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दैनिक जीवन में पृथक्करण विधियाँ PDF

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Summary

यह दैनिक जीवन में पृथक्करण विधियों पर आधारित एक अध्याय है। यह मल्ली और वल्ली की छुट्टियों और विभिन्न स्थानों की यात्रा के बारे में बताता है जहां वे विभिन्न प्रकार के अनाज, मटेरियल, और सामग्रियों को पृथक करने की प्रक्रियाएँ देखते हैं।

Full Transcript

अध्याय 9 दैनिक जीवन में पृथक्करण विधियाँ साधु ऐसा चाहिए जैसा सूप सुभाय । सार सार को गहि रहै थोथा दई उड़ाय ।। ...

अध्याय 9 दैनिक जीवन में पृथक्करण विधियाँ साधु ऐसा चाहिए जैसा सूप सुभाय । सार सार को गहि रहै थोथा दई उड़ाय ।।  —कबीर जिस प्रकार से सपू द्वारा अनाज रख भसू े को उड़ा दिया जाता है, उसी प्रकार सज्जन व्यक्‍ति गणु ों को धारण कर दोषों का परि‍त्याग करते हैं। —कबीर मल्ली और उसकी बहन वल्ली अपनी गरमी की छुट्टि‍यों को लेकर उत्साहित हैं। उनके माता-पिता ने भारत के विभिन्न भागों में रह रहे अपने मित्रों और रिश्तेदारों से मिलने की योजना बनाई है। वे सदैव अपने मित्रों एवं रिश्तेदारों के संपर्क में रहते हैं। क्या आप भी अपने प्रियजनों के संपर्क में रहते हैं? उनका पहला पड़ाव हरियाणा है जहाँ मल्ली और वल्ली की नानी जी का घर है। उनका घर बड़े-बड़े खेतों से घिरा हुआ है। वे आँगन में जमा विभिन्न प्रकार के अनाजों की ढेरियाँ देखकर खश ु हो जाते हैं। उनकी मामी जी और मामा जी समदु ाय के अन्य सदस्यों के साथ अपने हाथों से चावल और गेहूँ जैसे अनाजों से छोटे कंकड़ और भसू ी अलग करने में व्यस्त हैं। मल्ली और वल्ली यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि ऐसा क्यों किया जा रहा है। उनकी नानी जी उनकी जिज्ञासा देखकर समझाती हैं, “हम इन कंकड़ों को इसलिए निकाल रहे हैं कि यह अनाज पकाने योग्य हो सके ।” वे घर के आस-पास के क्षेत्र में घमू ते हैं और खेतों तथा मवेशियों को देखते हैं। उन्हें व्यस्त रखने के लिए नानी जी उन्हें आँखें बंद करके अनाज से छोटे कंकड़ चनु ने की चनु ौती देती हैं। 9_Sci 6-Chapter 9.indd 157 8/8/2024 4:59:31 PM किसी ठोस मिश्रण (वह पदार्थ जिसमें दो या अधिक पदार्थ मिले होते हैं, जैसे कि गेहूँ और चावल) में से हाथ द्वारा छोटे कंकड़ और भसू ी अलग करने की प्रक्रिया हस्त चयन कहलाती है। यह कणों के आकार, रंग और आकृ ति के अंतर के आधार पर किया जाता है। यदि पृथक किए जाने वाले कण कम मात्रा में हों और सहजता से उठाए जा सकते हों तो हाथ से छाँटना एक सवि ु धाजनक विधि स‍िद्ध हो सकती है। दोपहर के खाने में मल्ली और वल्ली को गरमागरम पला ु व परोसा जाता है। पला ु व खाते समय, नानी जी देखती हैं कि मल्ली पलाु व में से साबतु काली मिर्च निकाल कर प्लेट के किनारे रख रहा है (चित्र 9.1)। वल्ली मजाक में कहती है, “वाह! यही हाथ से चयन करने की विधि है, अच्छी हैे ना” नानी जी उन्हें काली मिर्च के लाभ बताती हैं और मल्ली को इसे भी खाने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। कुछ समय पश्‍चात,् उनके मामा जी उन्हें खेतों में ले जाते हैं चित्र 9.1— हस्त चयन जहाँ वे काटे गए गेहूँ की पल ू ों के गट्ठरों का अवलोकन करते हैं। कुछ पल ू ों को धपू में सख ु ाने के लिए फै लाया गया है। दोनों एक-एक पला ू उठाते हैं और उसमें लगे अनगिनत दाने देखते हैं। कुछ किसान पल ू ों को एक बड़े लकड़ी के लट्ठे पर पीट रहे हैं। जिज्ञासावश वल्ली मामा जी से पछू ती है, “वे ऐसा क्यों कर रहे हैं?” मामा जी समझाते हैं, “वे दाने पृथक करने के लिए पल ू ों को पीट रहे हैं (चित्र 9.2)। पल ू ों से दाने पृथक करने की यह प्रक्रिया थ्रे शिंग कहलाती है। किसान कड़ी मेहनत करते हुए अपने काम का आनंद लेते हैं। समय-समय पर, वे अपने काम के साथ लय में लोकगीत भी गाते हैं।” अनाज के अलग किए गए दाने भसू े की ढेरियों में मिल जिज्ञासा । विज्ञान की पाठ्यपसु ्तक । कक्षा 6 जाते हैं। वल्ली फुसफुसाते हुए मल्ली से कहती है, “क्या किसान इतनी चित्र 9.2—थ्रेशिंग सारी भसू ी में से अनाज निकालने के लिए उसे हाथ से छाँटेंगे?” वह सोचती है, “किसानों को इन्हें अलग करने में कितना समय लगेगा?” आइए, वल्ली द्वारा उठाए गए प्रश्‍नों के उत्तर जानने के लिए एक क्रियाकलाप करें । अपने क्षेत्र के लोकगीत खोजें और अपने मित्रों के साथ गाकर आनंद लें। सीखें और 158 आनंद लें! 