Hindi Objective Subjective Set 1 Bihar Board PDF
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D.A.V. High School
BIHAR BOARD
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This is a Hindi objective subjective past paper for the Bihar Board. It covers chapters 1, 2, 3, and 4 of a subject (likely language/literature). The document contains multiple choice questions.
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HINDI OBJECTIVE SUBJECTIVE SET 1 BY EDUCATION BABA BIHAR BOARD : गद्य खंड : CHAPTER : 1, 2, 3 & 4 1. संपूर्ण क्रंति के रचनरकरर हैं- 9. ‘बोलने से मनुष्य के रूप कर सरक्षरत्करर होिर है’ ककसने (A) जे कृष्णमूर्ति...
HINDI OBJECTIVE SUBJECTIVE SET 1 BY EDUCATION BABA BIHAR BOARD : गद्य खंड : CHAPTER : 1, 2, 3 & 4 1. संपूर्ण क्रंति के रचनरकरर हैं- 9. ‘बोलने से मनुष्य के रूप कर सरक्षरत्करर होिर है’ ककसने (A) जे कृष्णमूर्ति (B) भगत स हिं कहर? (C) जयप्रकाश नारायण (D) इनमें े कोई नह िं (A) बेन जॉन न (B) माकि जॉन न 2. ‘बरिचीि’ शीर्णक तनबंध के तनबंधकरर हैं- (C) नील जॉन न (D) सलन जॉन न (A) जयप्रकाश नारायण (B) मोहन केश 10. जयप्रकरश नरररयर् को ककस कर िलरल कहर गयर ? (C) नामवर स हिं (D) बालकृष्ण भट्ट (A) रू (B) ब्रिटे न 3. उसने कहर थर कहरनी के नरयक हैं ? (C) जापान (D) अमेररका (A) लहाना स हिं (B) बोधा स हिं 3. 'कल िे खिे नह ं यह रे शम कर सरलू!' यह सुलिे ह (C) वजीरा स हिं (D) हजारा स हिं लहनर की तयर प्रतिकक्यर थी? 4. बरलकृष्र् भट्ट कर जन्म हुआ थर उत्तर - "कल, दे खते नह िं यह रे शम े कढा हुआ ालू ।" ये (A) 23 जून 1844 (B) 23 जून 1884 बात ुनते ह लहना को काफी गुस् ा आया । ाथ ह ाथ (C) 20 जुलाई 1902 (D) 18 स तिंबर 1834 वह अपने ुध-बुध खो बैठा । इ सलए घर वाप आते 5. ‘उसने कहर थर’ कहरनी में ककस शहर कर चचत्रर् है ? मय एक लडके को नाल में धकेल ददया , एक खोमचे (A) अमत ृ र (B) लुधधयाना वाले के खोमचे े ब्रबखेर ददया , एक कुत्ते को पत्थर मारा (C) जयपुर (D) लखनऊ और एक ब्जी वाले की दध ू उडेल ददया एक पूजा पाठ 1. अगर हममें वरकशक्ति न होिी िो तयर होिर? करने वाल औरत े टकरा गया क्ज ने उ े अँधा कहा । उत्तर- अगर हममें वाशक्तत न होती तो यह मस्त क्ृ ष्ट ऐ े करते करते वो घर पिंहुचा । गूिंगी प्रतीत होती। भी लोग चुपचाप बैठे रहते और हम जो 4. बरिचीि के संबंध में वेन जॉनसन और एडीसन के तयर बोलकर एक-द ू रे के ुख-दख ु का अनुभव करते हैं वाशक्तत ववचरर हैं? न होने के कारण एक-द ू रे े कह- न ु भी नह िं पाते और न उत्तर- बातचीत के िंबिंध में वेन जॉन न का मत है कक ह अनुभव कर पाते। बोलने े ह मनुष्य के ह रूप का ाक्षात्कार होता है। 