Uttarakhand Gk Complete Notes PDF

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This document is a set of Uttarakhand GK complete notes. It covers various topics, including administrative structure, geography, and culture. The notes are likely meant for exam preparation. This document has lectures on diverse Uttarakhand topics.

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Uttarakhand Gk Complete Notes दोस्तों बहुत से अभ्यर्थियों कू म ग ां थी कक Jardhari Classes YouTube Channel द्व र जो Class चल ई गयी है उसके नोट् स कू ई-बुक प्र प्त करव ई ज ए। अब आपके ललये यह E-...

Uttarakhand Gk Complete Notes दोस्तों बहुत से अभ्यर्थियों कू म ग ां थी कक Jardhari Classes YouTube Channel द्व र जो Class चल ई गयी है उसके नोट् स कू ई-बुक प्र प्त करव ई ज ए। अब आपके ललये यह E-Book उपलब्ध हो चुकू है। ‚आपकू सुकवध नुस र आग मी प्रकतयोगी पररक्ष ओं को ध्य न में रखते हुए, इस E-Book क कनम ाण ककय गय है। इस ककत ब में आँकड़ो एवां तथ्यों को प्रस्तुत करने में पूरी स वध नी बरती गई है, किर भी ककसी प्रक र कू म नवीकृत त्रुटट होने पर आप हमें E-mail कर सकते हैं।‚ इसके स थ ही इस E-Book के ब रे में अपन Rivew दे ने के ललए आप हमें [email protected] पर E - Mail कर सकते हैं। Jardhari Classes Page 1 Uttarakhand Gk Complete Notes Copyright © JARDHARICLASSES.COM All rights reserved. No portion of this book may be reproduced in any form without permission from the publisher, except as permitted by copyright Act. Contact Us: Email:- [email protected] Website:- www.jardhariclasses.com Jardhari Classes Page 2 Uttarakhand Gk Complete Notes Uttarakhand Gk Complete Notes Lecture Topic Pages Lecture-1 उत्तर खांड र जनीकतक प्रश सकनक ढ च ां 4–6 Lecture-2 उत्तर खांड क भौगोललक कवस्त र व सरांचन 7-12 Lecture-3 उत्तर खांड कू जलव यु व प्र कृकतक आपद एां 13-15 Lecture-4 उत्तर खांड नदी तांत्र 16-24 Lecture-5 उत्तर खांड के दरे, ग्लेलशयर, बुग्य ल 25-31 Lecture-6 उत्तर खांड कू प्रमुख झील/त ल 32-37 Lecture-7 उत्तर खांड वन, वन सांस्थ न , वन अधधकनयम, वन नीकत 38-39 Lecture-8 उत्तर खांड वन्य जीव एवां सांरक्षण 40-42 Lecture-9 उत्तर खांड धमट्टी, कृकष, पशुप लन एवां ससिच ई 43-44 Lecture-10 उत्तर खांड - स स्ां कृकतक तत्व 45-48 Lecture-11 उत्तर खांड स स्ां कृकतक तत्व - प्रमुख त्योह र व मेले 49-51 Lecture-12 उत्तर खांड - क्षेत्रीय लसनेम ,व द्य यांत्र,प रम्पररक पररध न 52-54 Lecture-13 उत्तर खांड जनगणन 2011 55-57 Lecture-14 अनुसधू चत ज कत एवां जनज कत 58-59 Lecture-15 उत्तर खांड कू प्रमुख जनज कत 60-65 Lecture-16 उत्तर खांड पररवहन तांत्र 66-67 Lecture-17 उत्तर खांड : ऊज ा सांस धन 68-70 Lecture-18 उत्तर खांड : आर्थिक परररॅश्य 71-72 Lecture-19 उत्तर खांड: लशक्ष , लशक्षण योजन एां, प्रमुख लशक्षण सांस्थ न 73-75 Lecture-20 उत्तर खांड कू प्रमुख बोली भ ष व स कहत्य 76-77 Lecture-21 उत्तर खांड में स्स्थत प्रमुख र ष्ट्रीय सांस्थ न 78-81 Lecture-22 उत्तर खांड में स्स्थत प्रमुख र ज्य स्तरीय सांस्थ न 82-84 Lecture-23 उत्तर खांड प्रमुख - ब्यलित्व (कवभूकतय ँ ) 85-89 Lecture-24 उत्तर खांड के प्रमुख पय व ा रण प्रेमी 90-91 Lecture-25 उत्तर खांड कू प्रलसद्ध मकहल एां ` 92-93 Lecture-26 उत्तर खांड : कवज्ञ न प्रौद्योकगकू 94-96 Lecture-27 उत्तर खांड सौया परम्पर 97 Lecture-28 उत्तर खांड प्रमुख खेल व खखल ड़ी 98-103 Lecture-29 स हलसक खेल 104-105 Jardhari Classes Page 3 Uttarakhand Gk Complete Notes Lecture- 1 उत्तर खांड र जनीकतक प्रश सकनक ढ च ां उत्तरप्रदे श पुनगानन कवधेयक 2000- रॄसरी कनव धा चत कवध नसभ - लोकसभ में पररत - 1 अगस्त 2000 मुख्यमांत्री - B C खांडूरी, रमेश र ज्यसभ में प ररत - 10 अगस्त 2000 पोखररय ल कनशांक र ष्ट्रपकत कू मांजरू ी - 28 अगस्त 2000 कवध नसभ अध्यक्ष - हरबांश कपूर उत्तर च ां ल क गनन - 9 nov 2000 कवध नसभ उप ध्यक्ष - कवजय बड़थ्व ल अांतररम कवध नसभ क गनन नेत प्रकतपक्ष – हरक ससिह र वत अांतररम कवध नसभ - 9 नवांबर 2000 - 14 िरवरी 2002 तृतीय कनव धा चत कवध नसभ कवध नसभ सदस्य – 30 मुख्यमांत्री - कवजय बहुगुण , हरीश प्रथम मुख्यमांत्री - कनत्य नांद स्व मी र वत कवध नसभ अध्यक्ष - प्रक श पांत कवध नसभ अध्यक्ष – गोवविद ससिह र ज्यप ल - सुरजीत ससिह बरन ल कुांजव ल कवध नसभ उप ध्यक्ष – अनुसूइय कवध नसभ कनव च ा न प्रस द मैखुरी प्रथम कनव धा चत कवध नसभ - मुख्यमांत्री - न र यण दत्त कतव री चतुथा कनव धा चत कवध नसभ - कवध नसभ अध्यक्ष - यशप ल आया मुख्यमांत्री - कत्रवेंद्र र वत, तीरथ र वत, कवध नसभ उप ध्यक्ष – ररि पुस्कर ध मी नेत प्रकतपक्ष – भगत ससिह कोश्य री कवध नसभ अध्यक्ष - प्रेमचांद अग्रव ल कवध नसभ उप ध्यक्ष - रघुन थ चौह न Jardhari Classes Page 4 Uttarakhand Gk Complete Notes न्य यप ललक  उत्तर खांड उच्च न्य य लयय स्थ पन - 9 नवांबर 2000  स्स्थत – नैनीत ल  प्रथम मुख्य न्य यधीश - न्य यमूर्ति अशोक अभयांकर दे श ई  रॄसरे मुख्य न्य यधीश - सरोश होमी कप धड़य  तृतीय मुख्य न्य यधीश - कवक स श्रीधर लसरपुरकर  