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Questions and Answers
भारत में जल निकासी प्रणाली का मुख्य उद्देश्य क्या है?
भारत में जल निकासी प्रणाली का मुख्य उद्देश्य क्या है?
- जल का संरक्षण करना
- जल का निकास करना (correct)
- सिंचाई के लिए पानी प्रदान करना
- नदियों के प्रवाह को नियंत्रित करना
भारत में लगभग 90% भू-भाग का पानी कहाँ जाता है?
भारत में लगभग 90% भू-भाग का पानी कहाँ जाता है?
- हिमालय पर्वत
- बंगाल की खाड़ी (correct)
- समुद्र महासागर
- अरब सागर
नदियों को किस प्रकार से वर्गीकृत किया गया है?
नदियों को किस प्रकार से वर्गीकृत किया गया है?
- नदियों की लंबाई के अनुसार
- भविष्य की और वर्तमान नदियाँ
- हिमालयी और गैर-हिमालयी नदियाँ (correct)
- महानदी और छोटी नदियाँ
कौन सी नदी को पूरातात्त्विक नदी कहा जाता है?
कौन सी नदी को पूरातात्त्विक नदी कहा जाता है?
भारत में जल विभाजन रेखा की दो दिशाएँ क्या हैं?
भारत में जल विभाजन रेखा की दो दिशाएँ क्या हैं?
नदियों के प्रवाह का मुख्य कारण क्या है?
नदियों के प्रवाह का मुख्य कारण क्या है?
शिंधु नदी किस प्रकार की नदी है?
शिंधु नदी किस प्रकार की नदी है?
नदियों के बांधों का मुख्य उद्देश्य क्या है?
नदियों के बांधों का मुख्य उद्देश्य क्या है?
भारत में नदियों का प्रवाह किस दिशा में है?
भारत में नदियों का प्रवाह किस दिशा में है?
नदियों की पहचान के लिए कौन सा तत्व मुख्य है?
नदियों की पहचान के लिए कौन सा तत्व मुख्य है?
नदी घाट के किन तत्वों को विशेषता के रूप में माना जाता है?
नदी घाट के किन तत्वों को विशेषता के रूप में माना जाता है?
प्रायद्वीपीय नदियों का प्रमुख विशेषता क्या है?
प्रायद्वीपीय नदियों का प्रमुख विशेषता क्या है?
गंगा नदी की क्षेत्रीय वितरण में कौन सा राज्य शामिल नहीं है?
गंगा नदी की क्षेत्रीय वितरण में कौन सा राज्य शामिल नहीं है?
सिंधु नदी प्रणाली में कौन सी सहायक नदियाँ शामिल हैं?
सिंधु नदी प्रणाली में कौन सी सहायक नदियाँ शामिल हैं?
ब्रह्मपुत्र नदी प्रणाली की विशेषता क्या है?
ब्रह्मपुत्र नदी प्रणाली की विशेषता क्या है?
गंगा नदी के किनारे पर कौन सी प्रमुख सहायक नदी बहती है?
गंगा नदी के किनारे पर कौन सी प्रमुख सहायक नदी बहती है?
ब्रह्मपुत्र नदी का स्रोत क्या है?
ब्रह्मपुत्र नदी का स्रोत क्या है?
सिंधु नदी प्रणाली का कुल क्षेत्रफल कितना है?
सिंधु नदी प्रणाली का कुल क्षेत्रफल कितना है?
गंगा नदी का कुल लंबाई कितनी है?
गंगा नदी का कुल लंबाई कितनी है?
प्रायद्वीपीय नदियों का मुख्य लक्षित स्थल कौन सा है?
प्रायद्वीपीय नदियों का मुख्य लक्षित स्थल कौन सा है?
पश्चिम में बहने वाली नदियाँ किस दिशा में बहकर किस समुद्र में विलय होती हैं?
पश्चिम में बहने वाली नदियाँ किस दिशा में बहकर किस समुद्र में विलय होती हैं?
प्रायद्वीपीय नदियाँ किस प्रकार की जल निकासी का उदाहरण देती हैं?
प्रायद्वीपीय नदियाँ किस प्रकार की जल निकासी का उदाहरण देती हैं?
नदियों के मुहाने और डेल्टा में मुख्य अंतर क्या है?
नदियों के मुहाने और डेल्टा में मुख्य अंतर क्या है?
महानदी किस क्षेत्र से निकलती है?
महानदी किस क्षेत्र से निकलती है?
पश्चिमी घाट में स्थित कावेरी नदी की लंबाई क्या है?
पश्चिमी घाट में स्थित कावेरी नदी की लंबाई क्या है?
भाखड़ा नांगल परियोजना किस नदी पर आधारित है?
भाखड़ा नांगल परियोजना किस नदी पर आधारित है?
किस नदी के बारे में कहा जाता है कि यह 'शुगर नदी' के रूप में भी जानी जाती है?
किस नदी के बारे में कहा जाता है कि यह 'शुगर नदी' के रूप में भी जानी जाती है?
भारत में कुंशचकाल झरना किस राज्य में है?
भारत में कुंशचकाल झरना किस राज्य में है?
भारत में सिचाई के लिए कौन सी नदी सबसे अधिक महत्व रखती है?
भारत में सिचाई के लिए कौन सी नदी सबसे अधिक महत्व रखती है?
भारत में कच्छ के रण में खो जाने वाली नदी कौन सी है?
भारत में कच्छ के रण में खो जाने वाली नदी कौन सी है?
भारत में जल निकासी प्रणाली में दो मुख्य समूह कौन से हैं?
भारत में जल निकासी प्रणाली में दो मुख्य समूह कौन से हैं?
भारत में, अधिकांश जल निकासी का पानी किस दिशा में जाता है?
भारत में, अधिकांश जल निकासी का पानी किस दिशा में जाता है?
शुद्ध नदी कौन सी है, जिसे पूरातात्त्विक नदी के रूप में जाना जाता है?
शुद्ध नदी कौन सी है, जिसे पूरातात्त्विक नदी के रूप में जाना जाता है?
भारत की जल विभाजन रेखा की दिशा क्या है?
भारत की जल विभाजन रेखा की दिशा क्या है?
भारत में सहायक नदियों का एक उदाहरण कौन सा है?
भारत में सहायक नदियों का एक उदाहरण कौन सा है?
नदियों के बांधों का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य क्या होता है?
नदियों के बांधों का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य क्या होता है?
भारत में कितनी प्रमुख नदियाँ पाई जाती हैं?
भारत में कितनी प्रमुख नदियाँ पाई जाती हैं?
हिमालयी नदियों का एक विशेष लक्षण क्या है?
हिमालयी नदियों का एक विशेष लक्षण क्या है?
भारत में कौन सी नदी अरब सागर में जाती है?
भारत में कौन सी नदी अरब सागर में जाती है?
भारत की जल निकासी प्रणाली में कितने प्रमुख ढंग हैं?
भारत की जल निकासी प्रणाली में कितने प्रमुख ढंग हैं?
नदी घाट के कौन से भाग को संगम कहा जाता है?
नदी घाट के कौन से भाग को संगम कहा जाता है?
गंगा की बाईं सहायक नदियों में से कौन सी नहीं है?
गंगा की बाईं सहायक नदियों में से कौन सी नहीं है?
सिंधु नदी प्रणाली की सबसे पश्चिमी नदी कौन सी है?
सिंधु नदी प्रणाली की सबसे पश्चिमी नदी कौन सी है?
ब्रह्मपुत्र नदी को बांग्लादेश में किस नाम से जाना जाता है?
ब्रह्मपुत्र नदी को बांग्लादेश में किस नाम से जाना जाता है?
प्रायद्वीपीय नदियों का मुख्य जल निकासी क्षेत्र कौन सा है?
प्रायद्वीपीय नदियों का मुख्य जल निकासी क्षेत्र कौन सा है?
गंगा नदी का स्रोत कहाँ से होता है?
गंगा नदी का स्रोत कहाँ से होता है?
नदी के मुहाने की क्या विशेषता होती है?
नदी के मुहाने की क्या विशेषता होती है?
कौन सी नदी को 'बिहार का शोक' कहा जाता है?
कौन सी नदी को 'बिहार का शोक' कहा जाता है?
भारत में सबसे लंबी नदी कौन सी है?
भारत में सबसे लंबी नदी कौन सी है?
यमुना नदी का स्रोत कहाँ है?
यमुना नदी का स्रोत कहाँ है?
पश्चिम की ओर बहने वाली नदियाँ किस समुद्र में प्रवेश करती हैं?
पश्चिम की ओर बहने वाली नदियाँ किस समुद्र में प्रवेश करती हैं?
डेल्टा क्या है?
डेल्टा क्या है?
महानदी का स्रोत कहाँ है?
महानदी का स्रोत कहाँ है?
नदियों के जल विभाजन रेखा की दिशा क्या होती है?
नदियों के जल विभाजन रेखा की दिशा क्या होती है?
पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान में मुख्य रूप से किस नदी की योजना कुछ परियोजनाओं के द्वारा की जाती है?
पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान में मुख्य रूप से किस नदी की योजना कुछ परियोजनाओं के द्वारा की जाती है?
प्रायद्वीपीय नदियों की विशेषता क्या होती है?
प्रायद्वीपीय नदियों की विशेषता क्या होती है?
किस नदी को 'शुगर नदी' के रूप में भी जाना जाता है?
किस नदी को 'शुगर नदी' के रूप में भी जाना जाता है?
कौन सी नदी झारखंड और पश्चिम बंगाल में प्रमुख है?
कौन सी नदी झारखंड और पश्चिम बंगाल में प्रमुख है?
लूनी नदी का अंत कहाँ होता है?
लूनी नदी का अंत कहाँ होता है?
भारत में बाढ़ नियंत्रण के लिए कौन सी नदी पर परियोजना लागू की गई है?
भारत में बाढ़ नियंत्रण के लिए कौन सी नदी पर परियोजना लागू की गई है?
भारत में प्रमुख जल विभाजन रेखा की दिशा के अनुसार जल का निकास कैसे होता है?
भारत में प्रमुख जल विभाजन रेखा की दिशा के अनुसार जल का निकास कैसे होता है?
हिमालयी नदियों को किस नाम से जाना जाता है?
हिमालयी नदियों को किस नाम से जाना जाता है?
नदियों को किस प्रकार से प्रमुख रूप से विभाजित किया गया है?
नदियों को किस प्रकार से प्रमुख रूप से विभाजित किया गया है?
भारत की जल निकासी की प्रणाली में कौन सा पहलू अनदेखा किया जा सकता है?
भारत की जल निकासी की प्रणाली में कौन सा पहलू अनदेखा किया जा सकता है?
भारत में छोटी नदियों की विशेषता क्या है?
भारत में छोटी नदियों की विशेषता क्या है?
शुद्ध नदी इस संदर्भ में कैसे परिभाषित की जाती है?
शुद्ध नदी इस संदर्भ में कैसे परिभाषित की जाती है?
भारत की किस नदी को 'बिहार का शोक' कहा जाता है?
भारत की किस नदी को 'बिहार का शोक' कहा जाता है?
भारत में किस नदी के लिए कहा जाता है कि यह हमेशा के लिए एक बनकर बहती है?
भारत में किस नदी के लिए कहा जाता है कि यह हमेशा के लिए एक बनकर बहती है?
किस नदी को तरल सोने के रूप में जाना जाता है?
किस नदी को तरल सोने के रूप में जाना जाता है?
नदी घाट में जल विभाजक क्या है?
नदी घाट में जल विभाजक क्या है?
गंगा नदी की लंबाई कितनी है?
गंगा नदी की लंबाई कितनी है?
नदी के मुहाने की विशेषता क्या है?
नदी के मुहाने की विशेषता क्या है?
सिंधु नदी प्रणाली का कुल क्षेत्रफल क्या है?
सिंधु नदी प्रणाली का कुल क्षेत्रफल क्या है?
गंगा नदी की दाईं सहायक नदी कौन सी है?
गंगा नदी की दाईं सहायक नदी कौन सी है?
महानदी की लंबाई कितनी है?
महानदी की लंबाई कितनी है?
ब्रह्मपुत्र नदी का स्रोत क्या है?
ब्रह्मपुत्र नदी का स्रोत क्या है?
ब्रह्मपुत्र नदी कितनी लंबी है?
ब्रह्मपुत्र नदी कितनी लंबी है?
कौन सी नदियाँ डेल्टा बनाती हैं?
कौन सी नदियाँ डेल्टा बनाती हैं?
प्रायद्वीपीय नदियों का प्रमुख विशेषता क्या है?
प्रायद्वीपीय नदियों का प्रमुख विशेषता क्या है?
