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Questions and Answers
तबल को पेश करने के लिए सदन में किस प्रकार की सूचना देनी होती है?
तबल को पेश करने के लिए सदन में किस प्रकार की सूचना देनी होती है?
- पेश करने के लिए कोई सूचना नहीं देनी होती
- एक महीने पहले सूचना देनी होती है (correct)
- तब बीते सप्ताह में सूचना देनी होती है
- पेश करने के दिन सूचना देनी होती है
किसे 'निजी सदस्य तबल' कहा जाता है?
किसे 'निजी सदस्य तबल' कहा जाता है?
- विशेष रूप से मंत्री द्वारा पेश किया गया तवधेयक
- सिर्फ राज्य सभा के सदस्यों द्वारा पेश किया गया तवधेयक
- संसद में पेश होने वाली सभी तवधेयक
- साधारण संसद सदस्य द्वारा पेश किया गया तवधेयक (correct)
यदि अध्यक्ष या सभापति कुछ तवधेयकों को पहले पढ़ने से पहले ही राजपत्र में प्रकाशित करने की अनुमति देते हैं, तो इसके लिए क्या आवश्यक है?
यदि अध्यक्ष या सभापति कुछ तवधेयकों को पहले पढ़ने से पहले ही राजपत्र में प्रकाशित करने की अनुमति देते हैं, तो इसके लिए क्या आवश्यक है?
- समान प्रस्ताव की आवश्यकता है
- किसी प्रस्ताव की आवश्यकता नहीं है (correct)
- सदन में मतदान की आवश्यकता है
- सभी सदस्य की सहमति आवश्यक है
तबल के मसौदे को किसके द्वारा तैयार किया जाता है?
तबल के मसौदे को किसके द्वारा तैयार किया जाता है?
तबले पर प्रस्तातवत विषय पर सदन में आम तौर पर क्या होता है?
तबले पर प्रस्तातवत विषय पर सदन में आम तौर पर क्या होता है?
भारि का सदस्य बनने के लिए न्यूनतम आयु क्या होनी चाहिए?
भारि का सदस्य बनने के लिए न्यूनतम आयु क्या होनी चाहिए?
किस अधिनियम के अनुसार, किसी व्यक्ति को राज्यसभा के लिए चुने जाने के लिए एक निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करना होता है?
किस अधिनियम के अनुसार, किसी व्यक्ति को राज्यसभा के लिए चुने जाने के लिए एक निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करना होता है?
क्या जिप्रतिनिधित्व (संशोधन) अधिनियम, 2003 ने किसी विशेष आवश्यकता को खत्म किया?
क्या जिप्रतिनिधित्व (संशोधन) अधिनियम, 2003 ने किसी विशेष आवश्यकता को खत्म किया?
लोकसभा की शक्तियाँ किस रूप में प्रमुखता रखती हैं?
लोकसभा की शक्तियाँ किस रूप में प्रमुखता रखती हैं?
लोकसभा की जिम्मेदारी क्या है?
लोकसभा की जिम्मेदारी क्या है?
राज्यसभा के लिए एक व्यक्ति को किन आवश्यकताओं को पूरा करना होगा?
राज्यसभा के लिए एक व्यक्ति को किन आवश्यकताओं को पूरा करना होगा?
राज्यसभा का सदस्य बनने के लिए व्यक्तियों के पास क्या महत्वपूर्ण विशेषता होनी चाहिए?
राज्यसभा का सदस्य बनने के लिए व्यक्तियों के पास क्या महत्वपूर्ण विशेषता होनी चाहिए?
किस अधिनियम में यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि व्यक्ति को राज्यसभा के लिए निर्वाचन क्षेत्र के निवास की आवश्यकता है?
किस अधिनियम में यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि व्यक्ति को राज्यसभा के लिए निर्वाचन क्षेत्र के निवास की आवश्यकता है?
लोक सभा का गठन किस प्रकार से होता है?
लोक सभा का गठन किस प्रकार से होता है?
लोक सभा किन मामलों पर कानून बना सकती है?
लोक सभा किन मामलों पर कानून बना सकती है?
लोक सभा के पास कौन सा विशेष अधिकार होता है?
लोक सभा के पास कौन सा विशेष अधिकार होता है?
बजट और वित्तीय प्रस्ताव तैयार करने का कार्य किसका है?
बजट और वित्तीय प्रस्ताव तैयार करने का कार्य किसका है?
लोक सभा किसके माध्यम से कार्यपालिका को नियंत्रित करती है?
लोक सभा किसके माध्यम से कार्यपालिका को नियंत्रित करती है?
आपातकाल की घोषणा को मंजूरी देने की शक्ति किसे होती है?
आपातकाल की घोषणा को मंजूरी देने की शक्ति किसे होती है?
भारत के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का चुनाव किस में शामिल होता है?
भारत के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का चुनाव किस में शामिल होता है?
लोक सभा के कार्यों में से कौन सा कार्य नहीं है?
लोक सभा के कार्यों में से कौन सा कार्य नहीं है?
लोक सभा के सदस्यों का चुनाव कैसे होता है?
लोक सभा के सदस्यों का चुनाव कैसे होता है?
लोक सभा के सदस्यों की मुख्य भूमिका क्या होती है?
लोक सभा के सदस्यों की मुख्य भूमिका क्या होती है?
राज्यसभा में किन मामलों पर चचाण की जा सकती है?
राज्यसभा में किन मामलों पर चचाण की जा सकती है?
राष्ट्रीय आपातकाल को समाप्त करने का प्रस्ताव किस सदन द्वारा पारित किया जा सकता है?
राष्ट्रीय आपातकाल को समाप्त करने का प्रस्ताव किस सदन द्वारा पारित किया जा सकता है?
राज्यसभा को किन मामलों में विशेष शक्तियां मिलती हैं?
राज्यसभा को किन मामलों में विशेष शक्तियां मिलती हैं?
कौन सा कथन राज्यसभा के कार्यों से संबंधित सही नहीं है?
कौन सा कथन राज्यसभा के कार्यों से संबंधित सही नहीं है?
लोकसभा के विशेष अधिकारों में से कौन सा राज्यसभा के पास नहीं है?
लोकसभा के विशेष अधिकारों में से कौन सा राज्यसभा के पास नहीं है?
राज्यसभा का मुख्य कार्य क्या है?
राज्यसभा का मुख्य कार्य क्या है?
सरकार का कौन सा अंग राज्यसभा के प्रति उत्तरदायी नहीं है?
सरकार का कौन सा अंग राज्यसभा के प्रति उत्तरदायी नहीं है?
राज्यसभा में विधयेकों पर मतदान करने का अधिकार किसको प्राप्त है?
राज्यसभा में विधयेकों पर मतदान करने का अधिकार किसको प्राप्त है?
लोकसभा की चुनाव प्रक्रिया में राज्यसभा की भूमिका क्या है?
लोकसभा की चुनाव प्रक्रिया में राज्यसभा की भूमिका क्या है?
राज्यसभा का सदस्य बनने के लिए क्या आवश्यक है?
राज्यसभा का सदस्य बनने के लिए क्या आवश्यक है?
एक साधारण विधेयक को कानून बनने के लिए कितने चरणों से गुजरना पड़ता है?
एक साधारण विधेयक को कानून बनने के लिए कितने चरणों से गुजरना पड़ता है?
संसद के किस सदन में एक साधारण विधेयक पेश किया जा सकता है?
संसद के किस सदन में एक साधारण विधेयक पेश किया जा सकता है?
सामान्य विधेयक की प्रक्रिया में निम्न में से कौन-सी बात आवश्यक है?
सामान्य विधेयक की प्रक्रिया में निम्न में से कौन-सी बात आवश्यक है?
धन विधेयक और साधारण विधेयक में मुख्य अंतर क्या है?
धन विधेयक और साधारण विधेयक में मुख्य अंतर क्या है?
संसद में एक विधेयक को पेश करने की प्रक्रिया में कौन-सा चरण पहले आता है?
संसद में एक विधेयक को पेश करने की प्रक्रिया में कौन-सा चरण पहले आता है?
किस प्रक्रिया के दौरान साधारण विधेयक को संसद की दोनों सदनों में प्रस्तुत किया जाता है?
किस प्रक्रिया के दौरान साधारण विधेयक को संसद की दोनों सदनों में प्रस्तुत किया जाता है?
साधारण विधेयक के अनुमोदन के बाद आगे की कौन सी प्रक्रिया होती है?
साधारण विधेयक के अनुमोदन के बाद आगे की कौन सी प्रक्रिया होती है?
साधारण विधेयक में कैसे सुझाव दिए जाते हैं?
