Summary

This student workbook is designed to help learners understand employability skills, how to learn employability skills online, and how to use these skills to succeed in the workplace. This workbook covers various topics in simple language with examples and activities. It also aims to help learners become self-learners and prepare for their careers.

Full Transcript

1 छात्र कार््यपुस््ततिका अनुक्रम आभार 02 स््ववागत 04 अनुक्रमणिका 05 इस स््टटू डेेंट वर््कबुक का उपयोग कैसे करेें 08 आपको रोजगार योग््यता कौशल की आवश््यकता क््योों है?...

1 छात्र कार््यपुस््ततिका अनुक्रम आभार 02 स््ववागत 04 अनुक्रमणिका 05 इस स््टटू डेेंट वर््कबुक का उपयोग कैसे करेें 08 आपको रोजगार योग््यता कौशल की आवश््यकता क््योों है? 10 21वीीं सदी के शिक्षार््थथियोों को शुभकामनाएँ 11 1 आभार आपके समक्ष प्रस््ततुत इस वर््कबुक की पाठ्यचर््यया, इसमेें दी गई जानकारी की अवधारणा और रचना, मूल््ययाांकन संरचना के निर््ममाण व परामर््शदाताओं के साथ समीक्षा प्रक्रिया का नेतृत््व करने के लिए हम क््ववेस््ट एलायन््स की करिकुलम एण््ड लर््नििंग एक््सपीरियंस डिज़़ाइन टीम व सलाहकारोों का आभार व्यक््त हैैं। हम राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एन.एस.डी.सी.) की टीम का उनके अमूल््य योगदान के लिए आभार व्यक््त करते हैैं जिसमेें हमेें पाठ्यचर््यया की अवधारणा, समीक्षा और समन््वय प्रक्रिया व एम.एस.डी.ई. द्वारा संचालित कौशल निर््ममाण कार््यक्रमोों हेतु विभिन्न अल््पकालिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रमोों का सृजन करने मेें सहयोग मिला। हम प्रशिक्षण महानिदे शालय के प्रति उनकी भागीदारी व समर््थन तथा इस नए रोजगार कौशल पाठ्यक्रम के लिए एक व्यापक मूल््ययाांकन के प्रमोचन के लिए आभारी हैैं। हम मूल््ययाांकन संरचना और सामग्री की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय अनुदेशात््मक माध््यम संस्थान (एन.आई.एम.आई.) द्वारा प्रदान किए गए समर््थन के लिए आभारी हैैं। हम पाठ्यक्रम मेें उद्यमिता मॉड्यूल की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान (एन.आई.ई.एस.बी.यू. डी.) को भी धन््यवाद दे ते हैैं। हम सामग्री समीक्षा प्रक्रिया व वर््कबुक मेें सम््ममिलित पाठोों की रूपरेखा और सरलता की जाँच के लिए उपयोगकर््तता परीक्षण मेें सहयोग हेतु टाटा स्ट्राइव के प्रति आभार व्यक््त करते हैैं। हम दे श मेें युवा शिक्षार््थथियोों के लिए रोजगार कौशल पाठ्यचर््यया मेें सुधार करने मेें, माननीय सचिव, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एम. एस.डी.ई.), भारत सरकार के नेतृत््व और मार््गदर््शन के लिए उनके प्रति आभार व्यक््त करना चाहते हैैं। इस नवीन रोज़गार कौशल पाठ्यचर््यया का सृजन एक््सेेंचर, सिस््कको, जे.पी. मॉर््गन व क््ववेस््ट एलायन््स समर््थथित फ़़्ययूचर राइट स््ककिल््स नेट्वर््क के सहयोग से हुआ है। कॉॉंटेें ट विकास टीम सुष््ममिता श्रीधर, क््ववेस््ट एलायंस अंकिता ध््ययानी, क््ववेस््ट एलायंस बिंदिया बल््ललालसमुद्र विश्वनाथ, क््ववेस््ट एलायंस सुलब कुमार, क््ववेस््ट एलायंस कॉॉंटेें ट सृजन व विकास टीम मेजिल रॉड्रिक््स, क््ववेस््ट एलायंस अंकित मौर््य, सलाहकार जाह्नवी नन्नपानेनि, क््ववेस््ट एलायंस अज़मत मिंहाज, क््ववेस््ट एलायंस नंदिता मेनन, सलाहकार (QA) रंजीत कुमार, सलाहकार (QA) शिवानी शर््ममा, सलाहकार (QA) ऑक््ससोहब, सलाहकार (QA) कॉॉंटेें ट अनुवाद व समीक्षा टीम कीप््ववाइंट टे क््ननोलॉजीज प्राइवेट लिमिटे ड, सलाहकार अनामिका दास, सलाहकार मनीष सक््ससेना, सलाहकार प्राची सिंह बैस, क््ववेस््ट एलायंस निहारिका भयाना खत्री, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एन.एस.डी.सी.) एलिज़़ाबेथ डेविड, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एन.एस.डी.सी.) लोकपाल, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एन.एस.डी.सी.) वर््कबुक डिज़़ाइन / कवर डिज़़ाइन / चित्रण लेडीफ़़ििंगर्ज़ को., सलाहकार (QA) विनय किरण एम.एस., सलाहकार (QA) मोहम््मद सज्जाद, क््ववेस््ट एलायंस 2 उपयोगकर््तता परीक्षण टीम प्रियंका डिसूज़़ा, टाटा स्ट्राइव ललित शर््ममा, टाटा स्ट्राइव जया वर््ममा, सलाहकार (QA) संकल््पना, पाठ्यचर््यया व मूल््ययाांकन संरचना तथा समन््वय प्रीति अरोड़़ा, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एन.एस.डी.सी.) आर. पी. ढीींगरा, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एन.एस.डी.सी.) डॉ. जयप्रकाशन, प्रशिक्षण महानिदे शालय (डी. जी. टी.) भारती साहनी, प्रशिक्षण महानिदे शालय (डी. जी. टी.) डॉ. पूनम सिन््हहा, राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान (एन.आई.ई.एस.बी.यू.डी.) कोट्रेश एच.बी., क््ववेस््ट एलायंस निकिता बेेंगानी, क््ववेस््ट एलायंस सेेंथिल कुमार, क््ववेस््ट एलायंस एन. नाथ, राष्ट्रीय अनुदेशात््मक माध््यम संस्थान (एन.