किस नदी की सहायक नदियों में मंशजरा शामिल है?
किस नदी की सहायक नदियों में मंशजरा शामिल है?
कौन सी नदी अरब सागर में विलीन होती है?
कौन सी नदी अरब सागर में विलीन होती है?
गंगा नदी की सबसे लंबी सहायक नदी कौन सी है?
गंगा नदी की सबसे लंबी सहायक नदी कौन सी है?
गंगा के किनारे पर कौन सी प्रमुख सहायक नदी बहती है?
गंगा के किनारे पर कौन सी प्रमुख सहायक नदी बहती है?
भाखड़ा नांगल परियोजना किन राज्यों को लाभ पहुंचाती है?
भाखड़ा नांगल परियोजना किन राज्यों को लाभ पहुंचाती है?
लक्खी झरनों में से कौन सा झरना कर्नाटक में स्थित है?
लक्खी झरनों में से कौन सा झरना कर्नाटक में स्थित है?
करेमाज नदी को किन दो नदियों के साथ मिलकर गंगा का संगम कहा जाता है?
करेमाज नदी को किन दो नदियों के साथ मिलकर गंगा का संगम कहा जाता है?
कौन सी नदी को 'सिर्फ लुनी' के नाम से जाना जाता है?
कौन सी नदी को 'सिर्फ लुनी' के नाम से जाना जाता है?
किस नदी को 'शुगर नदी' के रूप में जाना जाता है?
किस नदी को 'शुगर नदी' के रूप में जाना जाता है?
भारत में जल निकासी प्रणाली को दो प्रमुख समूहों में कैसे वर्गीकृत किया गया है?
भारत में जल निकासी प्रणाली को दो प्रमुख समूहों में कैसे वर्गीकृत किया गया है?
भारत की जल विभाजन रेखा के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में कितना प्रतिशत पानी निकासी होती है?
भारत की जल विभाजन रेखा के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में कितना प्रतिशत पानी निकासी होती है?
नदियों को 'पूरातात्त्विक' नदी के रूप में क्या कहा जाता है?
नदियों को 'पूरातात्त्विक' नदी के रूप में क्या कहा जाता है?
नदियों के बांधों का एक प्रमुख उद्देश्य क्या होता है?
नदियों के बांधों का एक प्रमुख उद्देश्य क्या होता है?
भारतीय नदी प्रणाली में कितने प्रकार की नदियाँ हैं?
भारतीय नदी प्रणाली में कितने प्रकार की नदियाँ हैं?
भारत के किस भाग से निकली नदियाँ पश्चिम में बहकर अरब सागर में मिलती हैं?
भारत के किस भाग से निकली नदियाँ पश्चिम में बहकर अरब सागर में मिलती हैं?
कौन सी नदी को 'बिहार का शोक' कहा जाता है?
कौन सी नदी को 'बिहार का शोक' कहा जाता है?
भारतीय नदी प्रणाली में सबसे बड़ी सहायक नदी कौन सी है?
भारतीय नदी प्रणाली में सबसे बड़ी सहायक नदी कौन सी है?
भारत की जल निकासी प्रणाली में सूखे के समय नदियों का प्रवाह किस दिशा में होता है?
भारत की जल निकासी प्रणाली में सूखे के समय नदियों का प्रवाह किस दिशा में होता है?
भारतीय नदी प्रणाली में किन मुख्य नदियों को अति महत्वपूर्ण माना जाता है?
भारतीय नदी प्रणाली में किन मुख्य नदियों को अति महत्वपूर्ण माना जाता है?
कौन सी नदी पश्चिम की ओर बहकर अरब सागर में मिलती है?
कौन सी नदी पश्चिम की ओर बहकर अरब सागर में मिलती है?
डेल्टा क्या गठन होता है?
डेल्टा क्या गठन होता है?
नदियों के मोड़ बनाने की प्रवृत्ति किस प्रकार की होती है?
नदियों के मोड़ बनाने की प्रवृत्ति किस प्रकार की होती है?
कौन सी नदी 'शुगर नदी' के नाम से भी जानी जाती है?
कौन सी नदी 'शुगर नदी' के नाम से भी जानी जाती है?
नदियों के मुहाने बनाते समय कौन सी प्रक्रिया शामिल होती है?
नदियों के मुहाने बनाते समय कौन सी प्रक्रिया शामिल होती है?
कौन सी नदी भारत के मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, और गुजरात से होकर बहती है?
कौन सी नदी भारत के मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, और गुजरात से होकर बहती है?
कौन सी प्रमुख नदी नीचे सूची में से नहीं है?
कौन सी प्रमुख नदी नीचे सूची में से नहीं है?
किस नदी का एक प्रसिद्ध झरना धौंधर है?
किस नदी का एक प्रसिद्ध झरना धौंधर है?
भारत में 'ताप्ती' नदी का स्रोत कहाँ है?
भारत में 'ताप्ती' नदी का स्रोत कहाँ है?
कौन सी नदी अपने क्षेत्र में सबसे लंबी नदी मानी जाती है?
कौन सी नदी अपने क्षेत्र में सबसे लंबी नदी मानी जाती है?
सिंधु नदी की प्रमुख सहायक नदियाँ कौन सी हैं?
सिंधु नदी की प्रमुख सहायक नदियाँ कौन सी हैं?
गंगा नदी की कुल लंबाई कितनी है?
गंगा नदी की कुल लंबाई कितनी है?
ब्रह्मपुत्र नदी किस देश में सबसे बड़े क्षेत्र का निर्माण करती है?
ब्रह्मपुत्र नदी किस देश में सबसे बड़े क्षेत्र का निर्माण करती है?
गंगा की दाहिनी सहायक नदियाँ कौन सी हैं?
गंगा की दाहिनी सहायक नदियाँ कौन सी हैं?
सिंधु नदी प्रणाली का क्षेत्रफल कितना है?
सिंधु नदी प्रणाली का क्षेत्रफल कितना है?
गंगा नदी का स्रोत कहाँ से है?
गंगा नदी का स्रोत कहाँ से है?
प्रायद्वीपीय नदियों की विशेषता क्या है?
प्रायद्वीपीय नदियों की विशेषता क्या है?
ब्रह्मपुत्र का स्रोत क्या है?
ब्रह्मपुत्र का स्रोत क्या है?
कौन सी नदी को 'बिहार का शोक' कहा जाता है?
कौन सी नदी को 'बिहार का शोक' कहा जाता है?
नदी क्षेत्रों को तीन भागों में कैसे वर्गीकृत किया गया है?
नदी क्षेत्रों को तीन भागों में कैसे वर्गीकृत किया गया है?
भारत की जल निकासी प्रणाली में नदियों को किस प्रकार से वर्गीकृत किया गया है?
भारत की जल निकासी प्रणाली में नदियों को किस प्रकार से वर्गीकृत किया गया है?
भारत में 90% जल निकासी का पानी किसमें जाता है?
भारत में 90% जल निकासी का पानी किसमें जाता है?
कौन सी नदियाँ पूरातात्त्विक नदी के रूप में जानी जाती हैं?
कौन सी नदियाँ पूरातात्त्विक नदी के रूप में जानी जाती हैं?
भारत की जल विभाजन रेखा की क्या विशेषता है?
भारत की जल विभाजन रेखा की क्या विशेषता है?
हिमालयी नदियों की एक विशिष्टता क्या है?
हिमालयी नदियों की एक विशिष्टता क्या है?
भारत में जल निकासी प्रणाली की कितनी प्रकार की महत्वपूर्ण नदियाँ हैं?
भारत में जल निकासी प्रणाली की कितनी प्रकार की महत्वपूर्ण नदियाँ हैं?
प्रायद्वीपीय नदियों का मुख्य विशेषता क्या है?
प्रायद्वीपीय नदियों का मुख्य विशेषता क्या है?
भारत में किस नदी का उल्लेख 'शुगर नदी' के रूप में किया जाता है?
भारत में किस नदी का उल्लेख 'शुगर नदी' के रूप में किया जाता है?
भारत की जल निकासी प्रणाली में नदी परियोजनाओं का कितनी ज़रूरत होती है?
भारत की जल निकासी प्रणाली में नदी परियोजनाओं का कितनी ज़रूरत होती है?
नदियों की प्रमुख भूमिका क्या होती है?
नदियों की प्रमुख भूमिका क्या होती है?
सिंधु नदी प्रणाली में कौन सी सहायक नदी जम्मू और कश्मीर से जुड़ती है?
सिंधु नदी प्रणाली में कौन सी सहायक नदी जम्मू और कश्मीर से जुड़ती है?
गंगा नदी का सूत्र कहाँ से होता है?
गंगा नदी का सूत्र कहाँ से होता है?
ब्रह्मपुत्र नदी के नाम क्या है जब यह बांग्लादेश में बहती है?
ब्रह्मपुत्र नदी के नाम क्या है जब यह बांग्लादेश में बहती है?
गंगा की दाहिनी सहायक नदी में से कौन सी है?
गंगा की दाहिनी सहायक नदी में से कौन सी है?
सिंधु नदी प्रणाली की कुल क्षेत्रफल कितनी है?
सिंधु नदी प्रणाली की कुल क्षेत्रफल कितनी है?
गंगा नदी की कुल लंबाई क्या है?
गंगा नदी की कुल लंबाई क्या है?
नदी संगम का क्या अर्थ है?
नदी संगम का क्या अर्थ है?
गंगा नदी की बाईं सहायक नदी में से कौन सी नहीं है?
गंगा नदी की बाईं सहायक नदी में से कौन सी नहीं है?
नदियों के डेल्टा बनाने वाली नदियों का मुख्य उद्देश्य क्या है?
नदियों के डेल्टा बनाने वाली नदियों का मुख्य उद्देश्य क्या है?
नदी के मुहाने को किस रूप में जाना जाता है?
नदी के मुहाने को किस रूप में जाना जाता है?
पश्चिम में बहने वाली नदियाँ किस दिशा में बहती हैं?
पश्चिम में बहने वाली नदियाँ किस दिशा में बहती हैं?
जिस प्रकार की नदियाँ डेल्टा बनाती हैं, उन्हें किस प्रकार की नदियाँ कहा जाता है?
जिस प्रकार की नदियाँ डेल्टा बनाती हैं, उन्हें किस प्रकार की नदियाँ कहा जाता है?
महानदी का स्रोत कहाँ से है?
महानदी का स्रोत कहाँ से है?
डेल्टा के निर्माण के लिए कौन सा पदार्थ मुख्य रूप से आवश्यक है?
डेल्टा के निर्माण के लिए कौन सा पदार्थ मुख्य रूप से आवश्यक है?
किस नदी का निकास खंबात की खाड़ी में होता है?
किस नदी का निकास खंबात की खाड़ी में होता है?
प्रायद्वीपीय नदियों की प्रमुख विशेषता क्या है?
प्रायद्वीपीय नदियों की प्रमुख विशेषता क्या है?
कौन सी नदी साबरमती की सहायक नदियाँ में शामिल नहीं है?
कौन सी नदी साबरमती की सहायक नदियाँ में शामिल नहीं है?
कौन सी नदी को 'शुगर नदी' के रूप में भी जाना जाता है?
कौन सी नदी को 'शुगर नदी' के रूप में भी जाना जाता है?
कौन सी नदी उत्तरी भारत में बहती है और बाढ़ नियंत्रण के लिए प्रसिद्ध है?
कौन सी नदी उत्तरी भारत में बहती है और बाढ़ नियंत्रण के लिए प्रसिद्ध है?
कौन सा राज्य नमादा नदी से जल स्थायी परियोजनाओं का लाभ उठाता है?
कौन सा राज्य नमादा नदी से जल स्थायी परियोजनाओं का लाभ उठाता है?
