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Questions and Answers
निम्नलिखित विद्युत तीव्रता (विद्युत धारा) के गुणों को उनके सही विवरण से मिलाएं:
निम्नलिखित विद्युत तीव्रता (विद्युत धारा) के गुणों को उनके सही विवरण से मिलाएं:
एम्पियर (A) = विद्युत तीव्रता की मापन इकाई वेक्टर राशि = विद्युत तीव्रता की दिशा होती है विद्युत तीव्रता = एक निश्चित समय में एक विशेष बिंदु से होकर गुजरने वाले विद्युत आवेश की दर ओम का नियम = विद्युत तीव्रता, विद्युत विभव के अनुपातिक होती है प्रतिरोध के
विद्युत तीव्रता को प्रभावित करने वाले कारकों को उनके विवरण से मिलाएं:
विद्युत तीव्रता को प्रभावित करने वाले कारकों को उनके विवरण से मिलाएं:
विद्युत विभव = विद्युत धारा को प्रवाहित करने के लिए आवश्यक ऊर्जा प्रतिरोध = विद्युत प्रवाह के मार्ग में विद्युत धारा के प्रवाह का विरोध विद्युत प्रवाह = विद्युत आवेश की गति सहयोग (धारा घनत्व) = इकाई क्षेत्रफल से होकर गुजरने वाली विद्युत धारा की मात्रा
विद्युत तीव्रता के प्रकारों को उनके विवरण से मिलाएं:
विद्युत तीव्रता के प्रकारों को उनके विवरण से मिलाएं:
DC = विद्युत धारा की दिशा स्थिर रहती है AC = विद्युत धारा की दिशा समय के साथ परिवर्तित होती रहती है विद्युत क्षेत्र = विद्युत आवेशों के बीच आकर्षण और प्रतिकर्षण बल चुंबकीय क्षेत्र = चुंबकीय ध्रुवों के बीच आकर्षण और प्रतिकर्षण बल
विद्युत तीव्रता को बदलने के तरीकों को उनके विवरण से मिलाएं:
विद्युत तीव्रता को बदलने के तरीकों को उनके विवरण से मिलाएं:
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विद्युत तीव्रता के सिद्धांतों को उनके विवरण से मिलाएं:
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Study Notes
Vidyut Tivrata ke Aise Matra
- विद्युत तीव्रता (electrical current) को एम्पीयर (A) में मापा जाता है। यह एक स्केलर राशि नहीं, बल्कि एक वेक्टर राशि है।
- विद्युत तीव्रता एक यूनिट समय में एक विशेष विद्युतीय परिवर्तन की दर को दर्शाती है।
- विद्युत तीव्रता के मतलब से यह समझ में आता है कि एक विद्युत प्रवाह के अंदर कितना आवेश प्रवाहित हो रहा है। इसके लिए 'धारा घनत्व' (current density, J) भी महत्वपूर्ण है।
- विद्युत तीव्रता बहुत से कारकों से प्रभावित होती है। इनमें सबसे महत्वपूर्ण हैं:
- विद्युत वाहक बल (voltage)
- विद्युत प्रतिरोध (resistance)
- आवेश का प्रवाह (flow of charge)
- ओम का नियम इस क्षेत्र का एक प्रमुख सिद्धांत है। इसके अनुसार, विद्युत तीव्रता विद्युत वाहक बल के समानुपाती होती है और विद्युत प्रतिरोध के व्युत्क्रमानुपाती होती है।
- इसे गणितीय रूप से I = V/R से दर्शाया जा सकता है, जहाँ:
- I विद्युत तीव्रता है
- V विद्युत वाहक बल है
- R विद्युत प्रतिरोध है।
- इसे गणितीय रूप से I = V/R से दर्शाया जा सकता है, जहाँ:
- विद्युत तीव्रता का महत्त्व बहुत बड़ा है, क्योंकि यह बहुत से इलेक्ट्रॉनिक और विद्युतीय उपकरणों के कार्य को समझने और निर्धारित करने में मदद करती है।
- विद्युत तीव्रता प्रवाह के पथ पर निर्भर करती है। यदि पथ का प्रतिरोध कम हो, तो तीव्रता बढ़ती है।
- विद्युत तीव्रता को बड़ी से छोटी तीव्रता में बदलना, या एक पथ से दूसरे पथ में शांतिपूर्वक बदलना; इसके लिए बहुत से उपकरण (जैसे, डायोड, ट्रांजिस्टर) का उपयोग करना पड़ता है।
- विद्युत तीव्रता को उसके प्रकार से दर्शाने के लिए बहुत से अलग-अलग प्रकार (जैसे, DC, AC) होते हैं।
- विद्युत तीव्रता के प्रवाह का एक समय में संतुलन का कुछ विचार (जैसे, एक विद्युत क्षेत्र, चुंबकीय क्षेत्र) करना पड़ता है।
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Description
Is quiz mein aap vidyut tivrata ke mahatv, niyam aur parivartan ke bare mein jaanenge. Vidyut tivrata ko samajhne ke liye aapko ampere, voltage aur resistance ke sambandh ko samajhna hoga. Is quiz se aap vidyut tarangon ke mool concept ko achhe se samajh payenge.