2. ‘उसने कहर थर' कहरनी में ककसने, ककससे तयर कहर थर? यह बहुत ह उधचत जान पडता है । एडी न का मत है कक उत्तर- 'उ ने कहा था' कहानी में ुबेदारनी ने लहना स हिं े अ ल बातचीत स फि दो व्यक्ततयों में हो कती है क्ज का कहा कक क्ज तरह उ मय उ ने एक बार घोडे की लातों तात्पयि हुआ जब दो आदमी होते हैं तभी अपना ददल एक- े उ की रक्षा की थी उ ी प्रकार उ के पर्त और एकमात्र द ू रे के ामने खोलते हैं। जब तीन हुए तब वह दो बात पुत्र की भी वह रक्षा करें । वह उ के आगे अपना आँचल को ों दरू गई। कहा भी है कक छह कानों में पडी बात खुल प ार कर सभक्षा माँगती है । यह बात लहना स हिं के ममि जाती है । द ू रे यह कक कक ी ती रे आदमी के आ जाते ह को छू जाती है या तो वे दोनों अपनी बातचीत े र्नरस्त हो बैठेंगे या उ े 6. भररिीय ससपरहहयों कर ककसके सरथ संघर्ण हुआ थर? र्नपट मूखि अज्ञानी, मझ बना लेंगे। (A) फ्ािं ी ीओिं के ाथ (B) तुकों के ाथ 11. जमणन ‘लपटन’ को ककसने मरर चगररयर ? (C) अिंग्रेजों के ाथ (D) जमिनी के ाथ (A) ूबेदार ने (B) बोधा स हिं ने 7. ‘बरिचीि’ सरहहत्य की कौन-सी ववधर है ? (C) लहना स हिं ने (D) वजीरा स हिं ने (A) उपन्या (B) कहानी 12. "ब्रेन ऑफ मुंबई" ककसे कहर जरिर थर ? (C) र्नबिंध (D) नाटक (A) उमाशिंकर द क्षक्षत को (B) शीला द क्षक्षत को 8. ककस अस्पिरल में हिनकर कर तनधन हुआ थर ? (C) ुरेंद्र द क्षक्षत को (D) हृदयनारायण द क्षक्षत को (A) अपोलो अस्पताल (B) श्रीराम नस ग िं होम 13. कौन-सी रचनर बरलकृष्र् भट्ट की नह ं है ? (C) पीएम ीएच पटना (D) ववसलिंगटन नस ग िं होम (A) नत ू न िह्मचार (B) ौ अजान एक ज ु ान (C) द्भाव का अभाव (D) पर क्षा गुरु 19. ककस परठ से यह उक्ति आयी है - ‘मत्ृ यु के कुछ समय 14. चन्रधर शमरण गुलेर कर जन्म कहराँ हुआ थर ? पहले स्मतृ ि बहुि सरफ हो जरिी है ।’ (A) जबलपुर, मध्य प्रदे श (B) इटार ी, मध्य प्रदे श (A) उ ने कहा था (B) ुखमय जीवन (C) जयपुर, राजस्थान (D) लमह , वाराण ी (C) बुद्ध का काँटा (D) भोगे हुए ददन 15. ‘संयोचगिर स्वयंवर’ रचनर है - 20. बरलकृष्र् भट्ट ककस यग ु के रचनरकरर हैं? (A) बालकृष्ण भट्ट की (B) प्रताप नारायण समश्र की (A) भारतेन्द ु युग (B) प्रेमचन्द युग का (C) श्रीर्नवा दा की (D) मैधथल शरण गप्ु त की (C) द्वववेद यग ु (D) इनमें े कोई 5. बरपू और नेहरू की ककस ववशेर्िर कर उल्लेख जेपी ने 8. 'उसने कहर थर' कहरनी ककिने भरगों में बाँट हुई है ? अपने भरर्र् में ककयर है ? कहरनी के ककिने भरगों में यद् ु ध कर वर्णन है ? उत्तर- जयप्रकाश जी स्पष्ट कहते हैं, जो काम गलत होंगे, उत्तर- चिंद्रधर शमाि गुलेर द्वारा रधचत उ ने कहा था कहानी उनकी नीर्तयाँ गलत होंगी, वे उ का ववरोध करें गे। हम को कुल 5 भागों में बािंटा गया है क्ज में े तीन भागों में लोगों जब बापू के ामने कहते थे कक हम नह िं मानते हैं युद्ध का वणिन ककया गया है । द ू रे , ती रे तथा चौथे भागों बापू यह बात तो बपू में इतनी महानता थी कक बुरा नह िं में युद्ध का दृश्य दशािया गया है । मानते थे । कफर भी बुलाकर हमें प्रेम े मझाते थे। 