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Questions and Answers
भारत में मानक मध्याह्न रेखा की डिग्री क्या है?
भारत में मानक मध्याह्न रेखा की डिग्री क्या है?
- 82½°E (correct)
- 85°E
- 90°E
- 78°E
अंतरराष्ट्रीय समय रेखा के संबंध में क्या सत्य है?
अंतरराष्ट्रीय समय रेखा के संबंध में क्या सत्य है?
- यह 0° के आसपास है
- यह 180° पूर्व और पश्चिम पर स्थित है (correct)
- यह केवल पश्चिमी गोलार्ध में होती है
- यह केवल पूर्वी गोलार्ध में होती है
पृथ्वी के आंतरिक भाग का मुख्य घटक क्या है?
पृथ्वी के आंतरिक भाग का मुख्य घटक क्या है?
- मैग्नीशियम
- एल्यूमीनियम
- आयरन (correct)
- सिलिकॉन
लाब्डा की मोटाई लगभग कितनी है?
लाब्डा की मोटाई लगभग कितनी है?
पृथ्वी की पपड़ी में महत्वपूर्ण तत्वों में से एक कौन सा है?
पृथ्वी की पपड़ी में महत्वपूर्ण तत्वों में से एक कौन सा है?
पृथ्वी अपने ध्रुव पर घूमने में कितना समय लगाती है?
पृथ्वी अपने ध्रुव पर घूमने में कितना समय लगाती है?
ग्रीष्म संक्रांति कब होती है?
ग्रीष्म संक्रांति कब होती है?
पृथ्वी की परिक्रमा की विशेषता क्या है?
पृथ्वी की परिक्रमा की विशेषता क्या है?
अक्षांतर को किसके लिए मापा जाता है?
अक्षांतर को किसके लिए मापा जाता है?
सभी निम्नलिखित विद्धताएँ सही हैं, सिवाय?
सभी निम्नलिखित विद्धताएँ सही हैं, सिवाय?
भूमध्य रेखा का अक्षांश क्या होता है?
भूमध्य रेखा का अक्षांश क्या होता है?
पृथ्वी में तापमान क्षेत्र कब अस्तित्व में आता है?
पृथ्वी में तापमान क्षेत्र कब अस्तित्व में आता है?
पृथ्वी के उत्तरी और दक्षिणी गोलार्ध का विभाजन कैसे होता है?
पृथ्वी के उत्तरी और दक्षिणी गोलार्ध का विभाजन कैसे होता है?
पृथ्वी की तापीय क्षेत्र को क्या कहा जाता है?
पृथ्वी की तापीय क्षेत्र को क्या कहा जाता है?
प्राइम मेरिडियन का मान क्या होता है?
प्राइम मेरिडियन का मान क्या होता है?
पृथ्वी का असली रूप किस प्रकार का है?
पृथ्वी का असली रूप किस प्रकार का है?
पृथ्वी का सूरज से निनकटतम बिंदु कब होता है?
पृथ्वी का सूरज से निनकटतम बिंदु कब होता है?
पृथ्वी की गति की कौन सी प्रका है?
पृथ्वी की गति की कौन सी प्रका है?
पृथ्वी का भूमध्य रेखा किस प्रकार की आकृति है?
पृथ्वी का भूमध्य रेखा किस प्रकार की आकृति है?
पृथ्वी का सूरज से दूरस्थ स्थान कब होता है?
पृथ्वी का सूरज से दूरस्थ स्थान कब होता है?
पृथ्वी की गत्तत क्या होती है?
पृथ्वी की गत्तत क्या होती है?
पृथ्वी का गच्चत क्या सुनिश्चित करता है?
पृथ्वी का गच्चत क्या सुनिश्चित करता है?
पृथ्वी की आकृति पर ध्रुवीय अक्ष का क्या प्रभाव है?
पृथ्वी की आकृति पर ध्रुवीय अक्ष का क्या प्रभाव है?
पृथ्वी के घूमने के कारण का क्या नाम है?
पृथ्वी के घूमने के कारण का क्या नाम है?
महाद्वीपीय बहाहिस्से सिद्दांत का प्रस्तावक कौन था?
महाद्वीपीय बहाहिस्से सिद्दांत का प्रस्तावक कौन था?
पृथ्वी की उत्पत्ति के संबंध में कौनसी परिकल्पना इम्मैनुएल कांट से संबंधित है?
पृथ्वी की उत्पत्ति के संबंध में कौनसी परिकल्पना इम्मैनुएल कांट से संबंधित है?
निन्हारिका परिकल्पना किसके द्वारा प्रस्तुत की गई थी?
निन्हारिका परिकल्पना किसके द्वारा प्रस्तुत की गई थी?
कौनसी परिकल्पना ज्वालामुखीय घटनाओं से संबंधित है?
कौनसी परिकल्पना ज्वालामुखीय घटनाओं से संबंधित है?
सुपिनोवा परिकल्पना किस वैज्ञानिक से संबंधित है?
सुपिनोवा परिकल्पना किस वैज्ञानिक से संबंधित है?
अन्तिकैतिक धूल परिकल्पना का सिद्धांत किसके द्वारा विकसित हुआ?
अन्तिकैतिक धूल परिकल्पना का सिद्धांत किसके द्वारा विकसित हुआ?
बिग बैंग सिद्धांत का विकास किसने किया?
बिग बैंग सिद्धांत का विकास किसने किया?
गैसीय परिकल्पना की प्रकृति क्या है?
गैसीय परिकल्पना की प्रकृति क्या है?
कौनसी परिकल्पना पृथ्वी के निर्माण के लिए गैसों के संघटन पर आधारित है?
कौनसी परिकल्पना पृथ्वी के निर्माण के लिए गैसों के संघटन पर आधारित है?
पृथ्वी और सौर मंडल का निर्माण कब हुआ था?
पृथ्वी और सौर मंडल का निर्माण कब हुआ था?
पृथ्वी की उत्पत्ति में मुख्य कारण क्या था?
पृथ्वी की उत्पत्ति में मुख्य कारण क्या था?
भूमि में सबसे घनत्व वाले पदार्थ कौन से थे?
भूमि में सबसे घनत्व वाले पदार्थ कौन से थे?
ग्रहों का आगमन कैसे हुआ?
ग्रहों का आगमन कैसे हुआ?
किस प्रक्रिया के तहत छोटे कणों ने आपस में टकराना शुरू किया?
किस प्रक्रिया के तहत छोटे कणों ने आपस में टकराना शुरू किया?
पृथ्वी के रूप में बनने के लिए किन पदार्थों का संगठित होना जरूरी था?
पृथ्वी के रूप में बनने के लिए किन पदार्थों का संगठित होना जरूरी था?
सौर मंडल के निर्माण में क्या भूमिका निभाई?
सौर मंडल के निर्माण में क्या भूमिका निभाई?
कम घनत्व वाले पदार्थों का क्या हुआ?
कम घनत्व वाले पदार्थों का क्या हुआ?
पृथ्वी की उत्पत्ति में गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव का क्या था?
पृथ्वी की उत्पत्ति में गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव का क्या था?
कौन सा पदार्थ पृथ्वी में बैठ गया?
कौन सा पदार्थ पृथ्वी में बैठ गया?
मानक समय किस देश के मानक मध्याह्न का स्थानीय समय है?
मानक समय किस देश के मानक मध्याह्न का स्थानीय समय है?
भूमध्य रेखा पर क्या विशेषता होती है?
भूमध्य रेखा पर क्या विशेषता होती है?
भौगोलिक दृष्टि से कितने मानक समय क्षेत्र पृथ्वी में हैं?
भौगोलिक दृष्टि से कितने मानक समय क्षेत्र पृथ्वी में हैं?
अंतरराष्ट्रीय समय रेखा किस चीज का संकेत देती है?
अंतरराष्ट्रीय समय रेखा किस चीज का संकेत देती है?
पृथ्वी की आंतरिक संरचना के बारे में निम्नलिखित में से कौन सा सही है?
पृथ्वी की आंतरिक संरचना के बारे में निम्नलिखित में से कौन सा सही है?
पृथ्वी का असली रूप किस प्रकार का होता है?
पृथ्वी का असली रूप किस प्रकार का होता है?
पृथ्वी और सूर्य के निनकटतम बिंदु के घटना की तारीख क्या होती है?
पृथ्वी और सूर्य के निनकटतम बिंदु के घटना की तारीख क्या होती है?
पृथ्वी की गत्तत का कौन सा स्वरूप नहीं है?
पृथ्वी की गत्तत का कौन सा स्वरूप नहीं है?
सूर्य से पृथ्वी की सबसे दुदरस्त स्थिति किस दिन होती है?
सूर्य से पृथ्वी की सबसे दुदरस्त स्थिति किस दिन होती है?
पृथ्वी के घूमने का केन्द्रापसार्क बल किससे संबंधित होता है?
पृथ्वी के घूमने का केन्द्रापसार्क बल किससे संबंधित होता है?
पृथ्वी के आकार का चिह्नित रूप क्या होता है?
पृथ्वी के आकार का चिह्नित रूप क्या होता है?
पृथ्वी की गत्तत के प्रकार निम्नलिखित में से कौन सा नहीं है?
पृथ्वी की गत्तत के प्रकार निम्नलिखित में से कौन सा नहीं है?
जलवायु पर पृथ्वी के आकार का क्या प्रभाव पड़ता है?
जलवायु पर पृथ्वी के आकार का क्या प्रभाव पड़ता है?
महाद्वीपीय बहाहिस्से सिद्धांत का सिद्धांत किसने प्रस्तुत किया था?
महाद्वीपीय बहाहिस्से सिद्धांत का सिद्धांत किसने प्रस्तुत किया था?
पृथ्वी की आकृति पर ध्रुवीय अक्ष का क्या प्रभाव है?
पृथ्वी की आकृति पर ध्रुवीय अक्ष का क्या प्रभाव है?
पृथ्वी की घूर्णन गति की अवधि कितनी होती है?
पृथ्वी की घूर्णन गति की अवधि कितनी होती है?
परिक्रमण के दौरान पृथ्वी की धुरी के कारण कौन सा प्रभाव उत्पन्न होता है?
परिक्रमण के दौरान पृथ्वी की धुरी के कारण कौन सा प्रभाव उत्पन्न होता है?
ग्रीष्म संक्रांति कब होती है?
ग्रीष्म संक्रांति कब होती है?
भूमध्य रेखा का अक्षांश क्या होता है?
भूमध्य रेखा का अक्षांश क्या होता है?
पृथ्वी के उत्तरी और दक्षिणी गोलार्ध में तापमान क्षेत्र किस अनुभाग में स्थित होते हैं?
पृथ्वी के उत्तरी और दक्षिणी गोलार्ध में तापमान क्षेत्र किस अनुभाग में स्थित होते हैं?
अक्षांतर के मापन के लिए किस इकाई का प्रयोग किया जाता है?
अक्षांतर के मापन के लिए किस इकाई का प्रयोग किया जाता है?
परिक्रमण के कारण सूर्य की ऊर्ध्वाधि प्राप्यी का परिवर्तन किस कारण होता है?
परिक्रमण के कारण सूर्य की ऊर्ध्वाधि प्राप्यी का परिवर्तन किस कारण होता है?
पृथ्वी के अक्षांश के प्रमुख समागम क्या होते हैं?
पृथ्वी के अक्षांश के प्रमुख समागम क्या होते हैं?
प्राइम मेरिडियन का मान क्या होता है?
प्राइम मेरिडियन का मान क्या होता है?
तापीय क्षेत्र का उच्चतम तापमान कहाँ होता है?
तापीय क्षेत्र का उच्चतम तापमान कहाँ होता है?
प्रकृति के अनुसार पृथ्वी की उत्पत्ति के लिए किस परिकल्पना का प्रस्ताव इम्मैनुएल कांट ने किया था?
प्रकृति के अनुसार पृथ्वी की उत्पत्ति के लिए किस परिकल्पना का प्रस्ताव इम्मैनुएल कांट ने किया था?
निन्हारिका परिकल्पना किसके द्वारा प्रस्तुत की गई थी?
निन्हारिका परिकल्पना किसके द्वारा प्रस्तुत की गई थी?
कौनसी परिकल्पना ज्वालामुखीय घटनाओं से संबंधित है?
कौनसी परिकल्पना ज्वालामुखीय घटनाओं से संबंधित है?
सुपिनोवा परिकल्पना का सिद्धांत किस वैज्ञानिक से संबंधित है?
सुपिनोवा परिकल्पना का सिद्धांत किस वैज्ञानिक से संबंधित है?
अन्तिकैतिक धूल परिकल्पना का सिद्धांत किसके द्वारा विकसित हुआ?
अन्तिकैतिक धूल परिकल्पना का सिद्धांत किसके द्वारा विकसित हुआ?
बिग बैंग सिद्धांत का विकास किसने किया?
बिग बैंग सिद्धांत का विकास किसने किया?
गैसीय परिकल्पना की प्रकृति क्या है?
गैसीय परिकल्पना की प्रकृति क्या है?
कौनसी परिकल्पना पृथ्वी के निर्माण के लिए गैसों के संघटन पर आधारित है?
कौनसी परिकल्पना पृथ्वी के निर्माण के लिए गैसों के संघटन पर आधारित है?
पृथ्वी और सूर्य का निर्माण कब हुआ था?
पृथ्वी और सूर्य का निर्माण कब हुआ था?
गुरुत्वाकर्षण के कारण पृथ्वी की उत्पत्ति में कौन सा प्रक्रिया सबसे महत्वपूर्ण थी?
गुरुत्वाकर्षण के कारण पृथ्वी की उत्पत्ति में कौन सा प्रक्रिया सबसे महत्वपूर्ण थी?
कम घनत्व वाले पदार्थों का क्या हुआ जब पृथ्वी का निर्माण हो रहा था?
कम घनत्व वाले पदार्थों का क्या हुआ जब पृथ्वी का निर्माण हो रहा था?