11वें मुख्य न्य य धीश - न्य यमूर्ति र घवेंद्र चौह न  वताम न - न्य यमूर्ति कवकपन स ांघी र ज्य प्रतीक धचन्ह र ज्य धचन्ह  उत्तर खांड र ज्य धचन्ह में उत्तर खांड के र ज्य वृक्ष भोगोललक स्वरूप कू  र ज्य वृक्ष- बुर ांश झलक टदखती है  वैज्ञ कनक न म - रोडोडेंड्रॉन  तीन पवात चोटी अरबोररयम  मध्य व ली चोटी में अशोक लल ट  कुल – एररकेसई जजसके नीचे सत्यमेव जयते ललख हुआ  िूल लगने क समय – िरवरी – अप्रैल है  नीचे गांग कू च र लहरों को प्रदर्शित ककय गय है र ज्य पक्षी  र ज्य पक्षी – मोन ल र ज्य पुष्प  वैज्ञ कनक न म - लोिोिोरस  र ज्य पुष्प- ब्रह्मकमल इांपीइजेनस  वैज्ञ कनक न म -  कप्रय भोजन – आलू सोसुररय अबवेलेट  यह घोसल नही बन त है  कुल - एसटे रसी कुल  स्थ नीय न म- कौल पद्म  उत्तर खांड में कुल प्रज कतय ँ - 24 Jardhari Classes Page 5 Uttarakhand Gk Complete Notes र ज्य पशु र ज्य कततली  र ज्य पशु- कस्तूरी मृग  र ज्य कततली - कॉमन पीकॉक  वैज्ञ कनक न म - म स्कस क इसोग स्टर  वैज्ञ कनक न म- पैकपललयो  औसत आयु –20 वषा ब इनर  कस्तूरी मृग सांरक्षण -  कॉमन पीकॉक को 07  1972 - कस्तूरी मृग नवांबर 2016 को र ज्य कवह र कततली घोकषत ककय गय  1977 - महूरगढ़ी कस्तूरी मृग  यह कततली अपन जीवन य पन अनुसांध न सांस्थ न कतमूर(टटमरु) के पेड़ पर करती है  1982 - कस्तूरी मृग प्रजनन व सरांक्षण  1996 में इसन भ रत वषा कू सबसे केंद्र सुांदर कततली के रूप में ललम्क बुक में  1986 - अस्कोट अभ्य रण्य पन ररक ॅडा कर य । https://youtube.com/c/JARDHARICLASSES JARDHARI CLASSES उत्तर खांड कू परीक्ष ओं कू तैय री हेतु जुड़ें हम रे स थ हम रे YouTube Channel – Jardhari Classes के स थ कनशुल्क कोसा -Uttarakhand Gk,Indian GK, कहन्दी, रीजवनिग ,सम्पूणा कोसा Jardhari Classes Page 6 Uttarakhand Gk Complete Notes Lecture- 2 उत्तर खांड क भौगोललक कवस्त र व सरांचन उत्तर खांड क भौगोललक कवस्त र व सरांचन उत्तरी अक्ष श ां (North latitude- 28º43' से 31º27' पूवी दे श त ां र(East longitude) - 77º34' से 81º02' आक र - आयत क र पूवा से पश्चिम तक र ज्य कू लांब ई- 358 Km उत्तर से दश्चक्षण तक र ज्य कू चौड़ ई - 320 Km उत्तर खांड क क्षेत्रिल - 53,483 वगा ककमी पवातीय क्षेत्रिल - 86.07%(46035 वगा ककमी) मैद नी भ ग - 13.93%(7448 वगा ककमी) उत्तर खांड र ज्य भ रत के कुल क्षेत्रिल क 1.69% है उत्तर खांड र ज्य कू सीम एां उत्तर कहम चल चीन उत्तरक शी (कतब्बत) प्रदे श चमोली टटहरी पश्चिम कपथोर गढ़ पूवा पौड़ी ब गेश्वर हररद्व र गढ़व ल अल्मोड़ नेप ल नैनीत ल चांप वत Jardhari Classes दश्चक्षण Page 7 Uttarakhand Gk Complete Notes उत्तर खांड क भोगोललक कवभ जन उत्तर कहम चल चीन प्रदे श उत्तरक शी (कतब्बत) चमोली पश्चिम टटहरी Jardhari Classes कपथोर गढ़ पौड़ी ब गेश्वर हररद्व र गढ़व ल अल्मोड़ नेप ल नैनीत ल चांप वत 8 भौगोललक क्षेत्र- 1.ट् ांस कहम लयी क्षेत्र 2.वृहत य उच्च कहम लयी क्षेत्र 3.लघु य मध्य कहम लय क्षेत्र दश्चक्षण 4.रॄन(द्व र) क्षेत्र 5.लशव ललक क्षेत्र 6.भ बर क्षेत्र 7.तर ई क्षेत्र 8.गांग क मैद नी क्षेत्र Jardhari Classes Page 8 Uttarakhand Gk Complete Notes उत्तर खांड क भोगोललक कवभ जन.1ट् स ां कहम लय  ट् ांस क अथा– के प र , अथ ात ‘ कहम लय के प र स्स्थत भू – भ ग ‘  चौड़ ई- 20 से 30 km  औसतन ऊांच ई- 2500-3500m  इस क्षेत्र में मुख्यतः तीन जजले आते है- उत्तरक शी, चमोली व कपथौर गढ़  ट् ांस कहम लय व मह न कहम लय के बीच ि ल्ट ल इन - "इांडो स ांगको भ्रांश"  इस क्षेत्र कू पवात श्रेश्चणयों को" जैंक्सर श्रेणी" कहते हैं  उत्तर खांड के अधधक ांश दरे इसी क्षेत्र में स्स्थत हैं.2वृहत य उच्च कहम लयी क्षेत्र य मुख्य कहम लय क्षेत्र-  चौड़ ई- 15-30 km  औसतन ऊांच ई-4500-7817m  इस क्षेत्र कू सबसे ऊांची पवात श्रखांल - नन्द दे वी पश्चिमी(7817m)  यह क्षेत्र उत्तर खांड के 6 जजलों में िैल हुआ है- उत्तरक शी, चमोली, टटहरी,रुद्रप्रय ग, ब गेश्वर व कपथोर गढ़  इस क्षेत्र ने कवश ल कहमनद(ग्लेलशयर) प ये ज ते हैं-गांगोत्री, वपिड री, धमलम ग्लेलशयर  कवश्व प्रलसद्ध िूलों कू घ टी इसी क्षेत्र में हैं  वृहत कहम लय व लघु कहम लय को अलग करने व ली िॉल्ट ल इन - Main central thrust(MCP)( मुख्य केंद्रीय भ्रांश)  यह ां के मूल कनव सी भोटटय लोग ग्रीष्मक लीन में इस क्षेत्र में जो,गेंहू, मक्क आटद कू खेती करते हैं के सभी नोट् स व Jardhari Classes -Note – पर सचा करें Google के ललये BOOK-E Jardhariclasses.in Jardhari Classes Page 9 Uttarakhand Gk Complete Notes.3लघु य मध्य कहम लयी क्षेत्र  इस क्षेत्र को कहमांचल य कहम क आांचल भी कह ज त है  यह क्षेत्र दे हर रॄन, उत्तरक शी, पौड़ी, टटहरी, रुद्रप्रय ग, चमोली, नैकनत ल, अल्मोड़ , चम्प वत आटद 9 जजलों तक कवस्त ररत है  चौड़ ई-70 से 100 km  औसतन ऊांच ई 1200 से 4500 मीटर  लघु कहम लय व लशव ललक क्षेत्र अलग करने व ली ि ल्ट ल इन - Maine boundary thrust(MBT मुख्य सीम भ्रांश)  इस क्षेत्र में त ांब , ग्रेि इट, जजप्सम, मैग्नेस इट आटद खकनज प ये ज ते हैं  इस कहम लयी क्षेत्र से सरयू, र मगांग , लधधय , नय र आटद नटदय ां कनकलती हैं  इस क्षेत्र के दश्चक्षणी भ ग में अनेक त ल प ये ज ते हैं-नोकुधिय त ल, स तत ल, भीमत ल, खुरप त ल, पून त ल,आटद  