Agriculture Miscellaneous Facts PDF

Document Details

SmoothForesight5622

Uploaded by SmoothForesight5622

Tags

agriculture farming crops agricultural facts

Summary

This document provides information about various agricultural practices, including different types of farming, crops, and their origins. It also details different agricultural revolutions and the key institutions associated with farming. Useful for studying agricultural principles and practices.

Full Transcript

कृषळ के षऱषऱध तथ्य (Agriculture-Miscellaneous Facts)ent  देल भें प्रथभ कृषळ षऱश्वषऱद्यारम की स्थाऩना ऱळष 1960 भें रृई थी। बायत के प्रथभ प्रधानभंत्री जऱावयरार नेवरू द्वाया 17 नऱंफय, 1960 कॉ ‘उत्तय प्रदेल कृषळ षऱश्वषऱद्यारम’ (UPAU) के रूऩ भें इऴका...

कृषळ के षऱषऱध तथ्य (Agriculture-Miscellaneous Facts)ent  देल भें प्रथभ कृषळ षऱश्वषऱद्यारम की स्थाऩना ऱळष 1960 भें रृई थी। बायत के प्रथभ प्रधानभंत्री जऱावयरार नेवरू द्वाया 17 नऱंफय, 1960 कॉ ‘उत्तय प्रदेल कृषळ षऱश्वषऱद्यारम’ (UPAU) के रूऩ भें इऴका उद्घाटन ऩंतनगय, उत्तयाखंड (तत्कारीन उ.प्र.) भें षकमा गमा था।  फाद भें इऴका नाभ ‘गॉषऱिं द ऱल्रब ऩंत कृषळ एऱं प्रॊद्यॉगगकी षऱश्वषऱद्यारम’ कय ददमा गमा।  ‘बायतीम कृषळ का इषतवाऴ’ ऩुस्तक एभ. एऴ. यंधाऱा द्वाया लरखी गई वै। इनका ऩूया नाभ भॉहविं दय सऴिंव यंधाऱा वै। इन्होंने वहयत क्ांषत के क्षेत्र भें भवत्वऩूणष बूलभका लनबाई वै। कृषळ के षऱलेळ प्रकाय वॉऴीकल्चय – व्याऩाहयक स्तय ऩय उन्नत प्रजाषत के घॉडों ऱ खच्चयों का ऩारन। ऱभीकल्चय – कृषळ उत्पादन भें ऱृद्धि वेतु केंचुआ ऩारन ऴेयीकल्चय – येलभ उत्पादन की षक्मा, सजऴभें लवतूत आदद की कृषळ बी ऴम्मिलरत वै। वॉटीकल्चय – व्याऩाहयक स्तय षकमा जाने ऱारा षऱलबन्न प्रकाय के परों का उत्पादन। ऑलरऱीकल्चय – व्याऩाहयक स्तय ऩय की जाने ऱारी जैतून की कृषळ आयफयीकल्चय – षऱलेळ प्रकाय के ऱृक्षों एऱं झाहडमों की कृषळ, सजऴभें उनका ऴंयक्षण ऱ ऴंऱिष न बी ऴम्मिलरत वै। सऴल्वीकल्चय – ऱनों के ऴंयक्षण एऱं ऴंऱिषन ऴे ऴम्बन्धित षक्मा। ऱेजीकल्चय – दलक्षणी-ऩूऱी एसलमा भें आदद भानऱ द्वाया की गई प्रायंलबक आददभ कृषळ एऩीकल्चय – व्याऩाहयक स्तय ऩय लवद उत्पादन वेतु भधुभक्खी ऩारन फ्लॉयीकल्चय – व्याऩाहयक स्तय ऩय की जाने ऱारी पूरों की कृषळ। भॉयीकल्चय – येलभ कीट वेतु लवतूत की कृषळ एयॉऩॉलनक – ऩॊधों कॉ वऱा भें उगाना (भृदा यहवत कृषळ) ऩॉभॉरॉजी – पर षऱज्ञान षऱटीकल्चय – अंगूयों का व्याऩाहयक स्तय ऩय उत्पादन। षऩऴीकल्चय – व्याऩाहयक स्तय ऩय की जाने ऱारी भछरी ऩारन की षक्मा। नेभयीकल्चय – आददभ व्यऱस्था की कृषळ, सजऴभें ऱनों ऴे पर-पूर ऱ कंद-भूर ऴंग्रव षकमा जाता वै। ऑरे यीकल्चय – जभीन ऩय पैरने ऱारी ऴब्जिमों की व्याऩाहयक कृषळ। भेयीकल्चय – व्याऩाहयक उद्देश्य ऴे ऴभुद्री जीऱों के उत्पादन की षक्मा। पऴर, पर एऱं ऴब्जिमों के उत्पत्ति स्थर (Crops, Fruits, Vegetable and their Origin or native places) पऴर उत्पत्ति स्थर पऴर उत्पत्ति स्थर गेरॄूँ उ.