9_Sci 6-Chapter 9.indd 158 8/8/2024 4:59:40 PM क्रियाकलाप 9.1—आइए खोजें ‹‹ मट्ठी ु भर भनु ी हुई मँगू फली के दाने लें और उन्हें अपनी चने की दाल में मुरमुरों की हथेलियों के बीच रगड़ें। क्या होता है? ‹‹ क्या मँग ू फली के दानों से छिलके पृथक करना संभव है? ‹‹ अब इसमें फँू क मारें । आप क्या देखते हैं? हटाए गए मँगू फली के छिलके और मँगू फली के दानों में से थोड़ी मात्रा मिल गई है। क्या आप हस्त चयन के अलावा किसी अन्य विधि से इस मि‍श्रण को पृथक करने के ? विषय में सोच सकते हैं? कौन-सा भाग उड़ जाता है? आपने देखा होगा कि फँू क मारने से भारी भाग से हल्के भाग अलग हो जाते हैं। आपके व‍िचार में किसान इतनी सारी भसू ी से अनाज कै से अलग करते हैं? पारंपरिक रूप से किसी मिश्रण के भारी और हल्के अवयवों को अलग-अलग करने के लिए सपू (बाँस से न‍िर्मित एक पात्र) का उपयोग किया चित्र 9.3—सपू जाता है (चित्र 9.3)। अगले दिन, उनके नाना जी उन्हें यह प्रक्रिया दिखाने के लिए खेतों में ले जाते हैं। मल्ली और वल्ली देखते हैं कि खेत में एक किसान ऊँचे चबतू रे पर खड़ा है। किसान उस सपू को, जिसमें थ्रेश किए गए गेहूँ के दाने हैं, वायु की दिशा में हिला रहा है (चित्र 9.4)। चित्र 9.4 से आप क्या निष्कर्ष निकालते हैं? क्या गेहूँ के दाने और भसू ी, दोनों अवयव एक ही स्थान पर गिरते हैं? गेहूँ के दाने और भसू ी में से कौन-सा अवयव उड़कर दरू चला जाता है? क्या पवन दो अवयवों को पृथक कर सकती है? वायु की दिशा सपू दैनिक जीवन में पृथक्करण विधियाँ भसू ा अनाज 159 चित्र 9.4— ओसाई (विनोइगं ) 9_Sci 6-Chapter 9.indd 159 8/8/2024 4:59:42 PM मिश्रण में से भारी और हल्के अवयवों को हवा या फँू क मारकर पृथक करने की यह विधि ओसाई (विनोइगं ) कहलाती है। क्या आपने अपने घर पर इस प्रकार की प्रक्रिया होते हुए देखी है? तकनीकी विकास के परिणामस्वरूप थ्रेशर नामक थ्रेशिंग मशीनें निर्मित की गई हैं। इन मशीनों का उपयोग पल ू ों से भसू ी और अनाज के दानों को अलग करने के लिए किया जाता है। ये मशीनें थ्रेशिंग और ओसाई दोनों कार्य एक और भी साथ करती हैं। जानें! वल्ली बंद कमरे में अगले दिन, मल्ली और वल्ली अपने पिता जी के मित्र घनश्याम भाई से मिलने के लिए अहमदाबाद के लिए ट्रेन पकड़ते हैं। वल्ली अपनी मामी जी से यात्रा के लिए मीठी परू ी चावल से भूसी अलग नहीं कर पा रही है। आप उसकी सहायता कै से कर सकते हैं? ? बनाने का अनरु ोध करती है। वल्ली— “क्या मैं गेहूँ का आटा गँथू ने में आपकी सहायता करूँ ?” मामी जी— “आटे से कोई भी व्यंजन तैयार करने के लिए पहले हमें आटे में विद्यमान चोकर निकालना होता है।” वल्ली— “हम इसे कै से करते हैं?” मामी जी— “हम इसके लिए चालनी का प्रयोग करते हैं।” चालन से आटे के बारीक कण चालनी के छिद्रों से निकल चित्र 9.5—चालन जाते हैं जैसा कि चित्र 9.5 में दिखाया गया है। बड़े कण जैसे चोकर जिज्ञासा । विज्ञान की पाठ्यपसु ्तक । कक्षा 6 और छोटे कंकड़ चालनी में रह जाते हैं। ध्यान से चालनी का अवलोकन करें । क्या चालनी के सभी छिद्र एक ही आकार के हैं? यदि चालनी में छिद्र पदार्थों से बड़े हों तो क्या छानना प्रक्रिया काम करे गी? चालनी से क्या आपने कभी निर्माण गजु रने वाले कणों और चालनी पर रहने वाले स्थलों पर रेत से कंकड़ कणों के आकार में क्या अंतर होता है? जब दो और पत्थर अलग करने के या दो से अधि‍क ठोसों के मिश्रण के अवयवों लिए चालनी का उपयोग होते देखा है? ? के कणों के आकार भिन्न होते हैं, तब चालन की विधि का उपयोग किया जाता है। 