मध्य कहम लयी क्षेत्र कू पवात श्रेश्चणयों कू ढ लों पर िोटे -िोटे घ स के मैद न प ये ज ते हैं जजन्हें बुग्य ल व पय र कह ज त है  इस क्षेत्र कू घ टटयों में ध न, ज्व र, मक्क , गेंहू आटद कू खेती कू ज ती है  इस क्षेत्र क लगभग 45-60% भ ग वन च्ि टदत है  इस क्षेत्र में शीतोष्ण कटटबांधीय प्रक र के कोणध री सघन वन प ये ज ते हैं जजनमें चीड़, िर, दे वद र, स ल, प्रमुख हैं उत्तर खांड क प मीर यह श्रखांल लघु कहम लय क्षेत्र के अांतगात आती है स्स्थत - चमोली, पौड़ी व अल्मोड़ यह ँ से 5 नटदयों क उदगम होत है- पश्चिमी र मगांग , पश्चिमी नय र, पूवी नय र, आट ग ड़ तथ वूनों इसी श्रखांल में कोटदय बगड़ में वीर चांद्र ससिह गढ़व ली कू सम धध स्स्थत है गैरसैण(चमोली) इसी क्षेत्र में है Jardhari Classes Page 10 Uttarakhand Gk Complete Notes प्रमुख पवात लशखर मुख्य कहम लय के प्रमुख पवात लशखर मध्य कहम लय कू प्रमुख श्रेश्चणय ां चमोली जजले में स्स्थत पवात लशखर- 1.द्रोण कगरी - चमोली लशखर ऊांच ई मीटर में 2.सुरकण्ड - टटहरी नन्द दे वी 7,817 उत्तरक शी जजले में स्स्थत 3.चांद्रबदनी - टटहरी क मेट 7756 पवात लशखर- 4.र नीखेत - अल्मोड़ मण 7,272 भ गीरथी 6856 बटद्रन थ 7,140 5.ल लटटब्ब - मसूरी श्रीकांन 6728 चौखम्ब 7,138 गांगोत्री 6672 6.दे ववन - दे हर रॄन(चकर त ) कत्रशूल 7,120 यमुनोत्री 6400 7.रॄध तोली - चमोली, पौड़ी व सांतोपथ 7,084 बांदरपूांि 6320 अल्मोड़ द्रोण कगरी 7066 गांधम दन 6984 चमोली व कपथौर गढ़ में स्स्थत क लोंक 6931 पवात लशखर- ह थीपवात 6727 नन्द दे वी पूवी 7434 दे वस्थ न 6,678 नांद कोट 6861 नन्द ख ट 6674 गुन्नी 6180 नीलकांन 6597 नांद घुँघटट 6309 चमोली-उत्तरक शी में स्स्थत गौरी 6250 पवात लशखर- न र यण पवात 5965 केद रन थ 6968 नरपवात 5831 स्वग ारोहनी 6252 जैलांग 5871 4.रॄनक्षेत्र (द्व र)  चौड़ ई - 24-32 Km  ऊांच ई - 350 से 750 m  पश्चिम भ ग - "रॄन"  पूवी भ ग - "द्व र"  इस क्षेत्र में दे हर रॄन, कोन री व चोखम(पौड़ी) ,कोट (नैनीत ल) आटद र ज्य के प्रमुख क्षेत्र आते हैं  इस क्षेत्र में 75 km लम्ब व 24 से 32 km चोड़ दे हर रॄन सबसे प्रलसद्ध क्षेत्र है  इस क्षेत्र में म नव जनघनत्व अधधक प य ज त है Jardhari Classes Page 11 Uttarakhand Gk Complete Notes 5.लशव ललक क्षेत्र 7.तर ई क्षेत्र-  इस क्षेत्र को ब ह्य कहम लय य कहम लय  कवस्त र- 20-30 KM क प द भी कह ज त है  उत्प टदत िसलें- अधधक वष ा होने के  चौड़ ई- 10-50KM क रण अधधक प नी च हने व ली  ऊांच ई- 700 से 1200 मीटर िसलों क उत्प दन अधधक होत है  लशव ललक क्षेत्र व भ बर क्षेत्र को अलग जैस-े ध न, गन्न करने व ली ि ल्ट ल इन- HFF-  इस क्षेत्र में प त लतोड़ कुएँ प ये ज ते himalayan frunt galt(कहम लयन हैं अग्र सीम )  यह क्षेत्र कहम लय क सबसे नवीन भ ग है 8.गांग क मैद नी क्षेत्र-  इस श्रेणी के नवीन होने के क रण इसमें  यह क्षेत्र गांग के समतल मैद नी क्षेत्र क जीव श्म धमलते हैं कहस्स है।  औसत व र्षिक वष -ा 200 से 250 cm  इस क्षेत्र में दो प्रक र कू धमट्टी प यी  इस क्षेत्र के अांतगात दश्चक्षणी ज ती है- दे हर रॄन,दश्चक्षण उतरी हररद्व र, दश्चक्षण  1.ब ांगर- पुर नी जलोढ़ धमट्टी टटहरी, मध्यवती पौड़ी, दश्चक्षण  2.ख दर-नवीन जलोढ़ धमट्टी अल्मोड़ , मध्यवती नैनीत ल व दश्चक्षण  इस क्षेत्र में होने व ली िसलें- चम्प वत आटद 7 जजले आते हैं आते हैं ध न,गेंहू,गन्न आटद  इस क्षेत्र में दश्चक्षणी हररद्व र क 6.भ बर क्षेत्र- अधधक ांश भ ग,लक्सर,रुड़कू आटद  इस क्षेत्र कू भूधम उबड़-ख बड़ व मोटे - इसी क्षेत्र में आते हैं। मोटे कांकड़, धमट्टी ब लू युि है  चौड़ ई- 10-12 KM  यह क्षेत्र कृकष के ललये अनुपयुि है Jardhari Classes Page 12 Uttarakhand Gk Complete Notes Lecture- 3 उत्तर खांड कू जलव यु व प्र कृकतक आपद एां उत्तर खांड कू जलव यु क अध्ययन तीन भ गों में ककय ज त है- 1.ग्रीष्म ऋतु 2.वष ा ऋतु 3.शीत ऋतु 1.ग्रीष्म ऋतु  उत्तर खांड में ग्रीष्म ऋतु को रूड़ी य खरस ऊ कह ज त है  ग्रीष्म ऋतु क प्रभ व म चा से जून तक रहत है  सबसे अधधक गमा महीन जून के होत है  मैद नी क्षेत्रों कू अपेक्ष त पम न कम रहत है व कहम लय कू चोटटय ां सदै व कहम च्ि टदत रहती हैं  ग्रीष्म ऋतु में मह न कहम लय क्षेत्र क त पम न सबसे कम रहत है  लशव ललक क्षेत्र क त पम न- 29.4 से 38 धडग्री सेंटीग्रेट रहत है  दे हर रॄन क त पम न - 30 से 35 धडग्री सेंटीग्रेट 2.वष ा ऋतु उत्तर खांड में वष ा ऋतु को बसग्य ल य चौम स कह ज त है वष ा ऋतु मध्य जून से अक्टू बर तक रहती है उत्तर खांड वष ा ऋतु में दो म नसून आते हैं- 1.दश्चक्षणी-पश्चिमी म नसून 2.बांग ल कू ख ड़ी म नसून र ज्य में अधधक ांश वष ा बांग ल कू ख ड़ी व ले म नसून से होती है र ज्य में औसतन व र्षिक वष ा- 150-200 Cm र ज्य के प्रमुख क्षेत्रों में व र्षिक वष ा क औसत- 1.वृहत कहम लयी क्षेत्र में व उत्तरी क्षेत्र में- 40-80 Cm 2.मध्य कहम लयी क्षेत्र- 80-120 Cm 3.रॄन/द्व र व मध्य कहम लय के दश्चक्षण में- 120-200 Cm Jardhari Classes Page 13 Uttarakhand Gk Complete Notes 4.लशव ललक, भ बर व तर ई क्षेत्र में- 200 Cm उत्तर खांड में पूवा से पश्चिम व दश्चक्षण से उत्तर को और बढ़ने पर वष ा कू म त्र घटती ज ती है उत्तर खांड में सव ाधधक वष ा होती है- नरेंद्र नगर(318Cm) 3.