वर्ष 2024 के चुनाव: PDF

Summary

इस दस्तावेज महाराष्ट्र, झारखंड, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों के विधानसभा चुनाव के परिणामों के साथ ही एक राष्ट्र एक चुनाव जैसे मुद्दे, सुप्रीम कोर्ट में नयाय की देवी की नई प्रतिमा का अनावरण और राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यों के साथ विशेष महत्वपaूर्ण विषयों पर प्रकाश डाला गया है।

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वर्ष 2024 में आयोजित जवजिन्न राज्यों के जवधानसिा चनु ाव महाराष्‍ट‍र‍विधानसभा‍चुनाि‍– 2024 दलवार पररणाम विधानसभा – 15 िीं...

वर्ष 2024 में आयोजित जवजिन्न राज्यों के जवधानसिा चनु ाव महाराष्‍ट‍र‍विधानसभा‍चुनाि‍– 2024 दलवार पररणाम विधानसभा – 15 िीं पार्टी जवियी सीर्ट मतदान – 20 निंबर, 2024 भारतीय जनता पाटी (BJP) 132 पररणाम- 23 निबं र, 2024 व ि सेना व दं े (SHS) 57 कुल सीटें – 288 राष्‍टरिादी कांग्रेस पाटी (NCP) 41 राज्यपाल – सी. पी. राधाकृ ष्‍टणन मख्ु यमंत्री – देिेन्र फडनविस व िसेना उद्धि बाला साहेब ठाकरे (SHSUBT) 20 उपमख्ु यमंत्री – एकनाथ व ंदे (SHS), अजीत पंिार (NCPSP) भारतीय राष्‍टरीय कांग्रेस (INC) 16 भाजपा के नेतत्ृ ि िाली महायतु ी गठबधं न ने 235 सीटों पर जीत हावसल क। राष्‍टरीय कांग्रेस पाटी रद पिार (NCPSP) 10 कांग्रेस के नेतत्ृ ि िाले महाविकास अघाडी गठबंधन ने 50 सीटों पर जीत हावसल क। अन्य 12 झारखण्‍ड‍विधानसभा‍चुनाि – 2024 कुल सीटें 288 विधानसभा – 6 िीं दलवार पररणाम - झारखण्‍ड‍विधानसभा‍ मतदान – 02 चरण (13 और 20 निंबर 2024) पार्टी सीर्टें पररणाम – 23 निंबर, 2024 झारखण्ड मवु ि मोचाा (JMM) 34 कुल सीटें – 81 भारतीय जनता पाटी (BJP) 21 राज्यपाल- संतोष गंगिार मख्ु यमत्रं ी – हेमन्त सोरे न (चौथी बार) भारतीय राष्‍टरीय कांग्रेस (INC) 16 हररयाणा विधानसभा चुनाि‍– 2024 राष्‍टरीय जनता दल (RJD) 04 विधानसभा – 15 िीं अन्य 06 मतदान- 5 अक्टूबर 2024 दलवार पररणाम - हररयाणा विधानसभा पररणाम - 8 अक्टूबर 2024 पार्टी जवियी सीर्ट कुल सीट – 90 राज्यपाल – बंडारू दत्तात्रेय भारतीय जनता पाटी (BJP) 48 नायब वसंह सैनी लगातार दसू री बार मख्ु यमंत्री बने है भारतीय राष्‍टरीय कांग्रेस (INC) 37 जम्मू-कश्मीर‍विधानसभा‍चुनाि – 2024 इवं डयन ने नल लोकदल (INL) 2 मतदान- 03 चरण (18, 25 वसतम्बर, 01 अक्टूबर 2024) अन्य 3 पररणाम – 8 अक्टूबर 2024 कुल सीट – 90 दलवार पररणाम उपराज्यपाल – मनोज वसन्हा पार्टी सीर्ट मख्ु यमंत्री:- उमर अब्दल्ु ला (जम्मू कश्मीर ने नल कॉन्रें स) उप मख्ु यमत्रं ी :- सरु े न्र चौधरी जम्म-ू कश्मीर ने नल कॉन्रें स 42 के न्र ावसत प्रदे जम्म-ू कश्मीर में नेशनल कॉन्रें स व कााँग्रेस गठबंधन ने भारतीय जनता पाटी 29 वमलकर सरकार बनाई तथा ने नल कॉन्रें स के उपाध्यक्ष को मख्ु यमंत्री भारतीय राष्‍टरीय कांग्रेस 6 बनाया गया जम्म-ू कश्मीर पीपल्ु स डेमोक्रेवटक पाटी 3 ❑ उमर अब्दुल्ला :- िषा 2024 के विधानसभा चनु ािों में उन्हों ने गांदरबल और बडगाम से अन्य 10 चनु ाि लडा और दोनों सीर्टों पर िीत हाजसल की. कुल सीटें 90 इससे पहले िषा 2009 में कांग्रेस-ने नल कॉन्रें स गठबंधन में भी उमर अब्दल्ु ला (38 िषा क। उम्र में) जम्म-ू कश्मीर के मख्ु यमत्रं ी रहे जम्‍मू‍कश्‍मीर‍में‍राष्‍टरपवि‍शासन‍की‍समावि उमर अब्दल्ु ला के पथ ग्रहण से पिू ा गृह मंत्रालय द्वारा क्षेत्र में राष्‍टरपवत ासन लगाने से संबंवधत 31 अक्टूबर 2019 के अपने पहले के आदे को 13 अक्टूबर 2024 को रदद कर वदया था पिू ािती जम्म-ू कश्मीर राज्य को दो के न्र ावसत प्रदे ों -जम्म-ू कश्मीर और लददाख के रूप में विभावजत वकए जाने के बाद 31 अक्टूबर 2019 को जम्म-ू कश्मीर में राष्‍टरपवत ासन लगा वदया गया था जम्म-ू कश्मीर में आजखरी बार चनु ाव वर्ष 2014 में हुए थे ितामान चनु ाि जम्म-ू कश्मीर से अनच्ु छे द 370 हटने के बाद सम्पन्न पहला विधानसभा चनु ाि था जम्म-ू कश्मीर से 5 अगस्त 2019 को अनच्ु छे द 370 हर्टा वदया गया था अनच्ु छे द 370 क। समावि के पहले जम्म-ू कश्मीर में जब कोई मख्ु यमंत्री पद क। पथ लेता था तो िह जम्म-ू कश्मीर के संविधान क। पथ लेता था ितामान में उमर अब्दुल्ला ने मुख्यमंत्री पद की शपथ िारतीय सजं वधान के समक्ष ली है सप्रु ीम कोर्टष में न्याय की देवी की नई प्रजतमा का अनावरण सप्रु ीम कोटा में 'न्याय की देवी' क। नई मवू ता ििों की लाइब्रेरी में लगायी गयी है लम्बाई- 6.5 फ।