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Questions and Answers
किन मामलों में फोरेंसिक जाँच को अनिवार्य बनाया गया है?
किन मामलों में फोरेंसिक जाँच को अनिवार्य बनाया गया है?
- जिनमें सजा 5 साल से अधिक है
- जिनमें सजा 10 साल से अधिक है
- जिनमें सजा 7 साल से अधिक है (correct)
- जिनमें सजा 2 साल से अधिक है
किसकी अनुमति से किसी रोगी का चिकित्सा परीक्षण किया जाता है?
किसकी अनुमति से किसी रोगी का चिकित्सा परीक्षण किया जाता है?
- किसी स्थानिक चिकित्सक की
- किसी वैध चिकित्सक की
- सब-इंस्पेक्टर स्तर के पुलिस अधिकारी की
- किसी पुलिस अधिकारी की (correct)
कौन-सा कर्वि मागिस्ट्रेट किसी व्यक्ति से हस्ताक्षर, हस्तलेखन, और आवाज का मुकद्दमा मांगने की अनुमति देता है?
कौन-सा कर्वि मागिस्ट्रेट किसी व्यक्ति से हस्ताक्षर, हस्तलेखन, और आवाज का मुकद्दमा मांगने की अनुमति देता है?
- Indian Penal Code
- Sanhita (correct)
- Criminal Procedure Code
- Civil Procedure Code
कौन-से समय-सीमाएं स्थापित की गई हैं?
कौन-से समय-सीमाएं स्थापित की गई हैं?
Flashcards
BNSS (2023) Key Change
BNSS (2023) Key Change
The Indian Criminal Procedure Code (CrPC) will be partially revised by the new BNSS (2023), introducing new laws and procedures for the accused.
Forensic Scrutiny Requirement
Forensic Scrutiny Requirement
In cases with 7+ year sentence, forensic investigation is mandatory, with experts documenting evidence at the crime scene.
Electronic Trial Conduct
Electronic Trial Conduct
All legal actions (investigations, trials) will likely be recorded electronically. Digital evidence is key.
Absent Trial Provision
Absent Trial Provision
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Study Notes
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 का उद्देश्य
- भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 (BNSS) द्वारा दण्ड प्रक्रिया संहिता, 1973 (CrPC) को बदलने का प्रयास किया जा रहा है।
- BNSS में आरोपित के लिए नई प्रक्रिया और नियम लागू किए जाएंगे।
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 के मुख्य बिंदु
- 7 साल या अधिक की सजा वाले अपराधों के लिए फोरेंसिक जांच अनिवार्य होगी।
- फोरेंसिक विशेषज्ञ अपराध स्थल पर जाकर सुबूत एकत्र करेंगे और प्रक्रिया दर्ज करेंगे।
- सभी मुकदमों, जांच और कार्यवाही इलेक्ट्रॉनिक मोड में होंगे।
- डिजिटल सुबूत होने की संभावना वाले इलेक्ट्रॉनिक संचार उपकरणों का उत्पादन जांच, जांच या मुकदमे में अनुमत होगा।
- अगर कोई आरोपित ट्रायल से बचने के लिए फरार हो गया है और उनकी गिरफ्तारी की तत्काल संभावना नहीं है, तो ट्रायल और फैसला उनकी अनुपस्थिति में हो सकता है।
- जांच या कार्यवाही में व्यक्ति के नमूना हस्ताक्षर, हाथ के निशान, और आवाज के नमूने लिए जा सकते हैं।
- किसी व्यक्ति से नमूने लिए जा सकते हैं, भले ही वह गिरफ्तार नहीं हो।
दण्ड प्रक्रिया संहिता, 1973 से संरक्षित महत्वपूर्ण प्रावधान
- अंडरट्रायल की हिरासत: अगर कोई आरोपित आधी से अधिक सजा की अवधि में हिरासत में है, तो उन्हें निजी बंधपत्र पर रिहा कर दिया जाएगा।
- मृत्युदंड वाले अपराधों के लिए यह प्रावधान लागू नहीं होगा।
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Description
Test your knowledge about the aim, objective, and major highlights of the Bhartiya Nagarik Suraksha Sanhita, 2023, which aims to replace the Criminal Procedure Code, 1973 (CrPC) in India.