हमारा अद्भुत संसार Class 3 PDF

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This is a textbook for class 3 students, covering the subject of our amazing world. It was published by the NCERT in August 2024. The book focuses on topics related to the world around children.

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हमारा अद्भुत सस ं ार क ा 3 के िलए पाठ्यपुस्तक (हमारे आस-पास क दुिनया) Prelims.indd 1 8/9/2024 6:02:58 PM 0336 – हमारा अद्भुत सस...

हमारा अद्भुत सस ं ार क ा 3 के िलए पाठ्यपुस्तक (हमारे आस-पास क दुिनया) Prelims.indd 1 8/9/2024 6:02:58 PM 0336 – हमारा अद्भुत सस ं ार, क ा 3 ISBN 978-93-5292-697-8 (हमारे आस-पास क दिु नया) सवार्िधकार सरु ि त प्रथम सस्ं करण  प्रकाशक क पवू र् अनमु ित के िबना इस प्रकाशन के िकसी भी भाग को छापना तथा इलैक्ट्रॉिनक , मशीनी, फ़ोटो प्रितिलिप, िरकॉिड ग अथवा िकसी अन्य िविध से पनु : अगस्त 2024 श्रावण 1946 प्रयोग पद्धित द्वारा उसका संग्रहण अथवा प्रचारण विजर्त है।  इस पस्ु तक क िबक्र इस शतर् के साथ क गई है िक प्रकाशन क पवू र् अनमु ित के िबना यह पस्ु तक अपने मल ू आवरण अथवा िजल्द के अलावा िकसी अन्य प्रकार से व्यापार द्वारा उधारी पर, पनु िवर्क्रय या िकराए पर न दी जाएगी, न बेची जाएगी। PD 100T BS  इस प्रकाशन का सही मल्ू य इस पृष्ठ पर मिु द्रत है। रबड़ क महु र अथवा िचपकाई गई पच (िस्टकर) या िकसी अन्य िविध द्वारा अिं कत कोई भी संशोिधत मल्ू य गलत है © राष्ट्रीय शैि क अनुसध ं ान और प्रिश ण तथा मान्य नहीं होगा। रा.शै.अ.प्र.प. के प्रकाशन प्रभाग के कायार्लय प रषद्, 2024 एन.सी.ई.आर.टी. कैं पस श्री अरिवंद मागर् नई िदल्ली 110 016 फोन : 011-26562708 108, 100 फ ट रोड हेली एक्सटेंशन, होस्डेकेरे बनाशकं री III इस्टेज बेंगलु 560 085 फोन : 080-26725740 नवजीवन ट्रस्ट भवन डाकघर नवजीवन अहमदाबाद 380 014 फोन : 079-27541446 सी.डब्ल्य.ू सी. कैं पस िनकट : धनकल बस स्टॉप पिनहटी ` 65.00 कोलकाता 700 114 फोन : 033-25530454 सी.डब्ल्य.ू सी. कॉम्प्लक्े स मालीगाँव गुवाहाटी 781 021 फोन : 0361-2676869 प्रकाशन सहयोग अध्य , प्रकाशन प्रभाग : अनपू कुमार राजपतू मख्ु य उत्पादन अिधकारी : अ ण िचतकारा मख्ु य संपादक : िब ान सतु ार मख्ु य व्यापार प्रबंधक : अिमताभ कुमार एन.सी.ई.आर.टी. वॉटरमाकर् 80 जी.एस.एम. पेपर पर सहायक उत्पादन अिधकारी : ओम प्रकाश मिु द्रत। आवरण एवं आकल्पन सिचव, राष्ट्रीय शै ि क अनु सं ध ान और प्रिश ण जोएल िगल प रषद,् श्री अरिवदं मागर्, नयी िदल्ली 110 016 द्वारा िचत्रांकन प्रकाशन प्रभाग में प्रकािशत तथा िनिखल ऑफ़सेट, 223, िसलजा बनस रयार, सश ु ांता पॉल, डीएसआईडीसी कॉम्प्लेक्स, ओखला इडं िस्ट्रयल ए रया, पलक शमार् एवं निनत बी.एस. फे ज़-I, नई िदल्ली 110 020 द्वारा मिु द्रत। — अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन, बेंगल ु Prelims.indd 2 8/9/2024 6:02:58 PM आमुख राष्ट्रीय िश ा नीित (एन.