शीत ऋतु  शीत ऋतु को स्थ नीय भ ष में स्युन्द व लशतकल के न म से भी ज न ज त है  शीत ऋतु र ज्य में मध्य अक्टू बर से मध्य म चा तक रहती है  र ज्य क सबसे नां ड म ह जनवरी है  र ज्य में सव ाधधक शीतक लीन वष ा- टटहरी, पौड़ी,अल्मोड़ , दे हर रॄन आटद जजलों में होती है उत्तर खांड प्र कृकतक आपद एां  भूकम्प  भूस्खलन  अकतवृकि  कहमस्खलन  ब दल िटन  बढ़ भूकांप  भ रत को भूकांप कू तीव्रत कू रॅकि से 5 जोन में ब ांट गय है  जोन 1 न्यूनतम प्रभ वी क्षेत्र 5 से कम तीव्रत  जोन 2 न्यून प्रभ वी क्षेत्र 5 - 6 तीव्रत  जोन 3 मध्य प्रभ वी क्षेत्र 6 -7 तीव्रत  जोन 4 अधधक प्रभ वी क्षेत्र 7 - 8 तीव्रत  जोन 5 अधधकतम प्रभ वी क्षेत्र 9 से अधधक Jardhari Classes Page 14 Uttarakhand Gk Complete Notes भूकांप जोन में उत्तर खांड के जनपद - जोन 4 में स्स्थत जजले - दे हर रॄन, टटहरी, उत्तरक शी, नैनीत ल, ऊधम ससिह नगर जोन 5 में स्स्थत जजले - चमोली, रुद्रप्रय ग, अल्मोड़ , ब गेश्वर, कपथौर गढ़, चम्प वत उत्तर खांड र ज्य के प्रमुख भूकांप – वषा स्थ न ररक्टर स्केल 22 मई 1803 उत्तरक शी 6.0 स्केल 1 लसतम्बर 1803 बद्रीन थ 9.0 म चा 1809 गढ़व ल 8.0 28 मई 1816 गांगोत्री 7.0 28 अक्टू बर 1916 कपथौर गढ़ 7.5 भूस्खलन  म लप भूस्खलन -  18 अगस्त 1998  स्थ न - कपथौर गढ़ के म लप ग ांव में र ज्य कू सबसे बड़ी आपद केद रन थ आपद –  कतलथ - 16 - 17 जून 2013  क रण - अकतवृकि व ब दल िटने के क रण  केद रन थ के ऊपर चोर ब ड़ी ग्लेलशयर टू टने के क रण चोर ब ड़ी त ल टू ट गय व मांद ककनी नदी घ टी में भ री तब ही हुई  बच व क या - सेन द्व र बच व क या हेतु ऑपरेशन सूया हॉप चल य गय चमोली कहमस्खलन 2021  कतलथ - 7 िरवरी 2021  नदी – ऋकषगांग  क रण – कहमस्खलन Jardhari Classes Page 15 Uttarakhand Gk Complete Notes Lecture- 4 उत्तर खांड नदी तांत्र (Uttarakhand River System) उत्तर खांड में नटदयों को तीन तांत्रों में ब ांट गय है- 1.गांग नदी तांत्र 2.यमुन नदी तांत्र 3.क ली नदी तांत्र यमुन नदी तांत्र  उद्गम स्थल- उत्तरक शी के बांदरपूांि पवात के दश्चक्षण-पश्चिम भ ग में स्स्थत यमुनोत्री क ांन न मक स्थ न से यमुन नदी कनकलती है।  उत्तर खांड में यमुन नदी कू लांब ई- 136Km.  उद्गम स्थल से प्रय ग तक(यमुन गांग से धमल ज ती है) यमुन नदी कू लांब ई-1384Km.  यमुन नदी कू खोज आलसत मुकन ने कू इसललये यमुन नदी को आलसत य आलसत नदी भी कह ज त है।  बांदरपूांि पवात क पौर श्चणक न म क सलिदी पवात रह इसललए क सलिदी पवात से कनकलने के क रण यमुन को क सलिदी नदी के न म से भी ज न ज त है।  पौर श्चणक ग्रन्थों में क सलिदी(यमुन ) को सूया पुत्री, शकन एवां यम कू बहन व कृष्ण कू पटर नी भी कह गय है।  यमुन नदी यमुनोत्री ध म से होकर प्रव ह करती है यमुनोत्री ध म में स्स्थत मांटदर क कनम ाण प्रत प श ह ने 1872-73 में कर य थ ।  यमुनोत्री से 16Km कू रॄरी पर सप्तऋकष कुण्ड स्स्थत है। Jardhari Classes Page 16 Uttarakhand Gk Complete Notes यमुन नदी कू सह यक नटदय ां 1.ऋकषगांग -  सूकपन व रूकपन नदी क सांगम उद्गम स्थल- बांदरपूांि ग्लेलशयर नैटव ड़(उत्तरक शी) में होत है और यमुन से सांगम- ज नकू यह ां से टोंस नदी के रूप में यह आगे चट्टी(खरस ली) बहती है कुि रॄरी तक टोंस नदी को तमस के न म से ज न ज त है। 2.हनुम न गांग -  नैटव ड़ में टोंस नदी पर 60 मेग व ट कू उद्गम स्थल- बांदरपूांि ग्लेलशयर नैटव ड़ जल कवधुत पररयोजन है। यमुन नदी से सांगम- हनुम न  टोंस नदी दे हर डू के क लसी न मक चट्टी(खरस ली) स्थ न पर यमुन नदी से धमल ज ती है। 3.कमलग ड- यह नदी नोग ांव में यमुन से धमल ज ती है 5.आसन नदी- उद्गम- दे हर रॄन के आसरोड़ी- दे हर म गा के पश्चिमी से 4.टोंस नदी- टोंस नदी यमुन कू सबसे प्रमुख यमुन से सांगम- र मपुर-मांडी(दे हर रॄन) सह यक नदी है जो कक यमुन नदी से ढ ई गुन नोट-आसन नदी सीधे यमुन से नहीं धमलती अधधक जल ल ती है बस्ल्क यमुन नदी पर कनर्मित शलि नहर में ज धमलती है टोंस नदी दो नटदयों से धमलकर बनी है- 1.सूकपन नदी- 6.कगरीगांग - यह कहम चल प्रदे श से कनकलकर उद्गम स्थल- उत्तरक शी स्स्थत स्वगारोहणी दे हर रॄन में यमुन नदी से धमल ज ती है ग्लेलशयर से यमुन नदी कू कुि अन्य सह यक नदी- 2.रूकपन नदी- यह कहम चल प्रदे श के डोडर बन ड़ग ड़, कृष्ण ग ड़, खुतनुग ड़, बरनीग ड़, क्व र क्षेत्र से कनलकलती है भद्रीग ड़, पूज्य रग ड़, मुगर ग ड़, गडोलीग ड़ दोस्तों बहुत से अभ्यर्थियों कू म ग ां थी कक Jardhari Classes YouTube Channel द्व र जो Class चल ई गयी है उसके नोट् स कू ई-बुक प्र प्त करव ई ज ए। अब आपके ललये यह E-Book उपलब्ध हो चुकू है। ‚आपकू सुकवध नुस र आग मी प्रकतयोगी पररक्ष ओं को ध्य न में रखते हुए, इस E-Book क कनम ाण ककय गय है। इस ककत ब में आँकड़ो एवां तथ्यों को प्रस्तुत करने में पूरी स वध नी बरती गई है, किर भी ककसी प्रक र कू म नवीकृत त्रुटट होने पर आप हमें E-mail कर सकते हैं।‚ इसके स थ ही इस E-Book के ब रे में अपन Rivew दे ने के ललए आप हमें [email protected] पर E - Mail कर सकते हैं। Jardhari Classes Page 17 Uttarakhand Gk Complete Notes गांग नदी तांत्र  गांग नदी भ रत कू सबसे लम्बी नदी है।  उत्तर खांड में गांग नदी को गांग के न म से दे वप्रय ग के ब द ज न ज त है।  