साधारण विधेयक में कैसे सुझाव दिए जाते हैं?
एक साधारण विधेयक को पारित करने के लिए कितने सदनों में चर्चा जरूरी होती है?
एक साधारण विधेयक को पारित करने के लिए कितने सदनों में चर्चा जरूरी होती है?
साधारण विधेयक को पास करने की प्रक्रिया में आमतौर पर किसका योगदान होता है?
साधारण विधेयक को पास करने की प्रक्रिया में आमतौर पर किसका योगदान होता है?
संविधान संशोधन के लिए संसद को किस प्रकार की स्वीकृति की आवश्यकता होती है?
संविधान संशोधन के लिए संसद को किस प्रकार की स्वीकृति की आवश्यकता होती है?
संविधान संशोधन की प्रक्रिया में निम्न में से कौन सा चरण पहले आना चाहिए?
संविधान संशोधन की प्रक्रिया में निम्न में से कौन सा चरण पहले आना चाहिए?
यदि संसद संशोधन के लिए तवधेयक को पारित नहीं करता, तो इसकी स्थिति क्या होगी?
यदि संसद संशोधन के लिए तवधेयक को पारित नहीं करता, तो इसकी स्थिति क्या होगी?
संघ और राज्य के बीच विवाद की स्थिति में किसका अधिकार प्रबल होता है?
संघ और राज्य के बीच विवाद की स्थिति में किसका अधिकार प्रबल होता है?
संविधान संशोधन की प्रक्रिया में किस प्रकार की बहुमत की आवश्यकता होती है जब संघीय प्रावधानों में संशोधन करने का प्रयास किया जाता है?
संविधान संशोधन की प्रक्रिया में किस प्रकार की बहुमत की आवश्यकता होती है जब संघीय प्रावधानों में संशोधन करने का प्रयास किया जाता है?
भारि का सदस्य बनने के लिए न्यूनतम आयु कितनी होनी चाहिए?
भारि का सदस्य बनने के लिए न्यूनतम आयु कितनी होनी चाहिए?
राज्यसभा के लिए चुने जाने के लिए व्यक्ति को किन आवश्यकताओं को पूरा करना चाहिए?
राज्यसभा के लिए चुने जाने के लिए व्यक्ति को किन आवश्यकताओं को पूरा करना चाहिए?
जिप्रतिनिधित्व (संशोधन) अधिनियम, 2003 द्वारा क्या हटाया गया है?
जिप्रतिनिधित्व (संशोधन) अधिनियम, 2003 द्वारा क्या हटाया गया है?
राज्यसभा का सदस्य बनने के लिए कौन सा विकल्प सही नहीं है?
राज्यसभा का सदस्य बनने के लिए कौन सा विकल्प सही नहीं है?
राज्यसभा के लिए एक व्यक्ति को किस बात की आवश्यकता नहीं होती?
राज्यसभा के लिए एक व्यक्ति को किस बात की आवश्यकता नहीं होती?
किस अधिनियम के तहत एक व्यक्ति को राज्य सभा के लिए चुने जाने के लिए एक निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करना होता है?
किस अधिनियम के तहत एक व्यक्ति को राज्य सभा के लिए चुने जाने के लिए एक निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करना होता है?
राज्यसभा में सदस्य बनने के लिए व्यक्ति को किन विवरणों का निर्वहन करना आवश्यक है?
राज्यसभा में सदस्य बनने के लिए व्यक्ति को किन विवरणों का निर्वहन करना आवश्यक है?
भारि का सदस्य बनने के लिए अब तक लागू शोध क्या था?
भारि का सदस्य बनने के लिए अब तक लागू शोध क्या था?
लोकसभा के सदस्यों का चुनाव कैसे होता है?
लोकसभा के सदस्यों का चुनाव कैसे होता है?
लोकसभा किस प्रकार के कानून बना सकती है?
लोकसभा किस प्रकार के कानून बना सकती है?
लोकसभा का एक विशेष अधिकार क्या है?
लोकसभा का एक विशेष अधिकार क्या है?
लोकसभा किस तरीके से कार्यपालिका को नियंत्रित करती है?
लोकसभा किस तरीके से कार्यपालिका को नियंत्रित करती है?
आपातकाल की घोषणा को मंजूरी देने की शक्ति किसके पास होती है?
आपातकाल की घोषणा को मंजूरी देने की शक्ति किसके पास होती है?
भारत के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का चुनाव किस में शामिल होता है?
भारत के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का चुनाव किस में शामिल होता है?
लोकसभा किस प्रकार के वित्तीय प्रस्तावों पर विशेष अधिकार रखती है?
लोकसभा किस प्रकार के वित्तीय प्रस्तावों पर विशेष अधिकार रखती है?
लोकसभा की संविधान में संशोधन करने की शक्ति किस हद तक है?
लोकसभा की संविधान में संशोधन करने की शक्ति किस हद तक है?
लोकसभा के वित्तीय अधिकारों की व्याख्या में कौन सा विकल्प सही नहीं है?
लोकसभा के वित्तीय अधिकारों की व्याख्या में कौन सा विकल्प सही नहीं है?
लोकसभा के सदस्यों के लिए कौन सी आयु सीमा निर्धारित है?
लोकसभा के सदस्यों के लिए कौन सी आयु सीमा निर्धारित है?
लोकसभा का प्रमुख कार्य क्या है?
लोकसभा का प्रमुख कार्य क्या है?
यदि प्रधानमंत्री लोकसभा का विश्वास खो देता है, तो क्या होता है?
यदि प्रधानमंत्री लोकसभा का विश्वास खो देता है, तो क्या होता है?
राज्यसभा किस स्थिति में उपराष्ट्रपति को हटाने की पहल कर सकती है?
राज्यसभा किस स्थिति में उपराष्ट्रपति को हटाने की पहल कर सकती है?
राज्यसभा और लोकसभा के बीच समान शक्तियाँ किस मामले में हैं?
राज्यसभा और लोकसभा के बीच समान शक्तियाँ किस मामले में हैं?
उपराष्ट्रपति को हटाने की प्रक्रिया में राज्यसभा को क्या करना चाहिए?
उपराष्ट्रपति को हटाने की प्रक्रिया में राज्यसभा को क्या करना चाहिए?
लोकसभा द्वारा प्रस्तुत विधेयकों में से कौन सा विधेयक वित्तीय है?
लोकसभा द्वारा प्रस्तुत विधेयकों में से कौन सा विधेयक वित्तीय है?
प्रमुखता के साथ कौन सा कार्य लोकसभा का नहीं है?
प्रमुखता के साथ कौन सा कार्य लोकसभा का नहीं है?
राज्यसभा और लोकसभा में किस प्रकार के विधेयक पर चर्चा की जा सकती है?
राज्यसभा और लोकसभा में किस प्रकार के विधेयक पर चर्चा की जा सकती है?
देश के राष्ट्रपति का चुनाव किस प्रक्रिया के द्वारा होता है?
देश के राष्ट्रपति का चुनाव किस प्रक्रिया के द्वारा होता है?
राज्यसभा का क्या प्रमुख कार्य है?
राज्यसभा का क्या प्रमुख कार्य है?
तवधेयक के ररपोटण चरर् में क्या होता है?
तवधेयक के ररपोटण चरर् में क्या होता है?
जब तवधेयक को प्रवर सममतत को भेजा जाता है, तो कौन सा चयन प्रक्रिया होती है?
जब तवधेयक को प्रवर सममतत को भेजा जाता है, तो कौन सा चयन प्रक्रिया होती है?
यदि तवधेयक दोनों सदनों द्वारा पारित नहीं होता है, तो क्या होता है?
यदि तवधेयक दोनों सदनों द्वारा पारित नहीं होता है, तो क्या होता है?
निजी सदस्य तवधेयक को कितना समय पहले नोटिस भेजना आवश्यक है?
निजी सदस्य तवधेयक को कितना समय पहले नोटिस भेजना आवश्यक है?
राष्ट्रपतत द्वारा तवधेयक को पुनतवि चक्र में वापस करने से पूर्व क्या होता है?
राष्ट्रपतत द्वारा तवधेयक को पुनतवि चक्र में वापस करने से पूर्व क्या होता है?
निजी सदस्य तवधेयक पारित होने से पहले पारित होने का अवसर क्या होता है?
निजी सदस्य तवधेयक पारित होने से पहले पारित होने का अवसर क्या होता है?
तवधेयक की प्रक्रिया के दौरान कौन सा चरण सबसे महत्वपूर्ण होता है?
तवधेयक की प्रक्रिया के दौरान कौन सा चरण सबसे महत्वपूर्ण होता है?
ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के अक्तधिकार तवधेयक से संबंधित कौन सा तथ्य सही है?
ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के अक्तधिकार तवधेयक से संबंधित कौन सा तथ्य सही है?
जब तवधेयक को कानून में परिवर्तित किया जाता है, तब क्या होता है?
जब तवधेयक को कानून में परिवर्तित किया जाता है, तब क्या होता है?
तवधेयक के बारे में सही कथन क्या है?
तवधेयक के बारे में सही कथन क्या है?
संविधान संशोधन की प्रक्रिया में संसद को किस प्रकार की बहुमत की आवश्यकता होती है जब संघीय ढांचे से संबंधित प्रावधानों में संशोधन किया जाता है?
संविधान संशोधन की प्रक्रिया में संसद को किस प्रकार की बहुमत की आवश्यकता होती है जब संघीय ढांचे से संबंधित प्रावधानों में संशोधन किया जाता है?
राज्य सरकारों को संघीय संशोधनों पर अपनी सहमति देने के लिए क्या समय सीमा होती है?
राज्य सरकारों को संघीय संशोधनों पर अपनी सहमति देने के लिए क्या समय सीमा होती है?
संविधान के किस प्रावधान में उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालय से संबंधित संशोधन किया जा सकता है?
संविधान के किस प्रावधान में उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालय से संबंधित संशोधन किया जा सकता है?
संविधान के किस पहलू का संशोधन संसद के साधारण बहुमत से किया जा सकता है?
संविधान के किस पहलू का संशोधन संसद के साधारण बहुमत से किया जा सकता है?
राज्यसभा में राज्यों का प्रतिनिधित्व किस प्रकार से किया जाता है?
राज्यसभा में राज्यों का प्रतिनिधित्व किस प्रकार से किया जाता है?
संसद का मुख्य उद्देश्य क्या है?
संसद का मुख्य उद्देश्य क्या है?
लोगतांत्रिक प्रणाली में संसद को किस प्रकार की निकाय कहा जाता है?
लोगतांत्रिक प्रणाली में संसद को किस प्रकार की निकाय कहा जाता है?
केंद्र में संसद को किस नाम से पुकारा जाता है?
केंद्र में संसद को किस नाम से पुकारा जाता है?
किस प्रकार की बैठक को एक अति-सुधी चि बैठक कहा जाता है?
किस प्रकार की बैठक को एक अति-सुधी चि बैठक कहा जाता है?
संसद में सदस्यों का चुनाव किस प्रकार से किया जाता है?
संसद में सदस्यों का चुनाव किस प्रकार से किया जाता है?
संसद की द्व chambers में कौन सा कक्ष निम्न सदन कहलाता है?
संसद की द्व chambers में कौन सा कक्ष निम्न सदन कहलाता है?
संसद में बहस के मुद्दों पर अंतिम निर्णय कौन करता है?
संसद में बहस के मुद्दों पर अंतिम निर्णय कौन करता है?
राज्य सभा के सदस्य बनने के लिए किन न्यूनतम आवश्यकताओं को पूरा करना चाहिए?
राज्य सभा के सदस्य बनने के लिए किन न्यूनतम आवश्यकताओं को पूरा करना चाहिए?
राज्यसभा धन तवधेयक को कितने दिनों के भीतर लोकसभा को लौटाना चाहिए?
राज्यसभा धन तवधेयक को कितने दिनों के भीतर लोकसभा को लौटाना चाहिए?
एक तवत्तीय तवधेयक को कहाँ पेश किया जा सकता है?
एक तवत्तीय तवधेयक को कहाँ पेश किया जा सकता है?
धन तवधेयक की स्थिति का निर्णय किसके द्वारा लिया जाता है?
धन तवधेयक की स्थिति का निर्णय किसके द्वारा लिया जाता है?
यदि धन तवधेयक को किसी भी सदन ने अस्वीकार कर दिया है, तो क्या होगा?
यदि धन तवधेयक को किसी भी सदन ने अस्वीकार कर दिया है, तो क्या होगा?
लोकसभा और राज्यसभा के संयुकरूप से स्वीकृत होने पर क्या माना जाता है?
लोकसभा और राज्यसभा के संयुकरूप से स्वीकृत होने पर क्या माना जाता है?
लोकसभा में प्रस्तुत तवधेयकों को प्रस्तुत करने की प्रक्रिया में कौन सी बात शामिल नहीं है?
लोकसभा में प्रस्तुत तवधेयकों को प्रस्तुत करने की प्रक्रिया में कौन सी बात शामिल नहीं है?
संसद की जोड़ी बैठक की अध्यक्षता कौन करता है?
संसद की जोड़ी बैठक की अध्यक्षता कौन करता है?
राज्यसभा की शक्तियों में से एक विशेष शक्ति क्या है?
राज्यसभा की शक्तियों में से एक विशेष शक्ति क्या है?
धन तवधेयक के पारित होने के लिए किन सदनों के पास समान शक्तियाँ होती हैं?
धन तवधेयक के पारित होने के लिए किन सदनों के पास समान शक्तियाँ होती हैं?
तबल को पेश करने की प्रक्रिया में आम तौर पर क्या होता है?
तबल को पेश करने की प्रक्रिया में आम तौर पर क्या होता है?
यदि कोई प्रस्ताव पहले पढ़ने से पहले राजपत्र में प्रकाशित किया गया है, तो किस प्रकार की अनुमति की आवश्यकता नहीं होती है?
यदि कोई प्रस्ताव पहले पढ़ने से पहले राजपत्र में प्रकाशित किया गया है, तो किस प्रकार की अनुमति की आवश्यकता नहीं होती है?
तबल के मसौदे को किसके द्वारा तैयार किया जाता है?
तबल के मसौदे को किसके द्वारा तैयार किया जाता है?
किसे 'निजी सदस्य तबल' कहा जाता है?
किसे 'निजी सदस्य तबल' कहा जाता है?
तबल पेश करने के लिए सूचना किसे एक महीने पहले देनी चाहिए?
तबल पेश करने के लिए सूचना किसे एक महीने पहले देनी चाहिए?
तबल पेश करने के लिए सदन में कौन-सी प्रक्रिया का पालन किया जाता है?
तबल पेश करने के लिए सदन में कौन-सी प्रक्रिया का पालन किया जाता है?
राजपत्र में प्रकाशित होने के लिए किस प्रकार का प्रश्न उठता है?
राजपत्र में प्रकाशित होने के लिए किस प्रकार का प्रश्न उठता है?
तबल पेश होने के बाद इसे कहाँ प्रकाशित किया जाएगा?
तबल पेश होने के बाद इसे कहाँ प्रकाशित किया जाएगा?
सदन में प्रस्तुत तबल पर चर्चा क्यों नहीं होती है?
सदन में प्रस्तुत तबल पर चर्चा क्यों नहीं होती है?
जब प्रधानमंत्री लोकसभा का विश्वास खो देता है, तो क्या होता है?
जब प्रधानमंत्री लोकसभा का विश्वास खो देता है, तो क्या होता है?
राज्यसभा उपराष्ट्रपति को हटाने के लिए किस प्रकार की पहल कर सकती है?
राज्यसभा उपराष्ट्रपति को हटाने के लिए किस प्रकार की पहल कर सकती है?
राज्य सभा की शक्तियों में निम्नलिखित में से कौन-सी शक्ति शामिल नहीं है?
राज्य सभा की शक्तियों में निम्नलिखित में से कौन-सी शक्ति शामिल नहीं है?
राज्य सभा किस मामले में लोकसभा के साथ समान अधिकार रखती है?
राज्य सभा किस मामले में लोकसभा के साथ समान अधिकार रखती है?
भारत के राष्ट्रपति का चुनाव किस प्रकार से किया जाता है?
भारत के राष्ट्रपति का चुनाव किस प्रकार से किया जाता है?
लोकसभा किस प्रकार की अधिकांश का समर्थन प्राप्त करती है?
लोकसभा किस प्रकार की अधिकांश का समर्थन प्राप्त करती है?
राज्यसभा में विशेष शक्तियों का कौन सा प्रमुख सच है?
राज्यसभा में विशेष शक्तियों का कौन सा प्रमुख सच है?
राज्य सभा आमतौर पर निम्नलिखित में से किस विषय पर चर्चा करती है?
राज्य सभा आमतौर पर निम्नलिखित में से किस विषय पर चर्चा करती है?
संसद में एक विधेयक को पास करने के लिए कितने सदनों में चर्चा आवश्यक है?
संसद में एक विधेयक को पास करने के लिए कितने सदनों में चर्चा आवश्यक है?
