भारत में राष्ट्रवाद - अध्याय 2
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भारत में राष्ट्रवाद - अध्याय 2

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@SociableClarinet9859

Questions and Answers

भारत में राष्ट्रवाद के उदय के कारण क्या थे?

औपनिवेशिक विरोध, आर्थिक असमानताएँ, सामाजिक जागरूकता, और सांस्कृतिक पुनर्जागरण।

बंगाल विभाजन और उसके खिलाफ स्वदेशी आंदोलन का वर्णन करें।

बंगाल विभाजन 1905 में हुआ, जो हिंदू और मुसलमानों के बीच भेदभाव को बढ़ावा देने वाला था, इसके खिलाफ स्वदेशी आंदोलन चलाया गया जिसमें देशी उत्पादों के उपयोग और विदेशी वस्त्रों का बहिष्कार किया गया।

गांधीजी के असहयोग आंदोलन के प्रमुख उद्देश्य और परिणाम क्या थे?

असहयोग आंदोलन का उद्देश्य ब्रिटिश शासन के खिलाफ नागरिक असहमति स्थापित करना था। परिणामस्वरूप, लोगों में राजनीति में भागीदारी बढ़ी और स्वतंत्रता संग्राम को गति मिली।

जलियांवाला बाग हत्याकांड का क्या महत्व था?

<p>यह घटना भारतीयों के प्रति ब्रिटिश शासन की अमानवीयता को दर्शाती है और इससे स्वतंत्रता की लहर को तेज किया।</p> Signup and view all the answers

भारत छोड़ो आंदोलन क्यों और कैसे शुरू हुआ?

<p>भारत छोड़ो आंदोलन 1942 में ब्रिटिश शासन के खिलाफ स्वतंत्रता की मांग के लिए प्रारंभ किया गया। इसे गांधीजी ने 'Do or Die' के नारे के साथ प्रेरित किया।</p> Signup and view all the answers

खिलाफत आंदोलन का क्या उद्देश्य था?

<p>खिलाफत आंदोलन की प्रमुख उद्देश्य तुर्की के खिलाफ ब्रिटिश नीतियों का विरोध करना और मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं की रक्षा करना था।</p> Signup and view all the answers

Study Notes

भारत में राष्ट्रवाद के उदय के कारण

  • औपनिवेशिक शासन के प्रति असंतोष: भारतीय जनता में ब्रिटिश शासन के प्रति नाराजगी और आर्थिक शोषण के चलते राष्ट्रवाद का जन्म हुआ।
  • भारतीय बुद्धिजीवियों का योगदान: स्वतंत्रता संग्राम में शिक्षित वर्ग, जैसे कि रवींद्रनाथ ठाकुर और बाल गंगाधर तिलक, ने जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • सांस्कृतिक पुनर्जागरण: भारतीय संस्कृति, भाषा और इतिहास के प्रति जागरूकता ने भारतीय राष्ट्रवाद को बल दिया।

बंगाल विभाजन और स्वदेशी आंदोलन

  • बंगाल विभाजन (1905) का उद्देश्य: ब्रिटिश शासन ने मुस्लिम और हिंदू समुदायों के बीच विभाजन करने के लिए बंगाल को दो हिस्सों में बांट दिया।
  • स्वदेशी आंदोलन: विभाजन के खिलाफ भारतीयों ने स्वदेशी वस्तुओं का समर्थन किया, विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार किया और स्वदेशी उत्पादों को अपनाया।

गांधीजी के असहयोग आंदोलन

  • प्रमुख उद्देश्य: स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए ब्रिटिश शासन के खिलाफ जन जागरूकता लाना और असहयोग का अह्वान करना।
  • परिणाम: इस आंदोलन ने भारतीयों में एकता की भावना को प्रेरित किया और कई नेताओं को जेल में डाल दिया, जिससे जन सैलाब उमड़ा।

जलियांवाला बाग हत्याकांड

  • तारीख: 13 अप्रैल 1919 को हुआ, जब British जनरल डायर ने सशस्त्र बल से निहत्थे लोगों पर गोलियां चलाईं।
  • महत्व: इस घटना ने भारतीयों में गहरी नाराजगी पैदा की और स्वतंत्रता संग्राम के लिए एक निर्णायक मोड़ प्रस्तुत किया।

भारत छोड़ो आंदोलन

  • प्रारंभ: अगस्त 1942 में महात्मा गांधी ने "भारत छोड़ो" का नारा दिया, जो औपनिवेशिक शासन के अंत का उद्देश्य था।
  • प्रभाव: आंदोलन ने भारत के सभी वर्गों को स्वतंत्रता संग्राम में शामिल किया, जिससे ब्रिटिश शासन के खिलाफ व्यापक विरोध हुआ।

खिलाफत आंदोलन

  • उद्देश्य: मुस्लिम समुदाय की धार्मिक भावनाओं की रक्षा के लिए काम किया गया, खासतौर पर तुर्की के खलीफाह के खिलाफ।
  • गांधीजी का सहयोग: इस आंदोलन ने हिन्दू-मुस्लिम एकता का उदाहरण प्रस्तुत किया और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के साथ जुड़ गया।

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Description

इस क्विज़ में हम भारत में राष्ट्रवाद के विकास के विभिन्न पहलुओं का पता लगाएंगे। इसमें बंगाल विभाजन, गांधीजी के असहयोग आंदोलन और जलियांवाला बाग हत्याकांड जैसे महत्वपूर्ण प्रश्न शामिल हैं। यह क्विज़ बोर्ड परीक्षा 2025 के लिए तैयारी में सहायक होगा।

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