SHORT SUGGESTIONS RAY AND WAVE PDF Bihar Board 2023 Class 12
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2023
BIHAR BOARD
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Summary
This document is a past paper from the Bihar Board for class 12, session 1, covering ray and wave optics. It includes multiple short answer questions focusing on concepts like critical angle, total internal reflection, rainbows, and the twinkling of stars. Additionally, important concepts such as the Doppler effect for light are also discussed.
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# MOST IMPORTANT SHORT ANSWER QUESTIONS ## BIHAR BOARD 2023 CLASS 12 ### MISSION 70 OUT OF 70 CS #### SESSION 1 ## RAY OPTICS 1. **What is critical angle?** क्रांतिक कोण क्या है? When a Ray of light passes from denser medium to rarer medium then at certain angle of incidence its angle of refractio...
# MOST IMPORTANT SHORT ANSWER QUESTIONS ## BIHAR BOARD 2023 CLASS 12 ### MISSION 70 OUT OF 70 CS #### SESSION 1 ## RAY OPTICS 1. **What is critical angle?** क्रांतिक कोण क्या है? When a Ray of light passes from denser medium to rarer medium then at certain angle of incidence its angle of refraction is 90° this angle of incidence is called critical angle. क्रांतिक कोण- जब कोई प्रकाश की किरण किसी सघन माध्यम से विरल माध्यम में प्रवेश करती है तो किसी खास आपतन कोण पर किरण का अपवर्तन कोण 90° हो जाता है इस आपतन कोण को क्रांतिक कोण कहते हैं। 2. **What is Total internal reflection?** पूर्णआंतरिक परावर्तन क्या है? When a Ray of light passes from denser medium to rarer medium then if angle of incidence is greater than critical angle then light ray returns in same medium and it follows law of reflection this phenomenon is called total internal reflection. जब कोई प्रकाश की किरण सघन माध्यम से विरल माध्यम में प्रवेश करती है और यदि आपतन कोण क्रांतिक कोण से अधिक हो तो वह प्रकाश की किरण पुनः उसी माध्यम में लौट जाती है और प्रकाश के परावर्तन के नियम का पालन करती है। इसे पूर्ण आंतरिक परावर्तन कहते हैं। 3. **What is the difference between primary rainbow and secondary rainbow?** प्राथमिक इंद्रधनुष तथा द्वितीयक इंद्रधनुष में क्या अंतर है? - **Primary rainbow (प्राथमिक इंद्रधनुष)** When sun light two times gets refracts & once totally internally reflected then the rainbow formed is called primary rainbow. जब प्रकाश की किरण पानी के छोटे बंद में दो बार अपवर्तित होती है और एक बार् पूर्ण आंतरिक परावर्तन तो इस प्रकार से बने इंद्रधनुष को प्राथमिक इंद्रधनुष कहते हैं। - **Secondary rainbow : द्वितीयक इंद्रधनुष** When sun light two times gets refracted & two times totally internally reflected then this rainbow is called secondary rainbow. जब सूर्य प्रकाश की किरण पानी के छोटे बंद में दो बार अपर्तित तथा दो बार पूर्ण आंतरिक परावर्तित होती है तो इस प्रकार से बने इंद्रधनुष को द्वितीयक इंद्रधनुष कहते हैं। 4. **Sun looks reddish at sunrise and sunset why?