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spiritual teachings personal growth spiritual practices self-improvement

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This document appears to be a transcript of a spiritual discourse, potentially from a religious organization. It focuses on guiding principles for improvement of thoughts, actions, and personal interactions. Keywords include spiritual teachings, personal growth, and spiritual practices.

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06-10-24 ात:मुरली ओम् शा ''अ - रवाइज: 24-02-02 बापदादा'' मधुबन “बाप को करने के लए अपनी वा दूसरों क वृि को पॉ जिटव बनाओ''...

06-10-24 ात:मुरली ओम् शा ''अ - रवाइज: 24-02-02 बापदादा'' मधुबन “बाप को करने के लए अपनी वा दूसरों क वृि को पॉ जिटव बनाओ'' आज िव क ाणी बापदादा अपने चारों ओर के ब ों को दे ख हिषत हो रहे ह। हर एक ब े के मन के उमं ग दे ख भी रहे ह और सुन भी रहे ह। सभी के मन म ल एक ही है िक ज ी से ज ी बाप समान बन। ल को दे ख, िह त को दे ख, े सं क को दे ख बापदादा खुश ह। साथ-साथ यह भी दे ख रहे ह िक ल सबका ब त ऊंचे ते ऊंचा है लेिकन पम ल ण न रवार ह। ल और ल ण समान होना अथात् बाप समान बनना। जो सेवा क े ज पर िनिम ब े ह, वह सदा एक ही सं क म रहते िक बाप को कै से कर, कब होगा! ऐसे सं क चलता है ना? बाप िफर ब ों से पूछते ह, िक ब े आप सभी स , स ूण प म यं कब होंगे? बाप का े न है ब ों ित िक वह डेट भी िफ क है? िक वह डेट िफ नहीं होनी है? डबल फारेनस कहते ह कोई भी ो ाम क डेट एक साल पहले िफ िकया जाता है, ऐसे कहते ह ना! तो बाप कहते ह यं को करने क डेट िफ क है? मीिटं स तो ब त क ह ना! करते ही रहते ह। आज फलानी मीिटंग है, कल फलानी। अभी भी िकतने मीिटंग वाले आये ह, तीन मीिटंग वाले आज भी बैठे ह। यह तो ब त अ ा, लेिकन इस मीिटंग क डेट कौन सी है? जो सोच वही बोल हो, वही कम हो। सं क , बोल और कम तीनों े ल माण हो। बापदादा दे खते ह िक यह सव िव क ाण के िनिम बने ए ब े, सव आ ाओं के क ाणकारी प म े ज पर कब आयगे? हर एक गु पु षाथ म ह, लगन म ह, यह भी बापदादा दे खते ह। लेिकन इस िवशेष सं क क लगन म मगन कब होंगे? लगन तो है लेिकन िनर र इस सं क को स करने म मगन रहना अथात् िनर र इसी सं क को पूण करने के ै कल पम हो। अभी सं क और कम म अ र है। होना तो है ही और करना भी ब ों को ही है। बाप तो बैकबोन है ही। तो बापदादा दे ख रहे थे िक सबसे ती गित क सेवा है - “वृि ारा वाय ेशन फैलाना''। वृि ब त ती रॉके ट से भी तेज है। वृि ारा वायुम ल को प रवतन कर सकते हो। जहाँ चाहो, जतनी आ ाओं के ित चाहो वृि ारा यहाँ बैठे-बैठे प ंच सकते हो। वृि ारा ि और सृि प रवतन कर सकते हो। लेिकन एक बात वृि ारा सेवा करने म कावट डाल रही है, वृि ारा वाय ेशन फैलता है। आपके जड़ च अब तक, ला ज तक वाय ेशन ारा सेवा कर रहे ह ना! दे खा है ना! म र दे खे ह ना! डबल फारेनस ने म र दे खे ह? नहीं दे खे हों तो दे ख लेना ोंिक आपके ही म र ह ना! कु मा रयां आपके म र ह या इ या वालों के म र ह? सभी के म र ह, अ ा। मुबारक हो। म र क मूितयां प म वाय ेशन ारा सेवा कर रही ह अथात् आप आ ाय म र क मूितयां सेवा कर रही ह। िकतने भ वाय ेशन ारा अपनी सव इ ाय