भारत के सर्वोच्च न्यायालय के विभिन्न क्षेत्राधिकार बताइए?
Understand the Problem
यह प्रश्न भारत के सर्वोच्च न्यायालय के विभिन्न क्षेत्राधिकारों के बारे में जानकारी मांग रहा है। यह मुख्य रूप से न्यायिक क्षेत्राधिकार, संविधान प्रदत्त क्षेत्राधिकार, और सर्वोच्च न्यायालय की अपील और मूल दायित्वों को समझने के लिए है।
Answer
मूल, अपीलीय और सलाहकार क्षेत्राधिकार होते हैं।
भारत के सर्वोच्च न्यायालय के विभिन्न क्षेत्राधिकार हैं:
- मूल अधिकार क्षेत्र: यह सीधे संघ और राज्यों के बीच के विवादों पर सुनवाई करता है।
- अपीलीय अधिकार क्षेत्र: यह उच्च न्यायालयों से आए फैसलों पर अपीलें सुनता है।
- सलाहकार अधिकार क्षेत्र: राष्ट्रपति के अनुरोध पर संवैधानिक या विधायी मामलों पर सलाह देता है।
Answer for screen readers
भारत के सर्वोच्च न्यायालय के विभिन्न क्षेत्राधिकार हैं:
- मूल अधिकार क्षेत्र: यह सीधे संघ और राज्यों के बीच के विवादों पर सुनवाई करता है।
- अपीलीय अधिकार क्षेत्र: यह उच्च न्यायालयों से आए फैसलों पर अपीलें सुनता है।
- सलाहकार अधिकार क्षेत्र: राष्ट्रपति के अनुरोध पर संवैधानिक या विधायी मामलों पर सलाह देता है।
More Information
सर्वोच्च न्यायालय का भूमिकाओं की विविधता से लैस क्षेत्राधिकार, भारतीय संघीय ढांचे की आवश्यकताओं के अनुसार है, जिससे न्याय प्रणाली की एकता और संरचना बनी रहती है।
Tips
क्षेत्राधिकारों की गलत पहचान अक्सर होती है; सुनिश्चित करें कि मूल, अपील और सलाहकार क्षेत्राधिकार के बीच अंतर स्पष्ट हो।
Sources
- अधिकार क्षेत्र | भारत का सर्वोच्च न्यायालय - Supreme Court of India - sci.gov.in
- भारत के सर्वोच्च न्यायालय - Drishti IAS - drishtiias.com
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