Physics Chapter 1 PDF - Class 11th - Bihar Board - 2025
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Summary
This document provides an overview of physics chapter 1 for class 11th, focusing on the physical world, types of science, and the subject. Course features like live classes, recorded videos, and PDF notes are also discussed.
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Class – 11th (Science) मंजिल बैच न– बै2025 परिवर्त च Physics GEOGRAPHY...
Class – 11th (Science) मंजिल बैच न– बै2025 परिवर्त च Physics GEOGRAPHY (A Unit of Disha Online Classes) परिवर्तन बैच-2025 For: - Class – 11th Science (Bihar Board) विषय :- भौवतकी अध्याय- 1. भौवतकी जगत Under the Guidance Of Sanjay Sir COURSE FEATURES ❖ Live Classes ❖ PDF Notes ❖ Recorded Classes ❖ Model Paper ❖ Class Pdf ❖ Guess Question ❖ Doubt Classes ❖ Question Bank App:- https://play.google.com/store/apps/details?id=co.dishaonlineclasses YouTube:- https://youtube.com/@DishaArtsClasses इं टर साइंस की तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Science Classes से जुड़ें| Mob–6201320598, 7700879453 Class – 11th (Science) मंजिल बैच न– बै2025 परिवर्त च Physics GEOGRAPHY भौवतकी जगत (Physical World) (1) भौवतक विज्ञान (Physical Science) :- विज्ञान की िह शाखा लजसके अंतगवत अकाबववनक दुवनया (Inorganic विज्ञान :- सािधानीपूिवक वकए गए प्रयोगों एिं प्रेक्षणों से प्राप्त world) तर्ा वनजीि चीजों का अध्ययन वकया जाता है, उसे ज्ञान को विज्ञान कहते हैं भौवतक विज्ञान कहते हैं | विज्ञान को अंग्रेजी में Science कहते हैं | (2) जैविक विज्ञान (Biological Science) :- विज्ञान की Science शब्द की उत्पवि िैवटन विया (Latin Verb) लसंटीया (Scientia) से हुई है लजसका अर्व है जानना (to िह शाखा लजसके अंतगवत समस्त जीिधाररयों का अध्ययन वकया know) या ज्ञान (Knowledge). जाता है, उसे जैविक या जीिविज्ञान कहते हैं | Science को सं स्कृ त में विज्ञान तर्ा अरबी में इल्म भौवतक विज्ञान के प्रकार (Ilm) कहते है| विज्ञान के जनक गैलिलियो को माना जाता है | प्राचीन विज्ञान के जनक र्ेल्स ऑफ वमिेटस (िगभग (i) भौवतकी (ii) रसायन विज्ञान (iii) खगोि (iv) पृथ्वी विज्ञान 624 – 546 ईसा पूिव) और आधुवनक विज्ञान के जनक (Physics) (Chemistry) (Astronomy) (Earth) Science) गैलिलियो गैिीिी (1564 – 1642) है | ❖ विज्ञान के प्रकार (Types of Science):- आधुवनक (i) भौवतकी (Physics):- विज्ञान की िह शाखा लजसके विज्ञान मुख्य रूप से तीन शाखाओं वमिकर बना है क्ोंवक अंतगवत प्रकृ वत में होने िािी घटनाओं का अध्ययन वकया जाता ये तीनों से हम अपनी दुवनया और ब्रह्माण्ड की प्रकृ वत को है, उसे भौवतकी कहते हैं | जैसे – वदन का होना, रात का होना, बड़े स्तर पर समझ सकते हैं | विज्ञान की तीन मुख्य शाखाएं सुबह का होना, वटम वटमाना, पेड़ से पिा वगरना,इन्द्रधनुष का बनना,तेज आं धी, मुसिाधार िषाव का होना...etc विज्ञान भौवतकी को अंग्रेजी में Physics कहते हैं ,जो ग्रीक भाषा (1) प्राकृ वतक (2) सामालजक (3) औपचाररक (Greek) भाषा के शब्द Fusis से व्युत्पन्न हुआ है | विज्ञान (Natural विज्ञान (Social विज्ञान (Formal भौवतक