ग्रह_प्रणाली__-_स्टडी_नोट्स
Document Details
Uploaded by TriumphalJasper1614
Kolhan University Chaibasa
Full Transcript
सौर मंडल भूगोल (सामान्य जागरूकता) Copyright © 2014-2021 Testbook Edu Solutions Pvt. Ltd.: All rights reserved Download Testbook सौर मंडल ब्रह्ांड के अध्ययन को ब्रह्ांड विज्ञान (कॉस्मोलॉ...
सौर मंडल भूगोल (सामान्य जागरूकता) Copyright © 2014-2021 Testbook Edu Solutions Pvt. Ltd.: All rights reserved Download Testbook सौर मंडल ब्रह्ांड के अध्ययन को ब्रह्ांड विज्ञान (कॉस्मोलॉजी) कहा जाता है। ब्रह्ांड को आमतौर पर सभी भौततक पदार्थों और ऊजाा, ग्रहों, तारों, आकाशगंगाओं और आकाशगंगाओ ं के बीच अं तररक्ष में मौजूद हर चीज की समग्रता के रूप में पररभातित ककया जाता है। एक आकाशगंगा अरबों तारों, धूल और गैसों की एक तिशाल प्रणाली है जो अपने स्वयं के गुरुत्वाकिषण से बंधी होती है। ब्रह्ांड में 100 अरब आकाशगंगाएँ हैं और प्रत्येक आकाशगंगा में औसतन 100 अरब तारे हैं। हमारी आकाशगंगा तबग बैंग के बाद बनी वमल्की िे गैलेक्सी (या आकाश गंगा) है। एं ड्रोमेडा आकाशगंगा (देियानी आकाशगंगा ) की कनकटतम आकाशगंगा है। तारे, खगोलीय पपिं ड हैं जो गमष जलती हुई गैसों से बने होते हैं और िे खुद अपना प्रकाश उत्सर्जि त करने के कारण चमकते हैं। खगोलतिद, तारों की स्थितत का पता कर सके इसके ललए आकाश को इकाइयों में तिभार्जत ककया गया है। इन इकाइयों को नक्षत्र कहा जाता है। िर्त्षमान में 88 ज्ञात नक्षत्रमंडल हैं। धूमकेतु जमी हुई गैसों से बने होते हैं। िे सूयष के चारों ओर एक लम्बी अण्डाकार कक्षा में घूमते हैं, र्जसकी पूंछ हमेश ा सूयष से दूर होती है। उपग्रह िे आकाशीय पपिं ड हैं जो ग्रहों की पररक्रमा करते हैं। पृथ्व ी का प्राकृ ततक उपग्रह, चंद्रमा है। सौर मंडल में सूर्ा, आठ ग्रह और उनके उपग्रह (या चंद्रमा) और हजारों अन्य छोटे खगोलीय पपिं ड जैस े क्षुद्रग्रह, धूमकेतु और उल्का शापमल हैं। सूय,ष सौरमंडल के केंद्र में है और ये सभी पपिं ड इसकी पररक्रमा करते हैं। यह पृथ्वी का सबसे कनकटतम तारा है। सूयष से दूरी के अनुसार आठ ग्रह बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पवत, शनन, िरुण और अरुण हैं। नौिें ग्रह 'प्लूटो' को सौरमंडल के पररिार से अभी-अभी हटाया गया है। आठ ग्रहों में से सूयष के कनकटतम चार, अर्थाषत् बुध, शुक्र, पृथ्वी और मंगल को स्थलीर् ग्रह कहा जाता है क्योंकक उनकी संर चना पृथ्वी के समान होती है। मंगल की कक्षा से बाहर के ग्रहों को जोविर्न ग्रह कहा जाता है। ग्रह क्योंकक उनकी संरचना बृहस्पवत के समान होती है। ये सभी गैसीय पपिं ड हैं। उनके चारों ओर एक