21. तनम्नसलखखि शब्िों में से रव्यवरचक संज्ञर नह ं है ? जवाहर लाल बडे भाई थे वे उनको भाई ह कहते थे । (A) ोना (B) चािंद उनका बडा स्नेह उनके ऊपर था । वे जयप्रकाश जी को (C) तेल (D) प्यार मानते भी काफी थे, जयप्रकाश जी भी उनका बडा आदर 22. 'करशी' शब्ि कौन संज्ञर है ? करते थे। उन्होंने भी जयप्रकाश जी की आलोचनाओिं का बुरा (A) जार्तवाचक (B) भाववाचक नह िं माना । और (C) द्रव्यवाचक (D) व्यक्ततवाचक 6. हिनकर जी कर तनधन कहराँ और ककन पररक्स्थतियों में 23. तनम्नसलखखि शब्िों में समह ू वरचक संज्ञर है - हुआ थर? (A) भा (B) मानवता उत्तर- ददनकर जी रामनाथ गोयनका के यहाँ मेहमान थे जो (C) आदमी (D) चावल इक्डडयन एत प्रे के मासलक थे। रात को ददनकर जी को 24. तनश्चयवरचक सवणनरम कौन सर है ? ददल का दौरा पडा, तीन समनट में उनको अस्पताल पहुँचाया, (A) तया (B) कुछ गोयनका जी ने, उन्हें ववसलगडन नस ग िं होम में भती (C) कौन (D) यह कराया। ारा इन्तजाम था वहाँ पर। 25. पुस्िक को मि ले जरओ। यह वरतय ककस सवणनरम कर भी डॉतटर ब तरह के औजार लेकर तैयार थे। लेककन उिरहरर् है ? ददनकर जी का हाटि कफर े क्जन्दा नह िं हो पाया, वह िं (A) पुरुषवाचक विनाम (B) अर्नश्चयवाचक विनाम उनका र्नधन हो गया (C) र्नश्चयवाचक विनाम (D) िंबिंधवाचक विनाम 16. ‘उसने कहर थर’ कहरनी की तयर ववशेर्िर है ? 9. अद्णधनरर श्वर की कल्पनर तयों की गई होगी? आज (A) ददव्य प्रेम कहानी (B) प्रेम पर बसलदान की कहानी इसकी तयर सरथणकिर है ? (C) युद्ध कहानी (D) उपयत ुि त तीनों उत्तर- अद्िधनार श्वर, शिंकर और पाविती का काक्पपत रूप है। 17. कौन-सी रचनर बरलकृष्र् भट्ट की है ? अद्िधनार श्वर के द्वारा स्त्री और पुरुष के गुणों को एक एक (A) रे ल का ववकट खेल (B) कछुआ धरम कर यह बताया गया है कक नर–नार पूणि रूप े मान हैं (C) रे णुका (D) प्राच्यववद्या एविं उनमें े एक के गुण द ू रे के दोष नह िं हो कते। 18. जयप्रकरश नरररयर् ने आई० एस० सी० की पर क्षर कहरं अथाित ् नरों में नाररयों के गुण आए तो इ े उनकी मयािदा से परस की ? ह न नह िं बक्पक उनकी पण ू त ि ा. में वद् ृ धध ह होती है। आज (A) पटना कॉलेज (B) पटना ाइिं कॉलेज इ की जरूरत इ सलए है कक पुरुष माज वचिस्ववाद है (C) दहिंद ू ववश्वववद्यालय (D) ब्रबहार ववद्यापीठ और उ ने वह मझ रखा है कक परु ु ष में स्त्रीयोधचत गण ु आ जाने पर स्त्रैण हो जाता है। उ ी प्रकार स्त्री मझती है कक पुरुष के गुण ीखने े उ के नार त्व में बट्टा लगता उत्तर- 77 है। इ ीसलए अद्िधनार श्वर की कपपना की गई है। -------------------------------------------------------------------- 10. नरर के पररधीनिर कब से आरम्भ हुई? 35. पलटन