Podcast
Questions and Answers
बैरोमीटर की ऊंचाई अचानक गिरने का क्या संकेत होता है?
बैरोमीटर की ऊंचाई अचानक गिरने का क्या संकेत होता है?
- साफ मौसम का संकेत
- तूफान का संकेत (correct)
- कम दबाव का संकेत
- उच्च दबाव का संकेत
अगर बैरोमीटर की ऊंचाई धीरे-धीरे गिरती है, तो यह क्या संकेत देती है?
अगर बैरोमीटर की ऊंचाई धीरे-धीरे गिरती है, तो यह क्या संकेत देती है?
- बारिश की संभावना (correct)
- अत्यंत ठंडा मौसम
- तूफान का संकेत
- धूमिल मौसम
बैरोमीटर की ऊंचाई अचानक बढ़ने का क्या अर्थ होता है?
बैरोमीटर की ऊंचाई अचानक बढ़ने का क्या अर्थ होता है?
- शुष्क मौसम (correct)
- तूफान का आगमन
- सर्द मौसम
- बारिश की संभावना
बैरोमीटर की ऊंचाई में अचानक परिवर्तन न होने की स्थिति में मौसम कैसा हो सकता है?
बैरोमीटर की ऊंचाई में अचानक परिवर्तन न होने की स्थिति में मौसम कैसा हो सकता है?
आइसोबास क्या दर्शाती हैं?
आइसोबास क्या दर्शाती हैं?
आइसोबास के बीच का अंतर दबाव परिवर्तन की दर को कैसे व्यक्त करता है?
आइसोबास के बीच का अंतर दबाव परिवर्तन की दर को कैसे व्यक्त करता है?
क्षैवतज दबाव वितरण का अध्ययन कैसे किया जाता है?
क्षैवतज दबाव वितरण का अध्ययन कैसे किया जाता है?
कौन सा मौसम दबाव बेल्ट का संकेतक होता है?
कौन सा मौसम दबाव बेल्ट का संकेतक होता है?
दबाव बेल्ट किस कारक के द्वारा प्रभावित होता है?
दबाव बेल्ट किस कारक के द्वारा प्रभावित होता है?
भूमध्यरेखीय कनम्न क्षेत्र में दबाव का कारण क्या होता है?
भूमध्यरेखीय कनम्न क्षेत्र में दबाव का कारण क्या होता है?
उपोष्णककटबंिीय उच्च दबाव बेल्ट के साथ किस तत्व का संबंध होता है?
उपोष्णककटबंिीय उच्च दबाव बेल्ट के साथ किस तत्व का संबंध होता है?
ध्रुवीय उच्च दबाव बेल्ट में तापमान का क्या स्तर होता है?
ध्रुवीय उच्च दबाव बेल्ट में तापमान का क्या स्तर होता है?
उप-ध्रुवीय निम्न दबाव बेल्ट में हवा कैसे बहती है?
उप-ध्रुवीय निम्न दबाव बेल्ट में हवा कैसे बहती है?
वेस्टरलीज़ और ट्रेड विंड किस प्रकार की हवाएँ हैं?
वेस्टरलीज़ और ट्रेड विंड किस प्रकार की हवाएँ हैं?
ध्रुवीय क्षेत्र के आसपास की हवाएँ किस बल के कारण बहती हैं?
ध्रुवीय क्षेत्र के आसपास की हवाएँ किस बल के कारण बहती हैं?
लू क्या होती है?
लू क्या होती है?
फोहेि हवा किस क्षेत्र से संबंधित है?
फोहेि हवा किस क्षेत्र से संबंधित है?
चचिूक हवा को किस कारण से पहचाना जाता है?
चचिूक हवा को किस कारण से पहचाना जाता है?
समुद्र स्तर पर वायुमंडलीय दबाव को कैसे परिभाषित किया जाता है?
समुद्र स्तर पर वायुमंडलीय दबाव को कैसे परिभाषित किया जाता है?
दबाव की वृद्धि में निम्नलिखित में से कौन सी विशेषता शामिल नहीं है?
दबाव की वृद्धि में निम्नलिखित में से कौन सी विशेषता शामिल नहीं है?
हवा का संचलन किन कारणों से प्रभावित होता है?
हवा का संचलन किन कारणों से प्रभावित होता है?
किस नियम के अंतर्गत हवाएं उत्तरी गोलार्ध में दाईं ओर और दक्षिणी गोलार्ध में बाईं ओर प्रभावित होती हैं?
किस नियम के अंतर्गत हवाएं उत्तरी गोलार्ध में दाईं ओर और दक्षिणी गोलार्ध में बाईं ओर प्रभावित होती हैं?
दबाव की ढलान को क्या कहा जाता है?
दबाव की ढलान को क्या कहा जाता है?
वायुमंडलीय दबाव में बदलाव का एक कारण क्या है?
वायुमंडलीय दबाव में बदलाव का एक कारण क्या है?
कितने कारणों से ऊंचाई में बदलाव वायुमंडलीय दबाव को प्रभावित करता है?
कितने कारणों से ऊंचाई में बदलाव वायुमंडलीय दबाव को प्रभावित करता है?
जल वाष्प के बढ़ने से वायुमंडलीय दबाव में क्या परिवर्तन होता है?
जल वाष्प के बढ़ने से वायुमंडलीय दबाव में क्या परिवर्तन होता है?
ऊँचाई के अनुसार वायुमंडलीय दबाव में परिवर्तन के लिए क्या महत्वपूर्ण कारक हैं?
ऊँचाई के अनुसार वायुमंडलीय दबाव में परिवर्तन के लिए क्या महत्वपूर्ण कारक हैं?
हवा की सघनता और वायुमंडलीय दबाव के बीच क्या संबंध है?
हवा की सघनता और वायुमंडलीय दबाव के बीच क्या संबंध है?
वायुमंडलीय दबाव को कैसे मापा जाता है?
वायुमंडलीय दबाव को कैसे मापा जाता है?
जब तापमान बढ़ता है, तो वायुमंडलीय दबाव पर क्या प्रभाव पड़ता है?
जब तापमान बढ़ता है, तो वायुमंडलीय दबाव पर क्या प्रभाव पड़ता है?
दबाव की ढलान को किस नाम से जाना जाता है?
दबाव की ढलान को किस नाम से जाना जाता है?
कोरियोलिस बल का प्रभाव क्या होता है?
कोरियोलिस बल का प्रभाव क्या होता है?
पृथ्वी की घूमने के कारण हवा की दिशा में क्या बदलाव आता है?
पृथ्वी की घूमने के कारण हवा की दिशा में क्या बदलाव आता है?
ऊंचाई में वृद्धि होने पर वायुमंडलीय दबाव का क्या होता है?
ऊंचाई में वृद्धि होने पर वायुमंडलीय दबाव का क्या होता है?
जल वाष्प की मात्रा के साथ वायुमंडलीय दबाव में क्या परिवर्तन होता है?
जल वाष्प की मात्रा के साथ वायुमंडलीय दबाव में क्या परिवर्तन होता है?
वायुदाब, घनत्व और तापमान के बीच क्या संबंध होता है?
वायुदाब, घनत्व और तापमान के बीच क्या संबंध होता है?
वायुमंडलीय दबाव में बदलाव का एक प्रमुख कारण क्या है?
वायुमंडलीय दबाव में बदलाव का एक प्रमुख कारण क्या है?
बिजली की कमी वायुमंडलीय दबाव पर क्या प्रभाव डालती है?
बिजली की कमी वायुमंडलीय दबाव पर क्या प्रभाव डालती है?
बैरोमीटर की ऊंचाई अचानक गिरने पर अनुमानित तूफान की तीव्रता क्या होती है?
बैरोमीटर की ऊंचाई अचानक गिरने पर अनुमानित तूफान की तीव्रता क्या होती है?
बैरोमीटर की ऊंचाई अगर धीरे-धीरे गिरती है, तो इस स्थिति में क्या संभव है?
बैरोमीटर की ऊंचाई अगर धीरे-धीरे गिरती है, तो इस स्थिति में क्या संभव है?
बैरोमीटर की ऊंचाई अचानक बढ़ने पर मौसम कैसा हो सकता है?
बैरोमीटर की ऊंचाई अचानक बढ़ने पर मौसम कैसा हो सकता है?
अगर बैरोमीटर में कोई अचानक परिवर्तन नहीं होता है, तो इसका क्या मतलब है?
अगर बैरोमीटर में कोई अचानक परिवर्तन नहीं होता है, तो इसका क्या मतलब है?
आइसोबास किस प्रकार की रेखाएँ होती हैं?
आइसोबास किस प्रकार की रेखाएँ होती हैं?
आइसोबास में खड़ी दबाव ढाल क्या इंगित करती है?
आइसोबास में खड़ी दबाव ढाल क्या इंगित करती है?
उत्तरी गोलार्ध में दबाव बेल्ट किस दिशा में बढ़ते हैं?
उत्तरी गोलार्ध में दबाव बेल्ट किस दिशा में बढ़ते हैं?
प्राकृतिक दबाव बेल्ट किस प्रकार से प्रभावित होते हैं?
प्राकृतिक दबाव बेल्ट किस प्रकार से प्रभावित होते हैं?
दबाव वितरण का अध्ययन किसके माध्यम से किया जाता है?
दबाव वितरण का अध्ययन किसके माध्यम से किया जाता है?
जलवायु परिवर्तन का वायुमंडलीय दबाव पर क्या प्रभाव पड़ता है?
जलवायु परिवर्तन का वायुमंडलीय दबाव पर क्या प्रभाव पड़ता है?
भूमध्यरेखीय निम्न दबाव बेल्ट में किस कारण से कनम्न दबाव पड़ता है?
भूमध्यरेखीय निम्न दबाव बेल्ट में किस कारण से कनम्न दबाव पड़ता है?
उपोष्णककटबंिीय उच्च दबाव बेल्ट का प्रमुख कारण क्या है?
उपोष्णककटबंिीय उच्च दबाव बेल्ट का प्रमुख कारण क्या है?
उप-ध्रुवीय निम्न दबाव बेल्ट में अवरोही वायु के बहाव के विपरीत दिशा में हवा किस ओर बहती है?
उप-ध्रुवीय निम्न दबाव बेल्ट में अवरोही वायु के बहाव के विपरीत दिशा में हवा किस ओर बहती है?
ध्रुवीय उच्च दबाव बेल्ट का तापमान कैसा होता है?
ध्रुवीय उच्च दबाव बेल्ट का तापमान कैसा होता है?
दबाव बेल्ट का स्थान परिवर्तन किस कारण से होता है?
दबाव बेल्ट का स्थान परिवर्तन किस कारण से होता है?
कोरियोलीस बल हवा की दिशा को कैसे प्रभावित करता है?
कोरियोलीस बल हवा की दिशा को कैसे प्रभावित करता है?
लू हवाओं का प्रमुख स्थान क्या है?
लू हवाओं का प्रमुख स्थान क्या है?
फोहिन हवा का मुख्य लाभ क्या है?
फोहिन हवा का मुख्य लाभ क्या है?
एनीमोमीटर का कार्य क्या है?
एनीमोमीटर का कार्य क्या है?
सतह पर स्थित दबाव प्रवणता का क्या प्रभाव होता है?
सतह पर स्थित दबाव प्रवणता का क्या प्रभाव होता है?
बैरोमीटर की ऊंचाई में अचानक गिरावट से किस प्रकार के मौसम की आशंका बनती है?
बैरोमीटर की ऊंचाई में अचानक गिरावट से किस प्रकार के मौसम की आशंका बनती है?
अगर बैरोमीटर की ऊंचाई धीरे-धीरे बढ़ती है, तो यह किस मौसम की स्थिति का संकेत देती है?
अगर बैरोमीटर की ऊंचाई धीरे-धीरे बढ़ती है, तो यह किस मौसम की स्थिति का संकेत देती है?
आइसोबास रेखाएँ क्या दर्शाती हैं?
आइसोबास रेखाएँ क्या दर्शाती हैं?
दबाव वितरण का अध्ययन किस मापदंड पर आधारित होता है?
दबाव वितरण का अध्ययन किस मापदंड पर आधारित होता है?
दबाव बेल्ट किस चीज़ पर निर्भर करते हैं?
दबाव बेल्ट किस चीज़ पर निर्भर करते हैं?
आइसोबास के बीच का अंतर दबाव परिवर्तन की दर को कैसे व्यक्त करता है?
आइसोबास के बीच का अंतर दबाव परिवर्तन की दर को कैसे व्यक्त करता है?
क्षैवतज दबाव का अध्ययन किस तरीकों से किया जाता है?
क्षैवतज दबाव का अध्ययन किस तरीकों से किया जाता है?
हल्का दबाव ढाल आइसोबास के कितने पास होता है?
हल्का दबाव ढाल आइसोबास के कितने पास होता है?
अगर बैरोमीटर में अचानक परिवर्तन नहीं होता है, तो यह किस मौसम का संकेत हो सकता है?
अगर बैरोमीटर में अचानक परिवर्तन नहीं होता है, तो यह किस मौसम का संकेत हो सकता है?
वायुमंडलीय दबाव उच्च स्थान पर क्यों घटता है?
वायुमंडलीय दबाव उच्च स्थान पर क्यों घटता है?
कोरियोलिस बल का मुख्य प्रभाव क्या होता है?
कोरियोलिस बल का मुख्य प्रभाव क्या होता है?
जल वाष्प में वृद्धि होने पर वायुमंडलीय दबाव में क्या परिवर्तन होता है?
जल वाष्प में वृद्धि होने पर वायुमंडलीय दबाव में क्या परिवर्तन होता है?
वायुमंडलीय दबाव में भिन्नता का मुख्य कारण क्या है?
वायुमंडलीय दबाव में भिन्नता का मुख्य कारण क्या है?
जब हवा गर्म होती है, तो उसका क्या प्रभाव होता है?
जब हवा गर्म होती है, तो उसका क्या प्रभाव होता है?
दबाव की ढलान का क्या प्रभाव होता है?
दबाव की ढलान का क्या प्रभाव होता है?
वायुमंडलीय दबाव को मापने के लिए किस यंत्र का उपयोग किया जाता है?
वायुमंडलीय दबाव को मापने के लिए किस यंत्र का उपयोग किया जाता है?
हवाओं की दिशा में परिवर्तन किस बल के कारण होता है?
हवाओं की दिशा में परिवर्तन किस बल के कारण होता है?
वायुमंडलीय दबाव में बदलाव का एक प्रमुख कारण क्या है?
वायुमंडलीय दबाव में बदलाव का एक प्रमुख कारण क्या है?
नीचे दिए गए में से कौन सा वायु दबाव वृद्धि का संकेत नहीं है?
