जय सोमनाथ - क़िस्सा और विश्लेषण, PDF
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कनैयालाल नुशी
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इस दस्तावेज़ में कन्यालाल नुशी के उपन्यास, 'जय सोमनाथ' के कथानक और विषयों का सारांश दिया गया है, जिसमें सोमनाथ मंदिर और भारतीय संस्कृति का विश्लेषण शामिल है।
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Machine Translated by Google कनैयालाल नुशी का उप यास जय सोमनाथ एक सं कृ त महाका है जसम जेहा धाम भारतीय सं कृ त और सोमनाथ मं दर के इ तहास को दशाया गया है । ये पहलू उप यास के कई पहलु म प रल त होते ह. भ े और ो साहन सीज़न उप यास सोमनाथ मं दर के मह व और लाश क...
Machine Translated by Google कनैयालाल नुशी का उप यास जय सोमनाथ एक सं कृ त महाका है जसम जेहा धाम भारतीय सं कृ त और सोमनाथ मं दर के इ तहास को दशाया गया है । ये पहलू उप यास के कई पहलु म प रल त होते ह. भ े और ो साहन सीज़न उप यास सोमनाथ मं दर के मह व और लाश क पूज ा से संबं धत है। चावला और उनके अनुया यय ने इसे आशा और आशा का अवसर मानकर मं े शव के मह व को दशाया है। नबंध भाटा और धमाका भावनाएँ ारं भक भारतीय सं कृ त का एक मुख ह सा ह ज ह गेमंदर और अनु के साथ समूहीकृ त कया गया है।. सामा जक और सां कृ तक तमान वषयव तु उप यास म लोग क सामा जक संरचना री त रवाज को अलग ढं ग से तुत कया गया है। उस कहानी के कु छ भाग जैसे कचौला और उसक माँ सं कृ त के पता और दादा के समान ह। उ ट करना व जत है. नबंध यह क वता भारतीय सं कृ त समाज के व भ पहलु जैसे प रवार समाज और धा मक कोण को दशाती है।. पौरा णक कथा वाशेना जय सोमनाथ पौरा णक संग और संग क एक क पनाशील तु त है। ये श द लाश के जंगल उनके एटो और उनके एमो का तीका मक खंडन करते ह। प रचय पौरा णक कथाएँ भारतीय सां कृ तक और ऐ तहा सक परंपरा को समझने के लए मह वपूण ह जो लोग क सां कृ तक और सामा जक कृ त से संबं धत ह।. रायता अनावतंता वशेना उप यास म सोमनाथ मं दर से भागने क को शश को गौरव और सांकृ तक शरण के अवसर के पम तुत कया गया है। यह नाग रकता और पैतृक संप से जुड़ा है। प रवधन ये श द मूल के गहन प और भारतीय सं कृ त के दोहराव को जोड़ते ह।. संचयी तनाव और अव ध सीज़न उप यास अ धक ऐ तहा सक समय म अमन और वनस से संबं धत है जो भा ा क दर के समान है। नबंध यह पेपर भारतीय इ तहास के तनाव और सां कृ तक अ व ा से संबं धत है। जय सोमनाथ म द शत ये सं कृ त वर भारतीय सं कृ त धमाका भावना और ऐ तहा सक घटना को सट कता और ग तशीलता के साथ पकड़ने म मदद करते ह । वे भारत क वाक् सं कृ त को अपनी वाणी और श द के मा यम से अ भ करते ह। Machine Translated by Google कनाई लाल नुशी के उप यास जय सोमनाथ म न न ल खत पहलु को सं कृ त था के संदभ और समकालीन नया म सं कृ त अ यास के पक अ यास के प म समझा जा सकता है जय सोमनाथ उप यास म सांकृ तक तवस का च ण. धम कयाँ और धम कयाँ ऋतु उप यास म सोमनाथ मं दर और मकबरे के ऐ तहा सक पहलु को वशेष मह व दया गया है। चौला और उसक मां धाम और भ को अवसर दान कए जाते ह। ओनी वाधाओ टै न शाओ और धाम एक ही कहानी म ह। शलालेख ये पृ उस समय के भारतीय वषावन क झलक ह जो जह धमान और उसके पृ क मौ लकता को दशाते ह।. सामा जक परंपराएँ वाशेन सोमनाथ मं दर के आसपास का समाज और उसक परंपराएं भी उप यास म बुनी गई ह। र ते जा त और सामा जक वग म भ ताएँ इन पहलु के त े दन पर होती ह। न कष ये संके त उस समय के सामा जक जीवन से जुड़े सामा जक सहयोग व ास और परंपरा को दशाते ह।. पौरा णक कथा थीम उप यास म पौरा णक कथाएं और रा सी पक ब त मुख ह। मं दर के पौरा णक पहलु और इसक योजना पर काश डाला गया है। शलालेख इससे धमन के मह व पौरा णक घटना और जंगल से संबंध का पता चलता है।. वतन अनारायता ऋतु जय सोमनाथ मशोमनाथ मं दर को णाम करते ए गौरव और ग रमा के तीक के प म दखाया गया है। यह स ांत भारत क उ प क ब लता और सां कृ तक पुन ापना को संद भत करता है। स मलन यह बजर मानक और सां कृ तक अथ नधा रत करता है। समसाम यक उजरत म सां कृ तक थाएँ. धमाका ऐहलक और पारापाराओ ऋतु आज के समय म भी खतर और धम कय क भरमार है। शतपीठा Machine Translated by Google मं दर तुम या चाहते हो आधु नकता एवं वैय क मू य के बाद पारंप रक प म भी प रवतन आये ह। उ ना जय सोमनाथ मंदशा ारा एक ॉस परागण और धमाका उपनाम ◌ के प म अभी भी लोक य है जो आधु नक समय म बदल गया है।. सामा जक परंपराएँ ऋतु आज के समाज म सामा जक वहार और परंपरा म बदलाव आया है जसम पुरानी सामा जक परंपरा और संक र सं कृ तय का ान ले लया गया है। उ ना जय सोमनाथ युग के सामा जक मानदं ड आज भी मह वपूण ह ज ह ग तशील नेता और आधु नक वचार ने बदल दया है।. पौरा णक कथा और धमाका वन वेशेन आज के समाज म मथक और मथक पुराने पड़ चुके ह। हालाँ क इन मथक क सामा जक और धा मक पहचान अभी भी सामा जक हलक म दखाई दे ती है। उ ना जय सोमनाथ म पौरा णक कथा का भाव अभी भी मह वपूण है जसम युग और आधु नक वचारधारा के कई पहलु को दशाया गया है।. रायता और सां कृ तक गौरव ऋतु आज के यौहार को भी गौरव और सां कृ तक गौरव के साथ मनाया जाता है जसम कई फतव और ऐ तहा सक ान को वशेष मह व दया जाता है। उलना जय सोमनाथ म अभी भी गव क भावना है ले कन इसम और अ धक भावनाएं और मू य जोड़े गए ह। इस कार जय सोमनाथ उप यास म दशाए गए सां कृ तक पहलू और समसाम यक अंत र म छाया के बीच पक अयास बताते ह क भले ही सामा जक और सां कृ तक परंपराएँ बदल गई ह सां कृ तक और सां कृ तक परंपराएँ वही बनी ई ह। Machine Translated by Google लो श