पूण कर रहे ह। तो हे चैत मूितयां, अब अपने शुभ भावना क वृि , शुभ कामनाओं क वृि से वायुम ल म वाय ेशन फैलाओ। लेिकन, लेिकन कहना अ ा नहीं लगता लेिकन कहना पड़ता है। पा व लेिकन श अ ा लगता है? नहीं अ ा लगता। लेिकन, लेिकन है या ख हो गया? इसके लए सबसे सहज िव ध है पहले हर एक अपने अ र चेक करो - एक सेक म चेक कर सकते हो। अभी-अभी करो। सेक दे व ा, िक बोलने म सेक िमल गया। अभी अपने अ र चेक करो - मेरी वृि म िकसी आ ा के ित भी कोई िनगेिटव वाय ेशन है? िव का वायुम ल प रवतन करना है, लेिकन अपने मन म िकसी एक आ ा के ित भी अगर थ वाय ेशन वा स ा वाय ेशन भी िनगेिटव है तो वह िव प रवतन कर नहीं सके गा। बाधा पड़ता रहेगा, समय लग जायेगा। वायुम ल म पॉवर नहीं आयेगी। कई ब े कहते ह वह है ही ऐसा ना! है ही ना! तो वाय ेशन तो होगा ना! बाप को भी ान दे ते ह, बाबा आपको पता नहीं है, वह आ ा है ही ऐसी। लेिकन बाप पूछते ह िक वह खराब है, रांग है, होना नहीं चािहए लेिकन खराब को अपने वृि म रखो, ा यह बाप क छु ी है? जो समझते ह यह बाप क छु ी नहीं है, वह एक हाथ उठाना। टी.वी. म िदखाओ। (दादी को) आप दे ख रही हो ना! अ ा। याद रखना हाथ उठाया था। डबल फारेनस ने हाथ उठाया! बापदादा क टी.वी. म तो आ ही रहा है। जब तक हर ा ण आ ा के यं क वृि म कै सी भी आ ा के ित वाय ेशन िनगेिटव है तो िव क ाण ित वृि से वायुम ल म वाय ेशन फैला नहीं सकगे। यह प ा समझ लो। िकतनी भी सेवा कर लो, रोज़ आठ-आठ भाषण कर लो, योग शिवर करा लो, कई कार के कोस करा लो लेिकन िकसी के ित भी अपनी वृि म कोई पुराना िनगेिटव वाय ेशन नहीं रखो। अ ा वह खराब है, ब त गलितयां करता है, ब तों को दु:ख दे ता है, तो ा आप उसके दु:ख दे ने म ज ेवार बनने के बजाए, उसको प रवतन करने म मददगार नहीं बन सकते! दु:ख म मदद नहीं करना है, उसको प रवतन करने म आप मददगार बनो। अगर कोई ऐसी भी आ ा है जो आप समझते ह, बदलना नहीं है। चलो, आपक जजमट म वह बदलने वाली नहीं है, लेिकन न रवार तो ह ना! तो आप ों सोचते हो यह तो बदलने वाली है ही नहीं। आप ों जजमट दे ते हो, वह तो बाप जज है ना। आप सब एक दो के जज बन गये हो। बाप भी तो दे ख रहा है, यह ऐसे ह, यह ऐसे ह, यह ऐसे ह....। ा बाप को म दे खा कै सी भी जज बन गये हो। बाप भी तो दे ख रहा है, यह ऐसे ह, यह ऐसे ह, यह ऐसे ह....। ा बाप को म दे खा कै सी भी बार-बार गलती करने वाली आ ा रही लेिकन बापदादा (िवशेष साकार प म ा बाप) ने सव ब ों ित याद ार दे ते, सव ब ों को मीठे -मीठे कहा। दो चार कडु वे और बाक मीठे... ा ऐसे कहा? िफर भी ऐसी आ ाओं के ित भी सदा रहमिदल बन। मा के सागर बन। लेिकन अ ा आपने अपनी वृि म िकसी के ित भी अगर िनगेिटव भाव रखा, तो इससे आपको ा फायदा है? अगर आपको इसम फायदा है, िफर तो भले रखो, छु ी है। अगर फायदा नहीं है, परेशानी होती है..., वह बात सामने आयेगी। बापदादा दे खते ह, उस समय उसको आइना िदखाना चािहए। तो जस बात म अपना कोई फायदा नहीं है, नॉलेजफुल बनना अलग चीज़ है, नॉलेज है - यह रांग है, यह राइट है। नॉलेजफुल बनना रांग नहीं है, लेिकन वृि म धारण करना यह रांग है ोंिक अपने म ही मूड आफ, थ सं क , याद क पावर कम, नुकसान होता है। जब कृ ित को भी आप पावन बनाने वाले हो तो यह तो आ ाय ह। वृि , वाय ेशन और वायुम ल तीनों का स है। वृि से वाय ेशन होते ह, वाय ेशन से वायुम