CH4, NH3 और H₂O के अणुओं में sp³ संकरण शामिल है लेकिन इन अणुओं के बंधन कोण क्रमशः 109.5°, 107° और 104.5° हैं, और क्यों? CH4, NH3 और H₂O के अणुओं में sp³ संकरण शामिल है लेकिन इन अणुओं के बंधन कोण क्रमशः 109.5°, 107° और 104.5° हैं, और क्यों?
Understand the Problem
यह सवाल CH4, NH3 और H₂O के अणुओं के बंधन कोणों में भिन्नता के कारणों को समझने के लिए है, जबकि सभी में sp³ संकरण शामिल है। हमें इन बंधन कोणों के पीछे के कारकों का विश्लेषण करना होगा, जैसे इलेक्ट्रॉन की घनत्व और आवेश का प्रभाव।
Answer
sp³ संकरण के बावजूद, संयोजन के दौरान lone pair–bond pair repulsion के कारण बंधन कोण CH₄ में 109.5°, NH₃ में 107°, और H₂O में 104.5° होते हैं।
sp³ संकरण के बावजूद, CH₄, NH₃ और H₂O के बंधन कोण क्रमशः 109.5°, 107°, और 104.5° हैं क्योंकि एस्प³ संकरण के दौरान lone pair–bond pair repulsion वलेंस शैल इलेक्ट्रोन जोड़े के बीच विभिन्न प्रतिकर्षण पैदा करते हैं। H₂O में दो lone pairs होते हैं, जिससे बंधन कोण सबसे कम होता है।
Answer for screen readers
sp³ संकरण के बावजूद, CH₄, NH₃ और H₂O के बंधन कोण क्रमशः 109.5°, 107°, और 104.5° हैं क्योंकि एस्प³ संकरण के दौरान lone pair–bond pair repulsion वलेंस शैल इलेक्ट्रोन जोड़े के बीच विभिन्न प्रतिकर्षण पैदा करते हैं। H₂O में दो lone pairs होते हैं, जिससे बंधन कोण सबसे कम होता है।
More Information
sp³ संकरण का अर्थ है कि अणु एक टेट्राहेड्रल संरचना अपनाने की कोशिश करते हैं, परंतु lone pairs के कारण इसका सही पालन नहीं हो पाता।
Tips
lone pairs का अस्तित्व और उनका प्रभाव ध्यान में रखना आवश्यक है, वे बंधन कोण को कम कर सकते हैं।
Sources
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