जयोनसावर नाम वलभभाई पटे ल ने भारत के वतं ता आंदोलन और रा ीय एकता के लए एक महान भू मका नभाई है। उ ह ने भारतीय यु के दौरान कई मह वपूण काय कये और भारत क एकता और एकता के लए कदम आगे बढ़ाये। वनया. ज म का ज म दर पटले का ज म अ टू बर को न डयाद उजरात म आ था । उ ह ने अपना ारं भक श ण न डयाद और अहमदाबाद म कया और बाद म बार कौसल से अपनी ड ी ा त क ।. सामा जक और राजनी तक ग त व धयाँ पटे ल क ारं भक राजनी तक भागीदारी का भारत के ामीण समुदाय के वकास म ायी योगदान रहा है। उ ह ने खेड़ा सयाह और त सयाह जैसी उ कृ कृ तयाँ द । वतं ता आंदोलन के बीच. सह हत पाटले भारत म रावड़ मचान आये। गांधी जी के नेतृ व म च आंदोलन नमक साया और कु लकन हमारा ह सा बने।. समानता और एकता क भावना भारतीय नाग रकता ा त करने के बाद पटे ल के पास ववाह और रा य के लए काम करने के महान अवसर थे। अपने कायकाल म उ ह ने छोटे जल को भारतीय संघ म शा मल करने म मुख भू मका नभाई ।. भारत के लए योगदान पटे ल को आयरन या वचार का तुलमान कहा जाता है य क वह भारत के महान वकास के लए श और ऊजा थे। वरासत दर पटाले क वरासत आज के मजबूत एकजुट और समृ भारत का माण है। उ ह ने भारतीय शां त स ाव और एकता के लए यास कया और भारतीय स यता के उ ान के लए कड़ी मेहनत क । लो श दर वलभभाई पाटलेनी वनया और उनके आजाद आंदोलन नूमका वाशेदनकर जोशी अरा लाखाइलेमहट महावून। भारतीय इ तहासकार और लेख क डंक र जोशी अ सर अपने काय म पटे ल क वान अनेक ाई का उ लेख करते ह । जानकारी डंक र जोशी ने द. वनया डंक र जोशी पटे ल के बचपन शैनक वकास और कौन अयास पर क त ह । पटे ल के नजी कमरे और उनके ापा रक घर को दखाया गया है जसके बाद सरदार राजनी त म वेश करते ह।. आज़ाद आंदोलन म भाग लेना पटे ल ने वाध सयाह आंदोलन खेड़ा सयाह और त सयाह म भाग लया। पटे ल के मजबूत वचार और उनके उ मशील नारे जैसे करयो वलाया आंत रक कारण डी आ े और एकता के लए पटे ल का नारा शा मल ह। डंक र जोशी पटे ल के सीमा के सं वधान क भी जांच करते ह जैसे क पटे ल के कोण और कोण ने भारत क सामू हक और सां कृ तक एकता के नमाण म कै से योगदान दया। पटे ल क ट प णयाँ पटे ल के महान काय और उनक जीवनी पर वासेदनकर जोशी का नबंध पटे ल के योगदान को ापक और सं त तरीके से तुत करता है। Machine Translated by Google महा मानव सरदार ले खका डंक र जोशी ारा लखी गई है और इस पु तक म सरदार वलभभाई पाताले वन को यथाथवाद और आधु नक तरीके से तुत कया गया है। र के पाठक को इस पु तक से सरदार पटले क एक आकषक छ व मल सकती है ज ह ने भारतीय वतं ता आंदोलन म मुख भू मका नभाई थी। सरदार पटे ल के इस उ णक टबंधीय वन के मा यम से उनक कृ त गहराई और सुंदरता के बारे म ब त सारी जानकारी सामने आती है। जीवनी म सरदार पटे ल क मह वपूण उपल य क चचा क गई है जैसे रा यसभा का एक करण भारतीय द तावेज का व ेषण और उनक राजनी त । इसके साथ ही यज़ाद मटन म उनके पता और पु का ववरण भी बार बार तुत कया गया है। यह कहानी सरदार पटे ल को भारत म लौह पु ष के प म पहचान दलाती है ज ह ने दे श के संगठन और एकता म मह वपूण भू मका नभाई। लो श यानी सरदार वलभभाई पटले भारतीय वायु सेना के नेता म से एक थे। उनके वनया और आज़ाद आंदोलन न न ल खत ह. वनया सरदार वलभभाई पटले का ज म अ टू बर को नदायद उजरत राय भारत म आ था। उ ह ने बारदोली सयाह और कई अयाह सयाह के नेता के प म काम कया ।. वतं ता आंदोलन म भू मका सरदार पटे ल ने भारत के वतं ता आंदोलन म वशेषकर रा प त गांधी के नेतृ व म मुख भू मका नभाई । म भारत क आजाद के बाद उ ह ने दे श के कई जल को एक करने का मह वपूण काय कया। इस समय तक उ ह रपाटा के नाम से जाना जाता है । उनके यास से नतावक अनेक दक नी त के तहत भारत क रयासत को भारत सरकार म मलाने म सफलता मली ।. वरासत सरदार पटले को उनक मजबूत और युवा भावना के कारण लौह पु ष के प म जाना जाता है । उ ह ने भारतीय रेलवे के नमाण और ापना के नदश दये। आ ख़रकार सरदार पटे ल क वीरता और साहस हमारे दे श के लए अमू य है और उ ह भारतीय वतं ता और एकता के लए हमेशा याद कया जाता है। Machine Translated by Google डंक र जोशी ारा ल खत महा मानव सरदार नामक उप यास आधु नक भारत और भावयान भारत अगांधेश को तुत करता है। इस उप यास म दानंक र जोशी ने सरदार वलभभाई पटले के जंगल और सोने का च ण कया है जसम वे आधु नक भारत के आदश और भारत के भ व य क ा या करते ह। आगे के भारत पर वचार. आ थक वकास और औ ोगीकरण उप यास म नजोशी कहते ह क के सरदार पटे ल आधु नक भारत के लए आ थक वकास और औ ोगीकरण को ब त मह वपूण मानते थे । उ ह ने बड़े पैमाने पर औ ो गक प रयोजना और बु नयाद ढांचे के वकास स हत भारत के बु नयाद ढांचे के व तार क भी योजना बनाई ।. राजनी तक एकता और मजबूत न व सरदार पटे ल ने भारत क राजनी तक एकता के लए बड़े कदम उठाए। उप यास म इस तरह जोसी को एहसास होता है क के सरदार पटे ल क योजना आधु नक भारत के लए एक सुसंगत और सुसंगत राजनी तक ढांचा ा पत करने क थी जसम व भ रा य और सं ाएं एक ही छतरी के नीचे संचा लत ह।. सामा जक नबंध के सरदार पटालेस के उप यास म सामा जक लोकाचार समाज म समानता को दशाया गया है और याया म ने के पा भी इससे समानता मं मु ध ह। उनका मानना था क आधु नक भारत के नमाण के लए सामा जक याय और दे शभ आव यक है। भारत के बारे म भावना के वचार. वासवहता महा मानव सरदार के प म जोशी के सरदार पटले भावया को भारत के लए एक गत समझ दे ते ह। उनका मानना था क भारत को भारी भागीदारी नह करनी चा हए और भारत क राह पर एक वफादार और मजबूत भागीदार बनना चा हए।. वाहन और ौ ो ग कयाँ भवनायन भारत माता