ल बनता है। लेिकन मूल है वृि । अगर आप समझते हो िक ज ी-ज ी बाप क ता हो तो ती -गित का य है सब अपनी वृि को अपने लए, दूसरों के लए पॉ जिटव धारण करो। नॉलेजफुल भले बनो लेिकन अपने मन म िनगेिटव धारण नहीं करो। िनगेिटव का अथ है िकचड़ा। अभी-अभी वृि पावरफुल करो, वाय ेशन पावरफुल बनाओ, वायुम ल पावरफुल बनाओ ोंिक सभी ने अनुभव कर लया है, वाणी से प रवतन, श ा से प रवतन ब त धीमी गित से होता है, होता है लेिकन ब त धीमी गित से। अगर आप फा गित चाहते हो तो नॉलेजफुल बन, मा प बन, रहमिदल बन, शुभ भावना, शुभ कामना ारा वायुम ल को प रवतन करो। दे खो, दे खा है आप सबने, मधुबन म जो भी आते ह, सबसे ादा भाव िकस बात का पड़ता है? वायुम ल का। यहाँ भी चाहे सभी न रवार ह लेिकन ा बाप क कमभूिम है, बापदादा क वरदान भूिम है, वह वायुम ल प रवतन कर दे ता है। अनुभव है ना! तो वाय ेशन ारा वायुम ल बनाना, यह है ती गित का िदल का छाप। वायुम ल िदल म छप जाता है। सुनी ई बात भूल सकती ह लेिकन वायुम ल का िदल पर छाप लग जाता है, वह भूल नहीं सकता। ऐसे है? तो बापदादा सुनते रहते ह, ता कब होगी, आपस म ह रहान तो अ करते हो। अ ा है। बोलो, पा व अभी ा करगे? वायुम ल पावरफुल बनाना। चाहे सेवाके ह, चाहे जो भी ान ह, वृि म हो तो भी वायुम ल पावरफुल। चारों ओर का वायुम ल अगर स ूण िनिव , रहमिदल, शुभ भावना, शुभ कामना वाला बन जायेगा तो ता म कोई दे री नहीं। अभी बापदादा ने जो डेट दी, वह बापदादा को याद है। िहसाब तो पूछगे ना! हर एक ने अपना एकाउ तो रखा है ना! तो एकाउ म बापदादा यही चेक करगे - वृि म, ि म, बोल म रहमिदल, शुभ भावना और शुभ कामना वाली आ ा िकतने परसे म रही? अभी भी 15 िदन तो होंगे ना! ादा ह। अ ा, जसने नहीं भी िकया हो तो 15 िदन भी कर लेना तो भी पास कर लगे। बीती को िब ी लगाना और रहम के स ु बन जाना। मा के स ु बन जाना। (बापदादा ने िडल कराई) सुना सभी ने! अ ा। तीन मीिटंग वाले जो आये ह, ाक वाले एक हाथ उठाओ। अ ा। ब त अ ा। अभी इसी िवषय पर रसच करो, वायुम ल कै से ै कल म े ते े बना सकते ह! रसच कर रहे हो ना! ऐसा वायुम ल बनाने के लए ा- ा बुि म रखना है, ा- ा कम म करना है, स -स क म करना है। अ ा है अपने आपको िबजी रखते हो, अ बात है। लेिकन बापदादा यह ै कल अनुभव दे खने चाहते ह िक कै से ै कल िकया और उसका प रणाम ा िनकला? अगर बीच म कु छ भी कावट आई तो ा आई? यह अनुभव ै कल करके दे खो, सफ ाइं नहीं िनकालना, यह करना है, यह करना है। नहीं। करो। अनुभव करके ए जै ुल बनकर िदखाओ और वह ए जै ुल औरों को भी सहयोग दे गा। ठीक है ना! यह (रमेश भाई) िनिम है ना! अ ा है। अभी भी 15 िदन पड़ा है, अभी ला नहीं आ है। अभी ब त गया, लेिकन थोड़ा रहा है तो ाक वाले ऐसा ै कल करके दे खो और औरों को िदखाओ। ठीक है? कर सकगे? हो सके गा? अ ा, ठीक है, ब त अ ा। अ ा। दूसरी मीिटंग है टांसपोट क :- टांसपोट वाले तो सबको सुख दगे। टांसपोट वाले हाथ उठाओ। अ ा। बहन, बहनों के िबना तो गित नहीं है। तो टांसपोट वाले ा करगे? सफ या ा करायगे? टांसपोट वाले ऐसे आपस म ो ाम बनाओ जो िकसी भी आ ा को कम से कम समय म दु:ख क दुिनया से पार करके थोड़े समय के लए भी शा क या ा करा सको। चलो, परमधाम तक तो प ंचना मु कल है लेिकन दु:ख के दुिनया क शा क या ा तो कर सकते ह। वह ैन तो ब त बनाओ, चारों कार क या ाओं वालों को बापदादा