छपाई की विधि: ब्लॉक, स्क्रीन, स्टैंसिल (खुद प्रिंटिंग विधि) PDF

Summary

यह दस्तावेज़ कपड़े की छपाई की विभिन्न विधियों, जैसे कि ब्लॉक प्रिंटिंग, स्क्रीन प्रिंटिंग और स्टैंसिल प्रिंटिंग पर चर्चा करता है | दस्तावेज़ प्रत्येक विधि की प्रक्रिया, इसके लाभ और कमियों को विस्तार से बताता है।

Full Transcript

# अंत उपचार ## छपाई (PRINTING) - वस्त्रों में विविधता और नवीनता लाने के लिए रंगाई के साथ-साथ छपाई भी की जाती है। - 'प्रेसिंग' या 'दबाना' - छपाई शब्द लैटिन भाषा के एक शब्द से लिया गया है जिसका अर्थ होता है - इस प्रकार छपाई एक दबाव डालने की प्रक्रिया है। - टेक्सटाइल छपाई या वस्त्र की छपाई रंग को एक...

# अंत उपचार ## छपाई (PRINTING) - वस्त्रों में विविधता और नवीनता लाने के लिए रंगाई के साथ-साथ छपाई भी की जाती है। - 'प्रेसिंग' या 'दबाना' - छपाई शब्द लैटिन भाषा के एक शब्द से लिया गया है जिसका अर्थ होता है - इस प्रकार छपाई एक दबाव डालने की प्रक्रिया है। - टेक्सटाइल छपाई या वस्त्र की छपाई रंग को एक निश्चित नमूने के रूप में उपयोग करके वस्त्र सामग्री के अलंकरण की एक प्रक्रिया है। - भारत में अनेक वर्ष पूर्व भी हाथ के द्वारा ठप्पे से छपाई कार्य किया जाता था। - भारत में छपाई के साक्ष्य चौथी शताब्दी ईसा पूर्व से ही मिल गए हैं। - मिस्र में अखमीन के कब्रिस्तान में लगभग 300 ईस्वी पूर्व का एक वस्त्र छपाई का ब्लॉक पाया गया है। - पेरू और मैक्सिको में पूर्व-कोलंबियाई मुद्रित वस्त्र पाए गए हैं। पहले लकड़ी के ठप्पे बनाये जाते थे जिनसे छपाई करने में अत्यधिक श्रम व समय लगता था। - आजकल छपाई का कार्य आधुनिक मशीनों से किया जाने लगा है, किन्तु फिर भी हाथ के द्वारा छपाई आज भी लोकप्रिय है। - छपाई वस्त्रों की 'वेट प्रोसेसिंग' (गीले प्रसंस्करण) का ही एक रूप - प्री-ट्रीटमेंट के बाद छपाई को रंगाई के बाद किया जाता है और यदि रंगाई एवं छपाई दोनों होनी है तो छपाई को किया जाता है। - छपाई का प्रयोग वस्त्र पर सुंदर डिजाइन बनाने के लिए किया जाता है। - साधारणतः प्रिटिंग या छपाई वस्त्र की सीधी तरफ एक ओर ही की जाती है। ## ब्लॉक छपाई (BLOCK PRINTING) - वस्त्रों पर नमूने छापने की यह सबसे प्राचीन हस्त विधि है। - छपाई, छपाई की वह तकनीक है जिसमें डिजाइन को लकड़ी के ब्लॉक पर उभारा जाता है, इन ब्लॉक्स की सहायता से रंग को वस्त्र की सतह पर इच्छानुसार स्थानांतरित कर दिया जाता है। - ब्लॉक लकड़ी का बना एक छोटा गुटका होता है जिस पर एक नमूना उभारा गया हो। - **विधि:** - हाथ से ठप्पा छपाई करने के लिए पहले नमूने को लकड़ी या धातु के ठप्पे पर उभार लिया जाता है। - वस्त्र को समतल मेज पर फैला दिया जाता है जिस पर कपड़ा बिछा रहता है। - रंग के लेप को ट्रे में फैला दिया जाता है और नमूने अंकित किये ठप्पों के ऊपरी भाग पर रंग का लेप लगाया जाता है। - इस लेप लगे हुए ठप्पे को वस्त्र के तल पर निश्चित स्थान पर हाथ द्वारा जोर से दबाया जाता है जिससे उभरा हुआ नमूना वस्त्र पर छप जाता है। - वस्त्र पर रंग सूख जाने के पश्चात् अतिरिक्त रंग हटाने हेतु वस्त्र को साबुन के घोल में धोकर छाया में सुखाया जाता है। - रंग का पेस्ट बनाने के लिए सर्वप्रथम प्राकृतिक या कृत्रिम गोंद जैसे-ग्वार गोंद, सोडियम एल्जिनेट गोंद का पानी के साथ पतला, गाँठ रहित पेस्ट बनाया जाता है। - रंग को थोड़े पानी में पेस्ट अलग से बनाकर गोंद के पेस्ट में मिलाकर रंगीन पेस्ट तैयार कर लिया जाता है। - अब इससे छपाई का कार्य किया जाता है। - **ब्लॉक छपाई के लाभ:** - संचालित करने में आसान है। - महंगे उपकरण की आवश्यकता नहीं है। - बहु-रंग डिजाइन का उत्पादन किया जा सकता है। - **ब्लॉक छपाई के दोष:** - धीमी विधि, कम उत्पादन और महँगी है। - इसमें मानव श्रम शामिल है और इसलिए यह काफी श्रमसाध्य है। - डिजाइन की स्पष्ट रेखाएँ प्राप्त करना संभव नहीं है। - प्रत्येक डिजाइन को जोड़ना या पूरी तरह से दोहराना कठिन है। ## स्क्रीन छपाई (SCREEN PRINTING) - कपड़ा