कार्बनिक रसायन: बंधन, नामकरण और समावयवता

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Questions and Answers

कार्बनिक रसायन में कार्बन परमाणु द्वारा बनाए जा सकने वाले बंधनों की अधिकतम संख्या क्या है?

  • 2
  • 5
  • 3
  • 4 (correct)

Sp संकरण वाले कार्बन परमाणु में चार सिग्मा (σ) बंधन होते हैं।

False (B)

आईयूपीएसी नामकरण प्रणाली में नामकरण करते समय प्राथमिकता का क्रम क्या है?

प्रतिस्थापी, मूल शब्द, बंधन, कार्यात्मक समूह

_______ आइसोमर्स ऐसे यौगिक हैं जिनका आणविक सूत्र समान होता है, लेकिन अलग-अलग संरचनात्मक सूत्र होते हैं।

<p>समावयवी</p> Signup and view all the answers

निम्नलिखित में से कौन सा प्रभाव (effect) अणु में एक स्थायी द्विध्रुव (dipole) बनाता है?

<p>प्रेरणिक प्रभाव (Inductive Effect) (C)</p> Signup and view all the answers

SN1 प्रतिक्रियाएँ बाइमोलेक्यूलर न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन प्रतिक्रियाएँ हैं।

<p>False (B)</p> Signup and view all the answers

कार्बोकैटायन क्या है?

<p>एक सकारात्मक आवेश वाले कार्बन युक्त आयन</p> Signup and view all the answers

श्रृंखला आइसोमरिज्म किसके कारण होता है?

<p>कार्बन श्रृंखला की प्रकृति में भिन्नता (C)</p> Signup and view all the answers

SN2 प्रतिक्रियाएँ _________ प्रतिक्रियाएँ हैं

<p>एकल-चरणीय</p> Signup and view all the answers

निम्नलिखित प्रतिक्रियाओं को उनकी विशेषताओं से मिलाएँ:

<p>प्रतिस्थापन प्रतिक्रियाएँ = एक परमाणु या परमाणुओं के समूह का दूसरे परमाणु द्वारा प्रतिस्थापन विलोपन प्रतिक्रियाएँ = एक से अधिक चरण में एक ही पदार्थ के निकटवर्ती परमाणुओं से दो परमाणुओं या समूहों का नुकसान। संयोजन प्रतिक्रियाएँ = प्रतिक्रियाशील अणुओं के मध्य संयोजन। पुनर्व्यवस्था प्रतिक्रियाएँ = एक ही अणु के भीतर एक साइट से दूसरी साइट पर परमाणु या समूह का प्रवासन</p> Signup and view all the answers

Flashcards

टेट्रावैलेंसी क्या है?

कार्बन परमाणु की चार सहसंयोजक बंधन बनाने की क्षमता।

संकरण क्या है?

कार्बन परमाणुओं के संकरण के प्रकार जो सिग्मा (σ) और पाई (π) बंधनों की संख्या पर निर्भर करते हैं।

नामकरण में श्रृंखला का चुनाव क्या है?

सबसे लंबी कार्बन श्रृंखला का चुनाव करना।

आइसोमर्स (समावयवी) क्या हैं?

यौगिक जिनका आणविक सूत्र समान होता है लेकिन अलग-अलग संरचनात्मक सूत्र होते हैं।

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प्रभाव (Effects) क्या हैं?

कार्बनिक प्रतिक्रियाओं में अणुओं के भीतर इलेक्ट्रॉनों के विस्थापन से उत्पन्न होने वाले प्रभाव।

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प्रेरणिक प्रभाव (Inductive Effect) क्या है?

अणु में द्विध्रुव बनाने वाला स्थायी प्रभाव।

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इलेक्ट्रोफिलिक प्रतिस्थापन प्रतिक्रियाएँ क्या हैं?

एरोमेटिक यौगिकों की एक विशेषता, जिसमें एक परमाणु या परमाणुओं का समूह दूसरे परमाणु द्वारा प्रतिस्थापित होता है।

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कार्बोकैटायन का स्थायित्व क्रम बताएं?

कार्बोकैटायन का स्थायित्व क्रम क्या है?

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कार्बोकैटायन क्या है?

एक सकारात्मक आवेश वाले कार्बन युक्त आयन।

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कार्बेनियन क्या है?

