RO/ARO सामान्य हिन्दी PDF
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This document is study material for the RO/ARO exam. It covers topics like synonyms, antonyms, sentence correction, one-word substitution, and other grammar concepts. Practice sets and previous year's question papers are also included.
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Study For Civil Services studyforcivilservices.com @studyforcivilservices उ.प्र. समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी प्रारं धिक एवं मुख्य परीक्षा वस्तुधिष्ठ सामान्य धहन्दी CLICK HERE - https://t.me/uppcstestseries2023pdf...
Study For Civil Services studyforcivilservices.com @studyforcivilservices उ.प्र. समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी प्रारं धिक एवं मुख्य परीक्षा वस्तुधिष्ठ सामान्य धहन्दी CLICK HERE - https://t.me/uppcstestseries2023pdf STUDY FOR CIVIL SERVICES - GYAN RO/ARO प्रारं धिक एवं मुख्य परीक्षा के वस्तुधिष्ठ पेपर के धिए संपूर्ण अध्ययि सामग्री, पूवण वर्षों के हि प्रश्न-पत्र एवं अभ्यास के धिए प्रैक्टिस सेट सधहत अध्ययि सामग्री सू ची टॉधपक पेज िंबर धविोम शब्द 3-20 वाक्य एवं वतणिी शुक्टि 21-55 अिेक शब्दों के एक शब्द 56-94 तत्सम एवं तद्भव शब्द 95-115 धवशेष्य और धवशेर्षर् 116-128 पयाणयवाची शब्द 129-152 RO/ARO प्रारं धिक परीक्षा पूवण वर्षों के हि प्रश्न-पत्र 153-180 RO/ARO मुख्य परीक्षा पूवण वर्षों के हि प्रश्न-पत्र 181-191 RO/ARO प्रारं धिक परीक्षा के धिए प्रैक्टिस सेट 192-254 RO/ARO मुख्य परीक्षा के धिए प्रैक्टिस सेट 255-274 RO/ARO 2021 की संपूर्ण तैयारी धसर्ण इि िोट् स से हो सकती है और धसिेक्शि धिया जा सकता है । प्लीज ज्यादा जािकारी के धिए कॉि करें - 8564880530 या 9696066089 या 7523864455 (GYAN - 7838692618 पर वाट् सऐप करें ) JOIN OUR PAID GROUPS - CALL 8564880530, 9696066089, WHATSAPP/TELEGRAM (7838692618) Study For Civil Services studyforcivilservices.com @studyforcivilservices पाठ्यक्रम (Syllabus) - RO/ARO प्रारं धिक परीक्षा (सामान्य धहन्दी) सामान्य शब्द ज्ञाि एवं व्याकरर् (वस्तु धिष्ठ/Objective) समय-एक घन्टा प्रश्न-60 पू र्ाांक-60 (i) विलोम (10 शब्द) 10 (ii) िाक्य एिं िर्त नी शु द्धि (10 शब्द) 10 (iii) अनेक शब्दों के वलए एक शब्द (10 शब्द) 10 (iv) र्त्सम एिं र्द्भि शब्द (10 शब्द) 10 (v) विशेष्य और विशे षण (10 शब्द) 10 (vi) पर्ात र्िाची शब्द (10 शब्द) 10 पाठ्यक्रम (Syllabus) - RO/ARO मुख्य परीक्षा (सामान्य धहन्दी) सामान्य शब्द ज्ञाि एवं व्याकरर् (वस्तु धिष्ठ/Objective) समय-1/2 घन्टा प्रश्न-30 पू र्ाांक-60 (i) विलोम (6 शब्द) 12 (ii) िाक्य एिं िर्त नी शु द्धि (6 शब्द) 12 (iii) अनेक शब्दों के वलए एक शब्द (6 शब्द) 12 (iv) र्त्सम एिं र्द्भि शब्द (6 शब्द) 12 (v) विशेष्य और विशे षण (6 शब्द) 12 STUDY FOR CIVIL SERVICES - GYAN CLICK HERE - https://t.me/uppcstestseries2023pdf JOIN OUR PAID GROUPS - CALL 8564880530, 9696066089, WHATSAPP/TELEGRAM (7838692618) Study For Civil Services studyforcivilservices.com @studyforcivilservices