160 9_Sci 6-Chapter 9.indd 160 8/8/2024 4:59:54 PM अहमदाबाद पहुचँ ने पर, वे घनश्याम भाई के साथ साबरमती आश्रम जाते हैं, जहाँ वे नमक सत्याग्रह (दांडी यात्रा) के बारे में जानते हैं। साबरमती आश्रम किस लिए प्रसिद्ध है? दांडी यात्रा का एक पोस्टर बनाएँ और चर्चा करें कि इस यात्रा का करने के लिए आयोजन क्यों किया गया था। कुछ और मल्ली पछ ू ता है— “नमक कहाँ से प्राप्‍त होता है?” “समद्रु -जल से”, घनश्याम भाई उत्तर देते हैं। समद्ु री जल पानी में घल ु े विभिन्न लवणों एवं अन्य पदार्थों का मिश्रण है। नमक प्राप्‍त करने के लिए समद्रु का जल उथले गड्ढों में रखा जाता है जहाँ यह धपू और हवा के संपर्क में चित्र 9.6—समद्ु री जल से नमक प्राप्‍त करना आता है। कुछ दिनों में, जल परू ी तरह से वाष्पित हो जाता है और ठोस नमक शेष रह जाता है (चित्र 9.6)। फिर लवण के इस मिश्रण को शोधित कर साधारण नमक प्राप्‍त किया जाता है। भारत में उन जलाशयों के विषय में पता लगाएँ जिनमें साधारण नमक पाया जाता है। इसका एक स्रोत राजस्थान में सांभर करने के लिए झील है। कुछ और दैनिक जीवन में पृथक्करण विधियाँ आइए, हम स्वयं क्रि‍याकलाप करके पता लगाएँ कि नमक के विलयन से नमक को कै से अलग कर सकते हैं। क्रियाकलाप 9.2— आइए, अवलोकन और रचनात्मक बनें ‹‹ एक कटोरी या कोई भी पात्र लें और उसे जल से आधा भरें । ‹‹ उसमें दो से तीन चम्मच नमक डालें और तब तक हिलाते रहें जब तक वह घल ु कर विलयन न बना ले। ‹‹ एक काले या गहरे रंग का मोटा कागज का टुकड़ा लें और उस पर नमक के इस विलयन की कुछ बँदू ें डालें (चित्र 9.7 क)। 161 9_Sci 6-Chapter 9.indd 161 8/8/2024 5:00:10 PM ‹‹ आप इस नमक के विलयन से कागज पर अपने पसंद की कोई भी कलाकृ ति बना सकते हैं। ‹‹ इसे सख ू ने दें और अवलोकन करें । (चित्र 9.7 ख और चित्र 9.7 ग)। (क) सख ू ने से पहले (ख) सख ू ने के बाद (ग) कलाकृ ति चित्र 9.7— मोटे काले कागज पर फै ली हुई नमक के विलयन की बँदू ें क्या आपने कभी गर्मियों के समय गहरे रंग के कपड़ों पर सफेद धब्बे देखें हैं? ये धब्बे कै से बनते हैं? ? क्या आपको कागज पर कुछ धब्बे दिखाई देते हैं? आपको क्या लगता है कि कागज पर क्या बचा है? कागज छूकर आप नमक की उपस्थिति महससू कर सकते हैं। पानी कहाँ लप्‍त ु हो गया? ‘जल की विविध अवस्‍थाओ ं की यात्रा’ नामक अध्याय का स्मरण करें । आइए, उत्तर प्राप्‍त करने के लिए आगे जाँच करें । समग्र स्वास्थ्य और चिकित्सा की पारंपरिक भारतीय प्रणाली आयर्ु वेद में उपचार के लिए जड़ी-बटि ू यों या पौधों के भागों का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। प्राय: इन सामग्रियों (जैसे विभिन्न औषधीय पौधों की जड़ों, क्या आप पत्त‍ियों, फूलों या बीजों) को छाया में सख ु ाते हैं। इस प्रक्रिया में अतिरिक्‍त जानते हैं? जल का वाष्पीकरण हो जाता है जिससे औषधि का महत्वपर्णू भाग बचा रहता है। जिज्ञासा । विज्ञान की पाठ्यपसु ्तक । कक्षा 6 क्रियाकलाप 9.3— आइए, जाँच करें यह क्रियाकलाप शिक्षक द्वारा प्रदर्शित किया जा चीनी मिट्टी की डिश सकता है। तार की ‹‹ एक चीनी मिट्टी की डिश में कुछ नमक का जाली विलयन (क्रियाकलाप 9.2 में तैयार किया गया) लें। यदि चीनी मिट्टी की डिश उपलब्ध नहीं है तो क‍िसी अन्य उपयक्‍त ु पात्र का स्पिरिट लैंप उपयोग किया जा सकता है। 162 चित्र 9.8—चीनी मिट्टी की डिश में नमक के विलयन को गरम करना 9_Sci 6-Chapter 9.indd 162 8/8/2024 5:00:29 PM ‹‹ इसे गरम करें और जल उबलकर उड़ जाने दें जैसा कि चित्र 9.8 में दर्शाया गया है। ‹‹ चीनी मिट्टी की डिश को ठंडा होने दें। सावधान ‹‹ आप क्या देखते हैं? चीनी मिट्टी की डिश में क्या बचा है? चीनी मिट्टी की डिश क्या आपको नमक वापस प्राप्‍त हुआ? आप चीनी मिट्टी की डिश में को गरम करते समय सावधान रहें। नमक की उपस्थिति को अपनी अँगलि ु यों से रगड़कर महससू कर सकते हैं। ? चित्र का अवलोकन करें क्या कोई ऐसी विधि है क्या यह प्रश्‍न का उत्तर जिससे मैं नमक और देता है? क्या आप पानी दोनों प्राप्‍त कर इससे संबंधित प्रक्रिया सकता हू?