आई.एम.आई.) सहयोग फ़़्ययूचर राइट स््ककिल््स नेट्वर््क – एक््सेेंचर | सिस््कको | जे.पी. मॉर््गन | क््ववेस््ट एलायन््स फीडबैक के लिए अनुरोध आपको यह स््टटूडेेंट वर््कबुक कैसी लगी? इसे पढ़ने का आपका अनुभव कैसा रहा? हम इस स््टटूडेेंट वर््कबुक मेें और क््यया सुधार कर सकते हैैं? आपके सुझाव और विचार हमारे लिए बहुत महत््वपूर््ण हैैं। कृपया अपना कीमती फीडबैक शेयर करेें। कृपया इस ईमेल पते के माध््यम से अपनी बात हम तक पहुुँचाएँ : [email protected] 3 स््ववागत प्रिय शिक्षार्थी, रोजगार योग््यता कौशल स््टटू डेेंट वर््कबुक मेें आपका स््ववागत है। यह वर््कबुक, आपको निम््न बातोों को समझने मेें मदद करने के लिए डिज़़ाइन की गई है: - रोजगार योग््यता कौशल क््यया हैैं - रोजगार योग््यता कौशल कैसे सीखेें - कामकाज की दुनिया मेें सफलता प्राप््त करने के लिए इन कौशलोों का उपयोग कैसे करेें इस वर््कबुक मेें आप कई नए और रोचक विषयोों के बारे मेें सीखेेंगे जो आपको रोजगार के लिए तैयार होने मेें मदद करेेंगे। आप अपने करियर पथ को विकसित करने के लिए ज्ञान और कौशल का निर््ममाण करेेंगे। विभिन्न विषयोों को को उदाहरणोों और गतिविधियोों के साथ सरल भाषा मेें समझाया गया है। इस वर््कबुक का उपयोग एक मार््गदर््शक और एक सलाहकार पत्रिका के रूप मेें करेें, किसके साथ आप अपनी समझ और सोच साझा कर सकते/सकती हैैं। याद रखेें, यह पुस््तक आपको स््व-शिक्षार्थी बनने मेें मदद कर सकती है और आपको अपने करियर के लिए तैयार कर सकती है! शुभकामनाएं। हैप््पपी लर््नििंग! Hello! How are you? Hello! Good morning. 4 अनुक्रमणिका घंटे पृष्ठ क्र एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स का परिचय 3 घंटे 12 - 24 मॉड्यूल 1 1.1 रोजगार कौशल का महत््व 1.2 ऑनलाइन रोजगार कौशल सीखना 1.3 भविष््य मेें कामकाज की दुनिया संवैधानिक मूल््य - नागरिकता घंटे पृष्ठ क्र 3 घंटे 25 - 36 मॉड्यूल 2 2.1 मूल््य और नैतिकता 2.2 हमारा संविधान – निर्दे शक सिद््धाांत 2.3 हमारे पर््ययावरण की सुरक्षा घंटे पृष्ठ क्र 21वीीं सदी के करियर स््ककिल््स 3.1 21वीीं सदी के रोज़गार कौशल 6 घंटे 37 - 59 3.2 स््वयं को जानेें मॉड्यूल 3 3.3 व्यवहार और रवैया 3.4 आलोचनात््मक चिंतन और निर््णय लेना 3.5 कार््यस्थल पर समय प्रबंधन 3.6 समस््यया समाधान पृष्ठ क्र बेसिक इंग््ललिश कौशल घंटे 4.1 अंग्रेजी सीखने की प्रेरणा 20 घंटे 60 - 124 4.2 नामकरण शब््द 4.3 नामकरण शब््द – एकवचन और बहुवचन 4.4 सर््वनाम मॉड्यूल 4 4.5 क्रिया शब््द 4.6 शब््दोों, वस््ततुओं, परिवेश और प्रक्रियाओं का वर््णन करना 4.7 विराम चिह्न का परिचय 4.8 वाक््योों के प्रकार - परिचय 4.9 साधारण वाक््य लिखना 5 4.10 पढ़ने की गतिविधि 4.11 बोलना 4.12 सुनना 4.13 पसंद और नापसंद के बारे मेें बात करना मॉड्यूल 4 4.14 अभिवादन और आत््म-परिचय 4.15 सवाल पूछना और उनका जवाब दे ना 4.16 साधारण विषयोों पर ग्रुप डिस््कशन करना 4.17 दूरभाष कौशल 4.18 नौकरी का विवरण पढ़ना और समझना 4.19 कार््यस्थल के बारे मेें बोलना और जानकारी साझा करना 4.20 आवेदन पत्र और कवर पत्र लिखना संवाद कौशल घंटे पृष्ठ क्र 5.1 संवाद का महत््व 10 घंटे 125 - 157 5.2 शाब््ददिक संवाद – बोलना 5.3 शाब््ददिक संवाद – लिखित 5.4 अशाब््ददिक संवाद मॉड्यूल 5 5.5 प्रभावी संवाद का अभ््ययास 5.6 कार््यस्थल संवाद – परिचय 5.7 प्रभावी टीमवर््क 5.8 विवाद का समाधान 5.9 आलोचना से सीखना और आगे बढ़ना 5.10 संवाद कौशल का आकलन करना आवश््यक डिजिटल कौशल घंटे पृष्ठ क्र 6.1 डिजिटल कौशल का परिचय 20 घंटे 158 - 231 6.2 कंप््ययूटर से जुड़़ी बुनियादी बातेें 6.3 कंप््ययूटर का बेहतर इस््ततेमाल सीखेें 6.4 विंडोज ऑपरेटिंग सिस््टम की जानकारी मॉड्यूल 6 6.5 फाइल बनाना और उन््हेें सेव (save) करना 6.6 एमएस वर््ड की मूल बातेें 6.7 एमएस वर््ड मेें डॉक््ययुमेेंट बनाना 6.8 एमएस एक््ससेल की मूल बातेें 6.9 एमएस एक््ससेल के सरल उपयोग 6 6.10 इंटरनेट का परिचय 6.11 सर््च इंजन का उपयोग करना 6.12 ऑनलाइन सही जानकारी ढूँ ढना 6.13 सोशल मीडिया 6.14 व्यावसायिक विकास के लिए सोशल मीडिया का उपयोग मॉड्यूल 6 6.15 इंटरनेट सुरक्षा 6.16 ईमेल के माध््यम से संवाद 6. 17 मोबाइल एप््ललिकेशन का परिचय 6.18 इंटरनेट ऑफ थिंग््स (IoT) 6.19 इंटरव्यू के लिए ऑनलाइन मीटिंग के तरीक़़े 6.20 सीखने और करियर के विकास के लिए लोकप्रिय वेबसाइटोों का उपयोग 7 इस स््टटू डेेंट वर््क बुक का उपयोग कैसे करेें “यदि चार बातोों का ध््ययान रखा जाए - एक बड़़ा लक्षष्य रखना, ज्ञान प्राप््त करना, कड़़ी मेहनत करना और दृढ़-निश्चय - तो कुछ भी हासिल किया जा सकता है।” - ए.पी.