पृथ्वी के निर्माण में सबसे घनत्व वाले पदार्थ कौन से थे?
पृथ्वी के निर्माण में सबसे घनत्व वाले पदार्थ कौन से थे?
पृथ्वी की प्रारंभिक स्थिति कैसी थी?
पृथ्वी की प्रारंभिक स्थिति कैसी थी?
ग्रहों के रूप में बड़े आकार प्राप्त करने के लिए छोटे कणों में क्या हुआ?
ग्रहों के रूप में बड़े आकार प्राप्त करने के लिए छोटे कणों में क्या हुआ?
पृथ्वी के निर्माण के दौरान गैसों का क्या हुआ?
पृथ्वी के निर्माण के दौरान गैसों का क्या हुआ?
पृथ्वी के निर्माण में वे प्यामी गणनाएँ कैसे हुईं?
पृथ्वी के निर्माण में वे प्यामी गणनाएँ कैसे हुईं?
ग्रहों के निर्माण में 'ग्रैनीससमल्स' का क्या कार्य था?
ग्रहों के निर्माण में 'ग्रैनीससमल्स' का क्या कार्य था?
भारतीय मानक समय (आईएसटी) और जीएमटी के बीच का अंतर क्या है?
भारतीय मानक समय (आईएसटी) और जीएमटी के बीच का अंतर क्या है?
पृथ्वी की आंतरिक संरचना में किस भाग में ठोस अवस्था होती है?
पृथ्वी की आंतरिक संरचना में किस भाग में ठोस अवस्था होती है?
कौन सा तत्व पृथ्वी की पपड़ी में सबसे अधिक मात्रा में है?
कौन सा तत्व पृथ्वी की पपड़ी में सबसे अधिक मात्रा में है?
मानक मध्याह्न रेखा के संबंध में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सत्य है?
मानक मध्याह्न रेखा के संबंध में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सत्य है?
अंतरराष्ट्रीय समय रेखा के पार जाने पर क्या होता है?
अंतरराष्ट्रीय समय रेखा के पार जाने पर क्या होता है?
पृथ्वी का असली रूप किस प्रकार होता है?
पृथ्वी का असली रूप किस प्रकार होता है?
सूयष से पृथ्वी की निनकटतम स्थिति के समय पृथ्वी की दूरी कितनी होती है?
सूयष से पृथ्वी की निनकटतम स्थिति के समय पृथ्वी की दूरी कितनी होती है?
पृथ्वी की दो प्रकार की गत्तत क्या हैं?
पृथ्वी की दो प्रकार की गत्तत क्या हैं?
पृथ्वी का सबसे दूर का बिंदु कब होता है?
पृथ्वी का सबसे दूर का बिंदु कब होता है?
पृथ्वी के घूमने के कारण का प्रभाव क्या होता है?
पृथ्वी के घूमने के कारण का प्रभाव क्या होता है?
महाद्वीपीय बहाहिस्से सिद्धांत का प्रस्तावक कौन था?
महाद्वीपीय बहाहिस्से सिद्धांत का प्रस्तावक कौन था?
पृथ्वी की उत्तरी और दक्षिणी गोलार्ध का विभाजन किसके द्वारा किया जाता है?
पृथ्वी की उत्तरी और दक्षिणी गोलार्ध का विभाजन किसके द्वारा किया जाता है?
पृथ्वी के आकार का प्रमुख घटक क्या है?
पृथ्वी के आकार का प्रमुख घटक क्या है?
पृथ्वी का घूमने में कितना समय लगता है?
पृथ्वी का घूमने में कितना समय लगता है?
पृथ्वी के आंतरिक भाग का मुख्य घटक क्या है?
पृथ्वी के आंतरिक भाग का मुख्य घटक क्या है?
पृथ्वी अपने ध्रुव पर घूूमने में कितना समय लगाती है?
पृथ्वी अपने ध्रुव पर घूूमने में कितना समय लगाती है?
21 जून को उत्तरी गोलार्ध में किस विशेषता का अनुभव होता है?
21 जून को उत्तरी गोलार्ध में किस विशेषता का अनुभव होता है?
अक्षांतर और देरांतर की क्या भूमिका होती है?
अक्षांतर और देरांतर की क्या भूमिका होती है?
भूमध्य रेखा के अलावा, 23½° उत्ती गोलार्ध में भुगतान के प्रमुख समानताएँ क्या हैं?
भूमध्य रेखा के अलावा, 23½° उत्ती गोलार्ध में भुगतान के प्रमुख समानताएँ क्या हैं?
पृथ्वी की वक्रता का सबसे बड़ा प्रभाव कौन सा है?
पृथ्वी की वक्रता का सबसे बड़ा प्रभाव कौन सा है?
पृथ्वी के अक्षीय झुकाव से किस प्रकार के परिवर्तन होते हैं?
पृथ्वी के अक्षीय झुकाव से किस प्रकार के परिवर्तन होते हैं?
उष्ण कटिबंध क्या है?
उष्ण कटिबंध क्या है?
आकर्षणात्मक वृत्त कौन सी रेखा को दर्शाता है?
आकर्षणात्मक वृत्त कौन सी रेखा को दर्शाता है?
प्राइम मेरिडियन का उपयोग किस लिए किया जाता है?
प्राइम मेरिडियन का उपयोग किस लिए किया जाता है?
डायग्राम में 180° की दिशा किसका संकेत देता है?
डायग्राम में 180° की दिशा किसका संकेत देता है?
पृथ्वी की उत्पत्ति के संबंध में इम्मैनुएल कांट की परिकल्पना को क्या कहा जाता है?
पृथ्वी की उत्पत्ति के संबंध में इम्मैनुएल कांट की परिकल्पना को क्या कहा जाता है?
निनहारिका परिकल्पना किसके द्वारा प्रस्तुत की गई थी?
निनहारिका परिकल्पना किसके द्वारा प्रस्तुत की गई थी?
ज्वालामुखीय परिकल्पना किसके द्वारा संबंधित है?
ज्वालामुखीय परिकल्पना किसके द्वारा संबंधित है?
सुपिनोवा परिकल्पना किस वैज्ञानिक से संबंधित है?
सुपिनोवा परिकल्पना किस वैज्ञानिक से संबंधित है?
अन्तिकैतिक धूल परिकल्पना का सिद्धांत किसके द्वारा विकसित हुआ?
अन्तिकैतिक धूल परिकल्पना का सिद्धांत किसके द्वारा विकसित हुआ?
बिग बैंग सिद्धांत का विकास किसने किया?
बिग बैंग सिद्धांत का विकास किसने किया?
गैसीय परिकल्पना की प्रकृति क्या है?
गैसीय परिकल्पना की प्रकृति क्या है?
पृथ्वी की उत्पत्ति में मुख्य कारण क्या था?
पृथ्वी की उत्पत्ति में मुख्य कारण क्या था?
पृथ्वी की उत्पत्ति के दौरान किस कारण से अधिक घने पदार्थ पृथ्वी के अंदर चले गए?
पृथ्वी की उत्पत्ति के दौरान किस कारण से अधिक घने पदार्थ पृथ्वी के अंदर चले गए?
पृथ्वी के निर्माण के दौरान छोटे कणों के आपस में टकराने की प्रक्रिया को क्या कहा जाता है?
पृथ्वी के निर्माण के दौरान छोटे कणों के आपस में टकराने की प्रक्रिया को क्या कहा जाता है?
सौर मंडल का निर्माण किस प्रकार हुआ?
सौर मंडल का निर्माण किस प्रकार हुआ?
कम घनत्व वाले पदार्थों का पृथ्वी के निर्माण के बाद क्या हुआ?
कम घनत्व वाले पदार्थों का पृथ्वी के निर्माण के बाद क्या हुआ?
पहले कितने बिलियन वर्षों से पृथ्वी और पूरी सौर मंडल का निर्माण हुआ?
पहले कितने बिलियन वर्षों से पृथ्वी और पूरी सौर मंडल का निर्माण हुआ?
पृथ्वी के निर्माण के दौरान सबसे घने पदार्थों में से कौन सा पदार्थ था?
पृथ्वी के निर्माण के दौरान सबसे घने पदार्थों में से कौन सा पदार्थ था?
प्रारंभिक पृथ्वी किस प्रकार की स्थिति में थी?
प्रारंभिक पृथ्वी किस प्रकार की स्थिति में थी?
सूर्य के निर्माण के समय पृथ्वी किस प्रक्रिया के तहत विकसित हुई?
सूर्य के निर्माण के समय पृथ्वी किस प्रक्रिया के तहत विकसित हुई?
ग्रहों के निर्माण में क्या भूमिका निभाई जाती थी?
ग्रहों के निर्माण में क्या भूमिका निभाई जाती थी?
भौगोलिक मानक समय निर्धारण के लिए कौन सी विशेषता आवश्यक है?
भौगोलिक मानक समय निर्धारण के लिए कौन सी विशेषता आवश्यक है?
पृथ्वी का आंतरिक कोर किसलिए जाना जाता है?
पृथ्वी का आंतरिक कोर किसलिए जाना जाता है?
भूगर्भीय संरचना का मुख्य घटक क्या है जो पृथ्वी की पपड़ी में पाया जाता है?
भूगर्भीय संरचना का मुख्य घटक क्या है जो पृथ्वी की पपड़ी में पाया जाता है?
अंतरराष्ट्रीय समय रेखा का महत्व क्या है?
अंतरराष्ट्रीय समय रेखा का महत्व क्या है?
लाब्डा की मोटाई का अनुमान क्या है?
लाब्डा की मोटाई का अनुमान क्या है?
पृथ्वी का असली आकार किस प्रकार का होता है?
पृथ्वी का असली आकार किस प्रकार का होता है?
पृथ्वी का सूरज से निनकटतम बिंदु कब होता है?
पृथ्वी का सूरज से निनकटतम बिंदु कब होता है?
महालों से संबंधित पृथ्वी की गति की कौन सी प्रका प्रमुख है?
महालों से संबंधित पृथ्वी की गति की कौन सी प्रका प्रमुख है?
ध्रुवीय अक्ष के सानुकुचित होने का मुख्य कारण क्या है?
ध्रुवीय अक्ष के सानुकुचित होने का मुख्य कारण क्या है?
पृथ्वी और सूर्य के बीच सबसे दूर का बिंदु कब होता है?
पृथ्वी और सूर्य के बीच सबसे दूर का बिंदु कब होता है?
पृथ्वी की गत्तत की मुख्य विशेषता क्या है?
पृथ्वी की गत्तत की मुख्य विशेषता क्या है?
पृथ्वी की आंतरिक संरचना में किस तत्व का प्रमुख स्थान है?
पृथ्वी की आंतरिक संरचना में किस तत्व का प्रमुख स्थान है?
महाद्वीपीय बहाहिस्से सिद्धांत के प्रस्तावक कौन थे?
महाद्वीपीय बहाहिस्से सिद्धांत के प्रस्तावक कौन थे?
पृथ्वी का क्यों चपटा आकार होता है?
पृथ्वी का क्यों चपटा आकार होता है?
पृथ्वी की दो प्राथमिक गत्तताओं में से एक कौन सी है?
पृथ्वी की दो प्राथमिक गत्तताओं में से एक कौन सी है?
पृथ्वी की उत्पत्ति से संबंधित गैसीय परिकल्पना किस वैज्ञानिक से संबंधित है?
पृथ्वी की उत्पत्ति से संबंधित गैसीय परिकल्पना किस वैज्ञानिक से संबंधित है?
निन्हारिका परिकल्पना के प्रस्तावक कौन थे?
निन्हारिका परिकल्पना के प्रस्तावक कौन थे?
सुपिनोवा परिकल्पना किससे संबंधित है?
सुपिनोवा परिकल्पना किससे संबंधित है?
कौन सा सिद्धांत अन्तिकैतिक धूल की परिकल्पना का प्रतिनिधित्व करता है?
कौन सा सिद्धांत अन्तिकैतिक धूल की परिकल्पना का प्रतिनिधित्व करता है?
पृथ्वी की उत्पत्ति में सिद्धांत क्या है जो बाइनी ता से जुड़ा है?
पृथ्वी की उत्पत्ति में सिद्धांत क्या है जो बाइनी ता से जुड़ा है?
बिग बैंग सिद्धांत का विकास किसने किया?
बिग बैंग सिद्धांत का विकास किसने किया?
ग्रहाणु परिकल्पना किसके द्वारा प्रस्तुत की गई थी?
ग्रहाणु परिकल्पना किसके द्वारा प्रस्तुत की गई थी?
कौन सा सिद्धांत पृथ्वी के निर्माण में गैसों के संघटन पर आधारित है?
कौन सा सिद्धांत पृथ्वी के निर्माण में गैसों के संघटन पर आधारित है?
पृथ्वी का कौन सा स्थान ध्रुवों से मध्याह्न तक की दूरी में अति ठंडा होता है?
पृथ्वी का कौन सा स्थान ध्रुवों से मध्याह्न तक की दूरी में अति ठंडा होता है?
परिक्रमा की प्रक्रिया द्वारा पृथ्वी की दिशा क्या होती है?
परिक्रमा की प्रक्रिया द्वारा पृथ्वी की दिशा क्या होती है?
किस दिन उत्तरी गोलाध में सबसे लंबे दिन का अनुभव होता है?
किस दिन उत्तरी गोलाध में सबसे लंबे दिन का अनुभव होता है?
भूमध्य रेखा का अक्षांश क्या होता है?
भूमध्य रेखा का अक्षांश क्या होता है?
किस कोन को हम अंडाकार छवि के रूप में देख सकते हैं?
किस कोन को हम अंडाकार छवि के रूप में देख सकते हैं?
मानक समय की गणना किस आधार पर की जाती है?
मानक समय की गणना किस आधार पर की जाती है?
पृथ्वी का कौन सा ध्रुव अधिक ठंडा होता है और क्यों?
