स्वतंत्रता के बाद भारत में रियासतों के विलय के बारे में संक्षेप में व्याख्या कीजिए। भारत विभाजन के क्या कारण थे? क्या इससे बचा जा सकता था? साम्प्रदायिकता की व्याख्या कीजिए। पाकिस्त... स्वतंत्रता के बाद भारत में रियासतों के विलय के बारे में संक्षेप में व्याख्या कीजिए। भारत विभाजन के क्या कारण थे? क्या इससे बचा जा सकता था? साम्प्रदायिकता की व्याख्या कीजिए। पाकिस्तान की मांग के क्या कारण थे?
Understand the Problem
यह प्रश्न भारत के स्वतंत्रता के बाद राज्यों के विलय, भारत के विभाजन के कारण, और पाकिस्तान की मांग के कारणों पर संक्षिप्त विवरण देने के लिए पूछ रहा है। यह ऐतिहासिक घटनाओं की जांच करने के लिए एकत्रित किया गया है।
Answer
भारत में रियासतों का एकीकरण सरदार पटेल के प्रयासों से, विभाजन सांप्रदायिक तनाव और ब्रिटिश नीतियों के कारण, और पाकिस्तान की मांग धार्मिक पहचान पर आधारित थी।
स्वतंत्रता के बाद भारत में 562 रियासतों का भारत या पाकिस्तान में विलय हुआ, जिसमें सरदार पटेल की महत्वपूर्ण भूमिका रही। भारत विघटन के लिए सांप्रदायिक तनाव और ब्रिटिश नीतियाँ जिम्मेदार थे। पाकिस्तान की मांग धार्मिक पहचान के आधार पर हुई थी।
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स्वतंत्रता के बाद भारत में 562 रियासतों का भारत या पाकिस्तान में विलय हुआ, जिसमें सरदार पटेल की महत्वपूर्ण भूमिका रही। भारत विघटन के लिए सांप्रदायिक तनाव और ब्रिटिश नीतियाँ जिम्मेदार थे। पाकिस्तान की मांग धार्मिक पहचान के आधार पर हुई थी।
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सरदार पटेल ने 'लौह पुरुष' के रूप में दृढ़ संकल्प लेकर देशी राज्यों के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विभाजन से हुई हिंसा में करीब 10 लाख लोग मारे गए।
Tips
विभाजन के राजनैतिक और सामाजिक कारणों को नज़रअंदाज ना करें। सांप्रदायिकता को केवल धार्मिक समस्या नहीं, बल्कि राजनैतिक रणनीति के तौर पर भी समझें।
Sources
- भारत का विभाजन - विकिपीडिया - hi.wikipedia.org
- स्वतंत्रता के पश्चात देशी राज्यों (रियासतों) का एकीकरण - Drishti IAS - drishtiias.com
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