Study Notes
भारत की जल निकासी प्रणाली
- भारत की मुख्य जल विभाजक रेखा दो दिशाओं में पानी निकालती है।
- 90% भूमि का पानी बंगाल की खाड़ी में और बाकी का पानी अरब सागर में जाता है।
- हिमालय के निर्माण से पहले उत्पन्न हुई नदियाँ पूर्ववर्ती नदी कहलाती हैं जैसे - सिंधु, ब्रह्मपुत्र और सतलज।
- भारत में सैकड़ों बड़ी और छोटी नदियाँ हैं जो देश की लम्बाई और चौड़ाई में बहती हैं।
- भारत में नदियों को दो मुख्य समूहों में विभाजित किया जा सकता है:
- हिमालयी नदियाँ
- प्रायद्वीपीय नदियाँ
नदी घाट
- एक नदी घाट एक नदी और उसकी सहायक नदियों द्वारा सूखा हुआ भूमि का क्षेत्र है।
- नदी घाटों की विशिष्ट विशेषताएं हैं:
- सहायक नदियाँ (छोटी नदियाँ एक बड़ी नदी में मिलती हैं)
- जल विभाजक (नदी घाट के आसपास का क्षेत्र)
- संगम (जहां एक नदी दूसरी नदी में मिलती है)
- स्रोत (एक नदी का प्रारंभिक बिंदु)
- मुहाना (जहां एक नदी एक झील, समुद्र या महासागर से मिलती है)
नदी घाटों का वर्गीकरण
- नदी घाटों को तीन भागों में विभाजित किया गया है:
- प्रमुख (20,000 वर्ग किलोमीटर से अधिक का जलग्रहण क्षेत्र)
- मध्यम (2,000 और 20,000 वर्ग किलोमीटर के बीच का जलग्रहण क्षेत्र)
- लघु (2,000 वर्ग किलोमीटर से कम का जलग्रहण क्षेत्र)
हिमालयी नदियाँ
- हिमालयी नदी प्रणाली को तीन प्रमुख नदी प्रणालियों में विभाजित किया गया है:
- सिंधु नदी प्रणाली
- गंगा नदी प्रणाली
- ब्रह्मपुत्र नदी प्रणाली
सिंधु नदी प्रणाली
- सिंधु, जिसे सिंधु के रूप में भी जाना जाता है, भारत में हिमालय की नदियों में सबसे पश्चिमी है।
- यह विश्व के सबसे बड़े नदी घाटों में से एक है, जिसका क्षेत्रफल 11,65,000 वर्ग किलोमीटर (भारत में 3,21,289 वर्ग किलोमीटर) और कुल लंबाई 2880 किलोमीटर (भारत में 1,114 किलोमीटर) है।
- यह मानसरोवर झील के दक्षिण में बोकारू चू के दर्रे से निकलती है।
- तिब्बत में, इसे सिंगी खाम या शेर के मुंह के रूप में जाना जाता है।
- जम्मू और कश्मीर में इसकी हिमालयी सहायक नदियाँ ज़स्कर, द्रास, गताांग, श्योक, शशगर, नुब्रा, वगलवगट आदि हैं।
- इसकी सबसे महत्वपूर्ण सहायक नदियाँ हैं झेलम, शचनाब, रािी, ब्यास और सतलज, जो विभिन्न स्थानों पर सिंधु से जुड़ती हैं।
- 1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु जल संधि के अनुसार, भारत सिंधु, झेलम और शचनाब के कुल निपाहन का केवल 20% उपयोग कर सकता है।
गंगा नदी प्रणाली
- गंगा प्रणाली भारत में दूसरी प्रमुख जल निकासी प्रणाली है।
- यह उत्तराखंड में गौमुख (3900 मीटर) के दक्षिण में गंगोत्री हिमनद से निकलती है।
- यहां, इसे भागीरथी के रूप में जाना जाता है, अलकनंदा से मिलती है, इसके बाद, इसे गंगा के रूप में जाना जाता है।
- अलकनंदा में धौली और विष्णु गंगा जोशीमठ या विष्णु प्रयाग में मिलते हैं।
- अलकनंदा की अन्य सहायक नदियाँ जैसे नंदप्रिय गंगा इसे कर्ण प्रयाग में मिलती है, जबनक मंदाकिनी या काली गंगा इसे रुद्र प्रयाग में मिलती है।
- यह 2525 किलोमीटर लंबी है, जिसमें 1450 किलोमीटर उत्तराखंड और U.P में, 445 किलोमीटर बिहार में और पश्चिम बंगाल में 520 किलोमीटर लंबी है।
- गंगा की बायीं सहायक नदी काली या शारदा, गंडक, कोसी, महानदी हैं।
- गंगा की दाहिनी सहायक नदी यमुना और सोन हैं।
- यमुना इलाहाबाद (प्रयागराज) में गंगा में मिलती है।
- कोसी को बिहार का शोक कहा जाता है जबनक दामोदर को बंगाल का शोक कहा जाता है क्योंकि ये क्षेत्रों में बाढ़ का कारण बनती हैं।
ब्रह्मपुत्र नदी प्रणाली
- यह दुनिया की सबसे बड़ी नदियों में से एक है।
- इसे तिब्बत में त्ांगपो, अरुणाचल प्रदेश में ददहांग या शसयांग, असम में ब्रह्मपुत्र और बांग्लादेश में जमुना के नाम से जाना जाता है।
- ब्रह्मपुत्र सबसे बड़े नदी द्वीपों का निर्माण करता है माजुली दुनिया में सबसे बड़ा नदी द्वीप है।
- गंगा और ब्रह्मपुत्र की संयुक्त धारा, दुनिया में सबसे बड़ा डेल्टा बनाती है, सुंदरबन, 58752 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को सम्मिलित करती है।
- इसका प्रमुख दहस्सा बांग्लादेश में है।
- ब्रह्मपुत्र भारत में आयतन के दहसाब से सबसे बड़ी नदी है, जबनक लंबाई वाली गंगा है भारत में सबसे लंबी।
प्रायद्वीपीय नदियाँ
-
प्रायद्वीपीय नदी प्रणाली को दो समूहों में विभाजित किया जा सकता है:
- पूर्व में बहने वाली नदियाँ:
- ये नदियाँ डेल्टा बनाती हैं इसलिए इन्हें डेल्टा बनाने वाली नदियाँ भी कहा जाता है।
- ये नदियाँ बंगाल की खाड़ी में गिरती हैं। ### भारतीय नदी प्रणाली
- पूर्व में बहने वाली नदियाँ:
-
पश्चिम में बहने वाली नदियाँ अरब सागर में बहती हैं और मुहाना बनाती हैं।
-
पूर्व में बहने वाली नदियाँ बंगाल की खाड़ी में बहती हैं और अपने रास्ते में डेल्टा बनाती हैं।
महत्वपूर्ण नदियों का विवरण
- महानदी: दंडकारण्य की उत्तरी ढलान से निकलती है, लंबाई 857 किलोमीटर, सहायक नदियाँ: सियौनाथ, हसदेव, ईब, मंड, तेल, ओंग, जोंक
- गोदावरी: नाशिक के पास सह्याद्री की उत्तरी ढलान से निकलती है, प्रायद्वीपीय भारत की सबसे लंबी नदी, लंबाई 1465 किलोमीटर, सहायक नदियाँ: पेनगंगा, प्रवरा, वेनगंगा, इंद्रावती, साबारी, मनजरा
- कृष्णा: पश्चिमी घाट में महाबलेश्वर के उत्तर में निकलती है, लंबाई 1400 किलोमीटर, सहायक नदियाँ: भीमा, तुंगभद्रा, घाट प्रभा, माला प्रभा, मूसी, कोयना
- कावेरी: पश्चिमी घाट में ब्रह्मगिरि श्रेणी में उद्गम होता है, लंबाई 800 किलोमीटर, सहायक नदियाँ: हेरोंगी, हेमिती, शेषम्सा, अरकावती, काबानी, भवानी, अमरावती
पश्चिम में बहने वाली नदियाँ
- पश्चिम में बहने वाली नदियाँ अरब सागर में बहती हैं और मुहाना बनाती हैं।
- साबरमती: मेवाड़ अरावली श्रेणी में निकलती है, लंबाई 371 किलोमीटर, खंभात की खाड़ी में बहती है, सहायक नदियाँ: माथमती, सैढी और वकुल
- माही: विंध्य श्रेणी से निकलती है, लंबाई 583 किलोमीटर, मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात में बहती है, सहायक नदियाँ: हिरण, तवा, बंजर, शार, शक्कर
- नर्मदा: अमरकंटक के पठार से निकलती है, लंबाई 1312 किलोमीटर, खंभात की खाड़ी में बहती है, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में बहती है, प्रसिद्ध झरने धौंधर और कपिलधारा इस नदी पर स्थित हैं।
- तापी: सतपुड़ा श्रेणी पर मुलताई के दर्रा से निकलती है, लंबाई 724 किलोमीटर, जुड़वाँ या नर्मदा के परिवार का के रूप में भी जाना जाता है, सहायक नदियाँ: पूणाम, बैतूल, अरुणावती, गंजाल
- लूनी: अरावली से निकलती है, लंबाई 495 किलोमीटर, इसे लवण नदी भी कहा जाता है, अंत में कच्छ के रण के प्रमुख मैदान में खो जाती है
हिमालयी नदियों और प्रायद्वीपीय नदियों में अंतर
- हिमालयी नदियाँ: बड़े घाट और जलग्रहण क्षेत्र, पूरव-पश्चिम जल निकासी, बारहमासी, युवा अवस्था, मोड़ बनाती हैं
- प्रायद्वीपीय नदियाँ: छोटे घाट और जलग्रहण क्षेत्र, अंदरूनी जल निकासी, मौसमी, परिपक्व अवस्था, मोड़ बनाने की थोड़ी गुंजाइश
डेल्टा और मुहाना
- डेल्टा: समुद्र में मिलने पर नदी के मुहाने पर जलोढ़ का त्रिभुजाकार चित्रण, गाद और मिट्टी का अवतरित जमाव एक डेल्टा बनाता है, बेहद उपजाऊ भूमि
- मुहाना: नदी का फन के आकार का मुंह, उच्च ज्वारीय धाराएं एक मुहाना बनाती हैं, ज्वारीय तरंगें गाद को बाहर निकालती हैं और मुहाना बनता है, पथ प्रदर्शन के लिए उपयोगी
भारत के महत्वपूर्ण झरने
- कुंचिकाल: 455 मीटर, गिरिजा नदी, कर्नाटक
- जोग/गेरसोप्पा: 260 मीटर, शरावती नदी, कर्नाटक
- रकीम कुंड: 168 मीटर, गायघाट नदी, बिहार
- चाचई: 127 मीटर, बीहड नदी, मध्य प्रदेश
- केओती: 98 मीटर, महानदी (महोना), मध्य प्रदेश
- शिवसमुद्रम: 90 मीटर, कावेरी नदी, कर्नाटक
नदियों पर स्थित महत्वपूर्ण भारतीय शहर
- जमशेदपुर: सुवर्णरेखा नदी
- अहमदाबाद: साबरमती नदी
- दिल्ली: यमुना नदी
- पटना: गंगा नदी
- कानपुर: गंगा नदी
- कोटा: चंबल नदी
- सूरत: ताप्ती नदी
- फिरोजपुर: सतलुज नदी
- इलाहाबाद (प्रयागराज): गंगा और यमुना के संगम पर
- उज्जैन: लक्षप्रा नदी
- वाराणसी: गंगा नदी
- गुवाहाटी: ब्रह्मपुत्र नदी
- हरिद्वार: गंगा नदी
- कोलकाता: हुगली नदी
- कटक: महानदी
- लुधियाना: सतलुज नदी
- हैदराबाद: मूसी नदी
- नासिक: गोदावरी नदी
- अयोध्या: सरयू नदी
- लखनऊ: गोमती नदी
महत्वपूर्ण नदी परियोजनाएं और उनके लाभार्थी राज्य
- भाखड़ा नांगल परियोजना: सतलुज नदी, बिजली और सिंचाई, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान
- दामोदर घाटी परियोजना: दामोदर नदी, बिजली, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण, झारखंड और पश्चिम बंगाल
- हीराकुंड परियोजना: महानदी, बिजली और सिंचाई, ओडिशा
- तुंगभद्रा परियोजना: तुंगभद्रा नदी, बिजली और सिंचाई, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक
- नागार्जुनसागर परियोजना: कृष्णा नदी, बिजली और सिंचाई, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना
- गंडक नदी परियोजना: गंडक नदी, बिजली और सिंचाई, बिहार, उत्तर प्रदेश, नेपाल (भारत और नेपाल का संयुक्त उपक्रम)