ँ का नाम बता सकतें हैं? अब समय आ गया है कि वे दक्षिण भारत के पडु ु चेरी में रहने वाले अपने चाय की दादा जी और दादी जी से मिलने जाएँ। मल्ली और वल्ली अपने परु ाने पड़ोसी पत्ती मित्र बालन से मिलने के लिए उत्साहित हैं। पडु ु चेरी पहुचँ ने के बाद, वे परु ाने समय की बातें याद करने लगते हैं और उन्हें पता ही नहीं चलता कि शाम हो गई है और दादी जी की चाय का समय हो गया है। दादा जी— “मैं आपके लिए चाय बनाता हू।ँ ” बच्चे— “हम भी आपकी सहायता करें गे।” चाय बनाते समय दादा जी ने एक कप चाय बनाने के तरीके के बारे में कुछ चित्र 9.9— निस्तारण सझु ाव दिए। बालन— “चाय बनाने के बाद आप चाय की पत्त‍ियों को कै से अच्छा! अलग करते हैं?” निस्तारण प्रक्रिया दादा जी— “स्पष्‍ट है, चालनी के द्वारा आप जानते हैं कि यदि का उपयोग चावल और दालों को धोने और साफ हमारे पास चालनी नहीं है तो भी हम अधि‍कांश चाय की पत्ति‍यों को करने में भी किया दैनिक जीवन में पृथक्करण विधियाँ अलग कर सकते हैं।” जाता है। वल्ली— “वह कै से?” दादा जी— “चाय वाले बर्तन (पात्र) को कुछ समय के लिए स्थिर छोड़ दें और फिर चाय को धीरे -धीरे कप में उड़ेलें (चित्र 9.9)।” वल्ली— “अरे हाँ! और तब चाय की पत्त‍ियाँ नीचे रह जाएँगी।” ठोस और द्रव के मिश्रण में भारी अवयव नीचे बैठ जाता है। इस प्रक्रिया को अवसादन (सेडीमेंटेशन) कहते हैं। जब बर्तन को तिरछा कर जल (द्रव) को हटाया जाता है, तो यह प्रक्रिया निस्तारण 163 (डीकें टेशन) कहलाती है। 9_Sci 6-Chapter 9.indd 163 8/8/2024 5:00:30 PM ‘हमारे आस-पास की सामग्री’ अध्याय में आपने पढ़ा कि तेल जल में मिश्रित नहीं होता है और कुछ समय तक बिना हिलाए रखने पर एक अलग परत बना लेता है। तेल और जल को पृथक करने के लिए आप किस विधि का उपयोग करें गे? ? दादा जी— “लेकिन फिर भी मेरे मँहु में चाय की कुछ पत्त‍ियाँ आ सकती हैं क्योंकि निस्तारण की प्रक्रिया से परू ी तरह चाय की पत्त‍ियाँ चाय से अलग नहीं होती हैं।” बालन— “अच्छा! इसका अर्थ यह है कि इसको अलग करने के लिए यह उपयक्‍त ु विधि नहीं है।” दादा जी— “बिल्कुल, सही! तमु ठीक कह रहे हो। अच्छा बच्चों अब चाय तैयार है।” मल्ली ताक से चाय की चालनी उठाता है और अपने दादा जी को देता है। दादा जी— आइए अब मैं चाय को इस चालनी से छानता हू।ँ तमु देख सकते हैं कि सारी चाय की पत्त‍ियाँ चालनी में रह जाती हैं। चाय से चाय की पत्त‍ियाँ पृथक करने की इस प्रक्रिया को निस्यंदन (फ‍िल्‍टर करना) कहते हैं। बालन मल्ली से पछ ू ता है कि क्या वह मटमैले जल के निस्यंदन के लिए चाय की चालनी का उपयोग कर सकता है। आओ, क्‍यों न हम स्‍वयं करके इसका पता लगाएँ। दादा जी— “साथ ही मटमैले जल को कपड़े के एक टुकड़े से भी छानने का प्रयास कीजिए और अंतर देखि‍ए।” मल्ली— “हमें कपड़े का टुकड़ा क्यों उपयोग स्वच्छ जल पाने के लिए करना चाहिए?” मझु े कपड़े की कितनी दादा जी— “कपड़े के टुकड़े की बनु ाई में धागों के परतों का उपयोग करना बीच छोटे-छोटे रंध्र या छिद्र होते हैं। कपड़ों के इन छिद्रों जिज्ञासा । विज्ञान की पाठ्यपसु ्तक । कक्षा 6 होगा? का उपयोग छानने के लिए किया जा सकता है। प्राचीन काल में भी लोगों ने इस पद्धति को अपनाया।” यदि जल एक बार छानने के बाद भी गंदा है, तो अशद्धि ु याँ फ‍िल्टर-पत्र का उपयोग करके अलग की जा सकती हैं, जिसमें और भी छोटे रंध्र या छिद्र होते हैं। फ‍िल्टर-पत्र एक ऐसा निस्यंदक होता है, जिसमें अत्यंत सक्ू ष्म छिद्र होते हैं। 