ऩ. एसलमा ज्वाय अफ्रीका फयऴीभ लभश्र चना उ.ऩ. एसलमा तम्बाकू भैक्सिकॉ चाऱर द.ऩू. एसलमा www.decodeexam.com CLICK HERE — RO-ARO COMPLET BATCH BEYOND THE BOOKS 1 भटय एसलमा, भाइनय अरऴी पायऴ की खाडी तॉहयमा बायत, चीन, मूयॉऩ भऴूय एसलमा भाइनय चुकन्दय मूनान जॊ अफीऴीलनमा भक्का भैक्सिकॉ आरू गचरी रार लभचष ब्राजीर फाजया अफ्रीका भूरी चीन लबण्डी बायत पूरगॉबी इटरी रॊकी बायत रीची बायत, चीन ऩऩीता अभेहयका अभरूद अभेहयका ऴाइट्रऴ उ.ऩ. बायत गन्ना बायत केरा इण्डॉ चाइना षतर अफ्रीका जूट बायत रॉषफमा अफ्रीका भूूँग बायत अयवय बायत ऴॉमाफीन चीन उडद बायत भूूँगपरी ब्राजीर ऴनई ब्राजीर कऩाऴ बायत आूँऱरा बायत फेय बायत अंगूय आलभि लनमा कटवर बायत फैगन बायत आभ बायत कद्द ू अभेहयका ऴेफ कैस्पिमन ऴागय टभाटय द. अभेहयका प्याज एसलमा लकयकंद अभेहयका बायत भें कृषळ क्ांततमों के उऩनाभ – क्ांतत ऴंफंतधत क्षेत्र/उत्पादन वहयत क्ांषत खाद्यान्न उत्पादन नीरी क्ांषत भत्स्य ऩारन श्वेत क्ांषत दुग्ध उत्पादन बूयी क्ांषत कॉकॉ उत्पादन रार क्ांषत टभाटय एऱं भांऴ उत्पादन धूऴय क्ांषत याऴामलनक उऱषयक उत्पादन ऴुनवयी क्ांषत फागऱानी, लवद एऱं पर उत्पादन यजत क्ांषत अंडा/कुक्कुट उत्पादन गुराफी क्ांषत प्याज, झींगा, भछरी, उत्पादन, ऒळगधमाूँ एऱं पाभाषस्यूहटकल्स ऩीत क्ांषत षतरवन उत्पादन स्वणष येला क्ांषत जूट (ऩटऴन) उत्पादन www.decodeexam.com CLICK HERE — RO-ARO COMPLET BATCH BEYOND THE BOOKS 2 गॉर क्ांषत आरू उत्पादन यजत येला क्ांषत कऩाऴ उत्पादन फादाभी क्ांषत भऴारा उत्पादन भूक क्ांषत भॉटे अनाज के उत्पादन ऴेफ्रान क्ांषत केऴय उत्पादन वहयत ऴॉना क्ांषत फाूँऴ उत्पादन ऴदाफवाय क्ांषत जैषऱक खेती कॉ प्रॉत्सावन तथा षकऴनों कॉ पऴर का उगचत भूल्य ददराने तथा उत्पादन फढाने ऴे ऴंफंगधत इं द्रधनुळीम क्ांषत ऴबी क्षेत्रों के उत्पादन भें ऱृद्धि कयने ऴे ऩयीक्षोऩमोगी भवत्वऩूर्ण तथ्य-  ऩलुऩारन ऒय ऴस्य उत्पादन कॉ एक ऴाथ कयना लभसश्रत कृषळ की प्रभुख षऱलेळता वै।  अंगूय की खेती कॉ षऱटीकल्चय कवते वै।  ऩलु प्रजनन पाभों कॉ स्टाक पालभिं ग (Stock Farming) की ऴंज्ञा दी जाती वै।  जभीन ऩय पैरने ऱारी ऴब्जिमों की व्याऩाहयक कृषळ ऑरे यीकल्चय कवराती वै।  ठे केदायी कृषळ (Contract Farming) रागू कयने भें अग्रणी याज्य ऩंजाफ वै।  