पृथ्वी का कौन सा ध्रुव अधिक ठंडा होता है और क्यों?
पृथ्वी की अक्षीय झुकाव के कारण कौन सी स्थिति उत्पन्न होती है?
पृथ्वी की अक्षीय झुकाव के कारण कौन सी स्थिति उत्पन्न होती है?
किस खास घटना के दौरान भूमध्य रेखा के उत्तरी भाग को सूर्य की ऊर्ध्वाधि किरणें प्राप्त होती हैं?
किस खास घटना के दौरान भूमध्य रेखा के उत्तरी भाग को सूर्य की ऊर्ध्वाधि किरणें प्राप्त होती हैं?
पृथ्वी की तापीय क्षेत्रों का मुख्य कारण क्या है?
पृथ्वी की तापीय क्षेत्रों का मुख्य कारण क्या है?
पृथ्वी और सूर्य के निर्माण में प्रमुख कारण क्या था?
पृथ्वी और सूर्य के निर्माण में प्रमुख कारण क्या था?
सूत्रधार कितने वर्षों पहले पृथ्वी का निर्माण हुआ था?
सूत्रधार कितने वर्षों पहले पृथ्वी का निर्माण हुआ था?
निम्नलिखित में से कौन सा पदार्थ ग्रह निर्माण के लिए सबसे कम घनत्व वाला था?
निम्नलिखित में से कौन सा पदार्थ ग्रह निर्माण के लिए सबसे कम घनत्व वाला था?
पृथ्वी पर सबसे घनत्व वाले पदार्थ कौन से थे?
पृथ्वी पर सबसे घनत्व वाले पदार्थ कौन से थे?
सूक्ष्म कणों के आपस में टकराने की प्रक्रिया को क्या कहा जाता है?
सूक्ष्म कणों के आपस में टकराने की प्रक्रिया को क्या कहा जाता है?
पृथ्वी के प्रारंभिक अवस्था में कौन सा तत्व सबसे प्रमुख था?
पृथ्वी के प्रारंभिक अवस्था में कौन सा तत्व सबसे प्रमुख था?
ग्रहों के निर्माण की प्रक्रिया में सबसे पहले क्या हुआ?
ग्रहों के निर्माण की प्रक्रिया में सबसे पहले क्या हुआ?
पृथ्वी की उत्पत्ति में कम घनत्व वाले पदार्थों के साथ क्या हुआ?
पृथ्वी की उत्पत्ति में कम घनत्व वाले पदार्थों के साथ क्या हुआ?
पृथ्वी के निर्माण की प्रक्रिया में मुख्यतः कौन सी शक्ति प्रभावी थी?
पृथ्वी के निर्माण की प्रक्रिया में मुख्यतः कौन सी शक्ति प्रभावी थी?
पृथ्वी के निर्माण में किस सामग्री का संकुचन हुआ था?
पृथ्वी के निर्माण में किस सामग्री का संकुचन हुआ था?
भारत का मानक समय जीएमटी से कितने घंटे आगे है?
भारत का मानक समय जीएमटी से कितने घंटे आगे है?
पृथ्वी के किस भाग को ठोस अवस्था में माना जाता है?
पृथ्वी के किस भाग को ठोस अवस्था में माना जाता है?
अंतरराष्ट्रीय समय रेखा का मुख्य उद्देश्य क्या है?
अंतरराष्ट्रीय समय रेखा का मुख्य उद्देश्य क्या है?
पृथ्वी की पपड़ी में प्रमुख तत्वों की सूची में कौन सा तत्व सबसे कम है?
पृथ्वी की पपड़ी में प्रमुख तत्वों की सूची में कौन सा तत्व सबसे कम है?
लंबाई के अनुसार पृथ्वी कितने समय क्षेत्रों में विभाजित है?
लंबाई के अनुसार पृथ्वी कितने समय क्षेत्रों में विभाजित है?
पृथ्वी का असली रूप किस प्रकार का होता है?
पृथ्वी का असली रूप किस प्रकार का होता है?
पृथ्वी का सूरज से निनकटतम बिंदु कब होता है?
पृथ्वी का सूरज से निनकटतम बिंदु कब होता है?
भूगोल में पृथ्वी की गत्तित की कितनी प्रकारें होती हैं?
भूगोल में पृथ्वी की गत्तित की कितनी प्रकारें होती हैं?
पृथ्वी की सबसे दूर का त्तबिंदु कौन सा है?
पृथ्वी की सबसे दूर का त्तबिंदु कौन सा है?
पृथ्वी के घुमाव की दिशा क्या है?
पृथ्वी के घुमाव की दिशा क्या है?
पृथ्वी के आकार को किस तत्व के कारण प्रभावित किया जाता है?
पृथ्वी के आकार को किस तत्व के कारण प्रभावित किया जाता है?
पृथ्वी के भीतर कौन सा पदार्थ महत्वपूर्ण है?
पृथ्वी के भीतर कौन सा पदार्थ महत्वपूर्ण है?
पृथ्वी के भूमध्य रेखा के आकार की विशेषता क्या है?
पृथ्वी के भूमध्य रेखा के आकार की विशेषता क्या है?
कौन सा सिद्धांत महाद्वीपीय बहाहिस्से से संबंधित है?
कौन सा सिद्धांत महाद्वीपीय बहाहिस्से से संबंधित है?
पृथ्वी की आकृति किस विशेषता के कारण प्रभावित होती है?
पृथ्वी की आकृति किस विशेषता के कारण प्रभावित होती है?
पृथ्वी के परिक्रमा के कारण दिन और रात का क्या प्रभाव होता है?
पृथ्वी के परिक्रमा के कारण दिन और रात का क्या प्रभाव होता है?
ग्रीष्म संक्रांति के दौरान उत्तरी गोलार्ध का क्या अनुभव होता है?
ग्रीष्म संक्रांति के दौरान उत्तरी गोलार्ध का क्या अनुभव होता है?
अक्षांतर का माप कैसे किया जाता है?
अक्षांतर का माप कैसे किया जाता है?
भूमध्य रेखा का अक्षांश कौन सा होता है?
भूमध्य रेखा का अक्षांश कौन सा होता है?
पृथ्वी के ताप क्षेत्र का मुख्य कारण क्या है?
पृथ्वी के ताप क्षेत्र का मुख्य कारण क्या है?
प्राइम मेरिडियन का मान क्या है?
प्राइम मेरिडियन का मान क्या है?
22 दिसंबर को क्या घटना होती है?
22 दिसंबर को क्या घटना होती है?
अक्षांश और देशांतर का महत्व क्या है?
अक्षांश और देशांतर का महत्व क्या है?
किस ताप क्षेत्र को उष्ण कटिबंध कहा जाता है?
किस ताप क्षेत्र को उष्ण कटिबंध कहा जाता है?
पृथ्वी की उत्पत्ति से संबंधित गैसीय परिकल्पना किस वैज्ञानिक से जुड़ी है?
पृथ्वी की उत्पत्ति से संबंधित गैसीय परिकल्पना किस वैज्ञानिक से जुड़ी है?
कौनसा सिद्धांत ज्वालामुखी की घटनाओं को समझाता है?
कौनसा सिद्धांत ज्वालामुखी की घटनाओं को समझाता है?
सुपिनोवा परिकल्पना का विकास किस वैज्ञानिक के द्वारा किया गया?
सुपिनोवा परिकल्पना का विकास किस वैज्ञानिक के द्वारा किया गया?
कौनसी परिकल्पना पृथ्वी के निर्माण में गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव को दर्शाती है?
कौनसी परिकल्पना पृथ्वी के निर्माण में गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव को दर्शाती है?
अन्तिकैतिक धूल परिकल्पना का सिद्धांत किसके द्वारा विकसित हुआ?
अन्तिकैतिक धूल परिकल्पना का सिद्धांत किसके द्वारा विकसित हुआ?
बिग बैंग सिद्धांत का विकास किस वैज्ञानिक ने किया?
बिग बैंग सिद्धांत का विकास किस वैज्ञानिक ने किया?
कौनसी परिकल्पना पृथ्वी की उत्पत्ति में मुख्य रूप से धूल और गैसों के संघटन पर आधारित है?
कौनसी परिकल्पना पृथ्वी की उत्पत्ति में मुख्य रूप से धूल और गैसों के संघटन पर आधारित है?
पृथ्वी की उत्पत्ति के संबंध में कौनसा सिद्धांत लाप्लास से संबंधित है?
पृथ्वी की उत्पत्ति के संबंध में कौनसा सिद्धांत लाप्लास से संबंधित है?
पृथ्वी की उत्पत्ति में गुरुत्वाकर्षण का क्या योगदान था?
पृथ्वी की उत्पत्ति में गुरुत्वाकर्षण का क्या योगदान था?
पृथ्वी और सूर्य का निर्माण कब हुआ था?
पृथ्वी और सूर्य का निर्माण कब हुआ था?
निम्नलिखित में से कौन सा पदार्थ पृथ्वी के निर्माण में सबसे घनत्व वाला था?
निम्नलिखित में से कौन सा पदार्थ पृथ्वी के निर्माण में सबसे घनत्व वाला था?
प्रारंभिक पृथ्वी की स्थिति कैसे थी?
प्रारंभिक पृथ्वी की स्थिति कैसे थी?
कम घनत्व वाले पदार्थों का पृथ्वी के निर्माण में क्या हुआ?
कम घनत्व वाले पदार्थों का पृथ्वी के निर्माण में क्या हुआ?
पृथ्वी में ग्रैनीस्स्मल्स बनने की प्रक्रिया क्या थी?
पृथ्वी में ग्रैनीस्स्मल्स बनने की प्रक्रिया क्या थी?
गुरुत्वाकर्षण के कारण पृथ्वी में क्या परिवर्तन हुआ?
गुरुत्वाकर्षण के कारण पृथ्वी में क्या परिवर्तन हुआ?
पृथ्वी में अधिक घने पदार्थ किस तरह से व्यवस्थित हुए?
पृथ्वी में अधिक घने पदार्थ किस तरह से व्यवस्थित हुए?
पृथ्वी की उत्पत्ति में कितने समय तक प्रक्रिया चली?
पृथ्वी की उत्पत्ति में कितने समय तक प्रक्रिया चली?