ई.पी.) 2020 में प रकिल्पत िवद्यालयी िश ा का बिु नयादी स्तर बच्चों के समग्र िवकास के िलए आधारिशला का कायर् करता है। यह उन्हें न के वल हमारे देश के लोकाचार और संवैधािनक ढाँचे में िनिहत अमल्ू य संस्कारों को आत्मसात करने में स म बनाता है, अिपतु साथ ही बिु नयादी सा रता और सख्ं यात्मक कौशलों को हािसल करने में भी स म बनाता है। प्रारंिभक स्तर, बिु नयादी और मध्य स्तर के बीच एक सेतु का कायर् करता है जो क ा 3 से क ा 5 तक के तीन वष तक चलता है। इस स्तर के दौरान प्रदान क जाने वाली िश ा बिु नयादी स्तर के शै िणक िष्टकोण का िनमार्ण करती है। इस स्तर में बच्चों को पाठ्यपस्ु तकों और औपचा रक क ा-क से भी प रिचत कराया जाता है, जबिक खेल-कूद और खोज के साथ-साथ गितिविध आधा रत िश ण पद्धितयाँ जारी रहती हैं। इस प रचय का उदद् श्े य पाठ्यचयार् के ेत्रों में एक आधार स्थािपत करना ही नहीं, बिल्क पढ़ने, िलखने, बोलने, िचत्र बनाने, गायन और खेल के माध्यम से समग्र िश ा और आत्मान्वेषण को बढ़ावा देना है। इस व्यापक िष्टकोण में शारी रक िश ा, कला िश ा, पयार्वरण िश ा, भाषाएँ, गिणत, आधारभतू िव ान और सामािजक िव ान शािमल हैं। यह व्यापक िष्टकोण सिु निश्चत करता है िक बच्चे सं ानात्मक-संवेदनात्मक और शारी रक-प्रािणक (भावनात्मक) दोनों स्तरों पर अच्छी तरह से तैयार हों, तािक वे आसानी से मध्य स्तर तक पह चँ सकें । िवद्यालयी िश ा के िलए राष्ट्रीय पाठ्यक्रम क परे खा क अनश ु सं ा का पालन करते ह ए राष्ट्रीय िश ा नीित 2020 के अनवु त के प में, प्रारंिभक स्तर में ‘हमारे आस-पास क दिु नया’ को एक नया िवषय ेत्र बनाया गया है। इसका उदद् श्े य अनभु वात्मक िश ण िष्टकोण के माध्यम से पयार्वरण िश ा प्रदान करना तथा बच्चों के अनभु वों को िविभन्न िवषय ेत्रों क बिु नयादी अवधारणाओ ं से जोड़ना है िजसका वे मध्य स्तर में अध्ययन करें गे। ‘हमारे आस-पास क दिु नया’ के िलए यह पाठ्यपस्ु तक, ‘हमारा अदभ् तु ससं ार’ बच्चों को उनक अपनी दिु नया से संबंिधत िदन-प्रितिदन क सीखों को िव ान, सामािजक िव ान और पयार्वरण िश ा जैसे िविभन्न िवषय ेत्रों क बिु नयादी अवधारणाओ ं से जोड़ने में सहायता करने के िलए तैयार क गइर् है। इसका उदद् श्े य पयार्वरण के प्रित उनक संवेदनशीलता को बढ़ाना, उनमें समदु ाय के साथ काम करने के कौशल िवकिसत करना और िविभन्न व्यवसायों के प्रित सकारात्मक िष्टकोण को बढ़ावा देना है। ‘हमारा अदभ् तु संसार’, बच्चों में इस िवकासात्मक स्तर के िलए आवश्यक वैचा रक समझ, आलोचनात्मक िचतं न, रचनात्मकता तथा मल्ू यों और स्वभाव पर बल देती है। इसमें समावेिशता, Prelims.indd 3 8/9/2024 6:02:58 PM बह भािषकता, जेंडर समानता और सांस्कृ ितक मल ू से जड़ु ाव जैसे बह प ीय िवषयों को शािमल िकया गया है, तथा उपयक्ु त आइर्.सी.