नीचे दिए गए में से कौन सा वायु दबाव वृद्धि का संकेत नहीं है?
भूमध्यरेखीय निम्न दबाव बेल्ट का मुख्य कारण क्या है?
भूमध्यरेखीय निम्न दबाव बेल्ट का मुख्य कारण क्या है?
उपोष्णककटबंिीय उच्च दबाव बेल्ट की स्थिति किस अक्षांश पर होती है?
उपोष्णककटबंिीय उच्च दबाव बेल्ट की स्थिति किस अक्षांश पर होती है?
उप-ध्रुवीय निम्न दबाव बेल्ट की विशेषता क्या होती है?
उप-ध्रुवीय निम्न दबाव बेल्ट की विशेषता क्या होती है?
ध्रुवीय उच्च दबाव बेल्ट के तापमान की सामान्य विशेषता क्या होती है?
ध्रुवीय उच्च दबाव बेल्ट के तापमान की सामान्य विशेषता क्या होती है?
दबाव बेल्ट का स्थानांतरण किस कारण होता है?
दबाव बेल्ट का स्थानांतरण किस कारण होता है?
उप-ध्रुवीय कनम्न क्षेत्र में हवा की दिशा किस बल के अनुसार निर्धारित होती है?
उप-ध्रुवीय कनम्न क्षेत्र में हवा की दिशा किस बल के अनुसार निर्धारित होती है?
लू हवा की विशेषताएँ क्या हैं?
लू हवा की विशेषताएँ क्या हैं?
फोहेि हवा का प्रमुख लाभ क्या है?
फोहेि हवा का प्रमुख लाभ क्या है?
कोरियोलिस बल का मुख्य प्रभाव क्या है?
कोरियोलिस बल का मुख्य प्रभाव क्या है?
किस नियम के अंतर्गत हवाएँ ऊँचाई पर वायुमंडलीय दबाव में परिवर्तन करती हैं?
किस नियम के अंतर्गत हवाएँ ऊँचाई पर वायुमंडलीय दबाव में परिवर्तन करती हैं?
वायुमंडलीय दबाव को कैसे मापा जाता है?
वायुमंडलीय दबाव को कैसे मापा जाता है?
यदि तापमान में वृद्धि होती है, तो वायुमंडलीय दबाव पर क्या प्रभाव पड़ता है?
यदि तापमान में वृद्धि होती है, तो वायुमंडलीय दबाव पर क्या प्रभाव पड़ता है?
कोरियोलिस बल का प्रभाव किस पर होता है?
कोरियोलिस बल का प्रभाव किस पर होता है?
दबाव की ढलान क्या दर्शाती है?
दबाव की ढलान क्या दर्शाती है?
ऊँचाई में वृद्धि के साथ वायुमंडलीय दबाव में क्या परिवर्तन होता है?
ऊँचाई में वृद्धि के साथ वायुमंडलीय दबाव में क्या परिवर्तन होता है?
जल वाष्प की मात्रा में वृद्धि से वायुमंडलीय दबाव पर क्या प्रभाव पड़ता है?
जल वाष्प की मात्रा में वृद्धि से वायुमंडलीय दबाव पर क्या प्रभाव पड़ता है?
यदि हवा गमष हो जाती है, तो उसका क्या प्रभाव होता है?
यदि हवा गमष हो जाती है, तो उसका क्या प्रभाव होता है?
भूगोल में हवाओं के दिशा परिवर्तन में किस बल का प्रभाव होता है?
भूगोल में हवाओं के दिशा परिवर्तन में किस बल का प्रभाव होता है?
किस कारक के कारण वायुमंडलीय दबाव में भिन्नता होती है?
किस कारक के कारण वायुमंडलीय दबाव में भिन्नता होती है?
भूगोल में वायुमंडलीय दबाव का प्रमुख कारण क्या है?
भूगोल में वायुमंडलीय दबाव का प्रमुख कारण क्या है?
बैरोमीटर की ऊंचाई में अचानक गिरावट और धीरे-धीरे गिरावट के परिणाम क्या होते हैं?
बैरोमीटर की ऊंचाई में अचानक गिरावट और धीरे-धीरे गिरावट के परिणाम क्या होते हैं?
आइसोबास की रेखाएँ किस प्रकार कार्य करती हैं?
आइसोबास की रेखाएँ किस प्रकार कार्य करती हैं?
अगर बैरोमीटर की ऊंचाई अचानक बढ़ जाती है, तो इसका क्या संकेत मिलता है?
अगर बैरोमीटर की ऊंचाई अचानक बढ़ जाती है, तो इसका क्या संकेत मिलता है?
प्राकृतिक दबाव बेल्ट किस तत्व के द्वारा प्रभावित होते हैं?
प्राकृतिक दबाव बेल्ट किस तत्व के द्वारा प्रभावित होते हैं?
क्षैवतज दबाव वितरण का अध्ययन किस विधि से किया जाता है?
क्षैवतज दबाव वितरण का अध्ययन किस विधि से किया जाता है?
वायुमंडलीय दबाव में कमी का एक आम संकेत क्या होता है?
वायुमंडलीय दबाव में कमी का एक आम संकेत क्या होता है?
दबाव की ढाल किस चीज को संकेत देती है?
दबाव की ढाल किस चीज को संकेत देती है?
दबाव बेल्ट किस दिशा में चलते हैं?
दबाव बेल्ट किस दिशा में चलते हैं?
क्षेत्रों में हवा का प्रवाह किस आपूर्ति से प्रभावित होता है?
क्षेत्रों में हवा का प्रवाह किस आपूर्ति से प्रभावित होता है?
उपोष्णककटबंिीय उच्च दबाव बेल्ट का क्या प्रभाव होता है?
उपोष्णककटबंिीय उच्च दबाव बेल्ट का क्या प्रभाव होता है?
भूमध्यरेखीय निम्न दबाव बेल्ट में निम्नलिखित में से कौन सा प्रमुख कारण है?
भूमध्यरेखीय निम्न दबाव बेल्ट में निम्नलिखित में से कौन सा प्रमुख कारण है?
उपोष्णककटबंिीय उच्च दबाव बेल्ट का नाम 'अश्व अक्षांश' क्यों रखा गया है?
उपोष्णककटबंिीय उच्च दबाव बेल्ट का नाम 'अश्व अक्षांश' क्यों रखा गया है?
ध्रुवीय उच्च दबाव बेल्ट की विशेषता क्या है?
ध्रुवीय उच्च दबाव बेल्ट की विशेषता क्या है?
उप-ध्रुवीय निम्न दबाव बेल्ट में हवा का बहाव कैसे होता है?
उप-ध्रुवीय निम्न दबाव बेल्ट में हवा का बहाव कैसे होता है?
कौन सी हवा फोहेि के समान होती है और इसमें कितना तापमान होता है?
कौन सी हवा फोहेि के समान होती है और इसमें कितना तापमान होता है?
दबाव बेल्ट का स्थानांतरण किस कारण से होता है?
दबाव बेल्ट का स्थानांतरण किस कारण से होता है?
कौन सा बल हवा के प्रवाह की दिशा को प्रभावित करता है?
कौन सा बल हवा के प्रवाह की दिशा को प्रभावित करता है?
जब सूरज 21 जून को कर्क रेखा के ऊपर होता है, तो दबाव बेल्ट किस दिशा में खिसकता है?
जब सूरज 21 जून को कर्क रेखा के ऊपर होता है, तो दबाव बेल्ट किस दिशा में खिसकता है?
कौन सी हवा लू के समान होती है और कहाँ बहती है?
कौन सी हवा लू के समान होती है और कहाँ बहती है?
वायुमंडलीय दबाव का माप किस उपकरण द्वारा किया जाता है?
वायुमंडलीय दबाव का माप किस उपकरण द्वारा किया जाता है?
कौन सा कारक वायुमंडलीय दबाव के घटने का कारण है?
कौन सा कारक वायुमंडलीय दबाव के घटने का कारण है?
कोरियोलीस बल की दिशा उत्तरी गोलार्ध में किस ओर होती है?
कोरियोलीस बल की दिशा उत्तरी गोलार्ध में किस ओर होती है?
उच्च दबाव बेल्ट की स्थिति क्या होती है?
उच्च दबाव बेल्ट की स्थिति क्या होती है?
वायुमंडलीय दबाव में बदलाव का मुख्य कारण क्या होता है?
वायुमंडलीय दबाव में बदलाव का मुख्य कारण क्या होता है?
वायुमंडलीय दबाव और घनत्व के बीच क्या संबंध है?
वायुमंडलीय दबाव और घनत्व के बीच क्या संबंध है?
कौन सा तत्व शुष्क हवा के अनुपात में अधिक होता है?
कौन सा तत्व शुष्क हवा के अनुपात में अधिक होता है?
किस कारक के प्रभाव से ठंडी हवा संकुचित होती है?
किस कारक के प्रभाव से ठंडी हवा संकुचित होती है?
दबाव की ढलान को क्या कहा जाता है?
दबाव की ढलान को क्या कहा जाता है?
अधिक तापमान होने पर वायुमंडलीय दबाव पर क्या प्रभाव होता है?
अधिक तापमान होने पर वायुमंडलीय दबाव पर क्या प्रभाव होता है?
बैरोमीटर की ऊंचाई के तेजी से गिरने का सबसे संभावित मौसम संबंधी संकेत क्या होता है?
बैरोमीटर की ऊंचाई के तेजी से गिरने का सबसे संभावित मौसम संबंधी संकेत क्या होता है?
अगर बैरोमीटर की ऊंचाई धीरे-धीरे गिरती है, तो यह किस प्रकार के मौसम का संकेत देती है?
अगर बैरोमीटर की ऊंचाई धीरे-धीरे गिरती है, तो यह किस प्रकार के मौसम का संकेत देती है?
बैरोमीटर की ऊंचाई अचानक बढ़ने पर क्या संकेत मिलता है?
बैरोमीटर की ऊंचाई अचानक बढ़ने पर क्या संकेत मिलता है?
आइसोबास किस बात को संकेत देती हैं?
आइसोबास किस बात को संकेत देती हैं?
आइसोबास का अंतर दबाव परिवर्तन की दर को किस तरह व्यक्त करता है?
आइसोबास का अंतर दबाव परिवर्तन की दर को किस तरह व्यक्त करता है?
वायुमंडलीय दबाव वितरण का अध्ययन किस माध्यम से किया जाता है?
वायुमंडलीय दबाव वितरण का अध्ययन किस माध्यम से किया जाता है?
दबाव बेल्ट की स्थिति किस तत्व पर निर्भर करती है?
दबाव बेल्ट की स्थिति किस तत्व पर निर्भर करती है?
उपोष्णकटिबंधीय उच्च दबाव बेल्ट में कौन सा मुख्य तत्व महत्वपूर्ण होता है?
उपोष्णकटिबंधीय उच्च दबाव बेल्ट में कौन सा मुख्य तत्व महत्वपूर्ण होता है?
उपोष्णककटबंिीय उच्च दबाव बेल्ट किस अक्षांश पर स्थित है?
उपोष्णककटबंिीय उच्च दबाव बेल्ट किस अक्षांश पर स्थित है?
प्राकृतिक दबाव बेल्ट में वायु का प्रवाह किस दिशा में होता है?
प्राकृतिक दबाव बेल्ट में वायु का प्रवाह किस दिशा में होता है?
ध्रुवीय क्षेत्र के आसपास की हवाएँ किस बल के कारण बहती हैं?
ध्रुवीय क्षेत्र के आसपास की हवाएँ किस बल के कारण बहती हैं?
ध्रुवीय उच्च दबाव बेल्ट का तापमान सामान्यतः कैसा होता है?
ध्रुवीय उच्च दबाव बेल्ट का तापमान सामान्यतः कैसा होता है?
वायुमंडलीय दबाव में बदलाव का एक प्रमुख कारण क्या है?
वायुमंडलीय दबाव में बदलाव का एक प्रमुख कारण क्या है?
उप-ध्रुवीय निम्न दबाव बेल्ट में हवा का प्रवाह किस ओर होता है?
उप-ध्रुवीय निम्न दबाव बेल्ट में हवा का प्रवाह किस ओर होता है?
लू की विशेषता क्या है?
लू की विशेषता क्या है?
कौन सी हवा फोहेि से पहचान की जाती है?
कौन सी हवा फोहेि से पहचान की जाती है?
वायुदाब को मापने के लिए कौन सा उपकरण उपयोग किया जाता है?
वायुदाब को मापने के लिए कौन सा उपकरण उपयोग किया जाता है?
उपोष्णककटबंिीय उच्च दबाव बेल्ट का प्रमुख कारण क्या है?
उपोष्णककटबंिीय उच्च दबाव बेल्ट का प्रमुख कारण क्या है?
जिस क्षेत्र में अवरोही वायु पृथ्वी के चारों ओर बहती है, उसे क्या कहा जाता है?
जिस क्षेत्र में अवरोही वायु पृथ्वी के चारों ओर बहती है, उसे क्या कहा जाता है?
वायु प्रवाह में कोरियोलिस बल का प्रभाव क्या होता है?
वायु प्रवाह में कोरियोलिस बल का प्रभाव क्या होता है?
आइसोबास का अध्ययन किस उद्देश्य से किया जाता है?
आइसोबास का अध्ययन किस उद्देश्य से किया जाता है?
दबाव बेल्ट के दोलन का मुख्य कारण क्या है?
दबाव बेल्ट के दोलन का मुख्य कारण क्या है?
खड़ी दबाव ढाल के संकेतक के रूप में आइसोबास में क्या जाना जाता है?
खड़ी दबाव ढाल के संकेतक के रूप में आइसोबास में क्या जाना जाता है?
दबाव वितरण के अध्ययन में कौन सा कारक महत्वपूर्ण है?
दबाव वितरण के अध्ययन में कौन सा कारक महत्वपूर्ण है?
अगर बैरोमीटर की ऊंचाई स्थिर रहती है, तो यह क्या दर्शाता है?
अगर बैरोमीटर की ऊंचाई स्थिर रहती है, तो यह क्या दर्शाता है?
हवा के प्रवाह का निर्धारण किस प्रकार किया जा सकता है?
हवा के प्रवाह का निर्धारण किस प्रकार किया जा सकता है?
उपोष्णककटबंिीय उच्च दबाव बेल्ट का प्रमुख कारण क्या होता है?
उपोष्णककटबंिीय उच्च दबाव बेल्ट का प्रमुख कारण क्या होता है?
जब दबाव बेल्ट सूयष की गषत के अनुसार दोलन करते हैं, तो इससे क्या प्रभावित होता है?
जब दबाव बेल्ट सूयष की गषत के अनुसार दोलन करते हैं, तो इससे क्या प्रभावित होता है?
