Uttarakhand Current Affairs September 2024 PDF

Summary

This document is a collection of current affairs from September 2024 in Uttarakhand, India. It covers various topics including government policies, natural disasters, and cultural events.

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Drishti IAS djsaV vQs;l mÙkjk[kaM सि तम्बर (laxzg) 2024 Drishti, 641, First Floor, Dr. Mukharjee Nagar, Delhi-110009 Inquiry (English): 8010440440, Inquiry (Hindi): 8750187501...

Drishti IAS djsaV vQs;l mÙkjk[kaM सि तम्बर (laxzg) 2024 Drishti, 641, First Floor, Dr. Mukharjee Nagar, Delhi-110009 Inquiry (English): 8010440440, Inquiry (Hindi): 8750187501 Email: [email protected] अनुक्रम उत्तरााखंंड 3 ¾ सरकाारीी वि भाागोंं मेंं शि काायत दर्जज करनेे केे तरीीकेे मेंं बदलााव 3 ¾ भूूस्खलन सेे बद्रीीनााथ रााष्ट्रीीय रााजमाार्गग अवरुद्ध 3 ¾ जाागर लोोक संंस्कृृति उत्सव 4 ¾ पि तृृ छाायाा एक्सप्रेेस 5 ¾ रााजााजीी रााष्ट्रीीय उद्याान केे नए नि देेशक कीी नि युुक्ति कीी आलोोचनाा 5 ¾ उत्तरााखंंड केे मुुख्यमंंत्रीी नेे बााढ़ रााहत कोोष कोो मंंज़ूरीी दीी 6 ¾ माँँ नंंदाा-सुुनंंदाा महोोत्सव 6 ¾ धाार्मि िक उद्देेश्योंं केे लि येे हेेलीीकॉॉप्टर सेेवाा कर मेंं 5% कीी कटौौतीी 7 ¾ देेहराादूून काा घंंटााघर 7 ¾ कथि त लव जि हााद और भूूमि जि हााद पर सरकाार कीी काार्ररवााई 8 ¾ सीीएम धाामीी नेे प्रमुुख सब्सि िडीी और परि योोजनााओं कीी घोोषणाा कीी 9 ¾ उत्तरााखंंड मेंं 42 वन प्रयोोगशाालााओं कीी स्थाापनाा 10 ¾ उत्तरााखंंड मेंं दीीन दयााल उपााध्यााय होोमस्टेे वि काास योोजनाा 11 ¾ उत्तरााखंंड मेंं भूूस्खलन काा प्रभााव 11 ¾ धन्यवााद प्रकृृति 12 नोट : 3 उत्तरााखंंड: करेंंट अफेेयर्सस (संंग्रह), सि तम्बर, 2024 www.drishtiias.com/hindi उत्तराखंड सरकाारीी वि भाागोंं मेंं शि काायत दर्जज करनेे केे तरीीकेे मेंं बदलााव चर्चाा मेंं क्योंं? हााल हीी मेंं फर्जीी शि काायतोंं कोो रोोकनेे केे लि येे उत्तरााखंंड सरकाार नेे शि काायत दर्जज कराातेे समय हलफनाामाा प्रस्तुुत करनाा अनि वाार्यय कर दि याा हैै। मुुख्य बिं ंदुु: z गलत वि वरण सेे जुुड़ीी समस्याा: गलत पतेे और फोोन नंंबर वाालीी शि काायतेंं पााई गई हैंं, जि सकेे काारण नई आवश्यकताा लाागूू कीी गई हैै। z शपथ-पत्र कीी आवश्यकताा: फर्जीी प्रस्तुुति योंं कोो रोोकनेे केे लि येे अब शि काायतोंं केे सााथ एक शपथ-पत्र प्रस्तुुत कि याा जाानाा चााहि येे। z उद्देेश्य: हलफनाामेे कीी आवश्यकताा काा उद्देेश्य यह सुुनि श्चि त करनाा हैै कि सटीीक और वैैध शि काायतेंं दर्जज कीी जााएँँ तथाा उनकाा उचि त तरीीकेे सेे नि पटााराा कि याा जााए। z काारण: यह कदम झूूठीी शि काायतोंं कीी समस्याा काा समााधाान करताा हैै, जि ससेे संंसााधनोंं और समय काा अपव्यय होोताा हैै तथाा यह सुुनि श्चि त करनेे मेंं मदद करताा हैै कि केेवल वाास्तवि क शि काायतोंं पर हीी काार्ययवााहीी कीी जााए। भूूस्खलन सेे बद्रीीनााथ रााष्ट्रीीय रााजमाार्गग अवरुद्ध चर्चाा मेंं क्योंं? हााल हीी मेंं भूूस्खलन केे काारण भाारत-चीीन सीीमाा कोो जोोड़नेे वाालाा ज्योोति र्ममठ-मलाारीी माार्गग तथाा कर्णणप्रयााग-ग्वाालदम रााष्ट्रीीय रााजमा ार्गग अवरुद्ध होो गयाा। मुुख्य बिं ंदुु z भाारीी बाारि श केे काारण हुए भूूस्खलन सेे पाागलनाालाा, पााताालगंंगाा और नंंदप्रयााग मेंं रााजमाार्गग अवरुद्ध होो गयाा हैै। z ज्योोति र्ममठ-मलाारीी माार्गग: नंंदाा देेवीी रााष्ट्रीीय पाार्कक केे भीीतर एक ऊँँचीी पहााड़ीी सड़क, जोो ज्योोति र्ममठ (1,934 मीीटर) और मलाारीी (3,033 मीीटर) कोो जोोड़तीी हैै। z धौौलीीगंंगाा नदीी केे कि नाारेे अत्यधि क ढलाान और कई घुुमाावदाार मोोड़ हैंं, जोो सर्दि ियोंं मेंं बर्फफबाारीी एवंं नदीी केे बााढ़ केे काारण समय-समय पर क्षति काा साामनाा करतेे हैंं। z धौौलीीगंंगाा: इसकाा उद्गम वसुुधााराा तााल सेे होोताा हैै, जोो संंभवतःः उत्तरााखंंड कीी सबसेे बड़ीी हि मनद झीील हैै। z धौौलीीगंंगाा अलकनंंदाा कीी महत्त्वपूूर्णण सहाायक नदि योंं मेंं सेे एक हैै, अन्य सहाायक नदि याँँ नंंदााकि नीी, पिं ंडर, मंंदााकि नीी और भाागीीरथीी हैंं। z यह वि ष्णुुप्रयााग मेंं अलकनंंदाा मेंं मि ल जाातीी हैै। z नंंदाा देेवीी रााष्ट्रीीय उद्याान: भाारत केे उत्तरााखंंड मेंं नंंदाा देेवीी (7,816 मीीटर) कीी चोोटीी केे आस-पाास स्थि