Chemistry Class 12 Notes PDF
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Uploaded by DeadCheapGeranium5025
Shaheed Rajpal DAV Public School, Dayanand Vihar
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This document is a set of chemistry notes for class 12, containing various topics and questions. It includes concepts like interstitial defects, point defects, and covers questions on concepts such as molarity and dilution. The document also provides information on different types of solutions. The notes appear to be in Hindi, but the title mentions Chemistry Class 12 Notes and likely questions for the 2025 exam.
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BAAL STUDY ChemiSTrY CLASS 12 noTeS Th प्रश्न 1.अंतराकाशी दोष (interstitial defect) ककसे कहते है ? Ans- जब किसी किस्टल िे अंतरािाशी स्थान पर िुछ अवयवी िण (परमाण,ु अण,ु आयन) आ जाते हैं तो इस प्रिार किस्टल में जो दोष उत्पन्न होता है वह अंतरािाशी दोष िहलाता है | प्...
BAAL STUDY ChemiSTrY CLASS 12 noTeS Th प्रश्न 1.अंतराकाशी दोष (interstitial defect) ककसे कहते है ? Ans- जब किसी किस्टल िे अंतरािाशी स्थान पर िुछ अवयवी िण (परमाण,ु अण,ु आयन) आ जाते हैं तो इस प्रिार किस्टल में जो दोष उत्पन्न होता है वह अंतरािाशी दोष िहलाता है | प्रश्न 2.क दं ु दोष (point defect) ककसे कहते है ? Ans- इस दोष में अवयवी िण अपना जालि कबदं ओ ु ं िो छोड़िर गायब हो जाता है या अपने आस्थान िो छोड़ िा अतं रािाशी सस्ं थानों में प्रवेश िर जाता है कबंदु दोष िहलाता है | प्रश्न 3. शाके टकी दोष तथा फ्रेंकल दोष में अंतर- शाटकी दोष (Schottky defect ) फै कल दोष (frankl defect) (1) इसमें अवयवी िण अपने जालि कबंदओ ु ं बाहर कनिल जाते हैं | (i ) इसमें अवयवी िण अपने जालि कबंदओ ु ं िो छोड़िर अतं रािाशी स्थान में चला जाता है। (ii) इसिा उपसहसंयोजि संख्या कनम्न होती है | (ii) इसिा उपसहसंयोजि संख्या उच्च होती है | (iii) इसिा घनत्व िम हो जाता है (iii) इसिा घनत्व में िोई पररवततन नहीं होता है | प्रश्न 4.अल्कोहल का जलीय किकलयन किद्यतु का कुचालक है क्यों अल्िोहल जल िे साथ हाइड्रोजन बधं न बनाता है जो ध्रवु ीय होता है इस प्रिार अल्िोहल िे जलीय कवलयन कवद्यतु िा िुचालि होता है| प्रश्न 5.का ोहाइड्रेट क्या है | Ans-: िाबोहाइड्रेट प्रािृ कत में पाया जाने वाला एि ऐसा यौकगि है कजसमें िाबतन, हाइड्रोजन तथा ऑक्सीजन उपकस्थत रहते हैं। िाबोहाइड्रेट हमारे जीवन िो सचु ारू रूप से चलाने में महत्वपणू त भकू मिा अदा िरती है िाबोहाइड्रेट िहलाती है प्रश्न 6.किलयन को पररभाकषत कीकजए। कवलयन दो या दो से अकधि अवयवों िा समागं ी कमश्रण होता है। समांगी कमश्रण से हमारा तात्पयत है कि कमश्रण में सभी जगह इसिा संघटन व गणु एि समान होते हैं प्रश्न 7. मोल-अंश को पररभाकषत कीकजए। 