164 9_Sci 6-Chapter 9.indd 164 8/8/2024 5:00:31 PM क्रियाकलाप 9.4—आइए, प्रयोग करें ‹‹ चित्र 9.10 में दिखाए अनसु ार आप स्वयं फ‍िल्टर-पत्र मोड़कर उसका एक शंकु (कोन) बनाने का प्रयास करें । एक फिल्टर-पत्र एक तह (फोल्ड) दो तह (फोल्ड) शंकु(कोन) चित्र 9.10—शंकु (कोन) बनाने के लिए फ‍िल्टर-पत्र मोड़ना ‹‹ इसे एक शंक्वाकार फ्लास्क पर रखी कीप (फनल) के अंदर रखें और इसमें मटमैला पानी डालें। (चित्र 9.11) फिल्टर-पत्र मटमैला पानी कीप (फनल) त्रिपाद स्टैंड शंक्वाकार फ्लास्क चित्र 9.11— निस्यंदन (फिल्ट्रेशन) ‹‹ आपने क्या अवलोकन किया? क्या मिट्टी के कण फ‍िल्टर-पत्र से होकर निकल जाते हैं? ‹‹ कीप से नि‍कलने वाला जल शंक्वाकार फ्लास्क में एकत्रित हो जाएगा। ‹‹ आपको फिल्टर-पत्र पर अवशेष के रूप में मिट्टी और शंक्वाकार फ्लास्क में निस्यंद के रूप में स्वच्छ जल मिलेगा। दैनिक जीवन में पृथक्करण विधियाँ फ‍िल्टर-पत्र के अतिरिक्‍त कपास, चारकोल, रे त इत्यादि अनेक सामग्रियों का उपयोग निस्यदकं के रूप में किया जा सकता है। निस्यदकं का चनु ाव पृथक की जाने वाली सामग्रियों के कणों के और भी आकार पर निर्भर करता है। जानें! 165 9_Sci 6-Chapter 9.indd 165 8/8/2024 5:01:01 PM क्रियाकलाप 9.5—आइए, डिजाइन करें और बनाएँ वल्ली अपनी दादी जी के साथ प्रकृ ति की सैर पर जाती है और एक तालाब से थोड़ा जल एकत्रित करती है। उसे जल में कुछ अवांछित पदार्थ दिखाई देते हैं। कम लागत की सामग्रियों का उपयोग करके जल के निस्यंदन के लिए एक कार्यकारी मॉडल की योजना बनाएँ और इसका निर्माण करें । टी-बैग (चाय की पत्ती की थैली) पहले रे शम जैसे मला ु यम कपड़ों से बनाई जाती थीं क्योंकि ये चाय की पत्ती को रोक लेती थीं और जल इनके आर-पार निकल सकता था। रे शम मजबतू होने के कारण गरम जल के क्या आप संपर्क में आने पर फटता नहीं था। बाद में लोग जाली या मलमल के कपड़े जानते हैं? का उपयोग करने लगे। अंतत: उन्होंने फ‍िल्टर-पत्र का उपयोग करना आरंभ किया जिससे आजकल अधिकांश टी-बैग बनाए जाते हैं। जिज्ञासा । विज्ञान की पाठ्यपसु ्तक । कक्षा 6 मल्ली और वल्ली अपने दादा जी और उनके मित्र ओटुक्कम के साथ पास की नदी में नौका विहार के लिए जाते हैं। ओटुक्कम एक मछुआरे हैं। जैसे ही वे मछली पकड़ने का जाल डालते हैं तो पानी जाल से बाहर बह जाता है। वल्ली को पहले सीखी हुई निस्यंदन की विधि का स्मरण हो आता है और वह समझती है कि मछली पकड़ने की यह व‍िध‍ि बहुत कुछ उसी के समान है। मल्‍ली जाल में फँ सी मछलि‍याें के साथ प्‍लास्‍ट‍िक की थैल‍ियाँ, टूटी बोतलें, खादय् सामग्र‍ियों के पैकेट और एक बड़ी मछली के मँहु में फँ सी प्‍लास्‍ट‍िक की नली देखकर स्‍तब्‍ध हो जाता है। 166 9_Sci 6-Chapter 9.indd 166 8/8/2024 5:01:13 PM आइए! नदी और महासागरों में प्रदूषण के मुद्दे पर जागरूकता बढ़ाने के लिए एक कव‍िता की रचना करें । यहाँ कुछ पंक्‍तियाँ लिखी गई हैं, इनमें कुछ और पंक्‍तियाँ जोड़ें— समद्रु में तैरती थी, छोटी मछली कोइलास नन्ही-सी, प्यारी-सी, थी वो सबकी खास एक दिन प्लास्टिक का बड़ा टुकड़ा बहता हुआ आया गर्दन कोइलास की फँ स गई, दर्द ने उसे तड़पाया मम्मी मछली रोए और पापा पक ु ारे कोइलास पर धीरे -धीरे बंद हो गइ उसकी आँखें आज प्रदषू ण से भरे महासागर, मछलियाँ दम तोड़ रहीं हमारे गलत कार्यों के कारण, अब नन्ही कोइलास नहीं रही जल है जीवन का आधार, प्रदषू ण से न करो इसे बेकार इसको बचाना है सबकी ज‍िम्मेदारी, यही तो है सबसे बड़ी समझदारी अपने अभिभावकों के साथ चर्चा करें आपके घर में कटोरे में रखा हुआ दधू फट गया है। अपने अभिभावकों के साथ चर्चा करें कि आप इसे किस प्रकार उपयोग कर सकते हैं? इस प्रक्रिया में आप पृथक्करण की किस विधि का प्रयोग करें गे। मल्ली और वल्ली अपने दादा-दादी जी का आशीर्वाद लेते हैं और बालन को शभु कामनाएँ देकर मध्यप्रदेश के नगर भाेपाल की यात्रा पर निकल पड़ते हैं। दैनिक जीवन में पृथक्करण विधियाँ रे लगाड़ी जब भोपाल पहुचँ ती है उस समय तीव्र धपू के कारण गर्मी बढ़ रही है। वे मौसी के घर की ओर जाते समय एक ढाबे में छाछ पीते हैं। मल्ली ढाबे की दीवार पर लटकी बड़ी-सी पेंटिंग के बारे में दक ु ानदार से पछू ता है। दक ु