Methods of Teaching Hindi - II PDF
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Women's Training College
Mahadeo Kumar
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This document details various methods of teaching Hindi. It discusses teaching aids, their importance, and how to use them effectively in the classroom. It's a comprehensive guide for B.Ed. 2nd-year students.
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Course No.- 7B Course Credit - 02 PSS – 02 METHODS OF TEACHING HINDI - II B.Ed. 2nd YEAR TEACHING WOMEN'S Presented By AIDS: MEANING TRAINING MAHADEO KUMAR...
Course No.- 7B Course Credit - 02 PSS – 02 METHODS OF TEACHING HINDI - II B.Ed. 2nd YEAR TEACHING WOMEN'S Presented By AIDS: MEANING TRAINING MAHADEO KUMAR & COLLEGE GUEST TEACHER W. T. C , P. U IMPORTANCE PATNA UNIVERSITY, PATNA शिक्षण-अशिगम सहायक सामग्री: अर्थ एवं परिभाषा अर्थ - अध्यापन के दौरान पाठ्य सामग्री को समझाते समय शिक्षक शिन-शिन सामशग्रयाां का प्रयोग करता है वह सहायक सामग्री कहलाती है। किन्तु आधकु िि किक्षा प्रणाली में सहायि सामग्री िे संबंध में िई िवाचार हुए है किििी सहायता से अध्ययि िो रोचि व प्रभावपणू ण बिाया िा सिता है। इि सामकग्रयां द्वारा सीखा ज्ञाि ि िे वल छात्रों में उत्साह िागतृ िरता है वरि् सीखे हुए ज्ञाि िो लंबे समय ति अपिे स्मकृ त पटल में संिोए रख सिता है। दसू री और किक्षि भी अपिे अध्यापि िे प्रकत उत्साकहत रहता है। पररणाम स्वरूप िक्षा िा वातावरण हमेिा सिारात्मि बिा रहता है। किक्षण-सहायि सामग्री किक्षण िे उद्देश्यों िी पकू तण िे साथ-साथ उसे प्रभावी और सफल बिािे िे कलए किि सामकग्रयां िा प्रयोग किया िाता है, उसे किक्षण-अकधगम सहायि सामग्री िहते हैं। इसिे द्वारा कवषय िो समझिे में आसािी होती है। परिभाषा – 1. एलशवन स्ट्ााँग िे अिसु ार: “सहायक सामग्री के अांतगगत उन सभी सामग्री को सशममशलत शकया िाता है। शिसकी सहायता से छात्रों की पाठ में रुशि बनी रहती है तथा वे उसे सरलतापूवगक समझते हुए अशिगम के उद्देश्य को प्राप्त कर लेते हैं।" । 2. डेण्ड िे अिसु ार: "सहायक सामग्री वह सामग्री है, िो कक्षा में या अन्य शिक्षण पररशथथशतयों में शलशित या बोली गई पाठ्य सामग्री को समझने में सहायता प्रदान करती है।" शिक्षण सहायक सामग्री के प्रकाि दृश्य सामग्री - इस सामग्री द्वारा आँखों से देखिर वस्तु िे वास्तकवि गणु ों िी पहचाि िी दृश्य-श्रव्य सामग्री - इि सामकग्रयां से बच्चे अकधितम इकन्ियों उपयोग होता है िाती है। उदाहरण - शित्र, श्यामपट्ट/बोिग, और बेहतर ज्ञाि हाकसल िरिे िे कलए सभी इकन्ियों िा उपयोग आवश्यि है। ये शटकट/समय सारणी (टाइम-टेबल), सामकग्रयां बहु-आयामी बकु ि आधाररत िक्षा िे कलए अत्यतं उपयोगी होती थलाइि/शिल्म, मॉिल/प्रदिगन, नक्िा/मैप, है। इििे उपयोग