विज्ञान और प्रौद्योगिकी 01 : Daily Class Notes (प्रहार UPSC 2023 हिन्दी माध्यम) PDF

Summary

These are daily class notes on science and technology, covering space technology. The notes include information on topics such as space technology, development of space technology in India, and objectives of ISRO.

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1 दै ननक क्लास नोट् स निज्ञान एिं प्रौद्योनिकी Lecture – 01 अंतरिक्ष तकनीकी 2 अंतरिक्ष तकनीकी अंतरिक्ष तकनीकी: ❖ स्...

1 दै ननक क्लास नोट् स निज्ञान एिं प्रौद्योनिकी Lecture – 01 अंतरिक्ष तकनीकी 2 अंतरिक्ष तकनीकी अंतरिक्ष तकनीकी: ❖ स्पूतनिक-1 अन्तरिक्ष में भेजा गया निश्व का पहला कृनिम उपग्रह था, नजसे 4 अक्टू बि 1957 को सोनियत संघ द्वािा प्रक्षे नपत नकया गया। ❖ 12 अप्रैल 1961 को ‘मेजि यूिी गागरिि’ अंतरिक्ष में प्रिेश कििे िाले पहले व्यक्ति बिे थे | जोनक सोनियत संघ के िैज्ञानिक थे। ❖ अपोलो-8, NASA का पहला याि था, नजसिे चन्द्रमा की कक्षा में प्रिेश नकया, यह उपग्रह िर्ष 1968 में प्रक्षे नपत नकया गया था। ❖ NASA के अपोलो याि के कमां डि िील आमषस्ट्ां ग, माइकल कॉनलन्स औि एडनिि बज्ज एक्तर्ि थे । ❖ 20 जुलाई 1969 में िील आमषस्ट्ां ग चन्द्रमा पि कदम िखिे िाले पहले िैज्ञानिक (व्यक्ति) थे । भाित में अंतरिक्ष तकनीकी का विकास ❖ भाित में अंतरिक्ष प्रौद्योनगकी का निकास निक्रम सािाभाई की दू िदनशष ता का प्रतीक है , इसीनलए उन्हें ‘भाितीय अंतरिक्ष अिु सन्धाि के नपता’ के रूप में जािा जाता है । ❖ भाित में अंतरिक्ष अिु सन्धाि के नलए सिषप्रथम ‘भाितीय िाष्ट््ीय अंतरिक्ष अिु संधाि सनमनत’ या इिकोस्पाि (INCOSPAR) का गठि िर्ष 1962 में नकया गया। ❖ 15 अगस्त 1969 को भाितीय अंतरिक्ष अिु संधाि संगठि (ISRO) का गठि नकया गया। ❖ भाितीय अंतरिक्ष अिु संधाि संगठि (ISRO) भाित सिकाि के अंतरिक्ष निभाग के अंतगषत आता है । ❖ भाितीय अंतरिक्ष अिु संधाि संगठि (ISRO) का मु ख्यालय बेंगलु रु में क्तथथत है । भाितीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के उद्दे श्य: ❖ उपग्रहों (Satellite) का निमाष ण कििा। ❖ प्रक्षे पण यािों (Launch vehicles) का निमाष ण कििा। ❖ अंतरिक्ष अिु संधािों को बढ़ािा दे िा। भाित का प्रथम साउं नडं ग िॉकेट RH-75, 20 िबम्बि 1967 को प्रक्षे नपत नकया गया। भाित का पहला कृनिम उपग्रह आयषभट्ट था, नजसे 19 अप्रेल 1975, को सोनियत संघ के िॉकेट के माध्यम से प्रक्षे नपत नकया गया। भाित का पहला स्वदे शी प्रक्षे पण याि, SLV-3 था। भाित के पहले अंतरिक्ष यािी ‘िाकेश शमाष ’ थे , नजन्हें 2 अप्रेल 1984 को सोनियत संघ की सहायता से ‘सोयुज टी-11’ िामक िाकेट के माध्यम से भे जा गया। 