ानदार बताता है कि चित्र में घरों में एक बड़ी मथनी से दही मथकर मक्खन प्राप्‍त करने की प्रक्रिया को दर्शाया गया है, जिसे मथना कहते हैं। इस प्रक्रि‍या में हल्‍का होने के कारण मक्‍खन ऊपर तैरता है जबक‍ि छाछ नीचे रह जाती है। मथना 167 9_Sci 6-Chapter 9.indd 167 8/8/2024 5:01:14 PM मौसी के घर पर उनका प्रवास क्या आप रसोई घर में पाए आनंदमय रहा और वे घर लौटने पर जाने वाले एक उपकरण का नाम बता सकते हैं जो अपनी सभी यादें अपने मित्रों के साथ बिजली से चलता है और साझा करने के लिए उत्सुक हैं। अब उनका छाछ तैयार करने के लिए अपनी यात्रा के अंतिम पड़ाव मेघालय की उपयोग में लाया जाता है? राजधानी शिलांग पहुचँ ने का समय आ गया है। शिलांग में अपनी बआ ु के घर पहुचँ ते ही वे एक बढ़ई को लकड़ी का द्वार बनाते देखते हैं। काम करते समय उससे अचानक कुछ लोहे की कीलें लकड़ी के बरु ादे में गिर जाती हैं। जिज्ञासा । विज्ञान की पाठ्यपसु ्तक । कक्षा 6 चित्र 9.12— चंबु कीय पृथक्करण बढ़ई हाथ से लोहे की कीलों को निकालने लगता है। बच्चे बढ़ई से रुकने के लिए कहते हैं। वे अपनी बआ ु से चंबु क लेते हैं। वे बढ़ई से कहते हैं कि इस चंबु क को लकड़ी के बरु ादे पर घमु ाइए। सारी कीलें चंबु क से आकर्षित होकर उस पर चिपक जाती हैं (चित्र 9.12)। बढ़ई ने पृथक्करण की किस विधि का उपयोग किया? ‘चंबु कों काे जानें’ अध्याय का स्मरण करें । वे पदार्थ जो चंबु क के प्रति आकर्षित होते हैं, उन्हें चंबु कीय पदार्थ कहा जाता है। लोहा चंबु कीय पदार्थ का एक सामान्य उदाहरण है। चंबु क का उपयोग करके चंबु कीय और अचंबु कीय पदार्थों को पृथक करने को चुंबकीय पृथक्करण कहते हैं। 168 9_Sci 6-Chapter 9.indd 168 8/8/2024 5:01:15 PM आजकल, पनु र्चक्रणकर्ता (रिसाइक्लर) अपशिष्‍ट के ढेर से लोहे की वस्तुओ ं को अलग करने के लिए विद्युत चंबु क का उपयोग करते हैं। कई उद्योगों के अपशिष्‍ट में प्राय: अनपु योगी लोहे की कतरनें (स्क्रै प आयरन) होती हैं। इसे क्रे न में लगे चंबु क और भी का उपयोग करके अपशिष्‍ट सामग्री के जानें! ढेर से अलग किया जाता है। अनपु योगी लोहे की कतरनों का पनु र्चक्रण करके उन्हें पनु : उपयोग में लाया जा सकता है। चंबु कीय पृथक्करण मल्ली और वल्ली की छुि‍ट्टयाँ आनंदमय रहीं। उनकी यह मनोरंजक ‘भारत की यात्रा’ उनकी स्‍मृत‍ियों में स्‍थायी रूप से रहेगी। उन्होंने न के वल भारत के विभिन्न क्षेत्रों को जानने का आनंद लिया बल्कि पदार्थों को पृथक करने की विभिन्न विधियों का भी ज्ञान प्राप्‍त किया। क्रियाकलाप 9.6—आइए, खेल खेलें निम्नलिखित वाक्यांशों को कागज की छोटी पर्चियों पर लिखें— 1. दालों से छोटे कंकड़ पृथक करना। 2. दही मथकर मक्खन प्राप्‍त करना। 3. पके हुए दलिये या पोहे से हरी मिर्च निकालना। 4. तरबजू से बीज निकालना। 5. निर्माण सामग्री के मिश्रित ढेर से लकड़ी के बरु ादे और लोहे की कीलों को पृथक करना। दैनिक जीवन में पृथक्करण विधियाँ 6. माला बनाने के लिए विभिन्न फूलों के ढेर में से गेंदे के फूल चनु ना। 7. रे त से कंकड़ पृथक करना। 8. चावल के आटे में से नारियल के टुकड़े पृथक करना। 9. पानी से तेल पृथक करना। 10. नमक के विलयन से नमक पृथक करना। 169 9_Sci 6-Chapter 9.indd 169 8/8/2024 5:01:35 PM दो टोकरियाँ लें, इनमें से प्रत्येक उन दो प्रयोजनों में से एक को प्रदर्शित करती है, जिनके लिए हम पदार्थों का पृथक्करण करते हैं। दो दल बनाएँ और देखें कि कौन-सा दल अधिकतम सही प्रविष्‍टियाँ प्रस्तुत कर पाता है। सोचें और आरंभ करें किसी एक अनुपयोगी ेकि दो भिन्न ल न उपयोगी अ व य व क ो ह ट ा ना को पृथक करन अवयवों ा यह क्रियाकलाप आपके इस बोध का आकलन करने में सहायता करे गा कि हम पदार्थों को पृथक क्यों करते हैं? प्रमुख शब्द मथना मिश्रण सृजन करना निस्तारण अवसादन योजना बनाना वाष्पीकरण/वाष्पन छानना प्रयोग करना जिज्ञासा । विज्ञान की पाठ्यपसु ्तक । कक्षा 6 निस्यंदन थ्रेशिंग अन्वेषण