श्याम ने ₹ 50,000 से व्यापार आरम्भ किया जिसमें से ₹ 30,000 उसका स्वयं का है और ₹20,000 उसने बैंक से ऋण लिया है। 7 ₹ 20,000 की वस्तुएँ खरीदीं, इसमें से ₹14,000 की वस्तुओं का बीमा (आ... श्याम ने ₹ 50,000 से व्यापार आरम्भ किया जिसमें से ₹ 30,000 उसका स्वयं का है और ₹20,000 उसने बैंक से ऋण लिया है। 7 ₹ 20,000 की वस्तुएँ खरीदीं, इसमें से ₹14,000 की वस्तुओं का बीमा (आगोप) है। बीमित (आगोपित) वस्तुओं में से ₹ 3,000 की वस्तुएँ अग्नि से क्षतिग्रस्त हुईं किन्तु हानि केवल ₹2,500 की हुई। बीमा कम्पनी ने इस दावे को स्वीकार कर लिया और राशि का शोधन किया। 15 राम से ₹ 3,000 की वस्तुओं का आदेश प्राप्त हुआ। 18 श्याम ने अपने आपूर्तिकर्ता दुर्गा से कहा कि आदेशानुसार राम को वस्तुओं की पूर्ति की जाए।

Understand the Problem

इस प्रश्न में श्याम के व्यापार के आरंभ और उनकी वित्तीय स्थिति का विवरण दिया गया है। इसमें बीमा से जुड़ी एक हानि और उससे संबंधित दावे की प्रक्रिया का भी उल्लेख है। यह प्रश्न व्यापारिक लेखांकन से संबंधित है, जिसमें श्याम के व्यापार की वित्तीय स्थिति का आंकलन करने की आवश्यकता है।

Answer

श्याम को बीमा कंपनी से ₹2,500 का मुआवजा प्राप्त हुआ।

श्याम को बीमा कंपनी से ₹2,500 का मुआवजा प्राप्त हुआ, चूंकि हानि भी ₹2,500 की ही थी।

Answer for screen readers

श्याम को बीमा कंपनी से ₹2,500 का मुआवजा प्राप्त हुआ, चूंकि हानि भी ₹2,500 की ही थी।

More Information

बीमा हानि का आकलन करने के बाद, कंपनी ने श्याम की ₹2,500 की हानि को मुआवजे में शोधन करने के लिए स्वीकार कर लिया। यह सामान्य बीमा प्रक्रिया का हिस्सा है जहां व्यापारी की हानि का आकलन और मुआवजा बीमा कंपनी द्वारा प्रदान किया जाता है।

Tips

कुछ लोग गलती से पूरी नुकसान की राशि या पूरी आग से नुकसान की वस्तुएं बीमा के लिए हैं और पूरा दावा करते हैं, जबकि बीमा केवल वास्तविक नुकसान का भुगतान करता है।

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