के जनक sir Isaas Netwon है | Science) Science) Science) भौवतकी के प्राचीन जनक गैिीलियो (Galileo) तर्ा आधुवनक (1) प्राकृ वतक विज्ञान (Natural Science): - विज्ञान की िह जनक अल्बटव आइन्स्टीन (Albert Einstein) है | शाखा लजसके अंतगवत भौवतक सं सार एिं ब्रह्माण्ड की प्रकृ वत का ❖ अध्ययन की सुविधा के लिए भौवतकी आठ भाग है | अध्ययन वकया जाता है, उसे प्राकृ वतक विज्ञान कहते है | (i) यांविकी (Mechanics) (2) सामालजक विज्ञान (Social Science): - विज्ञान की िह (ii) ऊष्मागवतकी (Thermodynamics) शाखा लजसके अंतगवत मानि समाज एिं उनके सामालजक (iii) ध्ववन (Sound/Acoustic) पररिेशों का अध्ययन वकया जाता है, उसे सामालजक विज्ञान (iv) विद्युत-चुम्बकत्व (Electro-magnetism) कहते हैं | (v) प्रकालशकी (Optics) (3) औपचाररक विज्ञान (Formal Science) :- विज्ञान की (vi) परमाणु भौवतकी (Atomic physics) िह शाखा लजसके अंतगवत गलणत, तकव शास्त्र, कं प्यूटर एिं सूचना (vii) नालभकीय भौवतकी (Nuclear physics) प्रौद्योवगकी का अध्ययन वकया जाता है उसे औपचाररक विज्ञान (viii) इिेक्ट्रोवनक्स (Electronics) कहते हैं | प्राकृ वतक विज्ञान (Natural Science) (1) भौवतक विज्ञान (2) जैविक विज्ञान (Physical) (Biological Science) Science) इं टर साइंस की तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Science Classes से जुड़ें| Mob–6201320598, 7700879453 Class – 11th (Science) मंजिल बैच न– बै2025 परिवर्त च Physics GEOGRAPHY ❖ भौवतकी के कायव क्षेि एिं उिेजन (Scope and दूरबीन एिं सूक्ष्मदशी आवद के कायवविलध का अध्ययन वकया Excitement of Physics):- भौवतक विज्ञान का कायव जाता है | क्षेि अत्यन्त विस्तृत है, इसलिए भौवतक विज्ञान को मूि रूप (ii) सूक्ष्मकायव क्षेि (Microscopic) :- भौवतकी की िह से दो भागों में बााँ टा गया है | कायवक्षेि लजसके अंतगवत परमाणिीय, आम्पविक तर्ा नालभकीय (i) स्थूि कायवक्षेि (Macroscopic) पररघटनाओं का अध्ययन वकया जाता है, उसे सूक्ष्मकायव क्षेि (ii) सूक्ष्म कायवक्षेि (Microscopic) कहते हैं | (i) स्थूि कायवक्षेि (Macroscopic):- भौवतकी का िह कायव Note: - सूक्ष्मकायव क्षेि की व्याख्या भौवतकी क्ांटम लसद्ांत पर क्षेि लजसके अंतगवत प्रयोगशािा, पालर्वि(पृथ्वी सम्बन्धी) एिं की जाती है | ये आधुवनक भौवतकी में सम्मलित है | आधुवनक भौवतकी के वनम्न खगोिीय स्तर की पररघटनाएं का अध्ययन वकया जाता है, उसे उपविषय है | स्थूि कायव क्षेि कहते है | 1. परमाणु भौवतकी (Atomic physics) Note: - स्थूि कायवक्षेि की व्याख्या लचरसम्मत भौवतकी (Classical Physics) के लसद्ांत पर की जाती है | 2. नालभकीय भौवतकी (Nuclear physics) लचरसम्मत भौवतकी के वनम्न उपविषय है | 1. परमाणु भौवतकी (Atomic physics):-इसके अंतगवत 1. यांविक (Mechanics) परमाणु में नालभक के बाहर होनेिािी पररघटनाओं का अध्ययन 2. उष्मागवतकी (Thermodynamics) वकया जाता है | 3. दोिन तर्ा तरंग (Oscillation and Wave) 4. िैद्युत-गवतकी (Electro-dynamics) 2. नालभकीय भौवतकी (Nuclear physics) :- इसके अंतगवत 5. प्रकालशकी (Optics) नालभक के भीतर होने िािी पररघटनाओं का अध्ययन वकया 1. यांविकी (Mechanics):- इसके अंतगवत न्यूटन के गवत जाता है | वनयम, गुरुत्वाकषवण के वनयम, बि, द्रव्यमान, त्वरण, जड़त्व, ❖ िैज्ञावनक विलध (Scientific Method):- अनुसन्धान रेखीय सं िेग, कायव, ऊजाव, रोके ट, नोदन, जि तरंगो का सं चरण कायों के लिए अपनायी जाने िािी सुव्यिम्पस्थत, िमबद् एिं एिं िायु में ध्ववन तरंगों का सं चरण आवद का अध्ययन वकया तकव सं गत विलध को िैज्ञावनक विलध कहा जाता है। जाता है | ❖ प्रायः िैज्ञावनक विलध के वनम्नलिलखत पााँ च चरण होते हैं- 2. ऊष्मागवतकी (Thermodynamics) :- इसके अंतगवत (i) िमबद् प्रेक्षण(Systematic observation) ताप, उष्मा, कायव ⇋ ऊष्मा का रूपांतरण, आन्तररक ऊजाव एिं (ii) पररकल्पना की स्थापना (Establishment of एं टरॉपी आवद का अध्ययन वकया जाता है | Hypothesis) 3. दोिन तर्ा तरंग (Oscillation and Waves) :- इसके (iii) पररकल्पना की सत्यता का परीक्षण (Testing the Validity of a Hypothesis) अंतगवत िस्तुओ ं के कम्पन्न, कम्पन्न से उत्पन्न विक्षोभ ि इसका (iv) लसद्ान्त की स्थापना (Establishment of सं चरण तर्ा ध्ववन आवद का अध्ययन वकया जाता है | Principle) 4. िैद्युत गवतकी (Electrodynamics) :- इसके अंतगवत (v) वनयम की स्थापना(Establishment of laws) आिेलशत तर्ा चुम्बकीय से सं बं लधत पररघटना एिं वनयम जैसे – भौवतकी, प्रोद्योवगकी तर्ा समाज कु िाम के वनयम, ऑस्टे ड का वनयम, ऐम्पम्पयर का वनयम तर्ा (Physics, Technology and Society) फै राडे के वनयम आवद का अध्ययन वकया जाता है | भौवतकी विज्ञान की सभी शाखाओं में से एक महत्वपूणव शाखा 5. प्रकालशकी (Optics) :- इसके अंतगवत प्रकाश से सं बं लधत मानी जाती है क्ोंवक भौवतकी ने मानि का जीिन बहुत पररघटना जैसे – प्रकाश का पराििवन, प्रकाश का अपिवतन, इं टर साइंस की तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Science Classes से जुड़ें| Mob–6201320598, 7700879453 Class – 11th (Science) मंजिल बैच न– बै2025 परिवर्त च Physics GEOGRAPHY सुविधाजनक बना वदया है | हमारे पूिवजों के तुिना में हमने प्रकाश का तरंग लसद्ांत विलियन इंग्लैंड प्रोद्योवगकी के क्षेि में बहुत विकास वकया है लजससे हमारा हाईगेन्स अलधक सुविधाजनक बन गया है, जैसे एक जगह से दूसरे जगह उष्मागवतकी का वितीय वनयम रुडोल्फ पोिैंड जाने के लिए िाहन की व्यिस्था, सूचना का आदान प्रदान करने क्लालसयस आयरिैंड इन्टरनेट की सुविधा, विश्व के वकसी कोने की सूचना के लिए िाडव के म्पिन टीिी आवद | इस प्रकार हम कह सकते हैं समाज में भौवतकी का विद्युत धारा का चुम्बकीय ओस्टे ड डेनमाकव बहुत बड़ा योगदान है | प्रभाि भौवतकी के उष्मागवतकी के लसद्ांत पर अठाहरिी शताब्दी में विद्युत् चुम्बकीय प्रेरण माइकि फैराडे इंग्लैंड इंग्लैड में भाप इंजन का अविष्कार हुआ लजससे औद्योवगत विद्युत् चुम्बकत्व के लसद्ांत, जेम्स क्लाकव स्कॉटिैंड िांवत हुआ प्रकाश एक विद्युत् चुम्बकीय सन 1938 में हेन तर्ा माईटनर ने युरेवनयम के नालभकीय तरंग, विखं डन का खोज वकया लजससे आम्पविक शस्त्र एिं शवि अनुगवत लसद्ांत ररएक्ट्रों का विकास हुआ टे िीफ़ोन ग्राहम बेि जमवनी बीसिी शताब्दी में लसलिकॉन लचप का अविष्कार हुआ रेवडयो तरंगों की खोज, हट्वज जमवनी लजसने कं प्यूटर िांवत में काफी योगदान वदया | प्रकाश िैद्युतप्रभाि की खोज विद्युत् चुम्बकीय तरंगों का सं चरण से ही रेवडयो, TV, बेतर सं चार जीo मारकोनी इटिी िायरिैस एिं दूरसं चार का विकास होने पर | जगदीश चन्द्र भारत भौवतकी में कु छ महत्वपूणव आविष्कार बोस