गुटनिरपेक्षता का इतिहास और महत्व
5 Questions
0 Views

Choose a study mode

Play Quiz
Study Flashcards
Spaced Repetition
Chat to Lesson

Podcast

Play an AI-generated podcast conversation about this lesson

Questions and Answers

आईजेएआर में 2017 के अंक का किस प्रकार का काम प्रस्तुत किया गया है?

  • गुणात्मक शोध
  • संख्यात्मक शोध (correct)
  • समीक्षा पत्र
  • संशोधन पत्र

आईजेएआर के जिन तत्वों का उल्लेख किया गया है, उनमें से कौन सा तत्व नहीं है?

  • स्वीकृति दिनांक
  • प्रकाशक का नाम (correct)
  • प्रभाव कारक
  • प्रकाशन संख्या

इस सम्मेलन का मुख्य विषय क्या है?

  • अनुसंधान का महत्व
  • शोध के विभिन्न पहलु (correct)
  • अविष्कार और नवाचार
  • शोध की प्रक्रियाएं

आईजेएआर में संपर्क और अध्ययन की प्रक्रिया में क्या किया गया है?

<p>दस्तावेजों की समीक्षा (C)</p> Signup and view all the answers

आईजेएआर का प्रभाव कारक क्या है?

<p>5.2 (C)</p> Signup and view all the answers

Flashcards

International Journal of Applied Research (IJAR)

A peer-reviewed journal publishing research in various applied disciplines.

Impact Factor (IF)

A measure of the frequency with which a journal's articles are cited.

xqVfujis{k vkanksyu

A concept related to the development of research on something.

Research on 'xqVfujis{krk'

Research development on a certain topic.

Signup and view all the flashcards

Publication date (IJAR article)

Date when a research paper is published in the IJAR journal, showing how recent of the research is.

Signup and view all the flashcards

Study Notes

गुटनिरपेक्ष आंदोलन की प्रासंगिकता

  • गुटनिरपेक्षता की नीति का अंतरराष्ट्रीय राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान है।
  • 1945 के बाद अमेरिका और सोवियत संघ की महाशक्ति स्पष्ट हो गई।
  • युद्धोत्तर विश्व दो सैनिक गुटों में विभाजित हो गया।
  • नवोदित स्वतंत्र राष्ट्रों ने गुटनिरपेक्ष आंदोलन का गठन किया।
  • यह आंदोलन स्वतंत्र विदेश नीति का उपकरण है।
  • यह आंदोलन शीत युद्ध के दौर में विकसित हुआ।
  • शुरू में यह राजनीतिक था, बाद में आर्थिक मुद्दों पर भी ध्यान केंद्रित किया।
  • शीत युद्ध के अंत के बाद गुटनिरपेक्षता का भविष्य एक महत्वपूर्ण प्रश्न बन गया।
  • 21वीं सदी में गुटनिरपेक्ष देशों के लिए जटिल चुनौतियाँ उभर रही हैं।
  • मानवाधिकार, आतंकवाद, पर्यावरण संरक्षण और तकनीकी विकास इन चुनौतियों से जुड़े हैं।
  • इन चुनौतियों से निपटने में गुटनिरपेक्ष आंदोलन की सक्रिय भूमिका महत्वपूर्ण है।

गुटनिरपेक्षता का अर्थ

  • गुट निरपेक्षता का अर्थ है विभिन्न शक्ति गुटों से अलग रहकर स्वतंत्र नीति और राष्ट्रीय हित के अनुरूप न्याय का समर्थन करना।
  • इसका अर्थ तटस्थता नहीं है, बल्कि एक सक्रिय नीति है।
  • गुट निरपेक्ष राष्ट्र विश्व की घटनाओं के प्रति उदासीन नहीं होते।
  • वे एक रचनात्मक नीति अपनाते हैं जो विश्व शांति में सहायक हो।
  • तटस्थता और गुटनिरपेक्षता पर्यायवाची शब्द नहीं हैं।

गुटनिरपेक्षता के आधार स्तंभ

  • गुटनिरपेक्षता का अर्थ है गुटों से अलग रहना या तटस्थता नहीं।
  • यह गुण-दोष के आधार पर स्वतंत्र दृष्टिकोण अपनाना है।
  • जॉर्ज लिस्का के अनुसार, किसी विवाद में सही और गलत में अंतर करते हुए सही का समर्थन करना गुटनिरपेक्षता है।
  • जॉर्ज श्वारजनबर्जर ने अलगाववाद, अप्रतिबद्धता, तटस्थता आदि अवधारणाओं से गुटनिरपेक्षता को अलग किया है।