ट जशल्पकार - जवनोद गोस्वामी (ियपुर) मवू ता क। आख ं ों से पट्टी हर्टा दी गयी है तथा हाथ में तलवार के स्थान पर सजं वधान क। वकताब दी गयी है न्याय क। देिी ने पविमी पहनािे क। जगह अब साडी पहनी है जो भारतीय संस्कृ वत क। पहचान द ााती है न्याय क। तराजू को दावहने हाथ पर बरकरार रखा है, जो सामावजक सतं ल ु न के साथ वनणाय देने से पहले दोनों पक्षों के तथ्यों और तकों को सािधानीपिू ाक बराबर तौलने को द ााता है राष्‍टरपजत ने जकया सवोच्च न्यायालय के प्रतीक जचन्ह का अनावरण राष्‍टरपवत रोपदी ममु ाू ने नई वदल्ली में आयोवजत वजला न्यायपावलका के दो वदिसीय राष्‍टरीय सम्मेलन में सिोच्च न्यायालय के नए ध्िज और प्रतीक वचन्ह का अनािरण 1 वसतम्बर, 2024 को वकया सप्रु ीम कोटा के इस नए झंडे में अ ोक चक्र, सप्रु ीम कोटा क। इमारत और भारत के संविधान क। कॉपी को भी प्रदव ात वकया गया है सिोच्च न्यायालय के ध्िज का रंग नीला है और प्रतीक वचन्ह पर देिनागरी वलवप में "िारत का सवोच्च न्यायालय" और "यतो धमषस्ततो िय:" (जहााँ धमा है िहााँ विजय है) अवं कत है इस नए झडं े और प्रतीक वचन्ह को "राष्‍टरीय फै शन प्रौद्योजगकी सस्ं थान (NIFT) जदल्ली" द्वारा वडजाइन वकया गया है वर्ष – 2024 की चौथी राष्‍टरीय लोक अदालत राष्‍टरीय विवधक सेिा प्रावधकरण (NALSA) द्वारा 14 वदसम्बर 2024 को 27 राज्यों / के न्र ावसत प्रदे ों के तालकु ा, वजला और उच्च न्यायालयों में राष्‍टरीय लोक अदालतों का आयोजन वकया गया आयोजन का नेतत्ृ ि भारत के सिोच्च न्यायालय के मख्ु य न्यायाधी और राष्‍टरीय विवधक सेिा प्रावधकरण के अध्यक्ष न्यायमवू ता संजीि खन्ना द्वारा वकया गया लोक अदालत - ये अदालत न्यायालय में लंवबत या मक ु दमें से पिू ा वििादों को समझौतों या अन्य समाधान के माध्यम से वनपटान हेतु एक िैकवल्पक मंच है लोक अदालतें गााँधीिादी वसद्धान्तों पर आधाररत है सरं चना – एक लोक अदालत में अध्यक्ष - न्यावयक अवधकारी, एक िक।ल और एक सामावजक कायाकताा होते ह राष्‍टरीय‍विवधक‍सेिा‍प्रावधकरण‍(NALSA) स्थापना :- 9 निम्बर, 1995 - इसक। स्थापना विवधक सेिा प्रावधकरण अवधवनयम 1987 के तहत क। गई ह यह भी एक िैधावनक प्रावधकरण ह NALSA का‍मुख्य‍कायय भारतीय संविधान का अनच्ु छे द 35 (A) वन ल्ु क विवधक सहायता का प्रािधान करता है वजसका वक्रयान्ियन करना काननू ी जागरुकता कायाक्रम आयोवजत करना लोक अदालतों का आयोजन करना अपराध के पीवडतों को मआु िजा प्रदान करना िैकवल्पक वििाद वनपटान तंत्र के माध्यम से वििादों के वनपटारे को बढािा देना एक राष्‍टर एक चुनाव जबल लोकसिा में पाररत 12 वदसम्बर, 2024 को के न्रीय मंवत्रमंडल ने प्रधानमंत्री नरे न्र मोदी क। अध्यक्षता में इस विधेयक को मंजरू ी दी 17 वदसम्बर, 2024 को काननू मंत्री अजानु राम मेघिाल ने संविधान का 129िां सं ोधन विधेयक और के न्र ावसत प्रदे काननू (सं ोधन) विधेयक पे वकया तथा लोकसभा में इसे पाररत कर वदया गया इससे पिू ा के न्रीय मवं त्रमण्डल ने “एक राष्‍ट‍र एक चनु ाि" (One Nation One Election- ONOE) पर रामनाथ कोविदं पैनल क। वसफारर ों को 18 वसतम्बर 2024 को मंजरू ी दे दी थी इन वसफारर ों को लागू करने का उद्देश्य लोकसभा एिं सभी राज्यों के विधानसभा और स्थानीय वनकायों का चनु ाि एक साथ कराना है एक‍राष्‍ट‍र‍एक‍चनु ाि‍उच्‍च‍स्‍िरीय‍सवमवि गठन- 1 वसतम्बर, 2023 अध्यक्ष- पिू ा राष्‍टरपवत रामनाथ कोविन्द अन्य सदस्य- 7 1. गृहमंत्री अवमत ाह 2. काननू मंत्री अजानु राम मेघिाल 3. राज्यसभा के विपक्ष के पिू ा नेता गल ु ाम नबी आजाद 3. वित्त आयोग के पिू ा अध्यक्ष एन.के.वसहं 4. पिू ा लोकसभा महासवचि सभु ाष कश्यप 5. पिू ा मख्ु य सताकता आयक्ु त संजय कोठारी 6. िररष्‍टठ अवधिक्ता हरी सालिे नोर्ट:- इस कमेटी में लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी को भी सदस्य के रूप में ावमल वकया था लेवकन उन्होनें असहमवत जताते हुए ावमल होने से इनकार कर वदया था एक‍राष्‍ट‍र‍एक‍चुनाि‍एक‍नजर‍में‍- एक राष्‍टर एक चनु ाि से आ य है- लोकसभा, राज्य विधानसभाओ,ं नगरपावलकाओ ं और पचं ायतों के चनु ाि को एक साथ सपं न्न करिाना इसके वलए भारत सरकार द्वारा पिू ा राष्‍टरपवत रामनाथ कोविदं क। अध्यक्षता में एक सवमवत का गठन वकया गया इससे आ य यह नहीं है वक परू े दे के इन सभी चनु ािों को एक ही वदन में मतदान करिाना इसके तहत वकसी वनिााचन क्षेत्र के मतदाता उक्त सभी चनु ािों के वलए मतदान एक ही वदन में कर सकें अब तक भारत में 1951-52, 1957, 1962 और 1967 में लोकसभा और विधानसभाओ ं के वलए एक साथ चनु ाि हुए ह सवमवि की प्रमुख वसफाररशें - रामनाथ कोविदं क। अध्यक्षता िाली उच्च स्तरीय सवमवत क। वसफारर ों में पहले चरण के रूप में लोकसभा और राज्य विधानसभाों के वलए एक साथ चनु ाि कराने क। वसफारर क। गई है इसके अगले चरण में आम चनु ाि के 100 वदनों के भीतर नगरपावलका और पचं ायत चनु ाि कराने का प्रस्ताि रखा गया है 2. एक साथ चनु ाि कराने हेतु सवमवत ने दो विधेयकों द्वारा संविधान में सं ोधन क। वसफारर क। है (i) इस विधेयक द्वारा लोकसभा और राज्य विधानसभाओ ं के चनु ाि एक साथ कराए जाएंगे इसमें सविधान सं ोधन के वलए राज्यों द्वारा अनसु मथान क। आिश्यकता नही होगी (ii)इस विधेयक द्वारा स्थानीय वनकाय के चनु ाि लोकसभा और राज्य विधानसभाओ ं के चनु ािों के 100 वदनों के अदं र कराए जाने के वलए होगा नोर्ट :- इसके जलए कम से कम आधे राज्यों के अनमु ोदन की आवश्यकता होगी । 