राष्ट्र का स्वरूप
Understand the Problem
यह प्रश्न राष्ट्र के स्वरूप के बारे में पूछ रहा है, अर्थात् राष्ट्र की परिभाषा, उसके तत्व और विशेषताओं को समझना। यह प्रश्न राजनीतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से राष्ट्र की संरचना पर चर्चा के लिए है।
Answer
भूमि, जन और जन की संस्कृति से राष्ट्र का स्वरूप बनता है।
'राष्ट्र का स्वरूप' के अनुसार राष्ट्र का निर्माण भूमि, जन और जन की संस्कृति के समावेश से होता है।
Answer for screen readers
'राष्ट्र का स्वरूप' के अनुसार राष्ट्र का निर्माण भूमि, जन और जन की संस्कृति के समावेश से होता है।
More Information
डॉ. वासुदेवशरण अग्रवाल द्वारा लिखित 'राष्ट्र का स्वरूप' निबन्ध में भूमि, जन और उनकी संस्कृति के महत्व का विवेचन होता है।
Tips
कभी-कभी 'राष्ट्र' को केवल भौगोलिक सीमा के रूप में लिया जाता है, लेकिन यह भूमि, जन और संस्कृति के समावेश से बनता है।
Sources
- राष्ट्र का स्वरुप – वासुदेव शरण अग्रवाल - desharyana.in - desharyana.in
- राष्ट्र का स्वरूप निबंध - techandgk1.blogspot.com
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