मुहावरे और उनका अर्थ PDF
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This document provides a list of Hindi idioms and their meanings. The idioms listed range from "अपनी खिचड़ी अलग पकान" which translates to "doing one's own thing" to "अरमान निकालना" which means "fulfilling a desire".
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मुहावरे और उनका अर्थ अ से मुहावरे अपनी खिचड़ी अलग पकान – सबसे पृथक् काम करना। अम्बर के तारे गिनना – नींद न आना। अंगारे बरसना – अत्यधिक गर्मी पड़ना। अक्ल का अंधा – मूर्ख होना। अंगा...
मुहावरे और उनका अर्थ अ से मुहावरे अपनी खिचड़ी अलग पकान – सबसे पृथक् काम करना। अम्बर के तारे गिनना – नींद न आना। अंगारे बरसना – अत्यधिक गर्मी पड़ना। अक्ल का अंधा – मूर्ख होना। अंगारों पर पैर रखना – कठिन कार्य करना। अक्ल चरने जाना – मतिभ्रम होना, बुद्धि भ्रष्ट हो अंगारे सिर पर धरना – विपत्ति मोल लेना। जाना। अँगूठा चूसना – बड़े होकर भी बच्चों की तरह अक्ल के घोड़े दौड़ाना – हवाई कल्पनाएँ करना। नासमझी की बात करना। अक्ल पर पत्थर पड़ना – बुद्धि नष्ट होना। अंगूठी का नगीना होना – अत्यधिक सम्मानित अगर मगर करना – बचने का बहाना ढूँढना। व्यक्ति अथवा वस्तु। अंग-अंग फूले न समाना – अत्यधिक प्रसन्न होना। अन्त न पाना – रहस्य न जान पाना। अंगद का पैर होना – अति दुष्कर/असम्भव कार्य अन्न-जल उठना – किसी कारणवश एक स्थान से दूसरे स्थान होना। पर चले जाना। अंधी सरकार – विवेकहीन शासन। अंत बिगाड़ना – परिणाम खराब करना। अंधे के आगे रोना – निष्ठुर के आगे अपना दुःखड़ा अपना राग अलापना – दूसरों की अनसुनी करके अपने ही रोना।। स्वार्थ की बात कहना। अलख जगाना – पुकारकर परमात्मा का स्मरण करना या सठियाना – बुद्धि भ्रष्ट होना। कराना। अक्ल से दूर होना – समझ में न आना। अकबक करना – प्रलाप करना। अजीज़ जानना – सम्मान की दृष्टि से देखना, अक्ल का कसूर – अक्ल की कमी या समझ का दोष होना। मोहब्बत करना या प्यारा समझना। अक्ल का चक्कर में आना – हैरान होना, चकित होना। अटकन-वटकन खेलना – व्यर्थ कार्यों में लगना या अक्ल का पुतला – बहुत बुद्धिमान। निरर्थक काम करना। अक्ल का मारा – बहुत ही मूर्ख होना। अधर में झूलना – दुविधा में पड़ा रहना। अक्ल के घोड़े दौड़ाना – तरह-तरह की कल्पना करना। अक्ल पर पत्थर पड़ना – बुद्धि भ्रष्ट होना या अक्ल के तोते उड़ जाना – होश ठिकाने न रह जाना। बुद्धि नष्ट होना। अक्ल के बखिये उधेड़ना – बुद्धि नष्ट कर देना। अधौड़ी अस्तर तानना – छक कर खाना। अक्ल खर्च करना – समझ को काम में लाना, सोचना- अमल पानी करना – भांग या अफ़ीम आदि को पानी में समझना। घोलकर पीना या नशे की चीज़ें समय पर पीना। अक्ल दौड़ाना – सोचना या गौर करना। अमान माँगना – रक्षा की प्रार्थना करना, त्राहि- त्राहि करना। अपना-सा मुँह लेकर रह जाना – लज्जित होना। अपना रास्ता नापना – किसी स्थान से चले अपने मुँह मियाँ मिट्ठू बनना – अपनी प्रशंसा जाना या वहां से हट जाना। स्वयं करना। अपना सिक्का जमाना – अपने को श्रेष्ठ अपने पैरों पर खड़ा होना – स्वालंबी होना। सिद्ध करना, अपना प्रभुत्व स्थापित करना। अपने पाँव में कुल्हाड़ी मारना – अपने अहित का अपना ही राग अलापना – अपनी-अपनी कहना, काम स्वयं करना। अपनी ही बात करना और किसी दूसरे की बात न अक्ल के पीछे लट्ठ लिए फिरना -हर काम बुद्धि के सुनना। विरुद्ध करना, हर समय