दबाव में अचानक परिवर्तन का सामान्य अर्थ क्या होता है?
दबाव में अचानक परिवर्तन का सामान्य अर्थ क्या होता है?
उपोष्णककटबंिीय उच्च दबाव बेल्ट का अन्य नाम क्या है?
उपोष्णककटबंिीय उच्च दबाव बेल्ट का अन्य नाम क्या है?
ध्रुवीय उच्च दबाव बेल्ट में तापमान किस तरह का रहता है?
ध्रुवीय उच्च दबाव बेल्ट में तापमान किस तरह का रहता है?
किस दबाव बेल्ट का क्षेत्र 60° से 70° उत्तर और दक्षिण के बीच स्थित है?
किस दबाव बेल्ट का क्षेत्र 60° से 70° उत्तर और दक्षिण के बीच स्थित है?
दबाव बेल्ट की स्थिति में स्थानांतरण किसके कारण होता है?
दबाव बेल्ट की स्थिति में स्थानांतरण किसके कारण होता है?
किसे 'वेस्टरलीज़' कहा जाता है?
किसे 'वेस्टरलीज़' कहा जाता है?
कौन सी हवा गर्म और शुष्क होती है और उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में मई और जून में बहती है?
कौन सी हवा गर्म और शुष्क होती है और उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में मई और जून में बहती है?
अश्व अक्षांश का अन्य नाम क्या है?
अश्व अक्षांश का अन्य नाम क्या है?
किस बल के कारण ध्रुवीय क्षेत्रों के आसपास की हवाएँ भूमध्य रेखा की ओर बहती हैं?
किस बल के कारण ध्रुवीय क्षेत्रों के आसपास की हवाएँ भूमध्य रेखा की ओर बहती हैं?
किस हवा को 'फोही' कहा जाता है?
किस हवा को 'फोही' कहा जाता है?
वायुमंडलीय दबाव किस चीज़ द्वारा मापा जाता है?
वायुमंडलीय दबाव किस चीज़ द्वारा मापा जाता है?
अगर ऊँचाई बढ़ती है, तो वायुमंडलीय दबाव में क्या बदलाव होता है?
अगर ऊँचाई बढ़ती है, तो वायुमंडलीय दबाव में क्या बदलाव होता है?
कोरियोलिस बल का प्रभाव किस पर पड़ता है?
कोरियोलिस बल का प्रभाव किस पर पड़ता है?
जल वाष्प के बढ़ने से वायुमंडलीय दबाव पर क्या प्रभाव पड़ता है?
जल वाष्प के बढ़ने से वायुमंडलीय दबाव पर क्या प्रभाव पड़ता है?
दबाव की ढलान किसे दर्शाती है?
दबाव की ढलान किसे दर्शाती है?
वायु के क्षैषतज संचालन में कौन सा कारक सबसे प्रमुख है?
वायु के क्षैषतज संचालन में कौन सा कारक सबसे प्रमुख है?
वायुमंडलीय दबाव का तापमान के साथ क्या संबंध होता है?
वायुमंडलीय दबाव का तापमान के साथ क्या संबंध होता है?
जब हवा गमिष होती है, तो उसका क्या प्रभाव पड़ता है?
जब हवा गमिष होती है, तो उसका क्या प्रभाव पड़ता है?
हवाओं के संचालन में किस बल का अनुसरण किया जाता है?
हवाओं के संचालन में किस बल का अनुसरण किया जाता है?
उपोष्णकटिबंधीय उच्च दबाव बेल्ट का मुख्य कारण क्या है?
उपोष्णकटिबंधीय उच्च दबाव बेल्ट का मुख्य कारण क्या है?
Study Notes
वायुमंडलीय दबाव और हवाएँ
- वायुमंडलीय दबाव समुद्र तल पर 76 सेमी / 760 mmHg पारे के स्तंभ के भार के रूप में परिभाषित किया जाता है।
- बैरोमीटर वायुमंडलीय दबाव को मापते हैं।
- हवा के क्षैतिज संचलन के लिए वायुमंडलीय दबाव में भिन्नता उत्तरदायी है।
- तापमान, ऊँचाई, जलवाष्प, गुरुत्वाकर्षण बल और पृथ्वी का घूर्णन वायुमंडलीय दबाव में भिन्नता का कारण बनते हैं।
- तापमान बढ़ने पर दबाव कम होता है।
- ऊंचाई बढ़ने पर दबाव घटता है।
- नम हवा की तुलना में शुष्क हवा का भार अधिक होता है, इसलिए जलवाष्प बढ़ने पर दबाव घटता है।
- गर्म हवा फैलती है और ठंडी हवा सिकुड़ती है, परिणामस्वरूप वायुमंडलीय दबाव में बदलाव होता है।
- वायुमंडलीय दबाव में अंतर हवा की गति का कारण बनता है; हवा हमेशा उच्च दबाव से निम्न दबाव की ओर बहती है।
वायु प्रवाह
- वायु का क्षैतिज संचलन क्षैतिज वायुमंडलीय दबाव अंतर के कारण होता है।
- उच्च से निम्न की दाब ढलान जितनी अधिक होगी, हवा की गति उतनी ही अधिक होगी।
- उच्च से निम्न दाब की ढलान को दाब प्रवणता कहते हैं ।
- पृथ्वी के घूर्णन के कारण कोरिऑलिस बल हवा की दिशा को प्रभावित करता है।
- कोरिऑलिस बल के प्रभाव से, हवा उत्तरी गोलार्ध में दाईं ओर और दक्षिणी गोलार्ध में बाईं ओर विक्षेपित हो जाती है, इसे फेरल का नियम कहते हैं।
- भूमध्य रेखा पर कोरिऑलिस बल अनुपस्थित है और ध्रुवों की ओर बढ़ता है।
दबाव वितरण
- निचले वायुमंडल में ऊँचाई के साथ दबाव तेजी से घटता है।
- वायु घनत्व, तापमान, जल वाष्प की मात्रा और गुरुत्वाकर्षण दबाव परिवर्तन के लिए उत्तरदायी हैं।
- वायुदाब घनत्व और तापमान के सीधे आनुपातिक होता है, यानी तापमान या घनत्व में बदलाव, दबाव में समान बदलाव का कारण बनेगा।
- सतह पर हवा गुरुत्वाकर्षण के कारण अधिक सघन होती है और इसका दबाव उच्च होता है।
मौसम का पूर्वानुमान
- बैरोमीटर की रीडिंग से मौसम का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है:
- बैरोमीटर की ऊँचाई में अचानक गिरावट आने पर, यह आने वाले तूफान का संकेत देता है।
- बैरोमीटर की ऊँचाई धीरे-धीरे गिरने पर, यह बारिश की संभावना को इंगित करता है।
- बैरोमीटर की ऊँचाई अचानक बढ़ने पर, यह उस स्थान से आसपास के क्षेत्र में हवा के प्रवाह को इंगित करता है जिसका अर्थ है अत्यंत शुष्क मौसम।
- अगर अचानक कोई परिवर्तन नहीं होता है, तो इसका मतलब मौसम साफ (निष्पक्ष) है।
क्षैतिज दबाव वितरण
- क्षैतिज दबाव वितरण का अध्ययन स्थिर स्तरों पर समदाब रेखाओं (आइसोबार्स) के माध्यम से किया जाता है।
- आइसोबार्स समान दबाव वाले स्थानों को जोड़ने वाली रेखाएँ हैं।
- आइसोबार्स का अंतर दबाव परिवर्तन की दर और दिशा को व्यक्त करता है।
- खड़ी या मजबूत दाब ढाल को आइसोबार्स के करीब रहने से इंगित किया जाता है जबकि विस्तृत रहना कमजोर ढाल का सुझाव देता है।
- दबाव बेल्ट प्रकृति में स्थायी नहीं हैं, वे सूर्य की गति के अनुसार दोलन करते हैं।
- सात प्रमुख दबाव बेल्ट हैं:
- भूमध्यरेखीय निम्न (निवात-मंडल)
- उपोष्णकटिबंधीय उच्च (उत्तर और दक्षिण)
- उप-ध्रुवीय निम्न (उत्तर और दक्षिण)
- ध्रुवीय उच्च (उत्तर और दक्षिण)
भूमध्यरेखीय निम्न दबाव बेल्ट
- निवात-मंडल भूमध्य रेखा के उत्तर और दक्षिण में 0 से 5 डिग्री तक फैला होता है।
- इस क्षेत्र में सूर्य की लंबवत किरणों के कारण तीव्र ताप होता है, जिससे हवा फैलती है और ऊपर उठती है, परिणामस्वरूप निम्न दबाव होता है।
- हवा की बेहद शांत चाल के कारण इस बेल्ट को निवात मंडल कहा जाता है।
- उच्च तापमान, हवा में उच्च जलवाष्प और भूमध्य रेखा पर पृथ्वी के घूमने की अधिकतम गति के कारण निम्न दबाव रहता है।
उप-उष्णकटिबंधीय उच्च दबाव बेल्ट
- यह क्षेत्र भूमध्य रेखा से लगभग 30 डिग्री उत्तर और दक्षिण में स्थित है।
- भूमध्यरेखीय क्षेत्र से आने वाली हवा के संवहन के कारण इस बेल्ट में उच्च दबाव होता है।
- शुरुआती जहाजों को इस उच्च दबाव बेल्ट की शांत परिस्थितियों में पालना मुश्किल लगता था, जिसके कारण इसे अश्व अक्षांश के रूप में भी जाना जाता है।
- उच्च दाब से निम्न दाब की ओर हवा चलती है, इसलिए उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्र से आने वाली हवाएँ भूमध्य रेखा की ओर बहती हैं, जिन्हें व्यापार हवाएँ कहा जाता है, और दूसरा प्रवाह उप-ध्रुवीय निम्न-दाब की ओर होता है जिन्हें वेस्टरलीज़ कहा जाता है।
- वेस्टरलीज़ और व्यापार हवाएँ हवा की प्रणालियों का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
उप-ध्रुवीय निम्न दाब बेल्ट
- यह क्षेत्र दोनों गोलार्धों में 60 डिग्री और 70 डिग्री उत्तर और दक्षिण के बीच स्थित है।
- इस क्षेत्र में, अवरोही वायु दो भागों में विभाजित हो जाती है, एक भाग विषुवत निम्न-दाब बेल्ट की ओर और दूसरा भाग ध्रुवीय निम्न-दाब बेल्ट की ओर बहता है।
- कोरिऑलिस बल के कारण, ध्रुवीय क्षेत्र के आसपास की हवाएँ भूमध्य रेखा की ओर बहती हैं।
- इस क्षेत्र में काम करने वाला केन्द्रापसारक बल निम्न-दाब बेल्ट बनाता है जो इस क्षेत्र में सभदि यों में भहिं सक तूफान का कारण बनता है।
ध्रुवीय उच्च दाब बेल्ट
- यह क्षेत्र उत्तर और दक्षिण में 70 डिग्री से 90 डिग्री के बीच है।
- इस क्षेत्र में तापमान हमेशा बेहद कम रहता है।
- ठंडी अवरोही हवा इस क्षेत्र में उच्च दबाव को जन्म देती है।
- ध्रुवीय उच्च दबाव के इन क्षेत्रों को ध्रुवीय उच्च के रूप में जाना जाता है।
- ये क्षेत्र स्थायी बर्फ की टोपी से आच्छादित हैं।
दबाव बेल्ट का स्थानांतरण
- दबाव बेल्ट महाद्वीपों और महासागरों के गर्म होने के कारण तदनुसार खिसक जाते हैं जो पृथ्वी के सूर्य की ओर 23 1/2 डिग्री झुकाव के कारण होता है।
- यह जनवरी और जुलाई में काफी भिन्नता के साथ दबाव की स्थिति बनाता है।
- उत्तरी गोलार्ध में जनवरी में सभदि यों का मौसम होता है और जुलाई गषमि यों के मौसम का प्रषतकनधित्व करता है, जबकि दक्षिणी गोलार्ध में इसके विपरीत रहता है।
- जब सूर्य 21 जून को कर्क रेखा के ऊपर होता है तो दबाव बेल्ट 5 डिग्री उत्तर की ओर खिसक जाते हैं, और जब यह 22 दिसंबर को मकर रेखा पर लंबवत चमकता है तो दबाव बेल्ट अपने मूल स्थान से 5 डिग्री दक्षिण की ओर खिसक जाते हैं।
वायु प्रणाली
- पवन वायु की क्षैतिज गति है।
- सूर्य का ताप, पृथ्वी का घूर्णन पवन प्रणाली का निर्माण करते हैं।
- पृथ्वी की विभिन्न सतहें सूर्य की किरणों को अलग तरह से अवशोषित करती हैं।
- उच्च तापमान वाली सतहों पर हवा ऊपर उठने लगेगी क्योंकि यह हल्की है, घनत्व कम है।
- जैसे ही हवा बढ़ती है, यह कम वायुमंडलीय दबाव बनाता है जो हवा के प्रवाह का कारण बनता है।
पवन संचालन को प्रभावित करने वाले कारक
- पृथ्वी की सतह के पास क्षैतिज हवाएँ निम्न बलों के संयुक्त प्रभाव की प्रतभिया देती हैं - दबाव प्रवण बल, घर्षण बल और कोरिऑलिस बल।
- उच्च दाब से निम्न दाब की ढलान को दाब प्रवणता के रूप में जाना जाता है।
- सतह पर हवा घर्षण का अनुभव करती है जो हवा की गति को प्रभावित करती है।
महत्वपूर्ण हवाएँ
- लू: यह हानिकारक हवा है जो मई और जून के महीने में बहती है। यह बहुत गर्म और शुष्क हवा है और आमतौर पर दोपहर में पश्चिम से उत्तर भारत के मैदानी इलाकों और पाककस्तान में बहती है। इसका तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से 50 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है।
- फोहेन या फोहि: यह एक लाभदायक हवा है जो आल्प्स में स्थानीय महत्व की गर्म हवा भी है। यह एक मजबूत, झकनी, शुष्क और गर्म हवा है जो एक पवषत श्रृंखला के किनारे पर विकसित होती है। हवा का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस और 20 डिग्री सेल्सियस के बीच भिन्न होता है। यह बारिश को पिघलाकर चराई घास प्रदान करके जानवरों की मदद करती है और अंगूरों को पकाने में मदद करती है।
- चिनूक: यह एक लाभकारी हवा है जिसे संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा के क्षेत्र में बर्फ खाने वाले के रूप में जाना जाता है जो चट्टानों के पश्चिमी ढलानों से नीचे जाती है। यह पूर्व की चट्टानों के लिए सहायक है क्योंकि यह सभदि यों के दौरान घास के मैदानों को बर्फ से साफ रखती है।
- मिस्ट्रल: यह एक हानिकारक हवा है जो फ्रांस के आल्स से भूमध्य सागर की ओर बहती है। यह राइन घाटी के माध्यम से प्रसारित होती है, जो बहुत ठंडी और शुष्क है जो उच्च गति के साथ दक्षिणी फ्रांस में बफीला तूफान ला सकती है।
- सिराको: यह एक हानिकारक हवा है जिसे भूमध्यसागरीय पवन के रूप में भी जाना जाता है जो सहारा से आती है और उत्तरी अफ्रीका और दक्षिणी यूरोप में तूफान की गति से बहती है।
अन्य महत्वपूर्ण हवाएँ
हवा का नाम | हवा की प्रकृति | क्षेत्र / देश |
---|---|---|
खमधसन | गर्म, शुष्क हवा | षमस्र |
सोलनो | गर्म, नम हवा | सहारा से इबेरियाई प्रायद्वीप |
