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# Chapter 1 **Date:** 30/08/24 * ईटे, मनके तथा अस्थियाँ * हड़प्पा सभ्यता 1920 के दशक में हडप्पा सभ्यता की खोज हुई इसे सिंधु घाटी सभ्यता भी कहा जाता है 1921 में दयाराम साहनी ने हडप्पा नामक स्थल की खुदाई करवाई और हडप्पा की मुहरे खोज ली 1922 में राखलदास बनर्जी ने मोहनजोदडो नामक स्थान पर उत्कन्या क...
# Chapter 1 **Date:** 30/08/24 * ईटे, मनके तथा अस्थियाँ * हड़प्पा सभ्यता 1920 के दशक में हडप्पा सभ्यता की खोज हुई इसे सिंधु घाटी सभ्यता भी कहा जाता है 1921 में दयाराम साहनी ने हडप्पा नामक स्थल की खुदाई करवाई और हडप्पा की मुहरे खोज ली 1922 में राखलदास बनर्जी ने मोहनजोदडो नामक स्थान पर उत्कन्या कार्य किया और हड़प्पा जैसी मुहरें मिली इसके बाद सन् 1924 में भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण के डायरेक्टर जनस्त सर जॉन मार्शल ने पुरे विश्व के सामने एक नई सभ्यता की खोज की घोषणा की इस सभ्यता की खोज हडप्पा नामक स्थव स्थान पर होने से हड्प्या नामक पूड़ा यह रावी नदी के किनारे स्थित है सिंधु घाटी के किनारे बसी सभ्यता थी इसलिए सिंधु घाटी सभ्यता नाम पड़ा। इसका काल निर्धारण लगभग 2600 और 1900ई०पु० के बीच किया गया। निर्वाह के तरीक - कृषि, पशुपालन, शिकार आदि। यहाँ गेहूं, जौ दाल सफेद चना तथा तिल शामिल है, बाजरा के दाने गुजरात से व चावल कम मिले हैं। कृषि प्रौद्योगिकी - चोलिस्तान के कई स्थलों और बनावली (हरियाणा) से मिट्टी से बने हल के प्रतिरूप मिले - राजस्थान के (कालीबंगा में पुते हुए खेत के साक्ष्य मिले जो भारंभिक हडप्पा स्तरों से संबद्ध है - अफगानिस्तान में शोर्नुधाई नामक हड़प्पा स्थल से नहरों के कुछ अवशेष मिले Page No. 1