वेबकूफी का काम करना, हर अपनी खिचड़ी अलग पकाना – सबसे अलग रहना। काम में मूर्खों की तरह व्यवहार करना। अपनी गली में कुत्ता शेर – अपने घर में अक्ल चरने जाना – बुद्धि व समझदारी की कमी होना। शक्तिशाली होना। अक्ल ठिकाने लगाना – क्षति, हानि, अपमान आदि होने पर अपनी ग़लती समझ में आना या ग़लत काम अपनी माँ का दूध पिए होना – शक्तिशाली करने वाले को दंड देना। होना और साहसी होना। अपना उल्लू सीधा करना – अपना काम बनाना। अपने पैरों पर में कुल्हाड़ी मारना – अपना घर दूर से सूझना – अपने मतलब की बात को अपनी हानि स्वयं करना। तुरन्त समझ लेना। अपने मुँह मियाँ मिटटू बनना – स्वयं अपनी अपना-सा मुँह लेकर रह जाना – किसी कार्य में बड़ाई करना। असफल होने पर अपमानित या लज्जित होना। अरमान निकालना – इच्छा पूरी करना। अरमान रहना – इच्छा का पूरा न होना। आ से मुहावरे आँखें सेंकना – दर्शन का सुख उठाना। आधा तीतर आधा बटेर – अधूरा ज्ञान होना। आँखों में धूल झोंकना – धोखा देना। आपे से बाहर होना – सामर्थ्य से अधिक क्रोध प्रकट आकाश-पाताल एक करना – अत्यधिक प्रयत्न अथवा परिश्रम करना। करना। आँखें नीची होना – लज्जा से गड़ जाना, लज्जा का अनुभव आँख चुराना – बचना, छिप जाना। करना। आँखें चार होना– आमने सामने देखना या किसी से आमना आड़े समय पर काम आना – मुसीबत में सहायक होना। सामना होना। आँखें फेरना – उपेक्षा करना, कृपा दृष्टि न रखना। आँखों पर परदा पड़ना – विपत्ति की ओर ध्यान न जाना। आँखें बिछाना – आदरपूर्वक किसी का स्वागत करना। आंखों का पानी ढलना – निर्लज्ज हो जाना। आँखें खुल जाना – वास्तविकता का ज्ञान होना, सीख आँख दिखाना – क्रोधित होना। मिलना। आग-बबूला होना – अत्यधिक क्रोध करना। आँखों में सरसों का फूलना – विवेक न होना। आठ-आठ आँसू बहाना – बहुत अधिक रोना। आँख का तारा, आँख की पुतली होना – बहुत प्यारा होना। आसमान पर दिमाग चढ़ना – अत्यधिक घमंड होना। आँतें गले में आना – बहुत परेशान आग लगना – क्रोध भड़कना, नष्ट होना, करना। किसी वस्तु का बहुत महँगा हो जाना। आवे का आवा बिगड़ना – पुरे परिवार या आग लगाकर तमाशा देखना – झगड़ा खड़ा समूह आदि का किसी बुराई में समान रूप करके उसमें आनंद लेना। से लिप्त होना। आग लगाकर पानी को दौड़ना – पहले आँख चुराना – लज्जा के कारण सामने न झगड़ा लगाना और फिर उसको शांत करने आना। का प्रयत्न करना। आँख झपकाना – आँख से इशारा करना। आग लगे पर कुआ खोदना – किसी काम को आँख झेंपना – लज्जित होना। पहले से न करके ऐन वक्त पर करने का आँख टंगना – टकटकी बँधना। प्रयत्न करना। आँख टेढ़ी करना – बे-मुरौवती दिखाना, आग लेने आना – उलटे पाँव लौट जाना। मन हटा लेना। आँख में चढ़ना – पसंद आना। आँख नीली-पीली करना – गुस्सा दिखाना, आँख में फिरना – ध्यान बना रहना। धमकाना। आँख में समाना – स्मरण बना रहना। आँख पड़ना – पाने की इच्छा होना। आँख सुख कलेजे ठंडक – पूर्ण आँख फड़कना – पलक का बार-बार हिलना प्रसन्नता। (इसके आधार पर शुभाशुभ का अनुमान किया जाता है)। आसमान छूना – बहुत ऊँचा होना। आँख को रो बैठना – आँख खो देना। आकाश-पाताल का अन्तर – बहुत अधिक अन्तर। जमीन आसमान के कुलावे मिलाना– बहुत डींग आकाश खुलना – आसमान साफ़ होना, बादल हट जाना। हाँकना या बहुत शेखी मारना । आग उगलना – कड़वी बातें कहना। आसमान टूटना – अचानक भारी विपत्ति आ पड़ना। आग की तरह फैल जाना – बहुत तेज़ी से फैलना या प्रभावित होना। आसमान दिखाना – चित्त या परास्त