वाक्य संरचना PDF
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यह दस्तावेज़ हिंदी व्याकरण, विशेष रूप से वाक्य संरचना पर केंद्रित है। इसमें विभिन्न प्रकार के वाक्यों, जैसे सरल, संयुक्त और मिश्र वाक्यों के उदाहरण दिए गए हैं।
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वाक्म सॊयचना वणण- शब्द – ववनामक वाक्म – ववनामक ऩुस्तक ऩढता है इस प्रकाय वाक्म के सॊफॊध भें ननम्न बफॊद ु ननकरकय आए – वाक्म सब्दों (साथणक) के भेर से फनते हैं इनके शब्द (ऩद) व्मवस्स्थत क्रभ भें होते है मे ऩण ू ण औय स्वतॊत्र होते है इसभें व...
वाक्म सॊयचना वणण- शब्द – ववनामक वाक्म – ववनामक ऩुस्तक ऩढता है इस प्रकाय वाक्म के सॊफॊध भें ननम्न बफॊद ु ननकरकय आए – वाक्म सब्दों (साथणक) के भेर से फनते हैं इनके शब्द (ऩद) व्मवस्स्थत क्रभ भें होते है मे ऩण ू ण औय स्वतॊत्र होते है इसभें वक्ता (फोरनेवारा) की कही फातों का आशम स्ऩष्ट कयते है मे शब्दों के एक ननस्चचत क्रभ भें होते है वाक्म की ऩरयबाषा :- सब्दों का वह साथणक औय व्मवस्स्थत सभह ू जो ककसी ववचाय मा बाव को प्रकट कयता है उसे वाक्म कहते है. जैसे :- भै कर आगया जाऊॉगा. अमभत ऩुस्तक ऩढता है औय समु भत ननफॊध मरखता है. गाॉधी ने कहा कक अॊग्रेजों बायत छोड़ो. वाक्म के दो अॊग होते हैं :- 1. उद्देचम 2. ववधेम o प्रचन – उद्देचम ककसे कहते हैं ? उत्तय – वाक्म भें स्जसके फाये भें कहा जाए उद्देचम कहते है I उदाहयण :- अनुयाग रखनऊ भें यहता है. स्ऩष्टीकयण :- उदाहयण भें अनयु ाग के फाये भें कहा जा यहा हैं अतः अनुयाग उद्देचम हुआ. o प्रचन – ववधेम ककसे कहते हैं ? उत्तय – वाक्म भें कताण (उद्देचम) के ववषम भें जो कुछ कहा जाए उसे ववधेम कहते है I उदाहयण :- अनुयाग रखनऊ भें यहता है. स्ऩष्टीकयण :- उदाहयण भें रखनऊ भें यहता है. कताण के ववषम भें कहा गमा है – ववधेम हुआ. हभ ऐसे बी कह सकते है – स्जसके फाये भें कहा जाए उसे उद्देचम औय जो कहा जाए उसे ववधेम कहते है. नोट :- वाक्म भें कभण ऩयू क एवॊ कक्रमा मभरकय ववधेम की यचना कयते हैं I ववधेम कताण के कामण का सच ू क होता है. उद्देचम एवॊ ववधेम के अन्म उदाहयण :- 1. याभ के छोटे बाई रक्ष्भण ने ऩयशुयाभ का क्रोध बड़का ददमा I 2. यॊ ग-बफयॊ गे पूर सफ का भन भोह रेते हैं I 3. नीरी ड्रेस वारी हॉकी टीभ ने रगाताय कई गोर ककए I o प्रचन - वाक्म के ककतने बेद होते हैं ? उत्तय – वाक्म के दो बेद होते हैं I 1. यचना के आधाय ऩय वाक्म 2. अथण के आधाय ऩय वाक्म प्रचन - यचना के आधाय ऩय वाक्म के ककतने बेद होते हैं ? उत्तय – यचना के आधाय ऩय वाक्म के तीन बेद होते हैं I 1. सयर वाक्म 2. सॊमक् ु त वाक्म 3. मभश्र वाक्म सयर वाक्म की ऩरयबाषा दे ते हुए उदाहयण सभझाइए. उत्तय :- स्जस वाक्म भें एक उद्देचम औय एक ववधेम हो उसे सयर मा