विद्यालय प्रबंधन समिति (एसएमसी)
11 Questions
0 Views

Choose a study mode

Play Quiz
Study Flashcards
Spaced Repetition
Chat to lesson

Podcast

Play an AI-generated podcast conversation about this lesson

Questions and Answers

SMC का गठन कब हुआ?

22 अप्रैल 1999

RTE Act 2009 की धारा-21 क्या है?

SMC का गठन

SMC का पंजीयन _________ अधिनियम 1958 के अंतर्गत कराया जाता है।

राजस्थान संस्था

SMC में कितने प्रकार की सभा होती हैं?

<p>दो</p> Signup and view all the answers

SMC में 25% सदस्यों का होना अनिवार्य है।

<p>True</p> Signup and view all the answers

केवल _______ सदस्य SMC के अध्यक्ष बन सकते हैं।

<p>अभिभावक</p> Signup and view all the answers

SMC के कार्य क्या हैं?

<p>सभी उपरोक्त</p> Signup and view all the answers

SMC की बैठक कितने समय में एक बार होती है?

<p>तीन माह में एक बार</p> Signup and view all the answers

SDMC में सदस्यों की संख्या वर्तमान में कितनी है?

<p>23</p> Signup and view all the answers

SMC का सचिव कौन होता है?

<p>संस्थान का प्रधान</p> Signup and view all the answers

SMC के लिए हर सदस्य का 50% होना आवश्यक है।

<p>True</p> Signup and view all the answers

Study Notes

विद्यालय प्रबंधन समिति (एसएमसी)

  • विद्यालय प्रबंधन समिति (एसएमसी) का गठन राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2009 की धारा 21 के तहत होता है।
  • राजस्थान में एसएमसी का गठन राजस्थान RTE नियमों के तहत 10 मई 2011 से लागू हुआ।

एसएमसी के उद्देश्य:

  • जनता से सहयोग प्राप्त करना और विद्यालय प्रबंधन को विकेंद्रीकृत करना।

एसएमसी का नाम:

  • "विद्यालय प्रबंधन समिति"

एसएमसी का कार्यक्षेत्र:

  • विद्यालय की चार दीवारी के अंदर और विद्यालय के कैचमेन्ट एरिया (जहां से बच्चे स्कूल आते हैं) को शामिल करता है।

एसएमसी में दो समितियाँ होती हैं:

  • साधारण सभा: यह सभी सदस्यों के लिए खुली होती है।
  • कार्यकारिणी सभा: यह चुनिंदा सदस्यों के लिए होती है।

सदस्यता:

  • सामान्य सभा:

    • अभिभावक
    • अध्यापक
    • पंचायत राज के कार्यकारी (जैसे सरपंच, प्रधान, जिला प्रमुख)
    • कार्यकारिणी के मनोनीत सदस्य
  • कार्यकारिणी सभा:

    • 450% महिला सदस्य
    • 75% अभिभावक
    • वार्ड पंच
    • सरपंच और प्रधान (पदेन सदस्य)

सदस्यता समाप्ति:

  • मौत, इस्तीफा, पंचायत कार्यकाल की समाप्ति, या बच्चे का टी.सी. मिलने पर।

बैठक:

  • हर तीन महीने में कम से कम एक बैठक अनिवार्य है।
  • बैठक की सूचना 2 दिन पहले देनी होती है।
  • बैठक में 25% सदस्यों की उपस्थिति अनिवार्य है।
  • यदि गणपूर्ति नहीं होती है तो 7 दिन बाद फिर से बैठक बुलाई जाती है।

कार्य:

  • कार्यकारिणी का गठन करना,
  • आय-व्यय की समीक्षा करना।

कार्यकारिणी सभा में सदस्य:

  • निर्वाचित सदस्य: 1 अध्यापिका
  • मनोनीत सदस्य: 2 शिक्षाविद अभिभावक
  • अभिभावक: विद्यार्थी के अभिभावक

कार्यकारी सभा की सदस्यता समाप्ति:

  • कार्यकाल समाप्त होने पर (2 वर्ष),
  • तीन बैठकों में अनुपस्थित रहने पर,
  • कानून द्वारा दंडित होने पर,
  • भ्रष्टाचार में संलिप्त होने पर,
  • बच्चे का टी.सी. मिलने पर।