करना हस्त चयन ओसाई निष्कर्ष निकालना चंबु कीय पृथक्करण जाँच करना अवलोकन 170 9_Sci 6-Chapter 9.indd 170 8/8/2024 5:01:39 PM सारांश ‹‹ हस्त चयन (हाथ से चनु ने) प्रक्रिया का उपयोग मिश्रण में से ठोस पदार्थों को उनके आमाप, रंग और आकृ ति के आधार पर पृथक करने के लिए किया जाता है। ‹‹ वह प्रक्रिया जिसमें अनाज के पल ू ों को पीटकर उनमें से अनाज पृथक किया जाता है, थ्रेशिंग कहलाती है। ‹‹ बहती हवा या पवन का उपयाेग करके हल्के भस ू े को भारी अनाज से पृथक करने की विधि ओसाई (विनोइगं ) कहलाती है। ‹‹ एक चालनी का उपयोग करके कणों के आमाप में भिन्नताओ ं के आधार पर मिश्रण से ठोस पदार्थों को पृथक करने की प्रक्रिया छानना कहलाती है। ‹‹ वाष्पीकरण या वाष्पन वह प्रक्रिया है, जिसमें एक द्रव अपने वाष्प में परिवर्तित हो जाता है। इसका प्रयोग एक द्रव में घल ु े ठोस को पृथक करने के लिए किया जा सकता है। ‹‹ किसी द्रव के तल पर भारी अघल ु नशील अवयव के जमा हो जाने की प्रक्रिया अवसादन (सेडीमेंटेशन) कहलाती है। जब बर्तन को तिरछा कर द्रव को निकाल दिया जाता है तो इस प्रक्रिया को निस्तारण (डीकें टेशन) कहते हैं। ‹‹ निस्यंदन (फ‍िल्टरे शन) का उपयोग अघल ु नशील ठोस अवयवों को द्रव से पृथक करने के लिए किया जाता है। ‹‹ मथनी का उपयोग दही से मक्खन निकालने के लिए किया जाता है। ‹ ‹ च ंबु क का उपयोग करके चंबु कीय और अचंबु कीय पदार्थों का पृथक्करण करने की प्रक्रिया चंबु कीय पृथक्करण कहलाती है। एक खेल खेलिए— बद्धि‍ ु मान मछली स्थानीय रूप से उपलब्ध पर्यावरण-अनुकूल सामग्रियों से अपनी मछली पकड़ने की छड़ी तैयार करें । छड़ी के एक सिरे पर धागा बाँधें और धागे के मक्‍त ु सिरे पर चंबु क बाँधें। टैंक 1 में लाल गत्ते की मछलियाँ और टैंक 2 में नीले गत्ते की पर्चियाँ हैं जिन पर लोहे के क्ल‍िप लगे हैं। छड़ी द्वारा पहले एक लाल मछली निकालें जो किसी पृथक्करण विधि का प्रतिनिधित्व करती है, फिर इससे संबंधित नीली पर्ची निकालें। दैनिक जीवन में पृथक्करण विधियाँ अपने मित्रों पर ध्यान दें। क्या वे इसे सही ढंग से खेल रहे हैं? 171 9_Sci 6-Chapter 9.indd 171 8/8/2024 5:01:41 PM पहले मुझे पकड़ें! टैं क 1 निस्यंदन निस्तारण संघनन हस्त चयन मथना वाष्पीकरण ओसाई अवसादन छानना थ्रेशिंग चंबु कीय पृथक्करण और फिर मुझे! टैं क 2 ठोस के कणों के आकार में अ ंतर ा ण ों में भिन्नत चुबं कीय गु ा मिश्रण दही से मक्ख ना पानी और तेल क न निकालना ों क ा नीचे बैठ भारी कण ों को अलग करना लग क रना पूलों को पीटकर अनाज के दान समुद्र जल से नमक अ में ाष ्प क ा उ स क ी द्रव अवस्था अघल ु नशील कणों का निस्यंदन होकर अवशेष रहना जल-व परिवर्तित होना ा ण ों क ो ह ाथ से चुनन मिश्रण के हल्के अवयव क ो फँू क मारकर पथृ क करन बड़े क ा जिज्ञासा । विज्ञान की पाठ्यपसु ्तक । कक्षा 6 आइए, और अधिक सीखें 1. पृथक्करण विधि के रूप में हस्त चयन का क्या प्रयोजन है? (क) निस्यंदन (ख) छँ टाई (ग) वाष्पन (घ) निस्तारण 2. निम्नल‍िख‍ित में से किन पदार्थों का पृथक्करण मथना विधि से किया जाता है? (क) तेल का पानी से (ख) रे त का पानी से (ग) मक्खन का दध ू से (घ) ऑक्सीजन का वायु से 172 9_Sci 6-Chapter 9.indd 172 8/9/2024 4:37:42 PM 3. निस्यंदन के लिए निम्नलिखित में से कौन-सा कारक प्राय: अनिवार्य होता है? (क) उपकरण का आकार (ख) वायु की उपस्थिति (ग) छिद्रों का आकार (घ) मिश्रण का तापमान 4. कारण देते हुए बताएँ कि निम्नलिखित कथनों में सही () और गलत () कौन-कौन से हैं? असत्य कथनों को सही करके लिखें। (क) नमक के विलयन को सरू ्य के प्रकाश में या धपू में रखकर नमक को इससे पृथक किया जा सकता है। [ ] (ख) जब एक अवयव कम मात्रा में हो तभी हस्त चयन का उपयोग होता है। [ ] (ग) मरु मरु े और चावल के दानों के मिश्रण को थ्रेशिंग द्वारा पृथक कर सकते हैं। [ ] (घ) सरसों के तेल और नींबू पानी के मिश्रण को निस्तारण द्वारा पृथक कर सकते