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Questions and Answers
DNA का अर्धसरक्षी प्रतिकृत्रि करने वाला प्रमुख एन्जाइम कौन सा है?
DNA का अर्धसरक्षी प्रतिकृत्रि करने वाला प्रमुख एन्जाइम कौन सा है?
डीएनए पॉलिमरेज
इस्चैरिचिया कोलाई में कितने क्षार युग्मक होते हैं?
इस्चैरिचिया कोलाई में कितने क्षार युग्मक होते हैं?
- $2.0 × 10^6$
- $8.5 × 10^8$
- $6.6 × 10^9$
- $4.6 × 10^6$ (correct)
DNA की प्रतिकृत्रि में गलती होने पर उत्परिवर्तन होता है।
DNA की प्रतिकृत्रि में गलती होने पर उत्परिवर्तन होता है।
True (A)
DNA की प्रतिकृत्रि प्रक्रिया को ____ कहते हैं।
DNA की प्रतिकृत्रि प्रक्रिया को ____ कहते हैं।
DNA की प्रतिकृत्रि का स्थल क्या है?
DNA की प्रतिकृत्रि का स्थल क्या है?
DNA प्रतिकृत्रि की दिशा क्या होती है?
DNA प्रतिकृत्रि की दिशा क्या होती है?
डबल स्ट्रैंडेड DNA की पूर्ण रज्जुक क्या होती है?
डबल स्ट्रैंडेड DNA की पूर्ण रज्जुक क्या होती है?
यूकेरियोट्स में DNA की प्रतिकृत्रि S- प्रवस्था में होती है।
यूकेरियोट्स में DNA की प्रतिकृत्रि S- प्रवस्था में होती है।
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Study Notes
DNA का अर्धसरक्षी प्रतिकृत्रि
- DNA का अर्धसरक्षी प्रतिकृत्रि प्रक्रिया इस्चैरिचिया कोलाई से शुरू हुई।
- DNA अर्धसरंक्षी तरीके से अपने को दोहराता है।
- पौधों और अन्य जीवों में DNA की प्रतिकृत्रि प्रक्रियाएँ होती हैं।
- एन्जाइम गुणसूत्र में कार्य करते हैं और प्रतिकृत्रि के लिए आवश्यक होते हैं।
- इस्चैरिचिया कोलाई में DNA की प्रतिकृत्रि के लिए मुख्य एन्जाइम उच्च प्रभावशीलता से न्यूक्लियोटाइड के बहुकवन को उत्प्रेरित करते हैं।
कोशिकाओं में DNA की संरचना
- इस्चैरिचिया कोलाई में लगभग $4.6 × 10^6$ क्षार युग्मक होते हैं, जबकि मानव में $6.6 × 10^9$ क्षार युग्मक पाए जाते हैं।
- प्रतिकृत्रि प्रक्रिया में औसत देरी 1000 क्षार युग्मक प्रति सेकंड होती है।
उत्परिवर्तन
- प्रतिकृति में गलती होने से उत्परिवर्तन संभव हैं।
- उच्च शुद्धता से प्रतिकृति को सम्पन्न करने के लिए DNA पर आधारित एन्जाइम की आवश्यकता होती है।
RNA की भूमिका
- RNA आनुवांशिक पदार्थ के साथ-साथ उत्प्रेरक क्रियाशीलता में महत्वपूर्ण होता है।
- RNA से DNA का स्थायी रूपांतर होता है।
DNA की द्विरज्जुको (Double-stranded)
- DNA के विपरीत रज्जुक अपनी मरमत प्रक्रियाओं के विकास से परिवर्तन के प्रति प्रतिरोधी होते हैं।
प्रतिकृति (Replication)
- वाटसन और क्रिक (1953) के अनुसार, DNA प्रतिकृति का आधार विशिष्ट युग्मन की जानकारी पर होता है।
- दोनों रज्जुक अलग होकर टेम्प्लेट के रूप में कार्य करते हैं।
प्रतिकृत्रि का स्थल (Origin of replication)
- इस्चैरिचिया कोलाई के DNA में प्रतिकृत्रि की शुरुआत के लिए कुछ निश्चित स्थान होते हैं।
यूकेरियोट्स में DNA की प्रतिकृत्रि
- यूकेरियोट्स में DNA की प्रतिकृत्रि कोशिका चक्र के S-प्रवस्था में होती है।
- कोशिका विभाजन चक्र में DNA की प्रतिकृत्रि संबंधी ढँचे में समाहित होती है।
DNA प्रतिकृति प्रक्रिया
- DNA की प्रतिकृति 5' से 3' की दिशा में होती है।
- प्रतिकृतियों में सतत और असतत सश्लेषण होते हैं।
- निर्दिष्ट स्थानों पर प्रतिकृतियों की नियमितता होती है।
DNA सरलेषण
- सतत सरलेषण (Continuous Synthesis) और असतत सरलेषण (Discontinuous Synthesis) के तहत कार्य होता है।
- टेक्स्ट प्लेज DNA (Template DNA) और नव सश्लेषित रज्जु की भूमिका महत्वपूर्ण होती है।
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