विपरीताथथक शब्द (विलोम शब्द) विलोम शब्द का अथथ है - उलटा या विपरीत अत: विसी एि श िा विपरीत या उलटा अथथ बताने िाला श उसिा विलोम या विपरीताथथ ि श िहलाता है विपरीताथथ ि श ोों िो प्रवतलोमाथथ ि, विपयाथ यिाची और विलोम श भी िहते हैं इस विपरीताथथ ि श ोों िी रचना िई प्रिार से होती है - िभी पूणथतया िोई वभ श विपरीत अथथ में प्रयुक्त होता है और िभी मूल श में ही उपसर्थ लर्ािर विरोधी अथथ दे ने िाले श बना वलए जाते हैं विपरीताथथक शब्द की रचना – जहााँ तक विपरीताथथक शब्दोों की रचना का प्रश्न है तो इन शब्दोों की रचना सात प्रकार से पायी जाती है - 1. प्रचवलत श 2. तों त्र श ोों ारा विपरीताथथ ि श ोों ारा विपरीताथथ ि श ोों िी रचना ोों िी रचना CLICK HERE - 3. उपसर्ों ारा वनवमथत विपरीताथथ ि श https://t.me/uppcstestseries2023pdf 4. उपसर्थ- पररितथ न ारा वनवमथत विपरीताथथ ि श 5. ‘अ’ तथा ‘अन्’ िे प्रयोर् ारा वनवमथत विपरीताथथि श 6. वलों र् पररितथ न ारा वनवमथत विपरीताथथ ि श 7. एि साथ आने िाले विपरीताथथ ि श 1. विपरीताथथक प्रचवलत शब्द – शब्द विलोम शब्द विलोम शब्द विलोम उत्तम अधम अरुवच सुरुवच सोंकोचन / आकों चन / प्रसारण सोंकचन आवदष्ट वनवि ईषत अलम आगम लोप उपाय वनरुपाय प्रसारण सोंिोचन / सोंिुचन ईद मुहरथ म ईश अनीश औपन्यावसक अनौप ावसि ग्राम्य वश उधम विनत दाता सूम ईषत अलम अवभज्ञ अनवभ৯ अवभज्ञ अ৯ रथी विरथी ताण्डि ला विवषद्ध विनीत क्षद्र महत् वचन्मय जड़ घरे लू बनैला ताना भरनी ददाथन्त शाों त भोण्डा, भद्दा, करूप सु र भूलोक द् युलोि पू िथित नूतनित आत्मा अना ा षोंड मदथ आितथ क ाितथ ि, अनाितथि उत्तेवजत शवमत मग्न अम্, अलीन ररप सुरॄद (सखा, वमत्र) सोंिेदनशील सोंिेदनहीन, वनज पर असोंिेदनशील अटल ढु लमुल अन्वन्रवत अनन्व वत अजथन यन अजथन िजथ न अशन अनशन आविभाथि अिसान, वतरोभाि सिाांग वििलाों र् सामीप्य पाथथ क्य सानग वनरनुर् यादृश अ ा श यौम यामा दोषमोचन अवभशन्व अिेक्षा अनिेक्षा अशथ फशथ अोंवतक दू राों वति आद्य अ आाँ ख नीख आप्त अना एषणा अनैिणा गृ हीत क्त उद्धत अनु त भोंजक योजि यौम यामी अवतवथ आवतथे य अविभूथत वतरोभूत कापरूष पुरुिाथी झीना र्ाढा टोटा नफा टोटा फायदा यौम या ा जजथर ढ पररगृ हीत परर क्त सहचयथ अलर्ाि ईहा अनीहा द् यवत अोंधिार पष्ट क्षीण पष्ट पररहार प्रच्छन्न प्रवतप प्रसूवत वनिृव िैभि पराभि उद्धत विनीत सत्याग्रह दु राग्रह सिणथ अिणथ समाज न्वक्त अवपथत र्ृहीत गजथन िजथ न वनवषद्ध आवद उर्ध्थ अधो आदत्त प्रद धिल मवलन स्वजावत विजावत आकलन वििलन अलहदा जु ड़ा हस्ती ने ी JOIN OUR PAID GROUPS - CALL 8564880530, 9696066089, WHATSAPP/TELEGRAM (7838692618) Study For Civil Services studyforcivilservices.com @studyforcivilservices अच्छाई बुराई अगला वपछला अवत ून अतल तु अज्ञ वि৯, प्र৯ अगाडी वपछाड़ी अक्षत विक्षत अोंधकार प्रिाश अोंगीकार अनोंर्ीिार अोंगीकरण अनोंर्ीिरण अतरों ग बवहरों र् अोंधेरा उजाला अन्तर्द्थन्द्र्द् बवह थ अोंतमथखी बवहमुथखी अोंवतम अनोंवतम, आरों वभि अोंदर बाहर अकोंटक िोंटवित अकमथक सिमथि अकेला दु िेला अक्षत विक्षत अक्षम सक्षम अोंत आवद अकमथक सिमथि अखोंडनीय खोंडनीय दगथ म सुर्म अगला वपछला अगिाडा वपछिाड़ा अवतिृवष्ट अनािृव अवतहृमण अनवतरेमण अटल डााँ िाडोल, ढु लमुल अग्रज अनुज अग्रगामी प र्ामी अग्र प