टी. उपकरणों और स्कूल आधा रत आकलन को समेिकत िकया गया है। इस स्तर में बच्चों क अतं िनर्िहत िज ासा को उनके प्रश्नों का उ र देकर तथा मल ू िश ण िसद्धांतों पर आधा रत गितिविधयों को प्रा िपत करके पोिषत करने क आवश्यकता है। खेल-खेल में सीखने क पद्धित के इस स्तर में भी जारी रहने के चलते, िश ण के िलए उपयोग िकए जाने वाले िखलौनों और खेलों क प्रकृ ित मात्र ध्यान खींचने के बजाय बच्चों क संलग्नता बढ़ाने क िदशा में िवकिसत क गई है। यद्यिप यह पाठ्यपस्ु तक मल्ू यवान है, िफर भी बच्चों को इस िवषय पर अित रक्त संसाधनों क तलाश करने क आवश्यकता है। िवद्यालय के पस्ु तकालयों को इस िवस्ता रत िश ा को सगु म बनाना चािहए तथा िश कों और अिभभावकों को उनके इन प्रयासों का समथर्न करना चािहए। एक प्रभावी िश ण वातावरण बच्चों को प्रे रत करता है, उन्हें व्यस्त रखता है तथा उनमें िज ासा व आश्चयर् को बढ़ावा देता है, जो सीखने के िलए महत्वपणू र् है। मैं, परू े िवश्वास के साथ प्रारंिभक स्तर के सभी बच्चों और िश कों के िलए इस पाठ्यपस्ु तक क अनश ु सं ा करता ह ।ँ मैं इसके िवकास में शािमल सभी लोगों के प्रित आभार व्यक्त करता ह ँ तथा आशा करता ह ँ िक यह सभी क अपे ाओ ं पर खरी उतरे गी। रा.शै.अ.प्र.प. पाठ्यपस्ु तक के िनयिमत प रवद्धर्न और प्रकाशन क गणु व ा में सधु ार के िलए प्रितबद्ध है, इसिलए हम पाठ्यपस्ु तक क िवषय-सामग्री को प रष्कृ त करने के िलए आपके सझु ावों एवं प्रितिक्रयाओ ं का स्वागत करते हैं। नइर् िदल्ली िदनेश प्रसाद सकलानी 25 मइर्, 2024 िनदेशक राष्ट्रीय शैि क अनसु ंधान और प्रिश ण प रषद iv Prelims.indd 4 8/9/2024 6:02:59 PM पाठ्यपुस्तक के बारे में िवद्यालयी िश ा हेतु राष्ट्रीय पाठ्यचयार् क परे खा (एन.सी.एफ.-एस.ई.)2023 ने क ा 3 से क ा 5 के िलए िवद्यालयी िश ा के प्रारंिभक स्तर में ‘हमारे आस-पास क दिु नया’ को पाठ्यचयार् के एक मख्ु य ेत्र के प में पहचाना है। राष्ट्रीय िश ा नीित (एन.इर्.पी.) 2020 और एन.सी.एफ.-एस.ई. 2023 इस िवषय ेत्र में सीखने के एक समग्र और बह -िवषयक िष्टकोण को एक कृ त करने क आवश्यकता पर बल देते हैं। इसिलए इस िवषय के स्व प को एक कृ त और अतं :िवषयक के प में अनश ु िं सत िकया गया है। उपरोक्त दोनों नीित दस्तावेज प्रारंिभक स्तर पाठ्यक्रम के एक आवश्यक घटक के प में अनभु व, िश ण, अन्वेषण और खोज क अनश ु सं ा करते हैं। उपरोक्त नीितगत प रप्रे य के आधार पर, क ा 3 के िलए ‘हमारा अद्भतु संसार’ पाठ्यपस्ु तक प्रा िपत और िवकिसत क गई है। जैसा िक ‘हमारा अदभ् तु संसार’ शीषर्क से ही पता चलता है, खदु करके सीखने वाले िक्रयाकलापों और िवस्तृत उ रों वाले प्रश्नों के माध्यम से यह पस्ु तक अनभु वात्मक अिधगम, अन्वेषण, जाँच-पड़ताल, खोज और आलोचनात्मक िचतं न को बढ़ावा देती है। इससे बच्चों को रटने क आदत से छुटकारा पाने के अवसर िमलते हैं और उन्हें अपने आस-पास के वातावरण के साथ सिक्रय प से जड़ु ने के िलए प्रोत्साहन िमलता है, िजससे उनमें िज ासा और जाँच-पड़ताल करने क भावना बढ़ती है। यह िष्टकोण अवधारणाओ ं और कौशलों के िवकास में ात से अ ात, स्थानीय से वैिश्वक, सरल से जिटल, मतू र् से अमतू र् तथा प रिचत से अप