कार्यकारी सभा की बैठक:

  • हर अमावस्या को होती है।
  • 30% (कम से कम 15 सदस्य) की गणपूर्ति अनिवार्य है।

पदाधिकारी:

  • अध्यक्ष: 12 अभिभावकों में से एक अभिभावक को चुना जाता है।
    • SMC की बैठकों की अध्यक्षता करना
    • समझौता नहीं होने पर निर्णायक मत देना
  • उपाध्यक्ष: 12 अभिभावकों में से एक को चुना जाता है।
    • अध्यक्ष की अनुपस्थिति में बैठक की अध्यक्षता करना।

अन्य महत्वपूर्ण बातें:

  • अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की अनुपस्थिति में वरिष्ठतम अभिभावक अस्थाई अध्यक्ष बनता है।
  • सचिव: विद्यालय प्रधान होता है।
    • बैठक का एजेंडा तैयार करना,
    • आय-व्यय का रिकॉर्ड बनाना,
    • SMC से संबंधित दस्तावेज़ रखना।

SMC का खाता:

  • राजकीय या सहकारी बैंक में खोला जाता है।
  • चेक के माध्यम से लेन-देन के लिए अध्यक्ष और सचिव के संयुक्त हस्ताक्षर आवश्यक हैं।
  • सहकारी समितियों के ऑडिटर एसएमसी के खातों का ऑडिट करते हैं।

निर्णय लेने की प्रक्रिया:

  • सर्वसम्मति: सभी सदस्य सहमत हों।
  • बहुमत: अधिकतर सदस्य सहमत हों।

SMC के कोष:

  • विकास कोष: विद्यालय के विकास के लिए।
  • परिचालन कोष: विद्यालय के दिन-प्रतिदिन के खर्च के लिए।

चंदा, भामाशाह और अनुदान:

  • विद्यालय को धन जुटाने के लिए।

एसएमसी के कार्य:

  • विद्यालय की गतिविधियों की निगरानी करना,
  • विद्यालय की विकास योजनाएँ बनाना,
  • मिड-डे मील का संचालन करना,
  • विद्यालय के लिए संसाधन जुटाना,
  • विद्यालय में नामांकन और ठहराव सुनिश्चित करना,
  • विद्यालय की गतिविधियों का रिकॉर्ड रखना।

विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति (SDMC):

  • SDMC का गठन पहले 17 सदस्यों के साथ हुआ था, लेकिन अब (1 जुलाई 2016 से) 23 सदस्य हैं।

SDMC बैठक:

  • अध्यक्ष: संस्था प्रधान,
  • सचिव: वरिष्ठतम व्याख्याता,
  • 50% महिला सदस्य,
  • गणपूर्ति: प्रत्येक अमावस्या को 50% (कम से कम 5 सदस्य)।
  • बैठक की सूचना दो सप्ताह पहले देनी होती है।

SDMC उपसमितियाँ:

  • स्कूल भवन उपसमिति: 6 सदस्य, अध्यक्ष - संस्था प्रधान
  • अकादमिक उपसमिति: 8 सदस्य, अध्यक्ष - संस्था प्रधान

SDMC के कार्य:

  • विद्यालय की विकास योजनाएँ बनाना,
  • विद्यालय की गतिविधियों की निगरानी करना,
  • आय-व्यय का रिकॉर्ड रखना,
  • विद्यालय की प्रगति का संचालन करना,
  • दाताओं और भामाशाओं से अनुदान प्राप्त करना।

Studying That Suits You

Use AI to generate personalized quizzes and flashcards to suit your learning preferences.

Quiz Team

Description

इस क्विज में विद्यालय प्रबंधन समिति (एसएमसी) के गठन, उद्देश्यों, कार्यक्षेत्र और सदस्यता के बारे में जानकारी दी जाएगी। एसएमसी के विभिन्न सदस्यों और उनकी भूमिकाओं को समझने के लिए यह क्विज मददगार होगा। यह क्विज राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2009 और राजस्थान RTE नियमों से संबंधित है।

More Like This

Use Quizgecko on...
Browser
Browser