ित; इसमेंं नंंदाा देेवीी अभयाारण्य शाामि ल हैै, जोो चोोटि योंं सेे घि राा एक हि मनद बेेसि न हैै और ऋषि गंंगाा द्वााराा अपवााहि त हैै। z वर्षष 1982 मेंं संंजय गांं धीी रााष्ट्रीीय उद्याान केे रूप मेंं स्थाापि त, इसकाा नााम बदलकर नंंदाा देेवीी रााष्ट्रीीय उद्याान कर दि याा गयाा; वर्षष 1988 मेंं इसेे UNESCO वि श्व धरोोहर स्थल केे रूप मेंं अंंकि त कि याा गयाा। भूूस्खलन z भूूस्खलन गुुरुत्वााकर्षषण केे काारण ढलाान सेे नीीचेे चट्टाान, धरतीी याा मलबेे कीी गति हैै, जोो अक्सर भाारीी बाारि श, भूूकंंप याा ढलाान कीी अस्थि िरताा जैैसेे काारकोंं सेे शुुरू होोतीी हैै। इसकेे परि णाामस्वरूप साामग्रीी काा वि स्थाापन होोताा हैै, जि ससेे महत्त्वपूूर्णण क्षति और वि नााश होो सकताा हैै। नोट : www.drishtiias.com/hindi उत्तरााखंंड: करेंंट अफेेयर्सस (संंग्रह), सि तम्बर, 2024 4 जाागर लोोक संंस्कृृति उत्सव चर्चाा मेंं क्योंं? हााल हीी मेंं सरकाार नेे जाागर लोोक संंस्कृृति उत्सव मेंं रााज्य कीी समृृद्ध लोोक संंस्कृृति काा जश्न मनाायाा और सच्चि दाानंंद सेेमवााल कीी पुुस्तक उत्तरााखंंड काा लोोक पुुत्र प्रीीतम भरतवााण काा वि मोोचन कि याा तथाा उत्तरााखंंड की ी लोोक संंस्कृृति केे ब्रांं ड एंंबेेसडर केे रूप मेंं प्रीीतम भरतवााण कीी प्रशंंसाा कीी। मुुख्य बिं ंदुु: z जागर लोक संस््ककृति उत््सव: यह उत्तराखंड की लोक संस््ककृति और परंपराओं का उत््सव है। z जागर: यह शमनवाद का एक हिंदू रूप है जो उत्तराखंड के गढ़वाल और कुमाऊँ दोनोों क्षेत्ररों मेें प्रचलित है। ‹ शमनवाद एक वैश्विक आध््ययात््ममिक अभ््ययास है, जिसमेें एक शमन आत््ममिक विश्व के साथ बातचीत करने, उपचार करने, आत््ममाओं के सााथ संंवााद करनेे और आत्मााओं काा माार्गगदर्शशन करनेे केे लि येे चेेतनाा कीी परि वर्ति ित अवस्थाा मेंं प्रवेेश करताा हैै। ‹ एक अनुष्ठान के रूप मेें जागर एक तरीका है जिसमेें देवताओं और स््थथानीय देवताओं को उनकी सुप््त अवस््थथा से जगाया जाता है तथा उनसेे अनुुग्रह याा उपााय मांं गेे जाातेे हैंं। z प्रीतम भरतवाण: वे उत्तराखंड की पारंपरिक संस््ककृति और लोक कलाओं को बढ़़ावा देने के लिये जाने जाते हैैं। z सरकार द्वारा पुनरुद्धार और मान््यता प्रयास: ‹ पारंपरिक मेलोों को उनके मूल स््वरूप मेें पुनरुद्धार करने और कलाकारोों को बेहतर मंच प्रदान करने के प्रयास चल रहे हैैं। ‹ जागर गायन शैली को मान््यता दिलाने के लिये पहल की जा रही है। ‹ गुरु-शिष््य परंपरा और कला दीर््घघाओं के माध््यम से लोक कला एवं संस््ककृति से संबंधित लिपियोों के संरक्षण तथा प्रकाशन को बढ़़ावा दि याा जाा रहाा हैै। नोट : 5 उत्तरााखंंड: करेंंट अफेेयर्सस (संंग्रह), सि तम्बर, 2024 www.drishtiias.com/hindi पि तृृ छाायाा एक्सप्रेेस चर्चाा मेंं क्योंं? हााल हीी मेंं उत्तरााखंंड सरकाार नेे मंंदि रोंं केे दर्शशन केे लि येे मुंं बई सेे उत्तरााखंंड तक एक वि शेेष ट्रेेन चलाानेे कीी योोजनाा कीी घोोषणाा कीी हैै। मुुख्य बिं ंदुु z पितृ छाया एक््सप्रेस: ​​यह ट्रेन पूर््वजोों के सम््ममान के लिये समर््पपित है, जो हरिद्वार मेें तर््पण, ऋषिकेश, पंच प्रयाग और बद्रीनाथ मेें ब्रह्म कपााल जैैसेे महत्त्वपूूर्णण तीीर्थथ स्थलोंं कोो कवर करतीी हैै। z यह श्राद्ध (पितृ पक्ष) अवधि के दौरान पूर््वजोों को “तर््पण” करने की हिंदू परंपरा से मेल खाता है। नोोट: माानसखंंड एक्सप्रेेस एक और ट्रेेन हैै जोो जूून 2024 मेंं शुुरू हुई हैै, जोो उत्तरााखंंड केे लोोकप्रि य स्थलोंं कोो कवर करतीी हैै, जि समेंं ट्रेेन याात्राा, भोोजन, रााज्य केे भीीतर सड़क याात्राा, दर्शशनीीय स्थल एवंं होोटल याा होोमस्टेे मेंं आवाास शाामि ल हैंं। z कवर किये गए गंतव््य: पुनागिरी मंदिर, नानकमत्ता गुरुद्वारा, चंपावत मेें चाय बागान, हाट कालिका मंदिर, पाताल भुवनेश्वर मंदिर, जागेश्वर मंंदि र, गोोलूू देेवताा मंंदि र, कैंंचीी धााम, कसाार देेवीी मंंदि र, सूूर्यय मंंदि र कटाारमल और नैैनाा देेवीी मंंदि र। रााजााजीी रााष्ट्रीीय उद्याान केे नए नि देेशक कीी नि युुक्ति कीी आलोोचनाा चर्चाा मेंं क्योंं? सर्वोोच्च न्याायाालय नेे हााल हीी मेंं रााजााजीी रााष्ट्रीीय उद्याान केे नि देेशक केे रूप मेंं एक वन अधि काारीी (IFS) कीी नि युुक्ति केे लि येे उत्तरााखंंड केे मुुख्यमंंत्रीी कीी आलोोचनाा कीी। मुुख्य बिं ंदुु z नियुक्ति विवाद: उत्तराखंड के मुख््यमंत्री द्वारा भारतीय वन सेवा (IFS) अधिकारी को राजाजी राष्ट्रीय