Study Notes
पृथ्वी की उत्पत्ति के बारे में विचार
- पृथ्वी और पूरा सौर मंडल 4.6 बिलियन साल पहले एक बड़े नेबुला से बना था।
- गैसीय पदार्थो के एकत्रित होने से गुरुत्वाकर्षण बल उत्पन्न हुआ और परमाणु संलयन शुरू हुआ, जिससे सूर्य का निर्माण हुआ।
- सूर्य के चारों ओर छोटे-छोटे कणों के आपस में टकराने और बड़े होने से "ग्रैनीससमल्स" और बाद में ग्रहों का निर्माण हुआ।
- पृथ्वी शुरू में बहुत गर्म और पिघली हुई थी। सघन पदार्थ जैसे निकल और लोहा पृथ्वी के केंद्र में डूब गए जबकि कम सघन पदार्थ जैसे गैसें बाहर की ओर चली गईं जिससे विभिन्न परतों का निर्माण हुआ।
- ग्रह ठंडे होने लगे और जमने लगे। पृथ्वी का आंतरिक भाग आज भी बहुत गर्म है।
महाद्वीपीय बहाव सिद्धांत
- 1912 में अल्फ्रेड वेगनर ने महाद्वीपीय बहाव सिद्धांत प्रस्तावित किया।
- वेगनर ने प्रमाण दिया कि महाद्वीप एक समय पर एक साथ थे और समय के साथ धीरे-धीरे अलग हो गए।
- इस सिद्धांत के अनुसार 'पैंजिया' नामक एक महाद्वीप था जो बाद में अलग-अलग महाद्वीपों में टूट गया।
पृथ्वी का आकार
- पृथ्वी का असली रूप एक गोले जैसा है जिसे ध्रुवीय अक्ष के साथ संकुचित किया गया है और भूमध्य रेखा के चारों ओर थोड़ा उभाड़ा गया है।
- इस आकार को चपटा दीर्घवृत्ताभ के रूप में जाना जाता है।
- पृथ्वी के घूमने के केन्द्रापसारी बल के कारण यह उभार आया है।
पृथ्वी के सबसे निकट और सबसे दूर बिंदु
- सूर्य समीपक: सूर्य के लिए पृथ्वी का सबसे निकटतम बिंदु। पृथ्वी प्रति वर्ष 3 जनवरी को लगभग 147 मिलियन किलोमीटर की दूरी पर सूर्य के सबसे निकट होती है।
- अपसौर: सूर्य से पृथ्वी का सबसे दूर बिंदु। पृथ्वी हर साल 4 जुलाई को सूर्य से लगभग 152 मिलियन किलोमीटर की दूरी पर अपने अपसौर तक पहुँचती है।
पृथ्वी की गति
- पृथ्वी की दो प्रकार की गतियाँ हैं:
- निरंतर घूर्णन
- परिक्रमण
घूर्णन और परिक्रमण
घूर्णन
- पृथ्वी पश्चिम से पूर्व की ओर अपनी धुरी पर घूमती है, अर्थात वामावर्त दिशा में। इसमें एक चक्र पूरा करने में 23 घंटे, 56 मिनट और 4.09 सेकंड लगते हैं।
- इस घूर्णन गति के कारण दिन और रात होते हैं।
- अपनी धुरी पर घूमने के कारण पृथ्वी एक सही गोला नहीं है।
परिक्रमण
- पृथ्वी की सूर्य के चारों ओर गति को परिक्रमण कहा जाता है।
- चूंकि पृथ्वी की कक्षा अण्डाकार है, इसलिए पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी बदलती रहती है।
- पृथ्वी सूर्य के संबंध में चार महत्वपूर्ण बिंदु प्राप्त करती है।
- यह पृथ्वी के झुके हुए अक्ष के कारण होता है।
- ये विषुव और संक्रांति हैं।
पृथ्वी की कक्षा, अक्षीय झुकाव और मौसम
ग्रीष्म संक्रांति
- 21 जून को कर्क रेखा पर सूर्य की किरणें सीधी पड़ती हैं। इस बिंदु को ग्रीष्म संक्रांति के रूप में जाना जाता है।
- इस समय उत्तरी गोलार्ध में सबसे लंबा दिन होता है जबकि दक्षिणी गोलार्ध में सबसे छोटी रात होती है।
शीतकालीन संक्रांति
- 22 दिसंबर को मकर रेखा पर सूर्य की किरणें सीधी पड़ती हैं। इस बिंदु को शीतकालीन संक्रांति के रूप में जाना जाता है।
विषुव
- पृथ्वी के दो बिंदु हैं जो 21 मार्च और 23 सितंबर को आते हैं, जब भूमध्य रेखा पर सूर्य की किरणें सीधी पड़ती हैं और दिन और रात दुनिया भर में समान होते हैं।
- इन बिंदुओं को विषुव के रूप में जाना जाता है। 21 मार्च को वसंत विषुव होता है और 23 सितंबर को शरद ऋतु विषुव होता है।
ग्लोब: अक्षांश और देशांतर
- ग्लोब पृथ्वी का एक सच्चा नमूना है (लघु रूप)।
- किसी भी स्थान का पता लगाने के लिए हमें संदर्भ बिंदुओं और रेखाओं की आवश्यकता होती है।
- ग्लोब के केंद्र से होकर गुजरने वाली काल्पनिक रेखा को धुरी कहा जाता है। ग्लोब पर दो बिंदु जहाँ से यह धुरी गुजरती है, ध्रुव होते हैं - उत्तरी ध्रुव और दक्षिणी ध्रुव।
- पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है, जो एक काल्पनिक रेखा है। ग्लोब पर चलने वाली एक और काल्पनिक रेखा इसे दो समान भागों में विभाजित करती है। इस रेखा को भूमध्य रेखा के रूप में जाना जाता है।
- पृथ्वी के उत्तरी आधे भाग को उत्तरी गोलार्ध के रूप में जाना जाता है और दक्षिणी आधे भाग को दक्षिणी गोलार्ध के रूप में जाना जाता है। अक्षांश पृथ्वी की सतह पर किसी बिंदु की कोणीय दूरी है।
- भूमध्य रेखा से ध्रुवों तक के सभी समानांतर वृत्त अक्षांशों की समानांतर कहलाते हैं। अक्षांश को डिग्री में मापा जाता है। भूमध्य रेखा शून्य डिग्री अक्षांश का प्रतिनिधित्व करती है।
अक्षांश के महत्वपूर्ण समानांतर
- भूमध्य रेखा (0°) के अलावा, अक्षांश के चार महत्वपूर्ण समानांतर हैं:
- उत्तरी गोलार्ध में कर्क रेखा (23½°N)।
- दक्षिणी गोलार्ध में मकर रेखा (23½°S)।
- भूमध्य रेखा के उत्तर में 66½° पर आर्कटिक वृत्त।
- भूमध्य रेखा के दक्षिण में 66½° पर अंटार्कटिक वृत्त।
पृथ्वी के ताप क्षेत्र
- कर्क रेखा और मकर रेखा के बीच के सभी अक्षांशों पर वर्ष में कम से कम एक बार दोपहर का सूर्य ठीक से ऊपर उगता है। इसलिए, इस क्षेत्र को सबसे अधिक गर्मी प्राप्त होती है और इसे उष्ण कटिबंध कहा जाता है।
- मध्य-दिन का सूर्य कभी भी कर्क रेखा और मकर रेखा के पार किसी भी अक्षांश पर नहीं दिखता है।
- सूर्य की किरणों का कोण ध्रुवों की ओर कम होता जाता है। जैसे, उत्तरी गोलार्ध में कर्क रेखा और आर्कटिक वृत्त द्वारा और दक्षिणी गोलार्ध में मकर रेखा और अंटार्कटिक वृत्त के क्षेत्रों में मध्यम तापमान होता है। इसलिए, इन्हें शीतोष्ण क्षेत्र कहा जाता है।
- उत्तरी गोलार्ध में आर्कटिक वृत्त और उत्तरी ध्रुव के बीच का क्षेत्र और दक्षिणी गोलार्ध में अंटार्कटिक वृत्त और दक्षिणी ध्रुव, बहुत ठंडे हैं। सूर्य यहां सीधे ऊपर नहीं उठता है। इसकी किरणें हमेशा तिरछी होती हैं। इसलिए, इन क्षेत्रों को शीत कटिबंध कहा जाता है।
देशांतर
- ग्रीनविच, जहाँ सेंट्रल रॉयल वेधशाला स्थित है, से गुजरने वाली मध्याह्न रेखा को प्राइम मेरिडियन कहा जाता है। इसका मान 0° है देशांतर और इससे हम 180° पूर्व की ओर और साथ ही 180° पश्चिम की ओर गिनती करते हैं।
- प्राइम मेरिडियन ने पृथ्वी को दो समान भागों में विभाजित किया है - पूर्वी गोलार्ध और पश्चिम-गोलार्ध।
- किसी भी बिंदु की गणना इस प्रकार की जा सकती है। पृथ्वी लगभग 24 घंटे में 360° घूमती है, जिसका अर्थ है 15° प्रति घंटा या चार मिनट में 1°।
- देशांतर का एक बहुत महत्वपूर्ण कार्य है, अर्थात वे स्थानीय समय निर्धारित करते हैं।
देशांतर की तर्श के तथ्य
- मध्याह्न के रूप में जाना जाता है।
- उत्तर-दक्षिण दिशा में दौड़ें।
- प्राइम मेरिडियन के पूर्व या पश्चिम की दूरी नापें।
- भूमध्य रेखा पर अलग हैं और ध्रुवों पर मिलते हैं।
- समकोण पर समकोण पाि किें।
- उन विमानों में लेटें जो पृथ्वी की धुरी से गुजिते हैं।
- लंबाई में भिन्न हैं।
- बड़े हलकों के हिस्से हैं।
मानक समय
- मानक समय किसी देश के मानक मध्याह्न का स्थानीय समय होता है।
- भारत में, 82½°E (82° 30'E) के देशांतर को मानक मध्याह्न रेखा के रूप में माना जाता है। इस मध्याह्न पर स्थानीय समय पूरे देश के लिए मानक समय के रूप में लिया जाता है। इसे भारतीय मानक समय (IST) के रूप में जाना जाता है।
- भारतीय मानक समय GMT से 5.30 घंटे आगे है।
- ध्यान दें: कुछ देशों में एक विस्तृत देशांतर सीमा है और इसलिए उन्होंने एक से अधिक मानक समय को अपनाया है। उदाहरण के लिए, रूस में, लगभग ग्यारह मानक समय हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका नौ मानक समय क्षेत्रों का उपयोग करता है।
- पृथ्वी को प्रत्येक एक घंटे के चौबीस समय क्षेत्रों में विभाजित किया गया है। इस प्रकार प्रत्येक क्षेत्र 15° देशांतर को कवर करता है।
अंतर्राष्ट्रीय समय रेखा
- 180° पूर्व और 180° पश्चिम मध्याह्न एक ही रेखा है जिसे अंतर्राष्ट्रीय समय रेखा कहा जाता है।
- यह देशांतर है जहाँ तारीखें ठीक एक दिन बदल जाती हैं जब यह पार हो जाती है।
- एक यात्री पूर्व से पश्चिम की ओर समय रेखा को पार करता है तो एक दिन कम हो जाता है और एक दिन में पश्चिम से पूर्व की ओर समय रेखा को पार करता है तो वह एक दिन में लाभ प्राप्त करता है।
- मध्य प्रशांत क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय समय रेखा बेरिं ग जलडमरूमध्य, हिजी, टोंगा और अन्य में सामान्य 180° मध्याह्न रेखा से घटती है- भूमि जो मेरिडियन द्वारा काटे गए कुछ द्वीप समूहों में दिन और तारीख के भ्रम को रोकने के लिए है.
पृथ्वी का आंतरिक भाग
- यह पृथ्वी की सबसे ऊपरी और सबसे पतली परत है। इसकी औसत गहराई 33 किलोमीटर तक है।
- महाद्वीपीय क्षेत्र में पपड़ी की मोटाई लगभग 40 किलोमीटर है जबकि समुद्री पपड़ी केवल 5-10 किलोमीटर मोटी है।
- पृथ्वी की भूपर्पटी भाग को क्रस्ट भी कहा जाता है। इसमें दो अलग-अलग हिस्से शामिल हैं: बाहरी भूपर्पटी और आंतरिक भूपर्पटी।
- पृथ्वी की पपड़ी का बाहरी पतला भाग तलछटी चट्टानों से बना है।
- बाहरी भूपर्पटी में, मुख्य घटक सिलिकॉन और एल्यूमीनियम हैं, जिसका औसत घनत्व 2.7 ग्राम/सेमी3 है और जिसे सामूहिक रूप से सियाल (अर्थात सिलिकॉन + एल्यूमीनियम) कहा जाता है।
- आंतरिक भूपर्पटी में, घटक सिलिकॉन और मैग्नीशियम हैं।
- यह बेसाल्ट चट्टान की एक परत है।
- घटक सामूहिक रूप से सिमा (सिलिकॉन + मैग्नीशियम) के रूप में जाने जाते हैं। सिमा का औसत घनत्व 3 g/cm3 है।
पृथ्वी की परतें
-
पृथ्वी की पपड़ी
- ऑक्सीजन - 47%
- सिलिकॉन - 28%
- एल्यूबमननयम - 8%
- आयिन - 5%
- मैगनीशियम - 4%
- कैल्शियम - 2%
- पोटेशियम - 2%
- सोनडयम - 2%
- अन्य - 2%
-
पूरी पृथ्वी
- आयिन - 35%
- ऑक्सीजन - 30%
- सिलिकॉन - 15%
- मैगनीशियम - 13%
- निकल - 2%
- सल्फर - 2%
- कैल्शियम - 1%
- एल्यूबमननयम - 1%
- अन्य - 1%
लबादा