हरमट्टन | गर्म, शुष्क हवा | पश्चिमी अफ्रीका |
बोरा | ठंडी, शुष्क हवा | हंगरी से उत्तरी इटली तक बहती है |
पुनास | ठंडी शुष्क हवा | एंडीज पवषत का पश्चिमी भाग |
ब्लिज़ाड | ठंडी हवा | टुंड्रा क्षेत्र |
पुगा | ठंडी हवा | रूस |
लेवटें र | ठंडी हवा | स्पेन |
नॉवेस्टर | गर्म हवा | न्यूजीलैंड |
सांता आना | गर्म हवा | दक्षिण कैलिफोकनि या |
कारबुरुन (ब्लैक स्टॉर्म) | गर्म ळूल भरी हवा | मध्य एधशया |
काललमा | ळूल से सनी हुई हवा | कैनरी द्वीप के पार सहारन एयर लेयर |
एललफैंटा | मॉनसून में नमी की हवा | मालाबार तट |
वायु माप
- हवाओ ं को उनकी दिशाओ ं और गति से मापा जाता है।
- एनीमोमीटर वायु की गति को मापते हैं जबकि वायु मापन में एक अन्य उपकरण वायु वेन है जो वायु की दिशा को मापता है।
- ब्यूफोटष विंड फोर्स स्केल का उपयोग वायु बल को मापने के लिए किया गया था। स्केल में पवन बल को वर्गीकृत करने के लिए 0 से 12 तक की रीडिंग है।
वायुदाब प्रणाली
- वायुमंडलीय दबाव समुद्र स्तर पर 76 सेमी / 760 मिमी से अधिक पारदर्शी स्तंभ के भार के रूप में परिभाषित किया गया है।
- इसे बैरोमीटर द्वारा मापा जाता है।
- वायुदाब में भिन्नता हवा के क्षैतिज गति के लिए जिम्मेदार है।
- वायुदाब में भिन्नता के लिए विभिन्न कारक जिम्मेदार हैं जैसे: हवा का तापमान, ऊंचाई, जल वाष्प, गुरुत्वाकर्षण बल, पृथ्वी का घूमना।
दबाव का अन्य घटकों के साथ संबंध
- तापमान बढ़ने पर दबाव घटता है।
- ऊंचाई बढ़ने पर दबाव घटता है।
- जल वाष्प बढ़ने पर दबाव घटता है (शुष्क हवा का भार > नम हवा का भार)
- गर्म हवा फैलती है और ठंडी हवा सिकुड़ती है जिससे वायुमंडलीय दबाव में बदलाव होता है।
- वायुमंडलीय दबाव में अंतर हवा की गति का कारण बनता है।
- हवा हमेशा उच्च दबाव से निम्न दबाव की ओर बढ़ती है।
वायु चाल
- क्षैतिज दिशाओं में हवा का संचलन, क्षैतिज वायुमंडलीय दबाव अंतर के कारण होता है।
- अधिक दाब ढलान, अधिक हवा का वेग।
- उच्च से निम्न दबाव की ढलान को दबाव प्रवणता के रूप में जाना जाता है।
- हवा की दिशा कोरिओलिस बल (पृथ्वी के घूर्णन के कारण) से प्रभावित होती है।
- कोरिओलिस बल के प्रभाव में, उत्तरी गोलार्ध में हवा दाईं ओर और दक्षिणी गोलार्ध में बाईं ओर विक्षेपित हो जाती है।
- भूमध्य रेखा पर कोरिओलिस बल अनुपस्थित है और ध्रुवों की ओर बढ़ता है।
लंबवत दबाव वितरण
- निचले वायुमंडल में ऊँचाई के साथ दबाव तेजी से घटता है।
- दबाव परिवर्तन के लिए जिम्मेदार कारक हैं वायु घनत्व, तापमान, जल वाष्प की मात्रा और गुरुत्वाकर्षण।
- वायुदाब, घनत्व और तापमान के साथ सीधा आनुपातिक है।
- सतह पर हवा गुरुत्वाकर्षण के कारण अधिक घनी है और इसलिए इसमें उच्च दबाव है।
मौसम का पूर्वानुमान
- बैरोमीटर की रीडिंग देखकर मौसम का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है।
- बैरोमीटर की ऊँचाई अचानक गिरने का मतलब आने वाला तूफान।
- बैरोमीटर की ऊँचाई धीरे-धीरे गिरने का मतलब बारिश की संभावना।
- बैरोमीटर की ऊँचाई अचानक बढ़ने का मतलब उस स्थान से आसपास के क्षेत्र में हवा का प्रवाह (अत्यंत शुष्क मौसम)।
- कोई अचानक परिवर्तन नहीं होने का मतलब मौसम साफ (निष्पक्ष)।
क्षैतिज दबाव वितरण
- क्षैतिज दबाव वितरण का अध्ययन स्थिर स्तरों पर रेखा-चित्र आइसोबार्स द्वारा किया जाता है।
- आइसोबार्स समान दबाव वाले स्थानों को जोड़ने वाली रेखाएं हैं।
- आइसोबार्स का अंतर दबाव परिवर्तन की दर और दिशा को व्यक्त करता है।
- खड़ी या मजबूत दबाव ढलान को आइसोबार्स के करीब रखने से दर्शाया जाता है, जबकि विस्तृत रखने का मतलब कमजोर ढलान।
- दबाव बेल्ट प्रकृति में स्थायी नहीं हैं।
- वे सूर्य की गति के अनुसार दोलन करते हैं।
- उत्तरी गोलार्ध में वे गर्मियों में दक्षिण की ओर और सर्दियों में उत्तर की ओर बढ़ते हैं।
सात दबाव बेल्ट
- भूमध्यरेखीय निम्न
- उपोष्णकटिबंधीय उच्च (उत्तर और दक्षिण)
- उप-ध्रुवीय निम्न (उत्तर और दक्षिण)
- ध्रुवीय उच्च (उत्तर और दक्षिण)
भूमध्यवर्ती निम्न दबाव बेल्ट या निवाषत-मंडल
- भूमध्य रेखा के उत्तर और दक्षिण में 0 से 5° तक फैला है।
- लंबवत सूर्य की किरणों के कारण तीव्र गर्मी, जिससे हवा फैलती है और ऊपर उठती है, जिससे निम्न दबाव होता है।
- हवा की शांत चाल के कारण इसे निवाषत मंडल भी कहा जाता है।
- उच्च तापमान, वायु में उच्च जल वाष्प और भूमध्य रेखा पर पृथ्वी के घूमने की अधिकतम गति के कारण निम्न दबाव रहता है।
उप - उष्णकटिबन्धीय उच्च दबाव बेल्ट या अश्व अक्षांश
- भूमध्य रेखा के लगभग 30° उत्तर और दक्षिण में स्थित है।
- भूमध्यरेखीय क्षेत्र से आने वाली हवा के संवहन के कारण उच्च दबाव होता है जो भारी होने के बाद नीचे उतरती है।
- इस उच्च दबाव बेल्ट की शांत परिस्थितियों में पालना मुश्किल होता था, जिसके कारण घोड़ों को समुद्र में फेंक दिया जाता था, इसलिए इसे अश्व अक्षांश कहा जाता है।
- उच्च दबाव से निम्न दबाव की ओर हवा चलती है, इसलिए उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्र से आने वाली हवाएँ भूमध्य रेखा की ओर प्रवाहित होती हैं (व्यापार हवाएं) और दूसरी ओर उप-ध्रुवीय निम्न-दाब की ओर (वेस्टरलीज़)।
उप-ध्रुवीय निम्न दाब बेल्ट
- दोनों गोलार्ध में 60° और 70° उत्तर और दक्षिण के बीच स्थित है।
- अवरोही वायु दो भागों में विभाजित हो जाती है, एक भाग भूमध्यवर्ती निम्न-दाब बेल्ट की ओर और दूसरा भाग ध्रुवीय निम्न-दाब बेल्ट की ओर बहता है।
- कोरिओलिस बल के कारण, ध्रुवीय क्षेत्र के आसपास की हवाएँ भूमध्य रेखा की ओर बहती हैं।
- केन्द्रापसारक बल निम्न-दाब बेल्ट बनाते हैं जो इस क्षेत्र में सर्दियों में बार-बार तूफान का कारण बनते हैं।
ध्रुवीय उच्च दबाव बेल्ट
- उत्तर और दक्षिण में 70° से 90° के बीच है।
- ठंडी अवरोही हवा इस क्षेत्र में उच्च दबाव को जन्म देती है।
- इन क्षेत्रों को ध्रुवीय उच्च के रूप में जाना जाता है।
- ये क्षेत्र स्थायी बर्फ की टोपी से आच्छादित हैं।
दबाव बेल्ट का स्थानांतरण
- विभिन्न महाद्वीपों और महासागरों के गर्माहट के कारण दबाव बेल्ट स्थानांतरित हो जाते हैं, जो पृथ्वी के सूर्य की ओर 23 1/2° झुकाव के कारण होता है।
- जनवरी और जुलाई में काफी अंतर के साथ दबाव की स्थिति बनाता है।
- उत्तरी गोलार्ध में जनवरी सर्दी का मौसम होता है और जुलाई गर्मी के मौसम का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि दक्षिणी गोलार्ध में इसके विपरीत होता है।
- जब सूर्य 21 जून को कर्क रेखा के ऊपर होता है, तब दबाव बेल्ट 5° उत्तर की ओर खिसक जाते हैं, और जब यह 22 दिसंबर को मकर रेखा पर लंबवत चमकता है, तो दबाव बेल्ट अपने मूल स्थान से 5° दक्षिण की ओर खिसक जाते हैं।
वायु प्रणाली
- पवन वायु की क्षैतिज गति है।
- यह सूर्य का ताप, पृथ्वी का घूमना आदि कारकों के कारण है।
- पवन प्रणाली का निर्माण सूर्य के विकिरण से शुरू होता है, क्योंकि पृथ्वी की विभिन्न सतहें सूर्य की किरणों को अलग-अलग तरीके से अवशोषित करती हैं।
- सतह का अलग-अलग ताप बादल आवरण, पहाड़ों, घाटियों, जल निकायों, वनस्पति और रेगिस्तानी भूमि जैसे कारकों के कारण है।
- उच्च तापमान वाली सतहों पर हवा ऊपर उठने लगेगी क्योंकि यह हल्की है, घनत्व कम है।
- जैसे-जैसे हवा बढ़ती है, यह कम वायुमंडलीय दबाव बनाता है जो हवा के प्रवाह का कारण बनता है।
पवन संचालन को प्रभावित करने वाले कारक
- पृथ्वी की सतह के पास की क्षैतिज हवाएं निम्न बलों के संयुक्त प्रभाव की प्रतिक्रिया देती हैं: दबाव प्रवण बल, घर्षण बल और कोरिओलिस बल।
- उच्च दबाव से निम्न दबाव की ढलान को दबाव प्रवणता के रूप में जाना जाता है।
- सतह पर हवा घर्षण का अनुभव करती है जो हवा की गति को प्रभावित करती है।
- हवा की दिशा कोरिओलिस बल (पृथ्वी के घूर्णन के कारण) से प्रभावित होती है।
- कोरिओलिस बल के प्रभाव में, उत्तरी गोलार्ध में हवा अपने दाईं ओर और दक्षिणी गोलार्ध में बाईं ओर विक्षेपित हो जाती है। इसे फेरल के नियम के रूप में जाना जाता है।
महत्वपूर्ण हवाएँ
- लू: एक हानिकारक हवा जो मई और जून के महीने में बहती है। बहुत गर्म और शुष्क होती है और आम तौर पर दोपहर में पश्चिम से उत्तर भारत के मैदानी इलाकों और प्रायद्वीपीय पाकिस्तान में बहती है। इसका तापमान 45°C और 50°C के बीच रहता है। इससे लोगों को सनस्ट्रोक भी हो सकता है।
- फोहेन या फोहन: एक लाभदायक हवा जो आल्प्स में स्थानीय महत्व की गर्म हवा भी है। यह एक मजबूत, झोंकेदार, शुष्क और गर्म हवा है जो एक पर्वत श्रृंखला के किनारे पर विकसित होती है। हवा का तापमान 15°C और 20°C के बीच होता है। यह बर्फ को पिघलाकर चराई घास प्रदान करके जानवरों की मदद करती है और अंगूरों को पकने में मदद करती है।
- चिनूक: एक लाभकारी हवा जिसे संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा के क्षेत्र में बर्फ खाने वालों के रूप में जाना जाता है जो चट्टानों के पश्चिमी ढलानों से नीचे जाती है। यह पूर्वी चट्टानों के लिए सहायक है क्योंकि यह सर्दियों के दौरान घास के मैदानों को बर्फ से साफ रखती है।
- मिस्ट्रल: एक हानिकारक हवा जो फ्रांस के आल्प्स से भूमध्य सागर की ओर बहती है। यह राइन घाटी के माध्यम से फैलती है, बहुत ठंडी और शुष्क है जो उच्च गति के साथ दक्षिणी फ्रांस में बर्फीला तूफान ला सकती है।
- सिराको: एक हानिकारक हवा जिसे भूमध्यसागरीय पवन के रूप में भी जाना जाता है जो सहारा से आती है और उत्तरी अफ्रीका और दक्षिणी यूरोप में तूफानी गति से बहती है।
कुछ अन्य महत्वपूर्ण हवाएँ
हवा का नाम | हवा की प्रकृति | क्षेत्र/ देश |
---|---|---|
खमसन | गर्म, शुष्क हवा | मिस्र |
सोलनो | गर्म, नम हवा | सहारा से इबेरियन प्रायद्वीप |
हरमट्टन (गुकनआ डॉक्टर) | गर्म, शुष्क हवा | पश्चिमी अफ्रीका |
बोरा | ठंडी, शुष्क हवा | हंगरी से उत्तरी इटली तक बहती है |
पुनास | ठंडी शुष्क हवा | एंडीज पर्वत का पश्चिमी भाग |
ब्लिज़ाड | ठंडी हवा | टुंड्रा क्षेत्र |
पुगा | ठंडी हवा | रूस |
लेवेंटर | ठंडी हवा | स्पेन |
नॉर्वेस्टर | गर्म हवा | न्यूजीलैंड |
सांता आना | गर्म हवा | दक्षिण कैलिफ़ोर्निया |
कारबुरुन (ब्लैक स्टॉर्म) | गर्म धूल से भरी हवा | मध्य एशिया |
कल्मा | धूल से सनी हुई हवा | कैनरी द्वीप के पार सहारन एयर लेयर |
एलफैंटा | मानसून में नमी की हवा | मालाबार तट |
वायु माप
- हवाओं को उनकी दिशाओं और गति से मापा जाता है।
- एनीमोमीटर वायु की गति को मापते हैं जबकि वायु मापन में एक अन्य उपकरण वायु वेन है जो वायु की दिशा को मापता है।
- ब्यूफोर्ट पवन बल स्केल का उपयोग वायु बल को मापने के लिए किया गया था। स्केल में पवन बल को वर्गीकृत करने के लिए 0 से 12 तक की रीडिंग है।
वायुमंडलीय दबाव
- वायुमंडलीय दबाव समुद्र तल पर 76 सेमी / 760 मिमी पारे के स्तंभ के भार के रूप में परिभाषित किया गया है।
- इसे बैरोमीटर द्वारा मापा जाता है।
- वायुमंडलीय दबाव में बदलाव हवाओं के क्षैतिज संचालन के लिए जिम्मेदार है।
- दबाव में बदलाव के लिए कई कारक उत्तरदायी हैं जैसे:
- हवा का तापमान
- ऊंचाई
- वाष्प
- गुरुत्वाकर्षण बल
- पृथ्वी का घूर्णन
- तापमान बढ़ने पर दबाव कम होता है।
- ऊंचाई बढ़ने पर दबाव कम होता है।
- वाष्प बढ़ने पर दबाव कम होता है (शुष्क हवा का भार> नम हवा का भार)
- वायुमंडलीय दबाव में अंतर हवा की गति का कारण बनता है।
- हवा हमेशा उच्च दबाव से निम्न दबाव की ओर चलती है।
हवाओं की गति
- क्षैतिज दिशाओं में हवा का संचालन क्षैतिज वायुमंडलीय दबाव अंतर के कारण होता है.