उद्यान का निदेशक नियुक्त करनेे केे फैैसलेे सेे वि वााद उत्पन्न होो गयाा हैै, क्योंंकि कथि त अवैैध गति वि धि योंं केे लि येे केंंद्रीीय अन्वेेषण ब्यूूरोो (Central Bureau of Investigation- CBI) और प्रवर्ततन नि देेशाालय (Directorate of Enforcement- ED) द्वााराा उनकेे खि लााफ जाँँ च चल रहीी हैै। z अधिकारियोों की अनदेखी: आरोपोों से पता चलता है कि मुख््यमंत्री ने वन मंत्री और मुख््य सचिव की आपत्तियोों को नज़रअंदाज़ कर दि याा, जि न्होंंनेे पि छलेे काानूूनीी मुुद्दोंं मेंं अधि काारीी कीी संंलि प्तताा केे काारण नि युुक्ति पर पुुनर्वि िचाार कीी सि फाारि श कीी थीी। z सर्वोच्च न््ययायालय की टिप््पणियां: इस बात पर ज़ोर दिया गया कि ऐसे निर््णय एकतरफा नहीीं लिये जाने चाहिये। z न््ययायालय ने सार््वजनिक विश्वास सिद््धाांत के महत्तत्व पर प्रकाश डाला तथा इस बात पर ज़ोर दिया कि सरकार की भूमिका प्राकृतिक संंसााधनोंं कीी ज़ि म्मेेदाारीीपूूर्ववक सुुरक्षाा करनाा हैै, जि ससेे इस माामलेे केे अंंतर्गगत समझौौताा कि याा गयाा। रााजााजीी रााष्ट्रीीय z अवस््थथिति: हरिद्वार (उत्तराखंड), शिवालिक पर््वतमाला की तलहटी मेें 820 वर््ग किलोमीटर मेें फैला हुआ है। z पृष्ठभूमि: उत्तराखंड के तीन अभयारण््योों अर््थथात् राजाजी, मोतीचूर और चीला को एक बड़़े संरक्षित क्षेत्र मेें मिला दिया गया तथा वर््ष 1983 मेंं प्रसि द्ध स्वतंंत्रताा सेेनाानीी सीी. रााजगोोपाालााचाारीी केे नााम पर इसकाा नााम रााजााजीी रााष्ट्रीीय उद्याान रखाा गयाा; जि न्हेंं लोोकप्रि य रूप सेे “रााजााजीी” केे नााम सेे जाानाा जााताा थाा। z विशेषताएँ: ‹ यह क्षेत्र एशियाई हाथियोों के निवास स््थथान की उत्तर पश्चिमी सीमा है। ‹ वन प्रकारोों मेें साल वन, नदी किनारे वन, चौड़़ी पत्ती वाले मिश्रित वन, झाड़़ीदार भूमि और घास वाले वन शामिल हैैं। ‹ इसमेें स््तनधारियोों की 23 प्रजातियाँ और पक्षियोों की 315 प्रजातियाँ जैसे- हाथी, बाघ, तेेंदुएँ, हिरण एवं घोरल आदि पाई जाती हैंं। नोट : www.drishtiias.com/hindi उत्तरााखंंड: करेंंट अफेेयर्सस (संंग्रह), सि तम्बर, 2024 6 ‹ इसेे वर्षष 2015 मेंं बााघ अभयाारण्य घोोषि त कि याा गयाा थाा ‹ सर्दि ियोंं मेंं यह वन गुुज्जरोंं काा आवाास बन जााताा हैै। उत्तरााखंंड केे मुुख्यमंंत्रीी नेे बााढ़ रााहत कोोष को ो मंंज़ूरीी दीी चर्चाा मेंं क्योंं? हााल हीी मेंं उत्तरााखंंड केे मुुख्यमंंत्रीी नेे केेदाारनााथ क्षेेत्र मेंं अत्यधि क वर्षाा सेे प्रभाावि त व्याापाारि योंं कीी सहाायताा केे लि येे मुुख्यमंंत्रीी आपदाा रााहत कोोष सेे वि शेेष सहाायताा कोो मंंज़ूरीी दीी। मुुख्य बिं ंदुु z यह धनरााशि अत्यधि क वर्षाा केे काारण लि नचौौलीी सेे सोोनप्रयााग तक पैैदल और मोोटर माार्गोंं कोो हुए नुुकसाान सेे प्रभाावि त व्याापाारि योंं कोो मुुआवज़ाा देेनेे केे लि येे आवंंटि त कीी गई हैै z स्वीीकृृत रााशि काा उपयोोग वि शेेष रूप सेे 31 जुुलााई कोो हुई क्षति सेे प्रभाावि त लोोगों ं केे लि येे कि याा जााएगाा। z भुुगताान ई-बैंंकिं ंग अथवाा डि मांं ड ड्रााफ्ट केे मााध्यम सेे कि याा जााएगाा तथाा लााभाार्थि ियोंं काा वि वरण ज़ि लाा स्तर पर रखाा जााएगाा। z रुद्रप्रयााग ज़ि लेे केे आपदाा प्रभाावि त क्षेेत्रोंं सेे लगभग 17,000 लोोगोंं कोो नि काालाा गयाा। मुुख्यमंंत्रीी रााहत कोोष (CM Relief Fund- CMRF) z मुुख्यमंंत्रीी रााहत कोोष (CMRF) प्रााकृृति क आपदााओं जैैसेे- बााढ़, सूूखाा, भूूकंंप आदि याा कि सीी अन्य समाान आपदााओं सेे प्रभाावि त पाात्र परि वाारोंं और व्यक्ति योंं कोो रााहत प्रदाान करनेे केे लि येे एक आपाातकाालीीन सहाायताा योोजनाा हैै। माँँ नंंदाा-सुुनंंदाा महोोत्सव चर्चाा मेंं क्योंं? हााल हीी मेंं उत्तरााखंंड केे मुुख्यमंंत्रीी नेे नैैनीीतााल मेंं माँँ नंंदाा-सुुनंंदाा महोोत्सव, 2024 काा वर्चुु अल मााध्यम सेे उद्घााटन कि याा और लोोगोंं कोो उनकीी सांं स्कृृति क जड़ोंं सेे जोोड़नेे मेंं महोोत्सव कीी भूूमि काा पर प्रकााश डाालाा। मुुख्य बिं ंदुु z माँँ नंंदाा-सुुनंंदाा महोोत्सव ‹ प्रति वर्षष सि तंंबर मेंं उत्तरााखंंड केे कुुमााऊँँ क्षेेत्र मेंं नंंदााष्टमीी त्योोहाार केे दौौराान देेवीी नंंदाा और सुुनंंदाा कीी यााद मेंं मनाायाा जााताा हैै। „ अल्मोोड़ाा, नैैनीीतााल, कोोट अलोंंग, भोोवाालीी और जोोहाार जैैसेे स्थाानोंं मेंं देेखाा गयाा। z मुुख्यमंंत्रीी नेे अल्पााइन घाास केे मैैदाानोंं कोो हि माालय कीी ‘अनमोोल वि राासत’ बताातेे हुए इनकेे संंरक्षण केे लि येे 2 सि तंंबर कोो बुुग्यााल संंरक्षण दि वस मनाानेे कीी घोोषणाा कीी। बुुग्यााल z उत्तरााखंंड मेंं उच्च ऊँँचााई वाालेे अल्पााइन घाास केे मैैदाान स्थि ित हैंं, जि न्हेंं “बुुग्यााल” केे नााम सेे जाानाा जााताा हैै। ‹ येे घाास केे मैैदाान 3,000 मीीटर (10,000 फीीट) सेे अधि क ऊँँचााई पर स्थि ित हैंं और अपनीी समृृद्ध वनस्पति योंं केे लि येे जाानेे जाातेे हैंं। z पाारि स्थि िति क महत्त्व: बुुग्यााल क्षेेत्र कीी जैैववि वि धताा केे लि येे महत्त्वपूूर्णण हैंं, जोो वि भि न्न प्रकाार कीी वनस्पति योंं और जीीवोंं कोो पोोषण देेतेे हैंं। ‹ वेे पशुुओं केे लि येे चााराागााह केे रूप मेंं कााम करतेे हैंं और पाारि स्थि िति क संंतुुलन बनााए रखनेे केे लि येे महत्त्वपूूर्णण हैंं। z उत्तरााखंंड केे लोोकप्रि य बुुग्यााल ‹ दयााराा बुुग्यााल: अपनेे वि शााल घाास केे मैैदाानोंं और आश्चर्ययजनक दृश्योंं केे लि येे जाानाा जााताा हैै। ‹ बेेदनीी बुुग्यााल: यह अपनीी प्रााकृृति क सुंं दरताा और ट्रैैकिं ंग स्थल केे रूप मेंं प्रसि द्ध हैै। ‹ औलीी बुुग्यााल: अपनेे मनोोरम दृश्योंं और जैैववि वि धताा केे लि येे प्रसि द्ध, औलीी नंंदाा देेवीी, काामेेट एवंं दूूनाागि रीी कीी वि शााल बर्फीीलीी चोोटि योंं केे बीीच स्थि ित हैै। नोट : 7 उत्तरााखंंड: करेंंट अफेेयर्सस (संंग्रह), सि तम्बर, 2024 www.drishtiias.com/hindi धाार्मि िक उद्देेश्योंं केे लि येे हेेलीीकॉॉप्टर सेेवाा कर मेंं 5% कीी कटौौतीी चर्चाा मेंं क्योंं? हााल हीी मेंं 54वींं वस्तुु एवंं सेेवाा कर (Goods and Services Tax- GST) परि षद कीी बैैठक मेंं उत्तरााखंंड केे वि त्त मंंत्रीी नेे घोोषणाा कीी कि तीीर्थथयाात्रि योंं और पर्ययटकोंं केे लि येे सााझाा आधाार पर हेेलीीकॉॉप्टर सेेवााओं पर 5% कर लगाायाा जााएगाा। मुुख्य बिं ंदुु: z 54वींं GST परि षद कीी बैैठक कीी अध्यक्षताा केंंद्रीीय वि त्त मंंत्रीी नेे कीी और इसमेंं रााज्य वि त्त मंंत्रि योंं नेे भााग लि याा। z केेदाारनााथ और बद्रीीनााथ जैैसेे धाार्मि िक उद्देेश्योंं केे लि येे हेेलीीकॉॉप्टर सेेवााओं पर GST 18% सेे घटााकर 5% कर दि याा गयाा हैै। z वर्तमाान GST दरेंं: ‹ घरेेलूू याात्रीी परि वहन: केेवल इनपुुट सेेवााओं पर इनपुुट टैैक्स क्रेेडि ट (ITC) केे सााथ 5% GST (मााल पर कोोई ITC नहींं)। ‹ अंंतर्राा ष्ट्रीीय चाार्टटर उड़ाानेंं: शूून्य-रेेटेेड अर्थाा त् इस पर कोोई GST लाागूू नहींं हैै क्योंंकि इसेे सेेवााओं केे नि र्याा त केे रूप मेंं माानाा जााताा हैै। ‹ गैैर-याात्रीी सेेवााएँँ: साामाान्यतःः 18% GST, अन्य गैैर-याात्रीी हवााई सेेवााओं केे समाान। वस्तुु एवंं सेेवाा कर (Goods and Services Tax- GST) z वस्तुु एवंं सेेवाा कर (Goods and Services Tax- GST) घरेेलूू उपभोोग केे लि येे बेेचीी जाानेे वाालीी अधि कांं श वस्तुुओं और सेेवााओं पर लगाायाा जाानेे वाालाा मूूल्य वर्द्धि ित कर हैै। GST काा भुुगताान उपभोोक्तााओं द्वााराा कि याा जााताा हैै, लेेकि न इसेे वस्तुुओं और सेेवााओं कोो बेेचनेे वाालेे व्यवसाायोंं द्वााराा सरकाार कोो भेेजाा जााताा हैै। z आपूूर्ति ि पक्ष पर लाागूू: GST वस्तुुओं केे वि नि र्माा ण याा वस्तुुओं कीी बि क्रीी याा सेेवााओं केे प्राावधाान पर पुुराानीी अवधाारणाा केे वि परीीत वस्तुुओं याा सेेवााओं कीी ‘आपूूर्ति ि’ पर लाागूू होोताा हैै। z गंंतव्य आधाारि त करााधाान: GST मूूल-आधाारि त करााधाान केे वर्ततमाान सि द्धांं त केे वि परीीत गंंतव्य-आधाारि त उपभोोग करााधाान केे सि द्धांं त पर आधाारि त हैै। z दोोहराा GST: यह एक दोोहराा GST हैै जि समेंं केंंद्र और रााज्य एक हीी आधाार पर एक सााथ कर लगाातेे हैंं। केंंद्र द्वााराा लगाायाा जाानेे वाालाा GST केंंद्रीीय GST (CGST) कहलााताा हैै तथाा रााज्योंं द्वााराा लगाायाा जाानेे वाालाा GST रााज्य GST (SGST) कहलााताा हैै। ‹ वस्तुुओं याा सेेवााओं केे आयाात कोो अंंतर-रााज्यीीय आपूूर्ति ि माानाा जााएगाा तथाा उस पर लाागूू सीीमाा शुुल्क के े अति रि क्त एकीीकृृत वस्तुु एवंं सेेवाा कर (Integrated Goods & Services Tax- IGST) भीी लगेेगाा। z GST दरेंं आपसीी सहमति सेे तय कीी जााएंंगीी: CGST, SGST और IGST केंंद्र एवंं रााज्योंं द्वााराा आपसीी सहमति सेे तय कीी गई दरोंं पर लगााए जाातेे हैंं। GST परि षद कीी सि फाारि श पर दरेंं अधि सूूचि त कीी जाातीी हैंं। देेहराादूून काा घंंटााघर