संसद के किस सदन में आमतौर पर बजट प्रस्तुत किया जाता है?
संसद के किस सदन में आमतौर पर बजट प्रस्तुत किया जाता है?
संविधान संशोधन के लिए संसद को किन बहुमत की आवश्यकताएँ होती हैं?
संविधान संशोधन के लिए संसद को किन बहुमत की आवश्यकताएँ होती हैं?
यदि संसद का कोई विधेयक संघीय प्रावधानों में संशोधन करने का प्रयास करता है, तो इसे किनल राज्यों की विधानसभाओं से अनुमोदित करना आवश्यक है?
यदि संसद का कोई विधेयक संघीय प्रावधानों में संशोधन करने का प्रयास करता है, तो इसे किनल राज्यों की विधानसभाओं से अनुमोदित करना आवश्यक है?
संविधान संशोधन के बाद विधेयक किसके पास सहमति के लिए भेजा जाता है?
संविधान संशोधन के बाद विधेयक किसके पास सहमति के लिए भेजा जाता है?
समवती सूची में शामिल विषयों पर किसके पास कानून बनाने का अधिकार होता है?
समवती सूची में शामिल विषयों पर किसके पास कानून बनाने का अधिकार होता है?
संविधान के अनुच्छेद 368 का मुख्य उद्देश्य क्या है?
संविधान के अनुच्छेद 368 का मुख्य उद्देश्य क्या है?
संसद की कौन सी विशेषता उसे अन्य संस्थाओं से अलग करती है?
संसद की कौन सी विशेषता उसे अन्य संस्थाओं से अलग करती है?
लोक सभा और राज्य सभा के बीच क्या मुख्य अंतर है?
लोक सभा और राज्य सभा के बीच क्या मुख्य अंतर है?
संसद के सत्र की प्रक्रिया को किस नाम से जाना जाता है?
संसद के सत्र की प्रक्रिया को किस नाम से जाना जाता है?
संसद की संरचना के अनुसार कौन सा प्रावधान सही है?
संसद की संरचना के अनुसार कौन सा प्रावधान सही है?
संसद में विधेयक पेश करने की प्रक्रिया में कौन सा चरण सबसे पहले आता है?
संसद में विधेयक पेश करने की प्रक्रिया में कौन सा चरण सबसे पहले आता है?
किस प्रकार की बहुमत की आवश्यकता होती है जब संघीय प्रावधानों में संशोधन किया जाता है?
किस प्रकार की बहुमत की आवश्यकता होती है जब संघीय प्रावधानों में संशोधन किया जाता है?
किस स्थिति में संसद संशोधन के लिए तवधेयक को पारित नहीं करता है?
किस स्थिति में संसद संशोधन के लिए तवधेयक को पारित नहीं करता है?
आपातकाल की घोषणा को मंजूरी देने की शक्ति किसे होती है?
आपातकाल की घोषणा को मंजूरी देने की शक्ति किसे होती है?
लोकसभा सरकार को किस स्थिति में पद छोड़ने के लिए मजबूर कर सकती है?
लोकसभा सरकार को किस स्थिति में पद छोड़ने के लिए मजबूर कर सकती है?
राज्यसभा को किस विषय पर अकेले कार्यवाही करने की शक्ति है?
राज्यसभा को किस विषय पर अकेले कार्यवाही करने की शक्ति है?
राज्यसभा की एक महत्वपूर्ण शक्ति किसमें निहित है?
राज्यसभा की एक महत्वपूर्ण शक्ति किसमें निहित है?
राज्यसभा किस प्रकार के प्रस्ताव से उपराष्ट्रपति को हटा सकती है?
राज्यसभा किस प्रकार के प्रस्ताव से उपराष्ट्रपति को हटा सकती है?
लोकसभा किस प्रकार की रिपोर्टों को पेश कर सकती है?
लोकसभा किस प्रकार की रिपोर्टों को पेश कर सकती है?
राज्यसभा और लोकसभा की शक्तियों में किस मामले में समानता है?
राज्यसभा और लोकसभा की शक्तियों में किस मामले में समानता है?
राज्यसभा द्वारा क्या कार्य किए जा सकते हैं?
राज्यसभा द्वारा क्या कार्य किए जा सकते हैं?
लोकसभा के पास क्या विकल्प है जब वह किसी वित्तीय विधेयक को अस्वीकार कर देती है?
लोकसभा के पास क्या विकल्प है जब वह किसी वित्तीय विधेयक को अस्वीकार कर देती है?
किस स्थिति में लोकसभा और राज्यसभा की शक्तियाँ समान होती हैं?
किस स्थिति में लोकसभा और राज्यसभा की शक्तियाँ समान होती हैं?
भारि का सदस्य बनने के लिए न्यूनतम आयु क्या होनी चाहिए?
भारि का सदस्य बनने के लिए न्यूनतम आयु क्या होनी चाहिए?
जिप्रतिनिधित्व कानून के अनुसार, राज्यसभा के लिए एक व्यक्ति को किन आवश्यकताओं को पूरा करना चाहिए?
जिप्रतिनिधित्व कानून के अनुसार, राज्यसभा के लिए एक व्यक्ति को किन आवश्यकताओं को पूरा करना चाहिए?
जिप्रतिनिधित्व (संशोधन) अधिनियम, 2003 के द्वारा क्या संशोधन किया गया है?
जिप्रतिनिधित्व (संशोधन) अधिनियम, 2003 के द्वारा क्या संशोधन किया गया है?
लोकसभा की शक्तियाँ किन तत्वों में प्रमुखता रखती हैं?
लोकसभा की शक्तियाँ किन तत्वों में प्रमुखता रखती हैं?
राज्यसभा में चुनावी प्रक्रिया के लिए निम्नलिखित में से कौन सा कथन सत्य है?
राज्यसभा में चुनावी प्रक्रिया के लिए निम्नलिखित में से कौन सा कथन सत्य है?
एक साधारण विधेयक को कानून बनने के लिए कितने चरणों से गुजरना पड़ता है?
एक साधारण विधेयक को कानून बनने के लिए कितने चरणों से गुजरना पड़ता है?
संविधान संशोधन के लिए संसद को किस प्रकार की स्वीकृति की आवश्यकता होती है?
संविधान संशोधन के लिए संसद को किस प्रकार की स्वीकृति की आवश्यकता होती है?
राज्यसभा का मुख्य कार्य क्या माना जाता है?
राज्यसभा का मुख्य कार्य क्या माना जाता है?
किस अधिनियम के अनुसार एक व्यधक्त राज्यसभा के लिए चुने जाने के लिए एक निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करना आवश्यक है?
किस अधिनियम के अनुसार एक व्यधक्त राज्यसभा के लिए चुने जाने के लिए एक निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करना आवश्यक है?
लोकसभा की जिम्मेदारी क्या है?
लोकसभा की जिम्मेदारी क्या है?
तवधेयक को संचलन के लिए अपनाने के बाद संबंधित सदन का सचिवालय किसे राय आमंत्रित करने का अनुरोध करता है?
तवधेयक को संचलन के लिए अपनाने के बाद संबंधित सदन का सचिवालय किसे राय आमंत्रित करने का अनुरोध करता है?
रिपोर्टिंग चरण में तवधेयक पर कौन सी प्रक्रिया होती है?
रिपोर्टिंग चरण में तवधेयक पर कौन सी प्रक्रिया होती है?
निजी सदस्यों के तवधेयकों की स्वीकृति प्रक्रिया में क्या आमतौर पर नहीं किया जाता है?
निजी सदस्यों के तवधेयकों की स्वीकृति प्रक्रिया में क्या आमतौर पर नहीं किया जाता है?
ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के अधिकार तवधेयक को किस स्थिति में महत्वपूर्ण माना जाता है?
ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के अधिकार तवधेयक को किस स्थिति में महत्वपूर्ण माना जाता है?
तवधेयक को उसके मूल सदन में पारित होने के बाद क्या किया जा सकता है?
तवधेयक को उसके मूल सदन में पारित होने के बाद क्या किया जा सकता है?
अन्य सदन में तवधेयक को स्वीकार करते समय सबसे संभावित विकल्प क्या है?
अन्य सदन में तवधेयक को स्वीकार करते समय सबसे संभावित विकल्प क्या है?
तवधेयक के उन संभावित मानक संशोधनों को राष्ट्रपति क्या कर सकते हैं?
तवधेयक के उन संभावित मानक संशोधनों को राष्ट्रपति क्या कर सकते हैं?
संविधान में तवधायिका शक्तियों का विभाजन किस अनुच्छेद में स्पष्ट किया गया है?