िलय प्रणाली है और उनके पास कई सारे चंद्रमा मौजूद हैं। भूगोल (सामान्य जागरूकता) | सौर मंडल पृष्ठ 2 Download Testbook सौर मंडल के बारे में कुछ महत्वपूणा तथ्य सबसे बडा ग्रह बृहस्पवत सबसे छोटा ग्रह बुध सूयष से सबसे दूर का ग्रह नेपच्यून सूयष का कनकटतम ग्रह बुध सबसे गमष ग्रह शुक्र सबसे ठं डा ग्रह नेपच्यून सबसे तेज़ घूणषन करनेिाला ग्रह बृहस्पवत सबसे धीमा घूणषन करनेिाला ग्रह शुक्र सबसे तेज पररक्रमा करनेिाला ग्रह बुध सबसे धीमी पररक्रमा करनेिाला ग्रह नेपच्यून नीला ग्रह पृथ्वी हरा ग्रह र्ूरेनस लाल ग्रह मंगल ग्रह इिकनिं ग स्टार और मॉकनिं ग स्टार शुक्र पृथ्वी जुडिां शुक्र अर्धकतम उपग्रहों िाला ग्रह शनन ग्रह आं तररक ग्रह बाह्य ग्रह बृहस्पतत बुध शकन ग्रह शुक्र यूरने स पृथ्वी नेपच्यून मंगल ग्रह प्लूटो भूगोल (सामान्य जागरूकता) | सौर मंडल पृष्ठ 3 Download Testbook सौर मंडल के सदस्य सूर्ा सूयष पृथ्वी से 109 गुना बडा है और इसका िजन 2 × 1027 टन है। सूयष के केंद्र का तापमान लगभग 15 तमललयन कडग्री सेल्सियस है। सूयष के प्रकाश को पृथ्वी तक पहुंचने में 8 तमनट 16.6 सेकंड का समय लगता है। सूयष का घनत्व, पृथ्वी के घनत्व का ¼ है। इसकी संरचना में 71% हाइड्रोजन और 26.5% हीललयम पाया जाता है। सूय,ष पृथ्वी से लगभग 150 तमललयन ककलोमीटर दूर है। प्रकाश लगभग 3,00,000 ककलोमीटर प्रतत सेकंड की जबरदस्त गतत से यात्रा करता है। इस गतत से भी सूयष की ककरणें पृथ्वी तक पहुंचने में लगभग आठ तमनट का समय लेती हैं। सूर्ा का आं तररक भाग सूयष के मध्य भाग को केद्र के रूप में जाना जाता है। फोटोस्फीयर "प्रकाशमंडल" है। इस पर काले धब्बे होते हैं र्जन्हें सौरकलंक के रूप में जाना जाता है। इसकी अगली परत क्रोमोस्फीयर (रंगीन क्षेत्र) है। इसमें पृथ्वी पर पाए जाने िाले अर्धकांश "तत्व" शातमल हैं, लेककन िे िाष्प की स्थितत में हैं। सौर बपहगषत भाग (लाल लपटें) क्रोमोस्फीयर से ऊपर उठता हैं। ऐसा प्रतीत होता है कक सूयष अपने केंद्र से नापभकीय संलयन नामक प्रपक्रया द्वारा ऊजाष उत्पन्न करता है। नापभकीय संलयन - इसमें हाइड्रोजन (H) कणों पर इतना दाब होता है कक िे एक सार्थ जुडकर हीललयम (He) बनाते हैं। इस प्रपक्रया से केंद्र से भारी मात्रा में ऊजाष उत्सर्जि त होती है। कोरोना - यह सूयष का िातािरण है जो गैसों और प्लाज्मा से बना होता है, यह अं तररक्ष में लाखों ककलोमीटर तक फैला हुआ है। ग्रह इं टरनेशनल एस्ट्रोनॉतमकल यूकनयन (IAU) द्वारा 2006 में "ग्रह" की पुनपषररभािा में कहा गया है कक सौर मंडल में एक ग्रह एक ऐसा खगोलीय पपिं ड है जो: भूगोल (सामान्य जागरूकता) | सौर मंडल पृष्ठ 4 Download Testbook सूयष के चारों ओर