भृदा के षफना जर भाध्यभ भें ऩॊधों के ऱृद्धि एऱं षऱकाऴ की ऩिषत एक्वाकल्चय कवराती वै।  कृषळ भें मुग्म ऩैदाऱाय का आलम वै – एक वी ऴाथ दॉ पऴर उगाना  बूलभ का इऴ प्रकाय प्रमॉग षक उऴकी गुणऱत्ता अक्षुण्ण फनी यवे , धायणीम कृषळ कवराता वै।  ऴस्य कवनता 200 ऴे अगधक वॉने ऩय उऴे गवन कृषळ की उऩभा प्रदान की जाती वै।  ऱृक्षों तथा झाहडमों की कृषळ सजऴभें उनका ऴंयक्षण तथा ऴंऱधषन वॉता वै, आऱोयीकल्चय कवराता वै।  ऴभॉच्च कृषळ अऩयदन प्रबाषऱत ऩवाडी क्षेत्रों भें अऩनाई जाती वै।  झूलभिं ग खेती ऩूऱोत्तय प्रदेलों भें की जाती वै।  ऩयभाकल्चय ऩाहयब्जस्थषतकी कृषळ का ऩमाषम वै।  फाढ प्रबाषऱत क्षेत्रों भें ददमाया खेती की जाती वै।  खेती की ऱव प्रणारी सजऴभें षकऴान का याज्य ऴे ऴीधा ऴंफंध वॉता वै , काश्तकायी खेती कवराती वै।  100 ऴे 200 ऴेभी. ऱाषळिक ऱळाष ऱारे क्षेत्रों भें आद्रष कृषळ की जाती वै।  षब्रटे न एऱं ऴ. याज्य अभेहयका भें ऩूूँजीऱादी खेती प्रचलरत वै।  बायत भें ऴाभान्यतः लभसश्रत खेती की ऩिषत अऩनाई जाती वै।  यैंगचिं ग ऩिषत, ऑस्ट्ट्रे लरमा भें फरृतामत रूऩ भें ऩामी जाती वै।  अनुऩद लस्यन (Relay Cropping) ऩिषत भें भृदा भें काफषन का ऴंग्रवण वॉता वै।  ऩूऱी उ.प्र. एऱं षफवाय के फाढ ऱारे क्षेत्रों भें ददमाया खेती (Recession Farming) प्रचलरत वै।  भक्का की कटाई/तुडाई के तुयंत फाद आरू कॉ रगाना तथा आरू कॉ खॉदकय तुयंत लभचष रगाना ऴतत् लस्यन का उदावयण वै।  ढार के ऊऩय एक वी ऊूँचाई के अरग-अरग दॉ षफिं दुऑ ं कॉ लभराने ऱारी काल्पलनक येखा कॉ कण्टूय कवते वै।  ढार के षऱऩयीत कण्टूय येखा ऩय षकऴी बी प्रकाय की कळषण षक्मा द्वाया खेती कयना, ऴभॉच्च खेती (Contour Farming) कवराती वै। www.decodeexam.com CLICK HERE — RO-ARO COMPLET BATCH BEYOND THE BOOKS 3  उत्खलनत प्रभाणों के अनुऴाय, ऩलुऩारन का प्रायंब भध्य ऩाळाण कार ऴे रृआ। इऴ प्रकाय के ऴाक्ष्य आदभगढ (वॉलंगाफाद, भ.प्र.) तथा फागॉय (बीरऱाडा, याजस्थान) ऴे लभरे वै।  भध्यऩाळासणक प्रऴंग भें ऩलुऩारन के प्रभाण जवां लभरे , ऱव स्थान आदभगढ वै।  खाद्यान्नों का उत्पादन ऴऱषप्रथभ नऱऩाळाण कार भें रृआ।  भानऱ द्वाया ऴऱषप्रथभ प्रमुक्त अनाज जॊ था।  बायतीम उऩभवाद्वीऩ भें कृषळ के प्राचीनतभ ऴाक्ष्य उत्तय प्रदेल के ऴंत कफीय नगय सजरे भें ब्जस्थत ररृयादेऱ ऴे प्राप्त रृए वै।  उत्तय प्रदेल भें ऴैंधऱ ऴभ्यता स्थर जवाूँ ऩय कऩाऴ की खेती के ऴाक्ष्य लभरे थे – आरभगीय (भेयठ)  याजस्थान के वनुभानगढ सजरे भें घग्गय नदी के षकनाये ब्जस्थत कारीफंगा ऴे जुते रृए खेत के ऴाक्ष्य लभरे वै।  वडप्पाकारीन स्थर फनाऱरी ऴे ‘वर’ का टे याकॉटा प्राप्त रृआ वै।  ऱस्त्रों के लरए कऩाऴ की खेती का आयंब ऴफऴे ऩवरे बायत भें रृआ। 