- जितनी अधिक दबाव ढलान होगी, हवा का वेग उतना ही अधिक होगा.
- उच्च से निम्न दबाव की ढलान को दबाव प्रवणता के रूप में जाना जाता है.
- हवाओं की दिशा कोरियोलिस बल यानी पृथ्वी के घूर्णन से भी प्रभावित होती है.
- कोरियोलिस बल के प्रभाव में, हवाएँ उत्तरी गोलार्ध में दाईं ओर और दक्षिणी गोलार्ध में बाईं ओर विक्षेपित हो जाती हैं.
- इसे फेरल के नियम के रूप में जाना जाता है.
- कोरियोलिस बल भूमध्य रेखा पर अनुपस्थित है और ध्रुवों की ओर बढ़ता है.
ऊर्ध्वाधर दबाव वितरण
- निचले वायुमंडल में ऊँचाई के साथ दबाव तेजी से घटता है।
- दबाव में बदलाव के लिए वायु घनत्व, तापमान, वाष्प की मात्रा और गुरुत्वाकर्षण उत्तरदाई हैं।
- वायुदाब, घनत्व और तापमान के साथ सीधे आनुपातिक होता है, जिसका अर्थ है कि तापमान या घनत्व में बदलाव, दबाव में बदलाव का कारण होगा।
- सतह पर हवा गुरुत्वाकर्षण के कारण अधिक सघन है और इसलिए इसमें उच्च दबाव होता है।
मौसम का पूर्वानुमान
- बैरोमीटर की रीडिंग से मौसम का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है:
- अगर बैरोमीटर की ऊँचाई अचानक गिरती है, तो यह आने वाले तूफान का संकेत देता है।
- यदि बैरोमीटर की ऊँचाई धीरे-धीरे गिरती है, तो यह बारिश की संभावना को इंगित करता है।
- अगर बैरोमीटर की ऊँचाई अचानक बढ़ जाती है, तो यह उस स्थान से आसपास के क्षेत्र में हवा का प्रवाह इंगित करता है जिसका अर्थ है अत्यंत शुष्क मौसम।
- अगर कोई अचानक परिवर्तन नहीं होता है, तो इसका मतलब मौसम साफ (निष्पक्ष) है।
क्षैतिज दबाव वितरण
- क्षैतिज दबाव वितरण का अध्ययन स्थिर स्तरों पर रेखा-चित्र आइसोबार्स द्वारा किया जाता है।
- आइसोबार्स समान दबाव वाले स्थानों को जोड़ने वाली रेखाएँ हैं।
- यह कुछ विशेष अक्षांशों के साथ पूर्व से पश्चिम दिशा में चलता है।
- आइसोबार्स का अंतर दबाव परिवर्तन की दर और दिशा को व्यक्त करता है।
- इसमें, खड़ी या मजबूत दबाव ढलान को आइसोबार्स के करीब रखकर इंगित किया जाता है जबकि विस्तृत रिक्ति कमजोर ढलान का सुझाव देती है।
- ये दबाव बेल्ट प्रकृति में स्थायी नहीं हैं। वे सूर्य की गति के अनुसार दोलन करते हैं।
- सर्दियों में उत्तरी गोलार्ध में वे दक्षिण की ओर और गर्मियों में उत्तर की ओर बढ़ते हैं।
दबाव बेल्ट
- सात दबाव बेल्ट हैं:
- भूमध्यरेखीय निम्न
- उपोष्णकटिबंधीय उच्च (उत्तर और दक्षिण)
- उप-ध्रुवीय निम्न (उत्तर और दक्षिण)
- ध्रुवीय उच्च (उत्तर और दक्षिण)
भूमध्यवर्ती निम्न दबाव बेल्ट या निवाष-मंडल
- निवाष-मंडल की चौड़ाई भूमध्य रेखा के उत्तर और दक्षिण में 0 से 5° भिन्न हो सकती है।
- इस क्षेत्र में सूर्य की लंबवत किरणों के कारण तीव्र ताप होता है जो फैलता है और बढ़ता है जिससे यहां निम्न दबाव पड़ता है।
- हवा की बेहद शांत चाल के कारण इस बेल्ट को निवाष-मंडल भी कहा जाता है।
- उच्च तापमान, वायु में उच्च जल वाष्प और भूमध्य रेखा पर पृथ्वी के घूमने की अधिकतम गति के कारण निम्न दबाव रहता है।
उप - उष्णकटिबंधीय उच्च दबाव बेल्ट या अश्व अक्षांश
- यह क्षेत्र भूमध्य रेखा के लगभग 30° उत्तर और दक्षिण में स्थित है।
- इस बेल्ट के साथ उच्च दबाव भूमध्यरेखीय क्षेत्र से आने वाली हवा के संवाहन के कारण होता है जो भारी होने के बाद उतरती है।
- शुरुआती जहाजों को इस उच्च दबाव बेल्ट की शांत परिस्थितियों में पालना मुश्किल लगता था।
- वे वजन कम करने के लिए घोड़ों को समुद्र में फेंकते थे इस कारण इसे अश्व अक्षांश के रूप में भी जाना जाता है।
- हवाएं हमेशा उच्च दाब से निम्न दाब की ओर चलती हैं, इसलिए उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्र से आने वाली हवाएँ भूमध्य रेखा की ओर प्रवाहित होती हैं जिसे व्यापार हवाओं के रूप में जाना जाता है और एक अन्य पवन प्रवाह उप-ध्रुवीय निम्न-दाब की ओर होता है जिसे वेस्टरलीज़ कहा जाता है।
उप- ध्रुवीय निम्न दाब बेल्ट
- यह क्षेत्र दोनों गोलार्ध में 60 ° और 70 ° उत्तर और दक्षिण के बीच स्थित है।
- इस क्षेत्र में, अवरोही वायु दो भागों में विभाजित हो जाती है, एक भाग विषुवत निम्न-दाब बेल्ट की ओर और दूसरा भाग ध्रुवीय निम्न-दाब बेल्ट की ओर बहता है।
- पृथ्वी के घूर्णन या कोरियोलिस बल के कारण, ध्रुवीय क्षेत्र के आसपास की हवाएं भूमध्य रेखा की ओर बहती हैं।
- इस क्षेत्र में काम कर रहे केन्द्रापसारक बल निम्न-दबाव बेल्ट बनाते हैं जो इस क्षेत्र में सर्दियों में अक्सर तूफान का कारण बनता है।
ध्रुवीय उच्च दबाव बेल्ट
- यह क्षेत्र उत्तर और दक्षिण में 70° से 90° के बीच है।
- इस क्षेत्र में तापमान हमेशा बेहद कम रहता है।
- ठंडी अवरोही हवा इस क्षेत्र में उच्च दबाव को जन्म देती है।
- ध्रुवीय उच्च दबाव के इन क्षेत्रों को ध्रुवीय उच्च के रूप में जाना जाता है।
- ये क्षेत्र स्थायी बर्फ की टोपी से आच्छादित हैं।
दबाव बेल्ट का स्थानांतरण
- ऊपर चर्चा किए गए दबाव बेल्ट महाद्वीपों और महासागरों के गर्म होने के कारण तदनुसार खिसक जाते हैं जो कि पृथ्वी के सूर्य की ओर 23 1/2° झुकाव के कारण होता है।
- यह जनवरी और जुलाई में काफी भिन्नता के साथ दबाव की स्थिति बनाता है।
- उत्तरी गोलार्ध में जनवरी में सर्दियों का मौसम होता है और जुलाई गर्मियों के मौसम का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि दक्षिणी गोलार्ध में इसके विपरीत रहता है।
- जब सूर्य 21 जून को कर्क रेखा के ऊपर होता है तब दबाव बेल्ट 5° उत्तर की ओर खिसक जाता है और जब यह 22 दिसंबर को मकर रेखा पर लंबवत चमकता है तो दबाव बेल्ट अपने मूल स्थान से 5° दक्षिण की ओर खिसक जाते हैं।
वायु प्रणाली
- पवन वायु की क्षैतिज गति है।
- यह निम्नलिखित कारकों के कारण है जैसे सूर्य का ताप, पृथ्वी का घूर्णन।
- पवन प्रणाली का निर्माण सूर्य के विकिरण से शुरू होता है क्योंकि पृथ्वी की विभिन्न सतहें सूर्य की किरणों को अलग तरह से अवशोषित करती हैं।
- सतह का अलग-अलग ताप क्लाउड कवर, पहाड़ों, घाटियों, जल निकायों, वनस्पति और रेगिस्तान भूमि जैसे कारकों के कारण है।
- उच्च तापमान वाली सतहों पर हवा तब उठने लगेगी क्योंकि यह हल्की है, घनत्व कम है।
- जैसे ही हवा बढ़ती है, यह कम वायुमंडलीय दबाव बनाता है जो हवा के प्रवाह का कारण बनता है।
पवन संचालन को प्रभावित करने वाले कारक
- पृथ्वी की सतह के पास की क्षैतिज हवाएँ निम्नलिखित बलों के संयुक्त प्रभाव की प्रतिभा देती हैं - दबाव प्रवण बल, घर्षण बल और कोरियोलिस बल।
- उच्च दाब से निम्न दाब की ढलान को दबाव प्रवणता के रूप में जाना जाता है।
- सतह पर हवा घर्षण का अनुभव करती है जो हवा की गति को प्रभावित करती है।
- हवाओं की दिशा कोरियोलिस बल यानी पृथ्वी के घूर्णन से भी प्रभावित होती है।
- कोरियोलिस बल के प्रभाव में, हवाएँ उत्तरी गोलार्ध में अपने दाईं ओर और दक्षिणी गोलार्ध में बाईं ओर विक्षेपित हो जाती हैं.
- इसे फेरल के नियम के रूप में जाना जाता है.