अविष्कार िैज्ञावनक का दे श प्रकाश की क्ांटम प्रकृ वत मैक्स प्ांक जमवनी नाम इिेक्ट्रॉन की खोज/गैसों में जेo जेo इंग्लैंड ग्रहों की गवत के वनयम कै पिर जमवनी विद्युत चािन र्ॉमसन मुि रूप से वगरती हुई िस्तुओ ं गैिीलियो इटिी परमाणु का नालभकीय मॉडि, रदरफोडव न्यूजीिैंड के वनयम, जड़त्व का वनयम, प्रोटॉन की खोज खगोिीय दूरदशी हाईडर ोजन परमाणु का क्ांटम नीि बोर डेनमाकव गरूत्वाकषवण का सािवविक आइजक न्यूटन इंग्लैंड मॉडि वनयम, गवत का वनयम, विपद प्रकाश िैद्युत प्रभाि की एल्बटव जमवनी प्रमेय, अिकि गलणत, व्याख्या, आपेलक्षता का लसद्ांत, आइन्स्टीन शीतिन वनयम द्रव्यमान उजाव समतुल्यता उत्प्लािकता का वनयम अवकव वमडीज यूनान अवतचािकता के o ओन्स हॉिैंड (अवकव वमडीज लसद्ांत) उिोिक द्रव्य की तरंग प्रकृ वत िुईस-द- फ्ांस का वनयम ब्रोगिी तरिों के प्रिाह का वनयम डेवनयि स्वीडन अवनलितता का लसद्ांत, हाइजनबगव जमवनी (बरनौिी प्रमेय) बरनौिी क्ांटम यांविकी प्रत्यास्थता का वनयम, हुक का रॉबटव हुक इंग्लैंड क्ांटम सांम्पख्यकी सत्येन्द्रनार् भारत वनयम बोस तरि दाब का वनयम बीo पास्कि फ़्ांस इं टर साइंस की तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Science Classes से जुड़ें| Mob–6201320598, 7700879453 Class – 11th (Science) मंजिल बैच न– बै2025 परिवर्त च Physics GEOGRAPHY कॉम्पिक विवकरण का होमी जहााँ गीर भारत इिेक्ट्रॉन की खोज/गैसों में विद्युत जेo जेo र्ॉमसन इं ग्लैंड सोपनीवििम भाभा चािन टरांलजस्टर डब्ल्यू बीo अमेररका परमाणु का नालभकीय मॉडि, रदरफोडव न्यूजीिैंड प्रोटॉन की खोज शॉकिे अमेररका हाईडर ोजन परमाणु का क्ांटम नीि बोर डेनमाकव जॉन बारडीन मॉडि प्रकाश िैद्युत प्रभाि की व्याख्या, एल्बटव आइन्स्टीन जमवनी भौवतकी में कु छ महत्वपूणव आविष्कार आपेलक्षता का लसद्ांत, द्रव्यमान अविष्कार िैज्ञावनक का नाम दे श उजाव समतुल्यता ग्रहों की गवत के वनयम कै पिर जमवनी अवतचािकता के o ओन्स हॉिैंड मुि रूप से वगरती हुई िस्तुओं के गैिीलियो इटिी द्रव्य की तरंग प्रकृ वत िुईस-द-ब्रोगिी फ्ांस वनयम, जड़त्व का वनयम, अवनलितता का लसद्ांत, हाइजनबगव जमवनी खगोिीय दूरदशी क्ांटम यांविकी गरूत्वाकषवण का सािवविक वनयम, आइजक न्यूटन इं ग्लैंड क्ांटम सांम्पख्यकी सत्येन्द्रनार् बोस भारत गवत का वनयम, विपद प्रमेय, कॉम्पिक विवकरण का होमी जहााँ गीर भाभा भारत अिकि गलणत, शीतिन वनयम सोपनीवििम उत्प्लािकता का वनयम अवकव वमडीज यूनान टर ांलजस्टर डब्ल्यू बीo शॉकिे अमेररका (अवकव वमडीज लसद्ांत) उिोिक जॉन बारडीन अमेररका का वनयम तरिों के प्रिाह का वनयम डेवनयि बरनौिी स्वीडन ❖ विज्ञान की अन्य शाखाओं से भौवतकी का सम्बन्ध (बरनौिी प्रमेय) प्रत्यास्थता का वनयम, हुक का रॉबटव हुक इं ग्लैंड (Physics in Relation to Other Branches of वनयम Science) तरि दाब का वनयम बीo पास्कि फ़्ांस भौवतकी द्रव्य और ऊजाव का विज्ञान है। क्ोंवक जीवित और प्रकाश का तरंग लसद्ांत विलियन हाईगेन्स इं ग्लैंड वनजीि सभी िस्तुएाँ द्रव्य और ऊजाव से ही बनी हैं, अतः पदार्व उष्मागवतकी का वितीय वनयम रुडोल्फ क्लालसयस पोिैंड के सभी प्रकार के अध्ययन में भौवतकी का समािेश स्वाभाविक िाडव के म्पिन आयरिैंड है। अतः भौवतकी ही मूिभूत विज्ञान है। विज्ञान की बहुत-सी विद्युत धारा का चुम्बकीय प्रभाि आस्तेड डेनमाकव शाखाओं के विकास में भौवतकी