जे. अब्दुल कलाम प्रिय शिक्षार्थी, यह वर््कबुक आपको ध््ययान मेें रखकर बनाई गई है। इसका उद्दे श््य आपके जीवन और करियर मेें सफलता प्राप््त करने के लिए आवश््यक हर चीज मेें आपका सहयोग करना है। यह वर््कबुक आपकी मदद करेगी: 1. नए कौशल सीखना नई कॉन््ससेप््ट के बारे मेें जानेें 21वीीं सदी मेें आवश््यक कौशलोों का विकास करेें कैरियर पर केेंद्रित सोच विकसित करेें 2. अपनी समझ पर चिंतन करेें अपने अनुभव लिखकर गतिविधियोों के माध््यम से अपने साथियोों के साथ सीखेें 3. अपनी सीख साझा करेें अपने ट्रे नर से चर््चचा के माध््यम से अपने परिवार और साथियोों के साथ विश्लेषण करेें ऑनलाइन प््ललेटफॉर््म के माध््यम से अपनी सीख साझा करेें बेहतर तरीक़़े से सीखने और समझने के लिए यहाँ कुछ सुझाव दिए गए हैैं: हर पाठ मेें आपके सोचने और लिखने के लिए स्थान दिया गया है। सरल अंग्रेजी या जिस भी भाषा मेें आप सहज होों, उसका प्रयोग करते हुए अपनी समझ और विचार लिखेें। हर पाठ मेें रंगीन चित्र और उदहारण हैैं। यह पाठ को रुचिकर बनाने के लिए है और इससे आपको विभिन्न विषयोों को बेहतर ढंग से समझने मेें मदद भी मिलेगी। हर पाठ मेें अपने सहपाठियोों के साथ सीखने और स््वयं सीखने के लिए कई गतिविधियाँ हैैं। अपनी समझ साझा करने के लिए उनका उपयोग करेें। हर पाठ की संरचना एक समान है। नीचे एक नमूना दे खेें: 8 Sample lesson: Name of the Lesson This is the name of the topic. For example, ‘Naming Words’. In this lesson you will learn: 1. This explains the subtopics 2. which needs to be covered in the classroom session. Thinking ‘Thinking Box’ helps you Box reflect or recall what you already know about this topic. Let’s learn about You will be introduced to a new concept/topic here. This is the first learning objective. Let’s learn You will further learn about a new concept or another concept is introduced. This covers the second learning objective. Activity Time! This section has interesting classroom activities which will help you apply what you have learnt. Do these activities with your peers. What I learnt today: Put a if you know this topic well. This section helps you recall 1. the key learnings from the 2. lesson. 3. इस वर््कबुक के माध््यम से आप ऑफ़लाइन मोड मेें और डिजिटल लेसन के माध््यम से आप ऑनलाइन मोड मेें सीख सकते/सकती हैैं। हम आशा करते हैैं कि आप हमेशा एक 'शिक्षार्थी' रहेेंगे, और हमेशा नई चीज़ें सीखते रहेेंगे। अपने कौशल का विकास करते रहने के लिए अपना सर््वश्रेष्ठ प्रयास करेें, ताकि आप अपने चुने हुए क्षेत्र और काम मेें सफलता पा सकेें! 9 आपको रोजगार योग््यता कौशल की आवश््यकता क््योों है? आइए, सबसे पहले 'कौशल' का अर््थ समझते हैैं किसी कार््य को बेहतरीन तरीक़़े से करने की योग््यता को कौशल कहते हैैं। अगर आप नियमित रूप से अभ््ययास करते हैैं, तो आप किसी भी कार््य मेें कुशल बन सकते/सकती हैैं। उदाहरण के लिए: ड्राइविंग कौशल। हम ड्राइविंग की तकनीक सीखते हैैं और अभ््ययास से हम एक अच्छे ड्राइवर बन सकते हैैं। 1. Decide what skills you wish to learn. 2. Set a goal. 3. Search ways that can help you in learning the skill. 4. Practice regularly. आज की तारीख़ मेें सबसे महत््वपूर््ण कौशल हैैं - टीम के साथ संवाद करने और काम करने की क्षमता जैसी सॉफ़्ट स््ककिल््स या टे क््ननोलॉजी का उपयोग करने से जुड़़ी हार््ड स््ककिल््स। ये, वे कौशल हैैं जो नौकरी या प्रमोशन के समय, आपको एक सफल उम््ममीदवार के रूप मेें पेश करती हैैं। रोजगार योग््यता, लगभग हर नौकरी के लिए आवश््यक कौशल और क्षमताओं का एक समूह है। ये ऐसे सामान््य कौशल हैैं जो किसी कम्पनी या संस्था के लिए आपको योग््य बनाते हैैं। एम्प्लॉयर या सुपरवाइज़र इन कौशल वाले लोगोों की तलाश करते हैैं। इन दिनोों, कम्पनियोों को केवल ‘कार््ममिक’ नहीीं चाहिए। वे ऐसे लोगोों की तलाश मेें हैैं जो कम्पनी मेें योगदान दे सकेें और नेतृत््व कर सकेें। वे ऐसे लोग चाहते हैैं जो: अच्छी तरह बात करेें (संवाद कौशल) अच्छी तरह से सुनेें (निर्दे शोों का ठीक से पालन करेें) सहकर््ममियोों का सम््ममान करेें और उनके साथ मिल-जुल कर काम करेें (पारस्परिक व्यवहार कौशल) जिम््ममेदारी लेें और पहल करेें (नेतृत््व कौशल) समस््ययाओं को हल करने के लिए अपने समझ का उपयोग करेें (चिंतन) नए कौशल सीखते रहेें इस वर््कबुक मेें दिए गए पाठोों के माध््यम से, हम आशा करते हैैं कि आप अपने व्यक््ततित््व को विकसित करने, अपने नज़रिए मेें सुधार करने और एक ऐसे/ऐसी व्यक््तति बनने मेें सक्षम होोंगे/होोंगी जो रोजगार योग््य हो और किसी भी कम्पनी या संस्था मेें बड़़ी सफलता प्राप््त कर सके! 10 21वीीं सदी के शिक्षार््थथियोों को शुभकामनाएँ प्रिय शिक्षार्थी, इस सीखने-सिखाने की प्रक्रिया का हिस््ससा बनने के लिए धन््यवाद! हम आपको स््व-शिक्षार्थी बनने और 21वीीं सदी के कौशल से लैस होकर अपने करियर की शुरुआत करने के लिए शुभकामनाएँ दे ते हैैं। रोजगार योग््यता कौशल पाठ्यक्रम के माध््यम से, हम आशा करते हैैं कि आपने: कुछ नया सीखने की ख़़ुशी का अनुभव किया, भारत के सम््ममानित और ज़़िम््ममेदार नागरिक बनने की प्रक्रिया को समझा, विविधता और आपसी सम््ममान का अभ््ययास किया, प्रभावी ढंग से अपने करियर और जीवन की योजनाएँ बनायीीं, स््व-शिक्षार्थी बनने की प्रक्रिया समझी और अभ््ययास किया, अपने करियर की बेहतरीन शुरुआत करने के लिए स््वयं को तैयार किया। बहुत-बहुत शुभकामनाएँ! 