1922 भें याखारदाऴ फनजी के नेतृत्व भें सऴिं धु नदी के षकनाये ब्जस्थत भॉवनजॉदडों उत्खनन ऴे कऩाऴ के ऴूत की प्राति प्त की गई थी।  ऋग्वेद भें उल्लल्रखखत ‘मऱ’ लब्द जॊ के लरए प्रमुक्त वॉता था।  अलबरे खीम ऴाक्ष्य ऴे प्रकट वॉता वै षक नंद याजा के आदेल ऴे एक नवय ‘कलरिंग’ भें खॉदी गई थी।  भॊमषकार भें याजकीम बूलभ की व्यऱस्था ऴीताध्यक्ष द्वाया वॉती था। इऴऴे प्राप्त वॉने ऱारी आम कॉ ‘ऴीता’ कवा जाता था।  भॊमषकार भें बाग एऱं फलर याजस्व के ऴऱषप्रभुख स्रॉत ते। याजा बूलभ का भालरक वॉता था, ऱव बूलभ ऴे उत्पन्न उत्पादन के एक बाग का अगधकायी थी। इऴ ‘कय’ कॉ बाग कवते थे। इऴी प्रकाय ‘फलर’ बी याजस्व का स्रॉत था।  जर की आऱश्यकता कॉ ध्यान भें यखते रृए, चंद्रगुप्त भॊमष ऐऴा प्रथभ लाऴक था सजऴने गगयनाय क्षेत्र भें एक झीर का लनभाषण कयऱामा।  षफदकबागभ अथऱा उदकबाग प्राचीन बायत भें प्रचलरत एक सऴिं चाई कय था।  अराउद्दीन खखरजी के लाऴनकार भें खालरऴा बूलभ अगधक ऩैभाने भें षऱकसऴत रृई।  अराउद्दीन खखरजी तथा भुविद षफन तुगरक ने बू याजस्व उऩज का 50 कय ददमा था।  कृषळ कॉ ऴभुन्नत कयने के लरए नवय खुदऱाने के ऴंदबष भें 13ऱीं लताब्दी का ऩवरा, लाऴक वॉने का श्रेम गमाऴुद्दीन तुगरक कॉ जाता वै।  भुविद षफन तुगरक ने कृषळ की उन्नषत के लरए एक नए षऱबाग ‘दीऱान-ए-अभीय-कॉवी’ की स्थाऩना की।  दपयॉज लाव तुगरक का लाऴनकार बायत भें नवयों के ऴफऴे फडे जार का लनभाषण कयने के कायण प्रसऴि यवा।  वक्क-ए-लफष अथऱा सऴिंचाई कय रगाने ऱारा ददल्री का प्रथभ ऴुल्तान दपयॉज तुगरक था।  दपयॉज लाव तुगरक ने परों की गुणऱत्ता ऴुधायने के लरए कई प्रमाऴ षकमे। उऴने ददल्री के लनकट 1200 नए परों के फाग रगाए।  भध्यकारीन लाऴक इल्तुतलभल ने इक्ता व्यऱस्था प्रायंब की थी। मव वस्तांतयणीम रगान अगधन्याऴ था।  ऴल्तनत भें बू-याजस्व का ऴऱोच्च ग्राभीण अगधकायी ‘चॊधयी’ था।  तेयवऱीं ऒय चॊदवऱीं लताति ब्दमों भें बायतीम कृळक, भक्का की खेती नवीं कयता था।  कृळकों की ऴवामता के लरए लेयलाव ने ‘ऩट्टा’ एऱं ‘कफूलरमत’ की व्यऱस्था प्रायंब की थी।  टॉडयभर ने बू-याजस्व के क्षेत्र भें ख्याषत असजि त की थी।  भुगर लाऴन भें भीय फख्शी बू याजस्व अगधकाहयमों का ऩमषऱेक्षण कयता था।  वहयत क्ांषत नई कृषळ व्यूव यचना का ऩहयणाभ थी जॉ 20ऱीं ऴदी भें ऴातऱें दलक के दॊयान प्रायंब षक गमी थी। www.decodeexam.com CLICK HERE — RO-ARO COMPLET BATCH BEYOND THE BOOKS 4  बायत भें वहयत क्ांषत का षऩता डॉ. एभ. एऴ. स्वाभीनाथन कॉ भाना जाता वै।  बायत भें वहयत क्ांषत के परस्वरूऩ खाद्यान्नों के उत्पादन भें ऱृद्धि रृई।  गुराफी क्ांषत का ऴंफंध ‘प्याज उत्पादन’ ऴे वै।  कारी क्ांषत ‘कच्चा तेर उत्पादन’ ऴे ऴंफंगधत वै।  