मानचित्र में दर्शाए गए भौगोलिक निर्देशांकों का उपयोग कैसे किया जाता है? मानचित्र में दर्शाए गए भौगोलिक निर्देशांकों का उपयोग कैसे किया जाता है?
Understand the Problem
यह सवाल एक मानचित्र की तस्वीर प्रस्तुत कर रहा है, जिसमें भौगोलिक निर्देशांकों और स्थानों को दर्शाया गया है। उपयोगकर्ता ये जानना चाहता है कि इस प्रकार के मानचित्र का उपयोग कैसे किया जाता है या इससे जुड़ी किसी जानकारी की आवश्यकता है।
Answer
भौगोलिक निर्देशांक से स्थान की सटीक पहचान होती है।
मानचित्र में भौगोलिक निर्देशांक अक्षांश और देशांतर के रूप में होते हैं, जिनका उपयोग किसी स्थान की स्थिति को निर्दिष्ट करने हेतु किया जाता है। ये प्रणाली पृथ्वी पर किसी भी स्थान की सटीक पहचान को सुनिश्चित करती है।
Answer for screen readers
मानचित्र में भौगोलिक निर्देशांक अक्षांश और देशांतर के रूप में होते हैं, जिनका उपयोग किसी स्थान की स्थिति को निर्दिष्ट करने हेतु किया जाता है। ये प्रणाली पृथ्वी पर किसी भी स्थान की सटीक पहचान को सुनिश्चित करती है।
More Information
यह प्रणाली नेविगेशन और भौगोलिक मानचित्रण में अत्यंत महत्वपूर्ण होती है, जिससे स्थानिक अवलोकन में सहूलियत होती है।
Tips
अक्षांश और देशांतर को उल्टा न पढ़ें; अक्षांश -90° से 90° तक और देशांतर -180° से 180° तक होते हैं।
Sources
- भूगोलीय निर्देशांक प्रणाली - विकिपीडिया - hi.wikipedia.org
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