की महत्वपूणव भूवमका है। विद्युत् चुम्बकीय प्रेरण माइकि फैराडे इं ग्लैंड उदाहरणार्व - विद्युत् चुम्बकत्व के लसद्ांत, जेम्स क्लाकव स्कॉटिैंड (i) गलणत से भौवतकी का सम्बन्ध (Physics In Relation प्रकाश एक विद्युत् चुम्बकीय तरंग, To Mathematics) :- भौवतकी के लसद्ांत एिं सं कल्पनाओं अनुगवत लसद्ांत के कारण बहुत की गलणतीय विलधयों का विकास सम्भि हुआ | टे िीफ़ोन ग्राहम बेि जमवनी जैसे :- अिकिज समीकरणों, गवत की समीकरणों | रेवडयो तरंगों की खोज, हट्वज जमवनी (ii) रसायनशास्त्र से भौवतकी का सम्बन्ध (Physics In प्रकाश िैद्युतप्रभाि की खोज Relation To Chemistry):- भौवतकी एिं रसायन विज्ञान- बेतर सं चार जीo मारकोनी इटिी जगदीश चन्द्र बोस भारत परमाणु सं रचना का अध्ययन भौवतकी की सहायता से वकया जाता है। इस अध्ययन के आधार पर ही आितव सारणी में तत्वों प्रकाश की क्ांटम प्रकृ वत मैक्स प्ांक जमवनी को उनके परमाणु िमांक के अनुसार व्यिम्पस्थत वकया गया है। इस अध्ययन के आधार पर सं योजकता तर्ा रासायवनक बं ध की इं टर साइंस की तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Science Classes से जुड़ें| Mob–6201320598, 7700879453 Class – 11th (Science) मंजिल बैच न– बै2025 परिवर्त च Physics GEOGRAPHY प्रकृ वत को समझने में सहायता वमिी है। इसके अिािा स्थूि जगत में गुरुत्वाकषवण बि, पेशीय बि, घषवण बि, रेवडयोएम्पक्ट्विटी का अध्ययन भौवतकी में वकया जाता है लजसके तनाि बि, एिं श्यान बि आवद आता है | आधार पर वकसी पदार्व में रेवडयोऐम्पक्ट्ि पदार्व की मािा का पता सूक्ष्म जगत में विद्युतीय बि, चुम्बकीय बि, नालभकीय िगाया जाता है, x-वकरणों तर्ा न्यूटरॉनों के विितवन का अध्ययन बि, परमाम्पविक बि एिं अंतराणाविक बि आता है | भौवतकी के अन्तगवत वकया जाता है। भौवतकी का रसायन से बीसिीं शताब्दी में यह स्पष्ट हुआ वक ये अनेक प्रकार के बि इतना गहरा सं बं ध है वक रसायन के एक शाखा का नाम ही िास्ति में मूि बि से ही उत्पन्न होता है | 'भौवतक रसायन' है। बि की सही धारणा न्यूटन के गवत वनयम से वमिी उनसे से (iii) जीिविज्ञान से भौवतकी का सम्बन्ध(Physics In पहिे अरस्तु की बि के विषय में धारणा गित र्ी | Relation To Biology):- भौवतकी और जीि विज्ञान- प्रकृ वत में मूितः चार प्रकार के बि होते हैं:- प्रकालशक सूक्ष्मदशी का प्रयोग जीि विज्ञान में बहुतायत से वकया (1) गुरुत्वाकषवण बि (Gravitational force) जाता. है। इन उपकरणों की सहायता से कोलशका की सं रचना (2) विद्युत् चुम्बकीय बि (Electromagnetic force) को समझने में सहायता वमिती है। X-वकरणों एिं न्यूटरॉनों के (3) प्रबि नालभकीय बि (Strong Nuclear force) विितवन के अध्ययन से न्यूम्पक्लक अम्ों की सं रचना को समझने (4) दुबवि नालभकीय बि (Neak Nuclear force) में सफिता वमिी है, फिस्वरूप विलभन्न जैि प्रवियाओं को (1) गुरुत्वाकषवण बि :- ब्रह्माण्ड के प्रत्येक वपण्ड, एक दूसरे को समझने में सहायता प्राप्त हुई है। एक बि िारा आकवषवत करता है, लजसे गुरुत्वाकषवण बि कहते विलभन्न प्रकार की मशीनें एिं लचवकत्सा उपकरण विलभन्न लचवकत्सा हैं| कायविमों में सहायक हो रहे हैं। गुरुत्वाकषवण बि के अनुसार, (iv) भूकंप विज्ञान से भौवतकी का सम्बन्ध(Relationship “दो वपं डों के बीच िगने िािा आकषवण बि दोनों के द्रव्यमान Of Physics To Seismology):- भूकंप