बायत भें नीरी क्ांषत ‘भत्स्यऩारन’ ऴे ऴंफंगधत वै।  कृषळ रागत ऒय भूल्य आमॉग (CACP) की सऴपाहयलों के आधाय ऩय कुछ पऴरों की फुआई के आयंलबक भॊऴभ भें बायत ऴयकाय न्यूनतभ ऴभथषन भूल्यों (MSP) की घॉळणा कयती वै।  वहयत क्ांषत ऴे अलबप्राम वै – उच्च उत्पाद ऱैयाइटी प्रॉग्राभ  बायत भें वहयत क्ांषत का उत्पादन एऱं उत्पादकता दॉनों भें ऴऱाषगधक राब गेरॄं की पऴर कॉ प्राप्त रृआ।  षऱश्व भें वहयत क्ांषत के जनक नाभषन अनेस्ट फॉयराग भाने जाते वै।  ऩुतषगालरमों द्वाया 1605 ई. भें तंफाकू बायत रामा गमा। रॉगों भें फढती तंफाकू ऩीने की नुकऴानदेव आदत के चरते जवांगीय ने 1617 ई. भें तंफाकू के प्रमॉग ऩय लनळेध रगा ददमा था।  भध्यकार भें फंटाई लब्द का तात्पमष रगान लनधाषयण की एक ऩिषत थी सजऴभें ऱास्तषऱक उऩज का फंटऱाया याज्य तथा कृळक के भध्य वॉता था।  भुगरकार भें बू-याजस्व व्यऱस्था के ऴंदबष भें जयीफ बूलभ की भाऩ वेतु प्रमुक्त वॉती थी।  भुगरकार भें दीऱान प्रांतीम याजस्व का प्रभुख वॉता था।  सऴख गुरू याभदाऴ कॉ अकफय ने 500 फीघा जभीन दी थी।  अंग्रेजी लाऴनकार भें षफवाय अपीभ उत्पादन वेतु प्रसऴि था।  बायत के तंफाकू ऱ रार लभचष की खेती ऩुतषगालरमों की देन थी।  1793 ई. भें राडष कानषऱालरऴ द्वाया बू याजस्व की स्थामी फंदॉफस्त प्रणारी का प्रायंब षकमा गमा। इऴे इस्तभयायी जागीयदायी, फीऴऱेदायी एऱं भारगुजायी आदद लबन्न-लबन्न नाभों ऴे बी जाना जाता वै।  ऴय टाभऴ भुनयॉ यैमतऱाडी बू याजस्व फंदॉफस्त ऴे ऴंफंगधत वै। यैमतऱाडी प्रथा के अंतगषत षकऴान स्वमं बूलभ का भालरक वॉता था तथा ऴयकाय कॉ बू याजस्व के बुगतान के लरए सजिेदाय भाना जाता थ।  अऴभ भें ऴऱषप्रथभ चाम कंऩनी की स्थाऩना 1839 भें रृई थी।  नीर कृळकों की दुदषला ऩय लरखी गई ऩुस्तक नीर दऩषण के रे खक ‘दीनफंधु लभत्र’ वै।  एका आंदॉरन (1921-22) का प्रायम्भ उत्तय प्रदेल के वयदॉई, ऴीताऩुय, फवयाइच आदद सजरों भें षकऴानों द्वाया प्रायंब षकमा गमा था।  1790 भें राडष कानषऱालरऴ द्वाया एक 10 ऱळीम बू-याजस्व व्यऱस्था के रूऩ भें जभींदायी व्यऱस्था की लुरूआत की गई। इऴके अंतगषत रगान ऱऴूरी का 10/11 बाग ऴयकाय का तथा 1/11 बाग जभींदायों के लरए लनमत षकमा गमा।  बायतीम ऴंषऱधान का अनुच्छेद 48- कृषळ ऱ ऩलुऩारन कॉ आधुलनक ऱ ऱैज्ञालनक प्रणारी ऴे कयना।  ZERO BUDGET NATURAL FARMING यऴामन भुक्त कृषळ ऩिषत वै, बायत ऴयकाय ऩयंऩयागत कृषळ षऱकाऴ मॉजना तथा याष्ट्रीम कृषळ षऱकाऴ मॉजना के द्वाया जीयॉ फजट प्राकृषतक कृषळ कॉ फढाऱा दे यवी वै। वार वी भें आंध्रप्रदेल ने जीयॉ फजट प्राकृषतक कृषळ (ZBNF) के लरए KFW जभषन पभष के ऴाथ एभऑमू ऩय वस्ट्ताक्षय षकमे वैं। आलथिक ऴऱेक्षण 2018 के अनुऴाय 1000 ऴे अगधक गाूँऱों भें 1.6 