2 मोल-अंश एि अवयव (कवलेय या कवलायि) िे मोलों िी संख्या तथा कवलयन में उपकस्थत सभी अवयवों िे मोलों िी संख्या िा अनुपात होता है। अवयव िे मोलों िी सख्ं या ं = किसी अवयव िा मोल-अश सभी अवयवों िे मोलों िी संख्या प्रश्न 8.मोललता को पररभाकषत कीकजए। मोललता 1 kg कवलायि में उपकस्थत कवलेय िे मोलों िी संख्या िो कवलयन िी मोललता (m) िहते हैं। कवलेय िे मोलों िी संख्या मोललता (m) = कवलायि िा द्रव्यमान (kg में) मोललता िी इिाई = mol kg¹ या m (molal) प्रश्न 9. किलेयता को पररभाकषत कीकजए। किसी अवयव िी कवलेयता एि कनकित ताप पर कवलायि िी कनकित मात्रा में घल ु ी हुई उस पदाथत िी अकधितम मात्रा होती है। यह कवलेय एवं कवलायि िी प्रिृ कत तथा ताप एवं दाब पर कनभतर िरती है। प्रश्न 10. पीपीएम पररभाषा सत्रू क्या है? उदाहरण ककसे कहते है पीपीएम (Parts Per Million) किसी कवलयन में किसी पदाथत िी सांद्रता िो व्यक्त िरने िी एि इिाई है। यह कवलयन िे प्रत्येि 106 भागों में उस पदाथत िे भागों िी संख्या िो दशातता है | PPM (पीपीएम) = (कवलेय िा ग्राम में भार/ कवलयन िा ग्राम में भार) x 106 प्रश्न 11. आदशश किलयन तथा अनादशश किलयन में अंतर कलखे आदशश किलयन (ideal solution) अनादशश किलयन (non-ideal solution) 1. वे कवलयन जो ताप तथा दाब िी समस्त कस्थकत पर राउल्ट िे कनयम 1. वे कवलयन जो ताप तथा दाब िी समस्त परास पर राउल्ट िे कनयम िी पालन िरते है उन्हें आदशत कवलयन िहते है। िी पालन नहीं िरते है उन्हें अनादशत कवलयन िहते है। 2. कवलयन िा िुल आयतन दोनों घटिो िे िुल आयतन िे योग िे 2. कवलयन िा िुल आयतन दोनों घटिो िे िुल आयतन िे बराबर बराबर होता है नहीं होता है। 3. कवलेय तथा कवलायि िो कमलाने पर िोई उष्मीय पररवततन नहीं होते 3. कवलेय तथा कवलायि िो कमलाने पर िोई उष्मीय पररवततन होता है। है। 4. शद्ध ु ं िे मध्य उतना ही आिषतण होता है, कजतना ु घटिो िे अणओ 4. शद्ध ु घटिो िे अणओु ं िे मध्य आिषतण बल कवलयन िे अणओ ु ं िी कवलयन िे घटिो िे मध्य। िे मध्य लगने वाले आिषतण बल से कभन्न होता है। प्रश्न 12 :- परासरण दा की पररभाषा कलखें ? किसी कवलायि िे िणों िा कनम्न साद्रं ता से उच्च साद्रं ता िी अधत पारगम्य किल्ली द्वारा सोता प्रभाव प्रसारण िहलाता है उच्च साद्रं ता वाले कबकलयन पर लगाया गया वह बाहरी दाब जो कवलायि िे अणओ ु प्रवाह अद्धत पारगमय किल्ली से रोि दे उसे परासरण दाब िहते है | प्रश्न 13:- िांट हाफ गण ु ककसे कहते हैं? ं िहते है | किसी अनु संख्या िे गणु धमत िे प्रायोकगि मान तथा सामान्य मान िे अनुपात िो वांट हाफ गणु ाि प्रश्न 14. फराडे के किद्युत अपघटन के प्रथम कनयम कलखें ? उत्तर :- जब किसी इलेक्रोडलाइट मैं कवद्यतु धारा प्रवाकहत किया जाता है तो पदाथत िी एिकत्रत मात्रा इलेक्रोलाइट पर प्रवाकहत कवद्यतु धारा िे समानपु ाती होती है इस फ्राइडे िा प्रथम कनयम िहते हैं| प्रश्न 15. संचायक ैटरी से आप क्या समझते हैं ? उत्तर :- कजस सेल में रासायकनि ऊजात कवद्यतु ऊजात में पररवकततत होता तथा उसिे रासायकनि प्रकतकिया िो हम वापस प्राप्त िर सिते हैं उसे सेिेंडरी सेल िहा जाता है जैसे लेड सच ं ायि सेल प्रश्न 16. प्राथकमक सेल से आप क्या समझते हैं ? उत्तर :- कजस सेल में रासायकनि ऊजात कवद्यतु ऊजात में पररवकततत होती है उसे प्रायमरी सेल िहते हैं यह सेल सभी रासायकनि प्रकतकिया िे कलए अनुत्िमणीय होता है जैसे लेक़लाश ं सेल प्रश्न 17. इलेक्रोड और इलेक्रोड किभि को पररभाकषत करें उत्तर :- इलेक्रोड कवद्यतु सचं ालि िे द्वारा कवद्यतु धारा िो प्रवाकहत िरने िे कलए धाकत्वि छड़ िी जरूरत होती है कजसे इलेक्रोड िहा जाता है जैसे गलवाकनि सेल में या उपिरण है कजसमें नमि िे कबकलयन में एि धातु िी छाल रखी जाती है इसे इलेक्रोड या हाफ सेल िहते हैं इलेक्रोड किभि जब एि धातु िी छड़ िो अपने स्वयं िे आइनो वाले घोल में डुबाया जाता है तो इलेक्रोड और धातु िे छाड़ िे बीच कवभावातं र उत्पन्न होता है कविकसत कवभावातं र िो इलेक्रोड कवभव िहा जाता है इसे Ecell से सकू चत किया जाता है प्रश्न 18. लिण सेतु क्या है इसके क्या उपयोग है ? उत्तर:- I)पररपथ परू ा िरना Ii)कवद्यतु उदासीनता बनाने िा िायत िरता है प्रश्न 19. प्र ल और दु शल किद्यतु अपघटन क्या है एक-एक उदाहरण दें ? उत्तर प्र ल किद्युत अपघटन :- वे पदाथत जो कबकलयन में पणू तता आयकनि हो जाते हैं प्रबल कवद्यतु अपघटन िहलाते हैं जैसे Nacl ,kcl kno3 इत्याकद दु शल किद्यतु अपघटन ;- वह पदाथत जो कबकलयन में पणू तत ा आयकनि नहीं हो पाते हैं उसे दबु तल कवद्यतु अपघटन िरते है जैसे ch3cooh , Nh2OH इत्याकद प्रश्न.20. किद्यतु रासायकनक तल्ु यांक की पररभाषा दें। उत्तर :- कवद्यतु रासायकनि तुल्याि ं किसी पदाथत िा वह भार होता है जो जमा होता है 1 एकम्पयर कवद्यतु धारा 1 सेिंड ति (अथातत् 1 िूलॉम) प्रवाकहत िरने से। प्रश्न.21. रासायकनक लगकतकी (chemical kinetics) ककसे कहते है ? उत्तर :- रसायन कवज्ञान िी वह शाखा कजसिे अंतगतत रासायकनि अकभकियाओ ं िी दर, अकभकियाओ ं िी कियाकवकध एवं अकभकियाओ ं िो प्रभाकवत िरने वाले िारि आकद िा अध्ययन किया जाता है उसे रासायकनि बलगकतिी िहते हैं। प्रश्न.22. अकभकिया का िेग (दर) ककसे कहते है ? उत्तर :- इिाई समय में अकभिारि या उत्पाद िी साद्रं ता में होने वाले पररवततन िी दर िो रसायकनि अकभकिया िी दर या अकभकिया िा वेग िहते हैं। प्रश्न.23. अकभकिया के िेग एिं िेग कथथरांक में अंतर को कलखें ? उत्तर :- अकभकिया के िेग एिं िेग कथथरांक में कनम्नकलकखत अंतर है अकभकिया का िेग िेग कथथरांक (i)अकभकिया िा वेग ताप बढाने पर बढता है। (i)वेग कस्थराि ं भी ताप बढाने पर बढता है। (ii)अकभकिया िे वेग िा मात्रि मोल/लीटर सेिंड होता है। (ii)वेग कस्थरांि िा मात्रि अकभकिया िी िोकट पर कनभतर िरता है। (iii)अकभकिया िा वेग, अकभकिया िी प्रगकत िे प्रारंभ वेग कस्थरांि (iii)अकभकिया िा वेग, अकभकिया िी प्रगकत िे प्रारंभ वेग कस्थरांि िा मान कस्थर रहता है यह प्रगकत पर में घटता है। िा मान कस्थर रहता है यह प्रगकत पर कनभतर नहीं िरता है। प्रश्न. 24. अकभकिया की कोकट ककसे कहते हैं ? उत्तर :- किसी रासायकनि अकभकिया िे वेग समीिरण में अकभिारिों िे घातों िा योग अकभकिया िी िोटी िहलाता है | प्रश्न.25. शून्य कोकट की अकभकिया ककसे कहते हैं ? उत्तर :- जब