Podcast
Questions and Answers
ठोस अवस्था के सामान्य अभिलक्षण क्या होते हैं?
ठोस अवस्था के सामान्य अभिलक्षण क्या होते हैं?
ठोस अवस्था के सामान्य अभिलक्षण कठोरता और अवययी कणों की नियत स्थिति होते हैं।
अक्रिस्टलीय और क्रिस्टलीय ठोसों में क्या अलग होता है?
अक्रिस्टलीय और क्रिस्टलीय ठोसों में क्या अलग होता है?
अक्रिस्टलीय ठोसों में कणों की अनियमित व्यवस्था होती है जबकि क्रिस्टलीय ठोसों में कणों की नियमित और सुसंगत व्यवस्था होती है।
कणों की निविड संकुलन की क्या व्याख्या है?
कणों की निविड संकुलन की क्या व्याख्या है?
कणों की निविड संकुलन में कणों को इतनी निकटता से भरते हैं कि रिक्त स्थान न्यूनतम होता है।
विभिन्न प्रकार की घनीय एकक कोष्ठिकाओं की संकुलन क्षमता का परिकलन कैसे होता है?
विभिन्न प्रकार की घनीय एकक कोष्ठिकाओं की संकुलन क्षमता का परिकलन कैसे होता है?
प्राथमिक परिपूर्णता और द्वितीयक परिपूर्णता में क्या अंतर होता है?
प्राथमिक परिपूर्णता और द्वितीयक परिपूर्णता में क्या अंतर होता है?
क्रिस्टल जालक और एकक कोष्ठिका में क्या भिन्नता है?
क्रिस्टल जालक और एकक कोष्ठिका में क्या भिन्नता है?
ठोस पदार्थ का घनत्व किस पर निर्भर करता है?
ठोस पदार्थ का घनत्व किस पर निर्भर करता है?
ठोसों में अपूर्णताओं का उनमें कौन सा प्रभाव होता है?
ठोसों में अपूर्णताओं का उनमें कौन सा प्रभाव होता है?
नए ठोस पदार्थों की खोज क्यों महत्वपूर्ण है?
नए ठोस पदार्थों की खोज क्यों महत्वपूर्ण है?
जैव सुसंगत ठोसों का शल्यक रोपण में उपयोग क्यों होता है?
जैव सुसंगत ठोसों का शल्यक रोपण में उपयोग क्यों होता है?
Flashcards are hidden until you start studying
Study Notes
ठोस अवस्था के सामान्य अभिलक्षण
- ठोसों में अवययी कणों की स्थितियाँ नियत होती हैं और वे केवल अपनी माध्य स्थितियों के चारों ओर दोलन करते हैं।
- ठोसों की कठोरता अवययी कणों की प्रकृति और उनके मध्य परिचालित बंधन बलों पर निर्भर करती है।
क्रिस्टलीय और अक्रिस्टलीय ठोस
- क्रिस्टलीय ठोसों में कणों की व्यवस्था नियमित और_periodic होती है।
- अक्रिस्टलीय ठोसों में कणों की व्यवस्था अनियमित और अराजिक होती है।
क्रिस्टल जालक और एकक कोष्ठिका
- क्रिस्टल जालक कणों की नियमित व्यवस्था होती है।
- एकक कोष्ठिका क्रिस्टल जालक की संकुलन इकाई होती है।
कणों के निविड संकुलन
- कणों के निविड संकुलन में कण एक दूसरे से सटे हुए होते हैं।
- निविड संकुलन की व्याख्या कणों के मध्य बंधन बलों द्वारा होती है।
रिक्तियों और निविड संकुलित संरचनाएं
- रिक्तियों में कणों की व्यवस्था में खाली जगह होती है।
- निविड संकुलित संरचनाओं में कणों की व्यवस्था में कोई खाली जगह नहीं होती है।
घनत्व और एकक कोष्ठिका के गुण
- पदार्थ के घनत्व और उसकी एकक कोष्ठिका के गुणों में सहसंबंध होता है।
- घनत्व पदार्थ के ठोस अवस्था का एक महत्वपूर्ण गुण होता है।
ठोसों में अपूर्णताएं
- ठोसों में अपूर्णताएं उनके गुणों पर प्रभाव डालती हैं।
- अपूर्णताओं के कारण ठोसों के गुण बदल सकते हैं।
ठोसों के विद्युतीय व चुंबकीय गुण
- ठोसों के विद्युतीय व चुंबकीय गुण उनकी संरचना पर निर्भर करते हैं।
- संरचना एवं गुणों के मध्य सहसंबंध वांछनीय गुणों वाले नये ठोस पदार्थों की खोज में सहायता करता है।
Studying That Suits You
Use AI to generate personalized quizzes and flashcards to suit your learning preferences.