अमृत विि अमर म थ अपे क्षा उपेक्षा अपे वक्षत अनापेवक्षत अिाथचीन प्राचीन अपकार उपिार अमीर र्रीब अनवभज्ञ वभ৯ सजल वनजथ ल अनकूल प्रवतिूल अनराग विरार्, े ि अधू रा पूरा अिलम्ब वनराल अक्षर क्षर असली निली अथ इवत अल्प अवधि, बरॅत, बरॅ अल्पसोंख्यक बरॅसोंূि अल्पज्ञ बरॅ৯ अथथ अनथथ अनयायी विरोधी अनमत अननुमत अनभूत अननुभूत अनभिी अनुभिहीन अनभि अनुभिहीनता अनदार उदार अनग्रह विग्रह अनवहृया प्रवतवरेया अनकूलता प्रवतिूलता अत्यवधक अ अथ इवत अदृश्य अद्यतन अन तन, पुरातन अधम उ म अवधक ू न, अ , थोड़ा अवधकतम अ तम अवधकता अ ता अवधकारी अनवधिारी अवधकृत अनवधिृत अवधगत अनवधर्त अवधगम्य अनवधर् अवधमूल्यन अिमू न अवधवित अनवधव त अधीन अनधीन, तों त्र अध्यिसाय अन िसाय अनोंत साों त, ससीम अनाजी फलाहारी अनाथ सनाथ अनाहूत आरॆत अवनिायथ वनिायथ अथथिान अथथ हीन, वनरथथ ि अपथ ण ग्रहण अहथ ता अनहथ ता अल्प महा, बरॅ, प्रचुर अल्पकालीन दीर्थिालीन अल्पप्राण महाप्राण अल्पमत बरॅमत अल्पाय दीर्ाथ यु अिकाश अनििाश अिगत अनिर्त अिनत उ त अिवन अ र अिर प्रिर अिलों वबत अनिलों वबत अिशेष वनिःशे ि अिसर अनिसर अिन्वथथत अनिन्व थत अिाक् सिाि् अविचल वनचल, डााँ िाडोल, अविस्मरणीय वि रणीय ढु लमुल अशक्त सशक्त अविन्वच्छन्न विन्वৢ अशन अनशन अस्वथथ थ अस्त्रीकरण वनर ीिरण अन्वस्तत्व अनन्व अस्त उदय असूया अनसूया असविधा सुविधा असीम ससीम असोंभि सोंभि अश्लील ील अनरक्त विरक्त अनरन्वक्त विरन्वक्त अनराग विरार् अवजथत अनवजथ त अजथन यन अमीरी र्रीबी अवमत पररवमत अमािस्या पूवणथ मा अभ्यास अन ास अभ्यस्त अन अवभवहत अनवभवहत अवभसरण अपसरण अवभव्यक्त अनवभ क्त अवभलवषत अनवभलवित अवभमख प्रवतमुख अवभमानी वनरवभमान अवभप्रे त अनवभप्रेत अवभनोंदनीय वन नीय अवभज्ञता अनवभ৯ता अवभज्ञ अनवभ৯ अपे वक्षत अनपेवक्षत, उपेवक्षत अपराधी वनरपराध अपमान स ान अपनापन परायापन अपना पराया अपकषथ उਚिथ अन्वन्रवत अनन्व वत अन्वन्रत अनन्व त अन्रय अन य अन्यायी ायी, ायशील अनशावसत अनुशासनहीन अनलोम प्रवतलोम अनराग विरार् अहों कार अनहों िार अहों कारी वनरहों िार अवहों सा वहों सा आों तर बा आकषथक अनाििथि, आकषथण अनाििथण, अपििथि, विििथि अपििथण, विििथण CLICK HERE - https://t.me/uppcstestseries2023pdf JOIN OUR PAID GROUPS - CALL 8564880530, 9696066089, WHATSAPP/TELEGRAM (7838692618) Study For Civil Services studyforcivilservices.com @studyforcivilservices आकाश पाताल आकीणथ वििीणथ आहृमण प्रवतरक्षा आहृाोंत अनारेाों त आहृामक आरेावमत आगत अनार्त आगमन प्र थान आगामी विर्त आग्रह दु राग्रह आचार अनाचार आच्छावदत अनाৢावदत आजादी र्ुलामी आज्ञाकारी अना৯ािारी, आज्ञापालन अि৯ा आडों बर सादर्ी अि৯ािारी आडों बरपूणथ आडों बरहीन आतर अनातु र आत्मवनभथर अनुजीिी, परजीिी आदर अनादर, वनरादर आदान प्रदान आद्य अों आपसदारी दु जायर्ी आपवत्त सोंपव आना जाना आनोंदमय वििादपूणथ, शोिम্ आनोंद वििाद, शोि आध्यान्वत्मक साों साररि आधवनक प्राचीन, पुराना आवधक्य अनावधक्य आदृत अना त, वनरा त, वतर ृ त आथथा अना था आन्वस्तकता नान्व िता आन्वस्तक नान्व ि आसीन अनासीन आसानी मुन्व ल आसान मुन्व ल आसक्त अनासक्त, विरक्त आवित अनावित, बेसहारा आशीिाथद अवभशाप, शाप आशीष अवभशाप आशािादी वनराशािादी आशा वनराशा, दु राशा आिेवशत अनािेवशत आिृत अनािृत आविभाथि वतरोभाि, अिसान आिश्यक