- कोसी परियोजना: कोसी नदी, बाढ़ नियंत्रण, बिजली और सिंचाई, बिहार और नेपाल
- फरक्का परियोजना: गंगा, भागीरथी, बिजली, सिंचाई, भट्ठा संचय से बचें, पश्चिम बंगाल
- ब्यास परियोजना: ब्यास नदी, पथ प्रदर्शन, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब , हिमाचल प्रदेश
- इंदिरा गांधी नहर परियोजना (राजस्थान नहर परियोजना): सतलुज, ब्यास और राबी नदियों से, बिजली और सिंचाई, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा
- चंबल परियोजना: चंबल नदी, सिंचाई, मध्य प्रदेश और राजस्थान
- काकरापारा परियोजना: ताप्ती नदी, सिंचाई, गुजरात
- उकाई परियोजना: ताप्ती नदी, बिजली और सिंचाई, गुजरात
- तिस परियोजना: तिस (नर्मदा) नदी, सिंचाई, मध्य प्रदेश
- पूचमपाद परियोजना: गोदावरी नदी, सिंचाई, तेलंगाना
- माला प्रभा परियोजना: माला प्रभा नदी, सिंचाई, कर्नाटक
- दुगापुर परियोजना: दामोदर नदी, सिंचाई और नौसंचालन, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और झारखंड
- महानदी डेल्टा परियोजना: महानदी, सिंचाई, ओडिशा
- इडुक्की परियोजना: पेरियार नदी, पन बिजली , केरल
- रामगंगा बहुउद्देशीय परियोजना: कलई के दर्रा से चूई सोत धारा, बिजली और सिंचाई, उत्तराखंड
- माता टीला परियोजना: बेतिया नदी, बहुउद्देशीय बिजली और सिंचाई, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश
- नटहरी बांध परियोजना: दंभलागना, भागीरथी नदी, पन बिजली, उत्तराखंड
- रिहंद परियोजना: रिहंद नदी, पन बिजली, उत्तर प्रदेश
- कुंडाह परियोजना: कुन्डा नदी, पन बिजली और सिंचाई, तमिलनाडु
- मंडी परियोजना: व्यास नदी, सिंचाई, हिमाचल प्रदेश
- शिवसमुद्रम परियोजना: कावेरी नदी, सिंचाई, कर्नाटक
- टाटा हाइडल परियोजना: भीमा नदी, पन बिजली, महाराष्ट्र
- माही परियोजना: माही नदी, सिंचाई गुजरात
- थाईन परियोजना: राबी नदी, सिंचाई, पंजाब
सिंचाई प्रणाली
- सिंचाई के ललए पानी के स्रोत: भूजल, सतही जल, औद्योगिक प्रदूषण-जल, नगरपालिका जल आपूर्वति
- सतही जल स्रोत: बहते पानी, संग्रहीत जल
- बहते पानी के उदाहरण: जलधाराएँ, नहरें, नाले
- संग्रहीत जल के उदाहरण: जलाशय, तालाब, झीलें
- भूजल: कुएं, झरने
- ग्रे पानी: जल निकासी, कपड़े धोने का पानी, नहाने का पानी
- भारत में सिंचाई के स्रोत: नदियों, नहरों, तालाबों, कुओं, झीलों, वर्षा जल संचय, भूमिगत जल आदि
### भारतीय नदी व्यवस्था
- भारत की जल विभाजन रेखा पानी को दो ददशाओ ं में बहाती है।
- लगभग 90% पानी बंगाल की खाडी में और शेष अरब सागर में जाता है।
- हिमालय के बनने से पहले उत्पन्न नददयों को पौराणिक नददयों के रूप में जाना जाता है जैसे शसिं धु, ब्रह्मपुत्र और सतलज।
- भारत में सैकड़ों बडी और छोटी नददयों का जाल बिछा हुआ है।
- बेहतर समझ के लिए नददयों को दो प्रमुख समूहों में विभाजित किया गया है: हिमालयी नददयााँ और प्रायद्वीपीय नददयााँ।
### नदी घाट
- नदी घाट नदी और इसकी सहायक नददयों द्वारा सूखा हुआ भूवम है।
- नदी घाट की प्रमुख विशेषताएं: सहायक नददयों, जल विभाजक, संगम, स्रोत और मुहाना।
- नदी घाट तीन भागों में विभाजित होते हैं: प्रमुख, मध्यम और लघु।
### हिमालयी नदी
- हिमालयी नदी प्रणाली तीन प्रमुख नदी प्रणाललयों में विभाजित है: शसिं धु नदी प्रणाली, गंगा नदी प्रणाली और ब्रह्मपुत्र नदी प्रणाली।
### शसिं धु नदी प्रणाली
- शसिं धु नदी, जिसे शसिं धु भी कहा जाता है, भारत में हिमालयी नददयों में सबसे पश्चिमी है।
- यह विश्व का सबसे बड़ा नदी घाटों में से एक है, जिसका क्षेत्रफल 11,65,000 िगा नकमी (भारत में 3,21,289 िगा नकमी) है और कुल लंबाई 2880 नकमी (भारत में 1,114 नकमी) है।
- शसिं धु मानसरोिर झील के दराा वतब्बती क्षेत्र में बोकार चू के एक दहमनद से ननकलती है।
- वतब्बत में, इसे शसिं गी खाम बन या शेर के मुंह के रूप में जाना जाता है।
- शसिं धु की हिमालय की सहायक नददयााँ ज़स्कर, द्रास, गताांग, श्योक, शशगर, नुब्रा, वगलवगट हैं।
- शसिं धु की महत्वपूर्ण सहायक नददयााँ झेलम, शचनाब, रािी, ब्यास और सतलज हैं।
- 1960 में शसिं धु जल संशध के अनुसार, भारत शसिं धु, झेलम और शचनाब के कुल ननिाहन का केवल 20% उपयोग कर सकता है।
### गंगा नदी प्रणाली
- गंगा प्रणाली भारत की दूसरी प्रमुख जल ननकासी प्रणाली है।
- यह उत्तराखंड में गौमुख (3900 मीटर) के दराा गंगोत्री दहमनद से ननकलती है।
- यह शुरुआत में भागीरथी के रूप में जानी जाती है, बाद में अलकनंदा से वमलती है और फिर गंगा के रूप में जानी जाती है।
- अलकनंदा में धौली और विष्णु गंगा जोशीमठ या विष्णु प्रयाग में वमलते हैं।
- अलकनंदा की अन्य सहायक नददयााँ नक दपिं डर (कणा प्रयाग में वमलती है), मंदानकनी या काली गंगा (रुद्र प्रयाग में वमलती है)।
- गंगा 2525 नकमी लंबी है, जिसमें 1450 नकमी उत्तराखंड और U.P. में, 445 नकमी वबहार में और पश्चिम बंगाल में 520 नकमी लंबी है।
- गंगा की बायीं सहायक नददयााँ: काली या शारदा, गंडक, कोसी, महानदी।
- गंगा की दादहनी सहायक नददयााँ: यमुना और सोन।
- यमुना इलाहाबाद (प्रयागराज) में गंगा में वमलती है।
- कोसी को वबहार का शोक और दामोदर को बंगाल का शोक कहा जाता है क्योंकि ये बाढ़ का कारण बनती हैं।
### ब्रह्मपुत्र नदी प्रणाली
- यह दुनिया की सबसे बड़ी नददयों में से एक है।
- इसे वतब्बत में त्ांगपो, अरुणाचल प्रदेश में ददहांग या शसयांग, असम में ब्रह्मपुत्र और बांग्लादेश में जमुना के नाम से जाना जाता है।
- ब्रह्मपुत्र सबसे बड़े नदी द्वीपों का ननमााण करता है, माजुली दुनिया का सबसे बड़ा नदी द्वीप है।
- गंगा और ब्रह्मपुत्र की संयुक्त धारा दुनिया का सबसे बड़ा डेल्टा बनाती है, सुद ं रिन, 58752 िगा नकलोमीटर के क्षेत्र को सम्मम्मललत करती है।
- इसका प्रमुख दहस्सा बांग्लादेश में है।
- आयतन के आधार पर ब्रह्मपुत्र भारत की सबसे बड़ी नदी है, जबकि लंबाई के आधार पर गंगा भारत की सबसे लंबी नदी है।
### प्रायद्वीपीय नदी
- प्रायद्वीपीय नदी प्रणाली को दो समूहों में विभाजित किया जा सकता है: पूिा में बहने िाली नददयााँ और पश्चिमी बहने िाली नददयााँ।
- पूिा में बहने िाली नददयााँ डेल्टा बनाती हैं और इन्हें इसलिए डेल्टा बनाने िाली नददयााँ भी कहा जाता है।
- ये नददयााँ बंगाल की खाडी में वगरती हैं.
भारत की नदी प्रणाली
- भारत में पश्चिम की ओर बहने वाली नदियाँ अरब सागर में मिलती हैं और मुहाना बनाती हैं।
- पूर्व की ओर बहने वाली नदियाँ बंगाल की खाड़ी में मिलती हैं और डेल्टा बनाती हैं।
महानदी
- महानदी दंडकमाया की उत्तर तलहटी में निकलती है।
- इसकी लंबाई 857 किलोमीटर है।
- महानदी की सहायक नदियाँ: शसयोनाथ, हसदेि, ईब, मंड, तेल, ओ ंग, जोंक
गोदावरी
- गोदावरी नदी नाशसक के दराा उत्तर सह्याद्री की त्रयम्बक पठार से निकलती है।
- यह प्रायद्वीपीय भारत की सबसे लंबी नदी है।
- इसकी लंबाई 1465 किलोमीटर है।
- गोदावरी की सहायक नदियाँ: पेनगंगा, िधाा, िैनगंगा, इं द्रािती, साबारी, मंशजरा
कृष्णा
- कृष्णा पश्चिमी घाट में महाबलेश्वर के उत्तर में निकलती है।
- इसकी लंबाई 1400 किलोमीटर है।
- कृष्णा की सहायक नदियाँ: भीम, तुंगभद्रा, घाट प्रभा, मालप्र्भा, मूसी, कोयना
कावेरी
- कावेरी पश्चिमी घाट में ब्रह्मवगरर श्रेणी में उदय होती है।
- इसकी लंबाई 800 किलोमीटर है।
- कावेरी की सहायक नदियाँ: हेरोंगी, हेमिती, शशम्सा, अरकािती, काबानी, भिानी, अमरािती
पश्चिम बहने वाली नदियाँ
- पश्चिम बहने वाली नदियाँ अरब सागर में मिलती हैं और मुहाना बनाती हैं।
साबरमती
- साबरमती नदी मेिाड अरािली श्रेणी में निकलती है।
- इसकी लंबाई 371 किलोमीटर है।
- साबरमती खंबात की खाड़ी में मिलती है।
- इसकी सहायक नदियाँ िाथमती, सेढी, वकुल हैं।
माही
- माही नदी वििं ध्य श्रेणी से निकलती है।
- इसकी लंबाई 583 किलोमीटर है।
- यह मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात में बहती है।
- माही की सहायक नदियाँ: हिरन, तवा, बंजर, शार, शक्कर
नर्मदा
- नर्मदा अमरकंटक के पठार से निकलती है।
- इसकी लंबाई 1312 किलोमीटर है।
- नर्मदा खंबात की खाड़ी में मिलती है।
- यह मध्य प्रदेश, मिाराष्ट्र और गुजरात से होकर बहती है।
- नर्मदा पर प्रसिद्ध झरने धौंधर और कहपलधारा स्थित हैं।
- नर्मदा की सहायक नदियाँ: बुरिनेर
तापी
- तापी सतपुडा श्रेणी पर मुलताई के दराा से निकलती है।
- इसकी लंबाई 724 किलोमीटर है।
- तापी को जुडवां या नममदा के पररिाररका के रूप में भी जाना जाता है।
- तापी की सहायक नदियाँ: पूणाम, बैतूल, अरुणावती, गंजाल
लूनी
- लूनी अरािली से निकलती है।
- इसकी लंबाई 495 किलोमीटर है।
- लूनी को लबण नदी भी कहा जाता है।
- लूनी अंत में कच्छ के रण के प्रमुख मैदान में खो जाती है।
हिमालय नदी प्रणाली बनाम प्रायद्वीपीय नदी प्रणाली
- हिमालय नदियाँ: बड़े घाट, बड़े जलग्रहण क्षेत्र, पूिापद जल ननकासी, बारहमासी, अपने युिा अिस्था
- प्रायद्वीपीय नदियाँ: छोटे घाट, छोटे जलग्रहण क्षेत्र, अनुित्ती जल ननकासी, मौसमी, पररपक्वता अिस्था
डेल्टा
- डेल्टा समुद्र में मिलने पर नदी के मुहाने पर जलोढ़ का दत्रभुजाकार शचत्रण है।
- गाद और वमट्टी का अवतररक्त जमाि एक डेल्टा बनाता है।
- यह अशधक उपजाऊ भूवम है।