अकभकिया वेग किया िारिो िी सान्द्रता िे शन्ू य घात िे समानपु ाती होता है तो उसे शन्ू य िोकट िी अकभकिया िहते है। प्रश्न.26. प्रथम कोकट की अकभकिया ककसे कहते हैं ? उत्तर :- अकभकिया कजसिी दर एि अकभिारि िी सांद्रता िी प्रथम घात िे समानुपाती होती है प्रथम िोकट िी अकभकिया िहलाती है। प्रश्न 27. परासरण दाव और ववसरण में अंतर (Difference between osmotic pressure and diffusion) को कलखें ? परासरण (osmosis) ववसरण (Diffusion) (1) परासरण में अर्थ पारगम्य झिल्ली का होना आवश्यक है। (i) ववसरण में अर्थ पारगम्य झिल्ली का होना आवश्यक नहीीं है। (ii) परासरण की प्रक्रिया केवल द्रव अवस्र्ा में ही (ii) ववसरण की प्रक्रिया ठोस, द्रव तर्ा गैस तीनों होती है। अवस्र्ाओीं में होती है। (iii) परासरण में केवल ववलायक के अणु गतत करते (iii) ववसरण में ववलायक एवीं ववलेय दोनों के हैं। अणु गतत करते हैं। प्रश्न 28. अवशोषण एवं अधिशोषण में अंतर बताइए। उत्तर - अवशोषण एवं अधिशोषण में निम्िलिखित अंतर है :- अवशोषण अधर्शोषण इसमें पदार्थ, ठोस के सींपूणथ स्र्ूल में समान रूप से इसमें पदार्थ केवल पष्ृ ठ पर साींद्रद्रत होता है एवीं ववतररत हो जाता है। अधर्शोषक की सतह से स्र्ूल में प्रवेश नहीीं करता है। अवशोषण में अवशोवषत होने वाले पदार्थ को साींद्रता अधर्शोषण में अधर्शोष्य की साींद्रता केवल अधर्शोषक ठोस के सींपूणथ स्र्ूल में एक समान रहती है। के पष्ृ ठ पर बढ़ती है। यह परू े पदार्थ की घटना है। यह अधर्शोषक के सतह की घटना है। प्रश्न 29. कोलाइड बनाने की दो ववधर्यों को ललखें। उत्तर - रासायतनक ववधर्- कोलाइडल ववलयन रासायतनक अलिक्रियाओीं द्वारा तैयार क्रकए जा सकते हैं जजससे अणु दोहरे अपघटन, ऑक्सीकरण, अपचयन या हाइड्रोलललसस द्वारा बनते हैं, क्रिर ये अणु एकत्रित होकर ववलयन का तनमाथण करते हैं। AS2O3+3H2S द्ववक अपघटन ऑक्सीकरण SO2+ 2H2S AS2S3 (ववलयन ्) + 3H2O 3S (ववलयन) + 2H2O िौततक ववधर् - इस ववधर् में वाडे के कणों को कोलॉइडल पुष्प गुच्छा में पररवततथत कर द्रदया जाता है | प्रश्न 30. स्कींदन (पेष्टीकरण)' पद को पररिावषत करें । उत्तर - पेष्टीकरण को इलेक्रोलाइट की र्ोडी मािा की उपजस्र्तत में प्रकीणथन माध्यम से द्रहलाकर एक अवक्षेप को कोलॉइडल ववलयन में पररवततथत करने की प्रक्रिया के रूप में पररिावषत क्रकया जा सकता है। इस उद्दे श्य के ललए प्रयक् ु त इलेक्रोलाइट को पेष्टाइजजींग एजेंट कहा जाता है। इस ववधर् का प्रयोग सामान्यतः ताजे बने अवक्षेप को कोलॉइडल ववलयन में बदलने के ललए क्रकया जाता है। प्रश्न 31. द्रटन्डल प्रिाव क्या है? व्याख्या करें । उत्तर - द्रटण्डल प्रिाव- जब प्रकाश पुींज कोलॉइडल ववलयन में प्रवाद्रहत क्रकया जाता है। तो प्रकाशपुींज का मागथ प्रकालशत हो जाता है यह घटना ववलयन में मौजद ू कोलॉइडल कण द्वारा प्रकाश का प्रकीणथन हो जाता है। यह िैराडे द्वारा दे खी गई तर्ा बाद में द्रटींडल द्वारा व्यक्त की गई। इस प्रिाव को द्रटींडल प्रिाव कहा जाता है। प्रकाश को प्रकीझणथत करने के ललए कोलायडल कण की यह प्रववृ त्त आम तौर पर होती