संविधान में तवधायिका शक्तियों का विभाजन किस अनुच्छेद में स्पष्ट किया गया है?
तवधेयक की प्रक्रिया में कौन सा चरण अंतिम होता है?
तवधेयक की प्रक्रिया में कौन सा चरण अंतिम होता है?
तवधेयक का अध्ययन करने वाली समिति का चयन किसके द्वारा किया जाता है?
तवधेयक का अध्ययन करने वाली समिति का चयन किसके द्वारा किया जाता है?
Study Notes
राज्यसभा के लिए उम्मीदवारी के योग्यताएँ
- राज्यसभा का सदस्य बनने के लिए, भारत का नागरिक होना अनिवार्य है।
- उम्र कम से कम 30 वर्ष होनी चाहिए।
- व्यक्ति को उस राज्य में एक निर्वाचन क्षेत्र का मतदाता होना आवश्यक है, जहाँ से वह राज्यसभा का चुनाव लड़ना चाहता है.
- 2003 में प्रतिनिधित्व (संशोधन) अधिनियम के अनुसार, 1951 में प्रतिनिधित्व अधिनियम के संशोधन ने उस नियम को समाप्त कर दिया है जहाँ राज्यसभा उम्मीदवार को सिर्फ़ उस राज्य का रहने वाला होना आवश्यक था।
लोकसभा की शक्तियाँ
- लोकसभा देश की सबसे शक्तिशाली राजनीतिक संस्था है, जो देश की राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक स्थितियों को प्रभावित करती है।
- लोकसभा भारत की जनता के लिए प्रतिनिधित्व प्रदान करती है।
- यह संघ सूची और समवर्ती सूची के मामलों पर कानून बनाती है।
- लोकसभा नए कानून बना सकती है, मौजूदा कानूनों को निरस्त कर सकती है, या उनमें संशोधन कर सकती है।
- लोकसभा का धन विधेयकों पर विशेष अधिकार है।
- लोकसभा बजट और वित्तीय विवरण तैयार और प्रस्तुत करती है, जो देश की अर्थव्यवस्था पर लोगों के नियंत्रण का प्रमाण है।
- लोकसभा प्रश्न पूछकर, पूरक प्रश्न पूछकर, प्रस्ताव पारित करके, और अविश्वास प्रस्ताव द्वारा कार्यपालिका को नियंत्रित करती है।
- लोकसभा संविधान में संशोधन करने और आपातकाल की घोषणा को मंजूरी देने का अधिकार रखती है।
- भारत के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव में लोकसभा भाग लेती है।
- संयुक्त बैठक में, लोकसभा की संख्या अधिक होने के कारण जीत जाती है, सिवाय उस स्थिति को छोड़कर जहाँ सत्तारूढ़ दल का सदस्यों की संख्या विपक्षी दलों की तुलना में कम हो।
राज्यसभा की शक्तियाँ
- राज्यसभा संघीय व्यवस्था के कारण, लोकसभा से दो विशेष शक्तियाँ प्राप्त करती है:
- राज्यसूची (अनुच्छेद 249) में उल्लिखित विषय पर कानून बनाने के लिए संसद को अधिकृत कर सकती है।
- धन विधेयक पर चर्चा कर सकती है, परंतु अनुदान की मांगों पर मतदान नहीं कर सकती, क्योंकि यह लोकसभा का विशेषाधिकार है।
- राज्यसभा राष्ट्रीय आपातकाल को समाप्त करने का प्रस्ताव पारित नहीं कर सकती है।
- राज्यसभा अविश्वास प्रस्ताव पारित करके मंत्रीपरिषद को नहीं हटा सकती क्योंकि मंत्रीपरिषद सामूहिक रूप से केवल लोकसभा के प्रति उत्तरदायी है।
- राज्यसभा सरकार की नीतियों और गतिविधियों पर चर्चा और आलोचना कर सकती है।
साधारण विधेयक (सावधारण विधेयक)
- एक साधारण विधेयक को अधिनियम बनने से पहले विभिन्न चरणों से गुजरना पड़ता है।
- विधेयक को पारित करने के लिए संविधान में निर्धारित प्रक्रियाएँ दो अलग श्रेणियों की हैं:
- प्रस्तावित साधारण विधेयक को निम्नलिखित चरणों से गुजरना पड़ता है:
- पहला चरण 'पहली बार पढ़ने' के रूप में होता है, जहाँ विधेयक किसी भी सदन में पेश किया जाता है।
- विधेयक का मसौदा उस विशेष क्षेत्र के तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा तैयार किया जाता है, और मंत्री परिषद विधेयक को मंजूरी देती है।
- संसद सदस्य भी एक विधेयक पेश कर सकते हैं, जिसे 'निजी सदस्य विधेयक' कहा जाता है।
- विधेयक को पेश करने के लिए, लोकसभा अध्यक्ष या राज्य सभा के सभापति को एक महीने पहले सूचित करना होता है।
- पहली बार पढ़ने के दौरान, विधेयक पर कोई चर्चा नहीं होती है, और केवल प्रस्तावित विधेयक को सदन में पेश करना होता है।
- विधेयक पेश होने के बाद, इसे भारत के राजपत्र में प्रकाशित किया जाता है।
- कुछ मामलों में, अध्यक्ष या सभापति पहले पढ़ने से पहले ही विधेयक को राजपत्र में प्रकाशित करने की अनुमति दे सकते हैं।
राज्यसभा के लिए योग्यता
- किसी भी व्यक्ति को राज्यसभा के लिए चुनने के लिए, उसे भारत का नागरिक होना चाहिए।
- उम्र 30 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए।
- उनका नाम किसी भी संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के निर्वाचक नामावली में होना चाहिए, उस राज्य में जहाँ से वे राज्यसभा के लिये चुनाव लड़ रहे हैं।
- व्यक्ति को उस राज्य या केंद्र शासित प्रदेश का निवासी होना चाहिए जहाँ से वह राज्यसभा चुनाव लड़ना चाहता है, हालाँकि आवश्यकताओं को दूर करने के लिए प्रतिनिधित्व (संशोधन) अधिनियम, 2003 पारित किया गया था, जो प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 3 संशोधित करता है।
लोकसभा की शक्तियाँ
- यह देश की सबसे शक्तिशाली राजनीतिक संस्था है जो देश की राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक स्थितियों को दर्शाती है।
- लोकसभा की सदस्यता लोगों द्वारा प्रत्यक्ष रूप से चुनी जाती है, जिससे यह सर्वोच्च लोकतांत्रिक संस्था बन जाती है।
- लोकसभा नए कानून बनाती है, मौजूदा कानूनों में संशोधन करती है, और धन विधेयकों पर विशेष अधिकार रखती है।
- यह देश के बजट और वित्तीय मामलों पर लोगों का नियंत्रण बनाए रखती है।
- लोकसभा प्रश्न पूछकर, अविश्वास प्रस्ताव पारित करके कार्यपालिका को नियंत्रित करती है।
- लोकसभा को आपातकाल की घोषणा को मंजूरी देने, संविधान में संशोधन करने और राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का चुनाव करने का अधिकार है।
- यह नए संगठनों और आयोगों के गठन में भूमिका निभाती है ।
- यह मंत्रिपरिषद और प्रधानमंत्री को नियंत्रित करती है, जिसके पास बहुमत होना चाहिए। यदि प्रधानमंत्री लोकसभा का विश्वास खो देता है, तो पूरी सरकार को पद छोड़ना पड़ता है।
राज्यसभा की शक्तियाँ
- सामान्य विधेयकों और संविधान संशोधन विधेयकों को पेश और पारित करना।
- भारत के संचित निधि से व्यय वाले वित्तीय विधेयकों को पेश और पारित करना।
- राष्ट्रपति के चुनाव में भाग लेना और महाभियोग लगाना।
- उपराष्ट्रपति के चुनाव में भाग लेना और हटाने की प्रक्रिया में मुख्य भूमिका निभाना।
- विधेयक के दूसरे वाचन के दौरान विभिन्न पाठ्यक्रम अपनाए जाते हैं जैसे प्रवर समिति को भेजना, संयुक्त चयन समिति को भेजना या जनता की राय लेना।
राज्यसभा और विधेयक
- जब कोई विधेयक प्रवर समिति को भेजा जाता है, तो समिति विधेयक का अध्ययन करती है और सदन को रिपोर्ट पेश करती है।
- रिपोर्ट चर्चा सबसे महत्वपूर्ण चर्चा होती है, जहाँ विधेयक पर विवरण चर्चा होती है ।