दे वप्रय ग में भ गीरथी व अलकनांद क सांगम होत है जजसे आगे गांग के न म से ज न ज त है। गांग नदी तांत्र को तीन नदी उपतांत्रो में ब टां गय है- 1.भ गीरथी नदी तांत्र 2.अलकनांद नदी तांत्र 3.नय र नदी 1.भ गीरथी नदी उपतांत्र- भ गीरथी नदी गांग नदी तांत्र क प्रमुख उपतांत्र है । भ गीरथी नदी क उद्गम उत्तरक शी स्स्थत गांगोत्री कहमनद के गोमुख न मक स्थ न से होत है। गोमुख से दे वप्रय ग तक भ गीरथी नदी कू लांब ई 205 Km है भ गीरथी नदी गोमुख से लेकर दे वप्रय ग में पहुांचती है तो इस बीच इसमें कई िोटी-बड़ी सह यक नटदय ां धमल ज ती हैं भ गीरथी कू प्रमुख सह यक नटदय -ँ 1.रुद्रगांग :- उद्गम स्थल:- रुद्रगेर ग्लेलशयर भ गीरथी से सांगम:- गांगोत्री ध म के ऊपरी 4.लसय गांग:- स्थ न पर लसय गांग झ ल न मक स्थ न पर भ गीरथी में धमल ज ती है 2.केद रगांग :- उद्गम स्थल:- केद र त ल 5.असीमगांग :- भ गीरथी से सांगम:- गांगोत्री ध म के कनकट उद्गम:- डोंडीत ल गांगोत्री ध म क कनम ाण गोरख सूबद े र अमर भ गीरथी से सांगम- गांगोरी न मक स्थ न पर ससिह थ प ने करव य थ 5.श्चभलांगन नदी- 3.ज डगांग (ज न्हवी नदी)- उद्गम स्थल:- खतसलिग ग्लेलशयर(टटहरी) उद्गम स्थल:- थ ांगल दर ा भ गीरथी से सांगम- गणेश प्रय ग(पुर नी टटहरी) भ गीरथी से सांगम:- भैरोघ टी Jardhari Classes Page 18 Uttarakhand Gk Complete Notes श्चभलांगन नदी कू सह यक नटदय ां- श्चभलांगन कू प्रमुख सह यक नदी धमागांग व ब लगांग है भ गीरथी नदी गणेश प्रय ग से आगे बढ़ती हुई जो कक बूढ केद र में एक होकर आगे बढ़ती है दे वप्रय ग में अलकनांद से धमल ज ती है व घनस ली में श्चभलांगन नदी में धमल ज ती है के सभी नोट् स व Jardhari Classes -Note – पर सचा करें Google के ललये BOOK-E Jardhariclasses.in Jardhari Classes Page 19 Uttarakhand Gk Complete Notes 2.अलकनन्द नदी तांत्र- अलकनांद नदी को पौर श्चणक ग्रांथों में दे वनदी भी कह ज त है। अलकनांद क उदगम चमोलो जजले के उत्तरी भ ग में स्स्थत सांतोपथ कहमनद और सांतोपथ त ल(क्षीर स गर) से होत है। उद्गम स्थल से दे वप्रय ग तक अलकनन्द नदी कू लांब ई 195Km है अलकनांद कू प्रमुख सह यक नटदय ां 1.सरस्वती नदी- ऋकषगांग रैनी न मक स्थ न पर पश्चिमी उद्गम स्थल - दे वत ल झील से धौलीगांग से धमल ज ती है अलकनांद सेसग ां म - केशव प्रय ग में पांच प्रय गों मे कवष्णुप्रय ग एकम त्र ऐस प्रय ग सरस्वती नदी पर दो बड़े पत्थरों से कनर्मित भीम है जो कबन आब दी व ले क्षेत्र में स्स्थत है पुल है म न ज त है कक स्वगा ज ते समय भीम ने इस पुल को दो कवश ल लशल ओं द्व र बन य 5.कवरही गांग ,प त ल गांग व गरुड़ गांग :- ये गय । तीनों नटदय ां जोशीमन में अलकनांद में धमल ज ती है 2.ऋकषगांग - उद्गम स्थल- नीलकांन पवात 6.ब लखखल्य नदी- अलकनांद से सांगम- बटद्रन थ उद्गम स्थल- तुांगन थ, रुद्रन थ श्रेणी से सांतोपथ कहमनद से बटद्रन थ ध म तक सांगम- अलक पुरी में अलकनन्द से अलकनन्द कू लांब ई-20-22 Km ब लखखल्य नदी कू प्रमुख सह यक नदी- अमृत गांग 3.लक्ष्मण गांग /हेमगांग - उद्गम स्थल:- हेमकुांड ग्लेलशयर 7.नन्द ककनी- उद्गम - नांद घुँघटट कहमनद से अलकनांद से सांगम:- गोवविद घ ट सांगम:- नांदप्रय ग में अलकनांद से लक्ष्मण गांग 2 कू प्रमुख सह यक नदी प्रमुख सह यक नदी- चुपल ग ड,गोरी नदी, पुष्प वती है जो कक घ ांघररय न मक स्थ न पर मोल ग ड़ लक्ष्मण गांग से धमलती है 8.वपिडर नदी:- 4.पश्चिमी धौलीगांग :- उद्गम स्थल- कपण्ड री ग्लेलशयर(ब गेश्वर) उद्गम स्थल:- धोलोकगरी श्रेणी(नीकत दर ा) सांगम- कणाप्रय ग में अलकनांद से अलकनांद से सांगम:- कवष्णुप्रय ग कपण्डर नदी कू प्रमुख सह यक नटदय ां:- पश्चिमी धौलीगांग कू प्रमुख सह यक नटदय ां:- अट ग ड़,प्र णमती, ज्ञ नगांग , ऋकषगांग , गणेश गांग , कगरथी गांग कपण्डर नदी को कणागांग के न म से भी ज न ज त है Jardhari Classes Page 20 Uttarakhand Gk Complete Notes 9.मांद ककनी:- रुद्रप्रय ग से आगे चलकर अलकनांद नदी उद्गम- मन्दर चल श्रेणी(केद रन थ) य चोरब ड़ी दे वप्रय ग पहुांच ज ती है व भ गीरथी नदी में त ल(चोर ब ड़ी कहमनद से) धमल ज ती है यह ां से भ गीरथी(स स) व चोर ब ड़ी त ल को ग ांधी सरोवर के न म से भी अलकनांद (बहु) आगे गांग के न म से ज ती है ज न ज त है सांगम- रुद्रप्रय ग में अलकनन्द नदी से धमल उत्तर खांड के पांच प्रय ग ज ती है क्र०स प्रय ग नटदयों क सांगम ० मांद ककनी कू प्रमुख सह यक नदी- 1. कवष्णुप्रय ग अलकनन्द -पश्चिमी धोली गांग 1.मधुगग ां - 2. नांदप्रय ग अलकनन्द -नन्द ककनी उद्गम- मदमहेश्वर 3. कणाप्रय ग कपण्डर नदी- अलकनांद सांगम- क लीमन में मांद ककनी से 4. रुद्रप्रय ग अलकनांद -मांद ककनी 2.सोनगांग /व शुकू गांग - उद्गम- व शुकू त ल 5. दे वप्रय ग भ गीरथी- अलकनन्द सांगम- सोनप्रय ग में मांद ककनी से नोट- मांद ककनी नदी एकम त्र अलकनांद नदी कू ऐसी सह यक नदी है जो द यीं ओर से अलकनांद में धमलती है 3.नय र नदी उपतांत्र नय र नदी गांग नदी तांत्र कू प्रमुख सह यक नदी है जजसे न दगांग के न म से भी ज न ज त है उद्गम स्थल- रॄध तोली श्रेणी(पौड़ी) गांग से सांगम- पौड़ी के िूलचट्टी न मक स्थ न पर नय र नदी कू प्रमुख सह यक नटदय ां पूवी नय र- उद्गम स्थल- रॄध तोली श्रेणी के दश्चक्षणी पश्चिमी नय र- श्रेणी(जख्मोलीध र श्रेणी) से उद्गम- रॄध तोली श्रेणी के उत्तर-पश्चिमी ढ ल से मूल स्थ न पर पूवी नय र को स्युन्सी ग ड़ कहते पूवी नय र व पश्चिमी नय र सतपुली में धमल हैं ज ती है व आगे इसे नय र नदी के न म से ज न रृन ब जल कवधुत पररयोजन (बीरोंख ल) पूवी ज त है जो कक पौड़ी के िूलचट्टी न मक स्थ न नय र पर कनर्मित है पर गांग में धमल ज ती है Jardhari Classes Page 21 Uttarakhand Gk Complete Notes गांग नदी कू अन्य प्रमुख सह यक नदी 1.