चर्चाा मेंं क्योंं? हााल हीी मेंं देेहराादूून केे प्रति ष्ठि त घंंटााघर कीी टि क-टि क बंंद होो गई, क्योंंकि चोोरोंं नेे इसकेे ताँँ बेे केे अंंदरूनीी हि स्सेे कोो तोोड़ दि याा। मुुख्य बिं ंदुु z ऐति हाासि क महत्त्व: ‹ इसकाा नि र्माा ण 1940 केे दशक मेंं हुआ थाा तथाा इसकाा उद्घााटन वर्षष 1953 मेंं श्रीीमतीी सरोोजि नीी नाायडूू नेे कि याा थाा। ‹ लाालाा शेेर सिं ंह द्वााराा अपनेे पि ताा लाालाा बलबीीर सिं ंह कीी स्मृृति मेंं बनवाायाा गयाा। ‹ यह उन स्वतंंत्रताा सेेनाानि योंं कीी यााद दि लााताा हैै जि न्होंंनेे भाारत कीी स्वतंंत्रताा केे लि येे अपनेे प्रााणोंं काा बलि दाान दि याा। नोट : www.drishtiias.com/hindi उत्तरााखंंड: करेंंट अफेेयर्सस (संंग्रह), सि तम्बर, 2024 8 z वाास्तुुशि ल्पीीय डि ज़ााइन: ‹ षट््ककोणीय संरचना जिसके छहोों पक्षषों पर एक-एक घड़़ी है। ‹ यह टावर लगभग 85 मीटर ऊँचा है, जिसकी घंटियाँ पूरे शहर मेें गूँजती थीीं। ‹ घंटाघर शहर के विकास का प्रतीक है और देहरादून के लिये गौरव का स््ममारक है। कथि त लव जि हााद और भूूमि जि हााद पर सरकाार कीी काार्ररवााई चर्चाा मेंं क्योंं? हााल हीी मेंं उत्तरााखंंड सरकाार नेे रााज्य मेंं जनसांं ख्यि िकीीय परि वर्ततन पर बढ़तीी चिं ंतााओं केे बीीच लव जि हााद, भूूमि जि हााद और ज़बरन धर्मांं तरण केे वि रुद्ध काार्ररवााई शुुरू कीी हैै। मुुख्य बिं ंदुु z जनसांख््ययिकीय परिवर््तनोों पर चिंता व््यक्त की गई, विशेष रूप से पुरुला, धारचूला और नंदनगर जैसे क्षेत्ररों मेें। z उत्तराखंड की जनसंख््यया: लगभग 11.1 मिलियन, जिसमेें हिंदू धर््म प्रमुख धर््म (82.97%) है, उसके बाद इस््ललाम (13.95%) और ईसााई धर्मम (0.37%) हैंं, जैैसाा कि 2011 कीी जनगणनाा तथाा 2023 केे अनुुमाानोंं द्वााराा पताा चलताा हैै नोट : 9 उत्तरााखंंड: करेंंट अफेेयर्सस (संंग्रह), सि तम्बर, 2024 www.drishtiias.com/hindi ‹ जबकि रााज्य मेंं शहरीी प्रवाास और वि काास होो रहाा हैै, जनसांं ख्यि िकीीय परि वर्ततनोंं कोो लेेकर चिं ंतााओं नेे तनााव बढ़ाा दि याा हैै, वि शेेष रूप सेे धाार्मि िक रूप सेे संंवेेदनशीील क्षेेत्रोंं मेंं। z उत्तरााखंंड धाार्मि िक स्वतंंत्रताा अधि नि यम, 2018 ‹ इस काानूून केे तहत धर्मम परि वर्ततन करनेे वाालेे लोोगोंं कोो यह घोोषि त करनाा आवश्यक हैै कि उनकाा धर्मम परि वर्ततन ज़ोोर जबरदस्तीी, दबााव याा धोोखााधड़ीी केे मााध्यम सेे नहींं कि याा गयाा हैै „ यह प्रााधि काारि योंं कोो उन वि वााहोंं कोो अमाान्य घोोषि त करनेे काा अधि काार भीी देेताा हैै, जोो केेवल लड़कीी कोो एक धर्मम सेे दूूसरेे धर्मम मेंं परि वर्ति ित करनेे केे लि येे कि येे गए होंं। ‹ कड़ेे प्राावधाान: यह अधि नि यम गैैरकाानूूनीी धाार्मि िक रूपांं तरण कोो संंज्ञेेय और गैैर-ज़माानतीी अपरााध बनााताा हैै तथाा बल, लाालच याा धोोखााधड़ीी केे मााध्यम सेे धर्मांं तरण कोो अपरााध माानताा हैै। ‹ अधि क सज़ाा: अवैैध धर्मम परि वर्ततन केे लि येे अपरााधि योंं कोो न्यूूनतम 3 वर्षष सेे अधि कतम 10 वर्षष तक कीी जेेल कीी सज़ाा होो सकतीी हैै। ‹ उच्च ज़ुर्माा नाा: 50,000 रुपए काा अनि वाार्यय ज़ुर्माा नाा लगाायाा जााताा हैै तथाा संंभाावि त रूप सेे अपरााधीी कोो पीीड़ि त कोो मुुआवज़ेे केे रूप मेंं 5 लााख रुपए तक काा भुुगताान करनाा पड़ताा हैै। सीीएम धाामीी नेे प्रमुुख सब्सि डीी और परि योोजनााओं कीी घोोषणाा कीी चर्चाा मेंं क्योंं? हााल हीी मेंं उत्तरााखंंड केे मुुख्यमंंत्रीी पुुष्कर सिं ंह धाामीी नेे अपनेे जन्मदि न पर रााज्य केे लि येे कई पहलोंं कीी घोोषणाा कीी। प्रमुुख बिं ंदुु z वि काास परि योोजनााएँँ: उन्होंंनेे बुुनि याादीी ढाँँ चेे और साार्ववजनि क सेेवााओं मेंं सुुधाार केे उद्देेश्य सेे वि भि न्न वि काास परि योोजनााओं काा उद्घााटन एवंं शि लाान्याास कि याा। z उत्तरााखंंड केे मुुख्यमंंत्रीी नेे 100 और 200 यूूनि ट तक वि द्युुत उपयोोग करनेे वाालेे उपभोोक्तााओं केे लि येे 50% सब्सि डीी कीी घोोषणाा कीी। z प्रधाानमंंत्रीी आवाास योोजनाा (शहरीी) केे अंंतर्गगत शि काारपुुर, रुड़कीी, हरि द्वाार मेंं लक्ष्मीी आवाास योोजनाा केे 101 लााभाार्थि ियोंं कोो उनकेे नए घरोंं पर कब्ज़ाा/सम्पत्ति -पत्र और चााबि याँँ सौंंपीी गईं। z जन कल्यााणकाारीी योोजनााएँँ: उत्तरााखंंड केे नि वाासि योंं कोो लााभाान्वि त करनेे केे लि येे नई जन कल्यााणकाारीी योोजनााएँँ शुुरू कीी गईं। z उन्होंंनेे प्रधाानमंंत्रीी आवाास