REET PDF: राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा

Summary

यह दस्तावेज़ REET (राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा) के लिए है, जो बोर्ड ऑफ़ सेकेंडरी एजुकेशन, राजस्थान (RBSE) द्वारा आयोजित की जाती है। इसमें परीक्षा की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण प्रश्न और विषय शामिल हैं। यह उच्च माध्यमिक स्तर के छात्रों के लिए उपयोगी है।

Full Transcript

REET राज थान िश क पा ता परी ा Board of Secondary Education, Rajasthan (RBSE) भाग - 1 िह दी िवषयसूची S Page Chapter Title No. No. 1 त सम - त...

REET राज थान िश क पा ता परी ा Board of Secondary Education, Rajasthan (RBSE) भाग - 1 िह दी िवषयसूची S Page Chapter Title No. No. 1 त सम - त व श द 1 2 देशज श द 3 3 पयायवाची 7 4 िवलोम श द 9 5 अनेकाथक श द 15 6 उपसग 18 7 यय 27 8 सं ध 35 9 समास 51 10 सं ा 57 11 सवनाम 59 12 िवशेषण 60 13 अ वय - अिवकारी श द 61 14 वा य के लए एक श द 64 15 वतनी शु 70 16 वचन 83 17 काल 84 18 लग 86 19 वा य रचना 89 20 वा य िवचार 93 21 मुहावरे 101 22 लोकोि याँ 107 23 िवराम च ह 110 िवषयसूची S Page Chapter Title No. No. 24 पद बंध 113 25 पद प रचय 115 26 का य मे भाव, िवचार, श प, नाद सौ दय, जीवन ि क पहचान 117 27 राज थानी श द के िह दी प 119 28 राज थानी मुहावरे व लोकोि याँ 125 29 राज थानी भाषा एवं बो लयाँ 131 30 िह दी श ण 135 31 िह दी श ण िव ध 138 32 भाषा- श ण उपागम 146 33 भाषा द ता का िवकास 148 34 भाषा कौशल 150 35 श ण के अ य कौशल 153 36 भाषा- श ण म चुनौ तयाँ 155 37 श ण अ धगम साम ी, पा पु तक, बहुमा यम, अ य संसाधन 156 38 आं कलन 160 39 सतत् एवं सम मू यांकन 165 40 िनदाना मक और उपचारा मक श ण 167 1 तत्सम - तद्भव CHAPTER तत्सम शब्द गणना हगनती इहष्ट्का ईंट वैसे शब्द, जो संस्कृत और ह ं दी दोनों भाषाओं में समान रूप श्वश्रप सास काक काग से प्रचहित ै । अंतर केवि इतना ै हक संस्कृत भाषा में वे हवष्ठा बीठ हभहत्त भीत अपने हवभक्ति - हचह्ों या प्रत्ययों से युि ोते ै और ह ं दी कडजि काजि शकूरा शक्कर में वे उनसे रह त। जैसे- दु बूि दु बिा उन्मना अनमना संस्कृत में कपपूरः , पयूङ्कः , फिम् ज्येष्ठः हचत्रक चीता कुंभकार कुम्हार ह ं दी में कपपूर पयूङ्क, फि ज्येष्ठ हभक्षा भीख कोहट करोड तद्भव शब्द गात्र गात माहिनी महिन (उससे भव या उत्पन्न) वैसे शब्द, जो तत्सम से हवकास करके अगम्य अगम नव्य नया बने ैं और कई रूपों में वे उनके (तत्सम के) समान नजर ताम्र ताँ बा पौत्र पोता आते ैं । जैसे- प्रस्तर पत्थर शया सेज कपपूर > कपपर मृत्यु मौत स्तन थन पयूङ्क > पिंग शृगाि हसयार मस्तक माथा अहि > आग आहद । स्वामी साई ररद्रा ल्दी नोट - नीचे तत्सम-तद्भव शब्दों की सपची दी जा र ी ै इन्हें चंचु चोंच अपपप पपआ दे खे और समझने की कोहशश करें हक इनमें समानता- हप्रय हपया श्रृंखिा सौकि असमानता क्या ै ? कारवेि करे िा चतुष्मपाहदका चौकी मृहतका हमट्टी अर्द्ू तृतीय ढाई तत्सम-तद्भव पयंक पिंग शुष्क सपखा तत्सम तद्भव तत्सम तद्भव कपट कपडा क्षीर खीर अश्रु आँ सप इक्षु ईख खपूर खपरा घट घडा कपपूर कपपर गोधपम गेहँ चणक चना काया काय घोटक घोडा आम्र आम पक्ष पंख सप्त सात उिपक उल्लप काष्ठ काठ अक्षत अच्छत भािेय भां जा ग्राम गाँ व घृणा हघन भ्राता भाई यजमान जजमान अहि आग उष्ट्र ऊँट कुष्ठ कोढ धैयू धीरज कोहकि कोयि गदू भ गधा धपम्र धुआँ प्रहतच्छाया परछाई चमूकार चमार अंध अंधा श्रावण सावन