अनाि ि आिषथण अनाििथण आितथ क अनाितथ ि आलोक अोंधिार आलसी िमथठ, िमथਘ आषथ अनािथ आयथ अनायथ आद्रथ (गीला) अनार्द्थ, शु आरोह अिरोह आबाद सूना, बरबाद आभ्याोंतर बा , िा आमोंवित अनामोंवत्रत आमदनी खचथ आवमष वनरावमि आय य आयात वनयाथ त आरम्भ अोंत, समापन, प्रारों वभक अन्व म समा आराध्य दु रारा आराम तिलीफ आरुढ़ अनारुढ आहत अनाहत आहायथ अनाहायथ अन्त अन आख्यात अनाূात आगमन अनार्मन आत्मा अना ा आवित अनावित आतर अनातु र उत्साह अनु ाह आभूवषत अनाभूवित आहार अनाहार आिरण अनािरण अन्तरों ग बवहरों र् अल्पज्ञ बरॅ৯, सिथ৯ अधू रा अनधूरा अकाल सुिाल अिनवत उ वत अध्याय अन ाय अदोष सदोि अतल वितल आनन्द वनरानोंद आरोह अिरोह आचार अनाचार आितथ क पराितथ ि इष्ट अवन इहलोक परलोि इवत अथ, आवद इकतरफा दु तरफा इच्छा अवनৢा इन्वच्छत अवनन्वৢत, अनचाहा इच्छक अवनৢु ि इज्जत बेइ৪ती इधर उधर ईमानदार बेईमान ईश्वरिादी अनी रिादी ईन्वित अनीन्व त ईमानदारी बेईमानी ईहा अनीहा ईश अनीश उक्त अनुक्त उग्र सौ उवचत अनुवचत उच्च अनुৡ, वन , नीचा उच्चररत अनुৡररत उन्वच्छष्ट अनुन्वৢ , वनव उच्जास वनिः ास उज्ज्वल धूवमल उठना बैठना उठाना वर्राना, बैठाना उतरना चढना उतार चढािा उत्कषथ अपििथ उत्कृष्ट वनिृ उत्कृष्टता वनिृ ता उत्तम अनु म, अधम उत्तरदावयत्व अनु रदावय उत्तरायण दवक्षणायन उत्तररत अनु ररत उत्तरी दवक्षणी उत्तीणथ अनु ीणथ उत्तेजन प्रशमन उत्तेवजत अनु ेवजत, शाोंत उत्थान पतन उत्पन्न अनु , मृत उत्पादक अनु ादि उत्साह अनु ाह उत्साही अनु ाही उत्सक अनु ु ि उत्सकता अनु ु िता उदग्र अनुदग्र उदय अ उदयाचल अ ाचल उदात्त अनुदा उदार अनुदार, िृपण उदारता अनुदारता, िृपणता CLICK HERE JOIN OUR - https://t.me/uppcstestseries2023pdf PAID GROUPS - CALL 8564880530, 9696066089, WHATSAPP/TELEGRAM (7838692618) CLICK HERE - https://t.me/uppcstestseries2023pdf Study For Civil Services studyforcivilservices.com @studyforcivilservices उदासीन आसक्त उवदत अ उध्दत सौ , विनीत उध्दृत अनु त उद्भि अिसान उद् भूत अनुद्भूत उद्यत अनु त उद्यम आल उद्यमी आलसी, वनरु म उद्योगी अनु ोर्ी उविग्न अनुव ্, वनरुव ্ उर्द्ेग वनरु े र् उधार निद उन्नत अनु त, अिनत उन्नवत अिनवत, वर्रािट उन्मत्त अनु उन्मख विमुख उन्मूलन रोपण उपकार अपिार उपकारक अनुपिारि उपगत अनुपर्त उपजाऊ अनुपजाऊ उपवमत अनुपवमत उपयक्त अनुपयुक्त उपमेय अनुपमेय उपयक्त अनुपयुक्त उपयक्तता अनुपयुक्तता उपयोग अनुपयोर्, दु रुपयोर्, उपयोगी अनुपयोर्ी, वनरुपयोर्ी उपरर अधिः दु योर् उपररवलन्वखत वन वलन्वखत, उपलब्ध अनुपल उपलन्वब्ध अनुपलन्व अधोवलन्वखत उपन्वथथत अनुपन्व थत उपादे य अनुपादे य उपावजत अनुपावजथ त उल्लोंघन अनु ोंर्न उल्लास वििाद ऊाँच नीच ऊाँचा नीचा ऊपर नीचे ऋज िरे ऋणग्रस्त ऋणमुक्त ऋत अनृत एक अनेि स्वतों ि बरॅतों त्र एकता अनेिता एकि वििीणथ एकपक्षीय बरॅपक्षीय एकाग्रवचत्त अ मन , दु वच ा एकाथथक अनेिाथथ ि एकेश्वरिाद बरॅदे ििाद एडी चोटी ऐक्य अनैक्य ऐन्वच्छक अनैन्वৢि ऐवतहावसक अनैवतहावसि ऐश्वयथ अनै यथ ऐवहक पारलौविि औवचत्य अनौवच औपचाररक अनौपचाररि औपचाररकता अनौपचाररिता कोंजूस शाहखचथ, मुक्तह , उदार कोंवपत अिोंवपत कच्चा पिा, पक्का कट वप्रय, मधु कवठन सरल कठोर मृदु, िोमल कडिा मीठा कथनीय अिथनीय कवथत अिवथत कथ्य अि कवनि ৸े कपटी वन पट, वन ल कपूत