महत्वपूर्ण हवाएँ
-
लू:
- यह हानिकारक हवा है जो मई और जून के महीने में बहती है।
- यह बहुत ही गर्म और शुष्क हवा है और आमतौर पर दोपहर में पश्चिम से उत्तर भारत के मैदानी इलाकों और पाकिस्तान में बहती है।
- इसका तापमान 45°C और 50°C के बीच रहता है।
- इससे लोगों को सनस्ट्रोक भी हो सकता है।
-
फोहेन या फोहि:
- यह एक लाभदायक हवा है जो आल्प्स में स्थानीय महत्व की गर्म हवा भी है।
- यह एक मजबूत, धक्केनी, शुष्क और गर्म हवा है जो एक पर्वत श्रृंखला के किनारे पर विकसित होती है।
- हवा का तापमान 15°C और 20°C के बीच भिन्न होता है।
- यह बर्फ को पिघलाकर चराई घास प्रदान करके जानवरों की मदद करती है और अंगूरों को पकने में मदद करती है।
-
चिनूक:
- यह एक लाभकारी हवा है जिसे संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा के क्षेत्र में बर्फ खाने वालों के रूप में जाना जाता है जो चट्टानों के पश्चिमी ढलानों से नीचे जाती है।
- यह पूर्व की चट्टानों के लिए सहायक है क्योंकि यह सर्दियों के दौरान घास के मैदानों को बर्फ से साफ रखती है।
-
मिस्ट्रल:
- यह एक हानिकारक हवा है जो फ्रांस के आल्प्स से भूमध्य सागर की ओर बहती है।
- यह राइन घाटी के माध्यम से फैलती है, जो बहुत ठंडी और शुष्क है जो उच्च गति के साथ दक्षिणी फ्रांस में बर्फीला तूफान ला सकती है।
-
सिराको:
- यह एक हानिकारक हवा है जिसे भूमध्यसागरीय पवन के रूप में भी जाना जाता है जो सहारा से आती है और उत्तरी अफ्रीका और दक्षिणी यूरोप में तूफान की गति से बहती है।
कुछ अन्य महत्वपूर्ण हवाएँ
वायु का नाम | वायु की प्रकृति | क्षेत्र/देश |
---|---|---|
खमसिन | गर्म, शुष्क हवा | मिस्र |
सोलनो | गर्म, नम हवा | सहारा से इबेरियन प्रायद्वीप |
हरमट्टन (गुकनआ डॉक्टर) | गर्म, शुष्क हवा | पश्चिमी अफ्रीका |
बोरा | ठंडी, शुष्क हवा | हंगरी से उत्तरी इटली तक बहती है |
पुनास | ठंडी शुष्क हवा | एंडीज पर्वत का पश्चिमी भाग |
ब्लिज़ाड | ठंडी हवा | टुंड्रा क्षेत्र |
पुगा | ठंडी हवा | रूस |
लेवटें र | ठंडी हवा | स्पेन |
नॉवेस्टर | गर्म हवा | न्यूजीलैंड |
सांता आना | गर्म हवा | दक्षिण कैलिफ़ोर्निया |
कारबुरुन (ब्लैक स्टॉर्म) | गर्म धूल भरी हवा | मध्य एशिया |
काललमा | धूल से सनी हुई हवा | कैनरी द्वीप के पार सहारन एयर लेयर |
एललफैंटा | मानसून में नमी की हवा | मालाबार तट |
वायु माप
- हवाओं को उनकी दिशाओं और गति से मापा जाता है।
- एनीमोमीटर वायु की गति को मापते हैं जबकि वायु मापन में एक अन्य उपकरण वायु वेन है जो वायु की दिशा को मापता है।
- ब्यूफोर्ट विंड फोर्स स्केल का उपयोग वायु बल को मापने के लिए किया गया था।
- स्केल में पवन बल को वर्गीकृत करने के लिए 0 से 12 तक की रीडिंग है।
वायुमंडलीय दबाव
- वायुमंडलीय दबाव समुद्र तल पर 76 सेमी/760 मिमी ऊंचे पारे के स्तंभ के भार के रूप में परिभाषित होता है।
- यह बैरोमीटर द्वारा मापा जाता है।
- वायुमंडलीय दबाव में बदलाव हवाओं के क्षैतिज संचलन का मुख्य कारण है।
- दबाव में बदलाव के मुख्य कारक हैं: हवा का तापमान, ऊँचाई, जलवाष्प, गुरुत्वाकर्षण बल, पृथ्वी का घूर्णन।
दबाव और अन्य कारकों का सम्बन्ध
- तापमान बढ़ने पर दबाव घटता है।
- ऊँचाई बढ़ने पर दबाव घटता है।
- जलवाष्प बढ़ने पर दबाव घटता है (शुष्क हवा का भार नम हवा से अधिक होता है)।
- हवा गर्म होने पर फैलती है और ठंडा होने पर सिकुड़ती है, जिससे वायुमंडलीय दबाव में बदलाव होता है।
- वायुमंडलीय दबाव में अंतर हवा की गति का कारण बनता है, हवा हमेशा उच्च दबाव से निम्न दबाव की ओर चलती है।
वायु की गति
- क्षैतिज दिशाओं में वायु का संचलन क्षैतिज वायुमंडलीय दबाव अंतर के कारण होता है।
- दबाव ढलान जितनी तेज होगी, हवा की गति उतनी अधिक होगी।
- उच्च से निम्न दबाव की ढलान को दबाव प्रवणता कहा जाता है।
- हवा की दिशा कोरियोलिस बल (पृथ्वी के घूर्णन के कारण) द्वारा प्रभावित होती है।
- उत्तरी गोलार्ध में, कोरियोलिस बल के कारण हवा दाईं ओर विक्षेपित होती है, दक्षिणी गोलार्ध में बाईं ओर। इसे फेरल के नियम के रूप में जाना जाता है।
- भूमध्य रेखा पर कोरियोलिस बल शून्य होता है और ध्रुवों की ओर बढ़ता है।
ऊर्ध्वाधर दबाव वितरण
- निचले वायुमंडल में, ऊँचाई के साथ दबाव तेजी से घटता है।
- वायु का घनत्व, तापमान, जलवाष्प की मात्रा और गुरुत्वाकर्षण बल दबाव के परिवर्तन के लिए जिम्मेदार हैं।
- वायुदाब, घनत्व और तापमान के साथ सीधे आनुपातिक होता है, तापमान या घनत्व में परिवर्तन, दबाव में समान परिवर्तन का कारण होगा।
- सतह पर, हवा गुरुत्वाकर्षण के कारण अधिक घनी होती है, और इसलिये इसमें उच्च दबाव होता है।
मौसम का पूर्वानुमान
- बैरोमीटर की रीडिंग से मौसम का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है।
- अगर बैरोमीटर की ऊंचाई अचानक गिरती है, तो यह आने वाले तूफ़ान का संकेत देता है।
- अगर बैरोमीटर की ऊंचाई धीरे-धीरे गिरती है, तो यह बारिश की संभावना को इंगित करता है।
- अगर बैरोमीटर की ऊंचाई अचानक बढ़ जाती है, तो यह उस स्थान से आसपास के क्षेत्र में हवा का प्रवाह इंगित करता है, जिसका अर्थ है अत्यंत शुष्क मौसम।
- अगर कोई अचानक परिवर्तन नहीं होता है, तो इसका मतलब मौसम साफ़ (निष्पक्ष) है।
क्षैतिज दबाव वितरण
- क्षैतिज दबाव वितरण का अध्ययन स्थिर स्तरों पर रेखा-चित्र आइसोबार द्वारा किया जाता है।
- आइसोबार समान दबाव वाले स्थानों को जोड़ने वाली रेखाएँ हैं।
- यह कुछ विशिष्ट अक्षांशों के साथ पूरब से पश्चिम दिशा में चलता है।
- आइसोबार का अंतर दबाव परिवर्तन की दर और दिशा को व्यक्त करता है।
- खड़ी या मजबूत दबाव ढलान को आइसोबार के करीब रीढ़क्त द्वारा इंगित किया जाता है, जबकि विस्तृत रिढ़क्त कमजोर ढलान का सुझाव देती है।
दबाव पेटियाँ
- दबाव पेटियाँ प्रकृति में स्थायी नहीं हैं, वे सूर्य की गति के अनुसार दोलन करते हैं।
- उत्तरी गोलार्ध में, वे दक्षिण की ओर सर्दियों में और उत्तर की ओर गर्मियों में बढ़ते हैं।
- सात दबाव पेटियाँ हैं:
- भूमध्यरेखीय निम्न
- उपोष्णकटिबंधीय उच्च (उत्तर और दक्षिण)
- उप-ध्रुवीय निम्न (उत्तर और दक्षिण)
- ध्रुवीय उच्च (उत्तर और दक्षिण)
भूमध्यरेखीय निम्न दबाव पेटी / निवृत्त-मंडल
- निवृत्त-मंडल की चौड़ाई भूमध्य रेखा के उत्तर और दक्षिण में 0 से 5° भिन्न हो सकती है।
- इस क्षेत्र में सूर्य की लंबवत किरणों के कारण तीव्र ताप होता है, जो फैलता है और बढ़ता है, जिससे यहाँ निम्न दबाव पड़ता है।
- हवा की बेहद शांत चाल के कारण इस बेल्ट को निवृत्त मंडल भी कहा जाता है।
- उच्च तापमान, वायु में उच्च जलवाष्प, और भूमध्य रेखा पर पृथ्वी के घूमने की अधिकतम गति के कारण निम्न दबाव रहता है।
उप-उष्णकटिबंधीय उच्च दबाव पेटी / अश्व अक्षांश
- यह क्षेत्र भूमध्य रेखा के लगभग 30° उत्तर और दक्षिण में स्थित है।
- इस बेल्ट के साथ उच्च दबाव भूमध्यरेखीय क्षेत्र से आने वाली हवा के संवहन के कारण होता है, जो भारी होने के बाद उतरती है।
- शुरुआती जहाजों को इस उच्च दबाव बेल्ट की शांत परिस्थितियों में पालना मुश्किल लगता था, इसलिए वे घोड़ों को समुद्र में फेंकते थे, इस कारण इसे अश्व अक्षांश के रूप में भी जाना जाता है।
- उच्च दाब से निम्न दाब की ओर चलने वाली हवाएँ उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्र से भूमध्य रेखा की ओर प्रवाहित होती हैं, जिन्हें व्यापार हवाएँ कहा जाता है।
- एक अन्य पवन प्रवाह उप-ध्रुवीय निम्न-दाब की। ओर होता है, जिन्हें वेस्टरलीज़ कहा जाता है।
उप-ध्रुवीय निम्न दबाव पेटी
- यह क्षेत्र दोनों गोलार्ध में 60° और 70° उत्तर और दक्षिण के बीच स्थित है।
- इस क्षेत्र में, अवरोही वायु दो भागों में विभाजित हो जाती है, एक भाग विषुवत निम्न-दाब बेल्ट की ओर, और दूसरा भाग ध्रुवीय निम्न-दाब बेल्ट की ओर बहता है।
- पृथ्वी के घूर्णन, या कोरियोलिस बल के कारण, ध्रुवीय क्षेत्र के आसपास की हवाएँ भूमध्य रेखा की ओर बहती हैं।
- इस क्षेत्र में कार्य कर रहे केन्द्रापसारक बल निम्न-दबाव बेल्ट बनाते हैं, जो इस क्षेत्र में सर्दियों में अक्सर तूफ़ान का कारण बनता है।
ध्रुवीय उच्च दबाव पेटी
- यह क्षेत्र उत्तर और दक्षिण में 70° से 90° के बीच है।
- इस क्षेत्र में तापमान हमेशा बेहद कम रहता है।
- ठंडी अवरोही हवा इस क्षेत्र में उच्च दबाव को जन्म देती है।
- इन क्षेत्रों को ध्रुवीय उच्च के रूप में जाना जाता है।
- ये क्षेत्र स्थायी बर्फ की टोपी से आच्छादित हैं।
दबाव पेटियों का स्थानांतरण
- दबाव पेटियाँ महाद्वीपों और महासागरों के गर्म होने के कारण तदनुसार खिसक जाते हैं, जो पृथ्वी के सूर्य की ओर 23 1/2° झुकाव के कारण होता है।
- यह जनवरी और जुलाई में काफी भिन्नता के साथ दबाव की स्थिति बनाता है।
- उत्तरी गोलार्ध में जनवरी में सर्दियों का मौसम होता है और जुलाई गर्मियों के मौसम का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि दक्षिणी गोलार्ध में इसके विपरीत होता है।
- जब सूर्य 21 जून को कर्क रेखा के ऊपर होता है तब दबाव पेटियाँ 5° उत्तर की ओर खिसक जाती हैं, और जब यह 22 दिसंबर को मकर रेखा पर लंबवत चमकता है, तो दबाव पेटियाँ अपने मूल स्थान से 5° दक्षिण की ओर खिसक जाते हैं।
वायु प्रणाली
- पवन वायु की क्षैतिज गति है।
- यह सूर्य का ताप, पृथ्वी का घूमना, और अन्य कारकों के कारण होती है।
- पवन प्रणाली का निर्माण सूर्य के विकिरण से शुरू होता है, क्योंकि पृथ्वी की विभिन्न सतहें सूर्य की किरणों को अलग तरह से अवशोषित करती हैं।
- सतह का अलग-अलग ताप क्लाउड कवर, पहाड़ों, घाटियों, जल निकायों, वनस्पति, और रेगिस्तान भूमि जैसे कारकों के कारण होता है।
- उच्च तापमान वाली सतहों पर हवा तब उठने लगेगी क्योंकि यह हल्की है, घनत्व कम है।
- जैसे ही हवा बढ़ती है, यह कम वायुमंडलीय दबाव बनाता है जो हवा के प्रवाह का कारण बनता है।
पवन संचालन को प्रभावित करने वाले कारक
- पृथ्वी की सतह के पास की क्षैतिज हवाएँ निम्न बलों के संयुक्त प्रभाव की प्रतिक्रिया देती हैं - दबाव प्रवण बल, घर्षण बल, और कोरियोलिस बल।
- उच्च दाब से निम्न दाब की ढलान को दबाव प्रवणता कहा जाता है।
- सतह पर, हवा घर्षण का अनुभव करती है, जो हवा की गति को प्रभावित करता है।
महत्वपूर्ण हवाएँ
- लू: मई और जून के महीने में बहने वाली हानिकारक हवा, बहुत गर्म और शुष्क, पश्चिम से उत्तर भारत के मैदानी इलाकों और पाकिस्तान में बहती है, तापमान 45°C से 50°C के बीच रहता है, सनस्ट्रोक का खतरा।
- फोहेन / फोह: आल्प्स में स्थानीय महत्व की गर्म हवा, मजबूत, झोंकेदार, शुष्क और गर्म, एक पर्वत श्रृंखला के किनारे पर विकसित होती है, तापमान 15°C से 20°C के बीच भिन्न होता है, बर्फ को पिघलाकर चराई घास प्रदान करके जानवरों की मदद करती है, अंरों को पकने में मदद करती है।
- चिनूक: संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा के क्षेत्र में बर्फ खाने वालों के रूप में जाना जाता है, चट्टानों के पश्चिमी ढलानों से नीचे जाती है, पूरब की चट्टानों के लिए सहायक है क्योंकि यह सर्दियों के दौरान घास के मैदानों को बर्फ से साफ़ रखती है।
- मिस्ट्रल: फ्रांस के आल्प्स से भूमध्य सागर की ओर बहने वाली हानिकारक हवा, राइन घाटी के माध्यम से फैलती है, बहुत ठंडी और शुष्क, उच्च गति के साथ दक्षिणी फ्रांस में बर्फीला तूफान ला सकती है।
- सिराको: भूमध्यसागरीय पवन के रूप में भी जाना जाता है, सहारा से आती है, उत्तरी अफ्रीका और दक्षिणी यूरोप में तूफान की गति से बहती है, हानिकारक हवा।
अन्य महत्वपूर्ण हवाएँ
वायु का नाम | वायु की प्रकृति | क्षेत्र/देश |
---|---|---|
खमसिन | गर्म, शुष्क हवा | मिस्र |
सोलनो | गर्म, नम हवा | सहारा से इबेरियन प्रायद्वीप |
हरमट्टन (गुकना डॉक्टर) | गर्म, शुष्क हवा | पश्चिमी अफ्रीका |
बोरा | ठंडी, शुष्क हवा | हंगरी से उत्तरी इटली तक बहती है |
प्लेनास | ठंडी शुष्क हवा | एंडीज पर्वत का पश्चिमी भाग |
ब्लिज़्ज़ार्ड | ठंडी हवा | टुंड्रा क्षेत्र |
पुर्गस | ठंडी हवा | रूस |
लेवटेंटा | ठंडी हवा | स्पेन |
नॉर्वेस्टर | गर्म हवा | न्यूज़ीलैंड |
सांता आना | गर्म हवा | दक्षिण कैलिफोर्निया |
कारबुरुन (ब्लैक स्टॉर्म) | गर्म धूल भरी हवा | मध्य एशिया |
कालमा | धूल से सनी हुई हवा | कैनरी द्वीप के पार सहारन एयर लेयर |
एल फैंटा | मॉनसून में नमी की हवा | मालाबार तट |
वायु माप
- हवाओं को उनकी दिशाओं और गति से मापा जाता है।
- एनीमोमीटर वायु की गति को मापते हैं, जबकि वायु मापन में एक अन्य उपकरण वायु वेन है जो वायु की दिशा को मापता है।
- ब्यूफोर्ट पवन बल स्केल का उपयोग वायु बल को मापने के लिए किया गया था।
- स्केल में पवन बल को वर्गीकृत करने के लिए 0 से 12 तक की रीडिंग है।
वायुमंडलीय दबाव
- वायुमंडलीय दबाव को 76 सेमी/760 मिमी पारे के स्तंभ के भार के रूप में परिभाषित किया गया है जो समुद्र तल पर होता है.