उद्योग में स्क्रीन छपाई सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली छपाई विधि है। - **विधि:** - हाथ द्वारा छपाई की इस विधि में एक विशेष प्रकार का फ्रेम (Frame), जिसे स्क्रीन कहते हैं, का प्रयोग किया जाता है। - रंग लगाने का कार्य हाथ द्वारा स्कुईजी के माध्यम से किया जाता है। - यह कार्य अत्यन्त समय व शक्ति लगाता है इसलिए इस प्रकार के छपाईयुक्त वस्त्रों की कीमत भी अधिक होती है। - **हस्त विधि:** - स्क्रीन छपाई प्रक्रिया में लकड़ी या धातु से बने फ्रेम पर कसकर खींची गई एक छिद्रपूर्ण जाली (नायलॉन मैश) का उपयोग किया जाता है। - यह जाली अनेक आकार में मिलती है, जो कि नायलॉन की बनी होती है। - सटीक रंग के लिए जाली का उचित तनाव आवश्यक है। - स्क्रीन पर मैन्युअल या फोटोकैमिकल तरीके से नमूना तैयार किया जाता है। - स्क्वीजी (Squeeze) का उपयोग करके स्याही को महीन जाली के छिद्रों के माध्यम से दबाया जाता है, जिससे दबाव पड़ता है जिससे रंग स्क्रीन के खुले क्षेत्रों से होकर वस्त्र पर पहुंच जाता है। - प्रिंट करने वाले कपड़े को एक कंबल के ऊपर एक छपाई टेबल पर बिछा दिया जाता है। - अब फ्रेम को वस्त्र पर सीधा रखते हैं। - इस फ्रेम पर कसी स्क्रीन (Screen) पर नमूना अंकित रहता है। ## छपाई : ब्लॉक, स्क्रीन, ..... छपाई किए गए वस्त्रों का अंत उपचार - स्क्रीन के उन भागों पर जहां कि रंग नहीं लगाना है, अवरोधक पदार्थ जैसे-पेंट को लगा दिया जाता है। - इस स्क्रीन को वस्त्र पर स्थिर रखकर रंग का पेस्ट लगाया जाता है और उसे पूरी स्क्रीन पर स्कुईजी से फैला दिया जाता है। - रंग को स्कुईजी से फैलाते समय एकसमान दवाब देना आवश्यक है। - अवरोधक पदार्थ लगे स्थलों को छोड़कर नमूने वाले स्थान से रंग वस्त्र की सतह पर आ जाते हैं और वस्त्र पर छपाई की क्रिया सम्पन्न हो जाती है। - हर रंग के लिए अलग स्क्रीन का प्रयोग किया जाता है। - उपयोग के तुरंत बाद स्क्रीन को हमेशा ढेर सारे पानी से धोया जाता है। - यदि ऐसा नहीं किया जाता है, तो रंग स्क्रीन पर सूख जाता है और डिजाइन को अवरुद्ध कर देता है एवं इस स्क्रीन को दोबारा उपयोग नहीं किया जा सकता। - स्क्वीजी पहले समय में रबर से बनाए जाते थे, जिनमें मुड़ने और विकृत होने की प्रवृत्ति होती थी। - अब ये नियोप्रीन जैसे रबर / पॉलीयूरेथिन से बनाई जाती है, जो अब लम्बे समय तक प्रयोग में लायी जा सकती है। - इसी प्रकार स्क्रीन पहले हाथ से पेंट करके बनाई जाती थी जिससे मोटे नमूने ही बन पाते थे, परन्तु अब फोटोकेमिकल विधि से बनी स्क्रीन पर महीन से महीन सुन्दर डिजाइन आसानी से कम समय व कम मेहनत के बनाया जा सकता है। - इस प्रक्रिया में लाइट, फोटोकेमिकल पेंट एवं दवाब का उपयोग करके स्क्रीन पर नमूना बनाया जाता है। ## स्टेंसिल छपाई (STENCIL PRINTING) - छपाई की इस विधि में तेल, मोम या वार्निश से चिकने हुए कागज या बारीक धातु की पर्त को नमूने के अनुसार काट लिया जाता है। - एक रंग के लिए प्रायः एक ही स्टेंसिल प्रयोग किया जाता है। - विभिन्न स्टेंसिलों का प्रयोग इस प्रकार नियोजित किया जाता है कि रंग योजना के अनुसार एक के बाद एक प्रयोग होने वाले रंगों से पूर्ण नमूना बन जाए। - छपाई की इस विधि में मुख्य कठिनाई यह रहती है कि छपाई के समय अलग-अलग स्टेंसिल आपस में हटने नहीं चाहिए। - आजकल स्टेंसिल छपाई के समय रंग करने हेतु हाथ का बुश, एयर बुश या स्प्रेगन आदि का प्रयोग किया जाने लगा है। - स्क्रीन छपाई स्टेंसिल छपाई का ही सुधरा हुआ या रूपान्तरित रूप है। - **स्टेंसिल छपाई के लाभ:** - यह सस्ती विधि है। - केवल थोड़े से प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है। - घर पर आसानी से की जा सकती है। - विभिन्न रंगों का उपयोग किया जा सकता है। - **स्टेंसिल छपाई के दोष:** - गुणवत्ता अच्छी नहीं होती है। - बड़े पैमाने पर उत्पादन कठिन है। - सीमित डिजाइन प्रभाव उत्पन्न होते हैं। - स्टेंसिल बनाना भी आसान कार्य नहीं है।

Use Quizgecko on...
Browser
Browser