सपूत कभी-कभी सदा, हमेशा कम ৸ादा, अवधि कमजोर तर्ड़ा कमी बरॅतायत करुण वन ठु र ककथश मधुर कताथ अिताथ कमथ अिमथ कमथण्य अिमथਘ कलों वकत वन लों ि कलों की वन लों िी कल्पनातीत ि नीय कल्पनीय अि नीय, कन्वल्पत अिन्व त, यथाथथ कसा ढीला ि नातीत कसूरिार बेिसूर कहा अनिहा कही ों-कही ों सब जर्ह, सिथत्र काज अिाज काट्य अिाਅ कावबल नािावबल कामयाब नािामयाब कामयाबी नािामयाबी कामी अिाम, वन ाम काल अिाल काला र्ोरा वकस्मतिर बदवि त कीवतथ अपिीवतथ कीवतथकर अिीवतथ िर कों वठत अिुोंवठत, तीखा, धारदार कवटल सरल कपररणाम सुपररणाम कप्रथा सुप्रथा कफल सुफल कमारी वििावहता करुप सुरुप कलीन अिुलीन कव्यिथथा सु ि था कशल अिुशल कशलता अिुशलता कृत अिृत कृतकायथ अिृतिायथ, विफल- मनोरथ कृतज्ञ अिृत৯, िृत कृतज्ञता अिृत৯ता कृविम अिृवत्रम, प्रिृत कृविमता अिृवत्रमता कृपण दाता कृपा अिृपा, अििृपा कृष्ट अिृ के अोंदर िे बाहर के नीचे िे ऊपर कोप िृपा/अनुग्रह कोमल िठोर कोमलता िठोरता कोलाहल शान्व हृवमक अरेवमि हृय विरेय हृूर अरेूर हृोध क्षमा क्षवणक शा त क्षत अक्षत क्षम अक्षम क्षम्य अक्ष क्षण्ण अक्षुਖ क्षद्र विशाल, महान क्षब्ध अक्षु , शाों त खोंड-खोंड अखोंवडत खोंडन मोंडन खोंडनीय अखोंवडत, अखोंड CLICK HERE - https://t.me/uppcstestseries2023pdf JOIN OUR PAID GROUPS - CALL 8564880530, 9696066089, WHATSAPP/TELEGRAM (7838692618) CLICK HERE - https://t.me/uppcstestseries2023pdf Study For Civil Services studyforcivilservices.com @studyforcivilservices खरा खोटा खरीद वबरेी/फ़रोি खरीदना बेचना खाद्य अखा खाली भरा न्वखलना मुरझाना न्वखला मुरझाया खला बोंद, अिरु द खशवकस्मत बदवि त खशवमजाज बदवमजाज खशी र्म, र्मी खशी-खशी बेमन से खूबसूरत बदसूरत खेद प्रस ता गों भीर अर्ोंभीर, वछछला गगन धरा, पृ ी गणतों ि राजतों त्र गणनीय अर्णनीय, अर्ਘ गण्य अर्ਘ, नर्ਘ गत आर्त गमन आर्मन गरल सुधा गमथ ठों डा गलत सही गहरा वछछला वगराना उठाना गीला सूखा गण अिर्ुण, दोि गणी वनर्ुथणी गनाहगार बेर्ुनाह गप्त प्रिट गमसम बातू नी, बड़बवड़या गरु हलिा, लर्ु गू ढ़ अर्ूढ गृ हथथ सों ासी गे य अर्ेय गौण मुূ, प्रमुख गौरि लार्ि ग्रस्त मुक्त ग्रहण ार्, परर ार् ग्राम नर्र ग्रामीण नार्र, शहरी ग्राम्य नार्र, ि ग्राह्य अग्रा , ा৸ घटती बढती घटना बढना घरे लू बाहरी, जों र्ली घात प्रवतर्ात घृणा प्रेम घोवषत अर्ोवित चोंचल अचोंचल, न्व थर चढ़ना उतरना, वर्रना चतर मूखथ चपल अचपल चर अचर चररििान चररत्रहीन चल अचल चालाक सीधा, भोला चाहा अनचाहा वचोंतनीय अवचोंतनीय वचोंवतत अवचोंवतत वचोंत्य अवचों वचवकत्स्य अवचवि वचरों तन न र वचरथथायी अ थायी चस्त ढीला, लचर चेतन अचेतन, जड़ चैन बेचैनी चोर साह चोरी-विपे डों िे िी चोट िली वन ल िाोंह धूप वििला र्हरा िटकारा बोंधन िूत अछूत िोटा बड़ा, लों बा जोंगम थािर जवटल सरल जोंगली र्रे लू , पालतू जड चेतन जडता चेतनता, चैत जन्म मृ ु जय पराजय जरूरी र्ैरजरूरी जल थल जल्द दे र जल्दी-जल्दी धीरे -धीरे जिानी बुढापा जागना सोना जातीय विजातीय जानकार अनजान जागरण सुिुन्व , वनर्द्ा जावत विजावत जानदार बेजान जाना-पहचाना अजनबी जारज औरस जावलम रहमवदल वजतें वद्रय अवजतें वर्द्य जीत हार जीणथ अजीणथ जीिन मरण जीवित मृत जडा वबछु ड़ा, अलहदा जेय अजे य जोरदार हलिा ज्ञात अ৯ात ज्ञान अ৯ान, भ्रम