सुभाष चंद्र बोस PDF

Summary

यह दस्तावेज़ सुभाष चन्द्र बोस के जीवन और स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान पर केंद्रित है। इस दस्तावेज में सुभाष चन्द्र बोस की देशभक्ति और उनके द्वारा किए गए महत्वपूर्ण कार्यों का उल्लेख किया गया है।

Full Transcript

सुभाष भारत दे श को अं ज़ े से आज़ाद करवाने के लए उतने ही ढ़ त थे, जतना दे श के अ य वतं ता सेनानी। इसके लए उ ह ने एक व तृत योजना भी तैयार क थी। इसे या वत करने के लए वे वेश बदलकर अं ज़ े को धोखा दे ते ए भारत से बाहर चले गए। वहाँ उ ह ने हटलर और मुसो लनी जैसे व के भावशाली नेता स...

सुभाष भारत दे श को अं ज़ े से आज़ाद करवाने के लए उतने ही ढ़ त थे, जतना दे श के अ य वतं ता सेनानी। इसके लए उ ह ने एक व तृत योजना भी तैयार क थी। इसे या वत करने के लए वे वेश बदलकर अं ज़ े को धोखा दे ते ए भारत से बाहर चले गए। वहाँ उ ह ने हटलर और मुसो लनी जैसे व के भावशाली नेता से भट क और उ ह भारत क सहायता करने के लए े रत कया। इसके अ त र बोस ने अं ज़ े से लोहा लेने के लए आज़ाद हद फौज का गठन कया। उ ह ने दे शवा सय को संबो धत करते ए व स नारा दया था 'तुम मुझे खून दो, म तु ह आज़ाद ँ गा। य प आज़ाद हद फौज ने यु म अं ज़ े को नाक चने चबाने के लए मज़बूर कर दया था, परंतु फर भी बोस अपने ल य म सफल नह ए। सुभाष ने पुनः श एक त करने के यास आरंभ कर दए। ले कन इसी बीच दे श को 18 अग त वष 1945 क रात नौ बजे आजाद हद संघ के अ य सुभाषचं बोस क ताईहोकू सै नक वमान ल पर वायुयान घटना म मृ यु होने का समाचार ा त आ। य प उसके बाद सुभाषचं बोस को कसी ने नह दे खा, तथा प उनके वषय म अनेक मा यताएँ च लत ह। अनेक लोग का मानना है क सुभाषचं उस वमान घटना के बाद भी जी वत थे और गु त प से कई वष तक दे श क सेवा म लगे रहे।

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