के भार के तहत सरदार पटे ल वैमा नक और तकनीक ग त क आशा कर रहे ह। उ ह ने भारत को मानव ौ ो गक वकास म आगे ले जाने के लए एक मानक कृ त और नवीन कोण वक सत करने का वक प चुना ।. जूट और मुन वकास मेट उप यास म भारत म जूट और मानव वकास के बारे म सरदार पटे लेभवय के वचार ब त दलच ह। वह जनसं या बढ़ाने के लए भांग के बीज और नमक क तलाश म था। महा मानव सरदार सरदार पटे ल के वचार वचारधारा और आदश का सार तुत करने वाली डंक र जोशी क सहयोगी कृ त है जो आज भारत के लए एक बुरा सपना और वरदान दोन है। महा मानव सरदार उप यास म दानकर जोशी और सरदार वलभ भाई पटे ल के वचार को साह सक ढं ग से तुत कया गया है। इस उप यास म नजोसी ने सरदार पटले के वचार और भारत के वतमान और भ व य पर उनके कोण का वणन कया है। आगे के भारत के लए वचार. राजनी तक संरचना और एकता सरदार पटे ल के भारतीय आधु नक भारत के लए एक एक कृ त राजनी तक ढांचे क त काल आव यकता थी । उ ह ने हौसला बढ़ाया. ांत को एक एक कृ त इकाई म समे कत करना। आज के भारत के लए Machine Translated by Google यह एकता और मजबूत शासन क नभरता है जो दे श क एकता और रता को मजबूत करती है।. सै य एवं च क सा वकास सरदार पटे ल औ ोगीकरण के मा यम से सै य े को आगे बढ़ाना चाहते थे। वे जानते थे क आधु नक भारत को एक मजबूत च क सा आधार और आधु नक तकनीक लाने क ज रत है। उ ह ने दे श क सुर ा त को मजबूत करने के लए कई योजना पर जोर दया.. सामा जक नी त समाज म समानता और याय के लए एसरदार पटे ल ने सामा जक नी त म कई कदम उठाए। वह पावट तवाड और अ य सामा जक नमाण के कारण होने वाली कु वांपता से नपटने के लए और अ धक उपाय लेक र आए। आज के भारत के लए इसम समाज म समानता और याय को बढ़ावा दे ने के लए उठाए गए कदम शा मल ह। भारत पर भवायन के वचार. अपवाद डंक र जोशी ारा द गई जानकारी के मुता बक सरदार पटे ल भावायन भारत के लए सरी शतक य पारी खेलना चाहते थे. वह चाहते थे क भारत नया म एक मुख खलाड़ी बने और आपसी सहयोग और ापार के लए मजबूत संबंध वक सत करे।. वाहन और ौ ो गक भ व य म भारत को ानीय वमानन और ौ ो गक क स त ज रत है। जहां वह भारत को ौ ो गक के े म अ णी बनाना चाहते थे वह उनका ल य नवाचार क भावना को बढ़ाना भी था।. भांग और मानव वकास सरदार पाटलेभावय भारत म भांग और मानव वकास पर वशेष यान दे ते थे। उ ह ने मानव संसाधन को मजबूत करने और भारत म समृ लाने के लए अ त र योजना पर जोर दया। इस रात वह एक सौ अ सी पीढ़ तैयार करेगा वाकसावी महा मानव सरदार डंक र जोशी ारा सरदार पटले के वचार और आधु नक भारत और आधु नक भारत म महा मानव सरदार उप यास म डंक र जोशी ारा सरदार वलभभाई पटले के वचार को आधु नक भारत और आधु नक भारत म पेश कया गया है। इस उप यास म नजोसी ने सरदार पटले के वचार और भारत के वतमान और भ व य पर उनके कोण का वणन कया है। आगे के भारत पर वचार. राजनी तक संरचना और एकता सरदार पटे ल का कोण आधु नक भारत के लए एक कृ त राजनी तक संरचना का था । उ ह ने भारत के व भ जल को एक इकाई म एक कृ त करने को बढ़ावा दया। आज के भारत के लए इसका मतलब एकता और मजबूत शासन पर नभरता है जो दे श क एकता और रता को मजबूत करता है।. सै य एवं च क सा वकास सरदार पटे ल औ ोगीकरण के मा यम से सै य े को आगे बढ़ाना चाहते थे। वे आधु नक भारत म एक मजबूत च क सा आधार और उ त तकनीक लाना चाहते थे। Machine Translated by Google वहाँ है उ ह ने दे श क सुर ा त को मजबूत करने के लए कई योजना पर जोर दया.. सामा जक नी त समाज म समानता और याय के लए एसरदार पटे ल ने सामा जक नी त म कई कदम उठाए। वह पावट तवाड और अ य सामा जक नमाण के कारण होने वाली कु वांपता से नपटने के लए और अ धक उपाय लेक र आए। आज के भारत के लए इसम समाज म समानता और याय को बढ़ावा दे ने के लए उठाए गए कदम शा मल ह। भ व य के भारत पर भावायन के वचार. अपवाद डंक र जोशी ारा द गई जानकारी के मुता बक सरदार पटे ल भावायन भारत के लए सरी शतक य पारी खेलना चाहते थे. वह चाहते थे क भारत नया म एक मुख खलाड़ी बने और आपसी सहयोग और ापार के लए मजबूत संबंध वक सत करे।. वाहन और ौ ो गक भारत के भ व य के लए ानीय वमानन और ौ ो ग कय क स त आव यकता है। जहां वह भारत को ौ ो गक के े म अ णी बनाना चाहते थे वह उनका ल य नवाचार क भावना को बढ़ाना भी था।. भांग और मानव वकास सरदार पाटलेभावय भारत म भांग और मानव वकास पर वशेष यान दे ते थे। उ ह ने मानव संसाधन को मजबूत करने और भारत म समृ लाने के लए अ त र योजना पर जोर दया। इस रात वह एक सौ अ सी पीढ़ तैयार करेगा वाकसावी महा मानव सरदार हम दानकर जोशी के सरदार पटे ल के वचार और भारत क सुंदरता और म हमा के कोण पर वचार करने क अनुम त दे ता है। यह उप यास सरदार पटे ल के वजन और काय का एक सश च है जो आधु नक भारत और भ व य के भारत का मागदशक है। Machine Translated by Google आज़ाद भारत के सं ापक कहे जाने वाले सरदार व लभभाई पटे लुनकै रा य के एक करण म एक महान नेता थे। म भारत क आजाद के बाद उ ह दे श क रयासत का भारत म वलय करने का काम स पा गया। इस काय को सफलतापूवक पूरा करने के लए उ ह ने न न ल खत कदम उठाए. त का व ेषण जल क वतमान त के अनुसार सरदार पट लया काई मटे थम तंबमनवत रथेसज ु। उ ह इन जल के समय और ज रत का पता लगाने के लए रा ीय नेता और वयंसेवक से परामश करना चा हए।. लामबंद नी त सरदार पटे ल रायो के नणय के लए टकफोस का एक वष ।. शास नक और कानूनी उपाय सरदार पटे ल शास नक और मौ खक संचार के मा यम से रा य क वतं ता के साथ साथ जल को भारत सरकार के कानून और सं वधान से सहमत कराने म सफल रहे । हालाँ क कु छ रेयो जैसे क के