का स े श तो प ंचा रहे हो, प ंचायगे ही; ोंिक कोई भी वग रह नहीं जाये ना। यह अ ा है जो वग क इ े शन िनकाली है, यह अ है, उ ना नहीं िमलेगा। कोई भी वग रह नहीं जायेगा, हर एक अपने वग को आगे बढ़ाने का उमं ग तो रखते ह ना! यह ब त अ ा है। लेिकन अभी जो भी वग बने ह, िकतने समय से वग चल रहे ह, डेढ़ दो साल हो गये या ादा हो गये? (10-12 साल) वग क सेवा को 10-12 साल हो गये, अ ा। ब त टाइम हो गया है। वग वालों के लए बापदादा का एक सं क है। बापदादा ने 2-3 बार कहा है लेिकन आ नहीं है, िक हर वग ने जो भी जतने समय म भी सेवा क है, उस एक-एक वग के िवशेष सिवसएबुल चाहे सहयोगी ह, चाहे हाफ योगी ह, कभी-कभी आते ह, रे ुलर नहीं है, ऐसे कोई हर वग वाले कम से कम 5 तो सब वग के सामने आने चािहए। मधुबन म वह कभी-कभी आते ह, रे ुलर नहीं है, ऐसे कोई हर वग वाले कम से कम 5 तो सब वग के सामने आने चािहए। मधुबन म वह सभी दे ख िक वग वालों ने, चाहे 10-12 हों लेिकन 5 तो लाओ प े , अ े सहयोगी, सेवा के िनिम बनने वाले 5-5 तो िनकल सकते ह या नहीं! िनकल सकते ह तो लाओ। (कब लाय?) वह दािदयों के ऊपर ह। (बापदादा के ो ाम म लाय?) वह िफर ऐसे बापदादा से िमलने के लायक हों, 5 तो िनकल ही सकते ह। ादा नहीं कहते, 5 बस। तो यह दािदयां पास करगी। इं जीिनयस:- इं जीिनयस का तो काम ही है ैन बनाना। तो ती पु षाथ का कोई ैन बनाया िक सफ सेवा का बनाया? इं जीिनयस को हर मास ती पु षाथ का कोई नया-नया ैन बनाना चािहए। राय दे नी चािहए िफर फाइनल तो दािदयां करगी। दािदयां आपके साथी ह, लेिकन इं जीिनयस और साइं स, िव ान वालों को ऐसा कोई ैन बनाना चािहए जो ज ी-ज ी नई दुिनया आ जाए। बस यही मीिटंग करते रहगे, ैन बनाते रहगे, कब तक? कोई ती गित के ैन बनाओ ोंिक ल तो आपके वग का यही है िक ऐसे ैन बन जो अपना रा ज ी से ज ी आये। तो ऐसा भी ैन बनाओ और सेवा म भी थोड़े समय म ादा सफलता िदखाई दे , ऐसे ैन बनाओ। ऐसे ैन बनायगे ना! ला टन म सब रपोट सुनगे िक हर एक वग ने सफलता को ती बनाने का ा ैन बनाया! सफ बनाना नहीं है, 15 िदन उसका अ ास करना है, ै कल म लाना है। ठीक है ना। अभी ै कल होना है ना! एक दो म सभी कहते ह, बापदादा तो सबक ह रहान सुनते रहते ह। सभी कहते ह हो, हो। लेिकन पहले आप तो हो जाओ। बाप भी आप ारा होगा ना! अ ा - अभी-अभी अपनी वृि को एका कर सकते हो? कहाँ भी वृि हलचल म नहीं आये। अचल, एका , शि शाली रहे। (बापदादा ने िडल कराई) अ ा। चारों ओर के सव सिवसएबुल ब ों को, सदा अपने े वाय ेशन ारा सेवा करने वाले ती गित का पु षाथ करने वाले ब ों को सदा मा के मा र सागर, सदा शुभ भावना, शुभ कामना ारा ब त कमजोर आ ाओं को भी शि शाली बनाने वाले ऐसे मा र सवशि वान ब ों को बापदादा का ब त-ब त याद ार और नम े। वरदान:- समय माण हर काय म सफल होने वाले ानी योगी तू आ ा भव ान का अथ है समझ। समझदार उसे कहा जाता है जो समय माण समझदारी से काय करते ए सफलता को ा करे। समझदार क िनशानी है वह कभी धोखा नहीं खा सकते। और योगी क िनशानी है ीन और ीयर बुि । जसक बुि ीन और ीयर है वह कभी नहीं कहेगा िक पता नहीं ऐसा ों हो गया! यह श ानी और योगी आ ाय नहीं बोल सकती, वे ान और योग को हर कम म लाती ह। ोगन:- अचल-अडोल वही रहते जो अपने आिद अनािद सं ार- भाव को ृित म रखते ह।

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