ठी विधियाँ (Conference & Seminar Methods)- इन विधियों में से किसी विशेष, विषय पर छात्रों द्वारा विचार-विनिमय किया जाता है. - (iv) प्रोजेक्ट, डाल्टन व बेसिक विधियाँ (Project, Dalton & Basic Methods) - इन आधुनिक विधियों में व्यक्तिगत और सामूहिक दोनों प्रकार के प्रेरकों का स्थान होता है। प्रत्येक छात्र अपनी व्यक्तिगत रुचि, ज्ञान और क्षमता के अनुसार स्वतन्त्र रूप से कार्य करता है, जिससे उसका सीखने का कार्य सरल हो जाता है। इसके अतिरिक्त, सामूहिक रूप से कार्य करने के कारण उसमें स्पर्द्धा, सहयोग और सहानुभूति का विकास होता है. ## 5. मिश्रित विधि द्वारा सीखना (Learning by Mixed Method) सीखने की दो महत्त्वपूर्ण विधियाँ हैं- पूर्ण विधि (Whole Method) और आंशिक विधि (Part Method)। पहली विधि में छात्रों को पहले पाठ्य-विषय का पूर्ण ज्ञान दिया जाता है और फिर उसके विभिन्न अंगों में सम्बन्ध स्थापित किया जाता है। दूसरी विधि में पाठ्य-विषय को खण्डों में बाँट दिया जाता है। आधुनिक विचारधारा के अनुसार इन दोनों विधियों को मिलाकर सीखने के लिए मिश्रित विधि का प्रयोग किया जाता है. ## 6. सीखने की स्थिति का संगठन (Organization of Learning Process) सीखने के कार्य को सरल और सफल बनाने के लिए सबसे अधिक आवश्यकता है-सीखने की स्थिति का संगठन। यह तभी सम्भव हो सकता है, जब विद्यालय का निर्माण इस प्रकार किया जाय कि उसमें सीखने की सभी क्रियायें उपलब्ध हों और सीखने की सभी विधियों का प्रयोग किया जाए. सीखने की ये सभी विधियाँ व्यक्ति के मनोविज्ञान पर आधारित हैं। इन विधियों के प्रयोग से अधिगम तथा शिक्षण, दोनों ही प्रभावशाली हो जाते हैं. # परीक्षा-सम्बन्धी प्रश्न 1. 'सीखने' का अर्थ स्पष्ट करते हुए उसकी प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए। Explain the meaning of 'Learning' and point out its chief characteristics. 2. 'सीखने' को प्रभावित करने वाले तत्वों की आलोचनात्मक व्याख्या कीजिए। Give a critical account of the factors influencing 'Learning'. 3. 'सीखने' की सबसे अधिक प्रभावशाली विधियाँ कौन-सी हैं ? अपने उत्तर की पुष्टि कक्षा-कक्ष के उदाहरण देकर कीजिए। What are the most effective methods of learning ? Support your answer by giving class-room examples. 4. "सीखने में अधिक शीघ्रता और अधिक स्थायित्व तभी आता है, जबकि जिसे सीखा जाए, उसमें अर्थ, व्यवस्था और नियोजन हो।" इस कथन की विवेचना कीजिए। "Learning becomes more rapid and more permanent only when the thing to be learned has meaning, order and plan." Comment. 5. "सीखने की सामूहिक विधियाँ, व्यक्तिगत विधियों में अधिक प्रभावशाली हैं।" (कॉलेसनिक)। इस कथन का स्पष्टीकरण कीजिए। "Group methods of learning are more effective than individual methods."(Kolesnik) Elucidate. 6. सीखने की परिभाषायें दीजिये। सीखने की क्रिया की व्याख्या करते हुए सीखने की क्रिया को प्रभावित करने वाले कारणों का वर्णन करो। Define Learning. Explain the process of learning and discuss the factors influencing learning. 7. सीखने की विशेषताओं का वर्णन करो तथा इसकी विभिन्न विधियों पर प्रकाश डालो। Discuss the characteristics and methods of learning. 8. सीखने का अर्थ स्पष्ट करते हुए उज्मको प्रभावित करने वाले तथ्यों की व्याख्या कीजिये। Explain the meaning of learning and discuss its influencing factors.

Use Quizgecko on...
Browser
Browser