3 ितषमाि में भाित की अंतरिक्ष अथष व्यिथथा 9.6 अिब डॉलि की है , नजसके 2025 तक 12.8 अिब डॉलि होिे की संभाििा है । भाित की यह भागीदािी सम्पूणष निश्व की अंतरिक्ष अथषव्यिथथा में 2% की है । अंतरिक्ष क्षे ि में निजी कंपनियों को शानमल कििे से िैनश्वक अंतरिक्ष अथष व्यिथथा में भाित की भागीदािी में बढ़ोत्तिी की संभाििा है । एं वरि क्स कॉिपोिे शन विवमरे ड - ❖ यह भाित सिकाि के पूणष स्वानमत्व िाली कंपिी है , नजसका प्रशासनिक नियंिण अंतरिक्ष निभाग, भाित सिकाि के पास है । ❖ एं नट् क्स कॉिपोिे शि नलनमटे ड को नसतंबि 1992 में अंतरिक्ष उत्पादों तकिीकी पिामशष सेिाओं औि इसिो द्वािा निकनसत प्रौद्योनगनकयों के िानणक्तिक दोहि ि प्रचाि- प्रसाि के नलए सिकाि के सनमत िाली एक प्राइिेट नलनमटे ड कंपिी के रूप में थथानपत नकया गया था। ❖ इसका एक अन्य प्रमु ख उद्दे श्य भाित में अंतरिक्ष से संबंनधत औद्योनगक क्षमताओं के निकास को आगे बढ़ािा है । इसिो की िानणक्तिक एिं निपणि शाखा के रूप में एं नट् क्स पूिे निश्व में अपिे अंतििाष्ट््ीय ग्राहकों को अंतरिक्ष उत्पाद एिं सेिाएं उपलब्ध किा िही है । न्यूस्पेस इं वडया विवमरे ड - ❖ िर्ष 2019 में न्यू स्पेस इं नडया नलनमटे ड को भाित सिकाि के पूणष स्वानमत्व िाले उपक्रम/केंद्रीय सािषजनिक क्षेि के उद्यम के रूप में शानमल नकया गया है । ❖ इसका उद्दे श्य भाितीय उद्योगों में अंतरिक्ष कायषक्रम के नलए उच्च प्रौद्योनगकी निनिमाष ण आधाि को बढ़ािे औि घिे लू तथा िैनश्वक खिीददािों की आिश्यकताओं को पूिा कििे हे तु भाितीय अंतरिक्ष कायषक्रम की उत्पादों एिं सेिाओं का व्यािसानयक रूप से दोहि कििे में सक्षम बिािा है । ❖ जीसैट 24 संचाि उपग्रह जो नक न्यू स्पेस इं नडया नलनमटे ड का पहला मां ग संचानलत नमशि है , को जू ि 2022 में फ्रेंच गुयािा के 'कौिो' से लॉन्च नकया गया है । भाितीय िाष्ट्िीय अंतरिक्ष संिधधन औि प्रावधकिण केंद्र (IN-Space) ❖ भाितीय अंतरिक्ष अिसंिचिा का उपयोग कििे के नलए निजी कंपनियों को समाि अिसि प्रदाि कििे हे तु IN-space लॉन्च नकया गया था। ❖ यह इसिो औि अंतरिक्ष से संबंनधत गनतनिनधयों में भाग लेिे या भाित में अंतरिक्ष संसाधिों का उपयोग कििे िाले प्रत्येक व्यक्ति के बीच एकल नबंदु इं टिफेस के रूप में कायष किता है । Vikram-s िॉकेर िांच "प्रािं भ" - 18 ििंबि 2022 को इसिो िे निजी तौि पि निकनसत पहला निक्रम िॉकेट लॉन्च नकया था। यह दे श की पहली प्राइिेट स्पेस कंपिी अंतरिक्ष स्टाटष अप स्कारूट एयिोस्पेस का िॉकेट है, जो निजी स्पेस इं डस्ट् ी को बढ़ािा दे िे के नलए मील का पत्थि सानबत हुआ। निक्रम- एस िॉकेट चेन्नई शहि के सतीश धिि अंतरिक्ष केंद्र से 18 ििंबि की सुबह लां च नकया गया था। 