3. एक साथ चनु ाि कराने के वलए सवमवत ने भारत के संविधान में 15 सं ोधनों क। वसफारर क। है 4. सवमवत द्वारा अनु ंवसत पहला विधेयक संविधान में एक नया अनच्ु छे द 82A जोडने से रू ु होगा 5. अनच्ु छे द 82A के तहत वनयत वतवथ के बाद आयोवजत वकसी भी आम चनु ाि में वनिाावचत सभी राज्य विधानसभाएं, लोकसभा के पणू ा कायाकाल के अतं में समाप्त होगी, भले ही उन्होनें अपना 5 िषा का कायाकाल परू ा वकया हो या नहीं अथाात िषा 2024-25 के बीच बनने िाली राज्य सरकारों का कायाकाल 2029 के लोकसभा चनु ािों तक ही होगा, उसके बाद लोकसभा और विधानसभा के चनु ाि अपने आप एक साथ हों गें पजिम बंगाल जवधानसिा में एर्टं ी रेप जबल पाररत पाररत:- 3 वसतम्बर, 2024 जवधेयक:- अपरावजता मवहला एिं बाल (पविम बंगाल अपरावधक काननू सं ोधन) विधेयक- 2024 उद्देश्य:- इस विधेयक में गंभीर बलात्कार के मामलों में मृत्यदु डं और त्िररत जांच परू ी करने के वलए वि ेष पवु लस टास्क फोसा के गठन का प्रािधान वकया गया है मवहला‍सरं क्षण‍हेिु‍प्रमुख‍विवधक‍अवधवनयम‍ अन्य नाम- ारदा एक्ट -1929 बाल जववाह प्रजतर्ेध अजधजनयम- 1 अप्रैल, 1930 हरविलास ारदा के प्रयासों से 1929 में वििाह हेतु लडके क। न्यनू तम आयु 18 िषा तथा 1929 लडक। क। न्यनू तम आयु 14 िषा वनधााररत क। गयी दहेि प्रजतर्ेध अजधजनयम 01 जल ु ाई, 1961 सिा:- 06 माह से 05 िषा का कारािास या जमु ााना अथिा दोनों गिष का जचजकत्सकीय समापन सं ोावधत MTP एक्ट 2021 के तहत 20-24 सप्ताह के बीच नाबावलक, अवििावहत और 10 अगस्त, 1971 अजधजनयम (MTP- 1971) वलि-इन ररले नव प में रहने िाली मवहलाओ ं को भी गभापात का अवधकार वदया गया है सत्ती प्रथा (रोकथाम) अजधजनयम भारत में सती होने क। अवं तम घटना 04 वसतम्बर, 1987 को घवटत हुई, वजसमें रूपकाँ िर 03 जनिरी, 1988 1987 (देिराला गााँि, सीकर) सती हुई थी घरेलू जहस ं ा से मजहला सरं क्षण घरे लू स्तर पर वहसं ा या प्रताडना से मवहला को सरु क्षा प्रदान करना 26 अक्टूबर, 2006 अजधजनयम- 2005 यह अवधवनयम लोकसभा और राज्यविधान सभाओ ं में मवहलाओ ं को 33% आरक्षण प्रदान नारी शजि वदं नम अजधजनयम 28 वसतम्बर, 2023 करता है तेलगं ाना में िाजतगत सववेकक्षण िनगणना सघं सच ू ी का जवर्य है । घोर्णा - तेलंगाना राज्य सरकार द्वारा OBC सववेकक्षण रू ु करने क। घोषणा 2011 में पहली बार सामावजक, आवथाक ऐसी पहल करने िाला देश का तीसरा राज्य तेलंगाना बना है और जावतगत जनगणना क। गई Note - प्रथम राज्य - आध्र ं प्रदेश जितीय राज्य - वबहार मराठा समदु ाय को 10 प्रजतशत आरक्षण महाराष्‍टर विधानसभा द्वारा ‘सामावजक और ैवक्षक रूप से वपछडे िगो के वलए महाराष्‍टर राज्य आरक्षण विधेयक- 2024 पाररत वकया गया, वजसके तहत मराठा समदु ाय को 10 प्रवत त आरक्षण वदया जाएगा अनुच्छे द‍- 16 - लोक‍वनयोजन‍के ‍विषय‍में‍अिसर‍की‍समिा 16(1) राज्य के अधीन वकसी पद पर वनयोजन अथिा वनयवु ि के संबंध में सभी नागररकों को समान अिसर प्राि हों गे राज्य के अधीन वकसी वनयोजन या पद के सबं धं में के िल धमा, मल ू िं , जावत, वलगं , उद्भि, जन्म स्थान, वनिास या इनमें से वकसी के आधार पर न तो कोई 16(2) नागररक अपात्र होगा और न उससे कोई विभेद (भेदभाि) वकया जाएगा ससं द विवध वनमााण करके संघ सरकार अथिा राज्य सरकार अथिा स्थानीय वनकायों के पदों के वलए वनिास स्थान के आधार पर वि ेष उपबंध कर सकती 16(3) है 16(4) राज्य सरकार द्वारा वकन्ही वपछडे िगों के नागररकों को सरकारी सेिाओ ं में वनयवु ि में आरक्षण प्रदान वकया जा सकता है 16(5) कोई भी धावमाक सस्ं था अपने अवधकाररयों ि कमाचाररयों क। वनयवु ि में अपने धमा के लोगों को प्राथवमकता दे सकता है (103 वें सजं वधान सश ं ोधन 2019 िारा िोड़ा गया) इसके अनसु ार राज्य आवथाक वपछडेपन के आधार पर लोक वनयोजन में वि ेष प्रािधान कर सकता है 16(6) इसके तहत EWS के वलए सरकारी नौकरी में 10% आरक्षण का प्रािधान नोर्ट :- इसका लाि उन्हें ही प्राप्त होगा िो SC, ST व OBC आरक्षण व्यवस्था से आवररत नहीं है । आरक्षण से सबं ंवधि अन्‍य न्‍यावयक वनणयय :- इवं दरा साहनी और अन्‍य बनाम भारि सघं िाद – 1992 न्यायालय द्वारा कहा गया वक आरक्षण के िल प्रारवम्भक वनयवु ियों पर ही लागू होगा न वक पदोवन्न्त पर जनणषय- सिोच्च न्यायालय क। 