11 1.1 रोजगार कौशल का महत््व मॉड्यूल 1 | एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स का परिचय इस पाठ मेें हम सीखेेंगे: 1. एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स (Employability skill) क््यया है? 2. एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स (Employability skill) का महत््व? 3. विकासशील मानसिकता (Growth mindset) के साथ सेल्फ़-लर््नर (Self-learner) कैसे बनेें? आपने अपने आस-पास ऐसे कई लोगोों को दे खा होगा जो नौकरी या व्यवसाय मेें हैैं, जैसे कि आपके माता-पिता, भाई-बहन, मित्र या आपके शिक्षक। उन गुणोों पर लगाएँ जो आपको लगता है कि उन््हेें उनकी वर््तमान नौकरी या व्यवसाय मेें मदद करता है। अच्छी कम््ययुनिकेशन स््ककिल(Communication skill) अच्छा टाइपिंग कौशल (Typing skills) - उदाहरण 60 शब््द प्रति मिनट अच्छा खाना बनाने का कौशल अच्छी अंग्रेजी लिखने का कौशल समस््यया समाधान करने का कौशल जल््ददी सीखने की क्षमता लड़़ाई करने का हुनर टीम वर््क (Teamwork) आइए रोज़गार कौशल या एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स (Employability skills) के बारे मेें जानेें रोज़गार कौशल को अंग्रेजी मे एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स (Employability skills) कहते हैैं| Employability Skills तीन शब््दोों को जोड़ कर बना है जिनका मतलब इस प्रकार है: एम्प्लॉय एबिलिटी स््ककिल््स (Employ) (Ability) (Skills): एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स कोई नौकरी या + किसी कार््य को + ना केवल किसी कार््य = तनख़़्ववाह के बदले अच्छी तरह से करने को करने की समझ (Employability काम करना। की समझ और बल््ककि उसे कर के skills) कौशल। दिखाने का हुनर भी। इसलिए, एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स (employability skills) कई स््ककिल््स का एक समूह है जिससे हमेें सफ़लतापूर््वक अपना काम करने मेें मदद मिलती है। एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स न केवल हमारे काम के दौरान हमारी मदद करते हैैं, बल््ककि हमेें बेहतर जीवन जीने मेें भी सहायता करते हैैं। उदाहरण के लिए, फ़़ाइनैन्शियल स््ककिल््स (Financial skills) सीखने से आपको अपनी ज़रूरतोों के लिए भी अपने पैसे का प्रबंधन करने मेें मदद मिलती है। इस पुस््तक मेें आप ऐसे कई कौशलोों के बारे मेें जानेेंगे जिनसे काम और व्यक््ततिगत जीवन (personal life) मेें आपको मदद मिलेगी। 12 प्रश्न 1: मॉड्यूल 1 | एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स का परिचय कार मेें समस््ययाओं की पहचान करना आता हो अपने घर को व्यवस्थित रखते होों बिल बनाने के लिए कंप््ययूटर (computer) का उपयोग करना आता हो कारोों के खराब पुर्जजों की मरम््मत करना और उन््हेें बदलना आता हो अच्छा संवाद कौशल काम के प्रति ईमानदारी और समर््पण प्रश्न 2: सकीना सेल््स मेें काम करती है। उसे नवीनतम उत््पपादोों के बारे मेें जानकारी दे ने के लिए ग्राहकोों को कॉल करना होता है। उसे क््यया कहना है इस बारे मेें उसे स्पष्ट होना चाहिए। सकीना को किन कौशलोों से मदद मिलेगी? डिजिटल साक्षरता (Digital literacy) अच्छा संवाद कौशल धन प्रबंधन (Money management) कौशल समय प्रबंधन (Time management) कौशल आइए एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स के महत््व के बारे मेें जानेें आज के तेज़़ी से बदलते समय मेें, औरोों से अलग होना ज़रूरी है। एक अच्छी नौकरी पाने और अपने करियर (career) मेें आगे बढ़ने के लिए हमेें दो प्रकार के कौशल की आवश््यकता होती है: 1. तकनीकी कौशल (उदाहरण: सिलाई, बढ़ईगीरी (carpentry), आईटी (IT), नलसाजी (plumbing) आदि) 2. रोजगार कौशल यानी की एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स (सॉफ््ट स््ककिल््स जो आपको अपने तकनीकी कौशल का अच्छी तरह से उपयोग करने और एक सफल करियर बनाने मेें मदद करेेंगे) एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स आपकी निम््न तरीक़ों से मदद करते हैैं: प्रफ़़ेशनल (professional) माहौल मेें व्यवहार करने के तरीके को जानने मेें टीम के साथ कैसे काम करेें और सहयोग करेें समस््ययाओं की पहचान और उनका समाधान करने मेें काम के दौरान अच्छी तरह से संवाद करने मेें डिजिटल साक्षरता (digital literacy) हासिल करने मेें आपके लिए सही करियर पाथ (Career Path) खोजने मेें नौकरी पाने मेें आसानी से डिजिटल उपकरणोों (digital technology) का इस््ततेमाल करने मेें आत््मविश्वास से अंग्रेजी बोलने मेें कॉन््फ़़िडेेंट (confident) रहने मेें कार््यस्थल पर खुद को अच्छे से पेश करने मेें नौकरी खोजने वाले व्यक््तति के पास दोनोों प्रकार के कौशल कितने अच्छे हैैं, इसके आधार पर बहुत से एम्प्लॉयर या सुपरवाइजर (supervisor) अंतिम निर््णय लेते हैैं।! 