एक नकारात्मक आवेश वाले कार्बन युक्त आयन।

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Study Notes

यहां अद्यतन अध्ययन नोट्स दिए गए हैं:

विषय सारांश

  • यह पाठ कार्बनिक रसायन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालता है, जिसमें बंधन, नामकरण, समावयवता, प्रभाव और प्रतिक्रियाएं शामिल हैं।

कार्बन तथा बंधन

  • कार्बनिक रसायन का मुख्य तत्व कार्बन है, जिसकी अनूठी प्रकृति बहुमुखी प्रतिभा दर्शाती है।

टेट्रावैलेंसी

  • कार्बन के बाहरी कोश में चार इलेक्ट्रॉन होते हैं, जिससे यह चार सहसंयोजक बंधन बना सकता है।
  • कार्बन परमाणु एकल, द्वि और त्रि बंधन बना सकते हैं।

संकरण (Hybridization)

  • कार्बन sp3, sp2 और sp संकरण प्रदर्शित करता है, जो सिग्मा (σ) और पाई (π) बंधनों की संख्या पर निर्भर करता है।
  • चार सिग्मा बंधनों का अर्थ है sp3 संकरण।
  • एक पाई बंधन का तात्पर्य sp2 संकरण से है।
  • दो पाई बंधनों का संकेत sp संकरण है।
  • पहला बंधन हमेशा सिग्मा बंधन होता है, और शेष बंधन पाई बंधन होते हैं।

कार्बनिक यौगिकों का प्रतिनिधित्व

  • कार्बनिक यौगिकों को संरचनात्मक रूप से दर्शाने के तीन तरीके हैं:
  • पूर्ण संरचनाएं: सभी बंधनों और परमाणुओं को दर्शाती हैं।
  • संघनित संरचनाएं: परमाणुओं के समूहों को एक साथ लिखती हैं।
  • बंधन-रेखा संरचनाएं: कार्बन या हाइड्रोजन परमाणुओं को दिखाए बिना जिग-जैग रेखाओं के रूप में दर्शाती हैं।

नामकरण

  • नामकरण की दो मुख्य प्रणालियाँ हैं:
  • सामान्य नामकरण प्रणाली (ट्राइबल सिस्टम): दिखावट या व्यक्तित्व के आधार पर नाम दिए जाते हैं, जिसमें कोई नियम नहीं होता।
  • अंतर्राष्ट्रीय शुद्ध और अनुप्रयुक्त रसायन संघ (आईयूपीएसी) नामकरण प्रणाली: नामकरण के लिए विशिष्ट नियमों का पालन करती है।
  • नामकरण में प्राथमिकता क्रम: प्रतिस्थापी, मूल शब्द, बंधन, कार्यात्मक समूह।

श्रृंखला का चुनाव

  • नामकरण में पहला कदम है सबसे लंबी कार्बन श्रृंखला का चुनाव करना।

क्रमांकन

  • दूसरा कदम है श्रृंखला में परमाणुओं का क्रमांकन करना।

एस आर का बीएफ (SR का BF)

  • सब्सटीट्यूट, रूट वर्ड, बॉन्ड एंड फंक्शनल ग्रुप, जिसके एस आर के साथ पोजिशन दर्शायी जाती है।

समावयवता (Isomerism)

  • आइसोमर्स ऐसे यौगिक होते हैं जिनका आणविक सूत्र समान होता है लेकिन अलग-अलग संरचनात्मक सूत्र होते हैं.
  • आइसोमरिज्म दो प्रकार का होता है:

संरचनात्मक आइसोमरिज्म

  • श्रृंखला आइसोमरिज्म: कार्बन श्रृंखला की प्रकृति में भिन्नता।
  • स्थिति आइसोमरिज्म: कार्यात्मक समूह या बंध की स्थिति में भिन्नता।
  • फंक्शनल आइसोमरिज्म: फंक्शनल समूह में भिन्नता।
  • मेटा मेरिज्म: कार्यात्मक समूह के दोनों तरफ एल्काइल समूहों की प्रकृति में अंतर।

त्रिविम आइसोमरिज्म (स्टीरियो आइसोमरिज्म)