एक कक्षा में होता है। इसका पयाषप्त द्रव्यमान है र्जससे कक यह एक हाइड्रोस्टेकटक संतुलन आकार ग्रहण कर लेता है। अपनी कक्षा के आसपास के सभी पपिं डों को साफ कर देता है। "बौना ग्रह" एक ऐसा खगोलीय पपिं ड है जो सूयष के चारों ओर कक्षा में होता है, इसके पास कठोर शरीर बलों को हटाने के ललए स्वयं-गुरुत्वाकिषण के ललए पयाषप्त द्रव्यमान होता है ताकक यह एक द्रििैततक साम्याििा (लगभग गोल) आकार ग्रहण कर सके अपनी कक्षा के आसपास के सभी पपिं डों को साफ नहीं ककया है और यह एक उपग्रह नहीं है ग्रहों के बारे में सामान्य ज्ञान आरोही क्रम में सूयष से दूरी के अनुसार: बुध बुध न्यूनतम अिर्ध में सूयष की पररक्रमा करता है: शुक्र: 225 पदन बुध: 88 पदन अर्धकतम अिर्ध में सूयष की पररक्रमा करता है: प्लूटो: 248 ििष नेपच्यून: 164 ििष प्रकाश को सूयष से हम तक पहुंचने में 8 तमनट का समय लगता है। प्रकाश ििष प्रकाश द्वारा 1 ििष में तय की गई दूरी है। सूयष हमारा कनकटतम तारा है। हमारा अगला कनकटतम तारा, अल्फा सेंटॉरी, 4 प्रकाश ििष दूर है। आकाशगंगा, 100 000 प्रकाश ििष में फैली है। भूगोल (सामान्य जागरूकता) | सौर मंडल पृष्ठ 5 Download Testbook बुध सूयष से कनकटतम ग्रह, सूयष से 5.7 तमललयन ककलोमीटर दूर स्थित है। यह हमारे सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह है र्जसका व्यास मात्र 4849.6 ककलोमीटर है। इसका कोई िातािरण नहीं है; इसललए इस पर जीिन की कोई संभािना नहीं है। इसका कोई उपग्रह नहीं है। यह 88 पदनों में सूयष की पररक्रमा करता है। यह 58.65 पदनों में घूणषन करता है। इसका ििष सबसे छोटा होता है। शुक्र यह सभी ग्रहों में सबसे चमकीला ग्रह है क्योंकक यह खुद पर पडने िाले सूयष के प्रकाश का अन्य ग्रहों की तुलना में अर्धक पराितति त करता है। यहाँ सल्फ्यूररक अम्ल के बादल पाए जाते हैं। यह पृथ्वी के सबसे कनकट का ग्रह है। यह आयतन, भार और घनत्व में पृथ्वी के समान है; इसललए, इसे पृथ्वी की बहन और जुडिां तारा कहा जाता है। इसे इिकनिं ग स्टार और मॉकनिं ग स्टार के नाम से भी जाना जाता है। शुक्र का बादल क्षेत्र नारंगी रंग का है, इसललए इसे नारंगी ग्रह के रूप में जाना जाता है। यह पूिष से पश्चिम की ओर घूणषन करता है जबकक पृथ्वी, पश्चिम से पूिष की ओर घूणषन करता है। इसका कोई उपग्रह या चंद्रमा नहीं है। 