- लबादा लगभग 2900 किलोमीटर मोटा है और इसमें पृथ्वी का लगभग 83% हिस्सा है।
- लबादा के ऊपरी हिस्से को दुर्बलतामंडल (400 किलोमीटर तक विस्तार) कहा जाता है।
- यह द्रवितपुंज का मुख्य स्रोत है।
- इसमें भूपर्पटी (3.4 ग्राम/सेमी3) से अधिक घनत्व है।
- भूपर्पटी और लबादा के ऊपरी भाग को लिथोस्फीयर कहा जाता है। इसकी मोटाई 10 से 200 किलोमीटर तक है।
- माना जाता है कि यह लोहे और मैग्नीशियम से भरपूर सिलिकेट खनिजों से बना है।
महत्वपूर्ण असंगतियाँ
- कॉनड्रॉप नडस्क्यूइटी - ऊपरी और निचली पपड़ी के बीच
- मोहोरोत्तिक नडस्कनेक्टित्तिटी - लोअर क्रस्ट और अपर मेंटल के बीच
- गुंटन े बगश नडसकंनटननटी - बीच में निचले मेंटल और बाहरी कोर
- लेहमैन असंगतता - बाहरी और आंतरिक कोर के बीच
कोर
- लबादा से नीचे, पृथ्वी के आंतरिक भाग को इसका कोर कहा जाता है।
- यह मुख्य रूप से निकल और आयिन से बना है, जिसे NIFE (निकल - Ni + िेिम -Fi) भी कहा जाता है।
- कोर को भी दो भागों में विभाजित किया गया है: बाहरी कोर और आंतरिक कोर।
- बाहरी कोर 2900 किलोमीटर से 5100 किलोमीटर तक फैला हुआ है। यह तरल अवस्था में है।
- केंद्र से 5100 किलोमीटर नीचे आंतरिक कोर कहा जाता है। यह अत्यधिक दबाव के कारण ठोस अवस्था में है। इस भाग में गैसें ठोस अवस्था में पाई जाती हैं।
- कोर का घनत्व और तापमान क्रमशः 13 ग्राम/सेमी3 और 5500 डिग्री सेल्सियस है।
- पृथ्वी के आंतरिक भाग का तापमान गहराई के साथ बढ़ता है। प्रयोगों ने पुष्टि की है कि तापमान प्रत्येक 32 मीटर के लिए 1 डिग्री सेल्सियस की दर से बढ़ता है।
पृथ्वी की उत्पत्ति
- पृथ्वी और सौर मंडल का निर्माण 4.6 बिलियन साल पहले एक विशाल नेबुला से हुआ था।
- नेबुला के केंद्र में गुरुत्वाकर्षण के कारण, पदार्थ इकट्ठा हुए और परमाणु संलयन शुरू हुआ, जिससे सूर्य का निर्माण हुआ।
- सूर्य के चारों ओर के छोटे कण आपस में टकराते रहे जिससे वे आकार में बड़े होते गए और अंततः ग्रह बन गए।
- पृथ्वी शुरूआत में बहुत गर्म और पिघली हुई थी। भारी तत्व जैसे लोहा पृथ्वी के केंद्र में डूब गए और हल्के तत्व जैसे गैसें बाहर की ओर भाग गईं।
- ग्रह ठंडे होने लगे और जमने लगे लेकिन पृथ्वी का आंतरिक भाग आज भी काफी गर्म है।
महाद्वीपीय बहाव सिद्धांत
- अल्फ्रेड वेगेनर ने 1912 में महाद्वीपीय बहाव सिद्धांत प्रस्तुत किया।
- यह सिद्धांत बताता है कि महाद्वीप एक बार एक विशाल भूमि द्रव्यमान (पैन्जिया) का भाग थे, जो समय के साथ अलग-अलग हो गए हैं।
पृथ्वी का आकार
- पृथ्वी का वास्तविक आकार एक गोला जैसा है, लेकिन ध्रुवीय अक्ष के साथ थोड़ा चपटा हुआ है जिसकी वजह से भूमध्य रेखा के आसपास उभार है।
- इस आकार को चपटा दीर्घवृत्त कहा जाता है।
- चपटापन पृथ्वी के घूर्णन के अभिकेन्द्रीय बल के कारण होता है।
पृथ्वी का सूर्य से सबसे निकट और सबसे दूर का बिंदु
- सूर्य समीपक: पृथ्वी के सूर्य के सबसे निकट बिंदु को कहा जाता है। प्रति वर्ष 3 जनवरी को पृथ्वी सूर्य से 147 मिलियन किलोमीटर की दूरी पर अपने सूर्य समीपक बिंदु पर पहुँचती है।
- नक्षत्र: पृथ्वी के सूर्य से सबसे दूर बिंदु को कहा जाता है। प्रति वर्ष 4 जुलाई को पृथ्वी सूर्य से 152 मिलियन किलोमीटर की दूरी पर अपने नक्षत्र बिंदु पर पहुँचती है।
पृथ्वी की गति:
- पृथ्वी की दो तरह की गतियाँ हैं:
- घूर्णन
- परिक्रमा
पृथ्वी का घूर्णन और परिक्रमा
- घूर्णन:
- पृथ्वी अपनी धुरी पर पश्चिम से पूर्व की ओर, अर्थात वामावर्त दिशा में घूमती है।
- एक चक्र को पूरा करने में 23 घंटे, 56 मिनट और 4.09 सेकंड लगते हैं।
- घूर्णन के कारण दिन और रात होते हैं।
- घूर्णन के कारण पृथ्वी एकदम गोलाकार नहीं है।
- परिक्रमा:
- पृथ्वी सूर्य के चारों ओर घूमती है जिसे परिक्रमा कहा जाता है।
- पृथ्वी की कक्षा अंडाकार है, इसलिए पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी बदलती रहती है।
- पृथ्वी सूर्य के संबंध में चार महत्वपूर्ण बिन्दु पार करती है।
- ये बिन्दु उष्णकटिबंध और संक्रांति हैं।
- ऐसा पृथ्वी के झुके हुए अक्ष के कारण होता है।
पृथ्वी की कक्षा, अक्षीय झुकाव और मौसम
- पृथ्वी अपनी धुरी 23.5 डिग्री के झुकाव के साथ घूमती है। यह सूर्य की विकिरणों को विभिन्न बिन्दुओं पर अलग-अलग कोण पर पड़ने का कारण है।
- झुकाవ के कारण, पृथ्वी पर विभिन्न मौसम होते हैं।
- गर्मी संक्रांति: 21 जून को पृथ्वी की कर्क रेखा पर सूर्य की किरणें सीधे पड़ती हैं। यह गर्मी संक्रांति है। इस समय उत्तरी गोलार्ध में सबसे लंबा दिन और दक्षिणी गोलार्ध में सबसे छोटी रात होती है।
- शीतकालीन संक्रांति: 22 दिसंबर को पृथ्वी की मकर रेखा पर सूर्य की किरणें सीधे पड़ती हैं। यह शीतकालीन संक्रांति है। इस समय दक्षिणी गोलार्ध में सबसे लंबा दिन और उत्तरी गोलार्ध में सबसे छोटी रात होती है।
- विषुव: पृथ्वी साल में दो बार एक ऐसी स्थिति में होती है, जहां सूर्य की किरणें भूमध्य रेखा पर सीधे पड़ती हैं। यह विषुव है - 21 मार्च को बसंत विषुव और 23 सितंबर को शरद विषुव। विषुव के समय पूरी दुनिया में दिन और रात समान होते हैं।
ग्लोब: अक्षांश और देशांतर
- ग्लोब पृथ्वी का एक सच्चा मॉडल है।
- पृथ्वी पर किसी भी स्थान को खोजने के लिए, हमें संदर्भ बिन्दुओं और रेखाओं की आवश्यकता होती है।
- पृथ्वी की धुरी के माध्यम से गुजरने वाली एक काल्पनिक रेखा है। पृथ्वी की धुरी के सिरे को ध्रुव कहा जाता है - उत्तरी ध्रुव और दक्षिणी ध्रुव।
- धुरी पर गुजरने वाली एक और काल्पनिक रेखा है जो पृथ्वी को दो समान भागों में विभाजित करती है। यह रेखा भूमध्य रेखा है।
- पृथ्वी का उत्तरी आधा भाग उत्तरी गोलार्ध और दक्षिणी आधा भाग दक्षिणी गोलार्ध है।
- अक्षांश पृथ्वी की सतह पर एक बिंदु की कोणीय दूरी है।
- भूमध्य रेखा से ध्रुवों तक के सभी समानांतर वृत्त अक्षांश के समानांतर कहलाते हैं।
- अक्षांश को डिग्री में मापा जाता है। भूमध्य रेखा शून्य डिग्री अक्षांश का प्रतिनिधित्व करती है।
अक्षांश के महत्वपूर्ण समानांतर
- भूमध्य रेखा (0°) के अलावा, अक्षांश के चार महत्वपूर्ण समानांतर हैं:
- उत्तरी गोलार्ध में कर्क रेखा (23½°N)
- दक्षिणी गोलार्ध में मकर रेखा (23½°S)
- भूमध्य रेखा के उत्तर में 66½° पर आर्कटिक वृत्त
- भूमध्य रेखा के दक्षिण में 66½° पर अंटार्कटिक वृत्त
पृथ्वी के ताप क्षेत्र
- कर्क रेखा और मकर रेखा के बीच के सभी अक्षांशों पर वर्ष में कम से कम एक बार दोपहर का सूर्य ठीक से उगता है। इसलिए, इस क्षेत्र को सबसे ज्यादा गर्मी प्राप्त होती है और इसे उष्ण कटिबंध कहा जाता है।
- कर्क रेखा और मकर रेखा के बाहर के क्षेत्रों में सूर्य की किरणें झुकी होती हैं और इसलिए यह क्षेत्र उष्ण कटिबंध से ठंडा होता है।
- उत्तरी गोलार्ध में कर्क रेखा और आर्कटिक वृत्त के बीच और दक्षिणी गोलार्ध में मकर रेखा और अंटार्कटिक वृत्त के बीच मध्यम तापमान होता है। इन्हें समशीतोष्ण क्षेत्र कहा जाता है।
- उत्तरी गोलार्ध में आर्कटिक वृत्त और उत्तरी ध्रुव के बीच और दक्षिणी गोलार्ध में अंटार्कटिक वृत्त और दक्षिणी ध्रुव के बीच क्षेत्र बहुत ठंडा होता है। यह क्षेत्र ठंडा होता है क्योंकि सूर्य यहां कभी सीधा नहीं उगता है। इसे शीत क्षेत्र कहा जाता है।
देशांतर
- ग्रीनविच में स्थित रॉयल वेधशाला से गुजरने वाली मध्याह्न रेखा को प्रधान मध्याह्न रेखा कहा जाता है। इसका मान 0° है।
- यह पृथ्वी को दो समान भागों में विभाजित करता है - पूर्वी गोलार्ध और पश्चिमी गोलार्ध।
- पृथ्वी लगभग 24 घंटों में 360° घूमती , इसलिए 1 घंटे में 15° का परिवर्तन होता है।
- देशांतर कालिक समय निर्धारित करते हैं।
देशांतर के तथ्य
- मध्याह्न रेखाओं के रूप में जाने जाते हैं।
- उत्तरी - दक्षिणी दिशा में चलते हैं।
- प्रधान मध्याह्न रेखा के पूर्व या पश्चिम की दूरी मापते हैं।
- भूमध्य रेखा पर अलग होते हैं और ध्रुवों पर मिलते हैं।
- समकोण पर समकोण पर काटते हैं।
- पृथ्वी की धुरी से गुजरने वाले विमानों में स्थित होते हैं।
- लंबाई में भिन्न होते हैं।
- बड़े वृत्तों के भाग हैं।
मानक समय
- मानक समय किसी देश के मानक मध्याह्न रेखा का स्थानीय समय होता है।
- भा रत में, 82½ ° E (82° 30'E) की देशांतर रेखा को मानक मध्याह्न रेखा माना जाता है। इस मध्याह्न रेखा पर स्थानीय समय पूरे देश के लिए मानक समय के रूप में लिया जाता है। इसे भा रतीय मानक समय (IST) के रूप में जाना जाता है।
- भा रतीय मानक समय GMT से 5.30 घंटे आगे है।
- ध्यान दें: कुछ देशों में एक से अधिक मानक समय होते हैं।
- पृथ्वी को प्रत्येक एक घंटे के चौबीस समय क्षेत्रों में विभाजित किया गया है। इस प्रकार प्रत्येक क्षेत्र 15° देशांतर को कवर करता है।
अंतरराष्ट्रीय समय रेखा
- 180° पूर्व और 180° पश्चिम मध्याह्न एक ही रेखा है जिसे अंतरराष्ट्रीय समय रेखा कहा जाता है।
- यह देशांतर रेखा है जहां स्थिति ठीक एक दिन बदल जाती है जब यह पार की जाती है।
- एक यात्री पूर्व से पश्चिम की ओर समय रेखा को पार करता है तो एक दिन कम हो जाता है और एक यात्री पश्चिम से पूर्व की ओर समय रेखा को पार करता है तो वह एक दिन में लाभ प्राप्त करता है।
पृथ्वी का आंतरिक भाग
- पृथ्वी का सबसे ऊपरी और सबसे पतला परत है। इसकी औसत गहराई 33 किमी तक है।
- महाद्वीपीय क्षेत्र में पपड़ी की मोटाई लगभग 40 किमी है, जबकि समुद्री पपड़ी केवल 5-10 किमी मोटी है।
- पृथ्वी की पपड़ी को भूपर्पटी भी कहा जाता है। इसमें दो अलग-अलग भाग शामिल हैं: बाहरी भूपर्पटी और आंतरिक भूपर्पटी।
- पृथ्वी की पपड़ी का बाहरी पतला भाग तलछटी चट्टानों से बना है।
- बाहरी भूपर्पटी में मुख्य घटक सिलिकॉन और एल्यूमीनियम हैं, जिसका औसत घनत्व 2.7 ग्राम/सेमी3 है और इसे सामूहिक रूप से सियाल (सिलिकॉन + एल्यूमीनियम) कहा जाता है.