- वायुमंडलीय दबाव को बैरोमीटर से मापा जाता है.
- वायुमंडलीय दबाव में बदलाव हवाओं के क्षैतिज संचलन के लिए जिम्मेदार होता है.
- वायुमंडलीय दबाव को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक हैं: हवा का तापमान, ऊँचाई, जल वाष्प, गुरुत्वाकर्षण बल, पृथ्वी का घूमना.
- तापमान में वृद्धि दबाव को कम करती है
- ऊंचाई में वृद्धि दबाव को कम करती है
- अधिक जल वाष्प दबाव को कम करती है (शुष्क हवा का भार नम हवा से अधिक होता है)
- वायुमंडलीय दबाव में अंतर हवा की गति का कारण बनता है. हवा हमेशा उच्च दबाव से निम्न दबाव की ओर बहती है.
वायु संचालन
- वायुमंडलीय दबाव में अंतर के कारण होने वाले क्षैतिज संचलन को वायु संचालन कहते हैं.
- उच्च दाब ढलान, वायु की गति को अधिक तेज बनाती है.
- उच्च दाब से निम्न दाब तक की ढलान को दाब प्रवणता कहा जाता है.
- कोरियोलिस बल पृथ्वी के घूमने के कारण होता है.
- कोरियोलिस बल के प्रभाव के तहत, उत्तरी गोलार्ध में हवाएँ अपनी दाहिनी ओर, और दक्षिणी गोलार्ध में बाईं ओर विक्षेपित होती हैं.
- इस नियम को फेरल का नियम कहा जाता है.
- भूमध्य रेखा पर कोरियोलिस बल अनुपस्थित होता है और ध्रुवों की ओर बढ़ता है.
लंबवत दबाव वितरण
- निचले वायुमंडल में, ऊंचाई के साथ दबाव तेजी से कम होता है.
- वायु का घनत्व, तापमान, जल वाष्प की मात्रा और गुरुत्वाकर्षण बल दबाव में बदलाव के लिए जिम्मेदार हैं.
- वायुदाब, घनत्व और तापमान समानुपाती होते हैं, मतलब तापमान या घनत्व में बदलाव, दबाव में बदलाव लाएगा.
- सतह पर हवा, गुरुत्वाकर्षण बल के कारण denser होती है, जिससे उच्च दबाव पैदा होता है.
मौसम का पूर्वानुमान
- बैरोमीटर की रीडिंग से मौसम का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है.
- बैरोमीटर की ऊंचाई में अचानक गिरावट, आने वाले तूफ़ान का संकेत है.
- बैरोमीटर की ऊंचाई में धीमी गिरावट, बारिश की संभावना का संकेत है.
- बैरोमीटर की ऊंचाई में अचानक वृद्धि, हवा के किसी क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में प्रवाह का संकेत है, जिसका अर्थ है शुष्क मौसम.
- अगर अचानक कोई बदलाव नहीं होता है, तो इसका मतलब है मौसम साफ है.
क्षैतिज दबाव वितरण
- क्षैतिज दबाव वितरण का अध्ययन समस्थिर स्तरों पर रेखा-चित्र आइसोबार्स द्वारा किया जाता है.
- आइसोबार्स समान दाब वाले स्थानों को जोड़ने वाली रेखाएँ हैं.
- यह कुछ निश्चित अक्षांशों के साथ पूर्व से पश्चिम दिशा में चलता है.
- आइसोबार्स का अंतर दबाव में बदलाव की दर और दिशा को दर्शाता है.
- आइसोबार्स का करीब होना मजबूत दबाव ढलान का संकेत है, जबकि बड़ा अंतर कमजोर ढलान का संकेत है.
दबाव बेल्ट
- दबाव बेल्ट स्थायी नहीं हैं, सूर्य की गति के अनुसार ये दोलन करते हैं.
- उत्तरी गोलार्ध में वे दक्षिण की ओर और गर्मियों में उत्तर की ओर बढ़ते हैं.
दबाव बेल्ट के प्रकार:
भूमध्यरेखीय निम्न दबाव बेल्ट या निवाषत-मंडल
- भूमध्य रेखा के उत्तर और दक्षिण में 0 से 5° तक फैला हुआ है.
- सूर्य की लंबवत किरणों के कारण इस क्षेत्र में तीव्र ताप होता है, जिससे हवा फैलती है और दबाव कम होता है.
- हवा की शांत गति के कारण इसे निवाषत मंडल भी कहा जाता है.
- उच्च तापमान, वायु में उच्च जल वाष्प और भूमध्य रेखा पर पृथ्वी के घूमने की अधिकतम गति के कारण निम्न दबाव रहता है.
उप - उष्णकटिबंधीय उच्च दबाव बेल्ट या अश्व अक्षांश
- भूमध्य रेखा के लगभग 30° उत्तर और दक्षिण में स्थित है.
- भूमध्यरेखीय क्षेत्र से आने वाली हवा के संवहन के कारण इस बेल्ट में उच्च दबाव होता है, जो भारी होने के बाद नीचे उतरती है.
- शुरुआती जहाजों को इस उच्च दबाव बेल्ट में हवाएँ कम होने के कारण पालना मुश्किल लगता था, इसलिए उन्होंने भार कम करने के लिए घोड़ों को समुद्र में फेंक दिया था.
- इसी कारण इसे अश्व अक्षांश कहा जाता है.
- उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्र से आने वाली हवाएँ भूमध्य रेखा की ओर बहती हैं, जिन्हें व्यापार हवाएँ कहते हैं, और दूसरी ओर एक अन्य पवन प्रवाह उप-ध्रुवीय निम्न-दाब की ओर बहता है जिन्हें वेस्टरलीज़ कहा जाता है.
उप- ध्रुवीय निम्न दाब बेल्ट
- दोनों गोलार्ध में 60 ° और 70 ° उत्तर और दक्षिण के बीच स्थित है.
- इस क्षेत्र में अवरोही वायु दो भागों में विभाजित हो जाती है, एक भाग विषुवत निम्न-दाब बेल्ट की ओर और दूसरा भाग ध्रुवीय निम्न-दाब बेल्ट की ओर बहता है.
- पृथ्वी के घूमने या कोरियोलिस बल के कारण, ध्रुवीय क्षेत्र के आसपास की हवाएँ भूमध्य रेखा की ओर बहती हैं.
- इस क्षेत्र में काम कर रहे केन्द्रापसारक बल निम्न-दबाव बेल्ट बनाते हैं जो इस क्षेत्र में सर्दियों में अक्सर तूफान का कारण बनता है.
ध्रुवीय उच्च दबाव बेल्ट
- यह क्षेत्र उत्तर और दक्षिण में 70° से 90° के बीच है.
- इस क्षेत्र में तापमान हमेशा बेहद कम रहता है.
- ठंडी अवरोही वायु इस क्षेत्र में उच्च दबाव बनाती है.
- इसे ध्रुवीय उच्च कहा जाता है.
- ये क्षेत्र स्थायी बर्फ की टोपी से ढके हुए हैं.
दबाव बेल्ट का स्थानांतरण
- महाद्वीपों और महासागरों के गर्म होने के कारण, दबाव बेल्ट अपने स्थान से खिसकते हैं जो पृथ्वी के सूर्य की ओर 23 1/2° झुकाव के कारण होता है.
- जनवरी और जुलाई में यह दबाव की स्थिति में काफी बदलाव लाता है.
- उत्तरी गोलार्ध में जनवरी में सर्दियों का मौसम होता है और जुलाई गर्मियों के मौसम का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि दक्षिणी गोलार्ध में इसके विपरीत होता है.
- जब सूर्य 21 जून को कर्क रेखा के ऊपर होता है तब दबाव बेल्ट 5° उत्तर की ओर खिसक जाते हैं और जब यह 22 दिसंबर को मकर रेखा पर लंबवत चमकता है तो दबाव बेल्ट अपने मूल स्थान से 5° दक्षिण की ओर खिसक जाते हैं.
पवन प्रणाली
- पवन वायु की क्षैतिज गति है.
- यह सूर्य के ताप, पृथ्वी के घूमने, और अन्य कारकों के कारण होती है.
- पवन प्रणाली का निर्माण सूर्य के विकिरण से शुरू होता है, क्योंकि पृथ्वी की विभिन्न सतहें सूर्य की किरणों को अलग-अलग तरीके से अवशोषित करती हैं.
- सतह का अलग-अलग ताप बादल आवरण, पहाड़ों, घाटियों, जल निकायों, वनस्पति और रेगिस्तान भूमि जैसे कारकों के कारण होता है.
- उच्च तापमान वाली सतहों पर हवा ऊपर उठने लगती है क्योंकि यह हल्की होती है और इसका घनत्व कम होता है.
- जैसे ही हवा ऊपर उठती है, यह कम वायुमंडलीय दबाव बनाती है, जो हवा के प्रवाह का कारण बनता है.
पवन संचालन को प्रभावित करने वाले कारक
- पृथ्वी की सतह के पास क्षैतिज हवाएँ निम्न बलों के संयुक्त प्रभाव के कारण होती हैं: दाब प्रवण बल, घर्षण बल और कोरियोलिस बल.
- उच्च दाब से निम्न दाब की ढलान को दाब प्रवणता कहा जाता है.
- सतह पर हवा घर्षण का अनुभव करती है, जो हवा की गति को प्रभावित करता है.
- कोरियोलिस बल, पृथ्वी के घूमने के कारण होता है.
महत्वपूर्ण हवाएँ
- लू: एक हानिकारक हवा जो मई और जून के महीने में बहती है. यह बहुत गर्म और शुष्क हवा है, और आमतौर पर दोपहर में पश्चिम से उत्तर भारत के मैदानी इलाकों और पाकिस्तान में बहती है. इसका तापमान 45°C और 50°C के बीच रहता है. इससे लोगों को सनस्ट्रोक भी हो सकता है.
- फोहन या फोहि: एक लाभदायक हवा जो आल्प्स में स्थानीय महत्व की गर्म हवा है. यह एक मजबूत, धचकनी, शुष्क और गर्म हवा है जो एक पर्वत श्रृंखला के किनारे पर विकसित होती है. हवा का तापमान 15°C और 20°C के बीच भिन्न होता है. यह बर्फ को पिघलाकर चराई घास प्रदान करके जानवरों की मदद करती है और अंगूरों को पकने में मदद करती है.
- चिनूक: एक लाभकारी हवा जिसे संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा में क्षेत्र में बर्फ खाने वालों के रूप में जाना जाता है जो चट्टानों के पश्चिमी ढलानों से नीचे जाती है. यह पूर्वी चट्टानों के लिए सहायक है क्योंकि यह सर्दियों के दौरान घास के मैदानों को बर्फ से साफ रखती है.
- मिस्ट्रल: एक हानिकारक हवा जो फ्रांस के आल्प्स से भूमध्य सागर की ओर बहती है. यह राइन घाटी के माध्यम से फैलती है, जो बहुत ठंडी और शुष्क है जो उच्च गति के साथ दक्षिणी फ्रांस में बर्फीला तूफान ला सकती है.
- सिराको: एक हानिकारक हवा जिसे भूमध्यसागरीय पवन के रूप में भी जाना जाता है जो सहारा से आती है और उत्तरी अफ्रीका और दक्षिणी यूरोप में तूफ़ान की गति से बहती है.
अन्य महत्वपूर्ण हवाएँ
हवा का नाम | हवा की प्रकृति | क्षेत्र /देश |
---|---|---|
खमसिन | गर्म, शुष्क हवा | मिस्र |
सोलनो | गर्म, नम हवा | सहारा से इबेरियन प्रायद्वीप तक |
हरमट्टन (गुकनआ डॉक्टर) | गर्म, शुष्क हवा | पश्चिमी अफ्रीका |
बोरा | ठंडी, शुष्क हवा | हंगरी से उत्तरी इटली तक बहती है |
पुनास | ठंडी शुष्क हवा | एंडीज पर्वत का पश्चिमी भाग |
ब्लिज़ाड | ठंडी हवा | टुंड्रा क्षेत्र |
पुगा | ठंडी हवा | रूस |
लेवटें | ठंडी हवा | स्पेन |
नॉर्वेस्टर | गर्म हवा | न्यूजीलैंड |
सांता आना | गर्म हवा | दक्षिण कैलिफ़ोर्निया |
काराबुरुन (ब्लैक स्टॉर्म) | गर्म धूल भरी हवा | मध्य एशिया |
काललमा | धूल से सनी हुई हवा | कैनरी द्वीप के पार सहारन एयर लेयर |
एललफैंटा | मानसून में नमी की हवा | मालाबार तट |
वायु माप
- हवाओं को उनकी दिशाओं और गति से मापा जाता है.
- एनीमोमीटर वायु की गति को मापता है, जबकि वायु मापन में एक अन्य उपकरण वायु वेन है जो वायु की दिशा को मापता है.
- ब्यूफोर्ट पवन बल स्केल का उपयोग वायु बल को मापने के लिए किया गया था. स्केल में पवन बल को वर्गीकृत करने के लिए 0 से 12 तक की रीडिंग है.