13 5 लोगोों का ग्रुप बनाएँ। अब प्रत््ययेक समूह अपनी एक काल््पनिक कंपनी बनाएगा (यह कंपनियाँ किसी मॉड्यूल 1 | एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स का परिचय भी क्षेत्र की हो सकती हैैं, जैसे कि रिटे ल (Retail), सूचना प्रौद्योगिकी (IT), विनिर््ममाण (Manufactur- ing), फ़़ाइनैन्शियल सेवा (Financial Service), हॉस्पिटै लिटी (Hospitality) आदि)। 10 कौशल बताएँ जो आपकी कंपनी के कर््मचारियोों मेें होने चाहिए। आइए जानेें कि विकासशील मानसिकता (Growth mindset) के साथ सेल््फ – लर््नर (self-learner) कैसे बनेें ‘स््वयं सीखना’ हम जीवन भर करते रहे हैैं! अपने आप से से कुछ सीखना सेल्फ़-लर््नििंग कहलाता है। हम सोचते हैैं कि हमेें कुछ नया सीखने के लिए शिक्षकोों या बड़ों की जरूरत है, लेकिन हम खुद से भी सीख सकते हैैं। हमेें सीखने के लिए हमेशा स््ककूल, कक्षा या शिक्षक की आवश््यकता नहीीं होती है। सेल््फ लर््नििंग (Self Learning) तब होती है जब आप अपने सीखने की ज़़िम््ममेदारी खुद लेते/लेती हैैं। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमेें आप अपने तरीके से एक नई चीज़ सीखने का फ़़ै सला करते/करती हैैं। उदाहरण के लिए, एक सेल््फ–लर््नर के रूप मेें आपको निम््नलिखित निर््णय लेने होते हैैं: क््यया सीखना है? क््योों सीखना है? कैसे सीखेें? कब सीखना है? कितनी तेजी से सीखना है? ख़़ुद को कैसे टे स््ट (test) करना है?? एक सेल््फ–लर््नर (self-learner) वह होते हैैं : जिन््हेें विश्वास है कि वह सीख सकते हैैं जो जिज्ञासु (क््ययुरीयस/curious) हैैं इनिशिएटिव (Initiative) लेते हैैं स््वतंत्र रूप से जानकारी खोजते हैैं ज़़िम््ममेदारी स््ववीकार करते हैैं टाइम-मैनेजमेेंट करते हैैं एक सफल सेल्फ़-लर््नर (self-learner) बनने के लिए आपको एक महत््वपूर््ण चीज़ की आवश््यकता है - एक विकासशील मानसिकता या ग्रोथ माइंडसेट (growth mindset)। ग्रोथ माइंडसेट (Growth Mindset) क््यया है? एक विकासशील मानसिकता (Growth mindset) एक स्थिर मानसिकता (Fixed mindset) से विपरीत है। ग्रोथ माइंडसेट वाले व्यक््तति हमेशा बढ़ने, बदलने और सीखने के लिए तैयार रहते हैैं। एक स्थिर मानसिकता (Fixed mindset) वाले व्यक््तति अड़़ियल होते हैैं - वे आसानी से नहीीं बदल सकते हैैं या नए विचारोों को अपनाकर ख़़ुद को बेहतर नहीीं होने दे सकते हैैं। विकासशील मानसिकता स्थिर मानसिकता (Growth mindset) (Fixed mindset) मैैं यह कर सकता/सकती हूूँ मैैं यह नहीीं कर सकता/सकती ग़लतियाँ होना आम बात है ग़लतियाँ बर््ददाश््त नहीीं कर सकता/ मैैं मेरी ग़लतियोों से सीखूँगा/ सकती सीखूँगी ग़लती होने का मतलब है फ़़ेल मैैं फिर से कोशिश करूूँगा/करूूँगी (fail) होना मैैं मेहनत करूूँगा/करूूँगी 14 अगर मैैं एक बार फ़़ेल हुआ/हुई तो मॉड्यूल 1 | एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स का परिचय मैैं नई चीज़ें सीख सकता/सकती हूूँ मैैं हर बार फ़़ेल होऊँगा/होऊँगी मुझे ख़़ुद को बेहतर बनाने मेें ख़़ुशी मैैं मेहनत नहीीं कर सकता/सकती मिलती है मैैं नयी चीज़ें नहीीं सीख सकता/ अगर मुझसे ग़लती हुई है, तो मैैं सकती यह मानने के लिए तैयार हूूँ मुझे बदलाव पसंद नहीीं है मुझसे ग़लती नहीीं हो सकती सेल््फ लर््नर (Self Learner) बनने के लिए ग्रोथ माइंडसेट का होना ज़रूरी है। क््योोंकि जब हम खुद कुछ सीखते हैैं तो हमसे कई गलतियाँ होती हैैं, हम कई बार असफ़ल भी होते हैैं। पर जब तक हम सफल नहीीं हो जाते तब तक कोशिश करते रहना और हार न मानना ही वास््तव मेें हमेें जीवन मेें आगे बढ़ने मेें मदद करता है। आपको क््यया लगता है कि आपका माइंडसेट कैसा है? पता लगाने के लिए नीचे दी गई गतिविधि करेें। गतिविधि जिन वाक््योों से आप सहमत हैैं, उन पर लगाएं का समय! टे बल 1 टे बल 2 मैैं एक उत््ससुक व्यक््तति हूूँ। मैैं जिन मुझे नई चीजेें सीखने मेें समय बर््बबाद चीज़ों के बारे मेें जानना चाहता/ नहीीं करना चाहिए। चाहती हूूँ उसके बारे मेें गूगल (Goo- मेरा मानना है कि कौशल ईश्वर की दे न gle) करता/करती हूूँ। होते हैैं और इसे समय के साथ नहीीं मेरा मानना है कि बार-बार अभ््ययास से सीखा जा सकता है। मैैं ख़़ुद मेें सुधार कर सकता/सकती हूूँ। मुझे कुछ भी ऐसा नया करने की मेरा मानना है कि असफलताएँ हमेें कोशिश नहीीं करनी चाहिए जिससे मैैं सिखाती हैैं। असफ़ल हो जाऊँ। मैैं चुनौतियोों को स््ववीकार करता/करती मैैं दूसरोों की सफलता से असुरक्षित हूूँ। अनुभव करता/करती हूूँ। जब मैैं दूसरोों को सफ़ल होते दे खता/ मुझे किसी से फ़़ीडबैक (feedback) दे खती हूूँ, तो यह मुझे प्रेरित या नहीीं लेना चाहिए। इन्स्पायर (inspire) करता है। मेरा मानना है कि फीडबैक (feed- back) मिलना, सीखने का एक अवसर है। यदि आपने तालिका 1 से ज़़्ययादातर गतिविधियाँ चुनी हैैं, तो आप विकासशील मानसिकता (Growth mindset) वाले व्यक््तति हो सकते हैैं। यदि आपने तालिका 2 से ज़़्ययादातर गतिविधियाँ चुनी हैैं, तो आप स्थिर मानसिकता (Fixed mindset) वाले व्यक््तति हो सकते हैैं। इस गतिविधि के आधार पर अपने बारे मेें चिंतन (reflect) करेें। आज मैैंने सीखा: यदि आपने इस विषय को अच्छी तरह से समझ लिया है तो लगाएँ। 1. एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स, कई स््ककिल््स का एक समूह है जिससे हमेें सफ़लतापूर््वक अपना काम करने मेें मदद मिलती है । 2. बहुत से सुपरवाइजर (supervisor), नौकरी खोज रहे व्यक््तति के तकनीकी कौशल के अलावा अन््य कौशलोों के आधार पर अंतिम निर््णय लेते हैैं। 3. सेल्फ़ – लर््नििंग (Self-learning) कौशल और विकासशील मानसिकता (growth mindset) होने से आपको आजीवन सीखने और अपने करियर मेें आगे बढ़ने के अवसर प्राप््त करने मेें मदद मिलती है। 4. सेल्फ़-लर््नर (self-learner) बनने के लिए विकासशील मानसिकता (growth mindset) महत््वपूर््ण है। 15 1.2 ऑनलाइन रोजगार कौशल सीखना मॉड्यूल 1 | एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स का परिचय इस पाठ के अंत तक आप सीखेेंगे: 1. ई-लर््नििंग (e-learning) क््यया है? 2. ई-लर््नििंग के फ़़ायदे क््यया हैैं? 3. रोजगार कौशल (employability skills) के लिए ई-लर््नििंग पोर््टल मेें कैसे लॉग-इन करेें आप ऑनलाइन सीखने और इसके फ़़ायदोों के बारे मेें क््यया जानते हैैं? आइए समझते हैैं कि ई-लर््नििंग (e-learning) क््यया है। कोविड-19 (COVID-19) महामारी ने पूरी दुनिया मेें सीखने के तरीके को बदल दिया है। आप ही की तरह कई शिक्षार््थथियोों (लर््नर््स/ learn- ers) ने ऑनलाइन कक्षाओं, यूट्यूब वीडियो (YouTube video) और अलग-अलग ऐप आदि के माध््यम से ऑनलाइन सीखना शुरू किया। ऑनलाइन शिक्षण या ई-लर््नििंग, ऑनलाइन प्राप््त की गई शिक्षा है जिसके लिए हम डिजिटल (digital) उपकरणोों की मदद लेते हैैं, जैसे: कंप््ययूटर (computer) टै बलेट (tablet) स््ममार््टफोन (smartphone) ऐसी कोई भी डिवाइस (device) जिसे इंटरनेट से जोड़़ा जा सके ई-लर््नििंग (e-learning) की मदद से किसी भी समय और कहीीं से भी पढ़़ाई की जा सकती है! हम किताबोों और कक्षाओं की सीमाओं से आगे जा कर अलग-अलग तरीक़ों से सीख सकते हैैं। हम ई-किताबेें (e-books), पीडीएफ़ (PDF), ऑडियो (audio), वीडियो (video), ऑनलाइन लेक््चर (online lectures) जैसी सुविधाओं का उपयोग कर सकते हैैं। इसमेें व्यापार कौशल (business skills) के साथ-साथ एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स भी सीख सकते हैैं। वह तीन प्रमुख कौशल क््यया हैैं जो आप ऑनलाइन (online) सीखना चाहते/ चाहती हैैं? 1. 2. 3. 16 आइए ई-लर््नििंग के फायदोों के बारे मेें जानेें मॉड्यूल 1 | एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स का परिचय ई-लर््नििंग (e-learning) केवल आपके कॉलेज या पढ़़ाई के दिनोों के लिए नहीीं है! ऑनलाइन शिक्षा से आप ऐसे कौशल सीख सकते/सकती हैैं जो आपको अपना काम बेहतर तरीके से करने मेें मदद कर सकते हैैं। यह आपके पूरे करियर (career) के दौरान चलने वाली प्रक्रिया हो सकती है। अपने कौशल मेें सुधार करते रहने से आपके करियर (career) का विकास बेहतर तरीक़़े से होगा। आइए एक नजर डालते हैैं कि ई-लर््नििंग (e-learning) से आपको 21वीीं सदी मेें एम्प्लॉयबिलिटी हासिल करने मेें कैसे मदद मिलती है: सीखते समय डिजिटल कौशल (Digital Skills) सीखेें और इनका अभ््ययास अधिक जुड़़ाव याद करने और याद कम समय मेें ज़़्ययादा करेें रखने मेें आसानी सीखेें ऐसे कौशल सीखेें जिनकी माँग नौकरियोों मेें सबसे ज़़्ययादा है करियर (career) से जुड़़े नए रास््तते (पाथवेज़/ pathways) खोजेें कम पैसोों मेें नए कौशल सीखेें सबसे नयी जानकारी पाएँ वह सीखेें जिसमेें आपकी रुचि है करियर मेें विकास (career growth) ई-लर््नििंग (e-learning) से दुनिया भर के कर््मचारियोों के सीखने के ज़़्ययादा रीसोर््स आसान एक््ससेस तरीक़़े मेें बदलाव आ रहे हैैं। अपने करियर (career) मेें आगे बढ़ने के (resource) और (access) लिए अब आपको लगातार नए कौशल सीखने होोंगे। इसलिए, 21वीीं सदी के शिक्षार्थी के रूप मेें, आपको ई-लर््नििंग की दुनिया के बारे मे सुविधानुसार ज़़्ययादा से ज़़्ययादा जानना चाहिए। सीखने के अवसर प्रश्न 1. आईटीआई कोर््स के बाद आपको किस तरह की नौकरी की तलाश है? प्रश्न 2. यह नौकरी पाने मेें आपकी मदद करने के लिए कौन-से कौशल ऑनलाइन सीखे जा सकते हैैं? आइए जानेें कि एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स (employability skills) के लिए ई-लर््नििंग पोर््टल््स (e-learning portals) मेें लॉग-इन (log in) कैसे करेें ई-लर््नििंग पोर््टल (e-learning portals) ऐसी वेबसाइट (websites) होती हैैं जो आपको ऑनलाइन शिक्षण उपलब्ध करवाती हैैं। ऑनलाइन एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स सीखने मेें आपकी मदद करने के लिए कई वेबसाइट उपलब्ध हैैं। आप यहाँ दी गई कुछ वेबसाइट से शुरुआत कर सकते/ सकती हैैं: रोजगार योग््यता स््ककिल््स वेब अड्रेस काम पोर््टल भारत स््ककिल््स पोर््टल व्यापार कौशल और एम्प्लॉयबिलिटी https://bharatskills.gov.in/ (Bharat Skills Portal) स््ककिल््स के लिए ऑनलाइन पाठ और अध््ययन सामग्री खोजेें। ई-स््ककिल इंडिया मुफ़्त, प्रमाणित ऑनलाइन पाठ्यक्रमोों https://eskillindia.org/ (e-skill India) (online courses) का एक््ससेस पाएँ। असीम रोज़गार के अवसर खोजने मेें मदद https://smis.nsdcindia.org/ (ASEEM) प्राप््त करेें। 