करना। आग पर तेल छिड़कना – किसी के क्रोध को और बढ़ा आसमान पर उड़ना – अवास्तविक लोक में विचरण देना। करना। आग में कूदना – खतरे का काम करना। आसमान पर चढ़ाना – अत्यधिक प्रशंसा करना, आग पर पानी डालना मुहावरा – विवाद शांत कराना अति प्रशंसा द्वारा मिजाज़ बिगाड़ देना। या किसी के बढ़ते हुए क्रोध को कम करना। आसमान पर थूकना – किसी बड़े आदमी को निंदित आँख पर पलकों का बोझ न होना – अपने लोगों का आँख से भी न देखना – तुच्छ समझना। आग बुझा लेना – कसर निकालना, मन की आँखों के आगे अंधेरा आना – कुछ देख न सकना, मूर्च्छित कामना पूरी करना। होना। आग बोना – उत्पात खड़ा करना, झगड़ा आँख के आगे चिनगारी छूटना – चोट आदि के कारण चकाचौंध होना, अत्यधिक क्रोध की अवस्था। लगाना, चुगली करना। आँख से उतरना – नजर से उतर जाना, महत्व न रहना। आँतें सूखना – बहुत भूख लगना। आँख से लगाकर रखना – प्यार के साथ रखना। आँतें समेटना – भूख सहना। आँच आना – हानि होना, आघात पहुँचना। आँधी उठना – हलचल मचना। आँच खाना – ताव आना। आँसू पोंछना – ढाढ़स बंधाना। आग लगाना – किसी वस्तु को जलाना, झगड़ा आरम्भ करा देना। आग भड़काना – हलचल मचाना, लड़ाई आग उठाना – झगड़ा खड़ा करना। बढ़ाना। आग का पुतला – बहुत क्रोधी होना। आग भूनना – किसी काम को सीमा से आग के मोल होना – बहुत महँगा होना। अधिक करना। आग का झाड़ना – चकमक से आग पैदा करना। आग में झोंकना – आफत, खतरे में आग दिखाना – नष्ट करना। धकेल देना। आग फूँस का बैर होना – जन्मजात बैर होना। आँख मूँद कर काम करना – बिना सोचे-समझे आटा गीला (मुफलिसी में) होना – कठिनाई में और कोई काम करना या किसी बात की परवा न कर मुश्किल पैदा होना। अपना काम करना। आँसू पीकर रह जाना – भीतर ही भीतर (मन में) आटा माटी होना – नष्ट भ्रष्ट होना। रोना, दुःख प्रकट न होने देना। आटे के साथ घुन पीसना – दोषी के साथ निर्दोष को आकाश का फूल – अप्राप्य वस्तु होना। भी हानि होना। आकाश के तारे गिनना – जागते हुए रात व्यतीत करना। आटा-दाल का भाव मालूम होना – यथार्थ जीवन का आकाश के तारे तोड़ना – असम्भव कार्य करने ज्ञान होना। का दम भरना। आठ पहर चौसठ घड़ी – दिन रात, हर समय। आकाश-पाताल एक करना – अत्यधिक प्रयास करना। आठ-अठारह होना – तितर-बितर होना, हैरान होना। आकाश आसमान से बातें करना – बहुत ऊँचा आठ-आठ आँसू रोना – बहुत विलाप करना। होना। आठों गाँठ कुम्मैत – पूरा धूर्त या चालाक आँख बिछाना – आदरपूर्वक स्वागत करना। होना। आँख में खटकना – बुरा मालूम होना। आँख में गड़ना – मन लुभा लेना या खटकना। आड़े देना – बीच में आना, रुकावट डालना या विघ्न डालना। आँख लड़ाना – प्यार से देखना। आड़े हाथों लेना – खरी खोटी सुनाना। आँख सेंकना – हसीनों को देखना, सौंदर्य- आड़ा तिरछा रहना– ग़ुस्से से बिगड़ना, दर्शन का सुख लेना। आँख होना – परख होना, ज्ञान होना। क्रोधित होना या नाराज़ होना। आग फाँकना – डींग मारना। आत्मा ठंडी होना – संतोष होना। आग से पानी होना – क्रोध करने के बाद शांत होना। आत्मा मसोसना – भूख सहना या भूख दबाना। आँधी के आम – बिना परिश्रम किए अथवा सस्ते दाम में मिली वस्तु। आदाब बजा लाना – विनयपूर्वक अभिवादन करना। आजकल लगना – मौत करीब होना। आन रखना – अपनी बात रखना। आधा तीतर आधा बटेर – अनमेल चीजों का सयोंग आ धमकना – अचानक आ जाना। होना। आ निकलना – अचानक आ जाना। आप-आप करना – खुशामद करना। आधा होना – दुबला होना। आप आपकी पड़ना – अपने-अपने काम