ज्ञानी मूढ, अ৯ानी ज्ञेय अ৯ेय ज्येि िवन ज्योवत तम ज्वार भाटा ठों डा र्मथ ठोस पोला, खोखला, तरल तों दरुस्त िमजोर तकलीफ आराम तर्द्त अत त तप्त शीतल तम प्रिाश तर शु तरल ठोस तरुण िृ द तकथ वितिथ तकथपू णथ िुतिथपूणथ तकथसोंगत अतिथसोंर्त ताजा बासी ताप शीत तामवसक सान्व ि तालीमयाफ्ता जावहल वतक्त मधुर वतवमर प्रिाश तीव्र मोंद तकाोंत अतु िाों त तच्छ महान तल्य अतु तृ प्त अतृ तृ न्वप्त अतृ न्व , तृ ा ते ज हलिा, मोंद त्याज्य अ ा৸ िवटपू णथ त्रुवटहीन थोक फुटिर थोडा बरॅत, अवधि दों ड पुर ार दक्ष अदक्ष दक्षता अदक्षता दवक्षण िाम, उ र दब्बू दबोंर् दमनीय अदमनीय वनदथ य दयालु , सदय दररद्र धनाਐ, धनी दशथनीय अदशथनीय दवलत अदवलत दागी बेदार् दाह्य अदा वदन रात वदनाोंवकत अवदनाों वित वदले र िायर वदिा रावत्र दीघथकाय िृशिाय दीघाथय अ ायु दआ बद् दु आ दख सुख CLICK HERE JOIN OUR - https://t.me/uppcstestseries2023pdf PAID GROUPS - CALL 8564880530, 9696066089, WHATSAPP/TELEGRAM (7838692618) CLICK HERE - https://t.me/uppcstestseries2023pdf Study For Civil Services studyforcivilservices.com @studyforcivilservices दखद सुखद दखदायक सुखदायि दखमय सुखमय दराचार सदाचार दराचारी सदाचारी दरुस्त र्लत दगथ वत सुर्वत दजथन स৪न दबथल सबल दलथ भ सुलभ दष्कर सुिर दष्ट स৪न दष्पररणाम सपररणाम दू र वनिट, पास दू रदवशथता अदू रदवशथता दू रदशी अदू रदशी दू वषत अदू वित, ৢ दृढ़ अ ढ दे खा अनदे खा दे नदार ले नदार दे य अदे य दे ि दानि दे श विदे श दे शभक्त दे शर्द्ोही दे ही अदे ह, विदे ह दोष र्ुण द्रत मोंथर र्द्ेष स ािना र्द्ेषी अ े िी र्द्ैत अ ैत धनी वनधथन धमथ अधमथ धमी अधमी धावमथक अधावमथि धीर अधीर धीरज उतािली धीरता अधीरता धू प छााँ ह धृ ष्ट विनम्र धै यथ अधैयथ र्ध्ोंस वनमाथ ण नकद उधार नकारात्मक सिारा ि नगर ग्राम नफा नुिसान नम्य अन नया पुराना नरक र्थ नराधम नरपुोंर्ि नमथ सি, िड़ा, िठोर निीन प्राचीन निीनता प्राचीनता नश्वर अन र, शा त नसीबिर बदनसीब नागररक ग्रामीण नामिर बदनाम नामी बदनाम वनोंदनीय अवनोंदनीय, प्रशों सनीय, वनोंदा प्रशों सा, ुवत वनोंद्य ा अवभनोंदनीय वनकट दू र वनडर डरपोि वनत्य अवन वनपण अवनपुण वनमोंवित अवनमोंवत्रत वनयोंवित अवनयोंवत्रत वनयत अवनयत वनयवमत अवनयवमत वनयामक अवनयामि वनरक्षर साक्षर वनरथथक साथथ ि वनराकार सािार वनराधार साधार वनरावमष सावमि वनराशा आशािान वनरुध्द अवनरु द वनगथण सर्ुण वनजीि सजीि वनणथय अवनणथ य वनणीत अवनणीत वनदोष सदोि वनधथ नता धनाਐयता वनधाथररत अवनधाथ ररत वनबथल सबल वनभीक भयभीत वनमथल मवलन वनमाथण विनाश, ोंस वनलथ ज्ज सल৪ वनिथचनीय अवनिथचनीय वनिाथच्य अवनिाथ ০ वनश्चय अवन य वनवश्चत अवनव त वनवषद्ध विवहत वनष्काम सिाम वनन्विय सवरेय वनिा अवन ा नीचे ऊपर नीवत अनीवत नीरस सरस नीरुजता रुৈता नूतन पुरातन नेक बद नेकनामी बदनामी नेकी बदी नैसवगथ क अनैसवर्थि, िृवत्रम न्याय अ ाय न्यायपूणथ अ ायपूणथ न्यायी अ ायी न्यून अवधि न्यूनतम अवधितम पों वडत मूखथ पकडना छोड़ना पका अधपिा, िৡा पक्व अपक्व पक्ष विपक्ष पक्षधर विपक्षी पक्षपात तट थता, वन क्षता पक्षपाती तट थ, वन क्ष पट अपटु पवठत अपवठत पढ़ा-वलखा अनपढ, बेपढा, पतन उ ान पदथथ अपद थ, पद০ुत अाँर्ूठा-छाप पद्य र् परकीय िीय परतों ि तों त्र परमाथथ ाथथ पराजय विजय परावजत अपरावजत पराजेय अपराजे