17 मॉड्यूल 1 | एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स का परिचय प्रशिक्षण और व्यावसायिक केेंद्र एनएसडीसी https://nsdcindia.org/ स्थापित करने के लिए धन प्राप््त करने (NSDC) मेें आपकी सहायता करता है| प्रशिक्षुओं के लिए अध््ययन सामग्री निमी पोर््टल https://nimi.gov.in/ver2_/ (study material), ई- कॉन््टेें ट, (NIMI Portal) प्रश्न-बैैंक (Question Bank) के लिए। अपने ITI कोर््स के बाद सही एनएपीएस पोर््टल https://www. अप्ररेंटिसशिप (apprenticeship) (NAPS Portal) apprenticeshipindia.gov.in/ अवसरोों के लिए आवेदन करेें सरकार की कई कल््ययाणकारी योजनाओं स््ककीम पोर््टल https://www.india.gov.in/ (welfare schemes) के बारे मेें (Schemes Portal) my-government/schemes जानकारी प्राप््त करने के लिए। गतिविधि एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स सीखने के लिए कई तरह के ई-पोर््टल (e-portals) का समय! उपलब्ध हैैं। इनमेें से किसी एक मेें लॉग-इन कर के दे खेें। आइए, आईटीआई छात्ररों के लिए सबसे उपयोगी पोर््टलोों मेें से एक, भारत स््ककिल््स पोर््टल (Bharat Skills Portal) के बारे मे जानेें। चरण 1: इंटरनेट कनेक््टटिविटी (internet connection) की जाँच करेें। चरण 2: गूगल क्रोम, मोज़़िला फ़़ायरफ़़ॉक््स खोलेें या goo- gle.com लॉन््च करेें। चरण 3: वेब एड्रेस/पोर््टल एड्रेस ‘bharatskills.gov.in’ टाइप करेें और फिर एंटर (enter) दबाएँ। 18 मॉड्यूल 1 | एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स का परिचय चरण 4: जैसा कि नीचे दर््शशाया गया है, पोर््टल डैशबोर््ड पर पाठ्यक्रम (course), प्रशिक्षण (training) और सूचनाएँ (notification) दिखेेंगी। चरण 5: प्रशिक्षण (training) मेें शामिल होने के लिए आप अपनी पसंद के प्रशिक्षण पाठ्यक्रम (training course) पर क््ललिक कर सकते/सकती हैैं। चरण 6: विभिन्न पेशोों से जुड़़े कौशल सीखने के लिए ‘ITI Blended Learning’ पर क््ललिक करेें. चरण 7: खुद को रजिस््टर करने के लिए एनरोल बटन पर क््ललिक करेें। चरण 8: यूज़रनेम (username) के सामने दिए गए ख़़ाली स्थान मेें अपना नाम लिखेें, अपना ई-मेल पता (email address) और अपना पोर््टल पासवर््ड (pass- word) दर््ज करेें, ‘Create my new account’ चुनेें। चरण 9: ट्रेनिंग लॉगिन स्क्रीन (training login screen) नीचे दिखाई गई है, डिटे ल््स डालेें और आप ट्रेनिंग सामग्री का उपयोग कर पाएंगे। 19 मॉड्यूल 1 | एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स का परिचय चरण 10: अब विभिन्न पाठ्यक्रमोों के लिए अध््ययन सामग्री का उपयोग करने के लिए, प्रदर््शशित सूची मेें अपना पाठ्यक्रम चुनेें। अब आप अध््ययन सामग्री, रोजगार योग््यता कौशल, मॉक टे स््ट और बहुत कुछ प्राप््त कर सकते हैैं! आपके लिए सुझाव: अपना पासवर््ड बहुत आसान रखेें ताकि आपको यह याद रहे। अपना लॉग-इन आईडी (login id) और पासवर््ड यहाँ लिखेें ताकि आप इसे न भूलेें: भारत कौशल लॉग-इन आईडी: __________________ भारत कौशल पासवर््ड: _________________________ आज मैैंने क््यया सीखा: यदि आप इस विषय को अच्छी तरह से समझ गए हैैं तो लगाएँ । 1. ई-लर््नििंग का मतलब है डिजिटल उपकरणोों जैसे: कंप््ययूटर, स््ममार््टफोन, टै बलेट आदि की मदद से ऑनलाइन शिक्षण प्राप््त करना। 2. ई-लर््नििंग हमारे डिजिटल कौशल मेें सुधार करने के साथ-साथ नौकरी खोजने मेें हमारी मदद करता है। 3. ई-लर््नििंग से हमेें 21वीीं सदी मे आगे बढ़ने मेें मदद मिलती है। 4. ऑनलाइन एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स सीखने के लिए विभिन्न तरह के ई-लर््नििंग पोर््टल मौजूद हैैं जैसे भारत कौशल, एनएसडीसी, एनएपीएस, एनआईएमआई आदि। 20 1.3 भविष््य मेें कामकाज की दुनिया मॉड्यूल 1 | एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स का परिचय इस पाठ मेें हम सीखेेंगे: 1. कोविड (COVID) के बाद जॉब मार्केट (job market) की खोज 2. भविष््य की नौकरियाँ और काम 3. भविष््य मेें काम के लिए आप मेें कौन से कौशल होने चाहिए? मुझे काम के भविष््य के बारे मेें पहले से क््यया पता है? सही कथन चुनेें: 1. कोविड-19 महामारी के बाद दुनिया कभी फिर पहले जैसी नहीीं होगी। 