वायुमंडलीय दाब
- वायुमंडलीय दाब को समुद्र तल पर पारे के स्तंभ के भार के रूप में परिभाषित किया गया है जो 76 सेमी / 760 मिमी से अधिक है।
- यह एक बैरोमीटर द्वारा मापा जाता है।
- वायुमंडलीय दाब में भिन्नता हवाओं के क्षैतिज संचालन के लिए जिम्मेदार है।
- वायुमंडलीय दाब में भिन्नता के लिए विभिन्न कारक जिम्मेदार हैं जैसे:
- हवा का तापमान
- ऊँचाई
- जलवाष्प
- गुरुत्वाकर्षण बल
- पृथ्वी का घूमना
- तापमान में वृद्धि: दाब घटता है
- ऊँचाई में वृद्धि: दाब घटता है
- जल वाष्प में वृद्धि: दाब घटता है (शुष्क हवा का भार> नम हवा का भार)
- जब हवा गर्म होती है तो यह फैलती है और हवा ठंडी होने पर सिकुड़ती है। इसके परिणामस्वरूप वायुमंडलीय दाब में बदलाव होता है।
- वायुमंडलीय दाब में अंतर हवा की गति का कारण है। और हवा हमेशा उच्च दाब से निचले दाब की ओर बढ़ती है।
वायु चालन
- क्षैतिज दिशाओं में हवा का संचलन, क्षैतिज वायुमंडलीय दाब अंतर के कारण होता है।
- जितनी अधिक दाब ढलान होगी, उतना अधिक हवा का वेग होगा।
- दाब की ढलान जो उच्च से निम्न होती है, को दाब प्रवणता के रूप में जाना जाता है।
- हवाओं की दिशा भी कोरिओलिस बल यानी पृथ्वी के घूर्णन के कारण प्रभावित होती है। कोरिओलिस बल के प्रभाव में, हवाएँ उत्तरी गोलार्ध में अपने दाईं ओर और दक्षिणी गोलार्ध में बाईं ओर विक्षेपित हो जाती हैं। इसे फेरल के नियम के रूप में जाना जाता है।
- कोरिओलिस बल भूमध्य रेखा पर अनुपस्थित है और ध्रुवों की ओर बढ़ता है।
लंबवत दाब वितरण
- निचले वायुमंडल में ऊँचाई के साथ दाब तेजी से घटता है।
- दाब के परिवर्तन के लिए जिम्मेदार कारक वायु घनत्व, तापमान, जल वाष्प की मात्रा और गुरुत्वाकर्षण हैं।
- वायुदाब, घनत्व और तापमान के साथ सीधे आनुपातिक होता है, इसका मतलब है कि तापमान या घनत्व में परिवर्तन, दाब में अनुरूप परिवर्तन का कारण होगा।
- सतह पर हवा गुरुत्वाकर्षण के कारण अधिक सघन है और इसीलिए इसमें उच्च दाब है।
मौसम का पूर्वानुमान
- हम बैरोमीटर की रीडिंग देखकर मौसम का पूर्वानुमान लगा सकते हैं:
- अगर बैरोमीटर की ऊँचाई अचानक गिरती है, तो यह आने वाले तूफ़ान का संकेत देता है।
- यदि बैरोमीटर की ऊँचाई धीरे-धीरे गिरती है, तो यह बारिश की संभावना को इंगित करता है।
- अगर बैरोमीटर की ऊँचाई अचानक बढ़ जाती है, तो यह उस स्थान से आसपास के क्षेत्र में हवा का प्रवाह इंगित करता है जिसका अर्थ है अत्यंत शुष्क मौसम।
- अगर कोई अचानक परिवर्तन नहीं होता है, तो इसका मतलब मौसम साफ (निष्पक्ष) है।
क्षैतिज दाब वितरण
- क्षैतिज दाब वितरण का अध्ययन स्थिर स्तरों पर रेखा-चित्र आइसोबार्स द्वारा किया जाता है।
- आइसोबार्स समान दाब वाले स्थानों को जोड़ने वाली रेखाएँ हैं। यह कुछ विशिष्ट अक्षांशों के साथ पूर्व से पश्चिम दिशा में चलता है।
- आइसोबार्स का अंतर दाब परिवर्तन की दर और दिशा को व्यक्त करता है। इसमें, खड़ी या मजबूत दाब ढाल को आइसोबार्स के करीब रिक्त द्वारा इंगित किया जाता है जबकि विस्तृत रिक्त कमजोर ढाल का सुझाव देता है।
- ये दबाव बेल्ट प्रकृति में स्थायी नहीं हैं। वे सूर्य की गति के अनुसार दोलन करते हैं। सर्दियों में उत्तरी गोलार्ध में वे दक्षिण की ओर और गर्मियों में उत्तर की ओर बढ़ते हैं।
दबाव बेल्ट
- सात दबाव बेल्ट हैं:
- भूमध्यरेखीय निम्न
- उपोष्णकटिबंधीय उच्च (उत्तर और दक्षिण)
- उप-ध्रुवीय निम्न (उत्तर और दक्षिण)
- ध्रुवीय उच्च (उत्तर और दक्षिण)
भूमध्यवर्ती निम्न दाब बेल्ट या निवाषत-मण्डल
- निवाषत-मण्डल की चौड़ाई भूमध्य रेखा के उत्तर और दक्षिण में 0 से 5° भिन्न हो सकती है।
- इस क्षेत्र में सूर्य की लंबवत किरणों के कारण तीव्र ताप होता है जो फैलता है और बढ़ता है जिससे यहाँ निम्न दाब पड़ता है।
- हवा की बेहद शांत चाल के कारण इस बेल्ट को निवाषित मंडल भी कहा जाता है।
- उच्च तापमान, वायु में उच्च जल वाष्प और भूमध्य रेखा पर पृथ्वी के घूमने की अधिकतम गति के कारण निम्न दाब रहता है।
उप - उष्णकटिबंधीय उच्च दाब बेल्ट या अश्व अक्षांश
- यह क्षेत्र भूमध्य रेखा के लगभग 30° उत्तर और दक्षिण में स्थित है।
- इस बेल्ट के साथ उच्च दाब भूमध्यरेखीय क्षेत्र से आने वाली हवा के संवहन के कारण होता है जो भारी होने के बाद उतरती है।
- शुरुआती जहाजों में, घोड़ों के कागो के साथ नौकायन जहाजों को इस उच्च दाब बेल्ट की शांत परिस्थितियों में पालना मुश्किल लगता था।
- वे वजन कम करने के लिए घोड़ों को समुद्र में फेंकते थे इस कारण इसे अश्व अक्षांश के रूप में भी जाना जाता है।
- जैसा कि हम जानते हैं कि हवाएँ हमेशा उच्च दाब से निम्न दाब की ओर चलती हैं, इसलिए उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्र से आने वाली हवाएँ भूमध्य रेखा की ओर प्रवाहित होती हैं जिसे व्यापार हवाओं के रूप में जाना जाता है और एक अन्य पवन प्रवाह उप-ध्रुवीय निम्न-दाब की ओर होता है जिसे वेस्टरलीज़ कहा जाता है।
उप- ध्रुवीय निम्न दाब बेल्ट
- यह क्षेत्र दोनों गोलार्ध में 60° और 70° उत्तर और दक्षिण के बीच स्थित है।
- इस क्षेत्र में, अवरोही वायु दो भागों में विभाजित हो जाती है, एक भाग विषुवत निम्न-दाब बेल्ट की ओर और दूसरा भाग सक्रिय-पोलर निम्न-दाब बेल्ट की ओर बहता है।
- पृथ्वी के घूर्णन या कोरिओलिस बल के कारण, ध्रुवीय क्षेत्र के आसपास की हवाएं भूमध्य रेखा की ओर बहती हैं।
- इस क्षेत्र में काम कर रहे केन्द्रापसारक बल निम्न-दबाव बेल्ट बनाते हैं जो इस क्षेत्र में सर्दियों में अक्सर तूफान का कारण बनता है।
ध्रुवीय उच्च दाब बेल्ट
- यह क्षेत्र उत्तर और दक्षिण में 70° से 90° के बीच है।
- इस क्षेत्र में तापमान हमेशा बेहद कम रहता है।
- ठंडी अवरोही हवा इस क्षेत्र में उच्च दाब को जन्म देती है।
- ध्रुवीय उच्च दाब के इन क्षेत्रों को ध्रुवीय उच्च के रूप में जाना जाता है। ये क्षेत्र स्थायी बर्फ की टोपी से आच्छादित हैं।
दबाव बेल्ट का स्थानांतरण
- ऊपर चर्चा किए गए दबाव बेल्ट महाद्वीपों और महासागरों के गर्म होने के कारण तदनुसार खिसक जाते हैं जो कि पृथ्वी के सूर्य की ओर 23 1/2° झुकाव के कारण होता है।
- यह जनवरी और जुलाई में काफी भिन्नता के साथ दाब की स्थिति बनाता है।
- उत्तरी गोलार्ध में जनवरी में सर्दियों का मौसम होता है और जुलाई गर्मियों के मौसम का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि दक्षिणी गोलार्ध में इसके विपरीत रहता है।
- जब सूर्य 21 जून को कर्क रेखा के ऊपर होता है तब दबाव बेल्ट 5° उत्तर की ओर खिसक जाता है और जब यह 22 दिसंबर को मकर रेखा पर लंबवत चमकता है तो दबाव बेल्ट अपने मूल स्थान से 5° दक्षिण की ओर खिसक जाते हैं।
वायु प्रणाली
- पवन वायु की क्षैतिज गति है। यह निम्नलिखित कारकों के कारण है जैसे सूर्य का ताप, पृथ्वी का घूमना।
- पवन प्रणाली का निर्माण सूर्य के विकिरण से शुरू होता है क्योंकि पृथ्वी की विभिन्न सतहें सूर्य की किरणों को अलग तरह से अवशोषित करती हैं।
- सतह का अलग-अलग ताप क्लाउड कवर, पहाड़ों, घाटियों, जल निकायों, वनस्पति और रेगिस्तान भूमि जैसे कारकों के कारण है।
- उच्च तापमान वाली सतहों पर हवा तब उठने लगेगी क्योंकि यह हल्की है, घनत्व कम है।
- जैसे ही हवा बढ़ती है, यह कम वायुमंडलीय दाब बनाता है जो हवा के प्रवाह का कारण बनता है।
पवन संचालन को प्रभावित करने वाले कारक
- पृथ्वी की सतह के पास की क्षैतिज हवाएँ निम्नलिखित बलों के संयुक्त प्रभाव की प्रतीक्षा करती हैं - दाब प्रवण बल, घर्षण बल और कोरिओलिस बल।
- उच्च दाब से निम्न दाब की ढलान को दाब प्रवणता के रूप में जाना जाता है।
- सतह पर हवा घर्षण का अनुभव करती है जो हवा की गति को प्रभावित करती है।
- हवाओं की दिशा भी कोरिओलिस बल यानी पृथ्वी के घूर्णन के कारण प्रभावित होती है। कोरिओलिस बल के प्रभाव में, हवाएँ उत्तरी गोलार्ध में अपने दाईं ओर और दक्षिणी गोलार्ध में बाईं ओर विक्षेपित हो जाती हैं। इसे फेरल के नियम के रूप में जाना जाता है।
महत्वपूर्ण हवाएँ
- लू: यह हानिकारक हवा है जो मई और जून के महीने में बहती है। यह बहुत ही गर्म और शुष्क हवा है और आमतौर पर दोपहर में पश्चिम से उत्तर भारत के मैदानी इलाकों और पाकिस्तान में बहती है। इसका तापमान 45°C और 50°C के बीच रहता है। इससे लोगों को सनस्ट्रोक भी हो सकता है।
- फोह्न या फोहि: यह एक लाभदायक हवा है जो आल्प्स में स्थानीय महत्व की गर्म हवा भी है। यह एक मजबूत, धक्के देने वाली, शुष्क और गर्म हवा है जो एक पर्वत श्रृंखला के किनारे पर विकसित होती है। हवा का तापमान 15°C और 20°C के बीच भिन्न होता है। यह बर्फ को पिघलाकर चराई घास प्रदान करके जानवरों की मदद करती है और अंगूरों को पकने में मदद करती है।
- चिनूक: यह एक लाभकारी हवा है जिसे संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा के क्षेत्र में बर्फ खाने वालों के रूप में जाना जाता है जो चट्टानों के पश्चिमी ढलानों से नीचे जाती है। यह पूर्व की चट्टानों के लिए सहायक है क्योंकि यह सर्दियों के दौरान घास के मैदानों को बर्फ से साफ रखती है।
- मिस्ट्रल: यह एक हानिकारक हवा है जो फ्रांस के आल्प्स से भूमध्य सागर की ओर बहती है। यह राइन घाटी के माध्यम से प्रसारित होती है, जो बहुत ठंडी और शुष्क है जो उच्च गति के साथ दक्षिणी फ्रांस में बर्फीला तूफान ला सकती है।
- सिरेको: यह एक हानिकारक हवा है जिसे भूमध्यसागरीय पवन के रूप में भी जाना जाता है जो सहारा से आती है और उत्तरी अफ्रीका और दक्षिणी यूरोप में तूफान की गति से बहती है।
कुछ अन्य महत्वपूर्ण हवाएँ
वायु का नाम | वायु की प्रकृति | क्षेत्र / देश |
---|---|---|
खमसिन | गर्म, शुष्क हवा | मिस्र |
सोलनो | गर्म, नम हवा | सहारा से इबेरियन प्रायद्वीप |
हरमट्टन (गुकनआ डॉक्टर) | गर्म, शुष्क हवा | पश्चिमी अफ्रीका |
बोरा | ठंडी, शुष्क हवा | हंगरी से उत्तरी इटली तक बहती है |
पुनास | ठंडी शुष्क हवा | एंडीज पर्वत का पश्चिमी भाग |
ब्लिज़ाड | ठंडी हवा | टुंड्रा क्षेत्र |
पुगा | ठंडी हवा | रूस |
लेवेंटर | ठंडी हवा | स्पेन |
नॉर्वेस्टर | गर्म हवा | न्यूजीलैंड |
सांता आना | गर्म हवा | दक्षिण कैलिफ़ोर्निया |
काराबुरुन (ब्लैक स्टॉर्म) | गर्म धूल भरी हवा | मध्य एशिया |
कलमा | धूल से सनी हुई हवा | कैनरी द्वीप के पार सहारन एयर लेयर |
एलफैंटा | मानसून में नमी की हवा | मालाबार तट |
वायु माप
- हवाओं को उनकी दिशाओं और गति से मापा जाता है।
- एनीमोमीटर वायु की गति को मापते हैं जबकि वायु मापन में एक अन्य उपकरण वायु वेन है जो वायु की दिशा को मापता है।
- ब्यूफोर्ट विंड फोर्स स्केल का उपयोग वायु बल को मापने के लिए किया गया था। स्केल में पवन बल को वर्गीकृत करने के लिए 0 से 12 तक की रीडिंग हैं।
Studying That Suits You
Use AI to generate personalized quizzes and flashcards to suit your learning preferences.
Related Documents
Description
इस क्विज में वायुमंडलीय दबाव और हवाओं के संबंध में महत्वपूर्ण अवधारणाओं का परीक्षण किया जाएगा। वायुमंडलीय दबाव, बैरोमीटर, और जलवाष्प के प्रभावों पर ध्यान केंद्रित करके, आप इन विशेष शारीरिक घटनाओं को और बेहतर समझ सकेंगे। यह विशेष रूप से भूविज्ञान और मौसम विज्ञान के छात्रों के लिए फायदेमंद है।