09 जजों क। पीठ ने अनच्ु छे द 16 (4) के तहत आरक्षण क। सीमा 50 प्रवत त क। तथा वपछडे िगो के वलए ‘क्रीमीलेयर’ क। अिधारणा दी वजसका आ य सामावजक और आवथाक रूप से संपन्न व्यवि है, वजन्हें आरक्षण से बाहर रखा जाना चावहए एम. नागराज बनाम भारि सघं िाद – 2006 - जनणषय- पदोन्नवत में आरक्षण क। तीन ते दीं - 1. SC/ST के वपछडेपन पर मात्रात्मक डाटा देना होगा 2. अपयााप्त प्रवतवनवधत्ि के बारे में तथ्य प्रदान करने हों गे (सािाजवनक रोजगार समहू से संबंवधत समहू के ) 3. प्र ासवनक दक्षता बनाए रखने का औवचत्य वसद्ध करना होगा जनरैल वसहं एिं अन्‍य बनाम लक्ष्‍मी नारायण गुप्ि‍ ा और अन्‍य िाद- 2018 - जनणषय- सिोच्च न्यायालय ने नौकररयों में पदोन्नवत हेतु आरक्षण के वलए SC/ST का मात्रात्मक डाटा एकत्र करने क। आिश्यकता को रद्द कर वदया जनवहि अवभयान बनाम भारि सघं िाद-2022 - जनणषय- 103 िें सवं िधान सं ोधन अवधवनयम के तहत EWS आरक्षण के प्रािधान को बरकरार रखा गया के रल राज्य का नाम पररवतषन करने की मांग के रल विधानसभा द्वारा सिासम्मवत से प्रस्ताि पाररत कर के न्र सरकार से संविधान में के रल राज्य का नाम पररिवतात कर ‘के रलम’ करने क। मांग क। के न्र को राज्यों के नाम पररिवतात करने का अवधकार भारतीय संविधान के अनच्ु छे द 03 द्वारा प्राप्त है िनिातीय राज्य ‘िील प्रदेश’ बनाने की मांग भील जनजावत ने अपने समदु ाय के वलए राजस्थान, मध्यप्रदे , गजु रात और महाराष्‍टर क। भील आबादी िाले वहस्से को वमलाकर एक अलग जनजातीय राज्य ‘भील प्रदे ’ बनाने क। मांग क। है नए राज्य गठन की प्रजक्रया राज्‍य‍पनु गयठन‍आयोग‍/ सवमवियां‍ 1. SK धर आयोग - 1948 वसफाारर - प्र ासवनक सवु िधा के आधार पर राज्यों का पनु गाठन हो ना वक भाषायी आधार पर सदस्य- जिाहर लाल नेहरू, िल्लभ पाई पटेल, पट्टावभ सीतारमैया आयोग ने भी भाषायी आधार पर राज्यों के पनु गाठन क। 2. JVP सजमजत -1948 मांग को खाररज कर वदया इसनें राज्य पनु गाठन क। मागं को स्िीकार कर वलया तथा नए राज्य बनाने क। वसफारर दी लेवकन ऐसे नए राज्यों को बनाने 3. फिल अली आयोग 1953 का आधार के िल भाषा ही न हो अवपतु दे क। एकता ि अखण्डता भी बनी रहे नोर्ट : 1953 में आंध्रप्रदे स्ितंत्रता के बाद भाषायी आधार पर गवठत होने िाला प्रथम राज्य बना था 02 जनू , 2014 को तेलंगाना भारत का 29 िां राज्य बना था (ितामान में 28 राज्य + 8 के न्र ावसत प्रदे ह ) नए राज्य के जनमाषण हेतु प्रजक्रया 1. नए राज्य वनमााण से सबं वं धत विधेयक को राष्‍टरपवत क। पिू ाानमु वत से ससं द के :: NOTE :: वकसी भी सदन में पे वकया जाता है यह प्रस्ताि राष्‍टरपवत क। पिू ाानमु वत से ही पे वकया जाता है, अतः 2. विधेयक को राष्‍टरपवत प्रभावित होने िाले राज्यों के विधानमण्डलों का मत राष्‍टरपवत इसे पनु विाचार के वलए नहीं लौटा सकता जानने हेतु वनधााररत समयािवध के वलए भेजेगा (समय सीमा का वनधाारण - राष्‍टरपवत द्वारा दोनों सदनों में विधेयक को लेकर विरोधाभास होने राष्‍टरपवत द्वारा (उि प्रािधान 5 िें संविधान सं ोधन 1955 द्वारा जोडा गया) पर संयि ु बैठक (Art 108) नहीं बल ु ाई जा सकती है 3. राष्‍टरपवत (या ससं द) राज्य विधानमडं ल द्वारा वदए गए मत को मानने के वलए ससं द नए राज्य बनाने, पररितान करने, सीमा ि नाम में पररितान बाध्य नहीं है करने के सबं धं में वबना राज्यों क। अनमु वत के कदम उठा सकती है 4. विधेयक संसद के दोनों सदनों से साधारण बहुमत से पाररत होना आिश्यक इस प्रकार सवं िधान द्वारा राज्यों के अवस्तत्ि को गारंटी नहीं दी गई 5. इसके पश्चात विधेयक पर राष्‍टरपवत के हस्ताक्षर होने के बाद नए राज्य के है अथाात सघं सरकार, राज्य को समाि कर सकती है, जबवक राज्य सरकार सघं को नहीं वनमााण हेतु मंजरू ी वमल जाती है 16वें जवत्त आयोग के अध्यक्ष Booster fact अंरविंद पनगवडया वनयि ु सवचि - ऋवत्िक रंजनम पांडे वित्त आयोग एक सिं ैधावनक सस्ं था है (अन.ु 280) कायाकाल - 1 अप्रैल 2026 से अगले 5 वर्ष 15िें वित्त आयोग का गठन - 27 निम्बर, 2017 जवत्त आयोग की जसफाररशें - आयोग ने 2020-21 से 2025-26 तक 6 िषा क। के न्र ि राज्य के बीच करों के बाँटिारे के साथ-साथ आपदा प्रबंधन पर अपनी अिवध के वलये अपनी वसफारर ें दी वसफारर ें राज्य में पंचायतों और नगरपावलकाओ ं के संसाधनों को संपरू रत करने अध्यक्ष :- N.K. जसहं के वलए राज्य क। समेवकत वनवध बढाने हेतू 23 वें जवजध आयोग के गठन को मंिूरी विवध‍आयोग‍एक‍नजर‍में‍ मंजरू ी- राष्‍टरपवत रोपदी ममु ाू द्वारा स्थापना : 1834 प्रथम अध्यक्ष : लॉडा मैकाले कायाकाल:- 1 वसतम्बर, 2024 से 31 अगस्त 2027 तक (3 िषा) स्ितंत्र भारत का पहला विवध आयोग - 1955 के न्रीय विवध एिं न्याय मंत्रालय ने इसके वलए अवधसचू ना जारी क। है (प्रथम अध्यक्ष : MC ीतलिाड) जवजध आयोग के कायष:- 22िें विवध आयोग के अध्यक्ष : न्यायमवू ता ऋतुराज अिस्थी विवध आयोग दे क। काननू ी व्यिस्था क। समीक्षा करे गा और उसमें न्यायोवचत जवजध आयोग की सरं चना :- पररितानों पर सझु ाि देगा एक अध्यक्ष विवध आयोग, विवध एिं न्याय मत्रं ालय क। अवधसचू ना द्वारा गवठत एक गैर- चार पणू क ा ावलक सदस्य (सदस्य- सवचि सवहत) सांविवधक वनकाय है अवधकतम पांच अं कावलक सदस्य विवध आयोग भारत के राष्‍टरपवत के कायाकारी आदे द्वारा गवठत एक कायाकारी विवध आयोग के अध्यक्ष और पणू क ा ावलक सदस्य सिोच्च वनकाय है न्यायालय या उच्च न्यायालयों के सेिारत न्यायधी हों गें इसक। सभी वसफारर ें सलाहकार प्रकृ वत क। होती है, के न्र सरकार विवध आयोग क। वसफारर ों को स्िीकार करने के वलए बाध्य नहीं है भारिीय वनिायचन आयोग स्थापना - 25 िनवरी 1950 िारत के नए चुनाव आयुक्तों की जनयुजि वनयवु ि - राष्‍टरपजत द्वारा कायाकाल - 6 वर्ष या 65 