यूर अबानाला और अलवर बरकरार रहना चाहते थे प सरदार पटले ने अपने नेता से बात क और उ ह हटाने के लए कहा।. मजबूती और संकु चन सरदार पाटला कभी कभी ले सग और इला टक दबाव का भी उपयोग करता है। उदाहरण के लए का मर के महरा को अलग करने के लए एक ज मेदार वहार समझौता बनाने म मदद कर। रेयान वाता और समझौत के मा यम से कु छ रेयान एकता और नमाण क शपथ के आधार पर भारत म शा मल हो गए।. उपल याँ अग त को भारत क आजाद के बाद सरदार पटे ल ने के दौरान भारत के कई जल को एक करने का काम कया। म इस पहल को सफलतापूवक अंज ाम दया गया और दे श के जल को भारत सरकार म एक कृ त कर दया गया।. सरदार पटे लुना भारत क रा ीय वजय और एकता के तीक ह। उ ह हमेशा आजाद भारत का अ भशाप माना जाता है । एजडांक र जोशी ारा लखे गए लेख म लो श सरदार वलभभाई पटले के वनया और आज़ाद आंदोलन म उनक भू मका के बारे म कु छ दलच ववरण दए गए ह। डंक र जोशी एक स लेख क और वयोवृ हा राजकरनवाद सरदार पटले के वनपाल ह। वनया जाम अनाभक एक सरदार पाटले का जाम अ टू बर को नदायद उजरात म आ था। वह पॉस और बारडोली से थक गया। अराभाक कारकड सरदार पाटलेकू न के गुण और अंतर का पता लगाने के लए उ ह अ शकर लाया गया। वतं ता आंदोलन के बीच सयाह और सामा जक आंदोलन म बारडोली सयाह के नेता के प म सरदार पाट लयासरकोन Machine Translated by Google काम पर रोक और सफलता का सफल सफर. प रचय के दशक म सरदार पाटलेपंख ोर स याह और अ य लोग ने सामा जक आंदोलन म क य भू मका नभानी शु क। सहयोग और ऊजा गांधी क ऊजा के तहत उनके नेतृ व वाले सयाह के नेता असंतु थे। इसके अलावा उ ह ने हता शासन के खलाफ कड़ा बयान दया. जल का एक करण संय मत उपाय सरदार पटे ल रयासत के एक करण के लए संग ठत श ण उपाय और जनश का उपयोग। उ ह ने भारतीय को भारत म शा मल होने के लए राजी करने के लए राजनी त आतंक और आ थक दबाव का इ तेमाल कया। अधीनता रेयोस म शा मल होने के लए उसके ायी अंक ामीर जयूर और ऐ महवुन रेयोस के साथ सं धयाँ और समझौते शा मल ह। वरासत सफलता और स मान सरदार पटे ल को लोहा कहा जाता है और उनके काय को भारतीय स यता क न व माना जाता है। यह जानकारी दानकर जोशी ारा दए गए एक रेख ा च पर आधा रत है जसम जसरदार पटे ल के जीवन और उनक राजनी तक ग त व धय का वणन कया गया है। Machine Translated by Google सदर व लभभाई पटले भारत के एक महान राजनी त एवं श शाली नेता थे ज ह भारत का र पु ष कहा जाता है। उजरत के पाटडे गांव म जमाले पटले को एक वक ल ढूं ढना चा हए और फर वक ल का रा ता अपनाना चा हए। सदर पटले क राजनी तक भागीदारी भारतीय सारण नगम से थी। महामा गांधी के करीबी सहयोगी के प म उ ह ने साहस और नडरता का प रचय दे ते ए कई बड़े दं ग और लड़ाइय म भाग लया। सदर पटे ल का सबसे उ कृ योगदान म राजकु मार राय को इं डयन लीग म शा मल करने के आंदोलन म था। अपनी ढ़ श के तहत कई राजकु मार राय भारत पर क ज़ा करने म सफल रहे। वह भारत के पहले कत आयातक और नेता थे और उ ह ने व भ सं ान और नी तय क ापना म मह वपूण भू मका नभाई। भू म सं कृ त और दे श के त उनका समपण आज भी जी वत है और उनके योगदान ने भारत के वकास और एकता क न व रखी। सदर वलभाभाई पटले वा नक और बागवानी वा नक सरदार वलभभाई पटले का ज म अ टू बर को दवासेउजारात के नदायद लाना के पाट डया गांव म आ था। उनका पता जेनाभाई पाटलेक ानी और सदागत वाता था। वु पटे ल ने अपना पहला कदम उठाया और अपना प रचय दया। इसके बाद वह अहमदाबाद म मैक और लोमन से मलना चाहगे राजनेता सदर पटले अपनी राजनी त म एक सामा जक कायकता ह। वह गांधीजी से े रत थे और उ ह ने हवाई आंदोलन म भाग लया था। म बलंबरन आंदोलन के नेता के प म उ ह ने सेठ अनंतलाल का समथन कया और खेड़ा के उ ान म एक बड़ा योगदान दया। भारत का संघीकरण सदर पटे ल का सबसे बड़ा योगदान यह है क म भारत क वतं ता के बाद पटे ल ने रयासत के जल को भारत के साथ एकजुट करने म मह वपूण भू मका नभाई थी । यह योग अजत् भाग ग तशील अनेक ालो तनधा क सहायता से स होता है । सामा जक सेवाएँ और ग त व धयाँ सदर पटे ल ने भारत के राजनी तक और सामा जक आंदोलन म भी मह वपूण भू मका नभाई। अपनी युवाव ा से ही वह सहायता च क सा और आ या मक आशीवाद लेक र आए। उनके शासन म कृ ष से संबं धत कानून म संशोधन कया गया और अ धक सहकारी स म तय क ापना क गई। वरासत दसंबर को सदर पटे ल क मृ यु हो गई । उनके योगदान क मा यता म उनके नाम पर टु ओ फ़ उनाट एक साथ एकता ा पत कया गया है जो भारत के नए संगठन के लए एकता का एक अवसर है। सदर पटे ल का कायकाल और उनक सेवाएँ भारतीय राजनी त और समाज के लए मरणीय ह। उनका आम ता ध नादर और षट भारत के भ व य के लए अमू य है। Machine Translated by Google महा मानव सरदार डकार जोशी ारा ल खत एक वन कहानी वन कहानी महा मानव सरदार डकार जोशी ारा ल खत एक पौरा णक वन कहानी है जो भारत के महान नेता सरदार वलभभाई पाटले के जंगल पर आधा रत है। यह पु तक पटले के जंगल के कई पहलु क पड़ताल करती है जसम उनका बचपन भांग और मूल ग रमा म वृ शा मल है। जोशी सरदार पटले वन के हर कदम पर आए ह राजनी त म वेश से लेक र राजकु मार रायो को उनके मूल भारत और दे श म शा मल करने तक उ ह ने सरदार पटले के समृ ताने बाने को बुना है। इस म त क म झ ली ऊतक तं का और तं का तंतु का व ेषण कया जाता है । कथानक और वषय यह पाठ इस तरह से डज़ाइन कया गया है क यह पाठक को मब और कालानु मक तरीके से वषावन के व भ पहलु से प र चत कराता है। आयु वषय. एकता और सु ढ़ करण सरदार पटे ल का सबसे मह वपूण योगदान वुराजकु मार रेयॉन को तक एकजुट करने म पटे ल का योगदान था । डकार जोशी दखाते ह क