य पराथथ ाथथ पररग्रही अपररग्रही पररवचत अपररवचत, अनजाना पररन्वच्छन्न अपररन्वৢ पररणत अपररणत पररणीत अपररणीत पररपक्व अपररपक्व पररपष्ट अपररपु पररमावजथत अपररमावजथ त पररवमत अपररवमत पररितथ नीय अपररितथ नीय पररिवतथत अपररिवतथ त पररिम वििाम पररिमी आलसी पररष्कृत अपरर ृ त पररसीवमत अपररसीवमत पररहायथ अपररहायथ परीवक्षत अपरीवक्षत परुष अपरुि, िोमल परोक्ष अपरोक्ष, प्र क्ष पयाथप्त अपयाथ पविि अपवित्र, दू वित पसोंद नापसोंद, नापसोंदर्ी पहला वपछला, बादिाला पहले पीछे , बाद में पाक नापाि CLICK HERE - https://t.me/uppcstestseries2023pdf JOIN OUR PAID GROUPS - CALL 8564880530, 9696066089, WHATSAPP/TELEGRAM (7838692618) Study For Civil Services studyforcivilservices.com @studyforcivilservices पाच्य अपा০ पाठ्य अपाਉ पाि अपात्र पाना खोना पाप पुਘ पापी वन ाप, पुਘिान, पुਘशील पारदशी अपारदशी पावथथि अपावथथ ि पाश्चात्य पूिीय, पौर , पौिाथ पास दू र पण्यिान पापी परस्कार दों ड परस्कृत दों वडत पष्ट अपु , क्षीण पवष्ट अपुव पू त अपूत पू रा अधूरा पू ररत अपूररत पू णथ अपूणथ, खाली, ररक्त पू णथता अपूणथता पू णथकावलक अपूणथिावलि पू िथ अपर, पव म, प पू िथिती परिती, उ रिती पू िथकालीन उ रिालीन पृ थक सोंयुक्त पृ थक्करणीय अपृथक्करणीय पे य अपेय पोवषत अपोवित पौरुषेय अपौरुिेय प्रकट अप्रिट, र्ु , प्रৢ प्रकावशत अप्रिावशत प्रकृत अप्रिृत प्रकृवतथथ अप्रिृवत थ प्रखर मोंद प्रगवत विनाश प्रगवतशील अप्रर्वतशील, दवियानूस, रुवढिादी प्रगल्भ अप्रर् प्रचवलत अप्रचवलत प्रचाररत अप्रचाररत प्रचर अप्रचुर प्रचिन्न अप्रৢ , प्रिट, प्र क्ष प्रवतपन्न अप्रवतप प्रवतबध्द अप्रवतब द प्रवतम अप्रवतम प्रवतिा अप्रवत ा प्रवतवित अप्रवतव त प्रत्यक्ष अप्र क्ष, प्रৢ , र्ु , प्रत्यावशत अप्र ावशत अपरोक्ष प्रथम अोंवतम प्रधान र्ौण प्रभावित अप्रभावित प्रभािी अप्रभािी, वन भािी, प्रणावणत अप्रमावणत प्रमख र्ौण प्रभािशू प्रयक्त अप्रयुक्त प्रयोग अप्रयोर् प्रलय सृव प्रिर अिर प्रिृत्त अप्रिृ प्रिृवत्त वनिृव प्रिेश वनिास प्रशोंसक वनोंदि प्रशोंसनीय अप्रशों सनीय, वन नीय प्रशोंसा वनोंदा, भ थ ना प्रशोंवसत वनोंवदत प्रशस्त अप्रश प्रवशवक्षत अप्रवशवक्षत प्रश्न उ र प्रसन्न अप्रस , न्वख , दु खी प्रसन्नता अप्रस ता, खेद, दु ख प्रसम अप्रसम प्रसार सोंिोच प्रवसध्द अप्रवस द प्रस्तत अप्र ुत प्रस्तवत अप्र ुवत प्राकृत अप्रािृत प्राकृवतक अप्रािृवति, िृवत्रम प्राचीन अिाथ चीन, निीन प्रातः सायों प्रावधकृत अप्रावधिृत प्राप्त अप्रा प्राप्य अप्रा , दु ा प्रामावणक अप्रमावणि प्रायः बरॅधा, सदै ि प्रारन्वम्भक अों प्रासोंवगक अप्रासोंवर्ि, बेतुिा वप्रय अवप्रय प्रीवत ेि प्रे म र्ृणा प्रे मभाि दु भाथ ि प्रे ररत अप्रेररत प्रोत्सावहत हतो ावहत प्रौढ़ अप्रौढ प्रौढ़ता अप्रौढता फलाहारी अनाजी फवलत अफवलत फायदा नुिसान फूल िााँ टा फैलना वसिुड़ना बोंधन मुन्वक्त, मोक्ष बडबवडया र्ुमसुम बढ़ना र्टना बवढ़या र्वटया बध्द अब द, मुक्त बध्य अब बनना वमटना, वबर्ड़ना, टू टना बबथर स बलिान दु बथल, बलहीन, वनबथल बवहरों ग अोंतरों र् बहुधा यदािदा बाढ़ सूखा बाधक अबाधि बावधत अबावधत बाध्य अबा बार-बार िभी-िभी बाहर अोंदर, भीतर बाह्य आ ाों तर बीमार चोंर्ा, तों दुरु बन्वध्दमान बुन्व दहीन, वनबुन्व द बरा भला बृहत लर्ु