वर्ष भारतीय चनु ाि आयोग में ज्ञाने कुमार एिं सख ु बीर वसंह संधू नये चनु ाि आयक्ु त प्रथम मख्ु य वनिााचन आयि ु - सकु ु मार सेन वनयक्ु त वकये गये ह प्रथम मवहला मख्ु य वनिााचन आयि ु - रमा देवी संघू एिं ज्ञाने कुमार दोनों सेिावनिृत्त IAS अवधकारी ह ितामान मख्ु य वनिााचन आयि ु - रािीव कुमार भारतीय वनिााचन आयोग – सवं िधान के अनच्ु छे द 324 (1) में िवणात िारत के नए सतकष ता आयक्ु त राष्‍टरीय अनुसजू चत िाजत आयोग के नए अध्यक्ष ए. एस. रािीव को कें रीय सतका ता आयोग में सतका ता राष्‍टरीय अनुसजू चत िाजत आयोग के नए अध्यक्ष के रूप में जकशोर आयि ु के रूप में वनयि ु वकया गया है मकवाना को वनयक्ु त वकया गया वनयवु ि :- राष्‍टरपजत द्रोपदी मुमषू िारा । राष्‍ट‍रपवि‍द्रौपदी‍ममु य‍ू ने‍05 राज्‍यों‍में‍नए‍राज्‍यपालों‍की‍वनयवु ति‍की‍ह‍ ओवड ा डॉ. हररबाबू कंभमपवत राज्यपाल रघबु रदास का इस्तीफा राज्य राज्यपाल जवशेर् स्िीकार करने के बाद वनयवु ि वमजोरम V.K. वसंह पिू ा सेनाप्रमख के रल राजेन्र विश्िनाथ आलेकर वबहार से के रल स्थानान्तरण ु वबहार आररफ मो.खान के रल से वबहार स्थानान्तरण मवणपरु अजय कुमार भल्ला पिू ा के न्रीय गृह सवचि रहे सांस्कृजतक पररदृश्य प्रमुख चजचषत मंजदर एवं मठ ज्‍योविमयठ‍या‍जोशीमठ के न्र सरकार ने उत्तराखण्ड सरकार के चमोली वजले क। जो ीमठ तहसील का नाम बदलकर ज्योवतमाठ और नैनीताल वजले क। शंकराचायय‍मवं दर कोश्याकुटोली तहसील का नाम बदलकर परगना श्री कैं ची धाम यह मंवदर जबरिान रें ज (कश्मीर) में करने के प्रस्ताि को मंजरू ी दे दी है अिवस्थत है ज्योवतमाठ :- यह 8िीं ताब्दी के दा ावनक आवद ंकचाराया द्वारा यह भगिान व ि का मंवदर है दे में स्थावपत चार प्रमख ु मठों में से एक है कोचरब‍आश्रम यह आश्रम गुजरात के के सररया‍स्‍िूप अहमदाबाद हर में वस्थत है के सररया स्तूप विश्ि का सबसे ऊाँचा और सबसे बडा बौद्ध स्तूप है यह वबहार के पिू ी चंपारण वजले में वस्थत है बाविकोंडा‍मठ‍(अथय‍- कुओ‍ं की पहाडी) श्री‍जगन्‍नाथ‍मंवदर बाविकों डा आध्रं प्रदे के वि ाखापत्तनम के श्री जगन्नाथ मवं दर, परु ी के पवित्र रत्न भंडार कक्ष का द्वार 46 साल पास वस्थत है बाद वफर से खल ु ा यह स्िदे द ान योजना के तहत आंध्रप्रदे में श्री जगन्नाथ मंवदर के ‘छप्पन भोग’ प्रसाद में से एक मगािी लाडू को ‘‘ ावलहुडं म-थोटलकों डा-बाविकों डा- GI टैग वमला है बोज्जनकों डा-अमरािती-अनपू ’ु ’ बौद्ध सजकष र्ट स्थापत्य कला-‘कवलंग ैली’ है (नागर ैली क। एक उप ैली) का वहस्सा है वनमााण - अनंतिमान चोडगंग देि (12िीं ताब्दी - गंग िं ) चजचषत िनिाजतयााँ पौमई नागा िनिाजत मवणपरु क। पौमई नागा जनजावत ने अपने क्षेत्र में जंगली जानिरों और पवक्षयों के व कार, जाल वबछाने और मारने पर प्रवतबंध लगा वदया है यह जनजावत मवणपरु और नागांलैण्ड में वनिास करती है यह सबसे परु ानी और सबसे बडी नागा जनजावतयों में से एक है अपातनी िनिाजत यह जनजावत अरुणाचल प्रदे क। सिु नवसरी वजले क। जीरो घाटी में पाई जाती है (कुल 60,000 आबादी) इस जनजावत के क्षेत्र को अत्यवधक उत्पादकता और पाररस्थवतक। को संरवक्षत करने के अनठू े तरीकों के वलए यनू ेस्को क। सोजलगा िनिाजत अस्थायी सचू ी में वलविंग कल्चरल सोवलगा जनजावत लडस्के प के रूप में ावमल वकया गया है भारत के दवक्षणी भाग में रहने िाला जनजातीय समदु ाय है यह जनजावत के िल मनकीजडया िनिाजत कनााटक और ओवड ा क। मनक।वडया जनजावत को अनसु वू चत जनजावत और अन्य पारंपररक िन वनिासी तवमलनाडु वि षे रूप (िन अवधकारों क। मान्यता) अवधवनयम, 2006 के तहत औपचाररक रूप से अवधिास से वबलवगरी रंगना अवधकार प्रदान वकए गए ह पहावडयों और माले महादेश्िर पहावडयों में शोम्पेन िनिाजत वनिास करती है इस जनजावत ने पहली बार लोकसभा चनु ाि में िोटा डाला है यह वि ेष रूप से कमजोर जनजातीय समहू (PVTG) है यह जनजावत ग्रेट वनकोबार द्वीप के सघन िनों में वनिास करती है हड़प्पा सभ्यता की खोि के 100 वर्ष पूरे हड़प्पा सभ्यता को जनम्नजलजखत कालखण्डों में जविाजित जकया िा भारतीय परु ातत्ि सिेक्षण (ASI) के तत्कालीन महावनदे क जॉन मा ाल ने सकता है- 20 वसतम्बर, 1924 को ''वसधं ु घाटी या हडप्पा सभ्यता'' क। खोज क। 1. प्राक हडप्पा (3200 ईसा पिू ा - यह इस सभ्यता का प्रारंवभक चरण था घोषणा क। थी इस सभ्यता क। खोज सबसे पहले 1921 में दयाराम साहनी ने आधवु नक 2600 ईसा पिू ा) पावकस्तान के पंजाब प्रांत के हडप्पा नामक स्थल से क। थी 2. पररपक्ि हडप्पा (2600 ईसा पिू ा - यह इस सभ्यता का नगरीय चरण था हडप्पा एक कांस्य यगु ीन सभ्यता थी 1900 ईसा पिू ा) विस्तार :- इस सभ्यता का विस्तार जम्मू में मांडा अखनरू (उत्तर) से महाराष्‍टर में दैमाबाद (दवक्षण) तथा उत्तर प्रदे में आलमगीरपरु (पिू )ा से पावकस्तान में 3. उत्तरित्ती चरण (1900 ईसा पिू ा - इसे उत्तर हडप्पा काल भी कहा जाता सत्ु कागेंडोर (पविम) तक था 1300 ईसा पिू ा) है लोथल में राष्‍टरीय समुद्री जवरासत पररसर के जवकास को मंिूरी लोथल (गुिरात) स्िीकृ वत :- 9 अक्टूबर 2024 को के न्रीय मंवत्रमंडल ने गजु रात के लोथल में राष्‍टरीय समरु ी खोि :- 1954 में भारतीय परु ातत्ि सिेक्षण द्वारा विरासत पररसर को मंजरू ी शाजब्दक अथष :- मृतकों का टीला उद्देश्य :- भारत क। 