उद्देशिका_-_स्टडी_नोट्स

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उद्देशिका राजनीति Copyright © 2014-2020 TestBook Edu Solutions Pvt. Ltd.: All rights reserved Download Testbook App उद्देशिका उद्देशिका क्या है? उद्देशिका संतिधान की प्रस्तािना है। राजनीति | उद्देशिका पृष्ठ2 ...

उद्देशिका राजनीति Copyright © 2014-2020 TestBook Edu Solutions Pvt. Ltd.: All rights reserved Download Testbook App उद्देशिका उद्देशिका क्या है? उद्देशिका संतिधान की प्रस्तािना है। राजनीति | उद्देशिका पृष्ठ2 Download Testbook App उद्देशिका का इतिहास  संयुक्त राज्य अमेररका एक उद्देशिका रखने िाला पहला देि है।  भारिीय उद्देशिका का स्रोि "उद्देश्य संकल्प" है जो 1946 में जिाहरलाल नेहरू द्वारा प्रस्तातिि ककया गया था। उद्देशिका के ित्व  उद्देशिका हमें भारि के लोगों के साथ संतिधान के अशधकार के स्रोि के बारे में बिािी है।  उद्देशिका के माध्यम से हम भारिीय राज्य की प्रकृति को समझ सकिे हैं।  इसमें संतिधान सभा का तिचार िातमल है।  इसमें संतिधान के अभभग्रहण और लागू करने की िारीख भी िातमल है। उद्देशिका के प्रमुख पद संप्रभु  यह पद बिािा है कक भारि कोई उपकनिेि/प्रभुत्व नहीं है।  भारि एक स्विंत्र राष्ट्र है जो अपना कनणणय स्वयं ले सकिा है चाहे िह आं िररक हो या बाह्य। राजनीति | उद्देशिका पृष्ठ3 Download Testbook App समाजवादी  यह िब्द हमारे संतिधान में 42िें संिैधाकनक संिोधन अशधकनयम, 1976 द्वारा जोडा गया था।  भारिीय समाजिाद गांधीिाद और मार्क्णिाद का तमश्रण है। गााँधीिाद की ओर अशधक झुकाि।  भारि में समाजिाद का मुख्य उद्देश्य गरीबी, भूख, असमानिा और अन्य सामाशजक समस्याओ ं को समाप्त करना है। धममननरपेक्षिा:  यह िब्द हमारे संतिधान में 42िें संिैधाकनक संिोधन अशधकनयम, 1976 द्वारा जोडा गया था।  भारि एक धमणकनरपेक्ष राज्य है और तिभभन्न धमों के लोगों के ललए धमण की स्विंत्रिा उपलब्ध है।  यह लोगों को प्रथा, िृशि और धमण के प्रचार की स्विंत्रिा देिा है।  भारिीय धमणकनरपेक्षिा कई पश्चिमी देिों से अलग है। पश्चिम में धमण और राज्य का पूणण अलगाि है जबकक हमारे देि में राज्य हर धमण का समथणन करिे हैं। जनिंत्र  लोकिांभत्रक राजनीति लोकभप्रय संप्रभुिा के शसद्ांि पर आधाररि है।  भारि में अप्रत्यक्ष लोकिंत्र को प्रतिकनशध लोकिंत्र भी कहा जािा है। इस प्रणाली में कायणपाललका तिधाशयका के प्रति उिरदायी होिी है।  उद्देशिका में प्रयुक्त इस िब्द का व्यापक अथण है और यह आशथि क और सामाशजक लोकिंत्र को भी ग्रहण कर रहा है। राजनीति | उद्देशिका पृष्ठ4 Download Testbook App गणिंत्र  गणिंत्र का अथण है राज्य का प्रमुख कनिाणशचि होिा है। हमारे राष्ट्रपति का चुनाि प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से नहीं होिा है।  िह िंिानुगि नहीं है और इनकी कायाणलय में एक कनश्चिि अिशध है।  