कै से पटे ल को कई चुनौ तय का सामना करना पड़ा और कै से उ ह ने भारतीय समुदाय का ह सा बनने के लए इन सभी बाधा को पार कया । यह दे ख ा गया है क पटे ल के नवीन वचार और नवीन नी तय ने भारत के वकास क न व को कै से भा वत कया।. य गत सघन और सौ यह अ याय पटे ल के य गत वन जंगल के पहलु को भी शा मल करता है जो उनक उ ताकत और उनके ायी मू य को दशाता है। महा मानव सरदार सरदार व लभभाई पटे ल के जंगल और योगदान का एक ापक और सहज ववरण है जो भारत के जलवायु प रवतन के बारे म एक आकषक जानकारी दे ता है। डंक र जोशी ारा ल खत सरदार पटले मतेवन साजन उज़राती म एक उप यास है जो भारतीय इ तहास के एक द गज सरदार वलभभाई पटले के जीवन क पड़ताल करता है। जोशुनकाया अ सर भारतीय रा वाद आंदोलन म पटे लेई ओ का और रणमन मंथेम के योगदान पर यान क त करते ह। य द आप जानकारी या प का का सारांश ढूं ढ रहे ह तो ानीय प का या प का म लेख क जांच करना सहायक हो सकता है य क वे इन लेख या समान संसाधन क पेशकश कर सकते ह। सरदार वलाभाई पटले डंक र जोशी ारा लखी गई है और यह पु तक सरदार पटले के जीवन के व भ पहलु को दशाती है। यह सरदार पटले के जीवन उनक उपल य और भारतीय संघष के दौरान उनके योगदान के बारे म व तृत व ष े ण और जानकारी दान करती है। कु छ सुझ ाव. वन और गांज ा सरदार पाटले का बचपन का घर शा कानतेम और वसायी वन धूही।. राजनेता हर राजनी तक और सामा जक आंदोलन वशेषकर भारतीय रा ीय आंदोलन म सरदार पनाम क भागीदारी।. भारतहाट नत सरदार पटे ल क दे श को एकजुट करने क योजना जैसा क उ ह ने मुझ े बताया था Machine Translated by Google आइ डया का संपादन.. संगठन और घबराहट सरदार पटे लनुएरव शैली और उनक वशेषता का नषेध। यह पु तक सरदार पटे ल के वन और काय को समझने का एक शानदार तरीका है और यह उनक भावना और कोण को दशाती है। सरदार व लभभाई पटलेयन एडवचस एंड एश स डंक र जोशी ारा लखी गई है जो सरदार पाटले के जंगल क एक आकषक झलक दे ती है। इस पु तक म कु छ मह वपूण ब नीचे दए गए ह. वन क मांग सरदार पटलु बन जूट और मू यवान वन और उनके कानून वषय अयास और एटस।. राजनेता उनके श ु क चाल वशेषकर राजद राय अना ा । कायमनो और गांधीजी के साथ उनका सहयोग।. वभाजन और संगठन भारत म राज सामत के बाद वाध राया को भारत म मलाने म सरदार पटले क कु शलता और उनका संगठना मक योगदान था।. श ा और दे श के एक करण समाजीकरण और सामा जक याय पर सरदार पटे ल के काय । कौन. यतागत वन उनके जंगल के पा रवा रक और अगांत पहलू जसम उनके पा रवा रक र ते और उनक वन शैली शा मल है। यह पु तक सरदार पटले के जंगली जानवर और उनके ब मू य वन को समझने के लए उपयोगी है। ख म हो गया है Machine Translated by Google सोमनाथ मं दर ऐ तहा सक क और कनायालाल उ ी क बुनाई इ तहास और इ तहास एसो सएशन ◌ अजेज ुरात के पोरबदनर जाला म पड़ने वाला सोमनाथ मं दर हा धाम के मं दर म गना जाता है। इस मं दर का उपयोग मशान घाट के प म कया जाता है और यह काफ ऐ तहा सक मह व रखता है। सोमनाथ मं दर का इ तहास कई कालखंड म वभा जत है जनम कई शासक और स ाट शा मल ह। उप यास का लॉट और तीस कनाया लाल उं शी ारा ल खत उप यास सोमनाथ इस मं दर के ऐ तहा सक और सां कृ तक पहलु का वणन करता है। उप यास का कथानक सोमनाथ मं दर के व भ योगदान इसके ऐ तहा सक संदभ और मं दर म आने वाले लोग क कहा नय पर आधा रत है। वष और इसका ऐ तहा सक मह व कहानी के पा समय के कई कोण को तुत करते ह जो सं ापक शासक और वजेता क भू मका को आपस म जोड़ते ह । यह तमाही आपके ऐ तहा सक मह व को दशाती है. शवा महाराज ये शवा के भ थे और सोमनाथ क पूज ा करने के लए स ह।. उसलमानी अमानाकरो जनके पास मंदारनेतोड़ नौनानेतनेयंत महवा तारके हसल कु क ऐ तहा सक घटना है। कनयालाल उन शनो कौन क यालाल उं शी कहानी म सोमनाथ मंदरेभोगवले ःख और दद को दशाते ह साथ ही भारतीय सं कृ त और हा धाम के त अपनी इ ा भी करते ह। माना जाता है क ये सोमनाथ मं दर के धनुष और इ तहास को ाचीन पी ढ़य तक संज ोए ए ह। उ ी क लेख न शैली और श ाचार एक ही समय म पाओन और ऐ तहा सक घटना के त स मान तुत करते ह जो आपके काम को ऐ तहा सक और उपयोगी दोन बनाते ह। कनाया लाल उं शी का उप यास जय सोमनाथ सोमनाथ मं दर के ऐ तहा सक और सां कृ तक मह व को दशाता है। उप यास म कई अ याय ह जनके साथ अमन नूनमन और अना चन भारत क महान परंपरा क ओर इशारा करते ह। न न ल खत का भुगतान कया जाता है. उकु रा सोमनाथ का रा ऋतु उकु रा को सोमनाथ मं दर के सं ापक के प म जाना जाता है। यह उन दे और ककश कान पर असर करता है और ब त खतरनाक भी होता है। आपका नेतृ व और Machine Translated by Google स ान मं दर के अनु ान के पालन के लए श ा द है।. और वाशेन एना एक बहा र यो ा है जसका सोमनाथ मं दर के रे ग तान म ब लदान शहादत क भावना को दशाता है और आपके दे श के कारण कहानी म मह वपूण है।. भीमदे व वाशेन भीमदे व रा य का राजा है जसके पास ऐ तहा सक नुक सान क भरपाई के लए ब त अ याद ह। कृ पया कहानी को ऐ तहा सक तरीके से बनाने म मेरी और पकार टाकट क मदद कर।. वासाहब ऋतु वासाहब एक श शाली मु लम शासक है जसने सोमनाथ मं दर को न करने और उसे न करने क योजना बनाई थी। तमु ा मं दर पीड़ा से जूझ रहा है और ऐ तहा सक काय करते ए यथा त को दशाता है।. एआर वाशेन आर एक याक है जसने मं दर नमाण और झुक ने क पौरा णक कहा नय को वीरतापूण और भावना मक आयाम दया है।. गौरका ऋतु गौरका उकु रानी भी ने अपनी भारतीय परंपरा और नायक क ापना क । तानी भ और वफ़ादार माँ क कहा नयाँ कहानी को स मान दे ती ह। जय सोमनाथ के प क तुलना राथेम क ऐ तहा सक भावना और म त भावना को करती