मुहाना
- मुहाना नदी का फन के आकार का मुंह है।
- उच्च ज्वारीय दियाएं एक मुहाना बनाती हैं।
- ज्वारीय तरंगें गाद को बाहर ननकालती हैं और एक मुहाना बनता है।
- मुहाना पथ प्रदशान के ललए उपयोगी है।
भारत में महत्वपूर्ण झरने
- झरना, ऊंचाई (मी), नदी, राज्य
- कुंशचकाल, 455 मी, िरणी, कनााटक
- जोग/गेरसोप्पा, 260 मी, शरािती, कनााटक
- रकीम कुंड, 168 मी, गायघाट, वबहार
- चाचई, 127 मी, बीहड, मध्य प्रदेश
- केओती, 98 मी, महानदी (महोना), मध्य प्रदेश
- शशिसमुद्रम, 90 मी, कािेरी, कनााटक
नदियों पर महत्वपूर्ण भारतीय नगर
- नगर, नदी
- जमशेदपुर, सुिणारख े ा
- अिमदाबाद, साबरमती
- ददल्ली, यमुना
- पटना, गंगा
- कानपुर, गंगा
- कोटा, चंबल
- सूरत, ताप्ती
- जबलपुर, नमादा
- दफरोजपुर, सतलुज
- पंणजी, महानदी
- इलाहाबाद (प्रयागराज), गंगा और यमुना के संगम पर
- उज्जैन, लक्षप्रा
- िाराणसी, गंगा
- गुवािाटी, ब्रह्मपुत्र
- हररद्वार, गंगा
- बद्रीनाथ, अलकनंदा
- लुशधयाना, सतलुज
- िैदराबाद, मूसी
- श्रीनगर, झेलम
- अयोध्या, सरयू
- लखनऊ, गोमती
महत्वपूर्ण नदी पररयोजनाएं
- पररयोजना, नदी, उद्दे श्य, लाभाथी राज्य
- भाखडा नांगल पररयोजना, सतलुज, वबजली और शसिं चाई, पंजाब, दहमाचल प्रदेश, हररयाणा और राजस्थान
- दामोदर घाटी पररयोजना, दामोदर, वबजली, शसिं चाई और बाढ़ ननयंत्रण, झारखंड और पश्चिम बंगाल
- हीराकुंड पररयोजना, महानदी, वबजली और शसिं चाई, ओनडशा
- तुंगभद्रा पररयोजना, तुंगभद्रा, वबजली और शसिं चाई, आं ध्र प्रदेश और कनााटक
- नागाजुानसागर पररयोजना, कृष्णा, वबजली और शसिं चाई, आं ध्र प्रदेश, तेलग ं ाना
- गंडक नदी पररयोजना, गंडक, वबजली और शसिं चाई, वबहार, उत्तर प्रदेश, नेपाल (भारत और नेपाल का संयुक्त उपिम)
- कोसी पररयोजना, कोसी , बाढ़ ननयंत्रण, वबजली और शसिं चाई, वबहार और नेपाल
- फरिा पररयोजना, गंगा, भागीरथी, वबजली, शसिं चाई, सुधार के ललए भट्ठा संचय से बचें, पश्चिम बंगाल
- ब्यास पररयोजना, ब्यास, पथ प्रदशान, राजस्थान, हररयाणा, पंजाब और दहमाचल प्रदेश
- इं ददरा गांधी नहर पररयोजना (राजस्थान नहर पररयोजना), सतलुज, ब्यास और वबजली और शसिं चाई, राजस्थान, पंजाब और हररयाणा
- चंबल पररयोजना, चंबल, शसिं चाई, मध्य प्रदेश और राजस्थान
- काकरापारा पररयोजना, ताप्ती, शसिं चाई, गुजरात
- उकाई पररयोजना, ताप्ती, वबजली और शसिं चाई, गुजरात
- तिा पररयोजना, तिा (नमादा), शसिं चाई, मध्य प्रदेश
- पूचमपाद पररयोजना, गोदािरी, शसिं चाई, तेलंगाना
- मालप्रभा पररयोजना, मालप्रभा, शसिं चाई, कनााटक
- दुगाापुर पररयोजना, दामोदर, शसिं चाई और नौसंचालन, कनााटक, पश्चिम बंगाल और झारखंड
- महानदी डेल्टा पररयोजना, महानदी, शसिं चाई, ओनडशा
- इडु िी पररयोजना, पेररयार, पनवबजली, केरल
- रामगंगा बहुउद्देशीय पररयोजना, कलई के दराा चुई वबजली और शसिं चाई, उत्तराखंड सोत धारा
- माता टीला पररयोजना, बेतिा, बहुउद्देशीय वबजली और शसिं चाई, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश
- नटहरी बांध पररयोजना, दभलंगना, भागीरथी, पनवबजली, उत्तराखंड
- ररहंद पररयोजना, ररहंद, पनवबजली, उत्तर प्रदेश
- कुंडाह पररयोजना, कुंधा, पनवबजली और शसिं चाई, तवमलनाडु
- मंडी पररयोजना, ब्यास, शसिं चाई, दहमाचल प्रदेश
- शशिसमुद्रम पररयोजना, कािेरी, शसिं चाई, कनााटक
- टाटा हाइडल पररयोजना, भीम, पनवबजली, महाराष्ट्र
- माही पररयोजना, माही, शसिं चाई, गुजरात
- थाईन पररयोजना, रािी, शसिं चाई, पंजाब
सिंधु नदी प्रणाली का मुख्य ढांचा
- ससिं धु नदी प्रणाली भारत के उत्तर में कई नहरों का एक महत्वपूर्ण नेटिका है जो सिंचाई, पानी और बिजली उत्पादन और पथ प्रदशान के ललए महत्वपूर्ण है।
- यह पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, जम्मू और कश्मीर और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों को पानी प्रदान करता है।
भारत की सिंचाई और नहर प्रणाली
- भारत में नहरों का एक विशाल नेटिका है जो कृषि सिंचाई और जल आपूवति के ललए महत्वपूर्ण है।
- यह विभिन्न नदियों से पानी एकत्र करता है और इसे सूखे क्षेत्रों में पहुंचाता है।
सिंचाई के स्रोत
- 'शसिं चाई के ललए पानी के स्रोत ’में भू-जल स्रोत, सतही जल स्रोत, औद्योवगक प्रदिया अपशशष्ट-जल, भूजल स्रोत, नगरपाललका जल आपूवति और कृषि में उपयोग नकए जाने िाले अन्य जल स्रोत शावमल हो सकते हैं।
- सतही जल स्रोतों में बहते जल आपूवति और खडे या संग्रहीत जलापूवति हैं।
- बहते पानी का उदाहरण: जलधाराएाँ , नहरें, और नाले
- संग्रदहत आपूवति का उदाहरण: जलाशय, तालाब और झीलें
- भूजल स्रोत: कुएाँ और झरने।
- ग्रे-पानी के स्रोत: जल ननकासी, कपडे धोने की मशीन या नहाने का पानी
- भारत में शसिं चाई के स्रोत: नदियाँ, नहरें, बाँध, जलाशय, तालाब, झीलें, कुएाँ, झरने।
भारतीय नदी प्रणाली
- भारत की मुख्य जल विभाजन रेखा दो अलग-अलग दिशाओं में पानी की निकासी करती है।
- 90% भूभाग का पानी बंगाल की खाड़ी में जाता है, जबकि शेष अरब सागर में बहता है।
- हिमालय के निर्माण से पहले उभरी हुई नदियों को पूर्ववर्ती नदियाँ कहा जाता है, जैसे: सिंधु, ब्रह्मपुत्र और सतलज।
- भारत में सैकड़ों बड़ी और छोटी नदियाँ बहती हैं जो देश की लंबाई और चौड़ाई को पार करती हैं।
- बेहतर समझ के लिए, भारतीय नदियों को दो प्रमुख समूहों में विभाजित किया जा सकता है: हिमालयी नदियाँ और प्रायद्वीपीय नदियाँ।
नदी घाटी
- नदी घाटी एक नदी और उसकी सहायक नदियों द्वारा सूखा भूभाग का एक क्षेत्र है।
- नदी घाटियाँ अनोखी विशेषताओं वाली होती हैं, जिनमें सहायक नदियाँ, जल विभाजक, संगम, स्रोत और मुहाना शामिल हैं।
- नदी घाटियों को उनके जलग्रहण क्षेत्र के आकार के आधार पर तीन श्रेणियों में बांटा गया है: प्रमुख, मध्यम और लघु।
हिमालयन नदी
- हिमालय नदी प्रणाली को मुख्य रूप से तीन प्रमुख नदी प्रणालियों में विभाजित किया गया है: सिंधु नदी प्रणाली, गंगा नदी प्रणाली और ब्रह्मपुत्र नदी प्रणाली।
सिंधु नदी प्रणाली
- सिंधु, जिसे सिंधु के रूप में भी जाना जाता है, भारत में हिमालयी नदियों में सबसे पश्चिमी है।
- यह दुनिया के सबसे बड़े नदी घाटियों में से एक है, जिसमें 11,65,000 वर्ग किलोमीटर (भारत में 3,21,289 वर्ग किलोमीटर) का क्षेत्रफल और 2880 किलोमीटर (भारत में 1,114 किलोमीटर) की कुल लंबाई है।
- यह मानसरोवर झील के पास तिब्बती क्षेत्र में बोकार चू के दर्रे से निकलती है।
- तिब्बत में, इसे सिंगी खाम कहा जाता है, या शेर के मुंह के रूप में।
- जम्मू और कश्मीर में इसकी हिमालयी सहायक नदियाँ हैं जैसे - ज़स्कर, द्रास, गतांग, श्योक, शशगर, नुब्रा, वगलवगट, आदि।
- इसके महत्वपूर्ण सहायक नदियाँ, विभिन्न स्थानों पर सिंधु से जुड़ती हैं - झेलम, शचनाब, रावी, व्यास और सतलज।
- 1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच हस्ताक्षरित सिंधु जल संधि के अनुसार, भारत सिंधु, झेलम और शचनाब के कुल ननिाहन का केवल 20% का उपयोग कर सकता है।
गंगा नदी प्रणाली
- गंगा प्रणाली भारत में दूसरी प्रमुख जल निकासी प्रणाली है।
- यह उत्तराखंड में गौमुख (3900 मीटर) के पास गंगोत्री हिमनद से निकलती है।
- यहां, इसे भागीरथी के रूप में जाना जाता है, जो अलकनंदा से मिलती है, इसके बाद, इसे गंगा के रूप में जाना जाता है।
- अलकनंदा में धौली और विष्णु गंगा जोशीमठ या विष्णु प्रयाग में मिलते हैं।
- अलकनंदा की अन्य सहायक नदियाँ जैसे नक दपिं डर इसे कणा प्रयाग में मिलती है, जबनक मंदानकनी या काली गंगा इसे रुद्र प्रयाग में मिलती है।
- यह 2525 किलोमीटर लंबी है, जिसमें 1450 किलोमीटर उत्तराखंड और U.P. में, 445 किलोमीटर वबहार में और पश्चिम बंगाल में 520 किलोमीटर लंबी है।
- गंगा की बायीं सहायक नदी: काली या शारदा, गंडक, कोसी, महानदी।
- गंगा की दादहनी सहायक नदी: यमुना और सोन।
- यमुना इलाहाबाद (प्रयागराज) में गंगा में मिलती है।
- कोसी को वबहार का शोक कहा जाता है जबनक दामोदर को बंगाल का शोक कहा जाता है क्योंकि ये क्षेत्रों में बाढ़ का कारण बनती हैं।
ब्रह्मपुत्र नदी प्रणाली
- यह दुनिया की सबसे बड़ी नदियों में से एक है।
- इसे तिब्बत में त्ांगपो, अरुणाचल प्रदेश में ददहांग या शसयांग, असम में ब्रह्मपुत्र और बांग्लादेश में जमुना के नाम से जाना जाता है।
- ब्रह्मपुत्र सबसे बड़े नदी द्वीपों का निर्माण करता है, माजुली दुनिया में सबसे बड़ा नदी द्वीप है।
- गंगा और ब्रह्मपुत्र की संयुक्त धारा, दुनिया में सबसे बड़ा डेल्टा बनाती है, सुदरबन, 58752 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को सम्मिळत करती है।
- इसका प्रमुख हिस्सा बांग्लादेश में है।
- ब्रह्मपुत्र भारत में आयतन के हिसाब से सबसे बड़ी नदी है, जबनक गंगा लंबाई वाली नदी है।
प्रायद्वीपीय नदी
-
प्रायद्वीपीय नदी प्रणाली को दो समूहों में विभाजित किया जा सकता है:
-
पूिा में बहने वाली नदियाँ:
- ये नदियाँ डेल्टा बनाती हैं इसलिए इन्हें डेल्टा बनाने वाली नदियाँ भी कहा जाता है।
- ये नदियाँ बंगाल की खाड़ी में गिरती हैं।
-
पश्चिम की ओर बहने वाली नदियाँ
- ये नदियाँ अरब सागर में गिरती हैं।
- ये नदियाँ अपने रास्ते में मुहाना बनाती हैं।
