कबीर के साथ समाजिक संदेश
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Questions and Answers

कबीर के अनुसार, उनके साथियों के साथ जीना किस तरह से आर्थिक और सांस्कृतिक कल्याण के लिए जरूरी था?

  • उनके साथ रहना उनके अनुरोध के बिना ही स्वतः फ़ैला हुआ था, लेकिन उनका साथ रहना उनके अनुरोध के बिना ही स्वतः फ़ैला हुआ था
  • उनके साथ रहना उनके अनुरोध के बिना ही स्वतः फ़ैला हुआ था, उनका साथ रहना उनके अनुरोध के बिना ही स्वतः फ़ैला हुआ था, और उनका साथ रहना उनके अनुरोध के बिना ही स्वतः फ़ैला हुआ था (correct)
  • उनका साथ रहना उनके अनुरोध के बिना ही स्वतः फ़ैला हुआ था
  • उनके साथ रहना अनिवार्य था और उनके द्वारा देना एक अपेक्षा थी
  • कबीर द्वारा अपने साथियों के लिए क्या पथ बताया गया था?

  • अपने साथियों के साथ बिना उनके अनुरोध के रहना
  • अपने साथियों और अपने सबसे अधिक प्रिय साथियों को मागना (correct)
  • अपने सबसे अधिक प्रिय साथियों को मागना
  • कबीर ने साथियों का चुनाव करने का क्या महत्वपूर्ण कार्य बताया था?

  • साथियों के साथ सही समझ रखना
  • साथियों को अपनाना
  • साथियों के साथ सही साथ रहना
  • साथियों को मागना (correct)
  • कबीर ने साथियों के साथ समझने के लिए किस रास्ते का बातावा करना चाहिए?

    <p>सही पथ</p> Signup and view all the answers

    साथियों के साथ सही समझ और सही साथ रहने के लिए क्या बहुत जरूरी है?

    <p>साथियों का साथ रखना</p> Signup and view all the answers

    कबीर ने साथियों के साथ समझना कहते हुए क्या बताया?

    <p>साथियों के साथ सही समझ और सही साथ रहना है</p> Signup and view all the answers

    साथियों के साथ सही समझ और सही साथ रहने के लिए क्या बहुत जरूरी है?

    <p>साथियों के साथ सही समझ करना और सही साथ रहना</p> Signup and view all the answers

    Study Notes

    कबीर के साथ समाजिक संदेश

    कबीर तीनों के वेदों वाला पुरान स्वाधीन पंथी थे, जो अपने साथियों के साथ सदैव अगला स्वागत के लिए निवेश करते थे. शायद आप बहुत कुछ साथ साथियों से साथी होते हैं, लेकिन सभी साथियाँ नहीं, क्या आपका साथि है? कबीर ने अपने साथियों का साथ जीना की आर्थिक और सांस्कृतिक कल्याण के लिए बहुत जरूरी था. कबीर के दोहें से अन्य प्रकार के प्रश्नों के साथ-साथ समझने वाले लोगों को बताता था. साथ ही उन्हें अपने साथियों से साथ रहना और अपने सबसे और प्रिय साथियों को मागने के लिए सही पथ के लिए बताता था.

    साथियों का चुनाव

    कबीर ने उन्हें साथियों का चुनाव करना कहा था, जो साथियाँ उन्हीं से अपनाने वाले होते हैं और उन्हीं के साथ सही समझ और सही साथ रहने वाले होते हैं. साथियों का चुनाव एक बहुत महत्वपूर्ण कार्य है, जो अपने और प्रिय साथियों को मागने के लिए सही समझ और सही साथ रहने के लिए बहुत जरूरी है.

    साथियों के साथ समझना

    कबीर ने उन्हें साथियों के साथ समझना कहा था, जो साथियों के साथ सही समझ और सही साथ रहने के लिए सही पथ का बातावा करना है. साथियों के साथ समझना बहुत जरूरी है, क्योंकि प्रिय साथियों के साथ सही समझ और सही साथ रहना और उन्हीं के साथ साथ रहना सबसे बहुमूल्य कार्य है जो अपने और साथियों का साथ जीना और उन्हींका सहयोग करना के लिए सही पथ का बातावा करना है.

    साथियों का साथ रखना

    कबीर ने उन्हें साथियों का साथ रखना कहा था, जो साथियों के साथ सही समझ और सही साथ रहने के लिए बहुत जरूरी है. साथियों का साथ रखना सबसे बहुमूल्य कार्य है जो अपने साथियों का साथ रखना और उन्हीं के साथ सही समझ और सही साथ रहना सही पथ का बा

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    Explore the social messages conveyed by Kabir about choosing companions wisely, understanding them, and maintaining relationships with them through his dohas. Learn about the importance of selecting the right companions, understanding and living in harmony with them, and cherishing their support.

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