योोजनाा केे तहत वि भि न्न क्षेेत्रोंं मेंं GIS सबस्टेेशनोंं और ट्रांं समि शन लााइनोंं सहि त ADB द्वााराा वि त्त पोोषि त पााँ ँच वि द्युुत परि योोजनााओं काा उद्घााटन कि याा। प्रधाानमंंत्रीी आवाास योोजनाा-शहरीी z परि चय: ‹ प्रधाानमंंत्रीी आवाास योोजनाा (PMAY) सरकाार केे मि शन वर्षष 2022 तक सभीी केे लि येे आवाास केे अंंतर्गगत आतीी हैै, जि सकाा क्रि याान्वयन आवाास और शहरीी माामलोंं केे मंंत्राालय (MoHUA) द्वााराा कि याा जाा रहाा हैै। ‹ यह समाान माासि क कि स्तोंं (EMI) केे मााध्यम सेे पुुनर्भुु गताान केे दौौराान गृृह ऋण कीी ब्यााज दर पर सब्सि िडीी प्रदाान करकेे शहरीी मेंं गरीीबोंं केे लि येे गृृह ऋण कोो वहनीीय बनााताा हैै। z लााभाार्थीी: ‹ यह मि शन झुुग्गीीवाासि योंं सहि त EWS/LIG और MIG श्रेेणि योंं केे बीीच शहरीी आवाास कीी कमीी कोो दूूर करताा हैै। ‹ आर्थि िक रूप सेे कमज़ोोर वर्गग (EWS) केे लि येे, जि नकीी अधि कतम वाार्षि िक पाारि वाारि क आय 3,00,000 रुपए होो। ‹ नि म्न आय समूूह (LIG) जि सकीी अधि कतम वाार्षि िक पाारि वाारि क आय 6,00,000 रुपए हैै। ‹ मध्यम आय समूूह (MIG I और II) जि नकीी अधि कतम वाार्षि िक पाारि वाारि क आय 18,00,000 रुपए हैै। ‹ लााभाार्थीी परि वाार मेंं पति , पत्नीी, अवि वााहि त पुुत्र और/याा अवि वााहि त पुुत्रि याँँ शाामि ल होंंगीी। नोट : www.drishtiias.com/hindi उत्तरााखंंड: करेंंट अफेेयर्सस (संंग्रह), सि तम्बर, 2024 10 उत्तरााखंंड मेंं 42 वन प्रयोोगशाालााओं कीी स्थाापनाा चर्चाा मेंं क्योंं? हााल हीी मेंं उत्तरााखंंड वन वि भााग नेे वनोंं पर जलवाायुु परि वर्ततन केे प्रभााव कीी नि गराानीी केे लि येे 42 पाारि स्थि िति क प्रयोोगशाालााएँँ स्थाापि त कीी हैंं। प्रमुुख बिं ंदुु z ये प्रयोगशालाएँ रोडोडेेंड्रोन और ब्रह्मकमल मेें शीघ्र पुष््पन तथा उच्च तापमान से प्रभावित लीची की गुणवत्ता जैसे परिवर््तनोों पर डेटा एकत्र करेंंगीी। z ये ‘पारिस््थथितिक प्रयोगशालाएँ’, जिन््हेें ‘जीवित प्रयोगशालाएँ’ भी कहा जाता है, तराई क्षेत्र से लेकर अल््पपाइन घास के मैदानोों तक वि भि न्न पाारि स्थि िति क तंंत्रोंं मेंं फैैलीी हुई हैंं। z उत्तराखंड मेें 46 विभिन्न प्रकार के वन हैैं, जो वैश्विक जलवायु परिवर््तन अनुसंधान मेें महत्तत्वपूर््ण भूमिका निभा सकते हैैं। z उत्तराखंड मेें इस वर््ष गर््ममियोों मेें तापमान 42 डिग्री सेल््ससियस से अधिक हो गया है, जिससे देहरादून की और रामनगर लीची की गुुणवत्ताा प्रभाावि त हुई हैै। z रोडोडेेंड्रोन: रोडोडेेंड्रोन लगभग 1,000 प्रजातियोों वाले फूलदार पौधोों की एक प्रजाति है, जो अपने आकर््षक, चमकीले रंग के फूलोों के लि येे जाानेे जाातेे हैंं और सजाावटीी झााड़ि योंं याा छोोटेे पेेड़ोंं केे रूप मेंं लोोकप्रि य हैंं। z भारत मेें गुलाबी रोडोडेेंड्रोन हिमाचल प्रदेश का राज््य पुष््प है तथा रोडोडेेंड्रोन आर्बोरियम नागालैैंड का राज््य पुष््प और उत्तराखंड का रााज्य वृृक्ष हैै। z स््ववास््थ््य लाभ: हृदय, पेचिश, डायरिया, विषहरण, सूजन, बुखार, कब््ज, ब्ररोंकाइटिस और अस््थमा से जुड़़ी बीमारियोों की रोकथाम व उपचाार। पत्ति योंं मेंं प्रभाावीी एँँटीीऑक्सीीडेंंट गति वि धि होोतीी हैै। नई पत्ति योंं काा उपयोोग सि रदर्दद कोो कम करनेे केे लि येे कि याा जााताा हैै। इस पौौधेे कीी लकड़ीी काा उपयोोग खुुखरीी केे हैंंडल, पैैक सैैडल, उपहाार बॉॉक्स और गनस्टॉॉक बनाानेे केे लि येे कि याा जाा सकताा हैै। z ब्रह्मकमल: यह उत्तराखंड का राज््य पुष््प है। z यह जम््ममू और कश््ममीर से अरुणाचल प्रदेश तक हिमालय के अल््पपाइन घास के मैदानोों मेें पाया जाता है तथा भूटान, चीन, नेपाल व पााकि स्ताान मेंं 3700 सेे 4600 मीीटर कीी ऊँँचााई पर भीी पाायाा जााताा हैै। z पौधे की जड़ों और पुष््प कलियोों का उपयोग ल््ययूकोडर््ममा, मूत्र संबंधी समस््ययाओं, हड्डियोों के फ्रैक्चर, घाव, हड्डियोों मेें दर््द, खाँसी, सर्दीी और पााचन समस्यााओं केे इलााज केे लि येे कि याा जााताा हैै; पूूरेे पौौधेे काा उपयोोग हेेमट्यूूरि याा मेंं पशुु चि कि त्साा केे लि येे कि या ा जााताा हैै। z तवांग मेें इसके सूखे पाउडर या पेस््ट का उपयोग त््वचा रोगोों के लिये किया जाता है और फूलोों की कलियोों का उपयोग फोड़़े के उपचाार केे लि येे कि याा जााताा हैै। लीीचीी z वानस््पतिक वर्गीकरण: लीची सैपिंडेसी से संबंधित है और अपने स््ववादिष्ट, रसदार, पारदर्शी बीजपत्र या खाद्य गूदे के लिये जानी जाती