** सूर्योदय व सूर्यास्त के समय सूर्य लाल रंग का दिखता है क्यों? Since at the time of sunset & sunrise ray has to travel long distance in atmosphere so multiple scattering takes place & higher frequency light like violet, blue, indigo, etc.. changes in to yellow orange & red so intensity of red increases & it reaches to human eye because of long wavelength. चुकी सूर्योदय या सूर्यास्त के समय प्रकाश को वायुमंडल में ज्यादा दूरी तय करनी होती है और इसका बार-बार प्रकिर्णन होता है इससे उच्च आवृत्ति वाले किरण की कुछ ऊर्जा निम्न आवृत्ति वाले रंग लाल नारंगी में बदल जाता है और तरंगधैर्ये ज्यादा होने के कारण मनुष्य के आँख तक पहुंच जाता है। 5. **Sky seems blue during daylight why?** दिन के समय सूर्य प्रकाश में आकाश का रंग नीला दिखता है क्यों? Since sun light has to travel less distance in atmosphere in day time so number scattering of one light ray is less & according to Raman's effect after scattering violet colour produces blue, indigo also produce blue & blue also produces blue so sky seems blue because human eye is most sensitive for blue colour (NCERT). चुकी दिन में सूर्यप्रकाश को वायुमंडल में कम दूरी तय करना पड़ता है इसलिए एक ही किरण का बहुत बार प्रकिर्णन नहीं होता है और रमण प्रभाव के दवारा बैंगनी रंग के प्रकीर्णन से भी नीला रंग निकलता है आसमानी से भी तथा नीले रंग से भी प्रकीर्णन के बाद नीला रंग निकलता है इसीलिए आकाश का रंग नीले रंग का दिखता है क्योंकि मनुष्य का आंख नीले रंग के लिए ज्यादा Sensitive होता है। 6. **Sun is visible before the actual sunrise why?** सूर्य वास्तविक सूर्योदय से पहले दिखाई देने लगता है क्यों? DURING SUNRISE OR SUNSET RAY OF SUN PASSES THROUGH THE ATMOSPHERE AND IT BENDS DUE TO REFRACTION OF LIGHT IN ATMOSPHERE AND IT REACHES TO THE OBSERVER BEFORE SUN COMES ON HORIZON. सूर्योदय व सूर्यास्त के समय जब प्रकाश की किरण वायुमंडल से होकर गुजरती है तो यह अपवर्तित हो जाती है और वायुमंडल में मुड़ मुड़कर यह सूर्य के क्षितिज में आने से पहले ही प्रेक्षक तक पहुंच जाता है। 7. **What is the reason of sparkling of diamond?** हीरा क्यों चमकता है? Diamond sparkles due to total internal reflection of light. When light ray enters into the diamond it persists inside it due to total internal reflection. So it sparkles. हीरा पूर्ण आंतरिक परावर्तन के कारण चमकता है, जब प्रकाश की किरण हीरे के अंदूर प्रवेश करती है तो किरण का पूर्ण आंतरिक परावर्तन होता है और यह हीरे के अंदर ही रह जाता है जिससे यह चमकता हुआ प्रतीत होता है। **REASON- Due to higher refractive index and transparent medium and also due to cutting of face in cirtain manner.** हीरे का अपवर्तनांक बहत अधिक होता है और यह पारदर्शी माध्यम होता है तथा इसके सतह को अलग तरह से काटा जाता है जिससे प्रकाश की किरण बाहरे ना निकल सके। 8. **What is Mirage?** मरीचिका क्या है? It is an optical illusion seen by a per person In different atmospheric condition due to total internal reflection of light. यह एक जीवित प्राणियों के द्वारा देखा जाने वाला ऐसा प्रकाशकीय भ्रम है जो वातावरण की भिन्न स्थितियों के चलते प्रकाश के पूर्ण आंतरिक परावर्तन के कारण दिखाई देता है। **It is of two types.** - **A inferior mirage** - **B superior mirage** 9. **What is inferior mirage?** मरीचिका क्या है? Ans- It is an optical illusion seen in very warm places or in deserts. It seems there is water at some distance but actually there is no water. The reason behind this illusion is the upper portion of atmosphere is cold and lower portion of atmosphere is very hot so upper portion is denser and lower portion is rarer, when light rays transmits from any object then there is refraction takes place in atmosphere and at certain state total internal reflection takes place. So light rays seems coming from bottom of objects and it seems there is water below the object. 