हैं। [ ] (ङ) छानने की विधि का उपयोग चावल के आटे और पानी को पृथक करने में होता है। [ ] 5. स्तंभ I में द‍िए गए प्रत्‍येक म‍िश्रण को स्तंभ II में उपयक्‍त ु पृथक्करण विधि से मिलान करें । स्तंभ I स्तंभ II (क) ब ेसन और काले चने का मिश्रण (i) हस्त चयन (ख) चॉक पाउडर और पानी का मिश्रण (ii) चंबु कीय पृथक्करण (ग) भटु ् टे और आलू का मि‍श्रण (iii) निस्तारण (घ) लोहे के चरू े और बरु ादे का मि‍श्रण (iv) छानना (ङ) तेल और पानी का मि‍श्रण (v) निस्यंदन 6. किस परिस्थिति में आप ठोस और द्रव के मि‍श्रण को पृथक करने में निस्यंदन के स्‍थान पर निस्तारण विधि का उपयोग करें गे? 7. नासिका में बालों की उपस्थिति को आप किस पृथक्करण प्रक्रिया से जोड़कर देखते हैं? दैनिक जीवन में पृथक्करण विधियाँ 8. कोविड-19 (कोरोना वायरस महामारी) के समय, हम सभी ने मास्क पहने थे। सामान्‍यतया वे किस सामग्री से बने होते हैं? आपके मँहु और नथनों ु (नाक) को ढँकने में मास्क की क्या भमि ू का है? 9. आपको आल,ू नमक और लकड़ी के बरु ादे का मि‍श्रण दि‌या गया है। इस मि‍श्रण के प्रत्येक अवयव को पृथक करने के लिए चरणबद्ध प्रक्रिया की रूपरे खा तैयार कीजिए। 10. अग्रलिखित ‘बद्धि ु मान लीला’ शीर्षक कहानी पढ़ें। इसमें यत्र-तत्र आए दो वैकल्प‍िक शब्‍दाें में से सबसे उचित विकल्प पर सही () का निशान लगाएँ। अपनी पसंद से अनचु ्छेद का काेई अन्‍य उप‌यक्‍‍ु त शीर्षक दें। 173 9_Sci 6-Chapter 9.indd 173 8/9/2024 5:13:09 PM लीला अपने पिता के साथ खेत में काम कर रही थी। ज‍ब उसे ध्‍यान आया कि वे पीने का पानी घर पर ही छोड़ आए हैं। इससे पहले कि उसके पिता को प्यास/भूख लगे, वह पास के तालाब से पानी/अनाज लेने गई। डिब्बे में पानी लेने के बाद उसने ध्यान दिया कि पानी मटमैला है और पीने के लिए योग्य/अयोग्य है। पानी शद्ध ु करने के लिए, उसने पानी को कुछ समय के लिए रख दिया और उसके बाद मटमैले पानी को कागज/मलमल के कपड़े से निस्यंदित किया/मथा। तब लीला ने पानी को दस मिनट तक ढके बर्तन में ठंडा किया/उबाला। ठंडे/उबले पानी को उसने दोबारा से निस्यंदित किया/मथा और उसने पानी पीने योग्य/अयोग्य बनाया। यह पानी उसने अपने पिताजी को दिया। उन्होंने लीला को आशीर्वाद दिया और उसके इस प्रयास की सराहना की। आगे भी सीखें ‹‹ अभिभावकों के साथ मनोरंजन— हमें अपनी भारतीय विरासत पर गर्व है। अपने बड़ों की देख-रे ख में पौधों के विभिन्‍न भागों का उपयोग कर घर पर कुछ हर्बल उपचार तैयार करने का प्रयास करें , जैसे— तल ु सी का काढ़ा। हर्बल काढ़ा बनाने में आप किस पृथक्करण विधि का उपयोग करे गें? ‹‹ रंगमंचीय नाटक— कल्पना करें कि मल्‍ली आप हैं और आपकी मित्र वल्ली है। पदार्थों के पृथक्करण की विभिन्न विधियों पर प्रकाश डालते हुए संपर्णू भारत के भ्रमण को प्रस्तुत करने के लिए संवाद लिखें। अपने विद्यालय की सभा में नाटक प्रस्तुत करें । ‹‹ सामूहिक क्रियाकलाप— एक सप्‍ताह के अंतर्गत आपके द्वारा अपनाई गई और अपने परिवेश में देखी गई पृथक्करण की विधियों की सचू ी बनाएँ। इन विधियों का उपयोग करने के पीछे का कारण बताएँ और जिस विधि का आपने सबसे अधिक उपयोग किया है या देखा है, उसे अभ‍िल‍ेख‍ित करें । अपने और अपने समहू के सदस्यों के अवलोकनों की तल ु ना करें । जिज्ञासा । विज्ञान की पाठ्यपसु ्तक । कक्षा 6 ‹‹ अपने समुदाय के दिग्गज बनें— कूड़ा बीनने वाले का साक्षात्कार लें। उसके द्वारा उसके दैनिक जीवन में उपयोग किए जाने वाली पृथक्करण की विधियों का अध्ययन करें । अपने समदु ाय के 14 साल से छोटी उम्र के बच्चों को आस-पास के विद्यालय जाने के लिए प्रेरित करें । ‹‹ रिपोर्टर बनें— (क) आपके समदु ाय में उपयोग की जाने वाली विभिन्न पृथक्करण की विधियों (जैसे खेतों में या निर्माण स्‍थलों में) के समाचारों की कतरनें और लेखों को एकत्रित करें (ख) किसी स्थानीय किसान द्वारा उपयोग ?

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