97% CO2 के कारण यह सौरमंडल का सबसे गमष ग्रह है। इसकी घूणषन अिर्ध (257 पदन) सबसे धीमी है। इसका घूणषन और पररक्रमा (224.7 पदन) लगभग बराबर है। मंगल ग्रह यह अपनी धुरी पर 24.6 घंटे (पृथ्वी द्वारा ललए गए समय के लगभग बराबर) में घूणषन करता है। आयरन ऑक्साइड की उपस्थितत के कारण यह लाल पदखाई देता है और इसे लाल ग्रह कहा जाता है। मंगल पर कनक्स ओललिं पपक पिषत स्थित है, जो माउं ट एिरेस्ट से तीन गुना ऊंचा है। भूगोल (सामान्य जागरूकता) | सौर मंडल पृष्ठ 6 Download Testbook मंगल के दो उपग्रह फोबोस और डीमोस हैं। पृथ्वी के बाद यह एकमात्र ऐसा ग्रह है र्जस पर जल के संकेत तमले हैं और यहां जीिन की संभािना है। अब तक तिपभन्न अं तररक्ष तमशन मंगल पर भेजे जा चुके हैं, उदाहरण के ललए, िाइककिंग्स, पार्थफाइं डर, मासष ओकडसी और क्यूररयोर्सटी। इसमें नाइरोजन और आगषन युक्त एक पतला िायुमंडल है। इसकी घूणषन की अिर्ध 687 पदन है। घूणषन की अिर्ध 24.6 घंटे है। बृहस्पवत यह सौरमंडल का सबसे बडा ग्रह है। इसका व्यास 11 गुना है और इसका क्षेत्रफल पृथ्वी से 120 गुना है। इसे आकाश का स्वामी कहा जाता है। इसमें पृथ्वी की तुलना में अर्धक गुरुत्वाकिषण है। यह सबसे तेज घुमने िाला ग्रह है। यह अपनी धुरी पर केिल 10 घंटे में एक चक्कर लगा लेता है। यह 11 साल 10 महीने में सूयष की पररक्रमा कर लेता है। इसकी सतह ठोस नहीं है और हाइड्रोजन, हीललयम, अमोकनया और मीर्थेन से बना इसका िातािरण बहुत सघन है। इस ग्रह की एक खास तिशेिता 'ग्रेट रेड स्पॉट' (बडा लाल धब्बा) है। इन धब्बों में से सबसे बडा धब्बा, गैनीमेड, बुध ग्रह से भी बडा है। इसके 79 उपग्रह हैं। शनन ग्रह यह सौरमंडल का दूसरा सबसे बडा ग्रह है। यह सूयष से 141.7 करोड ककलोमीटर दूर है। यह 29 ििष 6 माह में सूयष की पररक्रमा करता है। शकन ग्रह की मुख्य तिशेिता इसके चारों ओर एक गोलाकार िलय की उपस्थितत है जो इसकी सतह को नहीं छू ती है। इसके 82 चंद्रमा हैं। भूगोल (सामान्य जागरूकता) | सौर मंडल पृष्ठ 7 Download Testbook पररक्रमा अिर्ध: 29 ििष घूणषन अिर्ध: 10.3 घंटे इसमें िलयों की एक प्रणाली है (3 िलय तबलकुल स्पष्ट)। र्ूरेनस इसकी खोज 1781 में सर तिललयम हशेल ने की र्थी। यह अन्य ग्रहों के तिपरीत अपनी धुरी पर पूिष से पश्चिम की ओर घूमता है। इसका िायुमंडल घना है और इसमें मीर्थेन गैस पाई जाती है। इसके उपग्रह तिपरीत पदशा में घूमते हैं। यूरने स अपनी धुरी पर इतना ज़्यादा झुका है कक िह लेटा हुआ प्रतीत होता है; इसललए इसका नाम "अ प्लेनेट ऑन इट्स साइड" है। इसके 27 उपग्रह हैं। नेपच्यून यह सूयष से 447 करोड ककलोमीटर दूर स्थित है। यह अपनी धुरी पर 15 घंटे 40 तमनट में एक चक्कर लगाता है और 165 साल में सूयष का एक चक्कर लगाता है। मीर्थेन की उपस्थितत के कारण यह हरा पदखाई देता है और इसे हरा ग्रह कहा जाता है। यह एक अत्यंत ठं डा ग्रह है जहाँ अर्धकतम तापमान -200°C होता है। इसकी खोज जे. गॉल ने 1846 में की र्थी। इसके 14 उपग्रह हैं। भूगोल (सामान्य जागरूकता) | सौर मंडल पृष्ठ 8