पूर्व की ओर बहने वाली नदियाँ
- ये नदियाँ पूर्व की ओर बहती हैं और बंगाल की खाड़ी में गिरती हैं।
- ये नदियाँ अपने मार्ग के बीच में डेल्टा बनाती हैं।
प्रमुख नदियाँ और उनकी विशेषताएँ
- महानदी: दंडकारण्य की उत्तरी ढलान से निकलती है, 857 किलोमीटर लंबी है।
- गोदावरी: नासिक के पास सह्याद्री की उत्तर ढलान से निकलती है, 1465 किलोमीटर लंबी है (प्रायद्वीपीय भारत की सबसे लंबी नदी)।
- कृष्णा: पश्चिमी घाट में महाबलेश्वर के उत्तर में निकलती है, 1400 किलोमीटर लंबी है।
- कावेरी: पश्चिमी घाट में ब्रह्मगिरि श्रेणी में निकलती है, 800 किलोमीटर लंबी है।
पश्चिम की ओर बहने वाली नदियाँ
- ये नदियाँ पश्चिम की ओर बहती हैं और अरब सागर में गिरती हैं।
- ये नदियाँ अपने मार्ग के बीच में मुहाना बनाती हैं।
पश्चिम की ओर बहने वाली प्रमुख नदियाँ
- साबरमती: मेसाड़ अरावली पर्वतमाला से निकलती है, 371 किलोमीटर लंबी है और खंभात की खाड़ी में गिरती है।
- माही: विंध्य पर्वतमाला से निकलती है, 583 किलोमीटर लंबी है और मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात में बहती है।
- नर्मदा: अमरकंटक के पठार से निकलती है, 1312 किलोमीटर लंबी है, खंभात की खाड़ी में गिरती है और मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात से होकर बहती है।
- तापी: सतपुड़ा पर्वतमाला पर मुलताई के दर्रे से निकलती है, 724 किलोमीटर लंबी है, इसे जुड़वाँ या नर्मदा के परिवार का नाम भी जाना जाता है।
- लूणी: अरावली से निकलती है, 495 किलोमीटर लंबी है, इसे लवण नदी भी कहा जाता है और अंततः कच्छ के रण के प्रमुख मैदान में खो जाती है।
हिमालयी नदियाँ और प्रायद्वीपीय नदियाँ के बीच अंतर
- हिमालयी नदियाँ:
- बड़े घाट और जलग्रहण क्षेत्र हैं।
- पूर्ववर्ती जल निकास का उदाहरण हैं।
- बारहमासी हैं।
- अभी भी अपने युवा अवस्था में हैं।
- मोड़ बनाती हैं।
- प्रायद्वीपीय नदियाँ:
- छोटे घाट और जलग्रहण क्षेत्र हैं।
- अनुपस्थित जल निकास का उदाहरण हैं।
- मौसमी हैं और केवल वर्षा से पानी प्राप्त होती है।
- पहले ही परिपक्वता अवस्था तक पहुँच चुकी हैं।
- मोड़ के बनने की थोड़ी संभावना है।
डेल्टा और मुहाना
- डेल्टा:
- समुद्र में गिरने पर नदी के मुहाने पर जलोढ़ का त्रिभुजाकार चित्रण है।
- गाद और मिट्टी का अवक्षेपित जमाव एक डेल्टा बनाता है।
- यह अत्यधिक उपजाऊ भूमि है।
- मुहाना:
- नदी का फ़न के आकार का मुंह है।
- उच्च ज्वारीय धाराएँ एक मुहाना बनाती हैं।
- ज्वारीय तरंगें गाद को बाहर निकालती हैं और एक मुहाना बनता है।
- यह पथ प्रदर्शन के लिए उपयोगी है।
भारत में महत्वपूर्ण झरने
- कुंचिकल: 455 मीटर ऊँचा, घाटप्रभा नदी, कर्नाटक।
- जोग/गेरसोप्पा: 260 मीटर ऊँचा, शरावती नदी, कर्नाटक।
- रकीम कुंड: 168 मीटर ऊँचा, गायघाट नदी, बिहार।
- चाचई: 127 मीटर ऊँचा, बीहड नदी, मध्य प्रदेश।
- केओती: 98 मीटर ऊँचा, महानदी (मोहोना) नदी, मध्य प्रदेश।
- शिसमुद्रम: 90 मीटर ऊँचा, कावेरी नदी, कर्नाटक।
नदियों पर महत्वपूर्ण भारतीय शहर
- जमशेदपुर: स्वर्णरेखा नदी
- अहमदाबाद: साबरमती नदी
- दिल्ली: यमुना नदी
- पटना: गंगा नदी
- कानपुर: गंगा नदी
- कोटा: चंबल नदी
- सूरत: ताप्ती नदी
- फिरोजपुर: सतलुज नदी
- पणजी: महानदी नदी
- इलाहाबाद (प्रयागराज): गंगा और यमुना के संगम पर
- उज्जैन: लक्ष्मणप्रभा नदी
- वाराणसी: गंगा नदी
- गुवाहाटी: ब्रह्मपुत्र नदी
- हरिद्वार: गंगा नदी
- कोलकाता: हुगली नदी
- कटक: महानदी नदी
- बद्रीनाथ: अलकनंदा नदी
- लुधियाना: सतलुज नदी
- हैदराबाद: मूसी नदी
- नासिक: गोदावरी नदी
- अयोध्या: सरयू नदी
- लखनऊ: गोमती नदी
महत्वपूर्ण नदी परियोजनाएं और उनके लाभार्थी राज्य
- भाखड़ा नांगल परियोजना: सतलुज नदी, बिजली और सिंचाई, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान।
- दामोदर घाटी परियोजना: दामोदर नदी, बिजली, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण, झारखंड और पश्चिम बंगाल।
- हीराकुंड परियोजना: महानदी, बिजली और सिंचाई, ओडिशा।
- तुंगभद्रा परियोजना: तुंगभद्रा नदी, बिजली और सिंचाई, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक।
- नागार्जुनसागर परियोजना: कृष्णा नदी, बिजली और सिंचाई, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना।
- गंडक नदी परियोजना: गंडक नदी, बिजली और सिंचाई, बिहार, उत्तर प्रदेश, नेपाल (भारत और नेपाल का संयुक्त उपक्रम)।
- कोसी परियोजना: कोसी नदी, बाढ़ नियंत्रण, बिजली और सिंचाई, बिहार और नेपाल।
- फरक्का परियोजना: गंगा, भागीरथी नदियाँ, बिजली, सिंचाई, सुधार के लिए भट्ठा संचय से बचें, पश्चिम बंगाल।
- ब्यास परियोजना: ब्यास नदी, पथ प्रदर्शन, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश।
- इंदिरा गांधी नहर परियोजना (राजस्थान नहर परियोजना): सतलुज, ब्यास और राबी नदियाँ, बिजली और सिंचाई, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा।
- चंबल परियोजना: चंबल नदी, सिंचाई, मध्य प्रदेश और राजस्थान।
- काकरापारा परियोजना: ताप्ती नदी, सिंचाई, गुजरात।
- उकाई परियोजना: ताप्ती नदी, बिजली और सिंचाई, गुजरात।
- तिसा परियोजना: तिसा (नर्मदा) नदी, सिंचाई, मध्य प्रदेश।
- पूचमपाद परियोजना: गोदावरी नदी, सिंचाई, तेलंगाना।
- मालप्रभा परियोजना: मालप्रभा नदी, सिंचाई, कर्नाटक।
- दुर्गापुर परियोजना: दामोदर नदी, सिंचाई और नौसंचालन, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और झारखंड।
- महानदी डेल्टा परियोजना: महानदी, सिंचाई, ओडिशा।
- इडुक्की परियोजना: परियार नदी, पनबिजली, केरल।
- रामगंगा बहुउद्देशीय परियोजना: कलई के दर्रे से चुई हुई सोत धारा, बिजली और सिंचाई, उत्तराखंड।
- माता टीला परियोजना: बेतिया नदी, बहुउद्देशीय बिजली और सिंचाई, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश।
- नथुरी बांध परियोजना: दभलंगना, भागीरथी नदियाँ, पनबिजली, उत्तराखंड।
- रिहंद परियोजना: रिहंद नदी, पनबिजली, उत्तर प्रदेश।
- कुंडाह परियोजना: कुंधा नदी, पनबिजली और सिंचाई, तमिलनाडु
- मंडी परियोजना: ब्यास नदी, सिंचाई, हिमाचल प्रदेश।
- शिसमुद्रम परियोजना: कावेरी नदी, सिंचाई, कर्नाटक।
- टाटा हाइडल परियोजना: भीम नदी, पनबिजली, महाराष्ट्र।
- माही परियोजना: माही नदी, सिंचाई, गुजरात।
- थाईन परियोजना: राबी नदी, सिंचाई, पंजाब।
सिंधु नदी प्रणाली पर मुख्य नियंत्रण
- उत्तरी भारत में विभिन्न नहर नेटिका का विस्तृत दृश्य दिखाता है।
भारत की नहर और सिंचाई प्रणाली
- विभिन्न सिंचाई और नहर धाराओं के बारे में बताते हैं।
सिंचाई का स्रोत
-
“सिंचाई के लिए पानी के स्रोत” में भू-जल स्रोत, सतही जल स्रोत, औद्योगिक प्रदूषण-जल, भूजल स्रोत, नगरपालिका जल आपूर्ति और कृषि में उपयोग किए जाने वाले अन्य जल स्रोत शामिल हो सकते हैं।
-
सतही जल स्रोतों में बहते हुए जल आपूर्ति और खड़े या संग्रहीत जलापूर्ति हैं।
- बहते पानी का उदाहरण: जलधाराएँ, नहरें और नाले।
- संग्रहित आपूर्ति का उदाहरण: जलाशय, तालाब और झीलें।
- भूजल स्रोत: कुएं और झरने।
- ग्रे-पानी के स्रोत: जल निकास, कपड़े धोने की मशीन या नहाने का पानी।
-
ये हैं भारत में सिंचाई के स्रोत नीचे दिए गए हैं:
### भारतीय नदी प्रणाली
- भारत की नदी प्रणाली दो मुख्य जल विभाजन रेखाओं से पानी की निकासी करती है।
- 90% पानी बंगाल की खाड़ी में बहता है जबकि शेष अरब सागर में बहता है।
- हिमालय के निर्माण से पहले उत्पन्न हुई नदियों को पूर्वी नदी के रूप में जाना जाता है, जिसमें शिं धु, ब्रह्मपुत्र और सतलज शामिल हैं।
- भारत में नदियों को बेहतर समझने के लिए दो प्रमुख समूहों में विभाजित किया गया है: हिमालयी नदियाँ और प्रायद्वीपीय नदियाँ।
नदी घाट
- नदी घाट एक नदी और उसकी सहायक नदियों द्वारा सूखा भूमि का एक क्षेत्र है।
- सहायक नदियाँ मुख्य नदी में बहती हैं।
- जल विभाजक, नदी घाट के आसपास का वह क्षेत्र है जहाँ एक घाट दूसरे घाट से अलग होता है।
- संगम वह स्थान है जहाँ एक नदी दूसरी नदी में मिलती है।
- स्रोत एक नदी का प्रारंभिक बिंदु है।
- मुहाना वह स्थान है जहां एक नदी झील, समुद्र या महासागर से मिलती है।
हिमालयन नदी
- हिमालय नदी प्रणाली को मुख्य रूप से तीन प्रमुख नदी प्रणालियों में विभाजित किया गया है: शिं धु नदी प्रणाली, गंगा नदी प्रणाली और ब्रह्मपुत्र नदी प्रणाली।
### शिं धु नदी प्रणाली
- शिं धु, जिसे सिंधु के रूप में भी जाना जाता है, भारत में हिमालय की नदियों में सबसे पश्चिमी है।
- विश्व के सबसे बड़े नदी घाटों में से एक है, जिसका क्षेत्रफल 11,65,000 वर्ग किलोमीटर (भारत में 3,21,289 वर्ग किलोमीटर) और कुल लंबाई 2880 किलोमीटर (भारत में 1,114 किलोमीटर) है।
- मानसरोवर झील के पास बोकार चू दर्रे के एक ग्लेशियर से निकलती है।
- तिब्बत में इसे सिंगी खाम या शेर के मुंह के रूप में जाना जाता है।
- जम्मू और कश्मीर में इसकी हिमालयी सहायक नदियाँ हैं: ज़स्कर, द्रास, ग्यांग, श्योक, शिगर, नुब्रा, वगलवगट।
- यह महत्वपूर्ण सहायक नदियाँ विभिन्न स्थानों पर सिंधु से जुड़ती हैं: झेलम, सिनाब, रावी, व्यास और सतलज।