से किसी भी कवषय-वस्तु िो रोचि, सरल एवं बोध-गम्य पत्र-पशत्रकाएँ/समािार-पत्र, िाटग , ग्राि बिाया िा सिता है। इस से बच्चों िा मिोरंिि भी होता है और ज्ञाि स्थाई बि िाता है। उदाहरण - टेलीशविन, शिल्म, प्रोिेक्टर आशद। श्रव्य सामग्री - इि सामकग्रयां िे द्वारा िािों से सचू िा ग्रहण िी िाती है। इस से बच्चा िही शिया-सहायक सामग्री - इस िे द्वारा प्राप्त ज्ञाि वास्तकवि होता है। इििे द्वारा भी बैठा-बैठा ज्ञाि प्राप्त िर सिता है। इस िई-िई चीिों िा अध्ययि किया िाता है। इससे बालिों िो व्यकित्व अिभु व िी सामग्री िे उदाहरण है - रेशियो, ग्रामोफ़ोन, प्राकप्त होती है। उदाहरण - भ्रमण, शकसी ऐशतहाशसक थथान का भ्रमण, शकसी टेप-ररकॉिगर आशद। सग्रां हालय का भ्रमण, शकसी उद्यान का भ्रमण सहायक सामग्री प्रयोग के उद्दे श्य उत्तम शिक्षण अशिगम ✓छात्रों में पाठ तथा कवषय-वस्तु िे प्रकत रुकच उत्पन्ि सामग्री िरिा किससे वे सकियता से किक्षण अकधगम प्रकिया ✓आसािी से उपलब्ध हो या किकमणत िी िा सिती हो। में भाग लें। ✓किक्षण अकधगम िे बीच पल ु िा िाम िरती हो। ✓पाठ में िाकमल तथ्यात्मि सचू िाओ ं िो रोचि व ✓कवषयवस्तु िो अच्छी तरह समझाती हो। सरल तरीिे से प्रस्ततु िरिा। ✓िक्षा िे सभी स्तर िे छात्रों िो सीखिे िे कलए प्रेररत ✓कविेष आवश्यिता वाले बालिों िो यथा- मदं बकु ि िरिे वाली हो। बालि, तीव्र बकु ि बालि, सिृ िात्मि बालि आकद ✓िकठि, अमतू ण कवषयों िा सिीव रे खांिि िरिे में सहायि िी योग्यता व आवश्यितािसु ार किक्षा देिा। हो। ✓िकठि कवषय िो सरल व सहि रूप में प्रस्ततु िरिा। ✓किक्षाकवदों िे खेल, गीत, िाटि िो सवोतम सहायि ✓छात्रों िा ध्याि पाठ िी ओर आिकषणत िरिा। सामग्री िे रूप में किरूकपत किया है। ✓अमतू ण पदाथों िो मतू ण रूप देिा। ✓प्रकिक्षु इसी तरह अन्य कबन्दओ ु ं िो िाकमल िरें । शिक्षण सहायक सामग्री का महत्व 1. ये कवद्याकथणयों िो पिु बणलि प्रदाि िरती हैं। 10. किक्षण प्रकिया में कियािीलता बिी रहती है। 2. ये कवद्याकथणयों में वैज्ञाकिि दृकििोण िो बढ़ावा देती 11. आत्म कवश्वास में वकृ ि होती है। हैं। 12. बच्चों में एि दसू रे िा सहयोग िरिे िी भाविा 3. ये िक्षा में अिि ु ासि बिाये रखती हैं क्योंकि ये बढ़ती है। बच्चों में रुकच पैदा िरती है। 13. िक्षा कियोिि िी प्रकिया सरल हो िाती है। 4. ये पठि-पाठि में िवीिता लाती है। 5. इििे प्रयोग से समय और िकि िी बचत होती है। 14. बच्चों िो एि-दसू रे से कवचार-कवमिण िा अवसर कमलता है। 6. ये रटिे िी प्रवकृ ि िो िम िरती है। 7. किक्षण सहायि सामकग्रयां से अकभप्रेरणा कमलती है। 15. िक्षा में कियकमत उपकस्थकत बढ़ िाती है। 8. ये िकठि से िकठि कवषय-वस्तु िो सरल, स्पि, 16. किक्षि किक्षण िे अन्य पहलओ ु ं पर ध्याि दे पाता रुकचिर एवं साथणि बिा देती है। है। 9. सीखिे में अपेक्षािृत िम समय लगता है। प्राप्त ज्ञाि 17. िया प्रवेि पाये छात्र िक्षा में िल्दी घलु -कमल िाते स्थायी होता है। हैं।