4500 िषों से अवधक परु ानी व्यापक समरु ी विरासत को प्रवतवित करना इसे 'वमनी हडप्पा' भी कहा जाता है और उसे पनु ः स्थावपत करना यह वसंधु सभ्यता का बंदरगाह था त्सांगयांग ग्यात्सो पीक वस्थत :- अरुणाचल प्रदेश राष्‍टरीय पिातारोहण और साहवसक खेल संस्थान (NIMAS) के 15 सदस्यीय दल ने गोरीचेन पिात श्रृंखला में 20,942 फ।ट ऊाँचे एक अज्ञात व खर पर चढाई करने में सफलता हावसल क। है चनु ौतीपणू ा और अज्ञात व खरों में से एक इस चोटी पर फतह के बाद इस व खर का नाम 6 िें दलाई लामा ररग्जेन त्सांगयांग ग्यात्सो के सम्मान में "त्सांगयांग ग्यात्सों " (T-sangyang Gyatso) पीक रखकर इस महत्िपणू ा उपलवब्ध को अमर कर वदया वजस पर चीन ने आपत्ती जताई है श्री जवियपुरम िारत का 43वां जवश्व धरोहर स्थल : मोइदम के न्र सरकार ने के न्र ावसत प्रदे अंडमान और वनकोबार आइलैण्ड मोइदम भारत के पिू ोत्तर असम के चराईदेव जिले में वस्थत है क। राजधानी पोटा ब्लेयर का नाम बदलकर "श्री विजयपरु म" कर वदया यह भारत का 43वााँ विश्ि धरोहर है है, वजसक। मजं रू ी 13 वसतंबर 2024 को दी गई मोइदम सांस्कृ वतक विश्ि धरोहर का दजाा पाने िाली पिू ोत्तर भारत क। पहली प्रवसद्ध :- चोल साम्राज्य के दौरान यह द्वीप नौसेना अडडे क। भवू मका विरासत है के वलए प्रवसद्ध था “मोइदम”् अहोम यगु के ाही पररिारों का कविस्तान स्थल है प्रधानमंत्री नरे न्र मोदी ने 23 जनिरी 2023 को नेताजी सभु ाष चंर भारत ने पहली बार विश्ि धरोहर सवमवत के 46 िें सत्र में नई वदल्ली वस्थत बोस क। 126 िीं जयंती पर अंडमान और वनकोबार आइलड के भारत मंडपम में क। गई 21 द्वीपों का नाम परमिीर चक्र विजेताओ ं के नाम पर करने का इस अिसर पर भारत क। ओर से “अतुल्य िारत” प्रद ानी भी लगाई गयी फै सला वलया था ितामान में भारत में 43 जवश्व धरोहर स्थल ह इससे पहले 28 वदसबं र, 2018 में अडं मान-वनकोबार के हैिलॉक इनमें से 35 सांस्कृ वतक, 7 प्राकृ वतक और 1 कंचनजंगा राष्‍टरीय द्वीप को स्िराज द्वीप, नील द्वीप को हीद द्वीप और रॉस द्वीप को उद्यान वमवश्रत प्रकार का है नेताजी सभु ाष चंर द्वीप नाम वदया गया था भारत का 42िााँ विश्ि धरोहर स्थल - होयसल मवं दर समहू मराठी, पाली, प्राकृत, असजमया और बंगाली िार्ाओ ं को (कनााटक) शास्त्रीय िार्ा का दिाष प्राप्त स्वीकृजत :- कें रीय मंवत्रमण्डल द्वारा 3 अक्र्टूबर 2024 को जवश्व के महानतम स्थानों की सच ू ी में तीन िारतीय स्थल िषा 2024 तक भारत में ास्त्रीय भाषाओ ं क। कुल सख्ं या -11 शास्त्रीय दिाष प्राप्त अन्य िार्ायें- जारीकताा :- िषा 2024 के वलये टाइम पवत्रका द्वारा 1. तवमल (2004) 2. संस्कृ त [2005) 3. तेलुगु (2006) 4. कन्नड ीषाक :- “The World’s Greatest Places Of 2024” 5. मलयालम (2013) 6. उवडया (2014) टाइम क। इस सचू ी में घमू ने और ठहरने के वलये 100 असाधारण िषा 2004 में भारत सरकार ने 'शास्त्रीय िार्ाओ'ं के रूप में भाषाओ ं क। स्थलों को ावमल वकया है एक नई श्रेणी बनाने का वनणाय वलया सचू ी में शाजमल िारतीय स्थल भारत के विदे मत्रं ी एस. जय क ं र द्वारा फारसी िार्ा को ास्त्रीय भाषाओ ं (1) म्यवू जयम ऑफ सॉल्यू ंस (मंबु ई) (2) मनम चॉकलेट में ावमल करने क। घोषणा (हैदराबाद) (3) नार रें स्तरा (वहमाचल प्रदे ) चजचषत व्यजित्व- सतं तुकाराम महाराष्‍टर सरकार ने पुणे हवाई अड्डे का नाम बदलकर जगदगरू ु संत तुकाराम पणु े अंतरााष्‍टरीय हिाई अडडा करने के प्रस्ताि को मंजरू ी दे दी है ये 17िीं ताब्दी के प्रवसद्ध सतं कवि और महाराष्‍टर के भवि आदं ोलन के प्रमख ु सतं थे ये व िाजी महाराज के समकालीन थे इनका संबंध ‘िारकरी संप्रदाय’ से था कृ वत - तुकाराम गाथा (मराठी) रामचररतमानस सजहत तीन पांडुजलजप युनेस्को की 'मेमोरी प्रोिेक्र्ट परी (िारत की िन कला) ऑफ द वल्डष' में शाजमल प्रारंभ :- सस्ं कृजत मंत्रालय िारा यनू ेस्को के ‘मेमोरी ऑफ द वल्डष एजशया - पैसेजफक रीिनल नोर्ट :- इसका भु ारंभ वदल्ली में आयोवजत विश्ि धरोहर सवमवत क। 