राख षकऴान जीयॉ फजट प्राकृषतक कृषळ कय यवे वैं। आंध्र प्रदेल ने 2024 तक याज्य भें 100 प्राकृषतक कृषळ का रक्ष्य यखा वै। www.decodeexam.com CLICK HERE — RO-ARO COMPLET BATCH BEYOND THE BOOKS 5  फामॉ ईट ऩमाषऱयण के ऴंयक्षण वेतु गेरॄूँ , धान के ऩुआर (ऩयारी) ऱ अन्य जैषऱक ऩदाथों ऴे फनाए जाते वै मे बाय भें कापी वल्के वॉने के ऴाथ एक अच्छे अब्जियॉधी ऱ इं ऴुरेटय वॉते वै। इनका प्रमॉग दीऱायों ऱ षफभ ऴंयचनाऑं भें वॉ ऴकेगा।  फामॉ ईट CO2 कॉ अऱलॉषळत तॉ नवी कयते रे षकन मे ऩयारी ऴे फनाए जाने के कायण इऴके दवन ऴे उत्पन्न CO2 की भात्रा घटाने भें अऱश्य ऴवामक सऴि वॉ ऴकते वै।  NABARD (नाफाडष)- देल भें कृषळ एऱं ग्राभीण ऴाख की आऱश्यकता कॉ ऩूया कयने के लरए हयजऱष फैंक की एक इकाई के रूऩ भें “याष्ट्रीम कृषळ एऱं ग्राभीण षऱकाऴ फैंक” (NABARD – National Bank of Agriculture and Rural Development) की स्थाऩना 12 जुराई 1982 ई. भें की गमी थी। इऴकी चुकता ऩूूँजी भें R.B.I. ऒय बायत ऴयकाय का अरग अरग मॉगदान वै। प्रभुख पऴरें औय उनकी उन्नत षकस्में-  चना– ऩूऴा-226, ऴम्राट, ऩूऴा चभत्काय, याधे, षऱलार, उदम, ऩूऴा-372 आदद।  कऩाऴ– भवारक्ष्मी, जमरक्ष्मी, ऴुजाता, H-4, देली लाभरी, ऴुषऱन, रॉहवत मूऩी-के, F-414, MCU-56  गेरॄूँ– ऴॉनालरका, अजुषन, कुन्दन, कल्याण ऴॉना, भैक्ॉनी, अभय भैकयॉनी, याज-3077, नॉहयन-10, गगयजा-गॉभती, कंचन, चंदद्रका, देलयत्न, बऱानी, प्रबानी, लयफती ऴॉनाया।  भक्का– प्रताऩ, ऩूऴा अरी, ऴंकय-5, गगयजा, लयधाभसण आदद।  ऴयऴों -ऩूऴा फॉल्ड, ऩूऴा जम षकऴान, ऱरुणा, ऩीतांफयी, जम षकऴान, ऩूऴा फॉल्ड नयेन्द्र-85, ऩूऴा फयानी, ऩूऴा कल्याणी, GM-3, ऱयदान, प्रकाल, ऩूऴा आददत्य, NRCHB-506  चाऱर- जमा, ऩूऴा RH-10, गंगा, ऴुरुगच, ऴह्याद्री, ऴाकेत, गॉषऱिं द, काऱेयी, यतना, ऴयजू, भवऴूयी, ऩूऴा ऴुगंधा, भदी, ऴुगंधा, फायानी दीऩ, रू ना श्री, फारा, अन्नऩूणाष।  केराः- वयी छार, ऴपेद फेल्ची, फऴयाई, मुऱन  आभः- सऴिंधु, भल्लल्रका, लनयंजन, आम्रऩारी, नीरभ, रं गडा, अरपांऴों, केऴय, गुराफ खाऴ  ऴयऴों -ऩूऴा फॉल्ड, ऩूऴा जम षकऴान, ऱरुणा, ऩीतांफयी, जम षकऴान, ऩूऴा फॉल्ड नयेन्द्र-85, ऩूऴा फयानी, ऩूऴा कल्याणी, GM-3, ऱयदान, प्रकाल, ऩूऴा आददत्य, NRCHB-506  चाऱर- जमा, ऩूऴा RH-10, गंगा, ऴुरुगच, ऴह्याद्री, ऴाकेत, गॉषऱिं द, काऱेयी, यतना, ऴयजू, भवऴूयी, ऩूऴा ऴुगंधा, भदी, ऴुगंधा, फायानी दीऩ, रू ना श्री, फारा, अन्नऩूणाष।  केराः- वयी छार, ऴपेद फेल्ची, फऴयाई, मुऱन  आभः- सऴिंधु, भल्लल्रका, लनयंजन, आम्रऩारी, नीरभ, रं गडा, अरपांऴों, केऴय, गुराफ खाऴ  अभरुदः- रखनऊ-49, ऴवायनऩुय, नागऩुय, इरावाफादी ऴपेदा, रलरत, कॉकॉनट  ऩऩीताः- ऱासलिंगटन, ऩूऴा भजेस्टी, ऩूऴा नन्हा, वनी-मू  ऴेफ- ऴुनवयी, अंफयी, येड हडलरसलमऴ  आंऱरा:- फनायऴी, चषकमा, नयेन्द्र (N.A.