रिचत क ओर िसद्धांतों का अनसु रण करता है। इस पाठ्यपस्ु तक के तीन व्यापक घटक हैं। पहला घटक, अपेि त अिधगम के िलए सामग्री और कौशल का चयन है। दसू रा घटक, िवषयवस्तु को बच्चों के िलए परस्पर संवादात्मक प में प्रस्ततु करना है। यह िश कों को अवधारणाओ ं और कौशलों को िक्रयािन्वत करने में सहायता करता है। पाठ क प्रस्तिु त में िविभन्न आय-ु अन ु प शै िणक िष्टकोण, जैसे – खेल-आधा रत, थीम-आधा रत, िखलौने-आधा रत और जाँच-आधा रत तरीके शािमल हैं, िजससे िश ण-अिधगम बाल-कें िद्रत और आनंददायक बन सके । तीसरा घटक है, मल्ू यांकन प्रिक्रयाओ ं का चयन और बच्चों के सीखने क प्रगित पर लगातार िष्ट रखना। हम सभी जानते हैं िक बच्चे िचत्रों को पढ़ने, चचार् करने, प्रयोग करने, पहेिलयों को सल ु झाने, अनभु व साझा करने तथा िचत्र बनाने और िलखने के माध्यम से िवचारों को व्यक्त करने से भी सीखते हैं। मल्ू यांकन के बोझ को कम करने के िलए उपरोक्त गितिविधयों के माध्यम से अिधगम का मल्ू यांकन करने के िलए िनद श िदए गए हैं। प्रभावी और सही मल्ू यांकन के िलए प्रत्येक िवषय में Prelims.indd 5 8/9/2024 6:02:59 PM सीखने के प्रितफलों और द ताओ ं क क ावार पहचान क गइर् है और िश कों को तदनसु ार सीखने का आकलन करना चािहए। पाठ्यपस्ु तक के िष्टकोण से संबंिधत उपरोक्त तीनों घटकों को एक उदाहरण द्वारा समझा जा सकता है। अध्याय ‘हमारा भोजन’ में बच्चे पारंप रक व्यंजनों, जैसे – हाख (एक प्रकार का हरा साग) के बारे में सीखते हैं, जो श्रीनगर में लोकिप्रय है। यह उदाहरण उनके अपने ेत्र और हमारे देश के िविभन्न ेत्रों में खाद्य पदाथ क िविवधता के बारे में िज ासा पैदा करता है। यह अन्वेषण िविभन्न िवषयों को एक कृ त करता है, क्योंिक हम िकसी िवशेष खाद्य पदाथर् को पकाने में प्रयक्ु त सामग्री को समझने का प्रयास करते हैं। इन खाद्य पदाथ क उत्पित के कारणों और उनक सांस्कृ ितक प्रथाओ ं के बारे में सीखते हैं। बच्चे यह पता लगाते हैं िक भारत भर में भोजन िकस प्रकार क सांस्कृ ितक प्रथाओ ं को दशार्ता है। इस प्रकार का अतं िवर्षयी िष्टकोण बच्चों क समझ को गहन और िवकिसत करता है और िवषयों, िवषय ेत्रों और अवधारणाओ ं के बीच संबंध बनाने में उनक सहायता करता है। ‘हमारा अद्भतु संसार’ बच्चों के आस-पास क दिु नया से जड़ु े िवषयों पर आधा रत 4 इकाइयों से संरिचत है। प्रत्येक इकाई क संरचना एक ससु ंगत प्रा प का अनसु रण करती है िजसे बच्चों को प्रभावी ढंग से सल ं ग्न करने के अनसु ार तैयार िकया गया है। इकाइयों के प्रत्येक पाठ में िसखायी जा रही अवधारणाओ ं और कौशलों के िलए परस्पर संवादपरक बातचीत या कहानी-आधा रत कथात्मक िष्टकोण प्रस्ततु िकया गया है। उदाहरण के िलए, इकाइर् 2 क िवषयवस्तु ‘कुछ खोज पेड़-पौधों क ’ बच्चों के बीच के संवाद को प्रस्ततु करता है, जो एक बगीचे में खोज-बीन कर रहे हैं। यहाँ वे िविभन्न प्रकार के पौधों तथा उनके िविभन्न भागों क खोज कर रहे हैं और एक सतं िु लत व सामजं स्यपणू र् जीवन जीने के िलए पौधों