10. **What is optical fibre? What are it's Application?** प्रकाशकीय रेशा या प्रकाशीय तंतु क्या है और इसके क्या अनुप्रयोग है? It is a very thin strand of trasparent material (glas or quartz) of high refractive index and flexible which is used to transmit optical signal from one place to other place. प्रकाशकीय रेशा – यह एक उच्च अपवर्तनांक वाले पारदर्शी माध्यम से बना हुआ वह लचीला पतला रेशा है जिसका उपयोग हम प्रकाशकीय सिग्नल को एक स्थान से दूसरे स्थान संचारित करने के लिए करते हैं **Bundle of optical fibre is called light pipe.** - Optical fibre is used in communication system. - प्रकाशकीय रेशों का उपयोग संचार व्यवस्था में किया जाता है। - optical fibres are used in computer networking system. - प्रकाशकीय रेशों का उपयोग कंप्यूटर नेटवर्किंग में किया जाता है। - it is also used in medical science. - इसका उपयोग चिकित्सा जगत में भी अत्यधिक होता है खासकर Endoscopy में - it is widely used in sensors. - इसका उपयोग सेंसर में किया जाता है - it is also used in power transmission. - इसका उपयोग पावर ट्रांसमिशन में किया जाता है। 11. **What do you mean by accommodation power of eye?** आंख की सामंजन क्षमता क्या है? Accomodation power:- The power of eye to change the focal length of lens due to which we can see the clear image far distant object as well very closed distant object is called accomodation power. आंख के द्वारा नजदीकी या दूर की वस्तु को स्पष्ट रूप से देखने के लिए अपने लेंस की फोकस दूरी में पेरिवर्तन करने की क्षमता सामंजन क्षमता कहलाता है। 12. **What is the difference between magnification and magnifying power?** आवर्धन तथा आवर्धन क्षमता में क्या अंतर है? - **(i) It is a linear magnificant which (is equals to h2/h1).** यह रेखीय आवर्धन है जो h2/h1 के बराबर होता है. - **(ii) Its value increases with the increase in V.** इसका मान प्रतिबिंब की दूरी का मान बढ़ने से बढ़ जाता है। - **(iii) It refers to an image which may by real or virtual and magnified or diminished.** - **(iv) It does not depend upon the position of the observer** - **(i) It is an angular magnification which is equals to ∠β/Ζα .** यह कोणीय आवर्धन है जो ∠B/∠a के बराबर होता है. - **(ii) Its value decreases with the increase in V.** इसका मान प्रतिबिंब की दूरी बढ़ने से घट जाता है. - **(iii) It refers only to an image which is virtual and magnified.** - **(iv) It depends upon the position of the observer.** 13. **Why aperture of objective lens kept small in compound microscope?** संयुक्त सूक्ष्मदर्शी के अभिदृश्य लेंस का द्वारक छोटा रखा जाता है क्यों? Since compound microscope is used to magnify very small object so to focus the object properly we need to have a small aperture objective lens so it can not gather unnecessary light ray in it. चुकी संयुक्त सूक्ष्मदर्शी का उपयोग बहुत छोटे वस्तुओं के आवर्धित प्रतिबिंब को प्राप्त करने के लिए किया जाता है इसलिए हमें अभिदृश्यक लेंस का द्वारक छोटा रखना पड़ता है जिससे अवांछित प्रकाश की किरणें तथा अलग-अलग वस्तुओं का प्रतिबिंब बन कर उसे प्रभावित ना करें। 14. **What do you mean by dispersive power?