है। कनाया लाल उं शी के उप यास जय सोमनाथ म मंचौला और उनक मां पौनेवश का च ण है। आपक कहानी का भावना मक एवं ऐ तहा सक मह व साथक ढं ग से तुत कया गया है। बुख ार चौला के पंज े म आपके या दद और अ व ता का संके त मलता है। आपक भू मका अपनी और अपने प रवार क सुर ा करना है वशेषकर तनावपूण तय म। Machine Translated by Google चौला क माँ चार चौला क माँ सांकृ तका उयो और धाम मताने और पुराण अनी के पास ट क है. तनेई साई नता ा थाओ क सहायक है। तवना माता चौला के जंगल क मगदा शाका है और उसक दे ख भाल करने वाली माता अनुम चौला को भांग के साथ सफलता क राह पर आगे बढ़ने म मदद करती है। चावला और उनक मां क भू मका उप यास म एक क य और वीरतापूण भू मका नभाती है। वे भगवान शव भगवान क पूण ता दखाने के उपकरण ह जो सोमनाथ मं दर को ऐ तहा सक और व मयकारी महावनेप बनाते ह। Machine Translated by Google सरदार व लभभाई पटले जम अ टू बर जम नदायद जुरात पटु नानाम झवेरेभाई पाटले माता का नाम लाडबाई सोमाभाई नरशीभाई और वलभाई ताने के चचेरे भाई थे यानी वे झवेरेभाई और लाडबांचो क संतान थे। सरदार वलभाई पतलेउंवंचर व लभभाई पाटलेरा लाडन श वर म गये। वहां से वापस आने के बाद वह अहमदाबाद म ै टस कर रहे थे. महामा घाधी के वचार से जुड़कर आपने भारत के व ता आ दोलन म भाग लया। कृ ष संघष रा ीय आंदोलन म सरदार पाटलून का सबसे बड़ा योगदान का संघष था । खेड़ा डोवेज़ न इस समय भयंक र सूख े से जूझ रहा है। कसान इस समय टै स म छू ट क मांग कर रहे ह । सरकार ने यह मांग नह मानी. इस समय सरदार पाटले गड़हनी तथा अ य लोग ने कसान को कर न दे ने का यास कया। इस बीच सरकार ने सालाना टै स म राहत द है. सरदार पटले क यह पहली सफलता थी। बारडोली सयाह बारडोली सयाह म भारतीय रा ीय कां ेस के दौरान जुराट म कसान आंदोलन के सद य थे । इस अव ध म सरकार ने कसान पर कर बढ़ा दया। इस लगान म बढ़ोतरी का कसान ने वरोध कया. आंदोलन को दबाने का सरकार का तरीका या है जो म हलाएं इस या ा म सफल होती ह वे वलभभाई पटले को सरदार क उपा ध दान करती ह । रा य के एक करण म सरदार क भू मका वंता के समय भारत म दे शी रयासत थ । भारत क लगभग फसल एच है सरदार पटले आजाद क थम वी.पी. म भारत म वदे शी जल को शा मल करना चाहता ं परनाम वाप रा य को छोड़कर सभी रा य को भारत म शा मल कर लया गया। जू का मर जूनागढ़ और हैदराबाद के राव पादरी नह ह। जूनागढ़ के नवाब ने अग त को पाकतन म एक े घो षत कया । राय के दशक वग छोटे थे और भारत म एक वग का अभाव था। नवाब बनाम नाकाबंद हो गई भारतीय सेना जूनागढ़ म घुस जाएगी. नवाब पाकतन भाग गया। नवंबर को जूनागढ़ को भारत म शा मल कर लया गया। Machine Translated by Google हैदराबाद भारत का सबसे बड़ा रा य था। इसे चार ओर से भारतीय सै नक ने घेर लया था. नमारा का पैतृक संप का दावा या है और अपनी सेना को कै से बढ़ाया जाए। सतंबर को भारतीय सेना ने हैदराबाद म वेश कया। कु छ दन बाद नवंबर म भारत म बुख ार या है पाकतन जनजा तय क घेराबंद के दौरान का मर के प रवार ने भारत से भी मदद मांगी। भारतेवालय पी म क कु नेरा को परेशान कया जाएगा का मर को भारत म शा मल कया जाएगा। आज़ाद के बाद ⁂ वतं ता के बाद पटले के तल पर अ धकांश अटानी कसे समाट उगाधानी के कारण चावल कसान के पद से हट गए। इस लए ऐसा करने का कोई तरीका नह है सरदार को व ा और सामंज य का काय स पा गया। ⁂ हम क पहली ाथ मकता दे शी रा य को भारत म स म लत करना था। भारत के एक करण म आपके महान योगदान के लए आपको भारत के लौह पु ष के प म पहचाना जाता है। ⁂ स ाव के स ांत बने रहे जसके कारण भारतीय स वल सेवा का भारतीयकरण भारतीयकरण भारतीय शास नक सेवा आईएएस म बदल गया । ⁂ वष तक उसर पैरेलमैन कोटे थ म ू रता और महारा शावा जैसी म हमा थी। वह भारतीय क दया के भी मुख थे। दसंबर को वष क आयु म नधन हो गया। कु छ मत लखो नरातर संघश नो एक बीज से सरदार झ ली बनने का कोई समय नह है। लेख के लेख क ारा समथन दान कया गया है।. सरदार पटले पु तक म संपा दत चयन का सं ह। वी श नार अरा तेउंथम शंक रन बहार पौह.उ. भारत का वभाजन. गड़हनी नाहे उभाष. अथक और वदे श नत. सुलमान और शरनाथ. का मर और हैदराबाद वैसा ही जैसा सरदारी ने भारत म पाया. अहमदाबाद हवाई अ ा सरदार व लभभाई पटला अंतराराई हवाई अ े पर त है। Machine Translated by Google. जुरात के वलभ वनागर म सरदार पाटलेव वलाया. मरणोपरा त भरतनाट से समतु य।. जुराट म के वदया म टु ओ फ़ इकाई क ापना Machine Translated by Google सरदार व लभभाई पटले जम अ टू बर जम नदायद जुरात पटु नानाम झवेरेभाई पाटले माता का नाम लाडबाई सोमाभाई नरशीभाई और वलभाई ताने के चचेरे भाई थे अथात वे झवेरेभाई और लाडबाउं चून तान थे। सरदार वलभाई पतलेउंवंचर व लभभाई पाटलेरा लाडन श वर म गये। जहां से वापस आकर वे अहमदाबाद म वक ल थे। महामा गांधी के वचार से े रत होकर आपने भारत के मूल नवासी आंदोलन म भाग लया। कई खेत म रा ीय आंदोलन म सरदार पटे ल का सबसे बड़ा योगदान था । खेड़ा डोवेज़ ान इस समय भयंक र सूख े से जूझ रहा है। इस समय कसान कर म छू ट क मांग करते ह। सरकार ने यह मांग नह मानी. इस समय सरदार पटले गांधीजी तथा अ य लोग ने कसान क ह या कर द । टै स न चुक ाने के या कारण ह इस बीच सरकार ने सालाना टै स म राहत द है. सरदार पटले क यह पहली सफलता थी। बारडोली सयाह भारतीय रा ीय आंदोलन के दौरान म जुराट म कसान आंदोलन के सद य बारडोली सयाह इस अव ध म अंत रम सरकार ारा कसान पर कर बढ़ा दया गया । इस लगान म बढ़ोतरी का कसान ने वरोध कया. आंदोलन को दबाने का सरकार का तरीका या है इस या ा म सफल होने वाली म हला ने वलभभाई पटले को सरदार क उपा ध दान क । कर रा य के एक करण म सरदार क भू मका Machine Translated by Google वंता के समय भारत म दे शी रयासत थ । भारत क लगभग फसल एच है सरदार पटले आजाद क थम वी.