साधायण वाक्म कहते हैं I जैसे :- (*) ववनामक ऩुस्तक ऩढता हैं I (कताण – क्रभ - कक्रमा) (उद्देचम – ववधेम) (*) चचड़ड़मा उड़ती है I (कताण – कक्रमा) (उद्देचम – ववधेम) (*) अमभत का मभत्र कफड्डी खेरते हैं I [ववस्तायक ववस्तायक ववस्तायक] (उद्देचम – ववधेम) (*) वासु व ववनामक कफड्डी खेरते हैं I (कताण – कताण – कक्रमा) (उद्देचम – ववधेम) ननमभ – मदद वाक्म भें कताण एक से अचधक हों ऩयन्तु कक्रमा साभान यहे तो सबी कताणओॊ को एक ही उद्देचम भाना जाता है I (*) ववनामक ऩढ़ व मरख यहा है I (कताण – कक्रमा – कक्रमा) (उद्देचम - ववधेम) ननमभ – मदद वाक्म भें कताण एक हैं औय उसके द्वाया कक्रमाएॉ एक से अचधक की जाती हैं तो उसभे सयर वाक्म ही होगा I (*) याभ रक्ष्भण व बयत ऩढ़ व मरख यहे हैं I (कताण – कताण – कताण – कक्रमा – कक्रमा) (उद्देचम – ववधेम) ननमभ – मदद वाक्म भें कताण एक से अचधक हो औय कक्रमाएॉ बी एक से अचधक हों तो प्रत्मेक कताण द्वाया की गई कक्रमा साभान है सयर वाक्म होगा I (*) याभ चमाभ बयत औय रक्ष्भण एक साथ खाते- ऩीते ऩढ़ते-मरखते औय खेरते-कूदते है I ननमभ – मदद कक्रमा सभान है तो सबी कताण एक ही उद्देचम भाने जाएॉगे मदद उद्देचम एक है तो ववधेम बी एक होंगे I सॊमक् ु त वाक्म – जहाॉ दो मा दो से अचधक स्वतॊत्र वाक्म मोजन शब्दों द्वाया जड़ ु े होते है उन्हें सॊमक् ु त वाक्म कहते हैंI मा जफ दो मा दो से अचधक स्वतॊत्र उऩवाक्म ककसी मोजक द्वाया जड़ ु े होते हैं तफ उन्हें सॊमुक्त वाक्म कह्टय हैं I मोजक शब्द :- रेककन ककॊतु ऩयन्तु अथवा औय तथा कपय मा तथा भगय ऩय एवॊ व चाहे मानी फस्कक इसमरए अतः अन्मथा ताकक अतएव स्जससे नहीॊ तो आदद I जैसे :- अमभत ऩस् ु तक ऩढ़ता है औय भोहन मरख यहा हैं I अन्म उदाहयण :- 1. अतर ु खेर यहा है भनोज ऩढ़ यहा है I (कताण – कक्रमा – कताण – कक्रमा) o प्रचन :- सॊमक् ु त वाक्म की ववशेषताएॉ मरखखए :- (1.) एक से अचधक उऩवाक्म होते हैं I (2.) सबी उऩवाक्म स्वतॊत्र होते हैं I (3.) उऩवाक्म मोजक चचह्न से जड़ ु े होते हैं I (4.) कुछ सॊमक् ु त वाक्म बफना मोजक शब्दों के बी होते हैं I मभश्र वाक्म/मभचश्रत वाक्म की ऩरयबाषा दे ते हुए उदाहयण सभझाइए I उत्तय :- स्जस वाक्म भें एक प्रधान उऩवाक्म औय एक मा एक से अचधक आचश्रत उऩवाक्म हों उसे मभश्र वाक्म कहते हैं I जैसे :- 1. गाॉधी ने कहा कक सदा सत्म फोरो I (प्रधान उऩवाक्म) (आचश्रत उऩवाक्म) 1. प्रधान उऩवाक्म – गाॉधी ने कहा 2. आचश्रत उऩवाक्म – सदा सत्म फोरो 3. मोजक शब्द – कक नोट :- मोजक शब्द के फाद वारे वाक्म आचश्रत उऩवाक्म कहराते है I मोजक के ऩहरे वारे वाक्म प्रधान उऩवाक्म कहराते हैं I 2. जैसा कयोगे वैसा बयोगे. नोट :- 1. जफ वाक्म मोजक शब्दों से आयॊ ब हो तो मभश्र वाक्म होते हैं I 2. ऐसे वाक्मों भें अॊनतभ उऩवाक्म प्रधान होते हैं I