हैै। z जलवायु संबंधी आवश््यकताएँ: लीची उपोष््णकटिबंधीय जलवायु मेें पाई जाती है और नम परिस््थथितियोों को पसंद करती है। यह कम ऊँँचााई वाालेे क्षेेत्रोंं मेंं सबसेे अच्छीी तरह सेे बढ़तीी हैै, लगभग 800 मीीटर कीी ऊँँचााई तक। z मृदा की प्राथमिकता: लीची की कृषि के लिये उपयुक्त मृदा गहरी, अच््छछी जल निकासी वाली, कार््बनिक पदार्थथों से भरपूर दोमट मृदा है। z तापमान संवेदनशीलता: लीची तापमान के प्रति संवेदनशील है। यह गर््ममियोों मेें 40.5 डिग्री सेल््ससियस से अधिक तापमान या सर््ददियोों मेंं शूून्य सेे नीीचेे केे ताापमाान कोो सहन नहींं कर पाातीी हैै। z वर््षषा का प्रभाव: लंबे समय तक वर््षषा, विशेषकर फूल आने के दौरान, परागण मेें बाधा उत््पन्न कर सकती है तथा फसल पर प्रतिकूल प्रभााव डााल सकतीी हैै। नोट : 11 उत्तरााखंंड: करेंंट अफेेयर्सस (संंग्रह), सि तम्बर, 2024 www.drishtiias.com/hindi z भौौगोोलि क कृृषि : भाारत मेंं वााणि ज्यि िक कृृषि पाारंंपरि क रूप सेे उत्तर मेंं हि माालय कीी तरााई मेंं त्रि पुुराा सेे जम्मूू-कश्मीीर तक और उत्तर प्रदेेश एवंं मध्य प्रदेेश केे मैैदाानीी इलााकोंं तक हीी सीीमि त थीी। ‹ लेेकि न बढ़तीी मांं ग और व्यवहाार्ययताा केे काारण इसकीी कृृषि बि हाार, झाारखंंड और छत्तीीसगढ़ जैैसेे रााज्योंं तक फैैल गई हैै। ‹ भाारत केे लीीचीी उत्पाादन मेंं अकेेलेे बि हाार काा योोगदाान लगभग 40% हैै। बि हाार केे बााद पश्चि म बंंगााल (12%) और झाारखंंड (10%) काा स्थाान आताा हैै। z वैैश्वि क उत्पाादन: भाारत पूूरेे वि श्व मेंं लीीचीी काा दूूसराा सबसेे बड़ाा उत्पाादक हैै, जोो चीीन केे बााद दूूसरेे स्था ान पर हैै। अन्य महत्त्वपूूर्णण लीीचीी उत्पाादक देेशोंं मेंं थााईलैंंड, ऑस्ट्रेेलि याा, दक्षि ण अफ्रीीकाा, मेेडाागाास्कर और संंयुुक्त रााज्य अमेेरि काा शाामि ल हैंं। उत्तरााखंंड मेंं दीीन दयााल उपााध्यााय होोमस्टेे वि काास योोजनाा चर्चाा मेंं क्योंं? वि श्व पर्ययटन दि वस (27 सि तंंबर, 2024) केे उपलक्ष्य मेंं, उत्तरााखंंड सरकाार अपनेे पर्ययटन बुुनि याादीी ढाँँ चेे कोो बढ़ाानेे केे लि येे महत्त्वपूूर्णण कदम उठाा रहीी हैै मुुख्य बिं ंदुु z रााज्य सरकाार नेे दीीनदयााल उपााध्यााय होोम स्टेे योोजनाा केे तहत उपलब्ध कमरोंं कीी संंख्याा बढ़ाानेे कीी योोजनाा कीी घोोषणाा कीी हैै, जि सकाा उद्देेश्य पर्ययटकोंं केे लि येे कि फाायतीी और प्राामााणि क आवाास वि कल्पोंं कोो बढ़ाावाा देेनाा हैै। z दीीन दयााल उपााध्यााय गृृह नि वाास वि काास योोजनाा: ‹ यह योोजनाा लोोकप्रि य और दूूरस्थ पर्ययटन स्थलोंं पर पर्ययटकोंं कोो आकर्षि ित करनेे, स्थाानीीय आवाास सुुवि धााओं कोो बढ़ाानेे, स्थाानीीय नि वाासि योंं केे लि येे रोोजगाार केे अवसर उत्पन्न करनेे और मकाान माालि कोंं केे लि येे आय काा एक अति रि क्त स्रोोत प्रदाान करनेे केे लि येे तैैयाार कीी गई हैै। z मुुख्य उद्देेश्य: ‹ इस योोजनाा काा प्रााथमि क लक्ष्य रााष्ट्रीीय और अंंतर्राा ष्ट्रीीय दोोनोंं पर्ययटकोंं कोो स्वच्छ और कि फाायतीी होोम स्टेे सुुवि धााएँँँ प्रदाान करनाा हैै। ‹ यह सुुवि धाा याात्रि योंं कोो उत्तरााखंंड कीी संंस्कृृति केे बाारेे मेंं जााननेे और रााज्य केे स्वाादि ष्ट व्यंंजनोंं काा आनंंद लेेनेे काा अनूूठाा अवसर भीी प्रदाान करतीी हैै । z सब्सि डीी और सहाायताा: ‹ पहााड़ीी क्षेेत्रोंं केे लि येे: सरकाार ऋण चुुकौौतीी केे पहलेे पाँँ च वर्षोंं केे लि येे 33% याा 10 लााख रुपए (जोो भीी कम होो) कीी पूंं जीी सब्सि िडीी और ब्यााज काा 50% याा 1.50 लााख रुपए प्रति वर्षष (जोो भीी कम होो) कीी ब्यााज सब्सि िडीी प्रदाान करतीी हैै। ‹ मैैदाानीी क्षेेत्रोंं केे लि येे: पूंं जीी सब्सि िडीी 25% याा 7.50 लााख रुपए, जोो भीी कम होो, और ब्यााज सब्सि िडीी ऋण चुुकौौतीी केे पहलेे पाँँ च वर्षोंं केे लि येे ब्यााज काा 50% याा 1 लााख रुपए प्रति वर्षष, जोो भीी कम होो, हैै। „ इस योोजनाा काा उद्देेश्य स्थाानीीय अर्थथव्यवस्थाा कोो समर्थथन देेतेे हुए आवाास कीी गुुणवत्ताा और उपलब्धताा को ो बढ़ााकर उत्तरााखंंड कोो अधि क आकर्षषक गंंतव्य बनाानाा हैै। उत्तरााखंंड मेंं भूूस्खलन काा प्रभााव चर्चाा मेंं क्योंं? चमोोलीी ज़ि लेे मेंं बद्रीीनााथ रााष्ट्रीीय रााजमाार्गग (NH-7) कोो अत्यधि क वर्षाा केे काारण बाार-बाार अवरुद्ध होो रहाा हैै, जि ससेे भूूस्खलन और मलबाा जमाा होो गयाा हैै। प्रमुुख बिं ंदुु z भाारतीीय मौौसम वि ज्ञाान वि भााग (IMD) नेे