है। प्रकीणथन द्वारा द्रदखाई दे ने वाली क्रकरण के पर् को द्रटींडल कोण कहते हैं। वास्तववक ववलयन में प्रकाश के त्रबखडने के पयाथप्त व्यास के कण नहीीं होते हैं और इसके कारण क्रकरण अदृश्य हो जाती है। प्रकाश प्रकीणथन आमतौर पर तब होता है जब प्रकाश अींत में वविाजजत कण वाले एक ववषमाींगी तींि से टकराता है। प्रश्न 32. िौततक अधर्शोषण और रासायतनक अधर्शोषण के मुख्य अींतर क्या है? उत्तर- जब अधर्शोवषत अींतरआजण्वक आकषथण बल द्वारा र्ारण क्रकया जाता है, अक्सर वैन डेर वाल्स बल कहा जाता है , तो अधर्शोषण की िौततक अधर्शोषण या वैन डेर वाल्स अधर्शोषण कहते हैं। हालाींक्रक अधर्शोष्य वाले अणु या परमाणु जब रासायतनक बींर्नो द्वारा ठोस सतह पर होते हैं, तो रसोवशोषण या रासायन शोषण कहा जाता है। िौततक शोषण सामान्यतः उत्क्िमणीय होता है। जो तनम्न ताप पर होता है और सक्रियण ऊजाथ के अिाव में होता है लेक्रकन रसायन शोषण आमतौर पर अनत्क्ु िमणीय होता है यह उच्च ताप पर होता है और सक्रियण ऊजाथ की उपजस्र्तत में होता है। प्रश्न 33. हैबर पद्र्तत द्वारा अमोतनया बनाने का लसद्र्ाींत क्या है? अमोतनया से नाइद्ररक अम्ल कैसे बनाया जाता है ? समीकरण दें । उत्तर - हैबर पद्र्तत-अमोतनया का उत्क्पादन हैबर पद्र्तत द्वारा क्रकया जाता है। N2+3H2 Fe+Mo/450° 100-100atm 2NH3 िाइट्रिक अम्ि का उत्पादि- प्रर्म पद अमोतनयम का ऑक्सीकरण 4NH3 + 502 4NO + 6H2O द्ववतीय पद NO का ऑक्सीकरण NO + O2 → NO2 तत ृ ीय पद - NO2 को जल प्रवाद्रहत कर * नाइद्ररक अम्ल का उत्क्पादन क्रकया जाता है। 3NO2+ H2O→ 2HNO3 + NO प्रश्न 34. सल्फेट आयि की जााँच आप कैसे करें गे ? उत्तर- नमक के घोल में BaCl2 का घोल डालने पर HCI की उपजस्र्तत में सल्िेट अघल ु नशील अवक्षेप BaSO4 का प्राप्त होता है जो SO आयन की उपजस्र्तत को इींधगत करते हैं। BaCl2 + Na2SO4 → 2NaCl + BaSO4 प्रश्न 35. ऐल्कोहॉि एवं फीिॉि में अंतर स्पष्ट करें । उत्तर- ऐल्कोहॉल एलीिैद्रटक यौधगक है जबक्रक िीनॉल एरोमैद्रटक यौधगक है। ऐल्कोहॉल C-11 तक द्रव होता है जबक्रक िीनॉल उजला रीं ग का ठोस है। ऐल्कोहॉल को हम शराब एवीं दवा के रूप में इस्तेमाल करते हैं लेक्रकन िीनॉल का इस्तेमाल कीटनाशक एवीं ववसींिमाींकी के रूप में होता है। रे यानाशक के रूप में होता है। प्रश्न 36. ऐल्कोहॉि के जिीय ववियि ववद्युत का कुचािक क्यों होता है ? उत्तर-ववद्युत के सुचालक के ललए घुमने वाले आयन की उपजस्र्तत अतनवायथ होती है लेक्रकनऐल्कोहॉल के जलीय ववलयन में घुमने वाले आयन अनुपजस्र्त होते हैं। अतः ऐल्कोहॉल ववद्युत का सुचालक नहीीं होता है। प्रश्न 37. बराबर आण्ववक भार वािे हाइड्रोकाबबि की अपेक्षा ऐल्कोहॉि जि में अधिक वविेय होता है, क्यों? Answer. बराबर आजण्वक िार वाले हाइड्रोकाबथन की अपेक्षा ऐल्कोहॉल जल में अधर्क ववलेय होता है क्योंक्रक जल के सार् अींतर आजण्वक H-बींर्न बनाता है। जजससे इसका स्र्ातयत्क्व बढ़ता है। प्रश्न 38. क्या होता है जब इथाइि ऐल्कोहॉि का ऑक्सीकरण होता है? Answer.