चांद्रभ ग - ब गेश्वर, अल्मोड़ , नैनीत ल व ऊ०लस०न० से उद्गम- चांदनव ड़ी होकर 168 Km बहने के पि त सुलत नपुर में सांगम- ऋकषकेश में गांग नदी से र मगांग से धमल ज ती है 2.सोंग नदी- 3.द बक नदी- उद्गम- सुरकण्ड (मसूरी श्रेणी) उद्गम- नैनीत ल जजले के गरमप नी न मक स्थ न सांगम- र यव ल में गांग नदी से से र ज्य से ब हर कनकलती है- गांग कू अन्य सह यक नदी जजनक उद्गम तो ब जपुर(ऊ०लस०न०) से उत्तर खांड के कवश्चभन्न स्थ नों से होत है लेककन गांग से सांगम र ज्य के ब हर होत है- 4.ब कर नदी- 1.पश्चिमी र मगांग - उद्गम- नैनीत ल उद्गम- रॄध तोली श्रेणी कू पूवी ढ ल से र ज्य से ब हर कनकलती है- र ज्य से ब हर कनकलती है-क ल गढ़(पौड़ी) से ख नपुर(ऊ०लस०न०) गांग में सांगम- उत्तर प्रदे श में कन्नौज के कनकट 5.गोल नदी- 2.कोसी नदी- उद्गम- नैनीत ल के पह ड़प नी से उद्गम- कौस नी(ब गेश्वर) नैनीत ल व ऊ०लस०न० में 102 Km बहने के ब द ककच्ि के प स र ज्य से ब हर कनकलती है क ली नदी तांत्र क ली नदी- क ली नदी कपथौर गढ़ में स्स्थत ललपुलेख दरे के कनकट क ल प नी(ब्य स आश्रम) से कनकलती है व भ रत-नेप ल क बॉडार बन ते हुए आगे बढ़ती है कपथौर गढ़ के ब द यह चम्प वत में प्रवेश करती है व टनकपुर में पहुांच ज ती है यह ां से इसे आगे श रद के न म से भी ज न ज त है यह ां से आगे बढ़ते हुए क ली नदी बनबस बैर ज में पहुांचती है यह ां से क ली नदी दो नहरों के रूप में कनकलती है- श रद नहर व मह क ली नहर उद्गम स्थल से बनबस बैर ज तक क ली नदी कू लांब ई-252Km क ली नदी उत्तर खांड कू सबसे लांबी नदी है क ली नदी को उत्तर खांड कू सबसे अपकवत्र नदी भी म न ज त है Jardhari Classes Page 22 Uttarakhand Gk Complete Notes क ली नदी कू सह यक नटदय ां 1.कुटनय ांगटी- यह क ली नदी कू प्रथम सह यक नदी है सरयू नदी कू सह यक नटदय ां- उद्गम- जैंक्सर श्रेणी के पश्चिमी ढ ल से 1.गोमती नदी- सांगम- गूांजी न मक स्थ न पर क ली नदी से उद्गम- डेबर श्रेणी(ब गेश्वर) सह यक नटदय -ां स गचुमन , थुमक ,कनरकुट सांगम- ब गेश्वर में सरयू नदी से 2.पूवी धौलीगांग - पूवी धौलीगांग दो श ख ओं 2.पन र नदी- के रूप में कनकलती है-ललस्सर व द रम इन उद्गम- अल्मोड़ के दश्चक्षणी भ ग से दोनों नदी क उद्गम गोव नखन कहमनद से होत सांगम- क ांकरीघ ट में सरयू नदी में है व तेज ांग(िोट कैल स) में सांगम करती है व आगे पूवी धौलीगांग के न म से ज नी ज ती है 3.पूवी र मगांग - पूवी धौलीगांग क क ली नदी में सांगम- उद्गगम-पेंटटग व न धमक कहमनद से खेल (तव घ ट) सांगम- र मेश्वर तीथा में सरयू नदी से पूवी धौलीगांग कू लांब ई- 91Km ल धधय नदी- यह उत्तर खांड में क ली नदी कू गौरीगांग - अांकतम सह यक नदी है उद्गम- धमलम ग्लेलशयर उदगम-अल्मोड़ व नैनीत ल के धमलन वबिरृ पे सांगम- जौलजीवी न मक स्थ न पर क ली नदी स्स्थत गज र न मक स्थ न से में सांगम-चुक (चम्प वत) में क ली नदी में धमल गौरीगांग दो नटदयों से धमलकर बनती है- गोरी व ज ती है र लम(शुनकल्प ) गौरीगांग के लम्ब ई- 104Km क ली नदी आगे बढ़ती हुई बनबस बैर ज सह यक नदी- रमलग ड़, मदक नी, गोनख ग ड़ पहुांचती है व इस बैर ज से क ली नदी दो श ख ओं में कनकलती है सरयू नदी- सरयू नदी क ली नदी कू सबसे बड़ी 1.श रद नहर- ऊ०लस०न० से होकर उत्तर सह यक नदी है जो कक सव ाधधक जल ल ती है प्रदे श पहुांच ज ती है उद्गम- ब गेश्वर के सरमूल(झुन्डी) न मक स्थ न 2.मह क ली नहर- यह नहर नेप ल कू और से कनकलती है सांगम- 146 Km प्रव कहत होने के ब द यह पांचेश्वर के कनकट क ली नदी से धमल ज ती है Jardhari Classes Page 23 Uttarakhand Gk Complete Notes दोस्तों बहुत से अभ्यर्थियों कू म ग ां थी कक Jardhari Classes YouTube Channel द्व र जो Class चल ई गयी है उसके नोट् स कू ई-बुक प्र प्त करव ई ज ए। अब आपके ललये यह E-Book उपलब्ध हो चुकू है। ‚आपकू सुकवध नुस र आग मी प्रकतयोगी पररक्ष ओं को ध्य न में रखते हुए, इस E- Book क कनम ण ा ककय गय है। इस ककत ब में आँकड़ो एवां तथ्यों को प्रस्तुत करने में पूरी स वध नी बरती गई है, किर भी ककसी प्रक र कू म नवीकृत त्रुटट होने पर आप हमें E-mail कर सकते हैं।‚ इसके स थ ही इस E-Book के ब रे में अपन Rivew दे ने के ललए आप हमें [email protected] पर E - Mail कर सकते हैं। Jardhari Classes Page 24 Uttarakhand Gk Complete Notes Lecture- 5 उत्तर खांड के दरे, ग्लेलशयर, बुग्य ल दरे ककसे कहते हैं- दो पह ड़ो य पवातों के बीच क प्र कृकतक म गा य प स दर ा कहल त है उत्तर खांड में ट् ांस कहम लय, वृहत कहम लय, मध्य कहम लय तथ लशव ललक श्रेणी के आसप स अनेक प्र कृकतक म गा हैं जजन्हें उत्तर खांड के दरे कहते हैं । उत्तर खांड के प्रमुख दरे- उत्तरक शी-कतब्बत में स्स्थत दरे- 1. थ ांगल 6079 मी. 