Podcast
Questions and Answers
माँग का नियम क्या दर्शाता है?
माँग का नियम क्या दर्शाता है?
- कीमत में वृद्धि से माँग बढ़ती है।
- कीमत में गिरावट से माँग घटती है।
- माँग और पूर्ति हमेशा समान होती हैं।
- कीमत में गिरावट से माँग बढ़ती है। (correct)
पुर्ति का नियम किस बात को दर्शाता है?
पुर्ति का नियम किस बात को दर्शाता है?
- कीमत में बढ़ोत्तरी से पूर्ति घटती है।
- कीमत में वृद्धि से पूर्ति बढ़ती है। (correct)
- कीमत में गिरावट से पूर्ति बढ़ती है।
- पूर्ति हमेशा स्थिर रहती है।
स्थिर लागत किसे कहते हैं?
स्थिर लागत किसे कहते हैं?
- उत्पादन की मात्रा से प्रभावित लागत।
- कच्चे माल की लागत।
- उत्पादन की मात्रा से अपरिवर्तित लागत। (correct)
- श्रमिक लागत।
माँग की लोच किस बात को दर्शाती है?
माँग की लोच किस बात को दर्शाती है?
किस बाजार संरचना में केवल एक विक्रेता होता है?
किस बाजार संरचना में केवल एक विक्रेता होता है?
राष्ट्रीय आय क्या है?
राष्ट्रीय आय क्या है?
बेरोजगारी का क्या अर्थ है?
बेरोजगारी का क्या अर्थ है?
किस प्रकार की मुद्रास्फीति मांग-जनित मुद्रास्फीति कहलाती है?
किस प्रकार की मुद्रास्फीति मांग-जनित मुद्रास्फीति कहलाती है?
कुल लागत किसका योग है?
कुल लागत किसका योग है?
सरकारी आय का मुख्य स्रोत क्या है?
सरकारी आय का मुख्य स्रोत क्या है?
सीमांत लागत क्या है?
सीमांत लागत क्या है?
द्विमुखी प्रतियोगिता में कितने विक्रेता होते हैं?
द्विमुखी प्रतियोगिता में कितने विक्रेता होते हैं?
औसत कुल लागत कैसे प्राप्त होती है?
औसत कुल लागत कैसे प्राप्त होती है?
मुद्रास्फीति का मुख्य कारण क्या हो सकता है?
मुद्रास्फीति का मुख्य कारण क्या हो सकता है?
Flashcards
माँग (Demand)
माँग (Demand)
किसी वस्तु या सेवा को खरीदने की उपभोक्ता की इच्छा और क्षमता, जो विभिन्न कीमतों पर अलग-अलग मात्राओं में व्यक्त होती है।
पूर्ति (Supply)
पूर्ति (Supply)
एक विक्रेता द्वारा किसी वस्तु या सेवा को बेचने की इच्छा और क्षमता, जो विभिन्न कीमतों पर अलग-अलग मात्राओं में व्यक्त होती है।
माँग का नियम (Law of Demand)
माँग का नियम (Law of Demand)
जब कीमत घटती है तो माँग बढ़ती है, और जब कीमत बढ़ती है तो माँग घटती है (सारी अन्य बातें समान रहने पर)।
पूर्ति का नियम (Law of Supply)
पूर्ति का नियम (Law of Supply)
Signup and view all the flashcards
माँग और पूर्ति का संतुलन (Equilibrium)
माँग और पूर्ति का संतुलन (Equilibrium)
Signup and view all the flashcards
माँग की लोच (Elasticity of Demand)
माँग की लोच (Elasticity of Demand)
Signup and view all the flashcards
पूर्ति की लोच (Elasticity of Supply)
पूर्ति की लोच (Elasticity of Supply)
Signup and view all the flashcards
स्थिर लागत (Fixed Costs)
स्थिर लागत (Fixed Costs)
Signup and view all the flashcards
परिवर्तनीय लागत (Variable Costs)
परिवर्तनीय लागत (Variable Costs)
Signup and view all the flashcards
कुल लागत (Total Costs)
कुल लागत (Total Costs)
Signup and view all the flashcards
औसत स्थिर लागत (Average Fixed Costs)
औसत स्थिर लागत (Average Fixed Costs)
Signup and view all the flashcards
औसत परिवर्तनीय लागत (Average Variable Costs)
औसत परिवर्तनीय लागत (Average Variable Costs)
Signup and view all the flashcards
औसत कुल लागत (Average Total Costs)
औसत कुल लागत (Average Total Costs)
Signup and view all the flashcards
सीमांत लागत (Marginal Cost)
सीमांत लागत (Marginal Cost)
Signup and view all the flashcards
पूर्ण प्रतियोगिता (Perfect Competition)
पूर्ण प्रतियोगिता (Perfect Competition)
Signup and view all the flashcards
Study Notes
माँग और पूर्ति (Demand and Supply)
- माँग (Demand): एक उपभोक्ता की किसी वस्तु या सेवा को खरीदने की इच्छा और क्षमता को माँग कहते हैं। यह विभिन्न मूल्यों पर विभिन्न मात्राओं को दर्शाती है।
- पूर्ति (Supply): एक विक्रेता द्वारा किसी वस्तु या सेवा को बेचने की इच्छा और क्षमता को पूर्ति कहते हैं। यह भी विभिन्न मूल्यों पर विभिन्न मात्राओं को दर्शाती है।
- माँग का नियम: यह दर्शाता है कि कीमत में गिरावट से माँग बढ़ती है और कीमत में वृद्धि से माँग घटती है (सारी अन्य बातें समान रहने पर)।