विज्ञान के समानुपाती तर्ा इन दोनों के बीच के दूरी िगव के (Seismology) भौवतक भूगोि की एक प्रमुख शाखा है. व्युत्क्रमानुपाती होता है |” भूकंप विज्ञान में भूकंपों का िैज्ञावनक अध्ययन और विश्लेषण यवद दो कण का द्रव्यमान 𝑚1 तर्ा 𝑚2 एिं उनके बीच की दूरी वकया जाता है | पृथ्वी के अन्दर परते तरंगों के ज्ञान से भूकंप की 𝑟 हो तो , तीव्रता का अनुमान िगाया जा सकता है| (v) खगोि विज्ञान से भौवतकी का सम्बन्ध(Relation Of 𝐹 ∝ 𝑚1 𝑚2 Physics To Astronomy) :- खगोिीय दूरबीनों का 𝐹 ∝ 𝑟2 1 उपयोग आकाश में ग्रहों और अन्य खगोिीय वपं डों की गवत का 𝑚1 𝑚2 अध्ययन करने के लिए वकया जाता है। रेवडयोटे िीस्कोप ने क्ासर 𝐹∝ 𝑟2 , पल्सर आवद की खोज करने में मदद की है, और इसका 𝑚1 𝑚2 𝐹=𝐺 उपयोग ब्रह्मांड की सबसे दूर की सीमा तक देखने के लिए वकया 𝑟2 जहााँ G सािवविक गुरुत्वाकषवण वनयतांक है | जा सकता है।डॉपिर के प्रभाि ने ब्रह्मांड के वबग-बैंग लसद्ांत की भविष्यिाणी की। 𝐺 = 6.67 × 10−11 𝑁𝑚2 /𝐾𝑔2 ❖ प्रकृ वत में मूि बि (Fundamental force in गुरुत्वाकषवण बि के बारे में न्यूटन ने बताया Nature) :- ❖ गुरुत्वाकषवण बि के प्रमुख गुण बि :- बि िह कारक है, जो वकसी िस्तु की म्पस्थवत पररिवतवत (i) यह एक के न्द्रीय बि है, क्ोंवक यह दो वपण्ड के के न्द्रों का करता है, या पररिवतवत करने का प्रयास करता है | िस्तु को वमिाने िािी रेखा के अनुवदश कायव करता है | धके िना, िे जाना, फेंकना वनरुवपत करना या तोड़ने के लिए बि की आिश्यकता होती है | (ii) यह बि वपण्ड के बीच माध्यम पर वनभवर नहीं करता है | इं टर साइंस की तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Science Classes से जुड़ें| Mob–6201320598, 7700879453 Class – 11th (Science) मंजिल बैच न– बै2025 परिवर्त च Physics GEOGRAPHY (iii) यह बि एक दीघव परासी बि है | (iv) यह िगवव्युत्क्रम वनयम का पािन करता है | (iv) यह सं रक्षी बि है | (v) यह एक सं रक्षी बि है | (v) यह लसफव आकषवक होता है | (vi) यह गुरुत्वाकषवण बि से 1036 गुना अलधक प्रबि है | ❖ गुरुत्वाकषवण बि के उदाहरण ❖ विद्युत् चुम्बकीय बि के उदाहरण (i) सूयव के चारों ओर पृथ्वी और अन्य ग्रहों का चक्कर िगाना | (i) परमाणु के नालभक के चारों ओर Electron का करना | (ii) पृथ्वी पर कोई िस्तु नीचे की ओर वगरना | (ii) दो या अलधक परमाणु वमिने के करण अणु का बनाना | (iii) चन्द्रमा और समुद्र के बीच गुरुत्वाकषवण बि के कारण (iii) परमाणु और अणु वमिकर द्रव्य का बनना | समुद्र में ज्वार – भाटा आना | (iv) सूखे बािों में कं घी करने पर छोटे – छोटे कण को (iv) पृथ्वी और कृ विम सैटेिाईट (उपग्रह) के बीच गुरुत्वाकषवण आकवषवत करना | बि होने कारण सैटेिाईट पृथ्वी के चारों ओर घूमना | Notes :- प्रत्यास्थ बि (Elastic force), घषवण बि एिं (v) गुरुत्वाकषवण बि के कारण ग्रहों, तारों तर्ा गिेक्शी को म्परंग बि विद्युत् चुम्बकीय बि है | एकवित होना | (3) प्रबि नालभकीय बि (2) विद्युत्-चुम्बकीय :- दो आिेशों के बीच आकषवण या :- परमाणु के नालभक में प्रोटोन तर्ा न्युटरान के बीच िगने िािा प्रवतकषवण बि को विद्युत् चुम्बकीय बि कहते हैं | बि को प्रबि नालभकीय बि कहते हैं | “म्पस्थर अिस्था में दो आिेशों के बीच िगने िािा बि दोनों ❖ प्रबि नालभकीय बि के गुण आिेशों के पररमाण के गुणनफि के समानुपाती तर्ा दोनों के (i) यह बि आकषवक होता है | बीच की िगव के व्युत्क्रमानुपाती होता है |” (ii) यह अल्प परासी (नालभक का आकार ≈ 10−15 𝑚) 𝐹 ∝ 𝑞1 𝑞2 (iii) यह विद्युत् चुम्बकीय बि से 100 गुणा तर्ा गुरुत्वाकषवण 1 𝐹 ∝ 𝑟2 बि से 1039 गुणा अलधक शविशािी है | 𝑞1 𝑞2 (iv) यह के न्द्रीय बि नहीं है | 𝐹=𝑘 𝑟2 (v) यह सं रक्षी बि नहीं है | 1 𝑞1 𝑞2 𝐹= 4𝜋𝜀0 𝐾 𝑟 2 (vi) यह िगवव्युत्क्रम वनयम का पािन नहीं करता है | 1 = 9 × 109 𝑁𝑚2 𝐶 −2 ❖ प्रबि नालभकीय बि के उदाहरण 4𝜋𝜀0 (i) प्रोटर ान और न्युटरानों के बीच प्रबि नालभकीय बि है | ❖ विद्युत् चुम्बकीय बि के गुण (i) यह आकषवण तर्ा प्रवतकषवण दोनों होता है | (4) दुबवि नालभकीय बि :- (ii) यह गुरुत्वाकषवण बि के तरह दीघव परासी है | Electron और न्युटरानों के बीच िगने िािा बि को दुबवि नालभकीय बि कहते हैं (iii) यह एक के न्द्रीय बि है | इं टर साइंस की तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Science Classes से जुड़ें| Mob–6201320598, 7700879453 Class – 11th (Science) मंजिल बैच न– बै2025 परिवर्त च Physics GEOGRAPHY ❖ दुबवि नालभकीय बि के गुण भौवतकी के प्रमुख सं रक्षण वनयम(Major conservation (i)यह बि अल्प परासी (10−16 𝑚) का है | laws of physics) :- (ii) यह बि प्रबि नालभकीय बि तर्ा विद्युत् चुम्बकीय बि से (i) ऊजाव सं रक्षण के लसद्ांत(Principles Of Energy दुबवि तर्ा गुरुत्वाकषवण बि से प्रबि होता है | Conservation) :- ऊजाव को न तो उत्पन्न वकया जा सकता है, और न ही नष्ट वकया जा सकता है, लसफव एक रूप से दूसरे ❖ बिों का एकीकरण (Unification of force) सिवप्रर्म न्यूटन ने 1687 पालर्वि (पृथ्वी) एिं खगोिीय रूप में रूपांतरण वकया जा सकता है | (चन्द्रमा सूयव के समान भारी वपण्ड) अपने गुरुत्वाकषवण के जैसे :- जब वकसी वपण्ड को वकसी वनलित ऊाँचाई से वगराया सविमान्य वनयम के अधीन एकीकृ त वकया| जाता है, तो इसकी म्पस्थवतज ऊजाव घटती है और गवतज ऊजाव हैंस विलियन ऑरेस्टेड माईकि फैराडे ने विद्युत् चुम्बकीय बढ़ जाती है, वकसी क्षण गवतज ऊजाव और म्पस्थवतज ऊजाव का सं बं धी विद्युत् और चुम्बकत्व को एकीकृ त वकया | कु ि योग वनयत रहता है | सन 1873 में जेम्स क्लकव मैक्सिेि ने विद्युत् चुम्बकत्व और प्रकालशकी को एकीकृ त करके बताया वक प्रकाश एक विद्युत् (ii)आिेश सं रक्षण के लसद्ांत(Principle Of Charge चुम्बकीय तरंग है | Conservation) :- वकसी वििवगत वनकाय में कु ि आिेश सन 1979 में शैल्डन, ग्लाशोि, अब्दुस सिाम, स्टीिन वनयत रहता है, िीनबगव ने दुबवि नालभकीय बि तर्ा विद्युत् चुम्बकीय बि जैसे :- जब वकसी अनािेलशत कााँ च की छड़ को अनािेलशत रेशम को एकीकृ त करके एक विद्युत् दुबवि नाम वदया | के कपड़ें से रगड़ा जाता है | तो कााँ च पर धनािेश तर्ा रेशम के आइंस्टीन में गुरुत्व तर्ा विद्युत् चुम्बकत्व को एकीकृ त करने कपडे पर ऋणािेश आ जाता है, िेवकन कााँ च की छड़ पर यह का प्रयास वकया वकन्तु सफि नहीं हो पाया | धनात्मक, रेशम के ऋणात्मक आिेश के बराबर होता है | 𝐹𝑁 > 𝐹𝑒𝑚 > 𝐹𝑊 > 𝐹𝐺 रगड़ने से पहिे आिेश कााँ च की छड़ + रेशमी कपड़ा = ❖ भौवतकी वनयमों की प्रकृ वत (Nature of Physical रगड़ने 0 के बाद आिेश law) (+) + (−) = 0 कु छ भौवतक रालशयों समय के सार् बदि जाती है िेवकन कु छ रालश का मान समय के सार् वनयत रहता है | (iii) द्रव्यमान ऊजाव सं रक्षण का