- 1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच हस्ताक्षरित सिंधु जल संधि के अनुसार, भारत सिंधु, झेलम और सिनाब के कुल पानी का केवल 20% उपयोग कर सकता है।
### गंगा नदी प्रणाली
- गंगा प्रणाली भारत में दूसरी प्रमुख जल निकासी प्रणाली है।
- यह उत्तराखंड में गौमुख (3900 मीटर) के पास गंगोत्री ग्लेशियर से निकलती है।
- यहां इसे भागीरथी के रूप में जाना जाता है, अलकनंदा मिलने के बाद इसे गंगा कहा जाता है।
- अलकनंदा में धौली और विष्णु गंगा जोशीमठ या विष्णु प्रयाग में मिलती हैं।
- अलकनंदा की अन्य सहायक नदियाँ जैसे नंदप्रियग इसे कर्णप्रयाग में मिलती है, जबकि मंदाकिनी या काली गंगा इसे रुद्रप्रयाग में मिलती है।
- यह 2525 किलोमीटर लंबी है, जिसमें 1450 किलोमीटर उत्तराखंड और U.P में, 445 किलोमीटर बिहार में और पश्चिम बंगाल में 520 किलोमीटर लंबी है।
- गंगा की बायीं सहायक नदी काली या शारदा, गंडक, कोसी, महानदी है।
- गंगा की दाहिनी सहायक नदी यमुना और सोन हैं।
- यमुना इलाहाबाद (प्रयागराज) में गंगा में मिलती है।
- कोसी को बिहार का शोक कहा जाता है जबकि दामोदर को बंगाल का शोक कहा जाता है क्योंकि ये दोनों इन क्षेत्रों में बाढ़ का कारण बनती हैं।
### ब्रह्मपुत्र नदी प्रणाली
- यह दुनिया की सबसे बड़ी नदियों में से एक है।
- इसे तिब्बत में त्ांगपो, अरुणाचल प्रदेश में दिहांग या सियांग, असम में ब्रह्मपुत्र और बांग्लादेश में जमुना के नाम से जाना जाता है।
- ब्रह्मपुत्र सबसे बड़ा नदी द्वीप, माजुली बनाता है जो दुनिया का सबसे बड़ा नदी द्वीप है।
- गंगा और ब्रह्मपुत्र की संयुक्त धारा, दुनिया का सबसे बड़ा डेल्टा बनाती है, सुंदरबन, जो 58752 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को शामिल करता है।
- इसका प्रमुख हिस्सा बांग्लादेश में है।
- ब्रह्मपुत्र भारत में आयतन के हिसाब से सबसे बड़ी नदी है, जबकि लंबाई वाली गंगा भारत में सबसे लंबी है।
### प्रायद्वीपीय नदी
- प्रायद्वीपीय नदी प्रणाली को दो समूहों में विभाजित किया जा सकता है: पूर्व में बहने वाली नदियाँ और पश्चिम में बहने वाली नदियाँ।
- पूर्व में बहने वाली नदियाँ डेल्टा बनाती हैं, इसलिए इन्हें डेल्टा बनाने वाली नदियाँ भी कहा जाता है।
- ये नदियाँ बंगाल की खाड़ी में बहती हैं।
भारतीय नदी प्रणाली
-
पश्चिम की तरफ बहने वाली नदियाँ अरब सागर में बहती हैं और अपने मार्ग के अंत में मुहाने बनाती हैं
-
पूर्व की तरफ बहने वाली नदियाँ बंगाल की खाड़ी में बहती हैं और अपने मार्ग के अंत में डेल्टा बनाती हैं।
पश्चिम की तरफ बहने वाली नदियाँ
- सबसे लंबी नदी प्रायद्वीपीय भारत में गोदावरी है
- माही नदी मध्य प्रदेश, राजस्थान, और गुजरात से होकर बहती है
- ताप्ती नदी मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात से होकर बहती है
- लूनी नदी कच्छ के रण में समाप्त हो जाती है
पूर्व की तरफ बहने वाली नदियाँ
- महानदी नदी दंडकारण्य पठार की उत्तर ढलान से निकलती है
- गोदावरी नदी नासिक के पास सह्याद्री पर्वतमाला की उत्तर ढलान से निकलती है
- कृष्णा नदी पश्चिमी घाट के महाबलेश्वर के उत्तर में निकलती है
- कावेरी नदी पश्चिमी घाट की ब्रह्मगिरी श्रेणी में उदय होती है
नदियों का आंकड़ा
- सबसे लंबी नदी प्रायद्वीपीय भारत में गोदावरी है
- माही नदी की लंबाई 583 किलोमीटर है
- गोदावरी की लंबाई 1465 किलोमीटर है
- कृष्णा की लंबाई 1400 किलोमीटर है
- कावेरी की लंबाई 800 किलोमीटर है
हिमालयी और प्रायद्वीपीय नदियों के बीच अंतर
- हिमालयी नदियों का जलग्रहण क्षेत्र प्रायद्वीपीय नदियों से बड़ा है।
- हिमालयी नदियाँ बहुवर्षीय होती हैं जबकि प्रायद्वीपीय नदियाँ मौसमी होती हैं।
- हिमालयी नदियाँ अभी भी अपने युवा अवस्था में हैं जबकि प्रायद्वीपीय नदियाँ परिपक्व अवस्था में हैं।
डेल्टा और मुहाना
- डेल्टा समुद्र में बहने पर नदी के मुहाने पर जलोढ़ का एक त्रिकोणीय आकार है।
- मुहाना नदी का एक फ़नल के आकार का मुंह है।
- डेल्टा अत्यधिक उपजाऊ भूमि हैं।
भारत में महत्वपूर्ण झरने
- कुंशचकाल झरना कर्नाटक राज्य में स्थित है
- जोग/गेरसोप्पा झरना कर्नाटक राज्य में स्थित है
- रकीम कुंड झरना बिहार राज्य में स्थित है
- चाचई झरना मध्य प्रदेश राज्य में स्थित है
- केओती झरना मध्य प्रदेश राज्य में स्थित है
नदियों पर महत्वपूर्ण भारतीय शहर
- जमशेदपुर शहर सुखना नदी के किनारे बसा हुवा है।
- दिल्ली शहर यमुना नदी के किनारे बसा हुवा है।
- कानपुर शहर गंगा नदी के किनारे बसा हुवा है।
- सूरत शहर ताप्ती नदी के किनारे बसा हुवा है।
- इलाहाबाद (प्रयागराज) गंगा और यमुना नदियों के संगम पर स्थित है।
- बद्रीनाथ अलकनंदा नदी के किनारे स्थित है।
- श्रीनगर झेलम नदी के किनारे स्थित है।
महत्वपूर्ण नदी परियोजनाएँ और उनके लाभार्थी राज्य
- भाखड़ा नांगल परियोजना सतलुज नदी पर स्थित है, जिससे पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान को लाभ होता है।
- हीराकुंड परियोजना महानदी पर स्थित है, जिससे ओडिशा को लाभ होता है।
- तुंगभद्रा परियोजना तुंगभद्रा नदी पर स्थित है, जिससे आंध्र प्रदेश और कर्नाटक को लाभ होता है।
- गंडक नदी परियोजना गंडक नदी पर स्थित है, जिससे भारत और नेपाल दोनों को लाभ होता है।
- कोसी परियोजना कोसी नदी पर स्थित है, जिससे बिहार और नेपाल को लाभ होता है।
- इंदिरा गांधी नहर परियोजना (राजस्थान नहर परियोजना) सतलुज, ब्यास, और राखी नदी पर स्थित है, जिससे राजस्थान, पंजाब, और हरियाणा को लाभ होता है।
- चंबल परियोजना चंबल नदी पर स्थित है, जिससे मध्य प्रदेश और राजस्थान को लाभ होता है।
- काकरापारा परियोजना ताप्ती नदी पर स्थित है, जिससे गुजरात को लाभ होता है।
- उकाई परियोजना ताप्ती नदी पर स्थित है, जिससे गुजरात को लाभ होता है।
- पूचमपाद परियोजना गोदावरी नदी पर स्थित है, जिससे तेलंगाना को लाभ होता है।
- मालप्रभा परियोजना मालप्रभा नदी पर स्थित है, जिससे कर्नाटक को लाभ होता है।
सिंचाई के स्रोत
- सिंचाई के लिए पानी के स्रोत में भू-जल, सतही जल, औद्योगिक अपशिष्ट-जल, भूमिगत जल, नगरपालिका जल आपूर्ति और कृषि में उपयोग किए जाने वाले अन्य पानी के स्रोत शामिल हो सकते हैं।
- सतही जल स्रोतों में बहने वाला पानी और खड़ा या संग्रहीत पानी शामिल है।
- भू-जल स्रोतों में कुएँ और झरने शामिल हैं।
भारतीय नदी प्रणाली
- भारत की जल निकासी प्रणाली दो दिशाओं में पानी का निकास करती है।
- भारत का 90% भूमि जल बंगाल की खाड़ी में बहता है और 10% अरब सागर में।
- हिमालय की नदी प्रणाली तीन प्रमुख नदी प्रणालियों में विभाजित की गई है: सिंधु, गंगा और ब्रह्मपुत्र।
- हिमालय निर्माण से पहले उत्पन्न नदियों को पूर्ववर्ती नदी कहा जाता है, जैसे सिंधु, ब्रह्मपुत्र, और सतलुज।
- प्रायद्वीपीय नदी प्रणाली को दो समूहों में विभाजित किया जा सकता है: पूर्व में बहने वाली नदियां और पश्चिम में बहने वाली नदियां।
- पूर्व में बहने वाली नदियां डेल्टा बनाती हैं, इसलिए इन्हें डेल्टा बनाने वाली नदियां भी कहा जाता है।
- पूर्व में बहने वाली नदियां बंगाल की खाड़ी में मिलती हैं ।
- पश्चिम में बहने वाली नदियां अरब सागर में मिलती हैं।
- नदी घाटी एक बड़ी नदी और उसकी सहायक नदियों द्वारा निर्मित क्षेत्र है।
- नदी घाटी के महत्वपूर्ण अंग है: सहायक नदियाँ, जलविभाजक, संगम, स्रोत, और मुहाना।
- नदी घाटी को तीन भागों में विभाजित किया गया है: प्रमुख, मध्यम, और लघु।
सिंधु नदी प्रणाली
- सिंधु नदी को सिंधु के रूप में भी जाना जाता है और यह भारत में हिमालय की सबसे पश्चिमी नदी है।
- सिंधु नदी विश्व का सबसे बड़ा नदी घाटी है।
- यह मानसरोवर झील के पास बोकार चू के दर्रे से निकलती है।
- वर्तमान समय में, इसे सिंधु खाम या शेर के मुंह के रूप में जाना जाता है।
- झेलम, चनाब , रावी, व्यास, और सतलुज सिंधु नदी की सहायक नदियां हैं जो विभिन्न स्थानों पर मिलती है।
- 1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु जल समझौता हुआ था जिसके तहत भारत सिंधु, झेलम, और चनाब का केवल 20% उपयोग कर सकता है।
गंगा नदी प्रणाली
- गंगा नदी प्रणाली भारत में दूसरी प्रमुख नदी प्रणाली है, जो गौमुख ( 3900 मीटर) के पास गंगोत्री हिमनद से निकलती है।
- इस नदी को भागीरथी के रूप में जाना जाता है, जो अलकनंदा से मिल जाती है और गंगा के रूप में जाना जाता है।
- अलकनंदा में धौली और विष्णु गंगा जोशीमठ या विष्णु प्रयाग में मिलती है।
- अलकनंदा की अन्य सहायक नदियाँ नारायणी कणा प्रयाग में, मंदाकिनी या काली गंगा रुद्र प्रयाग में मिलती है।
- यमुना इलाहाबाद ( प्रयागराज) में गंगा में मिलती है।
- कोसी को बिहार का शोक और दामोदर को बंगाल का शोक कहा जाता है, क्योंकि इन क्षेत्रों में बाढ़ आती है।
ब्रह्मपुत्र नदी प्रणाली
- ब्रह्मपुत्र नदी दुनिया की सबसे बड़ी नदियों में से एक है।
- यह तिब्बत में त्सांगपो, अरुणाचल प्रदेश में दिहांग या शियांग, असम में ब्रह्मपुत्र, बांग्लादेश में जमुना के रूप में जानि जाती है।
- ब्रह्मपुत्र द्वारा विश्व का सबसे बड़ा नदी द्वीप माजुली बना है।
