यह लड़ाई विचारधारा की है, जिन्हें चमचे नहीं समझ सकते हैं। वे कभी कांग्रेस में तो कभी भाजपा में चमचागिरी कर सकते हैं लेकिन मान्यवर साहब के बताए राजनीतिक सत्ता की 'गुरु किल्ली' अपने... यह लड़ाई विचारधारा की है, जिन्हें चमचे नहीं समझ सकते हैं। वे कभी कांग्रेस में तो कभी भाजपा में चमचागिरी कर सकते हैं लेकिन मान्यवर साहब के बताए राजनीतिक सत्ता की 'गुरु किल्ली' अपने हाथ में नहीं ले सकते हैं। ऐसे चमचे दुकड़े जाएंगे, फिर भी इन्हीं दलों की चमचागिरी करेंगे। लेकिन साथियों, आपको ऐसे चमचों से सावधान रहना है। बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर जी का मिशन उनका आत्मसम्मान व स्वाभिमान मूवमेंट ना कभी रुकना है और ना कभी रूकेगा। हमारे पूर्वज ना कभी सामंतवादियों से डरें, ना कांग्रेस की सरकार से डरें हैं ना साम्प्रदायिक भाजपा से डरेंगे।
Understand the Problem
यह प्रश्न किसी राजनीतिक विचारधारा के बारे में है, जिसमें टिप्पणी की गई है कि कुछ दलों में चमचागिरी की गई है और एक शख्स का संदेश दिया गया है कि लोगों को सावधान रहना चाहिए।
Answer
विचारधारा संघर्ष और स्थिरता की बात, अम्बेडकरवाद का उल्लेख।
यह उद्धरण एक विचारधारा संघर्ष की ओर संकेत करता है, जिसमें राजनीतिक दल बदलने वाले लोग शामिल हैं। ये व्यक्ति प्रभावशाली नेताओं के विचारों का अनुसरण करने में असमर्थ होते हैं। बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के मिशन का उल्लेख भी किया गया है कि यह आत्मसम्मान आंदोलन रुकने वाला नहीं है।
Answer for screen readers
यह उद्धरण एक विचारधारा संघर्ष की ओर संकेत करता है, जिसमें राजनीतिक दल बदलने वाले लोग शामिल हैं। ये व्यक्ति प्रभावशाली नेताओं के विचारों का अनुसरण करने में असमर्थ होते हैं। बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के मिशन का उल्लेख भी किया गया है कि यह आत्मसम्मान आंदोलन रुकने वाला नहीं है।
More Information
यह उद्धरण कांशीराम और अम्बेडकरवाद की विचारधारा को समर्थन देने के संदेश के रूप में लिया जा सकता है।
Tips
इस तरह की विचारधारा को समझने में असमर्थ रहने वाले व्यक्तियों पर भरोसा करना सही नहीं होता।
Sources
- Akash Anand - संविधान हमारी पहचान, आरक्षण हमारी आजादी - m.facebook.com
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