लसद्ांत(Principles of Mass-Energy Conservation) :- वकसी वनकाय का जो रालश का मान समय के सार् नहीं बदिी है, उसे सं रलक्षत द्रव्यमान, ऊजाव में और ऊजाव द्रव्यमान में पररिवतवत हो सकती है, रालश कहते है | और उन्हें सं रलक्षत रहने के वनयम को िेवकन वनकाय के द्रव्यमान और ऊजाव का योग वनयत रहता है | सं रक्षण वनयम कहते है | Note:- सं रक्षण वनयम को समझने के वििवगत वनयम 𝐸 = 𝑚𝐶 2 (Isolated system) को जानना जरुरी है | 𝐶 = 3 × 108 𝑚𝑠 −1 वनिावत में प्रकाश की चाि ❖ वनकाय (System):- बहुत सारे कणों या वपंडों का समूह यह परमाणु बम और नालभकीय बम वनमावण का लसद्ांत है | को वनकाय कहते है | (iv) रेखीय सं िेग सं रक्षण का लसद्ांत(principle of linear ❖ वििवगत वनकाय (Isolated system) :- ऐसा वनकाय, momentum conservation) :- द्रव्यमान और िेग के लजसपर कोई बाह्य बाह्य बि न िगे, उसे वििवगत वनकाय गुणनफि को सं िेग कहते है | 𝑃⃗ = 𝑚𝑉 ⃗ कहते है | इं टर साइंस की तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Science Classes से जुड़ें| Mob–6201320598, 7700879453 Class – 11th (Science) मंजिल बैच न– बै2025 परिवर्त च Physics GEOGRAPHY वकसी वििवगत वनकाय का कु ि रेखीय सं िेग हमेशा सं रलक्षत (v)कोणीय सं िेग का सं रक्षण लसधांत (conservation principle रहता है | of angular momentum):-वकसी वनकाय कोणीय सं िेग वनकाय जैसे :- जब वकसी बं दूक से गोिी छोड़ते है तो बं दूक पीछे की का रेखीय सं िेग और वनकाय के घूणवन अक्ष से िम्बित दूरी के ओर हटती है | गोिी छोड़ने से पहिे वनकाय (बं दूक + गोिी) गुणनफि के बराबर होता है | विरामिस्था में होता है और उसका सं िेग शून्य रहता है | गोिी वनकाय का कु ि कोणीय सं िेग सं रलक्षत रहती है, यवद वनकाय पर चिाने के बाद गोिी आगे की ओर तेज गवत से जाती है ,तो कोई बाह्य बि आघूणव न हो तो | सं िेग को सं रलक्षत करने के लिए बं दूक पीछे की ओर घटती है | इं टर साइंस की तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Science Classes से जुड़ें| Mob–6201320598, 7700879453 Class – 11th (Science) मंजिल बैच न– बै2025 परिवर्त च Physics GEOGRAPHY You tube: 👉 11िीं और 12िीं (वहंदी और अंग्रेजी) के लिए https://www.youtube.com/@DishaOnline YouTube: Classes https://youtube.com/@dishahindienglish Telegram: Telegram: https://telegram.me/dishaonlineclasses https://telegram.me/dishahindienglish 👉 11िीं और 12िीं (Science) के लिए 👉मैवटरक और इं टर के बैच ज्वाइन करने के लिए Disha Youtube: Online Classes App download करें। https://youtube.com/@DishaScienceClasse App Link: s https://play.google.com/store/apps/details Telegram: ?id=co.dishaonlineclasses https://telegram.me/dishascienceclasses 👉वकसी भी सहायता के लिए आप कॉि /व्हाट्सएप कर 👉 11िीं और 12िीं (Arts) के लिए सकते है। YouTube: 7700879453 https://youtube.com/@DishaArtsClasses 6201320598 Telegram: 9234080284 https://telegram.me/dishaartsclass आप हमसे जुड़ सकते है। 👉 11िीं और 12िीं (commerce) के लिए Facebook: YouTube: https://www.facebook.com/dishaonlinecla https://www.youtube.com/@dishacommer sses?mibextid=ZbWKwL ceclasses Instagram: 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