पृथ्वी की परतें
- भूपर्पटी के नीचे एक परत है जिसे लबादा कहा जाता है।
- लबादा लगभग 2900 किमी मोटा है और इसमें पृथ्वी का लगभग 83% हिस्सा है।
- लबादा के ऊपरी हिस्से को दुर्बलतामांडल (400 किमी तक विस्तार) कहा जाता है और यह द्रव का मुख्य स्रोत है।
- इसका घनत्व भूपर्पटी से ज्यादा है।
- भूपर्पटी और लबादा के ऊपरी भाग को लिथोस्फीयर कहा जाता है और इसकी मोटाई 10 से 200 किमी है।
- लबादा लोहे और मैग्नीशियम से समृद्ध सिलिकेट खनिजों से बना है।
- लबादा के नीचे पृथ्वी का कोर है।
- कोर मुख्य रूप से निकेल और लोहे से बना है।
- कोर को दो भागों में विभाजित किया गया है - बाहरी कोर और आंतरिक कोर।
- बाहरी कोर 2900 किमी से 5100 किमी तक विस्तृत है और यह द्रव स्थिति में है।
- केंद्र से 5100 किमी पर आंतरिक कोर है। यह बहुत ज्यादा दबाव के कारण ठोस अवस्था में है।
- इस भाग में गैसें ठोस अवस्था में पाई जाती हैं।
- कोर का घनत्व और तापमान क्रमशः 13 ग्राम/सेमी3 और 5500 डिग्री सेल्सियस है।
- पृथ्वी के आंतरिक भाग का तापमान गहराई के साथ बढ़ता है। प्रयोगों ने यह साबित किया है कि तापमान प्रत्येक 32 मीटर के लिए 1 डिग्री सेल्सियस की दर से बढ़ता है।
पृथ्वी की उत्पत्ति
- पृथ्वी और पूरा सौर मंडल लगभग 4.6 अरब वर्ष पहले एक विशाल नेबुला से बना था।
- गुरुत्वाकर्षण के कारण नेबुला में मौजूद पदार्थ केंद्रित होने लगे और परमाणु संलयन से सूर्य बना।
- सूर्य के आसपास के छोटे कण आपस में टकराने लगे और आकार में बड़े होने लगे, जो "ग्रैनीससमल्स" बने और बाद में ग्रह बन गए।
- पृथ्वी, शुरुआत में बहुत गर्म और पिघली हुई थी। सबसे घने पदार्थ जैसे लोहा, पृथ्वी में डूब गए, जबकि कम घनत्व वाले पदार्थ, जैसे गैसें, बाहर की ओर चले गए।
- इस प्रक्रिया को "घनत्व विभेदन" कहा जाता है, जिससे पृथ्वी की विभिन्न परतों का निर्माण हुआ।
- आज भी पृथ्वी का भीतरी हिस्सा बहुत गर्म है।
महाद्वीपीय बहाव सिद्धांत
- अल्फ्रेड वेगनर ने 1912 में महाद्वीपीय बहाव सिद्धांत दिया।
- यह सिद्धांत बताता है कि पृथ्वी के महाद्वीप, प्लेटों पर तैरते हुए, फ़ैलते हुए और आपस में टकराते हुए स्थानांतरित हुए हैं।
- साक्ष्य:
- महाद्वीपों के आकार का मिलान
- समान जीवाश्म और चट्टानें अलग-अलग महाद्वीपों पर
- समुद्रीय तल के विस्तार की खोज
पृथ्वी का आकार
- पृथ्वी का असली रूप एक गोले जैसा है, जो ध्रुवीय अक्ष के साथ सिकुड़ा हुआ है और भूमध्य रेखा के चारों ओर थोड़ा उभरा हुआ है।
- पृथ्वी के आकार को चपटा दीर्घवृत्ताभ कहते हैं, जो इसकी घूर्णन के कारण केन्द्रापसारक बल से होता है।
पृथ्वी का सबसे नजदीकी और सबसे दूर का बिंदु
- उपसौर: पृथ्वी का सूर्य के सबसे नजदीकी बिंदु।
- पृथ्वी लगभग 3 जनवरी को उपसौर पर पहुँचती है, जो सूर्य से 147 मिलियन किलोमीटर की दूरी पर है।
- अपसौर: पृथ्वी का सूर्य से सबसे दूर का बिंदु।
- पृथ्वी 4 जुलाई को अपसौर पर पहुँचती है, जो सूर्य से 152 मिलियन किलोमीटर की दूरी पर है।
पृथ्वी की गति
- पृथ्वी की दो मुख्य गतियाँ हैं:
- घूर्णन: पृथ्वी अपनी धुरी पर पश्चिम से पूर्व की ओर घूमती है (वामावर्त दिशा)।
- इस घूर्णन में 23 घंटे, 56 मिनट और 4.09 सेकंड लगते हैं।
- घूर्णन के कारण दिन और रात होते हैं।
- परिक्रमण: पृथ्वी सूर्य के चारों ओर एक अण्डाकार कक्षा में घूमती है।
- पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी बदलती रहती है।
- पृथ्वी सूर्य के संबंध में चार महत्वपूर्ण बिंदुओं को प्राप्त करती है: ग्रीष्म संक्रांति, शीतकालीन संक्रांति, और दो विषुव।
- घूर्णन: पृथ्वी अपनी धुरी पर पश्चिम से पूर्व की ओर घूमती है (वामावर्त दिशा)।
पृथ्वी की कक्षा, अक्षीय झुकाव और मौसम
- पृथ्वी की अक्ष का सूर्य के सापेक्ष 23.5 डिग्री का झुकाव होने के कारण ऋतुएँ बदलती हैं।
- ग्रीष्म संक्रांति: 21 जून।
- सूर्य की किरणें कर्क रेखा (23.5°N) पर सीधे पड़ती हैं।
- उत्तरी गोलार्ध में सबसे लंबा दिन और दक्षिणी गोलार्ध में सबसे छोटी रात होती है।
- शीतकालीन संक्रांति: 22 दिसंबर।
- सूर्य की किरणें मकर रेखा (23.5°S) पर सीधे पड़ती हैं।
- उत्तरी गोलार्ध में सबसे छोटा दिन और दक्षिणी गोलार्ध में सबसे लंबी रात होती है।
- विषुव: 21 मार्च (वसंत विषुव) और 23 सितंबर (शरद विषुव)।
- सूर्य की किरणें भूमध्य रेखा (0°) पर सीधे पड़ती हैं।
- दिन और रात दुनिया में समान होते हैं।
ग्लोब: अक्षांश और देशांतर
- ग्लोब पृथ्वी का एक सच्चा नमूना (छोटा रूप) है।
- अक्षांश: पृथ्वी की सतह पर किसी बिंदु की भूमध्य रेखा से कोणीय दूरी है।
- 0° अक्षांश भूमध्य रेखा है।
- उत्तरी गोलार्ध में कर्क रेखा (23.5°N ) और दक्षिणी गोलार्ध में मकर रेखा (23.5°S )।
- उत्तरी गोलार्ध में आर्कटिक वृत्त (66.5°N) और दक्षिणी गोलार्ध में अंटार्कटिक वृत्त (66.5°S)।
- देशांतर: प्रधान मध्याह्न रेखा से किसी बिंदु की कोणीय दूरी है।
- 0° देशांतर प्रधान मध्याह्न रेखा है (ग्रीनविच, इंग्लैंड में स्थित)।
- देशांतर स्थानीय समय का निर्धारण करते हैं।
पृथ्वी के ताप क्षेत्र
- उष्णकटिबंध: कर्क रेखा और मकर रेखा के बीच।
- सूर्य की किरणें वर्ष में कम से कम एक बार सीधे पड़ती हैं।
- सबसे अधिक गर्मी मिलती है।
- समशीतोष्ण क्षेत्र: कर्क रेखा और आर्कटिक वृत्त के बीच (उत्तरी गोलार्ध) और मकर रेखा और अंटार्कटिक वृत्त के बीच (दक्षिणी गोलार्ध)।
- यहाँ मध्यम तापमान रहता है।
- शीत प्रदेश: आर्कटिक वृत्त और उत्तरी ध्रुव के बीच (उत्तरी गोलार्ध) और अंटार्कटिक वृत्त और दक्षिणी ध्रुव के बीच (दक्षिणी गोलार्ध)।
- सूर्य की किरणें बहुत कम कोण पर पड़ती हैं।
- ठंडा तापमान होता है।
मानक समय
- मानक समय किसी देश के मानक मध्याह्न रेखा का स्थानीय समय होता है।
- भारत में, 82.5°E (82° 30'E) को मानक मध्याह्न रेखा माना जाता है।
- इसे भारतीय मानक समय (IST) के रूप में जाना जाता है।
- यह GMT से ५.३० घंटे आगे है।
अंतर्राष्ट्रीय समय रेखा
- 180° पूर्व और 180° पश्चिम मध्याह्न एक ही रेखा है, जिसे अंतर्राष्ट्रीय समय रेखा कहते हैं।
- यह देशांतर है जहाँ तारीख बदल जाती है।
- पूर्व से पश्चिम की ओर जाते समय समय रेखा पार करने पर एक दिन कम हो जाता है।
- पश्चिम से पूर्व की ओर जाते समय समय रेखा पार करने पर एक दिन बढ़ जाता है।
पृथ्वी का आंतरिक भाग
- भूपर्पटी: पृथ्वी की सबसे ऊपरी और सबसे पतली परत है।
- औसत गहराई लगभग 33 किमी है।
- महाद्वीपीय क्षेत्र में 40 किमी मोटी और समुद्री क्षेत्र में 5-10 किमी मोटी होती है।
- यह दो भागों में विभाजित है, बाहरी भूपर्पटी और आंतरिक भूपर्पटी।
- बाहरी भूपर्पटी में तलछटी चट्टानें होती हैं।
- बाहरी भूपर्पटी में मुख्य घटक सिलिका और एल्यूमीनियम है, जो सियाल (sial) के रूप में जाना जाता है।
- आंतरिक भूपर्पटी में, घटक सिलिका और मैग्नीशियम हैं, जो सिमा (sima) के रूप में जाना जाता है।
पृथ्वी की परतें
- भूपर्पटी (crust)
- लबादा (mantle)
- ऊपरी लबादा (upper mantle)
- निचला लबादा (lower mantle)
- कोर (core)
- बाहरी कोर (outer core)
- आंतरिक कोर (inner core)
पृथ्वी की परतों में प्रमुख तत्व
- भूपर्पटी: ऑक्सीजन, सिलिकॉन, एल्यूमीनियम, आयरन, मैग्नीशियम।
- पूरी पृथ्वी: आयरन, ऑक्सीजन, सिलिकॉन, मैग्नीशियम, निकल।
लबादा
- लगभग 2900 किमी मोटा और पृथ्वी का लगभग 83% हिस्सा बनाता है।
- ऊपरी भाग को एस्थेनोस्फीयर (400 किमी तक) कहा जाता है।
- द्रवपुंज का मुख्य स्रोत।
- भूपर्पटी से अधिक घनत्व है।
- भूपर्पटी और ऊपरी लबादा िलमैन्टल (lithosphere) बनाते हैं, और इसकी मोटाई 10 से 200 किमी तक है।
- लोहा और मैग्नीशियम से भरपूर सिलिकेट खनिजों से बना होता है।
कोर
- लबादा के नीचे स्थित है।
- मुख्य रूप से निकल और आयरन से बना है, जिसे NIFE (निकल - Ni + फ़ेराइट -Fi) भी कहा जाता है।
- दो भागों में विभाजित है: बाहरी कोर और आंतरिक कोर।
- बाहरी कोर 2900 किमी से 5100 किमी तक फैला हुआ है, तरल अवस्था में है।
- आंतरिक कोर 5100 किमी से नीचे स्थित है, अत्यधिक दबाव के कारण ठोस अवस्था में है।
- कोर का घनत्व 13 ग्राम/सेमी3 और तापमान 5500 डिग्री सेल्सियस है।
- पृथ्वी के आंतरिक भाग का तापमान गहराई के साथ बढ़ता है।
- प्रयोगों से पता चला है कि तापमान प्रत्येक 32 मीटर के लिए 1 डिग्री सेल्सियस की दर से बढ़ता है।
पृथ्वी की उत्पत्ति
- पृथ्वी और पूरा सौर मंडल 4.6 अरब साल पहले एक बड़े नेबुला से बना था।
- नेबुला के केंद्र में, गुरुत्वाकर्षण के कारण, बहुत सारे पदार्थ एकत्रित हुए और परमाणु संलयन शुरू हुआ, जिससे सूर्य बन गया।
- सूर्य के आसपास के छोटे-छोटे कण आपस में टकराने लगे और आकार में बड़े होने लगे, जो पहले "ग्रैनुलसमल्स" और बाद में ग्रह बने।
- पृथ्वी बहुत गर्म और पिघली हुई थी। सबसे घने पदार्थ, जैसे निकल-लोहा, पृथ्वी में डूब गए, जबकि कम सघन पदार्थ, जैसे गैसें, अलग-अलग परतों ("घनत्व विभेदन") का निर्माण करते हुए, बाहर की ओर भाग गए।
- ग्रह ठंडे हुए और जमना शुरू हो गया। आंतरिक हिस्से अभी भी बहुत गर्म हैं।
महाद्वीपीय बहाव सिद्धांत
- 1912 में अल्फ्रेड वेगनर ने महाद्वीपीय बहाव सिद्धांत दिया।
- वेगनर ने कहा कि महाद्वीप एक दूसरे से चिपके हुए थे और समय के साथ बहाव कर रहे थे।
- वेगनर ने अपने सिद्धांत का समर्थन करने के लिए प्रमाण दिए, जैसे महाद्वीपीय किनारों की समानता और जीवाश्मों का वितरण
पृथ्वी का आकार
- पृथ्वी का असली रूप एक गोले जैसा दिखता है, जिसे ध्रुवीय अक्ष के साथ संकुचित किया गया है और भूमध्य रेखा के चारों ओर थोड़ा उभार के लिए बनाया गया है।
- इस आकार को एक चपटा दीर्घवृत्ताभ के रूप में जाना जाता है।
- बतिछापन पृथ्वी के घूमने के केन्द्रापसारक बल के कारण होता है।
पृथ्वी का सबसे नजदीक और सबसे दूर का बिंदु
- सूर्य समीपक: सूर्य के लिए पृथ्वी की निकटतम स्थिति। पृथ्वी लगभग तीन साल की दूरी पर प्रति वर्ष 3 जनवरी को अपने परिमाण में पहुँचती है सूर्य से 147 मिलियन किलोमीटर।
- नक्षत्र: सूर्य से पृथ्वी की सबसे दूर की स्थिति। पृथ्वी इस साल 4 जुलाई को अपने नक्षत्र तक पहुँचती है जब पृथ्वी 152 मिलियन किलोमीटर की दूरी पर है।
पृथ्वी की गति
- पृथ्वी की दो प्रकार की गतियां हैं:
- निरंतर घूर्णन
- परिक्रमा
निरंतर घूर्णन और परिक्रमा
-
निरंतर घूर्णन:
- पृथ्वी पश्चिम से पूर्व की ओर अपनी धुरी पर घूमती है, यानी वामावर्त दिशा में। इसमें एक चक्र में 23 घंटे, 56 मिनट और 4.09 सेकंड लगते हैं।