- गंगा और ब्रह्मपुत्र की संयुक्त धारा, दुनिया का सबसे बड़ा डेल्टा बनाती है, सुंदरवन को कवर करती है।
- ब्रह्मपुत्र भारत में मात्रा के हिसाब से सबसे बड़ी নদী है।
- भारत में लम्बाई के हिसाब से गंगा नदी सबसे लंबी नदी है।
प्रायद्वीपीय नदी
- प्रायद्वीपीय नदियां दो समूहों में विभाजित होती हैं: पूर्व में बहने वाली नदियां और पश्चिम में बहने वाली नदियां।
- पूर्व में बहने वाली नदियां डेल्टा बनाती हैं इसी कारण इन्हें डेल्टा बनाने वाली नदियां भी कहा जाता है।
- पूर्व में बहने वाली नदियां बंगाल की खाड़ी में मिलती हैं।
- पश्चिम में बहने वाली नदियां अरब सागर में मिलती हैं।
भारतीय नदी प्रणाली
- पश्चिम की ओर बहने वाली नदियां अरब सागर में गिरती हैं।
- पश्चिम की ओर बहने वाली नदियां अपने मार्ग के बीच में मुहाना बनाती हैं।
- पूर्व की ओर बहने वाली नदियां बंगाल की खाड़ी में गिरती हैं।
- पूर्व की ओर बहने वाली नदियां अपने मार्ग के बीच में डेल्टा बनाती हैं।
प्रमुख नदियाँ
- महानदी - दंडकारण्य की उत्तरी ढलान से निकलती है, 857 किलोमीटर लंबी है
- गोदावरी - नासिक के पास उत्तर सह्याद्री की त्र्यंबकेश्वर पठार से निकलती है, 1465 किलोमीटर लंबी है।
- कृष्णा - पश्चिमी घाट के महाबलेश्वर के उत्तर में उद्गम स्थल है, 1400 किलोमीटर लंबी है।
- कावेरी - पश्चिमी घाट में ब्रह्मगिरी पर्वतमाला में उद्गम स्थल है , 800 किलोमीटर लंबी है।
- साबरमती - मेसाड़ अरावली पर्वतमाला से निकलती है, 371 किलोमीटर लंबी है और खंभात की खाड़ी में गिरती है।
- माही - विंध्य पर्वतमाला से निकलती है, 583 किलोमीटर लंबी है।
- नर्मदा - अमरकंटक के पठार से निकलती है, 1312 किलोमीटर लंबी है।
- तापी - सतपुड़ा पर्वतमाला पर मुलताई दर्रे से निकलती है, 724 किलोमीटर लंबी है।
- लूनी - अरावली से निकलती है, 495 किलोमीटर लंबी है।
हिमालयी और प्रायद्वीपीय नदी प्रणाली
- हिमालयी नदियां बड़े घाट और जलग्रहण क्षेत्रों से निकलती हैं।
- प्रायद्वीपीय नदियां छोटे घाट और जलग्रहण क्षेत्रों से निकलती हैं।
- हिमालयी नदियां पूरवपाद जल निकास का उदाहरण हैं।
- प्रायद्वीपीय नदियां अनुतित्ती जल निकास का उदाहरण हैं।
- हिमालयी नदियां बारहमासी हैं, जबकि प्रायद्वीपीय नदियां मौसमी हैं।
- हिमालयी नदियां अपने युवा अवस्था में हैं, जबकि प्रायद्वीपीय नदियां परिपक्वता अवस्था में हैं।
- हिमालयी नदियां मोड़ बनाती हैं, जबकि प्रायद्वीपीय नदियों में मोड़ बनने की थोड़ी गुंजाइश होती है।
डेल्टा और मुहाना
- डेल्टा नदी के मुहाने पर जलोढ़ का त्रिभुजाकार चित्रण है।
- गाद और मिट्टी का अवसादित जमाव एक डेल्टा बनाता है।
- डेल्टा अत्यधिक उपजाऊ भूमि होती है।
- मुहाना नदी का फन के आकार का मुंह होता है।
- उच्च ज्वारीय धाराएं एक मुहाना बनाती हैं।
- ज्वारीय तरंगें गाद को बाहर निकालती हैं और एक मुहाना बनता है।
- मुहाना पथ प्रदर्शन के लिए उपयोगी होता है।
प्रमुख झरने
- कुंचिकाल झरना - 455 मीटर ऊंचाई पर स्थित है, कर्नाटक में ऋणी नदी पर स्थित है।
- जोग/गेरसोप्पा झरना - 260 मीटर ऊंचाई पर स्थित है , कर्नाटक में शरावती नदी पर स्थित है।
- रकीम कुंड झरना - 168 मीटर ऊंचाई पर स्थित है, बिहार में गायघाट नदी पर स्थित है।
- चाचई झरना - 127 मीटर ऊंचाई पर स्थित है, मध्य प्रदेश में बीहड़ नदी पर स्थित है।
- केओती झरना - 98 मीटर ऊंचाई पर स्थित है, मध्य प्रदेश में महानदी (महोना) नदी पर स्थित है।
- शिवसमुद्रम झरना 90 मीटर ऊंचाई पर स्थित है, कर्नाटक में कावेरी नदी पर स्थित है।
नदियों पर स्थित महत्वपूर्ण भारतीय शहर
- जमशेदपुर - सुवर्णरेखा नदी पर स्थित है।
- अहमदाबाद - साबरमती नदी पर स्थित है।
- दिल्ली - यमुना नदी पर स्थित है।
- पटना - गंगा नदी पर स्थित है।
- कानपुर - गंगा नदी पर स्थित है।
- कोटा - चंबल नदी पर स्थित है।
- सूरत - ताप्ती नदी पर स्थित है।
- जबलपुर - नर्मदा नदी पर स्थित है।
- फिरोजपुर - सतलुज नदी पर स्थित है।
- पणजी - महानदी पर स्थित है।
- इलाहाबाद (प्रयागराज) - गंगा और यमुना नदियों के संगम पर स्थित है।
- उज्जैन - लक्ष्मण प्रभा नदी पर स्थित है।
- गुवाहाटी - ब्रह्मपुत्र नदी पर स्थित है।
- कोलकाता - हुगली नदी पर स्थित है।
- कटक - महानदी पर स्थित है।
- लुधियाना - सतलुज नदी पर स्थित है।
- हैदराबाद - मूसी नदी पर स्थित है।
- नासिक - गोदावरी नदी पर स्थित है।
- अयोध्या - सरयू नदी पर स्थित है।
- लखनऊ - गोमती नदी पर स्थित है।
- हरिद्वार - गंगा नदी पर स्थित है।
- बद्रीनाथ - अलकनंदा नदी पर स्थित है।
- श्रीनगर - झेलम नदी पर स्थित है।
महत्वपूर्ण नदी परियोजनाएं और उनके लाभार्थी राज्य
- भाखड़ा नांगल परियोजना - सतलुज नदी पर, बिजली और सिंचाई के लिए - पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान लाभार्थी हैं।
- दामोदर घाटी परियोजना - दामोदर नदी पर, बिजली, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण के लिए - झारखंड और पश्चिम बंगाल लाभार्थी हैं।
- हीराकुंड परियोजना - महानदी पर, बिजली और सिंचाई के लिए - ओडिशा लाभार्थी है।
- तुंगभद्रा परियोजना - तुंगभद्रा नदी पर, बिजली और सिंचाई के लिए - आंध्र प्रदेश और कर्नाटक लाभार्थी हैं।
- नागाजुंनसागर परियोजना - कृष्णा नदी पर, बिजली और सिंचाई के लिए - आंध्र प्रदेश, तेलंगाना लाभार्थी हैं।
- गंडक नदी परियोजना- गंडक नदी पर, बिजली और सिंचाई के लिए - बिहार, उत्तर प्रदेश, नेपाल (भारत और नेपाल का संयुक्त उपक्रम) लाभार्थी हैं।
- कोसी परियोजना - कोसी नदी पर, बाढ़ नियंत्रण, बिजली और सिंचाई के लिए - बिहार और नेपाल लाभार्थी हैं।
- फरिाक परियोजना - गंगा, भागीरथी नदी पर, बिजली, सिंचाई, सुधार के लिए भट्ठा संचय से बचें - पश्चिम बंगाल लाभार्थी है।
- ब्यास परियोजना - ब्यास नदी पर, पथ प्रदर्शन के लिए - राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश लाभार्थी हैं।
- इंदिरा गांधी नहर परियोजना (राजस्थान नहर परियोजना) - सतलुज, ब्यास और रावि नदी पर, बिजली और सिंचाई के लिए - राजस्थान, पंजाब और हरियाणा लाभार्थी हैं।
- चंबल परियोजना - चंबल नदी पर, सिंचाई के लिए - मध्य प्रदेश और राजस्थान लाभार्थी हैं।
- काकरापारा परियोजना - ताप्ती नदी पर, सिंचाई के लिए - गुजरात लाभार्थी है।
- उकाई परियोजना - ताप्ती नदी पर, बिजली और सिंचाई के लिए - गुजरात लाभार्थी है।
- तिा परियोजना - तिा (नर्मदा) नदी पर, सिंचाई के लिए - मध्य प्रदेश लाभार्थी है।
- पूचमपाद परियोजना - गोदावरी नदी पर, सिंचाई के लिए - तेलंगाना लाभार्थी है।
- मालप्रभा परियोजना - मालप्रभा नदी पर, सिंचाई के लिए - कर्नाटक लाभार्थी है।
- दुगापुर परियोजना - दामोदर नदी पर, सिंचाई और नौसंचालन के लिए - कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और झारखंड लाभार्थी हैं।
- महानदी डेल्टा परियोजना - महानदी पर, सिंचाई के लिए - ओडिशा लाभार्थी है।
- इडुक्की परियोजना - पेरियार नदी पर, पनबिजली के लिए - केरल लाभार्थी है।
- रामगंगा बहुउद्देशीय परियोजना - कलई के दर्रे से चुई सोत धारा पर, बिजली और सिंचाई के लिए - उत्तराखंड लाभार्थी है।
- माता टीला परियोजना - बेतिा नदी पर, बहुउद्देशीय बिजली और सिंचाई के लिए - उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश लाभार्थी हैं।
- नटहरी बांध परियोजना - दभलंगना, भागीरथी नदी पर, पनबिजली के लिए - उत्तराखंड लाभार्थी है।
- रीहंद परियोजना - रीहंद नदी पर, पनबिजली के लिए - उत्तर प्रदेश लाभार्थी है।
- कुंडाह परियोजना - कुंधा नदी पर, पनबिजली और सिंचाई के लिए - तमिलनाडु लाभार्थी है।
- मंडी परियोजना - ब्यास नदी पर, सिंचाई के लिए - हिमाचल प्रदेश लाभार्थी है।
- शिवसमुद्रम परियोजना - कावेरी नदी पर, सिंचाई के लिए - कर्नाटक लाभार्थी है।
- टाटा हाइडल परियोजना - भीम नदी पर, पनबिजली के लिए - महाराष्ट्र लाभार्थी है।
- माही परियोजना - माही नदी पर, सिंचाई के लिए - गुजरात लाभार्थी है।
- थाईन परियोजना - रावि नदी पर, सिंचाई के लिए - पंजाब लाभार्थी है।
सिंधु नदी प्रणाली पर मुख्य नियंत्रण
- इस क्षेत्र में नहरों का व्यापक नेटवर्क है।
भारत की सिंचाई और सिंचाई प्रणाली
- नक्शे भारत की विभिन्न सिंचाई और नहर धाराओं के बारे में जानकारी देते हैं।
सिंचाई का स्रोत
- भूजल, सतही जल, औद्योगिक प्रक्रिया अपशिष्ट जल, नगरपालिका जल आपूर्ति और कृषि में उपयोग किए जाने वाले अन्य स्रोत सिंचाई के लिए पानी का स्रोत हो सकते हैं।
- बहते पानी के स्रोतों में जलधाराएं, नहरें और नाले शामिल हैं।
- संग्रहीत जल स्रोतों में जलाशय, तालाब और झीलें शामिल हैं।
- भूजल स्रोतों में कुएं और झरने शामिल हैं।
- ग्रे-पानी के स्रोतों में जल निकासी, कपड़े धोने की मशीन या नहाने का पानी शामिल हैं।
- भारत में सिंचाई के स्रोत विभिन्न हैं।
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Description
इस क्विज़ में भारत की जल निकासी प्रणाली के बारे में जानकारी दी गई है। यह नदियों, नदी घाटों और उनके वर्गीकरण को समझाने पर केंद्रित है। नदियों के विभिन्न समूह और उनके जल विभाजक के विशेषताओं पर चर्चा की गई है।