- विधेयक के तीसरे वाचन में विधेयक को बहुमत से पारित करना होता है, जो संसद द्वारा औपचारिक अनुमोदन है।
- तीसरे वाचन में पारित होने के बाद विधेयक दूसरे सदन में भेजा जाता है, जहाँ वह चर्चाओं से गुजरता है।
- जब दोनों सदन विधेयक को पारित करते हैं, तो यह राष्ट्रपति को अनुमोदन के लिए भेजा जाता है ।
- यदि राष्ट्रपति विधेयक पर सहमत नहीं हैं, तो वह इसे पुनर्विचार के लिए संसद में वापस भेज सकते हैं।
निजी सदस्य विधेयक
- यह वह विधेयक है जो मंत्री के अलावा सांसद द्वारा पेश किया जाता है ।
- संसद ने अब तक चौदह निजी सदस्य विधेयक पारित किए हैं।
- ट्रांसजेंडर व्यक्ति अधिकार विधेयक, 2014 एक निजी सदस्य विधेयक था जो ट्रांसजेंडर लोगों के लिए भेदभाव को खत्म करने का लक्ष्य था।
विधायी शक्तियों का वितरण
- भारत के संविधान की सातवीं अनुसूची में संघ और राज्यों की विधायी शक्तियों का स्पष्ट रूप से उल्लेख है।
- यह तीन सूचियाँ बनाता है: संघ सूची, राज्य सूची, और समवर्ती सूची।
- संघ सूची में वे विषय शामिल हैं जिन पर संसद का विशिेष अधिकार है।
- राज्य सूची में उल्लेखित विषयों पर राज्य विधानमंडलों का विशिष अधिकार है।
- समवर्ती सूची में विषयों पर संघ और राज्य दोनों कानून बना सकते हैं।
- संघ और राज्यों के बीच विरोध की स्थिति में, संघ का अधिकार प्रबल होगा।
संशोधन की प्रक्रिया और प्रणाली
- भारत के संविधान में परिवर्तनशील परिस्थितियों और आवश्यकताओं के लिए संविधान को प्रासंगिक बनाने का प्रावधान है।
- अनुच्छेद 368 संविधान के संशोधन से संबंधित है।
- संसद संशोधन की प्रक्रिया शुरू करने की अधिकार रखती है।
- संशोधन विधेयक संसद के किसी भी सदन में पेश किया जा सकता है।
- विधेयक को प्रत्येक सदन में कुल सदस्यता का बहुमत और कम से कम दो-तिहाई बहुमत से पारित करना होता है।
- विधेयक राष्ट्रपति के सामने पेश किया जाता है जो इस पर अपनी सहमति देते हैं।
- संशोधन करने के लिए विधेयक को प्रत्येक सदन में विशेष बहुमत से पारित करना चाहिए।
- जब विधेयक संविधान के संघीय प्रावधानों में संशोधन करता है, तो इसे आधे राज्यों के विधानमंडलों द्वारा भी अनुमोदन किया जाना चाहिए।
- संसद के दोनों सदनों द्वारा पारित होने के बाद, विधेयक राष्ट्रपति के पास सहमति के लिए भेजा जाता है।
- राष्ट्रपति को विधेयक पर सहमति देनी चाहिए, वह इसे वापस नहीं कर सकते ।
- राष्ट्रपति की सहमति के बाद, विधेयक एक अधिनियम (संवैधानिक संशोधन अधिनियम) बन जाता है।
संशोधन के प्रकार
- संविधान में तीन प्रकार से संशोधन किया जा सकता है:
- सामान्य संशोधन
- विशेष बहुमत संशोधन
- संशोधन जिसमें राज्यों की सहमति आवश्यक होती है।
संसद का परिचय
- प्रतिनिधि लोकतंत्र में सबसे महत्वपूर्ण संस्था
- लोगों के हित के लिए उनके प्रतिनिधियों को जवाबदेह ठहराने का उद्देश्य
- देश के कानूनों को बनाने या बदलने के लिए सर्वोच्च कानून बनाने वाली संस्था
भारतीय संसद
- केंद्र स्तर पर संसद को राष्ट्रीय संसद भी कहा जाता है
- राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में विधानसभाओं को विधानसभाओं के रूप में जाना जाता है
- दो सदन: लोक सभा (निचला सदन) और राज्य सभा (ऊपरी सदन)
- द्विसदनीय प्रणाली, ब्रिटिश संसदीय प्रणाली और अमेरिकी द्विसदनीय प्रणाली से प्रेरित
केंद्रीय विधानमंडल: संसद
- निर्णय लेने और लोकतांत्रिक शासन के प्रतीक का सर्वोच्च निकाय
- देश और उसके लोगों के कल्याण और कानूनों को लागू करने और संस्थानों में बदलाव करने के लिए उत्तरदायित्व के साथ सबसे शक्तिशाली मंच
- विभिन्न एजेंडे पर चर्चा करने और बिलों को मंजूरी देने के लिए बैठक करने पर, इसे गति सत्र कहा जाता है
- एक वर्ष में तीन सत्र होते हैं
लोक सभा की शक्तियाँ
- नए समितियों और आयोगों की स्थापना करना और बहस और चर्चा के लिए अपनी रिपोर्ट पेश करना और कार्यान्वयन के लिए आगे विचार करना
- मंत्री परिषद और प्रधानमंत्री को नियंत्रित करती है, जिसे इसका बहुमत का समर्थन प्राप्त है
- यदि प्रधानमंत्री लोकसभा का विश्वास खो देता है, तो पूरी सरकार को पद छोड़ना पड़ता है
राज्य सभा की शक्तियाँ
- लोक सभा के साथ समान दर्जा
- सामान्य विधेयकों और संविधान संशोधन विधेयकों को प्रस्तावित और पारित करना
- भारत की संचित निधि से व्यय वाले वित्तीय विधेयकों को प्रस्तुत करना और पारित करना
- राष्ट्रपति का चुनाव और महाभियोग
- उपराष्ट्रपति का चुनाव और निष्कासन, हालाँकि राज्य सभा उपराष्ट्रपति को हटाने की पहल कर सकती है, उन्हें राज्य सभा द्वारा विशेष बहुमत से पारित एक प्रस्ताव द्वारा हटाया जाता है और लोकसभा द्वारा साधारण बहुमत से सहमति दी जाती है
लोक सभा और राज्य सभा के बीच अंतर
- राज्यसभा धन विधेयक में संशोधन नहीं कर सकती है
- 14 दिनों के भीतर संशोधनों के साथ या बिना संशोधनों के बिल को लोकसभा को वापस भेजना चाहिए
- लोक सभा राज्य सभा के सभी या किसी भी संशोधन को स्वीकार या अस्वीकार कर सकती है
- धन विधेयक दोनों सदनों द्वारा पारित माना जाता है
- केवल लोक सभा में वित्तीय विधेयक, जिसमें केवल अनुच्छेद 110 के मामले शामिल होते हैं, पेश किए जा सकते हैं
- दोनों सदनों के पास पारित होने के संबंध में समान शक्तियाँ हैं
- यह निर्धारित करने की अंतिम शक्ति कि कोई विशिष्ट विधेयक धन विधेयक है या नहीं, लोकसभा के अध्यक्ष में निहित है
- लोक सभा अध्यक्ष दोनों सदनों की संयुक्त बैठक की अध्यक्षता करता है
- किसी भी सदन में 'बिल को पढ़ने' के रूप में बिल पेश करने से संबंधित पहला चरण
- अधिकांश विधेयक संबंधित मंत्रियों द्वारा प्रस्तुत किए जाते हैं
- बिल का मसौदा उस विशेष क्षेत्र के तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा तैयार किया जाता है और फिर मंत्री परिषद विधेयक को मंजूरी देती है
सामान्य संसद सदस्य द्वारा विधेयक प्रस्तुत करना (निजी सदस्य विधेयक)
- सूचना लोक सभा अध्यक्ष या राज्य सभा के सभापति को एक महीने पहले देनी होगी
- प्राइवेट मेंबर बिल को पेश करने की तारीख तय की जाएगी और बिल को सदन में पेश करने की अनुमति दी जाएगी
- आम तौर पर, इस पाठ्य चर्चा में प्रस्तावित बिल पर कोई चर्चा नहीं होगी जो केवल एक औपचारिक मामला है
विधेयक प्रस्तुत होने के बाद
- भारत के राजपत्र में प्रकाशित किया जाएगा
- अध्यक्ष या सभापति कुछ विधेयकों को पहले पढ़ने से पहले ही राजपत्र में प्रकाशित करने की अनुमति दे सकते हैं
- अनुमति के लिए किसी प्रस्ताव की आवश्यकता नहीं होती है
अन्य सभी प्रावधान
- पहली और तीसरी श्रेणियों के अंतर्गत नहीं आते
संसद द्वारा विशेष बहुमत और राज्यों की सहमति से संशोधन
