हिन्दी साहित्य और भाषा
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हिन्दी साहित्य और भाषा

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Questions and Answers

हिन्दी साहित्य इतिहास के पुनर्लेखन में आने वाली समस्याएँ क्या हैं?

समसामयिक समस्याएँ, यथार्थता का अभाव, ऐतिहासिक संदर्भ की कमी, तथा वैयक्तिक दृष्टिकोण की भिन्नता।

हिन्दी साहित्य के इतिहास लेखन की परम्परा क्या है?

प्राचीन ग्रंथों से लेकर आधुनिक आलोचनात्मक दृष्टिकोण तक, जिसमें विभिन्न कालों के साहित्यिक प्रवृत्तियों का वर्णन किया गया है।

हिन्दी साहित्य के इतिहास में काल विभाजन व नामकरण पर प्रकाश डालें।

आदिकाल, मध्यकाल, आधुनिक काल आदि में विभाजन; प्रत्येक काल का अपना नामकरण और विशेषताएँ।

आदिकाल का परिचय देते हुए आदिकालीन प्रवृत्तियों का उल्लेख करें।

<p>आदिकाल में भक्ति, शृंगार, और वीर रस की प्रमुखता; कविता और काव्य का विकास।</p> Signup and view all the answers

आदिकाल की प्रमुख साहित्यिक प्रवृत्तियों एवं विशेषताएँ क्या हैं?

<p>भक्ति साहित्य, वीर गाथाएँ, और शृंगारिक काव्य; सरलता और गहराई का समावेश।</p> Signup and view all the answers

हरिशंकर परसाई का जीवन परिचय और साहित्य में योगदान क्या है?

<p>हरिशंकर परसाई एक प्रमुख व्यंग्यकार थे जिन्होंने समाज में व्याप्त विसंगतियों को अपने लेखन में उजागर किया।</p> Signup and view all the answers

भोलाराम का जीव क्या है?

<p>यह एक व्यंग्यात्मक कहानी है जिसमें सामाजिक मुद्दों पर व्यंग्य किया गया है।</p> Signup and view all the answers

महात्मा गांधी का व्यक्तित्व एवं कृतित्व क्या है?

<p>महात्मा गांधी एक महान स्वतंत्रता सेनानी और विचारक थे जिन्होंने अहिंसा के सिद्धांत को प्रमोट किया।</p> Signup and view all the answers

चोरी और प्रायश्चित निबंध का क्या महत्व है?

<p>यह निबंध मानव स्वभाव के विभिन्न पहलुओं और प्रायश्चित के महत्व को दर्शाता है।</p> Signup and view all the answers

Study Notes

हिन्दी साहित्य का इतिहास

  • हिन्दी साहित्य इतिहास के पुनर्लेखन में विभिन्न समस्याएँ, जैसे सामग्री की कमी, पूर्वाग्रह, और विभिन्न दृष्टिकोण शामिल हैं।
  • ऐतिहासिक दस्तावेज़ों की उचित व्याख्या और समय की स्थिति को समझना महत्वपूर्ण है।

हिन्दी साहित्य के इतिहास लेखन की परम्परा

  • हिन्दी साहित्य के इतिहास लेखन में दो मुख्य धाराएँ: प्राचीन और आधुनिक, जिनमें विभिन्न शास्त्रीय कृतियाँ और साहित्यिक चिंतन शामिल हैं।
  • महत्वपूर्ण कृतियाँ, जैसे "हिन्दी साहित्य का इतिहास" और "हिन्दी साहित्य का भूगोल", इस परम्परा की मिसाल हैं।

काल विभाजन और नामकरण

  • हिन्दी साहित्य के इतिहास में प्रमुख काल विभाजन: आदिकाल, भक्ति काल, छायावाद, और आधुनिक काल।
  • नामकरण में साहित्यिक प्रवृत्तियों और प्रमुख लेखकों का प्रभाव होता है।

आदिकाल का परिचय

  • आदिकाल का समय 7वीं से 14वीं सदी तक फैला हुआ है।
  • इस काल में मौखिक संस्कृति का प्रमुख योगदान और लोकगीत, प्रवचन, एवं काव्य का विकास हुआ।
  • प्रवृत्तियाँ: शृंगार, राग, भक्ति, और प्राकृतिक सौंदर्य का विशेष महत्व।

आदिकाल की प्रमुख साहित्यिक प्रवृत्तियाँ एवं विशेषताएँ

  • प्रमुख प्रवृत्तियाँ: भक्तिए काव्य, धार्मिक संतों की कविताएँ और संस्कृत से प्रभावित कवि।
  • विशेषताएँ: कविताओं में अनुभूति, जन के जीवन का चित्रण, और अलंकारिक शैली का प्रयोग।

हरिशंकर परसाई

  • जन्म 21 अगस्त 1924, एक प्रसिद्ध हिन्दी लेखक और व्यंग्यकार।
  • साहित्य में योगदान: "व्यंग्य यात्रा", "रागीनी", और अनेक लेख।

भोलाराम का जीव

  • "भोलाराम का जीव" हरिशंकर परसाई की प्रसिद्ध व्यंग्य रचना है।
  • इसमें सामाजिक और राजनीतिक परिस्थितियों का व्यंग्यात्मक चित्रण किया गया है।

महात्मा गांधी व्यक्तित्व एवं कृतित्व

  • गांधी जी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर, गुजरात में हुआ।
  • सत्याग्रह, अहिंसा, और नागरिक अधिकारों के लिए संघर्ष में महत्वपूर्ण योगदान।
  • "हिन्द स्वराज", "अखिल भारतीय कांग्रेस" पर व्याख्यान उनकी प्रमुख रचनाएँ हैं।

चोरी और प्रायश्चित निबंध

  • "चोरी और प्रायश्चित" निबंध में चोरी की सामाजिक, मानसिक और नैतिक पहलुओं पर विचार।
  • आत्मावलोकन, ध्यान और सुधार की आवश्यकता पर बल दिया गया है।

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Description

इस क्विज में हिन्दी साहित्य के इतिहास, प्रमुख प्रवृत्तियों और लेखकों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इसमें आदिकाल, परसाई का योगदान और गांधीजी का साहित्यिक कार्य शामिल है। यह क्विज विद्यार्थी को हिन्दी साहित्य के विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद करेगा।

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