- जब इर्ाइल ऐल्कोहॉल का ऑक्सीकरण होता है एसीटै जल्डहाइड बनता है। इसका पुनः ऑक्सीकरण करने पर काबोक्सीलीक अम्ल बनता है। O O C2H5OH → CH3CHO → CH3COOH प्रश्न 39. पावर एल्कोहि क्या है ? Answer :- 80% पेरोल तर्ा 20% ऐधर्ल एल्कोहॉल के लमश्रण को पॉवर एल्कोहल कहते हैं। इसका उपयोग इींजनों में शजक्त उत्क्पन्न करने में क्रकया जाता है इस लमश्रण को पेरोल की जगह उपयोग क्रकया जा सकता है। प्रश्न 40. फीिॉि ऐल्कोहॉि से ज्यादा अम्िीय है। क्यों? ANS िीनॉल हमेशा ऐल्कोहॉल से ज्यादा अम्लीय होता है क्योंक्रक ये ववलयन में H+ खोने के बाद िीनॉक्साइड आयन का तनमाथण करता है जो रे जोनैन्स के कारण जस्र्र होता है। प्रश्न 41. कारण सट्रहत व्याख्या करें - फफिॉि की प्रकृनत अम्िीय होती है। ANS: िौनॉल H+ आयन दे ने के बाद िौनॉक्साइड आयन बनाता है जो अनुनाद जस्र्र है और इसललए िोनॉल प्रकृवत्त में अम्लीय होता है। प्रश्न 42.निम्रलिखित में अंतर स्पष्ट करिे के लिए जााँच जााँचों को लििें। (a) एजल्डहाइड और क्रकटोन (b) ऐर्नॉल और एसीटजल्डहाइड Ans:- i) टॉलेन्स परीक्षण ऐजल्डहाइड को जब टॉलेन्स अलिकमथक के सार् गमथ क्रकया जाता है तब ऐजल्डहाइड ऑक्सीकृत होकर काबोजक्सललक अम्ल प्रदान करते हैं तर्ा ववलन लसल्वर मुक्त होता है जो परखनाली की दीवारों पर जमा हो जाता है। इसललए इसे लसल्वर- दपथण परीक्षण िी कहते है। जबक्रक कीटोन लसल्वर दपथण परीक्षण नहीीं दे ता है। प्रश्न 43. क्या होता है जब एसीटण्ल्िहाइि को ववरं जक चूणब के साथ गमब फकया जाता है। [ Ans- जब ऐसटजल्डहाइड, ववरीं जक चूणथ से अलिक्रिया करता है, तो क्लोरोिॉमथ दे ता है। CH3CHO + Ca(OC)Cl CHCl3 + Ca(HCOO)2 प्रश्न 44. एण्ल्िहाइि श्रेणी के आरं लभक सदस्यों की जि में 'वविेयि अधिक है। कारण बतावें | Ans:- ऐल्केन जलववरागी होते हैं इसललए में जल में ववलेय नहीीं होते हैं, जबक्रक CHO जलरागी होते हैं इलसललय जल में ववलेय होते हैं तर्ा जल के सार् H- bond बनाते हैं। आरीं लिक एजल्डहाइड में काबथन की जसींख्या कम होने कारण-CHO समह ू जल में घल ु जाते हैं जबक्रक बाद के सदस्यों में काबथन की सख्या अधर्क होने के कारण जल मे अववलेय होते हैं। प्रश्न 45. फामेलिि के दो मुख्य उपयोगों का वणबि करें । Ans:- 40% िॉमेजल्डहाइड के जलीय घोल को िामेललन कहते हैं। इसका दो उपयोग तनम्न है - 1. इसे रोगाणु रोर्क एवीं कीटाणुनाशक में इस्तेमाल क्रकया जा सकता है। PII. इसका उपयोग लसींर्ेद्रटक पॉललमर जैसे बैक्लाइट और लसींर्ेद्रटक डाई के सामान जैसे इींडडगो के तनमाथण में क्रकया जाता है। प्रश्न 46. आप आवश्यक एमीिों अम्ि से क्या समझते हैं? Ans: वैसे एमीनो अम्ल जो हमारे शरीर में नहीीं खाने द्वारा सप्लाई होता है, आहार के रूप में उसे आवश्यक एमीनो अम्ल कहते हैं। उदाहरण- लायलसन और जयलीन प्रश्न 47. अमीिो अम्ि क्या है ? Ans: वैसे काबोजक्सललक अम्ल जजसमें NH2 (अमीनों) क्रियाशील मूलक िी उपजस्र्त होता है उसे अमीनों अम्ल कहा जाता है। उदाहरण- NH2CH2COOH बहुलक के बाद यह > प्रोटीन में पररवततथत हो जाता है। प्रश्न 48. एंजाइम क्या है ? Ans: इींजाइम एक प्रकार का प्रोटीन है जो जैववक जीवों