- संविधान के बुनियादी ढांचे जो राज्य के संघीय ढांचे से संबंधित हैं, संसद के विशेष बहुमत से और आधे राज्य विधानसभाओं की सहमति से साधारण बहुमत से भी संशोधित किए जा सकते हैं
- राज्यों को विधेयक पर अपनी सहमति देने के लिए कोई समय सीमा नहीं है
संशोधन करने वाले प्रावधान
- राष्ट्रपति का चुनाव और उसका तरीका
- संघ और राज्यों की कार्यकारी शक्ति की सीमा
- उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालय
- संघ और राज्यों के बीच विधायी शक्तियों का वितरण
- संसद में राज्यों का प्रतिनिधित्व
- संविधान और उसकी प्रक्रिया में संशोधन करने की संसद की शक्ति (अनुच्छेद 368)
संसद
- प्रतिनिधि लोकतंत्र के कामकाज के लिए विधानमंडल सबसे महत्वपूर्ण संस्था है।
- इसका मूल उद्देश्य देश में लोगों के हिस्से के लिए जिम्मेदार, अपने प्रतिनिधियों को जिम्मेदार ठहराना है।
- देश के कानूनों को बनाने या बदलने के लिए विधानमंडल को आम तौर पर सर्वोच्च कानून बनाने वाली संस्था के रूप में जाना जाता है, जिसमें राज्य के सभी घटकों का प्रतिनिधित्व होता है।
- भारत में विधानमंडल को संसद कहा जाता है और इसे राष्ट्रीय विधानमंडल भी कहा जाता है।
- संसद में दो सदन होते हैं; लोक सभा (निचला सदन) और राज्यसभा (उच्च सदन)।
- इसे द्विसदनीय प्रणाली के रूप में जाना जाता है, और यह ब्रिटिश संसदीय प्रणाली और संयुक्त राज्य अमेरिका की द्विसदनीय प्रणाली से प्रेरित है।
केंद्रीय विधानमंडल: संसद
- संसद को केंद्रीय विधानमंडल या राष्ट्रीय विधानमंडल के रूप में जाना जाता है, जो निर्णय लेने और लोकतांत्रिक शासन के प्रतीक का सर्वोच्च निकाय है।
- संसद देश और उसके लोगों के कल्याण और कानूनों को लागू करने और संस्थानों में बदलाव करने के मुद्दों पर बहस करने के लिए जिम्मेदारी के साथ सबसे शक्तिशाली मंच है।
- जब संसद विभिन्न एजेंडे पर चर्चा करने और बिलों को मंजूरी देने के लिए बैठक करती है, तो इसे एक सत्र कहा जाता है, जो एक निश्चित समयावधि के साथ गति सत्र है।
- संसद में एक वर्ष में तीन सत्र होते हैं।
- यह सुनिश्चित करने के लिए कार्यवाही की एक विशिष्ट संरचना है कि संसद के सदस्य अपने कर्तव्यों का पालन करें और नियमों का पालन करें।
राज्यसभा के लिए योग्यता
- भारत का नागरिक होना चाहिए
- 30 वर्ष से कम नहीं होना चाहिए
- जिप्रतिनिधित्व कानून, 1951 के तहत, एक व्यक्ति को राज्य में एक संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में एक निर्वाचक होना चाहिए, जहां से वह राज्यसभा के लिए चुनाव लड़ना चाहता है।
- हालाँकि, यह ध्यान दिया जा सकता है कि जिप्रतिनिधित्व (संशोधन) अधिनियम, 2003, जो कि जिप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 3 में संशोधन किया गया है, ने इस आवश्यकता को दूर करके राज्य या केंद्र शासित प्रदेश का निवासी होने की आवश्यकता को समाप्त कर दिया है जिसे एक व्यक्ति राज्यसभा के लिए चुनाव लड़ने की जरूरत है।
- उन्हें भारत में कहीं भी एक संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में निर्वाचक बनना होगा।
लोकसभा की शक्तियाँ
- लोकसभा सबसे शक्तिशाली राजनीतिक संस्था है जो देश की राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक स्थितियों को दर्शाती है, सर्वोच्च जिम्मेदारी रखती है और वस्तुतः पूरी आबादी का प्रतिनिधित्व करती है।
- लोकसभा को नई समितियों और आयोगों की स्थापना करने और बहस और चर्चा के लिए अपनी रिपोर्ट पेश करने और कार्यान्वयन के लिए आगे विचार करने की शक्ति है।
- लोकसभा मंत्रिपरिषद और एक प्रधानमंत्री को नियंत्रित करती है, जिसे इसके बहुमत का समर्थन प्राप्त है। यदि प्रधानमंत्री लोकसभा का विश्वास खो देता है, तो पूरी सरकार को पद छोड़ना पड़ता है और चुनाव का सामना करना पड़ता है।
राज्यसभा की शक्तियाँ
- लोकसभा के साथ समान दर्जा
- निम्नलिखित मामलों में, राज्य सभा की शक्तियां और स्थिति लोकसभा के बराबर है:
- सामान्य विधेयकों और संवैधानिक संशोधन विधेयकों को प्रस्तावित और पारित करना
- भारत की संचित निधि से व्यय वाले वित्तीय विधेयकों को प्रस्तुत करना और पारित करना
- राष्ट्रपति का चुनाव और महाभियोग
- उपराष्ट्रपति का चुनाव और निष्कासन। हालाँकि, राज्यसभा अकेले उपराष्ट्रपति को हटाने की पहल कर सकती है। उन्हें राज्य सभा द्वारा विशेष बहुमत से पारित एक प्रस्ताव द्वारा हटाया जाता है और लोकसभा द्वारा साधारण बहुमत से सहमति व्यक्त की जाती है।
- विधेयक का दूसरा वाचन आमतौर पर पहले पढ़ने के दो सत्रों के अंतराल के बाद होता है। इस स्तर पर, चार पाठ्यक्रमों में से कोई एक अपनाया जाता है:
- विधेयक पर सदन एक ही बार में विचार कर सकता है।
- इसे सदन की प्रवर समिति को भेजा जा सकता है।
- इसे दोनों सदनों की संयुक्त चयन समिति को भेजा जा सकता है या
- इसे जनता की राय जानने के लिए प्रसारित किया जा सकता है। बहुत कम ही विधेयकों पर सीधे विचार किया जाता है।
विधेयक के लिए प्रक्रिया
- जब विधेयक को संचालन के लिए अपनाया जाता है (यानी चौथा पाठ्यक्रम), तो संबंधित सदन का सचिवालय राज्य सरकारों से स्थानीय निकायों और मान्यता प्राप्त संघों से राय आमंत्रित करते हुए राज्य के राजपत्र में विधेयक को प्रकाशित करने का अनुरोध करता है। ऐसी राय सदन के सदस्यों के बीच प्रसारित की जाती हैं।
- यदि विधेयक किसी प्रवर समिति को भेजा जाता है, तो प्रस्तावक समिति के सदस्यों का चयन करता है, अध्यक्ष या सभा का सभापति समिति के एक सदस्य और समिति के अध्यक्ष की नियुक्ति करता है। समिति विधेयक का अध्ययन करेगी और सदन को वापस रिपोर्ट करेगी।
- रिपोर्ट चर्चा सबसे महत्वपूर्ण चर्चा है जहाँ एक विधेयक पर खंड दर खंड बहस होती है। इस चर्चा में, रिपोर्ट को मूल विधेयक और प्रवर समिति की रिपोर्ट के साथ प्रसारित किया जाता है। रिपोर्ट चर्चा बिल को अंतिम रूप देने के लिए है। फिर विधेयक को तीसरे पठन के लिए प्रस्तुत किया जाएगा जिसमें बिल को बहुमत से पारित किया जाना है। तीसरा वाचन संसद द्वारा औपचारिक अनुमोदन के लिए है।
- किसी भी सदन में तीसरे पठन में विधेयक को स्वीकार किए जाने के बाद, इसे दूसरे सदन में स्थानांतरित कर दिया जाता है, जहां यह सभी चर्चाओं से गुजरता है। दूसरा सदन विधेयक को वैसे ही स्वीकार कर सकता है जैसे वह है। सभी चर्चाओं में आने के बाद इसे राष्ट्रपति की सहमति के लिए भेजा जाता है।
संवैधानिक गतिरोध
- एक बार जब कोई विधेयक अपने मूल सदन में पारित हो जाता है, तो उसे दूसरे सदन में भी खारिज किया जा सकता है। अन्यथा, यह मूल सदन को स्वीकार्य नहीं होने वाले संशोधन पेश कर सकता है, या छह महीने के भीतर बिल वापस नहीं कर सकता है। ऐसे में दोनों सदनों के बीच संवैधानिक गतिरोध पैदा हो जाता है। गतिरोध को दूर करने के लिए राष्ट्रपति दोनों सदनों का संयुक्त सत्र बुला सकते हैं। अध्यक्ष या उनकी अनुपस्थिति में उपाध्यक्ष ऐसे संयुक्त सत्रों की अध्यक्षता करते हैं। गतिरोध को बहुमत के मत से समाप्त किया जाता है।