4 Pixxel - अप्रैल में एक िानणक्तिक उपग्रह शकुंतला लॉन्च कििे िाली पहली भाितीय कंपिी बि गई। भाितीय अंतरिक्ष संघ (ISpA) भाितीय अंतरिक्ष संघ, भाितीय अंतरिक्ष उद्योग की सामू नहक अनभव्यक्ति बिे गा। भाितीय अंतरिक्ष संघ का प्रनतनिनधत्व प्रमु ख घिे लू औि िैनश्वक निगमों द्वािा नकया जाएगा, नजिके पास अंतरिक्ष एिं उपग्रह प्रौद्योनगनकयों में उन्नत क्षमताएं हैं । उपग्रहों औि कक्षाओं के प्रकाि: नकसी भी ग्रह के गुरुत्वाकर्ष ण क्षे ि में जब कोई नपंड ग्रह के चािों ओि चक्कि लगाता है , तो उसे उस ग्रह का उपग्रह कहते हैं । यह दो प्रकाि के होते हैं ❖ प्राकृनतक उपग्रह,( सबसे अनधक बृहस्पनत ग्रह के 92 उपग्रह हैं ) ❖ कृनिम / मािि निनमष त उपग्रह ❖ प्राकृनतक उपग्रह – यह प्रकृनत द्वािा निनमष त होता है । जै से- पृथ्वी का चंद्रमा ❖ कृनिम / मािि निनमष त उपग्रह – नजसे मािि अपिे निशे र् कायों के नलए बिाता है । कृविम उपग्रह ❖ दू ि संचाि उपग्रह– दू ि संचाि / संचाि माध्यम के रूप में उपयोग में लाए जािे िाले उपग्रहो को दू ि संचाि उपग्रह कहते हैं । भाित में इिसेट श्ृंखला, जी-सेट श्ृं खला, सीएमएस श्ृंखला संचाि उपग्रह में शानमल है। ❖ मौसमी उपग्रह - मौसम की जािकािी दे िे िाले उपग्रहों को मौसमी उपग्रह कहते हैं । भाित में कल्पिा (KALPANA),INSAT, 3D. 3DR आनद मौसमी उपग्रह है । ❖ सुदूि संिेदि उपग्रह– सुदूि संिेदि उपग्रहों का मु ख्यतः कायष पृथ्वी को आं कडे प्रदाि कििा होता है । इि आं कडों का उपयोग कृनर् क्षेि में शहिी निकास में सैन्य क्षे ि में, आपदा प्रबंधि में जलिायु परिितषि को समझिे इत्यानद में नकया जाता है । भाित में सूदूि संिेदि उपग्रह में आई. आि एस श्ृं खला, काटोसेट ( CARTOSAT), ओनसयि सेट ( OCEANSAT) श्ृं खला, िीसेट श्ृं खला (RISAT) हाइनसस (HYSIS), ईओएस (EOS) श्ृंखला शानमल है। ❖ िौपरििहि / िौिहि / िे निगेशि उपग्रह- यह ऐसे उपग्रह होते हैं , जो नकसी निशे र् व्यक्ति या हिाई जहाज, पािी के जहाज, नमसाइल इत्यानद को उिके गन्तव्य तक अथिा लक्ष्य तक पहुं चिे में मदद किते हैं । भाित में IRNSS श्ृं खला िोपरििहि उपग्रहों का एक उदाहिण है । ❖ खगोलीय उपग्रह / एस्ट् ोिॉनमकल सेटेलाइट– ऐसे उपग्रह जो पृथ्वी की कक्षा में चक्कि लगाते हैं , पिं तु यह ब्रह्ां ड के निकास, तािों के निमाष ण तथा अन्य ब्रह्ां ड के िहस्ों के बािे में जािकािी दे ते है , खगोलीय उपग्रह कहलाते हैं । ❖ भाित का एकमाि खगोलीय उपग्रह एस्ट् ोसेट (ASTROSAT) है । 

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