Podcast
Questions and Answers
पृथ्वी की धुरी के झुकाव का मुख्य कारण क्या है?
पृथ्वी की धुरी के झुकाव का मुख्य कारण क्या है?
पृथ्वी की घूर्णन गति का औसत समयकाल क्या है?
पृथ्वी की घूर्णन गति का औसत समयकाल क्या है?
कौन सा प्रभाव पृथ्वी की घूर्णन से उत्पन्न होता है?
कौन सा प्रभाव पृथ्वी की घूर्णन से उत्पन्न होता है?
पृथ्वी का घूर्णन सबसे तेज़ किस स्थान पर होता है?
पृथ्वी का घूर्णन सबसे तेज़ किस स्थान पर होता है?
Signup and view all the answers
किस कारक का पृथ्वी की घूर्णन पर दीर्घकालिक प्रभाव पड़ता है?
किस कारक का पृथ्वी की घूर्णन पर दीर्घकालिक प्रभाव पड़ता है?
Signup and view all the answers
पृथ्वी का घूर्णन किसी खास समय में क्यों बदलता है?
पृथ्वी का घूर्णन किसी खास समय में क्यों बदलता है?
Signup and view all the answers
पृथ्वी के घूमने से कौन सा आभास उत्पन्न होता है?
पृथ्वी के घूमने से कौन सा आभास उत्पन्न होता है?
Signup and view all the answers
पृथ्वी की धुरी का कोणीय झुकाव क्या है?
पृथ्वी की धुरी का कोणीय झुकाव क्या है?
Signup and view all the answers
पृथ्वी की घूर्णन द्वारा प्रभावित होने वाला कौन सा कारक है?
पृथ्वी की घूर्णन द्वारा प्रभावित होने वाला कौन सा कारक है?
Signup and view all the answers
Study Notes
पृथ्वी का घूर्णन: मूलभूत तथ्य
- पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है, जो उत्तर और दक्षिण ध्रुवों से गुजरने वाली एक काल्पनिक रेखा है।
- उत्तर ध्रुव से ऊपर से देखने पर घूर्णन वामावर्त होता है।
- औसत घूर्णन अवधि लगभग 24 घंटे (23 घंटे, 56 मिनट और 4.1 सेकंड, ठीक-ठीक) है।
- यह घूर्णन आकाश में सूर्य, चंद्रमा और तारों की प्रतीत होने वाली दैनिक गति के लिए ज़िम्मेदार है।
पृथ्वी की घूर्णन अक्ष
- पृथ्वी की घूर्णन अक्ष अपनी कक्षीय तल (सूर्य की परिक्रमा में पृथ्वी की कक्षा का तल) के लंबवत नहीं है।
- यह झुकाव, जो लगभग 23.5 डिग्री है, ऋतुओं का मुख्य कारण है।
- पृथ्वी की घूर्णन अक्ष की दिशा स्थिर नहीं होती है।
- यह लगभग 26,000 वर्ष की अवधि में धीमी गति से प्रेसेशन (पूर्वगामी) गति करती है।
पृथ्वी के घूर्णन के प्रभाव
- दिन और रात: पृथ्वी का घूर्णन ग्रह के विभिन्न भागों को सूर्य से प्रकाशित करता है।
- कोरिओलिस प्रभाव: पृथ्वी का घूर्णन गतिमान वस्तुओं (जैसे वायु और जल) को उत्तरी गोलार्ध में दाईं ओर और दक्षिणी गोलार्ध में बाईं ओर विक्षेपित होने का भ्रम पैदा करता है।
- समय क्षेत्र: अलग-अलग स्थानों की सूर्य के सापेक्ष स्थिति विभिन्न समय क्षेत्रों को निर्धारित करती है।
- अपकेंद्रीय बल: घूर्णन से उत्पन्न यह बाहरी बल पृथ्वी के भूमध्यरेखीय उभार (आकार में थोड़ा अंतर) में स्पष्ट होता है।
घूर्णन की गति
- पृथ्वी की घूर्णन गति विभिन्न अक्षांशों पर अलग-अलग होती है।
- यह भूमध्य रेखा पर सबसे तेज़ होता है, जहाँ परिधि सबसे अधिक होती है।
- गति ध्रुवों की ओर घटती जाती है, जहाँ परिधि छोटी होती है।
- भूमध्य रेखा पर गति लगभग 1,000 मील प्रति घंटा (1600 किलोमीटर प्रति घंटा) होती है।
खगोलीय पिंडों पर घूर्णन का प्रभाव
- घूमती हुई पृथ्वी इस भ्रम को पैदा करती है कि खगोलीय पिंड पूर्व में उगते हैं और पश्चिम में डूबते हैं।
- रात के आकाश में तारों की दिखने वाली गति पृथ्वी के घूर्णन के कारण होती है।
पृथ्वी के घूर्णन को प्रभावित करने वाले कारक
- चन्द्रमा और सूर्य के साथ गुरुत्वाकर्षणीय अंतःक्रियाएँ: ये अंतःक्रियाएँ पृथ्वी पर ज्वारीय बल डालती हैं, जिनका लंबी अवधियों में पृथ्वी के घूर्णन पर मामूली प्रभाव पड़ता है।
- पृथ्वी की आंतरिक संरचना: पृथ्वी के कोर और मेंटल का निरंतर घूर्णन घूर्णन दर को थोड़ा बदल सकता है।
घूर्णन दर में परिवर्तन
- पृथ्वी का घूर्णन पूरी तरह से एक समान नहीं है।
- टेक्टोनिक प्लेटों की गति, पृथ्वी के भीतर द्रव्यमान के पुनर्वितरण और सूर्य और चंद्रमा के साथ पृथ्वी की अंतःक्रिया जैसे कारकों के कारण घूर्णन दर में मामूली बदलाव होते हैं।
- ये बदलाव बहुत छोटे हैं, लेकिन लंबी अवधियों में पता लगाए जा सकते हैं।
असंगत घूर्णन के परिणाम
- लीप सेकंड की आवश्यकता: पृथ्वी का घूर्णन ठीक 24 घंटे की अवधि का नहीं है।
- वैश्विक स्तर पर समय-निर्धारण में स्थिरता बनाए रखने के लिए 24 घंटों से मामूली विचलन की भरपाई की जानी चाहिए। यह समन्वित विश्व समय (UTC) में लीप सेकंड जोड़कर या घटाकर किया जाता है।
Studying That Suits You
Use AI to generate personalized quizzes and flashcards to suit your learning preferences.
Description
इस क्विज़ में पृथ्वी की घूर्णन के बारे में मूल तथ्यों का वर्णन किया गया है। हम देखेंगे कि पृथ्वी अपने ध्रुवों के चारों ओर कैसे घूमती है, इसके घूर्णन का अवधि क्या है, और यह कैसे दिन और रात के प्रभाव पैदा करती है। इसके अलावा, पृथ्वी की घूर्णन धुरी और इसके प्रभावों पर भी चर्चा की जाएगी।