- पूर्ति का नियम: यह दर्शाता है कि कीमत में वृद्धि से पूर्ति बढ़ती है और कीमत में गिरावट से पूर्ति घटती है (सारी अन्य बातें समान रहने पर)।
- माँग और पूर्ति का संतुलन: वह बिंदु जहाँ माँग वक्र और पूर्ति वक्र एक-दूसरे को काटते हैं, संतुलन बिंदु कहलाता है। इस बिंदु पर, बाजार में माँग और पूर्ति समान होती है।
- माँग की लोच: माँग की लोच, यह दर्शाती है कि किसी वस्तु की माँग में बदलाव कितनी तेज़ी से होता है, जब इसकी कीमत या किसी अन्य प्रभावित करने वाले कारक में बदलाव होता है।
- पूर्ति की लोच: पूर्ति की लोच,यह दिखाती है कि किसी वस्तु की पूर्ति में बदलाव कितना तेज़ी से होता है, जब इसकी कीमत या किसी अन्य प्रभावित करने वाले कारक में बदलाव होता हैं।
उत्पादन लागत (Production Costs)
- स्थिर लागत (Fixed Costs): वे लागतें हैं जो उत्पादन की मात्रा से प्रभावित नहीं होतीं, जैसे कि मशीनरी के किराये, भवन कर इत्यादि।
- परिवर्तनीय लागत (Variable Costs): वे लागतें हैं जो उत्पादन की मात्रा से सीधे संबंधित होती हैं, जैसे कि कच्चा माल, श्रम लागत इत्यादि।
- कुल लागत (Total Costs): स्थिर लागत और परिवर्तनीय लागत का योग।
- औसत स्थिर लागत (Average Fixed Costs): स्थिर लागत को उत्पादित इकाइयों की संख्या से भाग देने पर प्राप्त होती है।
- औसत परिवर्तनीय लागत (Average Variable Costs): परिवर्तनीय लागत को उत्पादित इकाइयों की संख्या से भाग देने पर प्राप्त होती है।
- औसत कुल लागत (Average Total Costs): कुल लागत को उत्पादित इकाइयों की संख्या से भाग देने पर प्राप्त होती है
- सीमांत लागत (Marginal Cost): उत्पादन में एक अतिरिक्त इकाई बढ़ाने से कुल लागत में होने वाला परिवर्तन।
बाजार संरचनाएँ (Market Structures)
- पूर्ण प्रतियोगिता (Perfect Competition): बाजार में बड़ी संख्या में विक्रेता और ग्राहक होते हैं, और उत्पाद एक दूसरे के प्रतिस्थापन योग्य होते हैं।
- एकाधिकार (Monopoly): बाजार में केवल एक ही विक्रेता होता है, जिसके पास उत्पाद का एकाधिकार होता है।
- द्विमुखी प्रतियोगिता (Oligopoly): बाजार में कुछ चुनिंदा विक्रेता होते हैं, जो एक-दूसरे के उत्पादों के प्रति प्रतिस्पर्धी होते हैं।
- अल्पाधिकार (Duopoly): बाजार में केवल दो विक्रेता होते हैं।
राष्ट्रीय आय (National Income)
- राष्ट्रीय आय: किसी देश में एक निश्चित समय अवधि (आमतौर पर एक वर्ष) में उत्पादित सभी अंतिम वस्तुओं और सेवाओं का कुल बाजार मूल्य।
- राष्ट्रीय उत्पाद (GDP): किसी देश में एक निश्चित समय अवधि में उत्पादित सभी अंतिम वस्तुओं और सेवाओं का कुल बाजार मूल्य।
- मूल्यवर्धित (Value Added): किसी वस्तु या सेवा के निर्माण में जोड़ी गई अतिरिक्त कीमत को मूल्यवर्धित कहते हैं।
- राष्ट्रीय आय को मापने के तरीके: राष्ट्रीय आय को मापने के कई तरीके हैं, जैसे व्यय पद्धति, उत्पादन पद्धति, आय पद्धति।
मुद्रास्फीति और बेरोजगारी (Inflation and Unemployment)
- मुद्रास्फीति (Inflation): समय के साथ सामानों और सेवाओं की सामान्य स्तर की कीमतों में वृद्धि।
- बेरोजगारी (Unemployment): ऐसे लोगों की संख्या जिन्होंने नौकरी ढूँढ़ी है पर काम नहीं पा सके हैं।
- मुद्रास्फीति के प्रकार: उदाहरण के लिए, मांग-जनित मुद्रास्फीति और लागत-जनित मुद्रास्फीति।
सरकार की भूमिका (Role of Government)
- सार्वजनिक वित्त: सरकार की आय और व्यय।
- कराधान (Taxation): सरकारी आय का मुख्य स्रोत।
- सार्वजनिक नीतियाँ (Public Policies): सरकार द्वारा लागू की जाने वाली नीतियाँ जो अर्थव्यवस्था को प्रभावित करती हैं।
- सरकारी क़र्ज़ (Government Debt): सरकार द्वारा उधार ली गई राशि।
- फ़र्ज़ों को ज़िम्मेदारियां (Accountability): सरकारें अपने कर्मचारियों और नागरिकों के प्रति जवाबदेह होती हैं।
Studying That Suits You
Use AI to generate personalized quizzes and flashcards to suit your learning preferences.
Description
इस प्रश्नोत्तरी में माँग और पूर्ति के सिद्धांतों का विश्लेषण किया गया है। आप जानेंगे कि माँग का नियम और पूर्ति का नियम कैसे काम करता है, और बाजार में संतुलन कैसे स्थापित होता है। यह क्विज़ आर्थिक सिद्धांतों को समझने में मदद करेगा।