में व्यस्त रहना। आधी बात न पूछना – कदर न करना। आपा खोना – बौखला उठना, गुस्से पर नियंत्रण खोना या बहुत गुस्सा होना। आन तोड़ना – प्रतिज्ञा भंग करना, हठ छोड़ना आपे से बाहर होना – सुध-बुध खो देना। आसन उखड़ना – अपनी जगह से हिल जाना। आपे में आना – होश-हवास सँभालना। आसन जमाना – स्थिर भाव से बैठना। आफत का मारा – दुखों तथा कष्टों से विकल और आसन जमना – एक ही स्थान पर स्थिर होकर बैठना। संत्रस्त। आसन डिगना – बैठने में स्थिर भाव न रहना, चित्त आमद होना – किसी के आसन्न आगमन की चर्चा या धूम होना। चलायमान होना या मन डोलना। आरती उतारना – अभिनंदन करना। आसमान के तारे तोड़ना – कोई असंभव या विकट काम आल्हा गाना – आप बीती सुनाना। करना या करके दिखाना। आवाज उठाना – किसी बात के पक्ष या विपक्ष में बोलना आस्तीन चढ़ाना – लड़ने को तैयार होना, किसी काम । के लिए तैयार होना। आवाज़ पर कान रखना – आवाज़ सुनने की प्रतीक्षा में आह पड़ना – किसी को सताने का फल मिलना। रहना या आवाज़ सुनने की ओर ध्यान केंद्रित होना। आवारागर्दी करना – बेकार घूमना या भटकना। आह लेना – किसी को सताकर उसकी बददुआ लेना। आस टूटना – निराश होना। आह भरना – व्याकुलता में जोर की श्वास लेना। आसमान पर थूकना – सच्चरित्र व्यक्ति पर कलंक लगाने का प्रयास करना। आँख का परदा उठना – भ्रम दूर होना आँख आना – आँखों में लालिमा आकर उनमें पीड़ा और सूजन होना। आँख का पानी ढल जाना – निर्लज्ज हो जाना। आँख उठाकर न देखना – ध्यान न देना, उपेक्षा करना, आँख की किरकिरी – आँख का काँटा। लज्जा आदि के कारण सामने न देखना। आँख उठाना – निगाह सामने करके देखना, बुरी निगाह आँख की ठंडक – प्रिय व्यक्ति या वस्तु या शत्रु-भाव से देखना। आँख उलट जाना – मरने के समय आँखों का पथरा जाना, होना। घमंड होना। आँख ऊँची न होना – लज्जा के कारण सामने न देखना, आँख खुलना – जागना, भ्रम दूर होना। नज़र बराबर न करना। आँख का काँटा – शत्रु, जिसे देखकर कष्ट हो, कार्य आँख खोलना – सावधान करना। में बाधक। आँख का काजल चुराना – सामने या पास की वस्तु चुरा आँख गड़ाना – टकटकी लगाकर देखना। लेना, सफाई से हाथ मारना। आँख चमकाना – आँखों से संकेत करना। आँख का तेल निकालना – आँखों पर जोर पड़ने वाला काम करना। आँख चुराकर कुछ करना – छिपकर कुछ करना। आँख-कान खुले रखना – सावधान रहना। आँखें चार होना – आँखें मिलना, प्रेम आँख में गड़ना – दुःखदायी होना। होना। आँख में चर्बी छाना – घमंड में चूर होना। आँख चुराना – सामने न होना। आँखों में धूल झोंकना – सरासर धोखा देना। आँखें तरेरना – आँखें टेढ़ी करके क्रोध प्रकट करना। आँखों में रात काटना – कष्ट या चिन्ता के कारण रात भर जागते रहना। आँख निकालना – क्रोधपूर्वक देखना। आँख लगाना – दृष्टि जमाकर देखना। आँखों पर बिठाना – बहुत आदर-सत्कार करना, आराम से रखना। आँख से अंगारे बरसना – अत्यन्त क्रुद्ध या आँखें फाड़-फाड़कर देखना – विस्मयपूर्वक क्रोध के कारण आँखें लाल होना। देखना। आँखों से आग बरसना – अत्यधिक क्रोध आना। आँखें फेरना – पूर्ववत् स्नेह और कृपा न आँगन में कौवा बोलना – किसी प्रिय व्यक्ति के करना। आगमन की पूर्व सूचना (लोक विश्वास के अनुसार) आँख बन्द करना – मर जाना। आँचल में गाँठ बाँधना – किसी बात को अच्छी तरह आँख भर देखना – खूब अच्छी तरह देखना, मन भर याद रखना। देखना। आँतें कुलकुलाना/कुलबुलाना – बहुत ज़ोर से आँख मारना – इशारा करना। भूख लगना। Conti……………… इ से मुहावरे