क देखभाल करने क आवश्यकता के बारे में बता रहे हैं। प्रत्येक पाठ में दी गइर् िवषय-सामग्री बच्चों के अन ु प है और अिधगम प्रिकया में बच्चों क सिक्रय भागीदारी को प्रोत्सािहत करती है। स्व-व्याख्यात्मक िचत्रण का उदद् श्े य बच्चों में अवलोकन और आलोचनात्मक िचतं न के कौशलों को िवकिसत करना है। यह प्रयास िकया गया है िक पस्ु तक में भाषा और अवधारणा का स्तर आयु के अन ु प हो तथा हमारे देश के िविभन्न ेत्रों को भी दशार्ता हो। प्रत्येक इकाइर् के आरंभ में प्रत्येक पाठ के िलए एक अवधारणा योजना दी गई है जो वांिछत द ताओ ं और अपेि त अिधगम प्रितफलों को लि त करने में सहायता करे गी। पस्ु तक में प्रयक्ु त भाषा सरल और स्पष्ट है, िजससे बच्चे सभी चार इकाइयों में दी गई अवधारणाओ ं को आसानी से समझ सकें । हालाँिक, पस्ु तक में कुछ नई शब्दावली को भी शािमल िकया गया है, तािक बच्चों को आसान चनु ौती दी जा सके और उनके भाषा कौशल का िवस्तार िकया जा सके । उदाहरण के िलए, पदाथ और उनके गणु ों के बारे में सीखने के संदभर् में पारदश , अपारदश और पारभासी जैसे शब्दों को शािमल िकया गया है। बच्चों को वास्तिवक दिु नया क वस्तओ ु ं के संबंध में इन शब्दों को समझने में सहायता करने के िलए िचत्रों और िववरणों के माध्यम से इसे समझाया गया है। vi Prelims.indd 6 8/9/2024 6:03:00 PM इसके अित रक्त, प्रत्येक पाठ में मल्ू यांकन क एक अतं िनर्िहत समझ है जो बच्चों क प्रगित पर िष्ट रखने और तदनसु ार अिधगम-िश ण रणनीितयों में सधु ार व उन्हें तैयार करने में सहायता करती है। इसमें घर से स्कूल तक का रे खािचत्र बनाना, प्रकृ ित से प्राप्त सामिग्रयों का उपयोग करके रंगोली बनाना, चचार् के िबंद,ु यातायात के िच ों का िमलान, िचत्रों में नाम भरना, पौधों क वृिद्ध का िनरी ण करने के िलए सरल प्रयोग करना या पौधे के िविभन्न भागों के काय के बारे में िवस्तृत उ र वाले प्रश्नों का उ र देना जैसी गितिविधयाँ शािमल क गइ हैं। ‘आइए, मथं न करें ’ पाठ्यपस्ु तक में एक ऐसा खडं है िजसमें बच्चों को पाठ से सीखी गई बातों को सं ेप में प्रस्ततु करने का अवसर िमलता है। पस्ु तक में दी गई गितिविधयाँ सझु ावात्मक हैं। पाठ्यपस्ु तक में दी गइर् गितिविधयों के अलावा बच्चों पर िकसी भी तरह का दबाव डाले िबना िश क अित रक्त गितिविधयाँ बनाने के िलए भी स्वतंत्र हैं और यह सिु निश्चत कर सकते हैं िक वे बच्चों को उनके स्थानीय वातावरण से जोड़ें। ‘हमारा अद्भतु संसार’ के माध्यम से हमने अपने बच्चों को सिक्रय और संबद्ध करने वाले सीखने के अनभु व प्रदान करने का प्रयास िकया है। हम आशा करते हैं िक यह पस्ु तक प्रकृ ित क अदभ् तु जानकारी के द्वार खोलेगी तथा इस महत्वपणू र् अतं रानश ु ासिनक िवषय के बेहतर अिधगम-िश ण को बढ़ावा देगी। vii Prelims.indd 7 8/9/2024 6:03:00 PM Prelims.indd 8 8/9/2024 6:03:01 PM राष्ट्रीय पाठ्यक्रम एवं िश ण-अिधगम सामग्री सिमित (एन.एस.टी.