पी. मेनन के साथ साथ वदे शी जल को भी भारत म शा मल कया जाना चा हए। परनाम वाप रा य को छोड़कर सभी रा य को भारत म शा मल कर लया गया। जुक मीर जूनागढ़ तथा हैदराबाद के राव ने आपक सुध नह ली। जूनागढ़ के नवाब ने अग त को पाकतन म एक े घो षत कया । राय क वधाका जनता हा हाट और भारत म एक मंडल चाहते थे। नवाब बनाम नाके बंद है या जूनागढ़ म घुसेगी भारतीय सेना नवाब पकतन चाया क ओर भाग गये। नवंबर को जूनागढ़ को भारत म शा मल कर लया गया। हैदराबाद भारत का सबसे बड़ा रा य था। इसे चार ओर से भारतीय सै नक ने घेर लया था. नमारा क उ प का दावा या है और उसके वादे को बढ़ाने का कारण या है। सतंबर को भारतीय सेना हैदराबाद प ंची। कु छ दन बाद सु ी. नवंबर म भारत म रग फ वर का कोप । पाकतन क जनजा तय के मारे जाने पर का मर के रा आरा ने भी भारत से मदद मांगी। भारतेवालय पी पर हेथर का कु नेरा ारा हेथर कनागे उकमीर को भारत म कै से समा हत कया जाएगा आज़ाद के बाद ⁂ वतं ता के बाद युगांडावा सय के कारण पटले क क मत पर अ धकांश अं तम के से सामत को पटले अधमानी के पद से छु टकारा मल गया। अतः नान क व ध नधा रत है। सरदार को व ा और शां त का काय स पा गया। ⁂ हम प त क पहली ाथ मकता दे शी रा य को भारत म स म लत करना था। भारत के एक करण म आपके महान योगदान के लए आपको भारत के लौह पु ष के प म पहचाना जाता है। ⁂ स ाव के स ांत बने रहे जसके कारण भारतीय स वल सेवा भारतीयकरण से भारतीय शास नक सेवा आईएएस का जम आ। ⁂ वाशेशो असुर परेलमनकोतेथ म उ ता और महरा शव जैसी म हमा थी। वह भारतीय क दया के भी मुख थे। दसंबर वष क आयु को नधन हो गया । Machine Translated by Google कु छ मत लखो पानी क सघन परत वाली परतदार झ ली के नमाण का कोई समय नह है। लेख के लेख क ारा समथन दान कया गया है।. सरदार पटले बेख ंड म का शत चु नदा क वता का सं ह। वी शंक र अरा तेउंथम शंक रन बहार पौह.उ. भारत का वभाजन. गांधी ना भुअ श. अथक और वदे श नत. उ मान और शरनाथ. का मर और हैदराबाद वैसा ही जैसा सरदारी ने भारत म पाया. अहमदाबाद हवाई अ ा सरदार व लभभाई पाटला हवाई अ े पर त है।. जुरात के वलभ वनागर म सरदार पाटलेव वलाया. मरणोपरा त भरतनाट से समतु य।. जुराट म के वदया म टु ओ फ़ इकाई क ापना Machine Translated by Google वीर सावरकर डॉ. शरद ठाकर वनया वर सावरकर ज ह वपन चंसावरकर के नाम से भी जाना जाता है भारतीय व ता सनम के महान नेता म से एक थे। उनका ज म मई को गवाखेड़ा ना सक जाला महरा म आ था। वह अपने दा हने हाथ म एक लेख क और सा ह यकार थे।. शैनक और वनजन कारकड सावरकर ने का मर व व ालय से डी क उपा ध ा त क और म पै रयल कॉलेज लंदन से कानून म नातक क उपा ध ा त क । यांतेमेनेह महासभा और भारतीय जूट वचन और लेख न म मु तोश शासन के खलाफ राज ोह के आरोप म उ ह गु त रखा गया था। इसी समय वह त और गौरव जैसे श द लेक र आये ।. मूल शीषक सावरकर ने भारत के व ता समम म महावा क भू मका नभाई। हेसयाह बल के व बयो और ह रैता सैटोनुगर काया। वह अ सर अपने जंगल म दे शभ और दे शभ के लए लड़ते रहते थे।. अं तम दन सावरकर ने म वना त व पय व प कहा था। उनके वचार और वचार भारतीय राजनी त और समाज का मु य आधार ह। वचार. हा रैता हा रैता पर सावरकर का जोर और वचार महान है। उ ह ने इस संदभ म भारत क ऐ तहा सक और सां कृ तक पहचान और हा रा के मह व पर जोर दया ।. मूल संतुलन योग Machine Translated by Google सावरका का म मौन और असहयोग क नी त से ही जी वत रह पाता ँ। उ ह ने अ हसा के संघष म भाग लया । उ ह ने कहा क नया म सफ राजनी त ही नह ब क सामा जक और राजनी तक मु े भी अहम ह. यह उनके कई लेख और भाषण म तुत कया गया है। वीर सावरकर वाणी और वचार वनया. जाम और शैनक म जाम वपन चंसावरकर का जाम मई को महारा के ना सक जाला के एक गांव म आ था. शैनक क वे मायम शान नासक तक चले और फर सनातन ध ममहालय गए। इसके अलावा वे म का मर कॉलोनी से बी.ए. उतरे ।. लंदन के अयास लंदन अयास म नसावरकर लंदन जवांश कु यांतेमाने ने लंदन के इंपी रयल कॉलेज से कानून क ड ी ा त क । उ ह ने भारतीय रा वाद क अपनी वचारधारा से जुड़ने के लए व भ आंदोलन और संगठन म भाग लया।. वंता आंदोलन म भाग लेना वयंसेवक सावरकर हडु नरवन और वत ता माट व ोह म शा मल ए। म उ ह ने एक मौ लक कृ त यागैनदया लखी जसम उ ह ने इस वषय पर अपने वचार तुत कए। कारावास म तुश शासन ारा यायेतर ह या के आरोप म कै द कया गया और म अंडमान और नकोबार प समूह क वन जेल म भेज दया गया। उ ह साल जेल क सजा सुनाई गई ले कन म उ ह फाँसी दे द गई । Machine Translated by Google. थाम वी उअनंता थाम वी सावर े मकन म बने लून अभगम और सरहदला क सेना म सेवा क । उ ह ने भारत क राय ममता और हा रा के गौरव के लए लड़ाई लड़ी।. रा ीयता और राजनी त मातृभू म के लए काम म सावरकर ने मातृभू म के लए अपनी भावना को बढ़ावा दे ने क को शश क उ ह ने ह महासभा और अ य संगठन म काम कया। वचार. हा रैता वचारधारा सावरकर हा रैता के स दय पुराने मह व पर जोर दे ते ह उनक के भरथुनराय पहचान उनक ऐ तहा सक और सां कृ तक वरासत क पहचान है। वह हा रा क अवधारणा लेक र आए और दे श के वकास के लए ह ऐ तहा सक और सां कृ तक मू य का स मान कया।. मूल संतुलन योग वचार सावरकर का मानना था क के वटा त मतबलयोग शा.. सामा जक एवं आ थक सामा जक सुधार सावरकर ने सामा जक सुधार के मह व और सामा जक घटना राजनी त और सामा जक