46िें रजिस्र्टर’ में रामचररतमानस, पंचतंत्र और सह्द्रयलोक - लोचन को सत्र क। बैठक में ावमल वकया है उद्देश्य :- आधवु नक विषयों और तकनीकों को ावमल करते हुये भारत क। ये तीनो सावहत्य भारतीय सावहत्य और संस्कृ वत क। पहचान है कलात्मक विरासत को सामने लाना है इसमें दे भर के 150 से अवधक दृश्य कलाकार दीिार पेवटंग, वभवत्त वचत्र, साजहत्य लेखक मवू तायों सवहत विवभन्न कलाकृ वतयााँ बनाएंगें रामचररतमानस गोस्िामी तल ु सीदास इन कलाओ ं में रािस्थान से तीन - फड जचत्रकला, जपछवाई कला, बनी-ठनी को शाजमल वकया गया है पंचतंत्र विष्‍टणु माा अन्य कलाएं सह्द्रयलोक लोचन पं. आचाया आनंदिधान 1. थंगका पेंवटंग (वसवक्कम/लद्दाख) 2. गों ड कला (मध्यप्रदे ) 3. तंजौर पेंवटंग (तवमलनाडु) 4. कलमकारी (आध्रं प्रदे ) अन्य तथ्य 5. अल्पना कला (प. बगं ाल) 6. चेररयल पेंवटंग(तेलंगाना) मेमोरी ऑफ द िल्डा कायाक्रम - स्थापना :- िषा 1998 7. लांवजया सौर (ओवड ा) 8. िली (महाराष्‍टर) इसमें 43 दे ावमल है जो यनु ेस्को के 5 क्षेत्रीय कायषक्रमों में से 9. वपथौरा (गजु रात) 10. ऐपण (उत्तराखण्ड) एक का प्रवतवनवधत्ि करते है 1. व क्षा 2. प्राकृ वतक विज्ञान 3. संस्कृ वत 4. सामावजक / मानि विज्ञान 5. सचं ार / सचू ना प्रसादम् महाकुम्ि मेला 2025 दे क। पहली स्िस्थ और स्िच्छ फूड स्रीट उद्घाटन - महाकाल लोक, उज्िैन (MP) इसका उल्लेख मौया और गप्ु तकाल में वमला था 'ईर्ट राइर्ट' के मापदण्डों के अनरुु प पयाटकों ि महाकंु भ मेले क। उत्पवत का उल्लेख 8िीं ताब्दी के दा ावनक आवद ंकराचाया द्वारा वकया गया मेहमानों को उज्जैन के व्यंजन परोसे जाएाँगे यनू ेस्कों द्वारा िषा 2017 के मानिता क। अमतू ा सांस्कृ वतक विरासत के रूप में मान्यता प्राप्त यह स्मारक प्रसादम में 17 दक ु ाने हों गी, वजनमें राजवगरा भारत क। वचरस्थायी परम्पराओ ं का प्रमाण है 2025 का महाकंु भ प्रयागराज (उतरप्रदे ) में आयोवजत सािं ा, कुटू, रागी आवद व्यंजन उपलब्ध होगें होगा - IT भारतीय भाषाओ ं में श्रद्धालुओ ं क। सहायता के वलए बहुभाषी AI - संचावलत चैटबॉट इस पररसर में जंक फूड ि प्लावस्टक 'SahAlyak' लांच वकया भारत में चार प्रकार के कुम्भ मेले आयोवजत होते ह - प्रवतबंवधत होगा प्रव क्षण - भारतीय खाद्य सरु क्षा और मानक आवजृ त स्थान प्रावधकरण (FSSAI) द्वारा महाकुम्भ प्रत्येक 144 िषा या 12 पणू ा कुम्भ मेले के बाद प्रयागराज अद्धा कुम्भ प्रत्येक 6 िषा में प्रयागराज, हररद्वार पणू ा कुम्भ प्रत्येक 12 िषा में प्रयागराज,हररद्वार, उज्जैन, नावसक माघ मेला प्रत्येक िषा प्रयागराज जवजवध नाम जववरण यनू ेस्को द्वारा इसे दे का पहला साजहत्य शहर घोवषत वकया गया कोवझकोड दे के दवक्षणी राज्य के रल में वस्थत है िषा 2023 में “यनू ेस्को वक्रएवटि वसटीज नेटिका ” (UCCN) क। साजहत्य श्रेणी में स्थान वमला था कोजिकोड ✓ कोवझकोड में 500 से अवधक पस्ु तकालय ह ✓ यह हर मलयालम लेखक एम.र्टी.वासदु ेवन नायर क। सावहवत्यक गवतविवधयों का सेंटर रहा है नालदं ा जबहार के रािगीर में वस्थत है 19 जनू 2024 को PM मोदी ने नालंदा के नए पररसर का उद्धघाटन वकया जवश्वजवद्यालय यह पररसर एक नेर्ट िीरो हररत पररसर है नालंदा के खंडहरों को िषा 2016 में सयं ुि राष्‍टर जवरासत स्थल घोवषत वकया गया था वतब्बती बौद्ध धमा का जीिंत उत्सि भारत के लद्दाख में आयोवजत हेवमस महोत्सि, को हेवमस त्सेचु के नाम से भी जाना जाता है हेजमस महोत्सव यह महोत्सि वतब्बती बौद्ध धमा में पज्ू य गरुु पद्म संभि क। जयंती के उपलक्ष में मनाया जाता है गजु रात के कच्छ के ‘कच्छ अिरख’ को GI Tag प्रदान वकया गया है कच्छ अिरख अजरख एक कपडा व ल्प है, जो गजु रात के वसंध, बाडमेर और कच्छ के क्षेत्र में वि ेष प्रवसद्ध है हाल ही में तुकी ने दवु नया के सबसे परु ाने कै लेंडर क। खोज क। है दुजनया का सबसे विश्व में कै लेंडर मॉडल को जवू लयस सीजर ने विकवसत वकया था, इसे “जवू लयन कै लेंडर” के नाम से जाना जाता है पुराना कै लेंडर अंतरााष्‍टरीय स्तर पर स्िीकृ त नागररक कै लेंडर “ग्रेगोररयन कै लेंडर” है यह एक सौर कै लेंडर है रामलला की तस्वीर भारत के विदे मत्रं ी एस. जय क ं र ने लाओस के “जवएजं तयाने” में रामलला क। तस्िीर िाला दवु नया का प्रथम डाक वटकट जारी वाला डाक जर्टकर्ट वकया स्र्टैच्यु ऑफ सोशल िीमराव अंबेडकर क। विश्व क। सबसे ऊाँ ची मूजतष (206 फीर्ट) आंध्रप्रदे के मख्ु यमत्रं ी V.S जगन मोहन रे डडी द्वारा विजयिाडा के िजस्र्टस स्िराज मैदान में विश्व क। ीषा 50 सबसे ऊाँ ची मूजतषयों क। सचू ी में ावमल आजथषक पररदृश्य िारत के प्रमुख चजचषत सेतु अमतृ िारत रे न - दरभगं ा-अयोध्या-आनंद विहार टवमानल अमृत भारत एक्सप्रेस मालदा - टाऊन सर एम. विश्वेश्वरै या टवमानल अमृत भारत एक्सप्रेस (बेंगलुरु) अमृत भारत भारतीय रे लिे द्वारा संचावलत सपु रफास्ट एक्सप्रेस सेिा है यह गैर ितानक ु ू वलत एिं कम लागत क। सेिा है अन्य ररपोर्टष उद्देश्य- विश्ि अथाव्यिस्थाओ ं में कारोबारी माहौल का मात्रात्मक मल्ू याक ं न िावषाक रूप से प्रकाव त तीन स्तम्भ – 1. वनयामक ढांचा, 2. सािाजवनक सेिाए,ं 3. दक्षता जबिनेस रेडी (B- जारीकताा – विश्ि बक READY) व्यिसाय सगु मता ररपोटा- (EODB) के स्थान पर reports ररपोर्टष के मानक – 10 - 1. व्यिसाय प्रिे 2. उपयोवगता सेिाएं 3. वित्तीय सेिाएं 4. वििाद समाधान 5. कराधान 6. श्रम 7. व्यिसाय के वलए स्थान 8. अन्तरााष्‍टरीय व्यापार 9. व्यापार प्रवतस्पद्धाा 10. व्यिसाय वदिावलयापन Note:- EODB को 2021 में डेटा में अवनयवमतता पाए जाने के कारण बदं कर वदया िारीकताष - विश्ि बक द्वारा पावर्टी, प्रोस्पेररर्टी एण्ड जनष्‍टकर्ष - पालीक्राइवसस अथिा बहुसंकट क। िजह से वपछले 5 िषों के दौरान गरीबी में