क्लास 8 नैतिक शिक्षा क्विज़
10 Questions
1 Views

Choose a study mode

Play Quiz
Study Flashcards
Spaced Repetition
Chat to lesson

Podcast

Play an AI-generated podcast conversation about this lesson

Questions and Answers

संन्यास आश्रम के लिए किसको प्रवेश करना चाहिए?

  • जो युवा हो
  • जिसका मन संन्यासी हो जाए (correct)
  • जो धनी हो
  • जो बुद्धिमान हो
  • संन्यासी बनने के लिए किसका मन होना चाहिए?

  • अध्यात्मिकता से वंचित
  • बच्चों का प्यार
  • धनी
  • निष्काम (correct)
  • संन्यासी के मन में क्या होने पर उसका संन्यास जुटा है?

  • छल कपट द्वेष क्रोध लालच या किसी भी प्रकार की बुरी भावना (correct)
  • सामर्थ्य और समर्पण
  • उत्साह और संतोष
  • गरीबी और निराशा
  • संन्यासी बनने के लिए किसे आश्रम में प्रवेश करना चाहिए?

    <p>जिसका मन संन्यासी हो जाए</p> Signup and view all the answers

    संन्यास आश्रम का महत्व क्या है?

    <p>केवल उसी व्यक्ति को प्रवेश करना चाहिए जिसका मन संन्यासी हो जाए</p> Signup and view all the answers

    वैदिक धर्म के अनुसार वर्ण व्यवस्था किस आधार पर बनाई गई थी?

    <p>कर्म के आधार पर</p> Signup and view all the answers

    वैदिक धर्म में ब्राह्मण, शत्रिय, वैश्य और शूद्र किसे माने गए थे?

    <p>कर्म के आधार पर</p> Signup and view all the answers

    वैदिक धर्म में वर्ण व्यवस्था किस उद्देश्य के लिए बनाई गई थी?

    <p>व्यक्ति के कर्मों के आधार पर विभाजित करने के लिए</p> Signup and view all the answers

    वैदिक धर्म में वर्ण व्यवस्था को किस तरह से बनाया गया था?

    <p>कर्म के आधार पर</p> Signup and view all the answers

    वैदिक धर्म में वर्ण व्यवस्था के अनुसार व्यक्ति को किसके आधार पर माना गया था?

    <p>कर्म के आधार पर</p> Signup and view all the answers

    Study Notes

    कैसे चली आई वर्ण व्यवस्था वर्ण व्यवस्था के बारे में विस्तृत जानकारी

    1. प्राचीन समाज में वर्ण व्यवस्था का परिचय: वर्ण व्यवस्था में चार वर्ण थे - ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, और शूद्र। इस व्यवस्था में व्यक्ति का वर्ण उसके गुण, कर्म, और स्वभाव के आधार पर निर्धारित होता था।

    2. वर्ण व्यवस्था के आधार: वर्ण व्यवस्था का आधार गुण और कर्म पर था, न कि जन्म पर। सभी लोग जन्म से शूद्र होते थे, और उन्हें संस्कार और विद्या के माध्यम से अपने वर्ण में बदला जाता था।

    3. वर्ण व्यवस्था की समाजिक प्रासंगिकता: वर्ण व्यवस्था के अनुसार, जन्म से पहला ज्ञानी व्यक्ति बनाने के लिए विद्या और संस्कार की आवश्यकता थी।

    4. वर्ण व्यवस्था क

    Studying That Suits You

    Use AI to generate personalized quizzes and flashcards to suit your learning preferences.

    Quiz Team

    Description

    क्लास 8 के छात्रों के लिए नैतिक शिक्षा के चैप्टर थर्टीन - आश्रम व्यवस्था के क्विज़ में भाग लें। इस वीड

    Use Quizgecko on...
    Browser
    Browser