  • ज्यामितीय आइसोमरिज्म: द्विबंध के चारों ओर परमाणुओं के स्थानिक विन्यास में भिन्नता।
  • ऑप्टिकल आइसोमरिज्म: ध्रुवीकृत प्रकाश के तल को घुमाने की यौगिक की क्षमता में भिन्नता।
  • चिरल कार्बन की उपस्थिति के कारण जो गैर-अतिव्यापी दर्पण चित्र होते हैं।

प्रभाव (Effects)

  • कार्बनिक प्रतिक्रियाओं में मौलिक अवधारणाओं में विभिन्न प्रभाव शामिल हैं जो अणुओं के भीतर इलेक्ट्रॉनों के विस्थापन से उत्पन्न होते हैं।

प्रेरणिक प्रभाव (Inductive Effect)

  • एक स्थायी प्रभाव जो अणु में द्विध्रुव बनाता है।
  • +I प्रभाव: इलेक्ट्रॉन दान करने वाले समूह।
  • -I प्रभाव: इलेक्ट्रॉन वापस लेने वाले समूह।

विद्युतवर्ती प्रभाव (इलेक्ट्रोमेरिक प्रभाव)

  • एक अस्थायी प्रभाव जो बहुबंधों वाले परमाणुओं के बीच होता है।
  • +E प्रभाव: पाई बांड में इलेक्ट्रॉन्स परमाणु पर ट्रांसफर हो रहे हैं उसी परमाणु पर अभिकर्मक भी जुड़े।
  • -E प्रभाव: अभिकर्मक के अन्त में पाई बांड में इलेक्ट्रॉन्स की दिशा बदल जाती है।

अनुनाद प्रभाव (रेजोंनसे इफेक्ट)

  • एक अणु में इलेक्ट्रॉनों का विस्थानिकृत होना (delocalization)।

अतिसंयुग्मन प्रभाव (Hyperconjugation Effect)

  • सिग्मा इलेक्ट्रॉनों का डीलोकलाइजेशन।
  • जो कार्बोनियम की स्थिरता को बढ़ता है।

प्रतिक्रियाएँ

  • कार्बनिक प्रतिक्रियाएँ विभिन्न प्रकार की होती हैं।

प्रतिस्थापन प्रतिक्रियाएँ

  • एक परमाणु या परमाणुओं के समूह का दूसरे परमाणु द्वारा प्रत्यक्ष प्रतिस्थापन।
  • इलेक्ट्रोफिलिक प्रतिस्थापन प्रतिक्रियाएँ: एरोमेटिक यौगिकों की विशेषता।
  • न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन प्रतिक्रियाएँ: एल्काइल हैलाइड और अल्कोहल में देखी जाती हैं।
  • SN1 प्रतिक्रियाएँ: यूनीमोलेक्यूलर न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन प्रतिक्रिया, यह प्रतिक्रिया दो चरणों में होती है।
  • SN2 प्रतिक्रियाएँ: बाइमोलेक्यूलर न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन प्रतिक्रिया, यह प्रतिक्रिया एक चरण में होती है

विलोपन प्रतिक्रियाएँ

  • एक से अधिक चरण में एक ही सब्सटेंस के निकटवर्ती परमाणुओं से दो परमाणुओं या समूहों का नुकसान होता है, जिससे कई बांड का निर्माण होता है।

संयोजन प्रतिक्रियाएँ

  • प्रतिक्रियाशील अणुओं के बीच संयोजन होता है।

पुनर्व्यवस्था प्रतिक्रियाएँ

  • एक ही अणु के भीतर एक साइट से दूसरी साइट पर परमाणु या समूह का प्रवास शामिल होता है।

कार्बोकैटायन, कार्बनियन और मुक्त कण

  • कार्बोकैटायन: एक सकारात्मक आवेश वाले कार्बन युक्त आयन।
  • कार्बेनियन: एक नकारात्मक आवेश वाले कार्बन युक्त आयन।
  • कार्बोकैटायन और मुक्त कणों का स्थायित्व क्रम: तीन डिग्री सबसे अधिक स्थिर क्रम है।
  • कार्बन आयन का स्थायित्व क्रम: एक डिग्री सबसे अधिक स्थिर है।
  • मुक्त कण: एक अप्रकाशित इलेक्ट्रॉन युक्त परमाणु या परमाणुओं का समूह।

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