** किसी प्रिज्म के विक्षेपण क्षमता से क्या समझते हैं? When a Ray of white light passes through a prism then it gets deviated as well as dispersed so The ratio of angular dispersion to the average angle of dispersion is called is dispersive power of prism जब कोई श्वेत प्रकाश की किरण किसी प्रिज्म में से होकर गुजरती है तो यह वर्ण विच्छेपित होती है तथा इसका विचलन भी होता है। कोणीय विक्षेपण तथा औसत विचलन के अनुपात को विक्षेपण क्षमता कहते हैं It is quality of substance $ω=α = \frac{A(μ_v-μ_r)}{A(μ_y-1)}$ यह किसी पदार्थ का गुण है। 15. **What do you mean by scattering of light?** प्रकाश का प्रकीर्णन कहते हैं When sun light strikes to the very small particles of atmosphere then these particles absorbes energy & its electrons gets exited & when it returns back to the stable Orbit then it releases light energy in different directions thet is called scattering of light. जब सूर्य की किरणें Atmosphere के बहुत छोटे कण से टकराती है तो यह कण ऊर्जा को अवशोषित कर लेती है और इसके इलेक्ट्रॉन उत्तेजित अवस्था में चले जाते हैं जब यही इलेक्ट्रॉन वापस अपनी कक्षा में आते हैं तो इसी ऊर्जा को अलग दिशाओं में अलग-अलग आवृत्ति में छोड़ते हैं इसे प्रकाश का प्रकीर्णन कहते हैं 16. **What is spherical aberration how can we remove it?** दर्पण का गोलीय दोष क्या है और इसका निवारण क्या है? Ans- When aperture of a spherical mirror is large then it cannot focus all the parallel rays at one point so its focus is not fixed and it can produce multiple image this aberration is called spherical aberration. To remove spherical aberration we have to restrict marginal ray to reach the spherical mirror. जब किसी गोलीय दर्पण का दवारक बड़ा हो तो यह आपतित होने वाले सभी किरणों को एक बिंदू पर केंद्रित नहीं कर सकती जिससे इसका फोकस अलग-अलग बिंदुओं पर बनता है किसी भी स्रोत का प्रतिबिंब एक से अधिक बनता है दर्पण के इस दोष को गोलिय दोष करते हैं। इसे हटाने इस पर आपत्तित होने वाले मार्जिनल किरणों को रोकना पड़ता है। 17. **What is Twinkling of stars?** तारों का टिमटिमाना क्या है? Ans- When light emits from Star and it moves towards Earth and observer then there are multiple change in medium between stars and observer so there are so many times refraction of light takes place due to this refraction light seems discontinuous this is called twinkling of star. जब प्रकाश की किरण किसी तारे से निकलकर पृथ्वी की ओर चलती है तो रास्ते में कई माध्यमों से होकर गुजरती है जिस का अपवर्तनांक अलग अलग होता है जिससे इसका अपवर्तन होता है और एक ही बिंदु से प्रकाश आता हुआ प्रतीत नहीं होता इसे ही तारों का टिमटिमाना कहते हैं। # WAVE OPTICS 1. **What is DOPPLER'S EFFECT of light?** प्रकाश के लिए डॉप्लर प्रभाव क्या है? Doppler effect of light can be described as the apparent change in the frequency of the light observed by the observer due to relative motion between the source of light and the observer. Light requires no medium, and the Doppler shift for light travelling in a vacuum depends only on the relative speed of the observer and source. When the light source moves away from the observer, the frequency received by the observer will be less than the frequency transmitted by the source. This causes a shift towards the red end of the visible light spectrum. Astronomers call it as the redshift. When the light source moves towards the observer, the frequency received by the observer will be greater than the frequency transmitted by the source. This causes a shift towards the high-frequency end of the visible light spectrum. Astronomers call it as the blue shift. 