-7), कृष्णा, कंचन, वाथीझूर (फ्रांसऴऴ)  आरू :- कुपयी अरं काय, कुकयी नीलरभा, कुपयी फादलाव, फवाय, चंद्रभुखी, फ्राई ऴॉना।  टभाटय- अंगूय रता, अकाष भेघारम, अकाष ऴॊयब, ऩूऴा-लीतर, ऩूऴा H-1  अयवयः- फवाय, अभय, आजाद, ऩायऴ, भारऱीम, चभत्काय, ऩूऴा अगेती, खुयगॊन  चनाः- ऴम्राट, ऩूऴा चभत्काय, याधे, षऱलार, उदम, ऩूऴा-226, K-850, ऩंत-10, अजम, अतुर, जऱावय, गंगा-1, गंगा-2  भक्काः - प्रताऩ, ऩूऴा अरी, दक्कन, ऴंकय-5, ऴंकय 115, प्रगषत, षऱऱेक, गगयजा, लगक्तभान-1, लगक्तभान-2, जऱावय www.decodeexam.com CLICK HERE — RO-ARO COMPLET BATCH BEYOND THE BOOKS 6  गन्नाः- Co-1148, Co-740, Co-1158, CO-510  भूंगपरी- षऱक्भ, गचत्रा, चंद्रा, ज्यॉषत, T-54, T-64, कॊलर कृषळ ऴे ऴम्बंतधत बायत के प्रभुख ऴंस्थान ननम्ननरखखत वैं -  कॉझीकॉड (केयर) - बायतीम भऴारा अनुऴंधान ऴंस्ट्थान  कॉमम्फटूय (तलभरनाडु)- गन्ना प्रजनन केन्द्र  ऱायाणऴी (उ.प्र.) - बायतीम लाक अनुऴंधान ऴंस्ट्थान  कानऩुय (उ.प्र.) - बायतीम दार अनुऴंधान ऴंस्ट्थान  यांची (झायखण्ड) - इण्डण्डमन राख हयऴचष इं स्ट्टीट्यूट  कानऩुय (उ.प्र.) - इण्डण्डमन इं स्ट्टीट्यूट ऑप ऩल्ऴ हयऴचष  रखनऊ (उ.प्र.)- इण्डण्डमन इं स्ट्टीट्यूट ऑप ऴुगयकेन हयऴचष  इज्जत नगय (उ.प्र.) -इण्डण्डमन ऱैटनयी हयऴचष इं स्ट्टीट्यूट  बॉऩार (भ.प्र.) - इं हडमन इं स्ट्टीट्यूट ऑप ऴॉइर ऴाइन्ऴ  झॉंऴी (उ.प्र.) - इण्डण्डमन ग्राऴरै ण्ड एण्ड पॉडय हयऴचष केन्द्रीम लोध ऴंस्थान  बायतीम कृषळ अनुऴंधान ऴंस्थान-नईददल्री  बायतीम कृषळ ऴांख्यख्यकी अनुऴंधान ऴंस्थान-नई ददल्री  याष्ट्रीम ऩादऩ जैऱ प्रॊद्यॊगगकी अनुऴध ं ान केन्द्र-नई ददल्री  याष्ट्रीम ऴभस्पित कीट प्रफिन केन्द्र-नई ददल्री  याष्ट्रीम कृषळ अथषलास्त्र ऒय नीषत अनुऴध ं ान केन्द्र-नई ददल्री  याष्ट्रीम डेमयी अनुऴंधान ऴंस्थान-कयनार  केन्द्रीम भृदा रऱणता अनुऴंधान ऴंस्थान-कयनार  याष्ट्रीम माक अनुऴंधान केन्द्र-ऱेस्ट केभंग  केन्द्रीम भात्स्यत्स्यकी सलक्षा ऴंस्थान-भुंफई  केन्द्रीम कऩाऴ प्रॊद्यॉगगकी अनुऴंधान ऴंस्थान-भुंफई  केन्द्रीम धान अनुऴध ं ान ऴंस्थान-कटक  षऱऱेकानंद ऩऱषतीम कृषळ अनुऴंधान ऴंस्थान-अल्मॉडा  बायतीम दरवन अनुऴंधान ऴंस्थान-कानऩुय  केन्द्रीम तम्बाकू अनुऴध ं ान ऴंस्थान -याजाभुंद्री  बायतीम गन्ना अनुऴंधान ऴंस्थान -रखनऊ  केन्द्रीम उऩॉष्ण फागऱानी ऴंस्थान -रखनऊ  याष्ट्रीम नीफू ऱगीम अनुऴंधान केन्द्र-नागऩुय  केन्द्रीम कऩाऴ ऴंस्थान-नागऩुय  केन्द्रीम जूट एऱं ऴंफि येले अनुऴंधान ऴंस्थान-फैयकऩुय  केन्द्रीम अंतः स्थरीम भात्स्यत्स्यकी अनुऴध ं ान ऴंस्थान -फैयकऩुय  