सी.) महेश चद्रं पंत, कुलािधपित, राष्ट्रीय शैि क योजना एवं प्रशासन संस्थान (अध्य ) मञ्जल ु भागर्व, आचायर्, िप्रंसटन िवश्विवद्यालय (सह अध्य ) सधु ा मिू तर्, प्रितिष्ठत लेिखका एवं िश ािवद िबबेक देबरॉय, अध्य , प्रधानमत्रं ी क आिथर्क सलाहकार प रषद (ई.ए.सी.-पी.एम.) शेखर मांडे, पवू र्-महािनदेशक, सी.एस.आई.आर. एवं प्रितिष्ठत प्रोफे सर, सािवत्रीबाई फुले पणु े िवश्विवद्यालय, पणु े सजु ाता रामदोरई, आचायर्, िब्रिटश कोलंिबया िवश्विवद्यालय, कनाडा शक ं र महादेवन, संगीत िवशेष , मबंु ई य.ू िवमल कुमार, िनदेशक, प्रकाश पादक ु ोण बैडिमटं न अकादमी, बेंगल ु िमशेल डैिननो, िविज़िटंग आचायर्, आई.आई.टी. गांधीनगर सरु ीना राजन, आई.ए.एस. (सेवािनवृ ), ह रयाणा एवं पवू र् महािनदेशक, एच.पी.ए. चामू कृ ष्ण शास्त्री, अध्य , भारतीय भाषा सिमित, िश ा मत्रं ालय संजीव सान्याल, सदस्य, प्रधानमत्रं ी क आिथर्क सलाहकार प रषद (ई.ए.सी.-पी.एम.) एम.डी. श्रीिनवास, अध्य , सेंटर फॉर पॉिलसी स्टडीज़, चेन्नई गजानन लोंढे, हेड, प्रोग्राम ऑिफस, एन.एस.टी.सी. रे िबन छे त्री, िनदेशक, एस.सी.ई.आर.टी., िसिक्कम प्रत्यषू कुमार मडं ल, आचायर्, सामािजक िव ान िश ा िवभाग, रा.शै.अ.प्र.प., नई िदल्ली िदनेश कुमार, आचायर्, योजना एवं अनवी ण ु प्रभाग, रा.शै.अ.प्र.प., नई िदल्ली क ितर् कपरू , आचायर्, भाषा िश ा िवभाग, रा.शै.अ.प्र.प., नई िदल्ली रंजना अरोड़ा, आचायर् एवं अध्य , पाठ्यचयार् अध्ययन एवं िवकास िवभाग, रा.शै.अ.प्र.प., नई िदल्ली (सदस्य-सिचव) Prelims.indd 9 8/9/2024 6:03:01 PM Prelims.indd 10 8/9/2024 6:03:01 PM पाठ्यपुस्तक िनमार्ण समूह मागर्दशर्न महेश चद्रं पंत, अध्य , राष्ट्रीय पाठ्यक्रम एवं िश ण-अिधगम सामग्री सिमित (एन.एस.टी.सी.) तथा सदस्य, समन्वयन सिमित, पाठ्यचयार् ेत्र समहू — आरंिभक स्तर, रा.शै.अ.प्र.प., नई िदल्ली मञ्जल ु भागर्व, सह-अध्य , राष्ट्रीय पाठ्यक्रम एवं िश ण-अिधगम सामग्री सिमित तथा सदस्य, समन्वयन सिमित, पाठ्यचयार् ेत्र समहू — आरंिभक स्तर, रा.शै.अ.प्र.प., नई िदल्ली सनु ीित सनवाल, प्रोफे सर एवं अध्य , प्रारंिभक िश ा िवभाग, रा.शै.अ.प्र.प., नई िदल्ली तथा सदस्य संयोजक, समन्वयन सिमित, पाठ्यचयार् ेत्र समहू — आरंिभक स्तर, रा.शै.अ.प्र.प., नई िदल्ली अध्य , उप-समूह रे िबन छे त्री, िनदेशक, एस.सी.ई.आर.टी., िसिक्कम सहयोग अनीता भटनागर, पवू र् आइर्.ए.एस. तथा बाल सािहत्य लेिखका अचर्ना पािणकर, कायर्क्रम िनदेशक, पयार्वरण िश ा कें द्र (सी.ई.ई.), अहमदाबाद गायत्री दवे, कायर्क्रम समन्वयक, पयार्वरण िश ा कें द्र (सी.इर्.इर्.), अहमदाबाद चाँग िशमरे , सह-आचायर्, प्रारंिभक िश ा िवभाग, रा.शै.अ.प्र.प., नई िदल्ली जयश्री रामादास, सेवािनवृ आचायर् (िव ान िश ा), एच.बी.सी.एस.इर्. तथा डी.आइर्.एफ.आर., हैदराबाद िडिकला लेप्चा, सह-आचायर्, राज्य शैि क अनसु धं ान और प्रिश ण प रषद, िसिक्कम त ण चौबीसा, िनदेशक, िश ाशास्त्र और नवाचार (िव ान), सीड2सैंपिलंग एजक ु े शन फाउंडेशन, बेंगल ु तिू लका डे, सह-आचायर्, उ र-पवू ेत्रीय िश ा संस्थान, िशलाँग, मेघालय देबोराह द ा, अनसु धं ान और प्रलेखन सलाहकार, ग्रामीण प्रबंधन सस्ं थान, आनंद, गजु रात धन्या कृ ष्णन, सह-आचायर्, प्रारंिभक िश ा िवभाग, रा.