2. **What is the huygen's principle of secondary wave?** हाइगेंस का द्वितीयक तरंग का सिद्धांत क्या है? - **1. THE SURFACE OF MEDIUM WHOSE ALL PARTICLES VIBRATES IN SAME PHASE IS CALLED WAVEFRONT. IN HOMOGENEOUS MEDIUM WAVE FRONT OF WAVE ALWAYS PERPENDICULAR TO THE DIRECTION OF TRANSMISSION.** माध्यम का वह पृष्ठ जिस पर स्थित सभी कण एक ही कला में कंपन करते हैं तरंगाग्र कहलाता है। समांगी माध्यम में किसी तरंग का तरंगाग्र तरंग के संचरण की दिशा के लंबवत होता है। - **2. EVERY POINT OF A WAVEFRONT ACTS AS NEW WAVE SOURCE WHICH PRODUCES NEW WAVES IN ALL DIRECTION THESE WAVES IS CALLED SECONDARY WAVELETS.** तरंगाग्र के सभी कण नया तरंग स्रोत बन जाते हैं जिससे नई तरंगे सभी दिशाओं में निकलती है इन तरंगों को द्वितीयक तरंगिकाऐ कहते हैं। - **3. VELOCITY OF SECONDARY WAVELETS IS SAME AS THE PRIMARY WAVE IN A HOMOGENEOUS MEDIUM.** समांगी माध्यम में द्वितीयक तरंगिकाओं का वेग प्राथमिक तरंग के समान होता है - **4. AT ANY INSTANT ENVELOP DRAWN TOUCHING ALL THE SECONDARY WAVELETS IN SAME PHASE FORMS A NEW WAVE FRONT THAT IS CALLED SECONDARY WAVEFRONT.** किसी क्षण सभी दद्वितीयक तरंगिकाओं को स्पर्श करता हुआ खींचा गया एनवेलप उस क्षण तरंगाग्र की नवीन स्थिति को प्रदर्शित करता है और इसे द्वितीय तरंगाग्र कहते हैं। - **5. Energy of wave front always moves in forward direction.** 3. **What is interference of light?** प्रकाश का व्यतीकरण क्या है? WHEN TWO LIGHT WAVES OF SAME FREQUENCY MOVES IN A SAME DIRECTION THEN RESULTANT INTENSITY OF THESE WAVES IS DIFFERENT FROM THE SUM OF THE INDIVIDUAL INTENSITIES OF TWO WAVES. AT SOME POINTS INTENSITY OF LIGHT IS MAXIMUM AND AT SOME POINT INTENSITY OF LIGHT IS MINIMUM. THIS PHENOMENON IS CALLED INTERFERENCE OF LIGHT WAVES. जब समान आवृत्ति की दो प्रकाश तरंगें एक ही दिशा में चलती है तो माध्यम के विभिन्न बिंदुओं पर परिणामी तीव्रता उन तरंगों की पृथक पृथक तीव्रताओं के योग से भिन्न होती है कुछ बिंदुओं पर प्रकाश की तीव्रता अधिकतम तथा कुछ बिंदुओं पर न्यूनतम अथवा शून्य होता है इस घटना को प्रकाश का व्यतिकरण कहते हैं। 4. **What are the necessary conditions for interference pattern?** व्यतिकरण प्रारूप के लिए जरूरी शर्तें क्या है? - **1. BOTH LIGHT SOURCE SHOULD BE COHERENT** दोनों प्रकाश स्रोत कला संबद्ध होने चाहिए। - **2. FREQUENCY AND WAVELENGTH OF BOTH THE WAVES SHOULD BE SAME** दोनों तरंगों की आवृत्ति तथा तरंगद्धर्य समान होने चाहिए - **3. AMPLITUDE OF BOTH WAVES SHOULD BE SAME.** दोनों तरंगों का आयाम बराबर होना चाहिए। - **4. DISTANCE BETWEEN TWO LIGHT SOURCE SHOULD BE VERY LESS** दो तरंग प्रकाश स्रोतों के बीच की दूरी बहुत कम होनी चाहिए - **5. SIZE OF BOTH SLITS SHOULD BE VERY SMALL.** 5. **What is Diffraction of light?