अलबरूनी पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें
Understand the Problem
यह प्रश्न अलबरूनी के बारे में एक संक्षिप्त टिप्पणी देने के लिए कह रहा है। इसका मतलब है कि हमें उनके कार्यों, जीवन और योगदान के बारे में संक्षेप में जानकारी प्रदान करनी होगी।
Answer
अलबरूनी, एक फारसी विद्वान, 973 ईस्वी में ख्वारिज्म में पैदा हुआ। उन्होंने 'तहकीक-ए-हिंद' लिखी जिसमें भारत की सभ्यता का वर्णन है।
अलबरूनी, जिसका पूरा नाम अबु रेहान मुहम्मद बिन अहमद अलबरूनी था, 973 ईस्वी में ख्वारिज्म (आधुनिक उज्बेकिस्तान) में पैदा हुआ था। वह फारसी मूल के विद्वान, वैज्ञानिक, लेखक और धर्मज्ञ थे। उन्होंने धार्मिक और वैज्ञानिक विषयों पर करीब 140 पुस्तकों की रचना की। अलबरूनी ने 'तहकीक-ए-हिंद' में भारत की सभ्यता और संस्कृति पर अपने विचार लिखे, जो उनकी सबसे प्रसिद्ध कृति मानी जाती है।
Answer for screen readers
अलबरूनी, जिसका पूरा नाम अबु रेहान मुहम्मद बिन अहमद अलबरूनी था, 973 ईस्वी में ख्वारिज्म (आधुनिक उज्बेकिस्तान) में पैदा हुआ था। वह फारसी मूल के विद्वान, वैज्ञानिक, लेखक और धर्मज्ञ थे। उन्होंने धार्मिक और वैज्ञानिक विषयों पर करीब 140 पुस्तकों की रचना की। अलबरूनी ने 'तहकीक-ए-हिंद' में भारत की सभ्यता और संस्कृति पर अपने विचार लिखे, जो उनकी सबसे प्रसिद्ध कृति मानी जाती है।
More Information
अलबरूनी की लिखी पुस्तक 'तहकीक-ए-हिंद' को भारतीय इतिहास के अध्ययन के लिए एक प्रामाणिक स्रोत माना जाता है। वह महमूद गज़नवी के साथ भारत आए और यहाँ उन्होंने गहन अध्ययन किया।
Sources
- अल बेरुनी - विकिपीडिया - hi.wikipedia.org
- अतीतराग: एक लुटेरे के साथ भारत आया था विद्वान अलबेरूनी - bhaskar.com
- अल बेरूनी: समय को 'क़ैद करने' की कोशिश करने वाले वैज्ञानिक - bbc.com
AI-generated content may contain errors. Please verify critical information