2. मुसलिग ल 5669 3. नेलांग ल 4. स ांगचोकल उत्तरक शी-कतब्बत में स्स्थत दरे - Short Trick- उन तब थ ने में चल उत्तरक शी कतब्बत थ ांगल दर ा नेलांग ल मुसलिग ल स ांगचोकल चमोली-कतब्बत में स्स्थत दरे- 1. ब लच धुर 5844 धम. 7. नीकत 5060 2. म ण (डू ांगरी ल ) 5608 8. शलशल 5000 3. वकिगरी-वबिगरी 5550 9. तन्जुन 4962 4. घ टर ललय 5439 10 लमलांग 5. कोई दर ा 5425 11. चोरहोती 6. म्युड र 5091 चमोली-कतब्बत में स्स्थत दरे- Short Trick – स ले वकिग कू नीकत में कोई मुांड चोर नहीं बल शलशल वकिगरी-वबिगरी नीकत दर ा म ण दर ा कोई दर ा म्युड र चोरहोती ब लच धुर ा Jardhari Classes Page 25 Uttarakhand Gk Complete Notes कपथौर गढ़-कतब्बत में स्स्थत दरे- 1. लम्म्पय धुर ा 5600 4. ललपुलेख दर ा. 5334 2. लेकवधुर 5580 5. द रम -नवीधुर. 3. मन्स्य 5500 6 ऊांन जयांती कपथौर गढ़-कतब्बत में स्स्थत दरे- Short Trick- तेरे कपत्रो कू जयांती पर नवीन लेख ललखूांग कतब्बत कपथौर गढ़, ऊँन जयांती, नवीधुर , ललपुलेख लम्म्पय धुर ा / लेकवधुर उत्तरक शी-कहम चल प्रदे श में स्स्थत दर -ा 1. श्रृांगकांन 1500 मी. उत्तरक शी-चमोली में स्स्थत दरे- 1.क सलिदी दर -ा 5968 मी. चमोली-कपथौर गढ़ में स्स्थत दरे- 1. ल तु धुर 6389 मी. 2. ब र होती 5985 मी. 3. म चा योक 5950 मी. 4. टोपी धुर 4760 मी. चमोली-कपथौर गढ़ में स्स्थत दरे- Short trick- च ांदपुर गढ़ ज ऊांग ब रह म चा को टोपी ल ऊांग चमोली कपथौर गढ़, ब र होती, म चायोक, टोकपधुर , ल तुधुर चमोली-ब गेश्वर में स्स्थत दरे- 1. सुन्दरढूां ग 5550 मी. ब गेश्वर- कपथौर गढ़ में स्स्थत दरे- 1. ट्े लप स 5356 मी चम्प वत-कपथौर गढ़ में स्स्थत दरे- 1. ल सप धुर ा 5895 मी. कपथौर गढ़ में स्स्थत दर -ा 1. लसनल दर ा 5125 मी. Jardhari Classes Page 26 Uttarakhand Gk Complete Notes Jardhari Classes के History नोट् स के ललये Google पर सचा करें – JardhariClasses.in Jardhari Classes Page 27 Uttarakhand Gk Complete Notes उत्तराखंड के प्रमुख ग्लेशियर उत्तरक शी में स्स्थत कहमनद- 7 र लम ग्लेलशयर कपथौर गढ़ क्रस. ग्लेलशयर जनपद कपथौर गढ़ में स्स्थत कहमनद- 1 बांदरपूांि उत्तरक शी Short Trick- क मन हीर कू कपट ई करो 2 गांगोत्री उत्तरक शी क ली धमलम न धमक हीर मश्चण पेंटटिग/कपनोर र लम 3 यमुनोत्री उत्तरक शी 4 च ांगथ ांग- उत्तरक शी 5 चतुरांगी उत्तरक शी ब गेश्वर में स्स्थत कहमनद- Short Trick- बांदर गय च च से धमलने उत्तरक शी क्र.स ग्लेलशयर जनपद बांदरपूि ां गांगोत्री यमुनोत्री च ग ां -थ ग ां /चतुरग ां ी 1 मैक तोली ब गेश्वर 2 सुन्दरढूां गी ब गेश्वर चमोली में स्स्थत कहमनद 3 सुखर म ब गेश्वर क्र.स ग्लेलशयर जनपद 4 किनी ब गेश्वर 1 सांतोपथ चमोली 5 कपण्ड री ब गेश्वर 2 भ गीरथी चमोली 3 बद्रीन थ चमोली Short Trick- 4 रृन कगरी चमोली ब बू मेकों सुन्दर सूखे क िल ख ने कपण्ड ज न है 5 कहपर बमक चमोली ब गेश्वर मैक तोली सुन्दरढूां गी सुखर म किनी कपण्ड री Short Trick- चमोली के सांत भ गे बद्रीन थ से रॄर कहम लय चमोली सांतोपथ भ गीरथी बद्रीन थ रृन कगरी कहपर बमक रुद्रप्रय ग में स्स्थत ग्लेलशयर- क्र.स ग्लेलशयर जनपद कपथौर गढ़ में स्स्थत कहमनद- 1 केद रन थ रुद्रप्रय ग क्र.स ग्लेलशयर जनपद 2 चोर ब ड़ी रुद्रप्रय ग 1 क ली कहमनद कपथौर गढ़ 2 धमलम ग्लेलशयर कपथौर गढ़ रुद्रप्रय ग-टटहरी में स्स्थत ग्लेलशयर- 3 न धमक ग्लेलशयर कपथौर गढ़ क्र.स ग्लेलशयर जनपद 4 हीर मश्चण कपथौर गढ़ 1 खतसलिग टटहरी- 5 पेंटटिग ग्लेलशयर कपथौर गढ़ ग्लेलशयर रुद्र््यग 6 कपनोर कपथौर गढ़ Jardhari Classes Page 28 Uttarakhand Gk Complete Notes 1.गांगोत्री कहमनद- 4.भ गीरथी ग्लेलशयर- गांगोत्री कहमनद उत्तरक शी जजले में स्स्थत है। यह कहमनद चमोलो में स्स्थत है। यह र ज्य क सबसे बड़ ग्लेलशयर है। इसकू ऊांच ई 18Km है। गांगोत्री कहमनद कू लम्ब ई 30Km व 2Km चौड़ ई है। 5.सांतोपथ कहमनद- गांगोत्री कहमनद ले गोमुख न मक स्थ न से यह कहमनद चमोली में स्स्थत है भ गीरथी नदी क उद्गम होत है। इसकू ऊांच ई 13Km है। सांतोपथ कहमनद से अलकनन्द नदी क उद्गम 2.कपण्ड री ग्लेलशयर- होत है। कपण्ड री ग्लेलशयर ब गेश्वर, कपथौर गढ़ व चमोली तक िैल हुआ है। 6.खतसलिग ग्लेलशयर- कपण्ड री ग्लेलशयर र ज्य क रॄसर सबसे बड़ यह ग्लेलशयर टटहरी व रुद्रप्रय ग में िैल हुआ ग्लेलशयर है। है। कपण्ड री ग्लेलशयर कू लांब ई 30Km कक ऊांच ई खतसलिग ग्लेलशयर से श्चभलांगन नदी क उद्गम 400m है। होत है। कपण्ड री ग्लेलशयर से अलकनन्द कू सह यक नदी कपण्डर नदी कनकलती है। 7.चोर ब ड़ी कहमनद- यह कहमनद रुद्रप्रय ग जनपद में स्स्थत है। 3.धमलम ग्लेलशयर- इसकू ऊांच ई 14Km है यह ग्लेलशयर कपथौर गढ़ जजले के मुनस्य री चरोब ड़ी कहमनद से अलकनांद कू सह यक तहसील में स्स्थत है। नदी मांद कककन क उद्गम होत है। इस ग्लेलशयर कू लांब ई-16Km चोर ब ड़ी कहमनद के कनकट चोर ब ड़ी यह कुम ँऊ क सबसे बड़ ग्लेलशयर है। त ल(ग ांधी सरोवर) स्स्थत है। धमलम ग्लेलशयर से क ली नदी कू सह यक नदी गौरीगांग क उद्गम होत है। 8.बांदरपूि ां ग्लेलशयर- यह कहमनद उत्तरक शी जनपद में स्स्थत है। इसकू ऊांच ई-12Km Jardhari Classes Page 29 Uttarakhand Gk Complete Notes Jardhari Classes कक District Series के नोट् स के ललये Google पर सचा करें – JardhariClasses.in Jardhari Classes Page 30 Uttarakhand Gk Complete Notes उत्तर खांड में स्स्थत बुग्य ल चमोली में स्स्थत बुग्य ल- 1.ओली बुग्य ल 2.गुरसो बुग्य ल 3.वेदनी बुग्य ल 4.अली बुग्य ल 5.सांतोपथ बुग्य ल 6.घसतोली बुग्य ल 7.रत कोण बुग्य ल 8.