** प्रकाश का विवर्तन क्या है? WHEN LIGHT INCIDENCE ON THE OBSTACLE OR APERTURE OF ORDER OF WAVELENGTH THEN AT THE EDGES OF APERTURE IT DEVIATES FROM ITS STRAIGHT LINE PATH TOWARDS THE GEOMETRICAL SHADOW THE BENDING OF LIGHT AT THE EDGES OF OBSTRUCTION IS CALLED DIFFRACTION OF LIGHT. जब प्रकाश अपनी त्रंग धैर्य की कोटि के किसी अवरोध या द्वारक से गुजरती है तो अवरोध या द्वारक के किनारों पर प्रकाश सरल रेखीय पथ से विचलित होकर ज्यामितीय छाया की ओर मुड़ जाती है अवरोध अथवा द्वारक के किनारों पर प्रकाश के मुड़ने की यह घटना प्रकाश का विवर्तन कहलाती है 6. **What are differences between interference and Diffraction?** - **interference** - ① Same size of Fringe - ② Same intensity - ③ Good contrast - ④ two sources - ⑤ Two slits - **diffraction** - ① Different size - ② intensity of central fringe is maximun. - ③ less contrast - ④ many sources. - ⑤ one slit 7. **What is Fresnel distance?** फ्रेजनल दुरी क्या है? THE DISTANCE OF THE SCREEN FROM THE SLIT SO THAT SPREADING OF LIGHT DUE TO DIFFRACTION FROM THE CENTRE OF A SCREEN IS JUST EQUAL TO THE SIZE OF SLIT IS CALLED FRESNEL DISTANCE. पर्दे से स्लिट के बीच की वह दूरी जब विवर्तन के कारण पर्दे के केंद्र से प्रकाश का फैलाव स्लिट के चौड़ाई के बराबर हो जाएं उसे फ्रेजनल दूरी कहते हैं। 8. **What do you mean by polarization of light?** प्रकाश के ध्रुवण से आप क्या समझते हैं? THE PHENOMENON DUE TO WHICH THE VIBRATION OF ELECTRIC FIELD OF LIGHT ARE RESTRICTED IN A PARTICULAR PLANE AND ALLOWED TO PASS IN PERPENDICULAR PLANE IS CALLED THE POLARIZATION OF LIGHT प्रकाश से जुड़ी ऐसी घटना जिसमें हम प्रकाश में उपस्थित विद्युत क्षेत्र के दोलन को किसी एक समतल में अवरुद्ध कर देते हैं तथा दूसरे लंबवत समतल से गुजरने देते हैं उसे प्रकाश को ध्रुवण कहते हैं 9. **What is Polaroids? What are it's Application?** पोलेराइड क्या है तथा इसके अनुप्रयोग बताएं। POLAROID FILTERS ARE MADE OF A SPECIAL MATERIAL THAT IS CAPABLE OF BLOCKING ONE PLANES OF VIBRATION OF AN ELECTROMAGNETIC WAVE AND ALLOW TO PASS ANOTHER PLANES OF VIBRATION OF ELECTROMAGNETIC WAVE. THIS IS A MATERIAL OF LONG CHAIN OF MOLECULES ALIGNED IN ONE DIRECTION ध्रुवक ऐसे खास पदार्थ से बने होते हैं जो विद्युत चुंबकीय तरंग के कंपन के एक तल को अवरोधित कर देते हैं तथा दूसरे तल को गुजरने देते हैं। यह लंबी श्रृंखला वाले अणु के एक दिशा में संरेखित पदार्थ से बना होता है। 10. **What is Brewster law of polarization?** प्रकाश के ध्रुवण के लिए बूस्टर का नियम क्या है? IT STATES THAT WHEN LIGHT IS INCIDENT AT POLARISING ANGLE AT THE INTERFACE OF REFRACTING MEDIUM THE REFRACTIVE INDEX OF THE MEDIUM IS EQUAL TO THE TANGENT OF THE POLARIZING ANGLE. इस नियम के अनुसार जब कोई प्रकाश की किरण दो अपवर्तक माध्यम के बीच के सतह पर ध्रुवण कोण पर पतित होती है तो ध्रुवण कोण की स्पर्श ज्या अपवर्तक माध्यम के अपवर्तनांक के बराबर होता है। 11. **What is Malus law?** मेलस का नियम क्या है? IT STATES THAT WHEN A COMPLETELY PLANE POLARISED LIGHT BEAM IS INCIDENT ON AN ANALYSER THE INTENSITY OF EMERGENT LIGHT VARIES AS THE SQUARE OF THE COSINE OF THE ANGLE BETWEEN THE PLANES OF TRANSMISSION OF ANALYSER AND POLARIZER. इस नियम के अनुसार जब कोई पूर्ण रूप से धुवित प्रकाश की किरण किसी विश्लेषक पर आपतित होती है तो निर्गत प्रकाश की किरण की तीव्रता आपतित प्रकाश की तीव्रता के ध्रुवक तथा विश्लेषक की संचरण कोण के कोज्या के वर्ग के समानुपाती होता है। 12. **What is interference due to thin film?