राष्ट्रपति का कायाणलय या कोई भी सािणजकनक कायाणलय भारि के प्रत्येक नागररक के ललए खुला है। सामाजजक न्याय  यह सभी नागररकों के ललए समान व्यिहार पर जोर देिा है। जाति, रंग, नस्ल, धमण, ललिं ग आभद के आधार पर कोई भेदभाि नहीं होगा।  सामाशजक न्याय यह भी दिाणिा है कक भपछडे िगों की स्थिति में सुधार ककया जाना चाभहए और समाज के ककसी िगण को कोई तििेष तििेषाशधकार नहीं भदए गए हैं। आजथि क न्याय  इसका उद्देश्य लोगों में आशथि क असमानिा को कम करना है।  उद्देश्य धन और मजदूरी की असमानिाओ ं को कम करना है। राजनैतिक न्याय  इस िब्द का अथण है कक देि के सभी नागररकों को समान राजनीतिक अशधकार और देि में राजनीतिक कायाणलयों में समान पहंच प्राप्त है।  सािणभौतमक ियस्क मिाशधकार, स्विंत्र चुनाि आयोग की अिधारणा का पालन ककया जािा है।  समाज के कमजोर िगण के ललए आरलक्षि सीटें िाकक सभी का प्रतिकनशधत्व हो। राजनीति | उद्देशिका पृष्ठ5 Download Testbook App स्विंत्रिा  स्विंत्रिा की अिधारणा फ्ांसीसी क्ांति से ली गई है।  स्विंत्रिा का अथण है, कनयंत्रण का अभाि।  यह व्यशक्तगि अिसर प्रदान करिा है िाकक िे अपने व्यशक्तत्व का तिकास कर सकें।  लेककन एक बाि समझ लेनी चाभहए कक आपकी स्विंत्रिा को दूसरों की स्विंत्रिा को सीतमि नहीं करना चाभहए।  इसललए स्विंत्रिा कनरपेक्ष नहीं है।  स्विंत्रिा का अशधकार अनुच्छेद 21 के िहि सुरलक्षि है। समानिा  यहां समानिा का अथण है कक समाज के ककसी भी िगण के ललए कोई तििेष तििेषाशधकार नहीं होगा। सभी नागररकों को समाज में समान दजाण प्राप्त है।  हर अिसर सभी के ललए समान रूप से खुला है। बंधुत्व  बंधुत्व का मूल अथण भाईचारे की भािना है।  यहााँ यह िब्द व्यशक्त की गररमा और राष्ट्र की एकिा का आश्वासन देिा है। प्रस्तावना से संबंतधि महत्वपूणम मामले राजनीति | उद्देशिका पृष्ठ6 Download Testbook App ए के गोपालन केस (1950)  इस केस में सिोच्च न्यायालय ने संतिधान की व्याख्या में "मागणदिणक शसिारा" के रूप में उद्देशिका को स्वीकार नहीं ककया। बेरुबारी केस (1960)  इस केस में सिोच्च न्यायालय ने स्वीकार ककया कक संतिधान सभा की समझ को खोलने के ललए उद्देशिका को एक कुंजी के रूप में इस्तेमाल ककया जा सकिा है लेककन इसका उपयोग केिल िहीं होगा जहां संतिधान के दो प्रािधानों के बीच तिरोधाभास है। केिवानंद भारिी केस (1973)  इस केस में सिोच्च न्यायालय ने उद्देशिका को संतिधान के अभभन्न अं ग के रूप में रखा। सिोच्च न्यायालय ने यह भी माना कक इसमें बुकनयादी संरचना िातमल है। Points to Remember  प्रस्तािना संतिधान का अभभन्न अं ग है।  प्रस्तािना में 1976 में 42िें संतिधान संिोधन अशधकनयम द्वारा संिोधन ककया गया और समाजिादी, धमणकनरपेक्षिा और संप्रभु िब्द जोडे गए।  उद्देशिका कानून की अदालि में न्यायसंगि नहीं है।  उद्देशिका में न्याय का भाग रूसी क्ांति से ललया गया था।  स्विंत्रिा का भाग फ्ांसीसी क्ांति से ललया गया था। राजनीति | उद्देशिका पृष्ठ7

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