कमीं क। गवत लगभग वस्थर हो गई है प्लैनैर्ट ररपोर्टष - 2024 पालीक्राइजसस- ऐसी वस्थवत जहााँ धीमी आवथाक सिं वृ द्ध, आवथाक सक ं टों में िृवद्ध, जलिायु जोखवम जैसे कई सक ं ट एक ही समय एक साथ पैदा हो जाते ह WIPO (विश्ि बौवद्धक संपदा संगठन) + इनसीड (INSEAD) वबजनेस स्कूल वैजश्वक नवाचार थीम- सामावजक उद्यवमता के िादे को साकार करना सच ू कांक - 2024 शीर्ष रैंक- वस्िटजरलैण्ड िारत की रैंक – 39 िीं (कुल 133 दे ) कजमर्टमेंर्ट र्टू ररडयूजसगं आक्सफै म और डेिलपमेंट फाइनेंस इन्टरने नल द्वारा इनइक्वेजलर्टी (CPI) तीन मापदण्डों के आधार पर प्रद ान - 1. लोकसेिा व्यय 2. प्रगवत ील कराधान 3. श्रम अवधकार / मजदरू ी सचक ू ांक 2024 शीर्ष देश – नािे,  अंजतम- दवक्षण सडू ान िारत की रैंक- 127 िारीकताष - खाद्य एिं कृ वष संगठन द्वारा शुरूआत – 2019 सदस्य - 72 (भारत इस संगठन का सदस्य नहीं है) हैंड इन हैंड पहल उद्देश्य- यह गरीबी उन्मल ू न, भख ु मरी एिं कुपोषण को समाप्त करके , असमानताओ ं को कम करने के माध्यम से कृ वष-खाद्य प्रणावलयों में पररितान को गवत देने के वलए राष्‍टरीय स्तर पर संचावलत महत्िाकांक्षी कायाक्रमों के कायाान्ियन का समथान करता है यात्रा एवं पयषर्टन जवकास विश्ि आवथाक मंच द्वारा जारी सच ू कांक भारत क। रक - 39 (2024), 54 (2021) जारीकताा - भारत सरकार का सांवख्यक। और कायाक्रम कायाान्ियन मंत्रालय मुख्य जवशेर्ताएं - विवनमााण क्षेत्र में रोजगार िषा 2021-22 में 1072 करोड से बढकर िषा 2022-23 में 1.84 करोड हो गया है जो 7.5 प्रवत त क। िृवद्ध द ााता है यह िृवद्ध दर वपछले 12 िषों में उच्चतम रही वाजर्षक उद्योग सववेकक्षण प्राथवमक चालकों (कोक, पररष्‍टकृ त पेरोवलयम उत्पाद, खाद्य उत्पाद रसायन, मोटर िाहन और मल ू धात)ु का योगदान कुल उत्पादन ररपोर्टष- 2022-23 का 58 प्रवत त रहा रोजगार के मामले में ीषा राज्य - 1. तवमलनाडु 2. महाराष्‍टर 3. गजु रात 2022-23 में कारखानों क। सख्ं या 2.53 लाख हो गई प्रवत व्यवि औसत पाररश्रवमक 6.3 प्रवत त से बढकर 3.46 लाख रूपये हो गया पंजू ी वनिे में सकल स्थायी पंजू ी वनमााण में 77 प्रवत त क। िृवद्ध के साथ 5.85 लाख करोड रुपये तथा द्ध ु स्थायी पंजू ी वनमााण 78.16 प्रवत त बढकर 2.68 लाख करोड रुपए हो गया प्रमुख‍चवचयि‍पररयोजनाएँ एिं‍पहल िूजमगत कोयला भु ारंभ - िारखंड के िामताड़ा वजले के कास्ता कोयला ब्लॉक में गैसीकरण हेतु देश की इस प्रथम अभतू पिू ा पहल का उद्देश्य कोयला उद्योग में क्रांवत लाना है प्रथम पायलर्ट इस पररयोजना के तहत कोयला गैसीकरण का उपयोग करके इसे मीथेन, हाइड्रोजन, काबान मोनो ऑक्साइड और काबान पररयोिना डाई ऑक्साइड जैसी गैसों में पररिवतात वकया जाएगा मवहला उद्यवमता मंच और CIBIL ने SE HER कायाक्रम रू ु वकया ऋण के बारे में एक ैवक्षक कायाक्रम है SE HER (सी-हर मवहला उद्यवमयों को वित्तीय साक्षरता और व्यािसावयक कौ ल के साथ व्यिसाय विकास के वलए वित्तीय साधनों क। कायषक्रम) प्रावि में मदद करे गा भारतीय विमानपत्तन प्रावधकरण (AAI) ने ई ान पहल क। रू ु आत क। है ईशान पहल इसमें भारत के चार एयरस्पेस क्षेत्रों को नागपरु वस्थत एकल प्रावधकरण में एक।कृ त कर वदया गया भारतीय एयरस्पेस 4 एयरस्पेस – 1. मम्ु बई, 2. कोलकाता, 3. वदल्ली, 4. चेन्नई + 1 सब एयर स्पेस (गिु ाहाटी) 12 नए औद्योजगक क्षेत्रों को राष्‍टरीय औद्योजगक गजलयारा जवकास कायषक्रम के तहत मंिूरी व्यय - 28602 करोड उद्देश्य - नए औद्योवगक हरों को ग्रीन फ।ल्ड स्माटा हरों के रूप में विकवसत करना 1. राजपरु ा पवटयाला (पंजाब) 2. िोधपुर (रािस्थान) 3. पाली (रािस्थान) 4. पलक्क्ड (के रल) 5. कोटपथी (आंध्रप्रदे ) 6. जहीराबाद (तेलांगाना) 7. गया (वबहार) 8. आगरा (उत्तरप्रदे ) 9. प्रयागराज (उत्तरप्रदे ) 10. खरु वपया (उत्तराखण्ड) 11.ओखिल (आंध्रप्रदे ) 12. वदधी (महाराष्‍टर) जदल्ली-मबु ईं इण्डजस्रयल कॉररडोर (DMIC) ❑ प्रथम चरण में राजस्थान राज्य में 2 नोड विकवसत वकए जा रहे जो दादरी (उत्तरप्रदे ) से जिाहरलाल नेहरू बदं रगाह (महाराष्‍टर) तक वनम्नवलवखत है- कुल लम्बाई - 1504 वकलोमीटर 1. खु खेडा-वभिाडी-नीमराणा वनिे क्षेत्र - राज्य – 6 यह 165 KM2 का क्षेत्र है उत्तरप्रदे  हररयाणा  राजस्थान इसमें अलवर जिले के 43 गांव सवम्मवलत है  मध्यप्रदे  गजु रात  महाराष्‍टर 2. जोधपु र-पाली मारिाड औद्योवगक क्षेत्र - इसे अिसर का गवलयारा कहा जाता है इसमें पाली जिले के 9 गांव सवम्मवलत है DMIC का 38 % जहस्सा राजस्थान से होकर गजु रता है यह 154 KM2 का क्षेत्र है राजस्थान का लगभग 60 % क्षेत्रफल इसके प्रभाि क्षेत्र में है ❑ रािस्थान में DMIC के तहत कुल 5 नोड जवकजसत जकये िायेंगे- जोधपरु -पाली-मारिाड औद्योवगक क्षेत्र को 12 अक्र्टूबर 2020 को 1. Node 7 = खु खेडा-वभिाडी-नीमराणा वनिे क्षेत्र वि ेष वनिे क्षेत्र के रूप में अवधसवू चत वकया गया 2. Node 8 = जयपरु -दौसा औद्योव?

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