उत्तरााखंंड मेंं कुुछ स्थाानोंं पर अत्यधि क वर्षाा कीी भवि ष्यवााणीी कीी हैै, जि ससेे और अधि क व्यवधाान उत्पन्न होो सकताा हैै। z भूूस्खलन: ‹ भूूस्खलन एक भूूवैैज्ञाानि क घटनाा हैै जि समेंं ढलाान पर चट्टाान, मृृदाा और मलबेे काा भाार नीीचेे कीी ओर खि सकताा हैै। नोट : www.drishtiias.com/hindi उत्तरााखंंड: करेंंट अफेेयर्सस (संंग्रह), सि तम्बर, 2024 12 ‹ भूूस्खलन प्रााकृृति क और माानव नि र्मि ित दोोनोंं ढलाानोंं पर होो सकताा हैै, और येे प्राायःः अत्यधि क वर्षाा , भूूकंंप, ज्वाालाामुुखीी गति वि धि , माानवीीय गति वि धि योंं (जैैसेे नि र्माा ण याा खनन) और भूूजल स्तर मेंं परि वर्ततन जैैसेे काारकोंं केे संंयोोजन सेे उत्पन्न होोतेे हैंं। ‹ भूूस्खलन कोो उनकीी गति शीीलताा वि शेेषतााओं केे आधाार पर वि भि न्न प्रकाारोंं मेंं वर्गीीकृृत कि याा जााताा हैै: „ स्खलन/स्लााइड (Slides): एक वि खंंडि त सतह (Rupture surface) केे सााथ गति , जि समेंं घूूर्णीी और स्थाानांं तरणीीय स्लााइड शाामि ल हैंं जहाँँ दराार वाालीी सतह घुुमाावदाार होोतीी हैै, और स्थाानाान्तरण स्लााइड, सतह समतल होोतीी हैै। ‹ प्रवााह/फ्लोो (Flows): येे मृृदाा याा शैैल केे ऐसेे संंचलन हैंं जि नमेंं बड़ीी माात्राा मेंं जल भीी शाामि ल होोताा हैै, जोो इस द्रव्यमाान कोो तरल पदाार्थथ कीी तरह प्रवााहि त करताा हैै, जैैसेे कि पृृथ्वीी काा प्रवााह, मलबेे काा प्रवााह, कीीचड़ काा प्रवााह। ‹ फैैलााव/स्प्रेेड (Spreads): येे मृृदाा याा शैैल केे ऐसेे संंचलन हैंं जि नमेंं पाार्श्वव वि स्ताार और द्रव्यमाान काा टूूटनाा शाामि ल होोताा हैै। येे आमतौौर पर साामग्रीी केे द्रवीीकरण याा पटल वि रूपण केे काारण होोतेे हैंं। ‹ अग्रपाात/टॉॉपल्स (Topples): येे मृृदाा याा शैैल केे ऐसेे संंचलन हैंं जि नमेंं ऊर्ध्वा ा धर याा नि कट-ऊर्ध्वा ा धर भृृगुु याा ढलाान सेे द्रव्यमाान काा आगेे कीी ओर घूूमनाा और मुुक्त रूप सेे गि रनाा शाामि ल होोताा हैै। ‹ प्रपाात/फॉॉल्स (Falls): येे मृृदाा याा शैैलोंं केे ऐसेे संंचलन हैंं जि नमेंं येे खड़ीी ढलाान याा भृृगुु सेे अलग होो जाातेे हैंं और मुुक्त रूप सेे गि रतेे हैंं तथाा लुुढ़कतेे हुए आगेे बढ़तेे हैंं। धन्यवााद प्रकृृति चर्चाा मेंं क्योंं? हााल हीी मेंं मन कीी बाात केे 114 वेंं एपि सोोड मेंं, प्रधाानमंंत्रीी नेे स्वच्छ भाारत मि शन कीी सफलताा पर प्रकााश डाालाा और पूूरेे भाारत मेंं व्यक्ति गत स्वच्छताा प्रयाासोंं कीी प्रशंंसाा कीी। मुुख्य बिं ंदुु z उत्तरााखंंड काा झाालाा गाँँ व: z उत्तरकााशीी केे झाालाा गाँँ व केे युुवााओं नेे ‘धन्यवााद प्रकृृति ‘ नााम सेे एक अभि याान शुुरू कि याा हैै । z इस पहल केे तहत, ग्राामीीणजन प्रति दि न दोो घंंटेे अपनेे आस-पाास कीी सफााई करतेे हैंं तथाा गाँँ व केे बााहर अपशि ष्ट काा उचि त तरीीकेे सेे नि पटाान करतेे हैंं। z प्रधाानमंंत्रीी नेे अन्य गाँँ वोंं और इलााकोंं सेे भीी इस पहल कोो अपनाानेे काा आग्रह कि याा। z स्वच्छ भाारत मि शन कीी 10वींं वर्षषगाँँ ठ: z प्रधाानमंंत्रीी नेे श्रोोतााओं कोो यााद दि लाायाा कि 2 अक्तूूबर, 2024 कोो स्वच्छ भाारत मि शन केे 10 वर्षष पूूरेे होो जााएंंगेे। z उन्होंंनेे कहाा कि यह आंंदोोलन स्वच्छताा केे प्रति महाात्माा गांं धीी कीी आजीीवन प्रति बद्धताा केे प्रति एक सच्चीी श्रद्धांं जलि हैै। z प्रधाानमंंत्रीी नेे ‘वेेस्ट टूू वेेल्थ’ मंंत्र केे बढ़तेे प्रभााव पर प्रकााश डाालाा, जहाँँ अधि क लोोग ‘न्यूूनीीकरण (Reduce)’, ‘पुुन: उपयोोग (Reuse)’ और ‘पुुनर्चचक्रण (Recycle)’ केे सि द्धांं तोंं कोो अपनाा रहेे हैंं। स्वच्छ भाारत मि शन (Swachh Bharat Mission- SBM) z परि चय: ‹ यह एक वि शााल जन आंंदोोलन हैै जि सकाा उद्देेश्य स्वच्छ भाारत बनाानाा हैै। हमाारेे रााष्ट्रपि ताा महाात्माा गांं धीी हमेेशाा स्वच्छताा पर ज़ोोर देेतेे थेे क्योंंकि स्वच्छताा सेे स्वस्थ और समृृद्ध जीीवन प्रााप्त होोताा हैै। ‹ इसेे ध्याान मेंं रखतेे हुए, भाारत सरकाार नेे 2 अक्तूूबर 2014 कोो स्वच्छ भाारत मि शन शुुरू करनेे काा नि र्णणय लि याा हैै। यह मि शन सभीी ग्राामीीण और शहरीी क्षेेत्रोंं कोो कवर करेेगाा। „ मि शन केे शहरीी घटक काा काार्याा न्वयन आवाास और शहरीी माामलोंं केे मंंत्राालय द्वााराा कि याा जााएगाा, तथाा ग्राामीीण घटक काा काार्याा न्वयन जल शक्ति मंंत्राालय द्वााराा कि याा जााएगाा। F F F F नोट :

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