** पतले फिल्म से प्रकाश का व्यतिकरण क्या है? WHEN A LIGHT RAY PASSES THROUGH VERY THIN FILM THEN DUE TO REFLECTION FROM UPPER LAYER OF FILM AND LOWER LAYER OF FILM THERE ARE TWO TO LIGHT WAVES DEVELOPS THESE WAVES INTERFERE AND FOR SOME COLOURS ITS INTERFERENCE BECOMES CONSTRUCTIVE AND FOR SOME OTHER COLOUR IT BECOMES DESTRUCTIVE SO THIN FILMS SEEMS COLOURFUL. जब प्रकाश कि किरण किसी पतले फिल्म से गुजरती है तो इसके ऊपरी सतह तथा निचले सतह पर प्रकाश का परावर्तन होता है जिससे दो प्रकाश तरंगें उत्पन्न होती है यह दोनों प्रकाश तरंगें व्यतिकरण करती है और किसी रंग के लिए यह व्यतिकरण संपोषी होता है तो किसी व्यतीकरण के लिए विनाशी इसलिए यह फिल्म रंगीन दिखता है। 13. **Two coherent sources required for stable interference. Why?** निश्चित व्यतिकरण प्रारूप के लिए दोनों स्रोत कला संबद्ध होना चाहिए क्यों? TWO INDEPENDENT SOURCES CAN NEVER HAVE SAME PHASE OR CONSTANT DIFFERENCE OF PHASE. IF WE TRY TO HAVE INTERFERENCE WITH TWO INDEPENDENT SOURCES NET INTENSITY AT ANY POINT UNDERGOES A CONTINUOUS CHANGE DUE TO CHANGE IN PHASE DIFFERENCE BETWEEN THEM SO WE CANNOT FIND A FIXED INTERFERENCE PATTERN HENCE TO OBTAIN FIXED INTERFERENCE PATTERN WE MUST HAVE TWO SOURCES WHICH EITHER HAVE NO PHASE DIFFERENCE OR HAVE CONSTANT DIFFERENCE OF PHASE THESE SOUSOURCE ARE CALLED COHERENT SOURCES. दो स्वतंत्र स्रोत कभी भी सामान कला या निश्चित कालांतर का नहीं हो सकता है यदि हम इससे व्यतिकरण प्रारूप प्राप्त करना चाहते है तो किसी भी बिंदु पर तीव्रता लगातार परिवर्तित होती रहेगी जिससे हम एक निश्चित व्यतिकरण प्रारूप प्राप्त नहीं कर सकते निश्चित व्यतिकरण प्रारूप प्राप्त करने के लिए दोनों स्रोत के बीच कालांतर शून्यहोना चाहिए या कालांतर निश्चित होना चाहिए। 14. **What is polarization by scattering of light?** प्रकीर्णन के द्वारा प्रकाश का ध्रुवण क्या है? WHEN A LIGHT RAY STRIKES TO A VERY SMALL PARTICLE OF GAS THEN IT GETS ABSORBED BY THE MOLECULE AND AGAIN RE EMITTED FROM THAT MOLECULE THE EMITTED LIGHTS ARE POLARIZED LIGHT. THIS IS CALLED SCATTERING BY POLARISATION. जब कोई प्रकाश की किरण किसी बहुत छोटे कण से टकराती है तो यह कण के द्वारा अवशोषित हो जाती है जब पुनः यह कणके द्वारा उत्सर्जित होती है तो यह अलग-अलग दिशाओं में उत्सर्जित होती है और यह उत्सर्जित प्रकाश ध्रुवित प्रकाश होती है इसे ही प्रकीर्णन के द्वारा प्रकाश का ध्रुवण कहते हैं 15. **What is resolution limit and resolving power of optical instrument?** विभेदन सीमा क्या है तथा किसी प्रकाश की यंत्र की विभेदन क्षमता क्या है? THE MINIMUM DISTANCE BETWEEN TWO OBJECTS WHICH CAN BE JUST SEEN AS SEPARATE BY THE OPTICAL INSTRUMENT IS CALLED LIMIT OF RESOLUTION OF THE INSTRUMENT. दो बिंदुओं के बीच वह न्युनतम दूरी जिससे वह किसी प्रकार की है यंत्र से अलग अलग दिखाई दे सके उसे विभेदन सीमा कहते हैं। RESOLVING POWER OF AN OPTICAL INSTRUMENT IS THE ABILITY OF INSTRUMENT TO PRODUCE DISTINCTLY SEPARATE IMAGES OF TO CLOSE OBJECTS. किसी प्रकाश की यंत्र की विभेदन क्षमता वह क्षमता है जो किसी बहुत करीब दो बिंदुओं की अलग-अलग प्रतिबिंब प्राप्त कर सके। 16. **What is Raleigh criterion for resolution?** ACCORDING TO RAYLEIGH TWO POINT OBJECTS A AND B WILL BE JUST RESOLVED WHEN CENTRAL MAXIMA OF DIFFRACTION PATTERN OF B LIES ON THE FIRST SECONDARY MINIMUM OF DIFFRACTION PATTERN OF A. रेले के अनुसार दो बिंदुए A तथा B तभी विभेदित कहलाएंगे जब B के विवर्तन प्रारूप का केंद्रीय उचिष्ठ A के विवर्तन प्रारूप के पहले द्वितीयक निम्निष्ठ पर पड़ता है।