कर वविर् ू क कौन थर ? उत्तर- नार की पराधीनता तब आरिं भ हुई जब मानव जार्त उत्तर- वजीरा स हिं ने कृवष का आववष्कार ककया, क्ज के चलते नार घर में ---------------------------------------------------------------------- और पुरुष बाहर रहने लगा। यहाँ े क्जिंदगी दो टुकडों में बँट 36. ररमधरर ससंह हिनकर जी की मत्ृ यु ककस कररर् हुई गई। घर का जीवन ीसमत और बाहर का जीवन ववस्तत ृ थी? होता गया, क्ज े छोट क्जन्दगी बडी क्जन्दगी के उत्तर– रामधार स हिं ददनकर जी की मत्ृ यु ददल का दौरा अधधकाधधक अधीन हो गई। नार की पराधीनता का यह पडने े हुई थी । िंक्षक्षप्त इर्तहा है। -------------------------------------------------------------------- 26. ‘अद्णधनरर श्वर’ शीर्णक तनबंध के तनबंधकरर कर नरम 37. ररमधरर ससंह ‘हिनकर’ को ककस कृति पर सरहहत्य बिरइए। अकरिमी पुरस्करर समलर? (A) रामधार स हिं ‘ददनकर’(B) मैधथल शरण गुप्त उत्तर– िंस्कृर्त के चार अध्याय। (C) ुसमत्रानिंदन पिंत (D) जगद श चन्द्र माथुर ---------------------------------------------------------------------- 27. क्जस पुरुर् में नरर त्व नह ं……….. है। 38. हिनकर के वपिर कर नरम ………… थर (A) िंपूणि (B) अपूणि उत्तर– रवव स हिं (C) अधूरा (D) अद्िधपूणि -------------------------------------------------------------------- 28. ररमधरर ससंह ‘हिनकर’ कर जन्म कहराँ हुआ थर ? 39. बरिचीि के जररये भरप बनकर तयर बरहर तनकल जरिर (A) इटार ी, मध्यप्रदे श (B) स मररया, बेगू राय, ब्रबहार है (Sc & Com, 2023) (C) लमह , वाराण ी (D) ढाका, बिंगाल उत्तर– मवाद या धआ ु ँ 29. ‘हिनकर’ को ककस करव्य-पुस्िक पर भररिीय ज्ञरनपीठ ---------------------------------------------------------------------- परु स्करर समलर थर? 40. तनबंध लेखन की दृक्ष्ट से भररिें ि ु यग ु कैसर थर ? (A) हुिंकार (B) रक्श्मरथी उत्तर– उविर (C) कुरुक्षेत्र (D) उविशी -------------------------------------------------------------------- 30. 'उसने कहर थर' कहरनी में ककस युद्ध कर उल्लेख है ? (A) प्रथम ववश्व युद्ध (B) द्ववतीय ववश्व युद्ध (C) कारधगल युद्ध (D) हपद घाट युद्ध -------------------------------------------------------------------- 31. बरलकृष्र् भट्ट ककस करल के रचनरकरर हैं? उत्तर- आधुर्नक काल -------------------------------------------------------------------- 32. बरलकृष्र् भट्ट ने ककस पत्रत्रकर कर संपरिन ककयर थर? उत्तर- दहन्द प्रद प -------------------------------------------------------------------- 33. बरिचीि के मरध्यम से बरलकृष्र् भट्ट तयर बिलरनर चरहिे हैं? उत्तर- बातचीत की शैल ---------------------------------------------------------------------- 34. ससख ररइफल्स के जमरिरर लहनर ससंह कर नंबर तयर थर?