- इस घूर्णी गति के कारण दिन और रात होते हैं।
- अपनी धुरी के साथ घूमने के कारण, पृथ्वी एक सही क्षेत्र नहीं है।
-
परिक्रमा:
- पृथ्वी का सूर्य के चारों ओर गति को परिक्रमा कहते हैं।
- चूँकि पृथ्वी का मार्ग अण्डाकार है, इसलिए पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी बदलती रहती है।
- पृथ्वी सूर्य के सापेक्ष चार महत्वपूर्ण स्थिति प्राप्त करती है।
- यह अपनी धुरी के साथ पृथ्वी के झुकाव के कारण होता है।
- ये विषुव और संक्रांति हैं।
पृथ्वी की कक्षा, अक्षीय झुकाव और मौसम
-
ग्रीष्म संक्रांति:
- 21 जून को, कर्क रेखा सूर्य की ऊर्ध्वाधर किरणें प्राप्त करती है। इस स्थिति को ग्रीष्म संक्रांति के रूप में जाना जाता है।
- इस समय उत्तरी गोलार्ध का अनुभव सबसे लंबा दिन होता है जबकि दक्षिणी गोलार्ध में सबसे छोटी रात होती है।
-
शीतकालीन संक्रांति:
- 22 दिसंबर को, मकर रेखा को सूर्य की ऊर्ध्वाधर किरणें प्राप्त होती हैं। इस अवस्था को कहते हैं शीतकालीन संक्रांति।
-
विषुव:
- पृथ्वी की दो स्थिति हैं जो 21 मार्च और 23 सितंबर को आती हैं, जब भूमध्य रेखा को सूर्य की ऊर्ध्वाधर किरणें प्राप्त होती हैं और दिन और रात दुनिया भर में समान होते हैं।
- इन पदों को विषुव के रूप में जाना जाता है। 21 मार्च में वसंत विषुव होता है और 23 सितंबर को शरद ऋतु विषुव होता है।
ग्लोब: अक्षांश और देशांतर
- ग्लोब पृथ्वी का एक सच्चा नमूना (लघु रूप) है।
- विश्व के किसी विशेष स्थान का पता लगाने के लिए हमें सापेक्ष स्थान और रेखाओं के कुछ बिंदुओं की आवश्यकता है।
- यह देखा जा सकता है कि एक सुई को झुके हुए तरीके से ग्लोब के माध्यम से तय किया जाता है जिसे उसकी धुरी कहा जाता है। ग्लोब पर दो बिंदु जिनके माध्यम से सुई गुजरती है वे दो ध्रुव हैं - उत्तरी ध्रुव और दक्षिणी ध्रुव।
- पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है, जो एक काल्पनिक रेखा है। ग्लोब पर चलने वाली एक और काल्पनिक रेखा इसे दो समान भागों में विभाजित करती है। इस रेखा को भूमध्य रेखा के रूप में जाना जाता है।
- पृथ्वी के उत्तरी आधे भाग को उत्तरी गोलार्ध के रूप में जाना जाता है और दक्षिणी आधे हिस्से को दक्षिणी गोलार्ध के रूप में जाना जाता है। अक्षांश पृथ्वी की सतह पर एक बिंदु की कोणीय दूरी है।
- भूमध्य रेखा से ध्रुवों तक के सभी समानांतर वृत्त अक्षांशों के समानांतर कहलाते हैं। अक्षांश को डिग्री में मापा जाता है। भूमध्य रेखा शून्य डिग्री अक्षांश का प्रतिनिधित्व करती है।
अक्षांश के महत्वपूर्ण समानताएँ
- भूमध्य रेखा (0°) के अलावा, अक्षांश के चार महत्वपूर्ण समानताएँ हैं:
- उत्तरी गोलार्ध में कर्क रेखा (23½°N)।
- दक्षिणी गोलार्ध में मकर रेखा (23½°S)।
- भूमध्य रेखा के उत्तर में 66½° पर आर्कटिक वृत्त।
- भूमध्य रेखा के दक्षिण में 66½° पर अंटार्कटिक वृत्त।
पृथ्वी के ताप क्षेत्र
- कर्क रेखा और मकर रेखा के बीच के सभी अक्षांशों पर वर्ष में कम से कम एक बार दोपहर का सूर्य ठीक से उगता है। इसलिए, इस क्षेत्र को अधिकतम गर्मी प्राप्त होती है और इसे उष्ण कटिबंध कहा जाता है।
- मध्य-दिवस का सूर्य कभी भी कर्क रेखा और मकर रेखा के पार किसी अक्षांश पर नहीं दिखता है।
- सूर्य की किरणों का कोण ध्रुवों की ओर कम होता चला जाता है। जैसे, उत्तरी गोलार्ध में कर्क रेखा और आर्कटिक वृत्त द्वारा और दक्षिणी गोलार्ध में मकर रेखा और अंटार्कटिक वृत्त के क्षेत्रों में मध्यम तापमान होता है। इसलिए, इन्हें तापमान क्षेत्र कहा जाता है।
- उत्तरी गोलार्ध में आर्कटिक वृत्त और उत्तरी ध्रुव के बीच स्थित क्षेत्र और दक्षिणी गोलार्ध में अंटार्कटिक वृत्त और दक्षिणी ध्रुव, बहुत ठंडे हैं। सूर्य यहाँ लंबवत से बहुत ऊँचा नहीं उठता है। इसकी किरणें हमेशा तिरछी होती हैं। तो, इन क्षेत्रों को शीतोष्ण क्षेत्र कहा जाता है।
देशांतर
- मध्याह्न जो गुजरता है ग्रीनविच, जहाँ रॉयल वेधशाला स्थित है, द प्राइम मेरिडियन कहा जाता है इसका मान 0° है देशांतर और इससे हम 180° पूर्व की ओर और साथ ही 180° पश्चिम की ओर बढ़ते हैं।
- प्राइम मेरिडियन ने पृथ्वी को दो समान हिस्सों में विभाजित किया है - पूर्वी गोलार्ध और पश्चिम-गोलार्ध।
- अंतिम तिथि की गणना निम्नानुसार की जा सकती है। पृथ्वी लगभग 24 घंटे में 360° घूमती है, जिसका अर्थ है 15° प्रति घंटा या चार मिनट में 1°।
- देशांतर में एक बहुत महत्वपूर्ण कार्य होता है, अर्थात् वे स्थानीय समय निर्धारित करते हैं।
देशांतर की तर्श के तथ्य
- मध्याह्न के रूप में जाने जाते हैं।
- उत्तर-दक्षिण दिशा में दौड़ें।
- प्राइम मेरिडियन के पूर्व या पश्चिम की दूरी नापें।
- भूमध्य रेखा पर अलग हैं और ध्रुवों पर मिलते हैं।
- समकोण पर समकोण पार करें।
- उन विमानों में लेटें जो पृथ्वी की धुरी से गुजरते हैं।
- लंबाई में भिन्न हैं।
- बड़े हलकों के हिस्से हैं।
मानक समय
- मानक समय किसी देश के मानक मध्याह्न का स्थानीय समय होता है।
- भारत में, 82½°E (82° 30'E) के देशांतर को मानक मध्याह्न रेखा के रूप में माना जाता है। इस मध्याह्न पर स्थानीय समय पूरे देश के लिए मानक समय के रूप में लिया जाता है। इसे भारतीय मानक समय (IST) के रूप में जाना जाता है।
- भारतीय मानक समय GMT से 5.30 घंटे आगे है।
- ध्यान दें: कुछ देशों में एक महान देशांतर सीमा है और इसलिए उन्होंने एक से अधिक मानक समय को अपनाया है। उदाहरण के लिए, रूस में, लगभग ग्यारह मानक समय हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका नौ मानक समय क्षेत्रों का उपयोग करता है।
- पृथ्वी को प्रत्येक एक घंटे के चौबीस समय क्षेत्रों में विभाजित किया गया है। इस प्रकार प्रत्येक क्षेत्र 15° देशांतर को कवर करता है।
अंतर्राष्ट्रीय समय रेखा
- 180° पूर्व और 180° पश्चिम मध्याह्न एक ही रेखा है जिसे अंतर्राष्ट्रीय समय रेखा कहा जाता है।
- यह देशांतर है जहाँ तिथियाँ ठीक एक दिन बदल जाती हैं जब यह पार हो जाती है।
- एक यात्री पूर्व से पश्चिम की ओर समय रेखा को पार करता है तो एक दिन कम हो जाता है और एक दिन में पश्चिम से पूर्व की ओर में समय रेखा को पार करता है तो वह एक दिन में लाभ प्राप्त करता है।
- मध्य प्रशांत क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय समय रेखा बेरिंग जलडमरूमध्य, फिजी, टोंगा और अन्य में सामान्य 180° मध्याह्न रेखा से घटती है- भूभाग जो मेरिडियन द्वारा काटे गए कुछ द्वीप समूहों में दिन और तिथि के भ्रम को रोकने के लिए है।
पृथ्वी का आंतरिक भाग
- यह पृथ्वी की सबसे ऊपरी और सबसे पतली परत है। इसकी औसत गहराई 33 किलोमीटर तक है।
- महाद्वीपीय क्षेत्र में पपड़ी की मोटाई लगभग 40 किलोमीटर है जबकि समुद्री पपड़ी केवल 5-10 किलोमीटर मोटी है।
- पृथ्वी के भूपर्पटी भाग को लिथोस्फियर भी कहा जाता है। इसमें दो अलग-अलग हिस्से शामिल हैं: बाहरी भूपर्पटी और आंतरिक भूपर्पटी।
- पृथ्वी की पपड़ी का बाहरी पतला भाग तलछटी चट्टानों से बना है।
- बाहरी भूपर्पटी में, मुख्य घटक सिलिकॉन और एल्यूमीनियम हैं, जिसका औसत औसत घनत्व 2.7 ग्राम/सेमी3 है और जिसे सामूहिक रूप से सियाल (यानी सिलिकॉन + एल्यूमीनियम) कहा जाता है।
- आंतरिक भूपर्पटी में, घटक सिलिकॉन और मैग्नीशियम हैं।
- यह बेसाल्ट चट्टान की एक परत है।
- घटक सामूहिक रूप से सिमा (सिलिकॉन + मैग्नीशियम) के रूप में जाने जाते हैं। सिमा का औसत औसत घनत्व 3 g/cm3 है।
पृथ्वी की परतें
- पृथ्वी की पपड़ी:
- पृथ्वी की सबसे बाहरी परत।
- अपेक्षाकृत पतली परत।
- मुख्य रूप से सियाल (सिलिकॉन और एल्यूमीनियम) से बनी होती है।
- लबादा:
- पृथ्वी की दूसरी परत।
- पृथ्वी की सबसे बड़ी परत।
- मुख्य रूप से सिमा (सिलिकॉन और मैग्नीशियम) से बनी होती है।
- द्रव अवस्था में होती है।
- भूकंपीय तरंगों का संचरण करती है।
- कोर:
- पृथ्वी की सबसे आंतरिक परत।
- मुख्य रूप से निकल और लोहा से बनी होती है।
- दो भागों में विभाजित है: बाहरी कोर और आंतरिक कोर।
- बाहरी कोर द्रव अवस्था में है।
- आंतरिक कोर ठोस अवस्था में है।
पृथ्वी की पपड़ी में प्रमुख तत्व
- ऑक्सीजन —47%
- सिलिकॉन- 28%
- एल्यूमीनियम-8%
- आयरन-5%
- मैग्नीशियम-4%
- कैल्शियम-2%
- पोटेशियम-2%
- सोडियम-2%
- अन्य -2%
पूरे पृथ्वी में प्रमुख तत्व
- आयरन– 35%
- ऑक्सीजन- 30%
- सिलिकॉन-15%
- मैग्नीशियम-13%
- निकल 2%
- सल्फर-2%
- कैल्शियम-1%
- एल्यूमीनियम-1%
- अन्य -1%
लबादा
- लबादा लगभग 2900 किलोमीटर मोटा है और इसमें पृथ्वी का लगभग 83% हिस्सा है।
- लबादा के ऊपरी हिस्से को दुर्बलतामंडल (400 किलोमीटर तक विस्तार) कहा जाता है।
- यह द्रवपुंज का मुख्य स्रोत है।
- इसमें भूपर्पटी (3.4 ग्राम/सेमी3) से अधिक घनत्व है।
- भूपर्पटी और लबादा के ऊपरी भाग को लिथोस्फियर कहा जाता है। इसकी मोटाई से लेकि 10 से 200 किलोमीटर।
- माना जाता है कि इस लोहे और मैग्नीशियम से भिपूर् सिलिकेट खनिजों से बना है।
कोर
- लबादा से नीचे, पृथ्वी के आंतरिक भाग को इसका कोर कहा जाता है।
- यह मुख्य रूप से निकल और आयिन से बना है, जिसे NIFE (निकल - Ni + फेरियम -Fi) भी कहा जाता है।
- कोर को भी दो भागों में विभाजित किया गया है: बाहरी कोर और आंतरिक कोर।
- बाहरी कोर 2900 किलोमीटर से 5100 किलोमीटर तक फैला हुआ है। यह तरल अवस्था में है।
- केंद्र से 5100 किलोमीटर नीचे आंतरिक कोर कहा जाता है। यह अत्यधिक दबाव के कारण ठोस अवस्था में है। इस भाग में गैसें ठोस अवस्था में पाई जाती हैं।
- कोर का घनत्व और तापमान क्रमशः 13 ग्राम/सेमी3 और 5500 डिग्री सेल्सियस है।
- पृथ्वी के अंदर का तापमान गहराई के साथ बढ़ता है। प्रयोगों ने पुष्टि की है कि तापमान प्रत्येक 32 मीटर के लिए 1 डिग्री सेल्सियस की दर से बढ़ता है।
पृथ्वी की उत्पत्ति
- पृथ्वी और पूरा सौर मंडल 4.6 अरब साल पहले एक बड़े नेबुला से बना था।
- गुरुत्वाकर्षण के कारण नेबुला के पदार्थ एक साथ इकट्ठा हुए, परमाणु संलयन शुरू हुआ, जिससे सूर्य का निर्माण हुआ।
- सूर्य के आस-पास के छोटे कण आपस में टकराने लगे और बड़े होने लगे, जिन्हें "प्लैनेटिसिमल्स" कहा गया, जो बाद में ग्रह बन गए।
- पृथ्वी बहुत गर्म और पिघली हुई थी, सबसे सघन पदार्थ जैसे लोहा, पृथ्वी में डूब गया, जबकि कम सघन पदार्थ, जैसे गैसें बाहर निकल गईं।
- पृथ्वी ठंडी हो रही है और जमना शुरू हो गया। आंतरिक हिस्सा अभी भी बहुत गर्म है।
महाद्वीपीय बहाव सिद्धांत
- यह सिद्धांत 1912 में अल्फ्रेड वेगनर द्वारा प्रतिपादित किया गया था।