गुटनिरपेक्ष आंदोलन का विकास

  • तीसरी दुनिया के देशों के लिए यह नीति महत्वपूर्ण थी।
  • उपनिवेशवाद, साम्राज्यवाद से मुक्त होने के बाद यह नीति अपनाई गई।
  • अपनी स्वतंत्रता और विश्व शांति में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए।
  • शीत युद्ध और महाशक्तियों की गुटबंदी के बीच अपनी राजनीतिक स्वतंत्रता, क्षेत्रीय अखंडता, और संप्रभुता को सुरक्षित करने की चुनौतियाँ थीं,
  • तीव्र आर्थिक विकास करने की जरूरत थी और अन्य परतंत्र राष्ट्रों की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने की आवश्यकता थी।
  • गुटनिरपेक्ष आंदोलन का उदय बांडुंग सम्मेलन (1955) और काहिरा सम्मेलन (1957) जैसी महत्वपूर्ण घटनाओं के साथ हुआ।
  • 1961 में बेलग्रेड में गुटनिरपेक्ष देशों का पहला शिखर सम्मेलन हुआ जिसमें 25 देशों ने हिस्सा लिया।
  • गुटनिरपेक्ष आंदोलन में 120 से ज़्यादा देश शामिल हैं।

गुटनिरपेक्ष आंदोलन की उपलब्धियाँ

  • गुटनिरपेक्ष आंदोलन ने उपनिवेशवाद और साम्राज्यवाद को समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • कई अफ्रीकी देश 1964 में स्वतंत्र हुए।
  • दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद नीति के विरोध में इसका योगदान महत्वपूर्ण था।
  • 1990 में दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद नीति का अंत हुआ।
  • गुट निरपेक्ष आंदोलन ने विश्व शांति और सुरक्षा को बढ़ावा दिया।
  • आतंकवाद और मानवीय मूल्यों के विरुद्ध भूमिका निभाई।
  • तीसरी दुनिया के देशों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अभिव्यक्ति का मंच दिया।
  • दक्षिण-दक्षिण सहयोग का विचार प्रस्तुत किया।

गुटनिरपेक्ष आंदोलन का भविष्य

  • शीत युद्ध के अंत के बाद गुटनिरपेक्ष आंदोलन की प्रासंगिकता पर सवाल उठाए गए थे।
  • लेकिन यह आंदोलन आज भी प्रासंगिक है।
  • यह आंदोलन केवल गुटों से अलग रहने की नीति तक सीमित नहीं है।
  • इसमें सभी मुद्दों में स्पष्ट मान्यताओं के साथ स्वतंत्र विदेश नीति अपनाना शामिल है।
  • वैश्विक समस्याओं जैसे आतंकवाद, मानवाधिकारों का उल्लंघन, जलवायु परिवर्तन, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में सुधार में गुटनिरपेक्ष आंदोलन का योगदान महत्वपूर्ण है।
  • आर्थिक मुद्दों पर बातचीत और सहयोग महत्वपूर्ण मुद्दे बन रहे हैं।
  • विकासशील देशों के हितों की रक्षा और संयुक्त प्रयासों से यह आंदोलन आगे बढ़ सकता है।

Studying That Suits You

Use AI to generate personalized quizzes and flashcards to suit your learning preferences.

Quiz Team

Related Documents

Description

यह क्विज़ गुटनिरपेक्ष आंदोलन की प्रासंगिकता और इसके विकास पर केंद्रित है। इसमें अंतरराष्ट्रीय राजनीति में इसके योगदान, शीत युद्ध के समय में इसके प्रभाव और वर्तमान चुनौतियों पर चर्चा की गई है। गुटनिरपेक्षता का अर्थ और नीति के रूप में इसकी भूमिका को भी समझाया गया है।

More Like This

Choice of Starting Position for Breathing Exercises
16 questions
Body Alignment in Dance Movements
34 questions
Body Alignment and Movement Fundamentals
38 questions
Body Position Overview Quiz
5 questions
Use Quizgecko on...
Browser
Browser