शै.अ.प्र.प., नई िदल्ली पटेल राके श कुमार चद्रं कांत, मख्ु य अध्यापक, नव नािदसार प्राथिमक िवद्यालय, पंचमहल, गजु रात महेंद्र कुमार अजर्न चोटािलया, पवू र् डीन, िश ा संकाय तथा प्रमख ु , स्नातको र िश ा िवभाग, सरदार पटेल िवश्विवद्यालय, गजु रात Prelims.indd 11 8/9/2024 6:03:02 PM मातृका शमार्, पी.जी.टी. (इितहास), राजक य सीिनयर सेकेंडरी स्कूल, िडकिलंग, िसिक्कम रमा जयसदंु र, िवभागाध्य , एन.एम.आर. िवभाग, अिखल भारतीय आयिु वर् ान सस्ं थान (एम्स), नई िदल्ली िवजय द ा, प्रधानाचायर्, मॉडनर् स्कूल, बाराखभं ा रोड, नई िदल्ली िबनय पटनायक, प्रमख ु सलाहकार, एन.एस.टी.सी. कायर्क्रम कायार्लय, रा.शै.अ.प्र.प., नई िदल्ली वी. रामानाथन, सहायक आचायर्, आई.आई.टी. वाराणसी, उ र प्रदेश वेना कपरू , प्रकृ ित िश ा सलाहकार, नेचर क्लास म्स, बेंगल ु शमीन पवालकर, सहायक आचायर्, टाटा सामािजक िव ान संस्थान, मबंु ई संदीप कुमार, सहायक आचायर्, प्रारंिभक िश ा िवभाग, रा.शै.अ.प्र.प., नई िदल्ली स्वाित शेलार, व रष्ठ प रयोजना सहायक, रचनात्मक िश ा कें द्र, आइर्.आइर्.टी., गांधीनगर श्रीदेवी के.वी., सह-आचायर्, ेत्रीय िश ा सस्ं थान, अजमेर समी क मञ्जलु भागर्व, सह-अध्य , एन.एस.टी.सी. तथा सदस्य, समन्वयक सिमित, सी.ए.जी. — प्रारंिभक स्तर अनरु ाग बेहर, सदस्य, राष्ट्रीय िनरी क सिमित रंजना अरोड़ा, आचायर् एवं िवभागाध्य , पाठ्यक्रम अध्ययन और िवकास िवभाग, रा.शै.अ.प्र.प., नई िदल्ली गजानन लोंढे, प्रमख ु , एन.एस.टी.सी. कायर्क्रम कायार्लय तथा सदस्य-समन्वयक, उप-समहू समन्वयक राैिमला भटनागर, सह-आचायर्, प्रारंिभक िश ा िवभाग, रा.शै.अ.प्र.प., नई िदल्ली किवता शमार्, आचायर्, प्रारंिभक िश ा िवभाग, रा.शै.अ.प्र.प., नई िदल्ली सरला वमार्, सह-आचायर् (सह-समन्वयक), िश क िश ा िवभाग, रा.शै.अ.प्र.प., नई िदल्ली िहंदी अनुवाद मजं ू जैन, पवू र् आचायर् एवं अध्य , प्रारंिभक िश ा िवभाग, रा.शै.अ.प्र.प., नई िदल्ली शारदा कुमारी, व्याख्याता (सेवािनवृ ), एस.सी.ई.आर.टी., नई िदल्ली सिु ष्मता मिलक, सलाहकार, नई िदल्ली सगं ीता अरोड़ा, अध्यािपका (सेवािनवृ ), कें द्रीय िवद्यालय, नई िदल्ली xii Prelims.indd 12 8/9/2024 6:03:02 PM आभार राष्ट्रीय शैि क अनसु धं ान और प्रिश ण प रषद, राष्ट्रीय पाठ्यचचार् क परे खा पयर्वे ण सिमित के अध्य एवं सदस्यों; पाठ्यचयार् ेत्र समहू – आरंिभक स्तर के सभी सदस्यों तथा अन्य अतं :संबंधी िवषयों के िलए गिठत पाठ्यचयार् ेत्र समहू ों के अध्य ों एवं सदस्यों के प्रित इस पस्ु तक के िनमार्ण क प्रिक्रया में मागर्दशर्न एवं समी ा हेतु बह मल्ू य योगदान के िलए आभार व्यक्त करती है। प रषद, गजानन लोंढे, प्रमख ु और िबनय पटनायक, मख्ु य सलाहकार, एन.एस.टी.सी. कायर्क्रम कायार्लय, रा.शै.अ.प्र.