बायतीम चयागाव एऱं चाया अनुऴंधान ऴंस्थान-झांऴी www.decodeexam.com CLICK HERE — RO-ARO COMPLET BATCH BEYOND THE BOOKS 7  याष्ट्रीम कृषळ ऱालनकी अनुऴंधान केन्द्र -झांऴी  बायतीम फागऱानी अनुऴंधान ऴंस्थान -फैंगरॉय  केन्द्रीम लीतॉष्ण फागऱानी ऴंस्थान -श्रीनगय  केन्द्रीम लुष्क फागऱानी ऴंस्थान -फीकानेय  याष्ट्रीम ऊंट अनुऴंधान केन्द्र-फीकानेय  बायतीम ऴिी अनुऴंधान ऴंस्थान-ऱायाणऴी  केन्द्रीम आरू अनुऴंधान ऴंस्थान-सलभरा  केन्द्रीम कंदी पऴरें अनुऴंधान ऴंस्थान-षत्रऱेन्द्रभ  केन्द्रीम यॉऩण पऴरें अनुऴंधान ऴंस्थान-काऴयगॉड  केन्द्रीम कृषळ अनुऴंधान ऴंस्थान-ऩॉटष ब्ले अय  बायतीम भऴारा अनुऴंधान ऴंस्थान-कारीकट  केन्द्रीम भृदा ऒय जर ऴंयक्षण अनुऴंधान एऱं प्रसलक्षण ऴंस्थान-देवयादून  बायतीम भृदा षऱज्ञान ऴंस्थान-बॉऩार  केन्द्रीम कृषळ अलबमांषत्रकी ऴंस्थान-बॉऩार  ऩूऱी क्षेत्र के लरए बायतीम कृषळ अनुऴंधान ऩहयळद अनुऴंधान ऩहयऴय, भखाना केन्द्र ऴहवत,-ऩटना  केन्द्रीम लुष्क बूलभ कृषळ अनुऴंधान ऴंस्थान - वैदयाफाद  याष्ट्रीम कृषळ अनुऴंधान एऱं प्रफिन अकादभी -वैदयाफाद  याष्ट्रीम भांऴ अनुऴंधान केन्द्र -वैदयाफाद  केन्द्रीम लुष्क क्षेत्र अनुऴंधान ऴंस्थान-जॉधऩुय  याष्ट्रीम अजैषऱक दफाऱ प्रफिन ऴंस्थान-भारे गांऱ, भवायाष्ट्र  केन्द्रीम कटाई उऩयांत अलबमांषत्रकी ऒय प्रॊद्यॉगगकी ऴंस्थान-रु गधमाना  बायतीम प्राकृषतक येस़िन ऒय गोंद ऴंस्थान-यांची  याष्ट्रीम जूट एऱं ऴंफि येले प्रॊद्यॉगगकी अनुऴंधान ऴंस्थान-कॉरकाता  केन्द्रीम फकयी अनुऴंधान ऴंस्थान- भखदुभ  केन्द्रीम बैंऴ अनुऴंधान ऴंस्थान- हवऴाय  याष्ट्रीम अश्व अनुऴंधान केन्द्र- हवऴाय  याष्ट्रीम ऩलु ऩॉळण ऒय कागमकी ऴंस्थान-फेंगरॊय  केन्द्रीम ऩक्षी अनुऴंधान ऴंस्थान- इज्जतनगय (फयेरी)  बायतीम ऩलु गचषकत्सा अनुऴंधान ऴंस्थान- इज्जतनगय  केन्द्रीम ऴभुद्री भात्स्यत्स्यकी अनुऴंधान ऴंस्थान-कॉस्पच्च  केन्द्रीम भात्स्यत्स्यकी प्रॊद्यॉगगकी ऴंस्थान- कॉस्पच्च  केन्द्रीम खाया जर जीऱऩारन अनुऴंधान ऴंस्थान- चैन्नई  केन्द्रीम ताजा जर जीऱ ऩारन ऴंस्थान-बुऱनेश्वय  याष्ट्रीम रीची अनुऴंधान केन्द्र-भुजफ्फयऩुय  गन्ना प्रजनन ऴंस्थान-कॉमम्बटूय  याष्ट्रीम अंगूय अनुऴंधान केन्द्र-ऩुणे  याष्ट्रीम केरा अनुऴध ं ान केन्द्र-षत्रची www.decodeexam.com CLICK HERE — RO-ARO COMPLET BATCH BEYOND THE BOOKS 8  याष्ट्रीम फीज भऴारा अनुऴंधान केन्द्र-अजभेय  याष्ट्रीम अनाय अनुऴंधान केन्द्र- लॉराऩुय  याष्ट्रीम लभथुन अनुऴंधान केन्द्र, भेजीपेभा नगारैं ड  याष्ट्रीम लूकय अनुऴंधान केन्द्र- गुऱावाटी www.decodeexam.com CLICK HERE — RO-ARO COMPLET BATCH BEYOND THE BOOKS 9

Use Quizgecko on...
Browser
Browser