- वेगनर का मानना था कि महाद्वीप एक दूसरे से जुड़े थे और समय के साथ बहाव के कारण अलग हो गए।
पृथ्वी का आकार
- पृथ्वी का वास्तविक रूप एक गोले जैसा दिखता है, जो ध्रुवीय अक्ष के साथ संकुचित और भूमध्य रेखा के चारों ओर थोड़ा उभरा हुआ है।
- इस आकार को एक चपटा दीर्घवृत्ताभ कहा जाता है।
- यह चपटापन पृथ्वी के घूमने के केन्द्रापसारक बल के कारण होता है।
पृथ्वी का सबसे निकट और दूर बिंदु
- सूर्य समीपक: पृथ्वी का सूर्य के सबसे निकट का बिंदु। पृथ्वी लगभग हर साल 3 जनवरी को सूर्य से 147 मिलियन किलोमीटर की दूरी पर इस बिंदु पर पहुँचती है।
- अपसौर: सूर्य से पृथ्वी का सबसे दूर का बिंदु। पृथ्वी हर साल 4 जुलाई को इस बिंदु पर पहुँचती है जब वह सूर्य से 152 मिलियन किलोमीटर की दूरी पर होती है।
पृथ्वी की गति
- पृथ्वी की दो प्रकार की गतियों हैं:
- परिवर्तन
- परिक्रमण
परिवर्तन और परिक्रमण
- परिवर्तन: पृथ्वी अपनी धुरी पर पश्चिम से पूर्व की ओर घूमती है, यानी वामावर्त दिशा में। इसमें एक चक्र में 23 घंटे, 56 मिनट और 4.09 सेकंड लगते हैं।
- इस घूर्णी गति के कारण दिन और रात होते हैं।
- अपनी धुरी के साथ घूमने के कारण, पृथ्वी एक सही गोला नहीं है।
- परिक्रमण: पृथ्वी की सूर्य के चारों ओर की गति को परिक्रमण कहते हैं।
- चूंकि पृथ्वी का मार्ग अण्डाकार है, पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी बदलती रहती है।
- पृथ्वी सूर्य के सापेक्ष चार महत्वपूर्ण बिंदु प्राप्त करती है, जो पृथ्वी के झुकाव के कारण होता है,
- ये बिंदु हैं: वसंत विषुव, ग्रीष्म संक्रांति , शरद विषुव और शीतकालीन संक्रांति।
पृथ्वी की कक्षा, अक्षीय झुकाव और मौसम
- ग्रीष्म संक्रांति: 21 जून को, कर्क रेखा सूर्य की ऊर्ध्वाधर किरणें प्राप्त करती है। यह बिंदु ग्रीष्म संक्रांति के रूप में जाना जाता है।
- इस समय उत्तरी गोलार्ध में सबसे लंबा दिन होता है, जबकि दक्षिणी गोलार्ध में सबसे छोटी रात होती है।
- शीतकालीन संक्रांति: 22 दिसंबर को, मकर रेखा सूर्य की ऊर्ध्वाधर किरणें प्राप्त करती है। यह बिंदु शीतकालीन संक्रांति के रूप में जाना जाता है।
- विषुव: पृथ्वी की दो स्थितियां हैं जो 21 मार्च और 23 सितंबर को आती हैं, जब भूमध्य रेखा सूर्य की ऊर्ध्वाधर किरणें प्राप्त करती है और दिन और रात दुनिया भर में समान होते हैं।
- इन बिंदुओं को विषुव के रूप में जाना जाता है। 21 मार्च को वसंत विषुव होता है और 23 सितंबर को शरद ऋतु विषुव होता है।
ग्लोब: अक्षांश और देशांतर
- ग्लोब पृथ्वी का एक सच्चा नमूना (लघु रूप) है।
- किसी विशेष स्थान का पता लगाने के लिए हमें अक्षांश और देशांतरों के कुछ बिंदुओं की आवश्यकता है।
- ग्लोब के माध्यम से गुजरने वाली एक काल्पनिक रेखा को धुरी कहा जाता है। ग्लोब पर दो बिंदु जहाँ से सुई गुजरती है, वे दो ध्रुव हैं - उत्तरी ध्रुव और दक्षिणी ध्रुव।
- पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है जो एक काल्पनिक रेखा है। ग्लोब पर चलने वाली एक और काल्पनिक रेखा इसे दो समान भागों में विभाजित करती है, जिसे भूमध्य रेखा के रूप में जाना जाता है।
- पृथ्वी के उत्तरी आधे भाग को उत्तरी गोलार्ध और दक्षिणी आधे भाग को दक्षिणी गोलार्ध के रूप में जाना जाता है। अक्षांश पृथ्वी की सतह पर किसी बिंदु की कोणीय दूरी है।
- भूमध्य रेखा से ध्रुवों तक सभी समानांतर वृत्त अक्षांशों के समानांतर कहलाते हैं। अक्षांश डिग्री में मापा जाता है। भूमध्य रेखा शून्य डिग्री अक्षांश का प्रतिनिधित्व करता है।
अक्षांश के महत्वपूर्ण समानांतर
- भूमध्य रेखा (0°) के अलावा, अक्षांश के चार प्रमुख समानांतर हैं:
- उत्तरी गोलार्ध में कर्क रेखा (23½°N)।
- दक्षिणी गोलार्ध में मकर रेखा (23½°S)।
- भूमध्य रेखा के उत्तर में 66½° पर आर्कटिक वृत्त।
- भूमध्य रेखा के दक्षिण में 66½° पर अंटार्कटिक वृत्त।
पृथ्वी के ताप क्षेत्र
- कर्क रेखा और मकर रेखा के बीच के सभी अक्षांशों पर वर्ष में कम से कम एक बार दोपहर का सूर्य ठीक से चमकता है। इसलिए, इस क्षेत्र को सबसे अधिक गर्मी प्राप्त होती है, और इसे उष्ण कटिबंध कहा जाता है।
- मध्य-दिन का सूर्य कभी भी कर्क रेखा और मकर रेखा के पार किसी भी अक्षांश पर नहीं दिखता है।
- ध्रुवों की ओर सूर्य की किरणों का कोण कम होता जाता है। उदाहरण के लिए, उत्तरी गोलार्ध में कर्क रेखा और आर्कटिक वृत्त के बीच और दक्षिणी गोलार्ध में मकर रेखा और अंटार्कटिक वृत्त के क्षेत्रों में मध्यम तापमान होता है। इसलिए, इन्हें शीतोष्ण क्षेत्र कहा जाता है।
- उत्तरी गोलार्ध में आर्कटिक वृत्त और उत्तरी ध्रुव के बीच और दक्षिणी गोलार्ध में अंटराकटिक वृत्त और दक्षिणी ध्रुव, बहुत ठंडे हैं। सूर्य यहाँ लंबवत से बहुत ऊपर नहीं उठता है। इसकी किरणें हमेशा तिरछी होती हैं। तो, इन क्षेत्रों को शीत क्षेत्र कहा जाता है।
देशांतर
- ग्रीनविच, जहाँ रॉयल ऑब्जर्वेटरी स्थित है, से गुजरने वाला मध्याह्न, प्रधान मध्याह्न रेखा कहलाता है। इसका मान 0° है। देशांतर को 180° पूर्व और साथ ही 180° पश्चिम की ओर गिनते हैं।
- प्रधान मध्याह्न रेखा ने पृथ्वी को दो समान हिस्सों में विभाजित किया है - पूर्वी गोलार्ध और पश्चिमी गोलार्ध।
- समय की गणना इस प्रकार की जा सकती है। पृथ्वी लगभग 24 घंटों में 360° घूमती है, जिसका अर्थ है 1 घंटे में 15° या 4 मिनट में १°।
- देशांतर का एक महत्वपूर्ण कार्य है, अर्थात् वे स्थानीय समय निर्धारित करते हैं।
स्थानीय समय
- मानक समय किसी देश के मानक मध्याह्न का स्थानीय समय होता है।
- भारत में, 82½°E (82° 30'E) के देशांतर को मानक मध्याह्न रेखा मान जाता है। इस मध्याह्न पर स्थानीय समय पूरे देश के लिए मानक समय के रूप में लिया जाता है। इसे भारतीय मानक समय (IST) के रूप में जाना जाता है।
- भारतीय मानक समय जीएमटी से 5.30 घंटे आगे है।
- ध्यान दें: कुछ देशों में एक विशाल देशांतर सीमा है, और इसलिए उन्होंने एक से अधिक मानक समय को अपनाया है। उदाहरण के लिए, रूस में, लगभग ग्यारह मानक समय हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका नौ मानक समय क्षेत्रों का उपयोग करता है।
- पृथ्वी को प्रत्येक एक घंटे के चौबीस समय क्षेत्रों में विभाजित किया गया है। इस प्रकार, प्रत्येक क्षेत्र 15° देशांतर को कवर करता है।
अंतर्राष्ट्रीय समय रेखा
- 180° पूर्व और 180° पश्चिम मध्याह्न एक ही रेखा है जिसे अंतर्राष्ट्रीय समय रेखा कहा जाता है।
- यह देशांतर है जहाँ तारीखें ठीक एक दिन बदल जाती हैं जब इसे पार किया जाता है।
- एक यात्री पूर्व से पश्चिम की ओर समय रेखा को पार करता है तो एक दिन कम हो जाता है, और पश्चिम से पूर्व की ओर समय रेखा को पार करता है तो एक दिन का लाभ होता है।
- मध्य प्रशांत क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय समय रेखा बेरिंग जलडमरूमध्य, फिजी, टोंगा और अन्य में सामान्य 180° मध्याह्न रेखा से हटती है - भूमि जो मेरिडियन से काटे गए कुछ द्वीप समूहों में दिन और तारीख के भ्रम को रोकने के लिए है।
पृथ्वी का आंतरिक भाग
- यह पृथ्वी की सबसे ऊपरी और सबसे पतली परत है। इसकी औसत गहराई 33 किलोमीटर तक है।
- महाद्वीपीय क्षेत्र में पपड़ी की मोटाई लगभग 40 किलोमीटर है, जबकि समुद्री पपड़ी केवल 5-10 किलोमीटर मोटी है।
- पृथ्वी के भूपर्पटी भाग को लिथोमंडल भी कहा जाता है। इसमें दो अलग-अलग हिस्से शामिल हैं: बाहरी भूपर्पटी और आंतरिक भूपर्पटी।
- पृथ्वी की पपड़ी का बाहरी पतला भाग तलछटी चट्टानों से बना है।
- बाहरी भूपर्पटी में, मुख्य घटक सिलिकॉन और एल्यूमीनियम हैं, जिसका औसत घनत्व 2.7 ग्राम/सेमी³ है, और जिसे सामूहिक रूप से सियाल (यानी सिलिकॉन + एल्यूमीनियम) कहा जाता है।
- आंतरिक भूपर्पटी में, घटक सिलिकॉन और मैग्नीशियम हैं।
- यह बेसाल्ट चट्टान की एक परत है।
- घटक सामूहिक रूप से सीमा (सिलिकॉन + मैग्नीशियम) के रूप में जाने जाते हैं। सीमा का औसत घनत्व 3 g/cm³ है।
पृथ्वी की परतें
- भूपर्पटी: पृथ्वी की सबसे बाहरी परत
- लबादा: भूपर्पटी के नीचे, यह पृथ्वी की सबसे बड़ी परत है। इसमें धातुओं का मिश्रण होता है
- कोर: पृथ्वी का केंद्र, लोहे और निकल से बना है
पृथ्वी की पपड़ी में प्रमुख तत्व
- ऑक्सीजन —47%
- सिलिकॉन- 28%
- एल्यूमीनियम-8%
- आयरन-5%
- मैग्नीशियम-4%
- कैल्शियम-2%
- पोटेशियम-2%
- सोडियम-2%
- अन्य -2%
पूरी पृथ्वी में प्रमुख तत्व
- आयरन– 35%
- ऑक्सीजन- 30%
- सिलिकॉन-15%
- मैग्नीशियम-13%
- निकेल 2%
- सल्फर-2%
- कैल्शियम-1%
- एल्यूमीनियम-1%
- अन्य -1%
लबादा
- लबादा लगभग 2900 किलोमीटर मोटा है और इसमें पृथ्वी का लगभग 83% हिस्सा है।
- लबादा के ऊपरी हिस्से को एस्थेनोस्फीयर (400 किलोमीटर तक विस्तार) कहा जाता है।
- यह मैग्मा का मुख्य स्रोत है।
- इसमें भूपर्पटी (3.4 ग्राम/सेमी³) से अधिक घनत्व है।
- भूपर्पटी और लबादा के ऊपरी भाग को लिथोमंडल कहा जाता है। इसकी मोटाई 10 से 200 किलोमीटर तक है।
- माना जाता है कि यह लोहा और मैग्नीशियम से समृद्ध सिलिकेट खनिजों से बना है.
पृथ्वी की परतों के बीच असंगतता
- मोहोरोविसिक असंगतता: निचली क्रस्ट और ऊपरी लबादा के बीच।
- गुटेनबर्ग असंगतता: निचले लबादा और बाहरी कोर के बीच।
- लेहमैन असंगतता: बाहरी और आंतरिक कोर के बीच।
कोर
- लबादा से नीचे, पृथ्वी के आंतरिक भाग को कोर कहा जाता है।
- यह मुख्य रूप से निकल और आयरन से बना है, जिसे NIFE (निकल - Ni + आयरन - Fi) भी कहा जाता है।
- कोर को भी दो भागों में विभाजित किया गया है: बाहरी कोर और आंतरिक कोर।
- बाहरी कोर 2900 किलोमीटर से 5100 किलोमीटर तक फैला हुआ है। यह द्रव अवस्था में है।
- केंद्र से 5100 किलोमीटर नीचे आंतरिक कोर कहा जाता है। यह अत्यधिक दबाव के कारण ठोस अवस्था में है। इस भाग में गैसें ठोस अवस्था में पाई जाती हैं।
- कोर का घनत्व और तापमान क्रमशः 13 ग्राम/सेमी³ और 5500 डिग्री सेल्सियस है।
- पृथ्वी के आंतरिक भाग का तापमान गहराई के साथ बढ़ता है। प्रयोगों ने पुष्टि की है कि तापमान प्रत्येक 32 मीटर के लिए 1 डिग्री सेल्सियस की दर से बढ़ता है।
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Description
यह क्विज पृथ्वी की उत्पत्ति और महाद्वीपीय बहाव सिद्धांत पर आधारित है। इसमें सौर मंडल के निर्माण, पृथ्वी के आकार और विभिन्न परतों के गठन के बारे में जानकारी दी गई है। अल्फ्रेड वेगनर के सिद्धांत का भी उल्लेख किया गया है, जो यह दर्शाता है कि महाद्वीप कैसे एक बार जुड़े हुए थे।