प. िजन्होंने इस पाठ्यपस्ु तक क िवषयवस्तु को अिं तम प देने और इसके प्रा प के पहलओ ु ं के समन्वयन में महत्वपणू र् भिू मका िनभाई, को िवशेष धन्यवाद ािपत करती है। सामग्री संपादन में अपणार् जोशी, गाग कॉलेज और स्मृित शमार्, एल.एस.आर., िदल्ली िवश्विवद्यालय का सहयोग सराहनीय है। सिु ष्मता मािलक, पवू र् सलाहकार, एस.सी.ई.आर.टी. और लेिखका; मजं ू जैन, पवू र् आचायर्, प्रारंिभक िश ा िवभाग, रा.शै.अ.प्र.प.; बलजीत कौर, प्राचायर् एवं समन्वयक, पी.ई.सी. समग्र िश ा, िदल्ली; सगं ीता अरोड़ा, पवू र् िशि का, कें द्रीय िवद्यालय शालीमार बाग, नइर् िदल्ली; सपु णार् िदवाकर, प्रमखु सलाहकार, एन.एस.टी.सी. कायर्क्रम कायार्लय, रा.शै.अ.प्र.प. तथा अज़ीम प्रेमजी िवश्विवद्यालय, बेंगल ु के िवकास चद्रं राय, ितरंग िलकांग रंगसानेमी, अ ण नाइक तथा रोिनता शमी का भी पस्ु तक क िवषय-सामग्री में सधु ार तथा शै िणक योगदान के िलए प रषद आभार व्यक्त करती है। प रषद, इस पाठ्यपस्ु तक में जेंडर समेकन एवं समावेशन तथा कला िश ा आिद जैसे अतं ःसबं ंधी िवषयों क समी ा के िलए वधार् िनकालजे, आचायर्, प्रारंिभक िश ा िवभाग; क ितर् कपरू , आचायर्, भाषा िश ा िवभाग; इद्रं ाणी भादड़ु ी, आचायर् एवं अध्य , शैि क सव ण प्रभाग; मोना यादव, आचायर्, जेंडर अध्ययन िवभाग; िवनय िसंह, आचायर् एवं अध्य , िवशेष आवश्यकता समहू िश ा िवभाग; िमली रॉय, आचायर् एवं अध्य , जेंडर अध्ययन िवभाग और ज्योत्सना ितवारी, आचायर् एवं अध्य , कला एवं सौंदयर्बोध िश ा िवभाग के प्रित आभार व्यक्त करती है। प रषद, संगीता माथरु , हरगनु कौर, रंक , चचं ल रानी, तरणदीप कौर तथा ममता द्वारा पाठ्यपस्ु तक प्रा पण के िलए प्रदान क गइर् तकनीक सहायता हेतु उनके प्रयासों क सराहना करती है। प रषद, पवन कुमार ब रयार, प्रभारी, डी.टी.पी. प्रकोष्ठ, प्रकाशन प्रभाग, रा.शै.अ.प्र.प.; अतल ु िमश्रा, संपादक (संिवदा), अजं ू शमार्, सहायक संपादक (संिवदा), ग रमा, प्रफ ू रीडर (संिवदा), िववेक राजपतू , िबट्टू कुमार महतो, डी.टी.पी. ऑपरे टर (सिं वदा), प्रकाशन प्रभाग, रा.शै.अ.प्र.प. को इस पाठ्यपस्ु तक को अिं तम प देने के िलए आभार व्यक्त करती है। Prelims.indd 13 8/9/2024 6:03:03 PM Prelims.indd 14 8/9/2024 6:03:03 PM िवषय-सूची आमख ु iii पाठ्यपस्ु तक के बारे में v इकाई 1 : हमारे प रवार और समुदाय अध्याय 1 : मेरा प रवार और िमत्र 3 अध्याय 2 : मेले में हम 19 अध्याय 3 : त्योहार मनाएँ एक साथ 34 इकाई 2 : जीवन आस-पास अध्याय 4 : कुछ खोज पेड़-पौधों क 47 अध्याय 5 : पेड़-पौधे और पश-ु प ी हैं साथ 62 अध्याय 6 : िनभर्रता एक-दसू रे पर 72 इकाई 3 : प्रकृित के उपहार अध्याय 7 : पानी है अनमोल 86 अध्याय 8 : हमारा भोजन 100 अध्याय 9 : स्वस्थ रहो, प्रसन्न रहो 109 इकाई 4 : आस-पास है क्या-क्या? अध्याय 10 : वस्तओ ु ं क दिु नया 123 अध्याय 11 : कै से बनीं ये वस्तएु ँ ? 135 अध्याय 12 : क्या और कै से करें इसका ? 149 Prelims.indd 15 8/9/2024 6:03:05 PM Prelims.indd 16 8/9/2024 6:03:05 PM

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