में उत्क्पाद्रदत क्रकया जा सकता है और उत्क्प्रेरक का काम करता है। इनवरटे ज उदाहरण- C12H22O11 +H2 O --→C6H12O6 + C6H12O6 ग्लूकोज फ्रुक्टोज प्रश्न 49. िायईथाइि ईथर सोडियम से अलभफिया िहीं करता है। क्यों? Answer. ईर्र के केस में , उदाहरण के ललए CH3CH2-O-CH2CH3 कोई तत्क्व या ग्रुप आयतनक प्रकृतत का नहीीं होता है और न हीीं अम्लीय प्रकृतत होता है। अतः इन पररजस्र्तत में ईर्र सोडडयम के सार् प्रततक्रिया नहीीं करता है। प्रश्न 50.प्रोटीि का ववकृनतकरण क्या है? Ans: जब प्राकृतीक प्रोटीन में िौततक पररवतथन करते हैं, जैसे ताप में पररवतथन अर्वा रासायतनक पररवतथन करते हैं जैस,े pH में पररवतथन आद्रद क्रकया जाता है तो हाइड्रोजन आबींर्ों में अस्तव्यस्तता उत्क्पन्न हो जाती है। जजसके कारण गोललका (ग्लोब्यल ू ) खल ु जाती है तर्ा हैललक्स अकींु डललत हो जाती है तर्ा प्रोटीन अपनी जैववक सक्रियता को खो दे ता हैं। इसे प्रोटीन का ववकृतीकरण कहते हैं। उदाहरणः उबालने पर अींडे की सिेदी का स्कींदन, दही का जमना। प्रश्न 51. DNA के पूणब जि अपघटि से प्राप्त यौधगकों के िाम लििें। ANS: DNA के पूणथ जल-अपघटन से एक पेन्टोस शुगर, िॉस्िोररक अम्ल (H3PO4) तर्ा नाइरोजन युक्त ववषम चिीय यौधगक (जजन्हें क्षारक कहते हैं) प्राप्त होते हैं। शक्कर इकाई ẞ-D-2- डडऑक्सीराइबोज होती है। चार क्षारक यर्ा ऐडेनीन (A), ग्वानीन (G), साइटोसीन (C) तर्ा र्ायमीन (T) होते हैं। प्रश्न 52. (a) RNA एवं DNA में अंतर बताइए। (b) न्यण्ू क्िक अम्ि क्या है? Ans: (a) RNA में जैसा क्रक नाम है- राइबोजन्यूण्क्िक अम्ि, राइबोज शुगर इस्तेमाल होता है उनके तनमाथण में। लेक्रकन DNA (डिऑक्सीराइबोज न्यूण्क्िक अम्ि) के तनमाथण में डडऑक्सीराइबोज शुगर का इस्तेमाल होता है। सार्ारणतः RNA की पुनराववृ त्त नहीीं होती है लेक्रकन DNA सार्ारणतः पुनराववृ त्त का गुण प्रदलशथत करता है। DNA के पास दह ु रा मानक हे जल्कस सींरचना होता है लेक्रकन RNA के पास अकेला मानक हे जल्कस सरीं चना,. सार्ारणतः DNA सेल के केंद्र में पाया जाता है लेक्रकन सार्ारणतः RNA सेल के कोलशका में। (b) न्यजू क्लक अम्ल न्यक् ु लीयोटाइड का बहुलक होता है N. जो क्रक एक महत्त्वपण ू थ है प्रोटीन के तनमाथण में तर्ा B RNA एवीं DNA में पररवततथत होने में और सार्ारणतः सिी जीववत सेल में पाया जाता है , न्यूक्लीय प्रोटीन के रूप में। न्यूजक्लक अम्ल के सींरचना को दो तरह से अध्ययन क्रकया जाता है -प्राइमरी सींरचना और सेकेण्डरी प्रश्न 53. साबुि की शोिि फिया की व्याख्या करें । Ans: साबन ु की सिाई क्रिया इस तथ्य के कारण है क्रक साबुन के अणु तेल की छोटी बूींद के चारों ओर इस तरह लमसेल बनाते हैं क्रक स्टीयरे ट आयनों का हाइड्रोिोत्रबक द्रहस्सा तेल की बूींद में होता है और हाइड्रोक्रिललक िाग त्रिसल्स की तरह ग्रीस की बूींदों से बाहर तनकलता है | प्रश्न 55. परररक्षक फकसे कहते है? Ans: खाद्य परररक्षकः खाद्य पदार्ों को सूक्ष्मजीवों की वद् ृ धर् के कारण होने वाली खराबी से बचाते हैं। खाने का नमक, चीनी वनस्पतत तेल तर्ा सोडडयम