तैि तेि कणू कान क्षेत्र खेत हनद्रा नींद पीत पीिा गंभीर ग रा चन्द्र चाँ द बहधर ब रा हमत्र मीत ज्येष्ठ जेठ धान्य धान शत सौ हशर हसर पत्र पत्ता पौष पपस स्वणूकार सुनार सपयू सपरज भल्लपक भािप श्वसुर ससुर स्त ाथ अम्बा अम्मा श्रेष्ठी सेठ सुभाग / सु ाग कायू काज हजह्वा जीभ सौभाग्य आश्रय आसरा चपणू चपना कमू काम ास्य ँ सी सायम् साँ झ त्वररत तुरंत स्ने ने कपप कुआँ चटका हचहडया सत्य सच िोक िोग कातर कायर सपत्नी सौत कपाट हकवाड कुठार कुल्हाडा हशक्षा सीख अष्ट् आठ िक्ष िाख शाक साग पक्व पक्का श्यामि साँ विा 1 धररत्री धरती अक्षर आखर पक्षी पंछी अंजहि अँजुरी वायु बयार उच्च ऊँचा दं तधावन दातुन जव जौ अवतार औतार दहध द ी हछद्र छे द जामाता जमाई याचक जायक ग्रा क गा क यश जस सपहच सपई उपवास उपास अट्टाहिका अटारी राहत्र रात अद्य आज हनवाू हनवा कुहक्ष कोख ओष्ठ ोंठ कुक्कुर कुत्ता/कुकुर दं त दाँ त पद पैर अक्षर अच्छर अमृत अहमय पृष्ठ पीठ वानर बन्दर (आखर) मुख मुँ श्वास साँ स आश्चयू अचरज अक्षत अच्छत दश दस स्वणू सोना आशा आस गौरी गोरी स्ती ाथी उत्सा उछा हति तीता चतुदूश चौद अनुवूर ऊसर ऊषर ऊसर मयपर मोर केतक केवडा कुपुत्र कपपत सषूप सरसों स्वप्न सपना कां स्यकार कसेरा ककूट केवडा ास ँ सी उद्वतून उबटन क्षहत्रय खत्री वचन बचन परशु फरसा ग्रंहथ गां ठ गोस्वामी गोसाई सपू साँ प शिाका सिाई चौर चोर छाया छा राहत्र रात वत्स बच्चा दीपाविी दीवािी हनयम नेम क्षुर छपरा दु ग्ध दप ध पंक्ति पंगत पक्षी पंछी पपहणूमा पपनम सवू सब प्र र प र पहत्रका पाती मौक्तिक मोती आहशष आसीस हमत्र मीत मुख मुँ चक्रवाक चकवा श्वसुराल्य ससुराि श्मश्रु मपँछ मेघ मे घृत घी कंकण कंगन साक्षी साखी स्वप्न सपना हगर्द् गीध भि भगत क्तस्त ाथी हृदय ह य कां चन कंचन गहभूणी गाहभन वज्ां ग बजरं ग यशोदा जसोदा चररत्र चररत वृक्ष हबरख अज्ञान अजान अभीर अ ीर फाल्गुन फागुन अनशन अनसन यजमान जजमान श्यािी सािी योर्द्ा जोधा 2 2 ns'kt 'kCn CHAPTER ns'kt 'kCn os 'kCn 'kCn os 'kCn gSa ftudk >wB] VaVk] Vksih] Bsl] pViVk] fpM+fpM+k] tUe ns'k esa gh gqvk gSA Madk] uhj]fiaM] isV] pqVdh] fNNyk] >adkj] Hkaxh] ekyk] ehu] Vadkj] BBsjk] HkHkd] ns'kt 'kCn dh ,d fo'ks"krk ;g Hkh gS fd eqdqV] ykBh] yksVk] Hkksaiw] dVdVkuk] mlesa yksd ;k vapy dh laL—fr dh egd lwth] bMyh] Mkslk] [kV[kVkuk- [kqjpuk] eglwl dh tk ldrh gSA lkaHkj] fiYyk vkfnA ?kqM+dh] lulukgV] Hkkjr esa nwljh Hkk"kk ls fy;s x, 'kCn Hkh ns'kt fgufgukuk vkfnA dgyk,axs vxj ml Hkk"kk dk tUe Hkkjr esa dksy] laFkky Hkk"kkvksa ls & dikl] dksM+h] iku] gqvk gksA ijoy] cktjk] ljlksAa çeq[k ns'kt 'kCn fons'kt 'kCn æfoM+ Hkk"kkvksa ls vius xBu ls fons'kt 'kCn os 'kCn gSa tks gekjs ns'k esa ugha ¼euxfBr 'kCn½ mits cfYd lkaL—frd vknku&çnku dh vkslkjk] dPpk] vuqdj.kkRed ;k çfØ;k esa fganh Hkk"kk esa Lohdkj fd;s x, gSaA dTty] dVksjk] èoU;kRed 'kCn&vaMcaM] gkyk¡fd fons'kt vkSj ns'kt] nksuksa gh çdkj dkdk] dsM] dqVh] ÅViVkax] dM+d] ds 'kCn nwljh 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es;j] ek'kZyA Hkk"kk ds 'kCn fVªd & vaxzst es;j ¼ek'kZy½ dwiu esa fudyk dkjrwl ysdj dktw o lwaiw [kkus jsLrjkau esa vk;kA Mp 'kCn& rq#i] ce ¼rk¡xs dk ,d iqjtk½] fpfM;k] fMªyA ladj 'kCn QS'ku ijLr ¼vaxzsth $ Qkjlh½ eksVjxkM+h dqN 'kCn nks Hkk"kkvksa ds feyus ls cu tkrs gSa] ¼vaxzst+h $ ns'kt½ cs