2. हालात 2 साल मेें वापस सामान््य हो जाएँगे। 3. एक नई दुनिया, नई तरह की नौकरियाँ, काम करने की नई स्थितियाँ बनेेंगी। आइए कोविड-19 महामारी के बाद के जॉब मार्केट के बारे मेें जानेें कोविड-19 महामारी ने पूरी दुनिया को जैसे रोक सा दिया था। स््ककूल, ऑफिस, कॉलेज और दुकानेें लंबे समय तक बंद रहे। कई लोगोों की नौकरी चली गई और कुछ ने तो अपनोों को भी खो दिया। लोगोों ने पहले कभी ऐसी स्थिति नहीीं दे खी थी। अब जैसे-जैसे दुनिया धीरे-धीरे पहले जैसी हो रही है, वैसे-वैसे नए बदलाव हो रहे हैैं, और ये बदलाव भारत और दुनिया भर के जॉब मार्केट मेें भी दे खने को मिल रहे हैैं। आइए कोविड-19 (COVID-19) के बाद के जॉब मार्केट पर करीब से नज़र डालेें: 1. नौकरियोों का डिजिटलीकरण (Digitisation) या स््वचालन (Automation): कई नौकरियाँ डिजिटल हो रही हैैं। पहले जो काम इंसान करते थे अब वे मशीनोों द्वारा हो रहे हैैं। उदाहरण के लिए, मुंबई, बैैंगलोर और अहमदाबाद के रेस््तरां मेें भोजन परोसने के लिए रोबोट का इस््ततेमाल किया जा रहा है। 2. ऑफिस से दूर रहकर काम करना: कई ऑफिस बंद हो गए हैैं क््योोंकि कर््मचारी घर से काम कर रहे हैैं। बड़़ी IT कंपनियाँ वर््क फ्रॉम होम (Work From Home) को काम करने की नई योजना बना रही है। 3. दे शभर मेें कहीीं से भी योग््य लोगोों को नौकरी पर रखना: क््योोंकि कम्पनियोों की नई व्यवस्था मेें लोग कहीीं से भी काम कर सकते हैैं, कम्पनियाँ पूरे दे श से उम््ममीदवारोों को लेने के लिए तैयार हैैं। उदाहरण के लिए, अगर कोई ऑफिस बैैंगलोर मेें है, तो भी पूरे भारत से लोग नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैैं और अपने घर से काम कर सकते हैैं। इससे, अच्छी नौकरियोों के लिए कॉम्पटिशन भी बढ़ गया है। 21 मॉड्यूल 1 | एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स का परिचय 4. डिजिटल कौशल की ज़रूरत: डिजिटल कौशल के बारे मेें बेसिक जानकारी होना बहुत ज़रूरी है। बड़़े सुपरमार्केट से लेकर छोटी दुकानोों और सब््जजी बेचने वाले तक सभी अब डिजिटली (Paytm, GPay, PhonePe आदि) पैसोों का लेन-दे न करते हैैं। 5. प््ललैटफॉर््म इकोनॉमी (Platform Economy) की शुरुआत: उबर, ओला, ज़़ोमैटो, बिग बास््ककेट, स््वविगी (Uber, Ola, Zomato, Big Basket, Swiggy) जैसे डिजिटल अब घर-घर मेें जाने जाते हैैं। दुकान की जगह अब ऐप या वेबसाइट पर सामान या सुविधा को दे खा और ख़रीदा जा सकता है। 6. हरित नौकरियाँ (ग्रीन जॉब््स) : यह 21वीीं सदी मेें एक नया रोजगार क्षेत्र है। हरित नौकरियाँ (ग्रीन जॉब््स) ऐसी नौकरियाँ हैैं जो प्रदूषण को कम करने और पर््ययावरण तथा ग्रह को सुरक्षित करने मेें मदद करती हैैं। ऐसी नौकरियोों को सरकार से सब््ससिडी (Subsidy) के माध््यम से ज़़्ययादा सहायता मिलती है। प्रश्न 1: कोविड-19 (COVID-19) महामारी के दौरान और उसके बाद की काम की दुनिया मेें कई बदलाव आए हैैं। ऐसे कौन-से बदलाव हैैं जिन््हेें आपने दे खा या महसूस किया है? आइए काम की दुनिया के भविष््य के बारे मेें जानेें पिछले कुछ सालोों मेें, भारत मेें कुछ उद्योगोों मेें भी तेजी से विकास हुआ है। नए और रोमांचक अवसरोों के साथ अनेक प्रकार के नए-नए जॉब के क्षेत्र (sector) आ रहे हैैं जो कि पहले नहीीं थे। पिछले 5 सालोों मेें जो नौकरियाँ पुरानी हो गई हैैं या जिनकी माँग मेें कमी आई है, वह नौकरियाँ हैैं: एसटीडी बूथ (STD Booth) फोटो स््टटूडियो (Photo Studio) ऑडियो कैसेट/सीडी रिकॉर््डििंग (Audio Cassette/CD Recording) कैैंची मेें धार दे ना (Grinder) साइकिल की मरम््मत ऐसी नौकरियाँ जो अभी मौजूद हैैं और 5 साल पहले मौजूद नहीीं थीीं: ओला/उबर ड्राइवर (Ola/Uber Driver) स््वविगी/ज़़ोमैटो डिलीवरी (Swiggy/Zomato Delivery) मोबाइल रिपेयर (Mobile Repair) सोशल मीडिया के ज़रिए लोगोों को प्रभावित करने वाला यूट्यूबर (Youtuber) 22 आने वाले वर्षषों मेें निम््नलिखित क्षेत्ररों मेें तेजी से बढ़़ोत्तरी होने की संभावना है: मॉड्यूल 1 | एम्प्लॉयबिलिटी स््ककिल््स का परिचय ऑनलाइन रिटे ल (Online Retail) हेल्थकेयर (Healthcare) फार््ममास््ययुटिकल (Pharmaceutical) वित्तीय और बैैंकिंग (Finances & Banking) कंप््ययूटर और आईटी (Computer and IT) गिग वर््क सेक््टर (Gig work sector) जिसमेें शामिल है ऑनलाइन शिक्षा, परिवहन सेवा और कैटरिंग आदि हरित नौकरियाँ (ग्रीन जॉब््स) जिसमेें शामिल है पर््ययावरण तकनीशियन, सोलर इंस््टटालर (Solar Installer), रीसाइक््ललििंग वर््कर आदि प्रश्न 1: ऑनलाइन खोज करके अपने काम या रुचि से जुड़़ी नए प्रकार की नौकरियोों का पता लगाएँ। अलग-अलग तरह की कौन-कौन सी नौकरियाँ उपलब्ध हैैं? आइए 21वीीं सदी के ऑफिस कौशल के बारे मेें जानेें 2022 की व््हहीबॉक््स (Wheebox) की इंडिया कौशल रिपोर््ट (India Skills Report) के अनुसार, भारत मेें केवल 48.7% युवा ही नौकरी पाने लायक हैैं। इसका मतलब है कि 2 मेें से 1 भारतीय युवा मेें नौक?

Use Quizgecko on...
Browser
Browser