बेन्जोएट (C6H5COONa) सामान्य रूप से उपयोग में आने वाले परररक्षक है। प्रश्न 56. कृत्रिम मिुरक क्या है ? दो उदाहरण दीण्जए। Ans: वे पदार्थ जो शरीर की कैलोरी बढ़ाए त्रबना िोजन में लमठास प्रदान करते है , कृत्रिम मर्ुरक कारक कहलाते हैं। ये तनजष्िय और हातनरद्रहत है और इस प्रकार यह शरीर से मूि में अपररवततथत तनकल जाते हैं। उदाहरण- सैकरीन और एस्पाटथ म । प्रश्न 57. साबुि क्या है? कपडा साफ करिे में यह फकस प्रकार कायब करता है? Ans: सिाई के ललए प्रयोग में आने वाले साबन ु दीघथ श्रींख ृ ला वाले वसा-अम्लों जैसे क्रक जस्टऐररक (C17H35, COOH) ओलीक (C17H33COOH) तर्ा पालमद्रटक अम्लों (C15H31COOH) के सोडडयम अर्वा पोटै लशयम लवण होते हैं। C17H35 COONa (सोडडयम जस्टऐरे ट) एक साबन ु है। साबुन की शोर्न क्रिया इस यर्ार्थ के कारण है क्रक साबुन के अणु तेल की बूूँदों के चारों ओर इस प्रकार से वपसेल बनाते हैं क्रक जस्टऐरे ट आयन का जलववरागी िाग बूींदों के अींदर होता है एवीं जलरागी िाग धचकनाई की बूूँदों के बाहर काूँटों की तरह तनकला रहता है। चूँूक्रक ध्रुवीय समूह जल से अन्योन्यक्रिया कर सकते हैं, अतः जस्टऐरे ट आयनों से तघरी हुई तेल की बूूँदें जल में झखींच जाती हैं एवीं गींदी सतह से हट जाती है। इस प्रकार साबुन तेलों तर्ा वसाओीं का पायसीकरण (Emulsification) करके र्ुलाई में सहायता करता है। प्रश्न 58. थमोप्िाण्स्टक और थमोसेट्रटंग बहुिकों में क्या अंतर है ? प्रत्येक का एक-एक उदाहरण दें | थमोप्िाण्स्टक बहुिक थमोसेट्रटंग बहुिक I. इनका अधर्कतम सींरचना एक रे खीय होता है। I. इनका अधर्कत्तम सींरचना तीन ज्यालमततय आपस में जुडा होता है। II. वे अधर्कतम गरम करने पर मुलायम एवीं गल II. वे अधर्कतम गमथ करने पर मुलायम नहीीं होते जाते हैं | एवीं गलते नहीीं है। III. वे अधर्कतम योगात्क्मक बहुलक बनाते हैं III. वे अधर्कतम सींघनन बहुलीकरण द्वारा बनाते है। IV. पॉलीधर्न PVC टे िलॉन इत्क्याद्रद इसके IV. बैकालाइट, टे रेललन इत्क्याद्रद इसके उदाहरण है। उदाहरण है। प्रश्न 59. निम्िलिखित को एक-एक उदाहरण दे कर पररभावषत करें । (i) पीडाहारी (एिाल्जेलसक) (ii) प्रनतजैववक (एन्टीबायोट्रटक्स) Ans: (i) पीडाहारी दवा जो ददथ को कम करे उसे एनाल्गेलसक (पीडाहारी) कहते हैं। उदाहरण-एनैजल्गन। (ii) प्रततजैववक :- वह पदार्थ जो जीवाणु की वद् ृ धर् को रोकता है या उसे खत्क्म कर दे ता है। जैस-े पारालसटामोल प्रश्न 60. द्रव स्िेही तथा द्रव ववरोिी कोिाइि में अंतर को लििें ? द्रव स्िेही कोिाइि द्रव ववरोिी कोिाइि द्रव स्नेही कोलाइड स्र्ायी होते हैं द्रव ववरोर्ी कोलाइड अस्र्ायी होते हैं। द्रव स्नेही कोलाइड उत्क्िमणीय प्रकृतत के होते हैं द्रव ववरोर्ी कोलाइड अनुत्क्िमणीय प्रकृतत के होते हैं। द्रव स्नेही कोलाइड जल में शीघ्र ही अवक्षेवपत नहीीं होते हैं। द्रव ववरोर्ी कोलाइड जल में शीघ्रता से अवक्षेवपत हो जाते हैं। द्रव स्नेही कोलाइड के कणों पर आवेश की मािा बहुत कम द्रव ववरोर्ी कोलाइड के कणों पर एक तनजश्चत या शून्य होती है। र्नात्क्मक या ऋणात्क्मक आवेश