लक्ष्मीवन 9.िूलों कू घ टी 10.नांदक नन 11.पुांग बुग्य ल 12.ल्वीटी बुग्य ल 13.पन र बुग्य ल 14.बगजी बुग्य ल 15.कैल बुग्य ल उत्तरक शी में स्स्थत बुग्य ल- 1.केद र क ँन 2.केद र खका 3.दय र बुग्य ल 4.तपोवन बुग्य ल 5.कुश कल्य ण 6.दे वद धमनी 7.सोन ग ड़ 8.हर कू रॄन 9.म नेग बुग्य ल 10.पांव ली क ँन टटहरी जनपद में स्स्थत बुग्य ल- - 1.म सरत ल बुग्य ल 2.जोर ई बुग्य ल 3.खतसलिग बुग्य ल 4.ख रसोली बुग्य ल 5.कोटली (अप्सर ओं) बुग्य ल 6.पांव ली-क ँन बुग्य ल रुद्रप्रय ग जनपद में स्स्थत बुग्य ल- 1.बमी बुग्य ल 2.चोपत 3.मदमहेश्वर 4.कसनी 5.खका 6.मनणी 7.बुग्य ल कपथोर गढ़ जनपद में स्स्थत बुग्य ल – 1.वपिड री बुग्य ल 2.न धमक बुग्य ल 3.जोह र बुग्य ल 4.खललय टॉप 5.धिपल कोट 6.रह ली बुग्य ल 7.लड़ी प ँगती 8.थ ल बुग्य ल 9.बरम बुग्य ल 10.द रम बुग्य ल ब गेश्वर जनपद में स्स्थत बुग्य ल – किनी बुग्य ल Jardhari Classes Page 31 Uttarakhand Gk Complete Notes Lecture- 6 उत्तर खांड कू प्रमुख झील/त ल झील/त ल- भूतल के कवस्तृत गड्ढे जजममें जल भर होत है व स्स्थर रहत है और च रों ओर से स्थल खांडों से धघर रहत है झील अथव त ल कहल त है। भ रत में झीलों के प्रक र:- 4.लैगून य अनूप झीलें- 1.ज्व ल मुखी झीलें- ज्व ल मुखी के श ांत होने समुद्री तटों कू ककन रे स्स्थत उथली जल के पि त उनके मुख में वष ा क सांरचन जो एक रोधधक द्व र समुद्र से जल एककत्रत होने से ज्व ल मुखी पृथक रहती है लैगून झील कहल ती है। झीलों क कनम ाण होत है । लैगून झील में स म न्यत लवणीय उद हरण- मह र ष्ट्र में स्स्थर अथव ख र जल प य ज त है। लोन र झील। उद हरण- उड़ीस कू धचल्क झील आांध्र प्रदे श कू कोलेरू झील 2.कहम नी झील- कहमनदों अथव कहम कनयों से कनकलने व ली नदी अपने म गा में गड्ढे बन लेती है व किर यही गड्ढे कहमनदों के कपघलने से कनकलने व ले जल से भर ज ते हैं व झील क रुप ले लेते हैं इन्हीं झीलों को कहम नी झील कह ज त है। उद हरण- उत्तर खांड के झीलें Uttarakhand Gk क सम्पूणा कोसा हम रे 3.व यु कनर्मित झीलें:- Youtube Channel 'Jardhari मरुस्थलीय क्षेत्रों में ब लू के टीले पर हव द्व र Classes' में कनःशुल्क उपलब्ध है हम रे गड्ढे बन ज ते हैं व किर यही गड्ढे Channel में उत्तर खांड इकतह स, जजल वष ा के जल से भर ज ते हैं ऐसी सीरीज के म ध्यम से उत्तर खांड क सम्पूणा झीलें र जस्थ न के थ र मरुस्थल कोसा Complete कर य गय है क्षेत्रों में प ई ज ती है। उद हरण- र जस्थ न कू स ांभर झील, पांचभद्र झील आटद Jardhari Classes Page 32 Uttarakhand Gk Complete Notes कुम ऊ ँ क्षेत्र में प यी ज नी व ली झील/त ल कुम ऊां क्षेत्र में कहम नी प्रक र कू झीलें प ई ज ती है। झीलों के ललए कवशेषकर कुम ऊां में नैनीत ल जजल प्रलसद्ध है। नैनीत ल को झीलों कू नगरी य सरोवर नगरी कह ज त है। नैनीत ल कू झील/त ल- 2.भीम त ल- S.N झील/त ल जनपद लम्ब ई- 1674m 1 भीमत ल नैनीत ल चौड़ ई-447m 2 नैनीत ल नैनीत ल गहर ई-26m 3 हररशत ल नैनीत ल  भीमत ल कुम ँऊ क्षेत्र कू सबसे बड़ी 4 नोकुधिय त ल नैनीत ल झील है। 5 स तत ल नैनीत ल  भीमत ल के कनकट भीमेश्वर मह दे व 6 सूख त ल नैनीत ल मांटदर है। 7 खुरप त ल नैनीत ल 8 मलव त ल नैनीत ल 3.नोकुधिय त ल- 9 स धडय तल नैनीत ल लम्ब ई- 950m चौड़ ई-680m नैनीत ल कू प्रमुख झील/त ल- गहर ई-40m 1.नैनीत ल-  नोकुधिय त ल कुम ँऊ कू सबसे बड़ी लम्ब ई- 1430m झील है। चौड़ ई- 465m  इस झील के नो कोने हैं इसललये इसे गहर ई-16-26m नोकुधिय त ल कह ज त है। 1.नैनीत ल को स्कांद पुर ण में कत्र-ऋकष सरोवर कह गय है। 4.स तत ल- 2.नैनीत ल स त पह धड़यों से धघर है- चीन स तत ल स त त लों क समूह है जजनमें वताम न पीक(नैन पीक) , दे व प त, आलमसररय में कई सूख गयी हैं। क ांट ,ह ड़ीव दी, शेर क ड ांड , आयरप त, 1.नल-दमयांती त ल स्नोब्यू) 2.गरुड़ त ल 3.इन पह धड़यों में सबसे ऊांची चीन पीक है। 3.पूणा त ल नैनीत ल के मध्य में एक ट पू(चट न) है जजसके 4.सूख त ल उत्तरी भ ग को मस्ल्लतल व दश्चक्षणी भ ग को 5.लक्ष्मण त ल तल्लीतल कह ज त है। 6.र म त ल 4.नैनीत ल कू खोज 1841ई० में सी०पी० 7.सीत त ल बैरन ने कू। Jardhari Classes Page 33 Uttarakhand Gk Complete Notes नल दमयांती त ल- उधम ससिह नगर में स्स्थत त ल-  इस त ल के प ांच कोने हैं। S.N झील/त ल जनपद  पौर श्चणक कथ के अनुस र र ज नल व उनकू पत्नी ने यह ां पर व स ककय थ । 1 द्रोण स गर उधम ससिह नगर  पोर श्चणक म न्यत ओं के क रण इस त ल में मिललय ां नही पकड़ते हैं। 2 कगरीत ल उधम ससिह नगर गरुड़ त ल- द्रोण स गर-  स्थ नीय लोगों कू म न्यत ओं के  यह त ल उधमससिह नगर में स्स्थत है अनुस र इस झील के प स प ांडवो ने  इस त ल के प स गुरु द्रोण ने अपने वनव स के दौर न व स ककय थ । लशष्यों को धनुर्विद्य कू लशक्ष दी थी।  द्रोपदी ने यह ँ पर अपनी रसोई बन यी  इस त ल के ककन रे गुरु द्रोण कू प्रकतम थी स्स्थत है।  द्रोपदी द्व र इस्तेम ल ककय ज ने व ल कगरीत ल- लसलबट्ट आज भी यह ां मौजूद है।  यह त ल उधमससिह नगर के क शीपुर में स्स्थत है। र म-लक्ष्मण-सीत त ल-  इस त ल के समीप च मुांड ,  ये तीनों त ल एक स थ जुड़े हुए हैं । सांतोषीम त ,न गन थ व मनस दे वी क  यह ां पर र म-लक्ष्मण-सीत ने व स मजन्दर स्स्थत है। ककय थ ।  प ांडवो ने

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