- अंत में, विधेयक दोनों सदनों द्वारा पारित किया जाता है और राष्ट्रपति की सहमति के लिए जाता है। यदि राष्ट्रपति विधेयक पर सहमति देता है, तो यह कानून बन जाता है। लेकिन राष्ट्रपति विधेयक को पुनर्विचार के लिए वापस कर सकते हैं। यदि विधेयक को संशोधनों के साथ या बिना संशोधन के राष्ट्रपति के पास वापस भेज दिया जाता है, तो राष्ट्रपति उसकी सहमति को रोक नहीं सकते। जल्दबाजी में कानून को रोकने के लिए इस तरह की जनतल और समय लेने वाली प्रक्रिया अपनाई जाती है।
निजी सदस्य विधेयक
- यदि मंत्री के अलावा कोई अन्य सदस्य विधेयक पेश करता है, तो उसे निजी सदस्य विधेयक कहा जाता है।
- विधेयक को सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही पार्टी के सांसद पेश कर सकते हैं। निजी सदस्य विधेयक एक ऐसे सदस्य द्वारा प्रस्तावित विधेयक है जो कैबिनेट और कार्यकारी का सदस्य नहीं है। निजी सदस्य विधेयक का सत्र वैकल्पिक शुक्रवार को दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक आयोजित किया जाता है।
- इस विधेयक को एक महीने का नोटिस चाहिए; जब निजी सदस्य विधेयक खारिज हो जाता है तो इसका सरकार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। अब तक, संसद ने चौदह निजी सदस्य विधेयक पारित किए हैं; आखिरी बार 1970 को पारित किया गया था। निजी सदस्य द्वारा पारित अधिकांश विधेयक को पढ़ा या चर्चा तक नहीं किया जाता है और खारिज कर दिया जाता है। निजी सदस्यों के विधेयक स्वीकार किए जाते हैं, यहाँ तक कि वे संवैधानिक संशोधन विधेयक भी हैं, लेकिन ऐसा नहीं है कि वे धन विधेयक हैं।
ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के अधिकार विधेयक, 2014:
- ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के अधिकार विधेयक, 2014 तमिलनाडु के तिरुची शिवा सांसद द्वारा पेश किया गया एक निजी सदस्य विधेयक है, जो भारत में ट्रांसजेंडर लोगों द्वारा सामना किए जाने वाले भेदभाव को समाप्त करने का प्रयास करता है।
- विधेयक को 24 अप्रैल 2015 को उच्च सदन राज्य सभा द्वारा पारित किया गया था। इसे 26 फरवरी 2016 को निचला सदन लोकसभा में पेश किया गया था।
- विधेयक को ऐतिहासिक माना जाता है क्योंकि यह किसी भी सदन में 36 वर्ष और राज्य सभा द्वारा 45 वर्षों में पारित होने वाला पहला निजी सदस्य विधेयक है।
विधायिका की शक्तियों का वितरण
-
भारत के संविधान की सातवीं अनुसूची में संघ और राज्यों की विधायी शक्तियों और कार्यों का स्पष्ट रूप से सीमांकन किया गया है। जिन शक्तियों पर संघ और राज्य दोनों कानून बना सकते हैं, वे स्पष्ट रूप से परिभाषित हैं।
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संविधान ने उन विषयों को वर्गीकृत किया है जिनके लिए संविधान की सातवीं अनुसूची से बचने के लिए शक्तियों के विभाजन के लिए विशिष्ट शक्तियों के साथ कर्तव्यों और जिम्मेदारियों का पालन करने के लिए कानून बनाया जा सकता है, जो विधायी शक्तियों के विभाजन का प्रावधान करता है;
- संघ सूची
- राज्य सूची और
- समवर्ती सूची
-
संघ सूची में वे विषय शामिल हैं जिन पर संसद को कानून बनाने और मौजूदा कानूनों को बदलने का विशेष अधिकार है। राज्य सूची में उल्लिखित विषयों पर राज्य विधानमंडल का विशेष अधिकार है। समवर्ती सूची में वर्णित विषयों में संघ और राज्य दोनों कानून बना सकते हैं। संघ और राज्यों के बीच विरोधाभास की स्थिति में, संघ का अधिकार प्रबल होगा। अवशिष्ट शक्ति केंद्र में निहित है।
संशोधन प्रक्रिया और प्रणाली
- भारत के संविधान में संविधान को बदलती परिस्थितियों और जरूरतों के लिए प्रासंगिक बनाने का एक अनूठा प्रावधान है लेकिन मूल संरचना को बदले बिना। अनुच्छेद 368 संविधान के संशोधन से संबंधित है। इस अनुच्छेद के अनुसार, संसद के पास संशोधन प्रक्रिया शुरू करने की सर्वोच्च शक्ति है। संविधान में संशोधन की प्रक्रिया इस प्रकार है:
- संसद इस अनुच्छेद में निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार इस संविधान के किसी भी प्रावधान को जोड़ने, बदलने या निरस्त करने के माध्यम से संविधान में संशोधन कर सकती है।
- इस संविधान का संशोधन संसद के किसी भी सदन में एक विधेयक को पेश करके शुरू किया जा सकता है, और जब विधेयक प्रत्येक सदन में उस सदन की कुल सदस्यता के बहुमत से और कम से कम दो-तिहाई बहुमत से पारित हो जाता है। उस सदन के उपस्थित और मतदान करने वाले सदस्यों में से, इसे राष्ट्रपति के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा जो विधेयक पर अपनी सहमति देंगे।
- विधेयक को प्रत्येक सदन में विशेष बहुमत से पारित किया जाना चाहिए, यानी सदन की कुल सदस्यता के 50 प्रतिशत से अधिक और सदन के उपस्थित और मतदान करने वाले सदस्यों के दो-तिहाई बहुमत से बहुमत से पारित होना चाहिए।
राज्य विधानसभाओं की सहमति
- प्रत्येक सदन को अलग से विधेयक पारित करना होगा। दोनों सदनों के बीच असहमति की स्थिति में, संशोधन से संबंधित मुद्दों पर दोनों सदनों की संयुक्त बैठक आयोजित करने का कोई प्रावधान नहीं है। यदि विधेयक संविधान के संघीय प्रावधानों में संशोधन करने का प्रयास करता है, तो इसे आधे राज्यों के विधानमंडलों द्वारा साधारण बहुमत से, अर्थात् ऐसी विधानसभाओं में उपस्थित और मतदान करने वाले सदस्यों के बहुमत द्वारा भी अनुमोदित किया जाना चाहिए।
- संसद के दोनों सदनों द्वारा विधिवत पारित होने और जहाँ भी आवश्यक हो, राज्य विधानसभाओं द्वारा अनुमोदित होने के बाद, विधेयक को राष्ट्रपति के पास सहमति के लिए भेजा जाता है।
- राष्ट्रपति को विधेयक पर अपनी स्वीकृति देनी चाहिए। वह न तो विधेयक पर अपनी सहमति रोक सकता है और न ही संसद के पुनर्विचार के लिए विधेयक को वापस कर सकता है। राष्ट्रपति की सहमति के बाद, विधेयक एक अधिनियम (अर्थात, एक संवैधानिक संशोधन अधिनियम) बन जाता है और संविधान अधिनियम की शर्तों के अनुसार संशोधित होता है।
संशोधन के प्रकार
- संविधान में तीन प्रकार से संशोधन किया जा सकता है:
- साधारण बहुमत से पारित संशोधन
- विशेष बहुमत से पारित संशोधन
- संवैधानिक संशोधन
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इस क्विज में आप राज्यसभा और लोकसभा की शक्तियों और उम्मीदवारी की योग्यताओं के बारे में अपना ज्ञान परीक्षाएँ। जानिए भारतीय संसद के सदनों की महत्वपूर्ण बातें और उनकी भूमिका। यह आपके लिए एक बेहतरीन तरीका है भारतीय राजनीति को समझने का।