घटना म सामा जक सुधार के मह व पर भी जोर दया । नपना वीर सावरकर का वनया और वचार उनके वन वकास और उनके वचार को दशाता है। तेमुयोगदान रता और वत ता म ने संघशा और Machine Translated by Google सामा जक योगदान पर यान क त करता है। Machine Translated by Google अपने बो और दमदार अंदाज के लए जाने जाने वाले वर सावरकर भारत के मौसम वै ा नक के तौर पर जाने जाते ह। वनायक दामोदर सावरकर का ज म मई को नशाक जाला महरा म आ था। सावरकर का अ ययन क अ तरह से ा पत था। आपने अपने कौशल का उपयोग करके और अपने कौशल का उपयोग करके कई कॉलेज म अ े ेड ा त कए। म आपने द फ ट वॉर ऑफ इं डयन इं डपडस नामक पु तक लखी और इसे नी े शासन पर लागू कया। कौन म आपको वानसुके मामले म दोषी ठहराया गया और आठ साल क कै द क सजा सुनाई गई उसी अव ध के दौरान आपने ह जन जन ना मन जैसे वचारो ेज क लेख लखे जो जेहदौ र म के पतन को दशाता है। आपने भारत म ह धम आंदोलन को आगे बढ़ाने के लए अपना सव े यास कया है। आपक नी तयां और वचारधाराएं ह रा क तरह सीमा उलम संबंध म तनाव पैदा करती थ ले कन आपने हमेशा दे श क एकता और एकता के लए काम कया। सावरकर क वीरता और वीरता आज भी भारतीय इ तहास म मुख ान रखती है। तमुनवन अनेक ाई हमारे दे श क मूल लय को आगे बढ़ाने के लए एक वचारशील और उ साही तरीका दे ता है। फरवरी को उनका नधन हो गया । शरद ठाकर क वीर सावरकर म उनके वन और आवास का वणन समृ और भावशाली है। ठाकरे क क वता म सावरक वन दे शभ और कु शल साहस का एक संत उदाहरण है। वा नक वर सावरकर का ज म मई को नशाक के काल गांव म आ था। आप मुंबई से आने के तरीक म से एक के पम चीन क पहचान भी कर सकते ह। सेमे टर के दौरान आपने भारतीय इ तहास और सामा जक अ ययन का अ ययन कया और इस नबंध के आधार पर आपने द फ ट वॉर ऑफ इं डयन इं डपडस जैसी कताब लखी । सावरकर के वचार भी अ यंत रोचक एवं ानवधक थे। आपने भारतीय सारण आंदोलन को ज म दया और रा को एक नई दशा दान क । आपक रचनाएँ और श द इस समय भारत म चचा का वषय ह Machine Translated by Google सानेनी हौसला बढ़ा रहे थे. मूल म क परत सावरकर का पैतृक मताने अभगम ब त क ठन था। आपके जंगल के ये पहलू न न ल खत पर नभर करते ह वरोधाभास और अनुकू लता। म सु ी. इस रात आपको भाषा और कला के मा यम से शां त और वतं ता के लए वतं ता क चेतना वक सत करनी चा हए। उ ह ने अनके वर तुश शासन से लड़ाई लड़ी जसम उ ह अंडमान काल म चार साल तक जंगल म कै द रखा गया था। इस कारावास के दौरान भी आपका मन नह भटका और आप अपने वचार और आ ा पर कायम रहे। आपक कहा नय और लेख ने उस समय लोग को े रत कया और भारत को पहली बार इसम भाग लेने के लए े रत कया। सावरकर के वन अनेक ाई वासेठाकर क म हमा यह है क आपने सभी अवसर पर स य न ा और स य न ा का प रचय दया। यह युग का थम और मुख चार है जो रा समानता और समाज के वकास म भी सहायक है। इस रात एशड ठाकरे क वीर सावरकर एक उ कृ कृ त है जो आपके जंगल के कई पहलु को सामने लाती है जो सावरकर को लयब और योआ तरीके से च त करती है। वर सावरकर वन और भारत का व यु एक रणनी त है आपको न न ल खत जानने क आव यकता है वन चरागाह जाम और शैनक क मई को महारा के नशाक जाला म वनायक दामोदर सावरकर क मृ यु हो गई। उ ह वीर सावरकर के नाम से जाना जाता है। आपक श ा मुंबई के कू ल से ई और फर आप कानून क पढ़ाई के लए वापस चले गये। वचारधारा एवं वचारधारा ह रावाद एवं वतंता पर सावरक णु के ट एच. मंटमैन ने ह रा के वचार को बढ़ावा दे ने के लए कई कहा नयाँ एवं लेख लखे ह । भारतीय वतं ता का थम सं ाम आपका शीषक है जसम का वषय भारतीय वतं ता क शु आत के साथ गुँथा आ है। ◌ Machine Translated by Google अपराध और कारावास म उ ह टश शासन ारा ू रतापूवक कै द कर या करना है के लए लया गया था। आपने म सा यवाद के लए अदबर म दो वष क कै द और भारत सरकार से संघष कया। उ ह यातनाएँ द ग और कै द कर लया गया। दे शी म क एक परत अहसक आंदोलन सावरकर का गृहनगर अहसक था और उ ह ने मुंबई नई द ली और कोलकाता जैसे शहर म समाजवाद आंदोलन म भाग लया । आप टश शासन के व तरोध आंदोलन को एकजुट करना चाहते ह। वरोधी मौलक वचारधारा सावरकर का वचार था क भारत क आजाद के लए लड़ाई होनी चा हए और इसके लए उ ह कड़े कदम उठाने ह गे। वतं ता और आ म नणय के मूलभूत मू य और दे श के क याण के त तब ता दखाना। लेख न और भाषण आपने हडु ज न गारन और सामा जक वा य जैसे वषय पर यान क त करते ए कई लेख और लेख लखे ह । आपके लेख न और श द उस कोण को दशाते ह। अं तम सावरकर क मृ यु म वष क आयु म ई। धन और समृ क लड़ाई म आपका जंगल मह वपूण माना जाता है। सारांश वीर सावरकर का वनया और वतन माता धाता एक शानदार उदाहरण है जसने अपनी व वधता के मा यम से भारत के वतन आंदोलन का समथन कया। Machine Translated by Google वीर सावरकर डॉ. शरद ठाकर वनया वर सावरकर आ नाम वपन चैन सावरकर भारतीय दे शभ के महान नेता म से एक थे। आपका ज म मई को गवाखेड़ा ना सक जाला महरा म आ । आप अपने दा हनी ओर एक मुंशी और एक लेख क को दे ख ते ह।. शैनक और वनजन कारकड सावरकर ने का मर व व ालय से डी क उपा ध ा त क और म पै रयल कॉलेज लंदन से कानून म नातक क उपा ध ा त क । यंतमनेह महासभा एवं भारतीय जूट चचा एवं लेख न ी.. उलक से कारावास सावरक नवान को दखेमन क जेल म शा मल कया गया म तु श शासन के व वकालत करने के आरोप म आपको कु छ समय के लए कारावास म डाल दया गया। साथ ही आपने त और गौरव जैसे श द का योग कया ।. वत ता समम सावरकर ने भारत के वत ता समम म महाव क भू मका नभाई। तमनसेयाह बल के खलाफ म हलाएं और ह राइता के सातो यूगर। आपने अ सर अपने ही जंगल म दे शभ और