बेचना खरीदना बेडौल सुडौल बेदम दमदार बेमेल सोंर्त बोधगम्य अबोधर् , र्ूढ, दु रुह बोध्य अबो ब्याहा अन ाहा, िुाँआरा भोंगर अभोंर्ुर भोंजनीय अभोंजनीय भक्त अभक्त भक्ष्य अभশ भग्न अभ্, साबुत भद्र अभर्द् भद्रता अभर्द्ता भय साहस भयभीत वनभथर, अभय, वनडर, भरा खाली, छूछा, ररक्त वनभीि भला बुरा भलाई बुराई ऊष्मा शीतलता ऋणात्मक धना ि ऋण धन ऋन्वध्द विप एकाोंकी सिाां र्ीण/अनेिाों िी एकाकी दु िेला एकाग्र चोंचल CLICK HERE - https://t.me/uppcstestseries2023pdf JOIN OUR PAID GROUPS - CALL 8564880530, 9696066089, WHATSAPP/TELEGRAM (7838692618) Study For Civil Services studyforcivilservices.com @studyforcivilservices एकावधकार सिाथ वधिार एकित बरॅिुत एकतों ि बरॅतों त्र एक वनि सिथवन एडी चोटी एषणा अनैिणा ऐन्द्री इ ओजस्वी वन ेज ओतप्रोत विहीन ओिा र् ीर ओह िाह ओदीच्य दावक्षणा औरत आदमी औरस द ि औषवध अनौिवध औदायथ अनौदायथ कषथण विििथण कसोंग सुसोंर् कट मृदु कडा मुलायम कसम िज्र कायर साहसी, वनडर हृमबध्द रेमहीन काम वन ाम कायथ अिायथ कमथठ आलसी कृश पु , थू ल, प्रिृ द कलष वन लु ि कृपा िोप, अिृपा कृविम प्रिृत, ाभाविि, नैसवर्थि जागृ त सु , सुिु जनक जननी जल वनजथ ल, थल जागरुक उदासीन जनाकीणथ जनहीन ज्योवतमथय तमोमय जाडा र्मी ज्वार भाटा जोंगली पालतू , र्रे लू जोड र्टाि ज्वलन शमन झठ ू सच झगडा शान्व झोंकृत वन झीना र्ाढा तट मझधार तल अतल तनय तनया तन्रोंगी थूलोंर्ी तरल ठोस तनता पु ता तप्त शीत तारुण्य िा दथ क्य तृ ष्णा वितृ ा, तृ न्व तृ वषत तृ तृ षा तृ न्व तृ प्त अतृ , तृ वित तीक्ष्ण िु त्यक्त ग्रहीत त्याज्य ग्रा तष्ट रु ते ज धीमा ते जस्वी वन ेज तटथथ सापेक्ष वतवमर ৸ोवत, आलोि तलिार ढाल तलनीय अतुलनीय थाह अथाह थकािट ू वतथ थोक फुटिर, खुदरा दास ामी दररद्र स , धनी दे ह विदे ह दों ड क्षमा, पुर ार दयाल रेूर, वनदथ यी दःसाध्य सुसा दबथन्वध्द सुबुन्व द दृश्य अ दगथ म सुर्म दभाथग्य सौभा दृष्ट अ ददाथन्त शा दवमत उ ेवजत दीघथ ह्र , सूक्ष्म, लर्ु दःखी सुखी दःशील सुशील दराग्रह आग्रह दवनथिार वनिाथ यथ दू रिती वनिटिती दै विक भौवति दे ि/दे िता दानि, असुर, दै दू वषत ৢ, वसत वदिा रावत्र, वनवश दाता शू म, वभखारी, वभक्षुि, दानी िृपण दे र सबेर, ज ी याचि र्द्न्द्र्द् शान्व धरा र्र्न धनी, धवनक वनधथन, दररर्द् धीरोदात्त धीरो धिल िृ , ाम प्रिेश वनिास फाटक हाटि फल्ल ान वफरना न्व थर बोध्य दु बो बहु अ बहुमत अ मत बोंजर उिथर बाह्य आ ररि, आ ाों तर बडबोला र्ुमसुम बेचना खरीदना बनना वमटना, वबर्ड़ना,टू टना भला बुरा वभक्षक दाता भय अभय भयाहृाोंत भयशू भोक्ता भुक्त भूषण िुभूिण भगिान भर्िती भोंजक योजि भाग्य दु भाथ भाई बवहन भूवमका उपसोंहार भ्रामक वन या ि भूगोल खर्ोल भािी भूत वभन्न अवभ भूतकाल भवि िाल भौवतकता आ ा भूतपू िथ अभूतपूिथ मोंद शीघ्र मनसा िमथणा मत्यथ अम थ महात्मा दु रा ा, तु ৢा ा मोंथर वक्षप्र मनःथथैयथ मनिःदौबथ मनज दनुज महाँ गा स ा महत्तम लर्ु म मावलक नौिर मृदल/मलायम िठोर, िड़ा, सি महल झोपड़ी वमट अवमट मृत्य जीिन मरना जीना माता वपता मवदत न्वख मूल वनमूथल मौन मुखर मीठा नमिीन, फीिा वमतव्ययी खचीला मेल बेमेल, िैमन , अनबन यद्यवप तदवप, तथावप यादृश ता श ययत्सा मैत्री CLICK HERE JOIN OUR - 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